सोमवार, 26 अक्टूबर 2015

भामाशाह कार्ड धारकों को मिल सकेगी निजी अस्पतालांे की स्वास्थ्य सेवाएं



भामाशाह कार्ड धारकों को मिल सकेगी निजी अस्पतालांे की स्वास्थ्य सेवाएं
बाड़मेर, 26 अक्टूबर। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत पात्र भामाशाह कार्ड धारक निजी अस्पतालों की सेवाओं का भी लाभ ले सकेंगे। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा बजट भाषण 2014-15 में की गई घोषणा की क्रियान्विति भामाशाह बीमा योजना के रूप में की गई है जो स्वस्थ्य राजस्थान की ओर एक कदम है। इस बीमा योजना के आधार पर राज्य के पात्र भामाशाह कार्ड धारकों को निजी अस्पतालों में भी उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उससे उच्चस्तर के अस्पतालों तथा सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में कैश लेस सुविधा के माध्यम से लाभार्थी का उपचार किया जाएगा। चिकित्सा व्यय का पुर्नभरण बीमा कम्पनी करेगी। इस योजना का लाभ वे सभी भामाशाह कार्ड धारक परिवार उठा सकेंगे जो राज्य में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लिए पात्रा घोषित किए गए हैं अथवा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ ले रहे है। जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि भामाशाह कार्ड धारक, पति या पत्नी, 25 वर्ष से कम आयु की बेरोजगार संतान एवं मुखिया पर निर्भर माता-पिता इस योजना के अन्तर्गत उपचार सुविधा प्राप्त करने के अधिकारी है। योजना केे लाभ भामाशाह का कार्ड बनते ही स्वतः मिलने लग जाता है जिसमें प्रत्येक परिवार को सामान्य बीमारियों की स्थिति में प्रति वर्ष 30 हजार रूपये तथा चिन्हित गंभीर बीमारियों के लिए 3 लाख रूपये तक का बीमा कवर प्रदान किया जाता है। अति गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा काॅर्पस फण्ड का प्रावधान किया गया है। बीमित राशि के खर्च होने के उपरान्त सक्षम स्तर पर अनुमति के पश्चात इस फण्ड से चिकित्सा खर्च प्रदान किया जा सकता है। जिला कलक्टर के मुताबिक इस योजना का लक्ष्य आमजन के स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च को कम करना है। गरीब व्यक्ति को इससे निजी अस्पतालों की सेवाएं उपलब्ध हो सकेगी। इस योजना से प्राप्त डाटाबेस का उपयोग राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी नितिगत फैसलों और योजनाओं के लिए किया जाएगा। राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का क्रियान्वन्न स्टेट हैल्थ इंशोरेन्स एजेन्सी कर रही है। इसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, सूचना एवं प्रोद्योगिकी विभाग, श्रम विभाग, खाद्य एवं सुरक्षा विभाग सहयोग प्रदान कर रहे है। कार्ड धारकों का बीमा दी न्यू इण्डिया इंशोरेंस कम्पनी ने किया है।

ओपीडी मंे जारी रहेगी सुविधाएंः लाभार्थी को विभिन्न अस्पतालों से ओ.पी.डी. मंे दी जाने वाली सुविधाएं पूर्ववत जारी रहेगी। बीमा कराने से पहले से चली आ रही बीमारियों के इलाज का कवर भी इस बीमा योजना के तहत किया गया है। लाभार्थी के चिहिन्त बीमारी के लिए भर्ती होने से सात दिन पूर्व एवं डिस्चार्ज होने से 15 दिन तक का चिकित्सा व्यय बीमा कवर में शामिल किया जाता है। इसके अलावा हृदय रोग एवं पाॅलीट्रोमा की स्थिति में अधिकतम 500 रूपये तक का यात्रा भत्ता भी देय है।

बीमा कंपनी करेगी पुर्नभरणः भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी को सामान्य वार्ड में भर्ती होने का बिस्तर व्यय, भर्ती शुल्क, नर्सिग शुल्क, शल्य चिकित्सा एवं परामर्श शुल्क, निश्चेतन विशेषज्ञ, परामर्श, रक्त तथा आॅक्सीजन के पैकेज का पुनर्भरण बीमा कम्पनी करेगी। प्रत्यारोपण की स्थिति में एक्सरे और जांच पर होने वाले व्यय को भी बीमा कवर में शामिल किया गया है। अस्पताल मंे इलाज शुरू करने से पूर्व लाभार्थी का बायोमैट्रिक सत्यापन किया जाएगा और भामाशाह कार्ड को ही स्वास्थ्य कार्ड के रूप में स्वीकार किया जाएगा। आपातकाल में लाभार्थी के प्रमाणिकरण से पूर्व ही उपचार आरम्भ करने का प्रावधान इस योजना में रखा गया है।

बाड़़मेर, आरएएस परीक्षा के लिए कंट्रोल रूम 29 से



बाड़़मेर, आरएएस परीक्षा के लिए कंट्रोल रूम 29 से

बाड़़मेर, 26 अक्टूबर। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा 31 अक्टूबर को आयोजित की जाने वाली आरएएस प्री 2013 परीक्षा का जिला स्तर पर कंट्रोल रूम 29 अक्टूबर से शुरू होगा। इस परीक्षा के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग 998 पदों के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इस परीक्षा के लिए आयोग कार्यालय में कंट्रोल रूम 27 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से ही शुरू हो जाएगा। कंट्रोल रूम का नंबर 0145-5151200 रहेगा। जबकि जिला मुख्यालय पर 29 अक्टूबर से कंट्रोल रूम शुरू होगा। जिला कलक्टर शर्मा ने बताया कि इस परीक्षा के निर्धारित परीक्षा केन्द्र जो सरकारी शिक्षण संस्थाओं एवं संस्थानों में निर्धारित है उनमें सरकारी वीक्षकों की ड्यूटी रेण्डमाईजेशन से लगाई जाएगी। निजी शिक्षण संस्थाओं में निर्धारित परीक्षा केन्द्रों में लगाये जाने वाले वीक्षक में भी 50 प्रतिशत वीक्षक सरकारी कर्मचारी, अधिकारी होंगे, जिनकी ड्यूटी भी रेण्डमाईजेशन लगाई जाएगी। निजी शिक्षण संस्थाओं की ओर से लगाए जाने वाले 50 प्रतिशत वीक्षक की सूची परीक्षा से पूर्व संबंधित जिला कलक्टर को उपलब्ध करानी होगी। इस परीक्षा में आने वाले परीक्षार्थी को अपने साथ अपना फोटो आई.डी. कार्ड लाना आवश्यक होगा। उन्हांेने बताया कि आगामी 31 अक्टूबर 2015 को हो रही इस परीक्षा में आयोग द्वारा पेन पर पाबन्दी नहीं लगाई है। परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए हर सम्भव उपाय किये जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में यह परीक्षा 26 अक्टूबर 2013 को आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर लीक प्रकरण के चलते इस परीक्षा को आयोग द्वारा पूर्व में निरस्त कर दी गई थी। अब करीब दो साल बाद इस परीक्षा का पुनः आयोजन हो रहा है।

बाड़़मेर,संपतियांे की रजिस्ट्री के लिए अब ई-पंजीयन सुविधा

बाड़़मेर,संपतियांे की रजिस्ट्री के लिए अब ई-पंजीयन सुविधा

बाड़़मेर, 26 अक्टूबर। प्रदेश मंे प्रायोगिक तौर पर बाड़मेर समेत चार जिलांे मंे संपतियांे की रजिस्ट्री के लिए ई-पंजीयन की सुविधा प्रारंभ की गई है। इससे पक्षकारांे को राहत मिलेगी।
जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने पक्षकारों को राहत देते हुए ई-पंजीयन की सुविधा प्रारंभ की है। फिलहाल यह व्यवस्था बाड़मेर समेत कुछ जिलों में प्रायोगिक तौर पर प्रारंभ की गई है। इसे शीघ्र ही पूरे राज्य में लागू करने की योजना है। पंजीयन विभाग ने अब अपनी वेबसाइट पर रजिस्ट्री के लिए आवेदन का प्रारूप अपलोड कर दिया है। इसके साथ रजिस्ट्री के लिए जरुरी दस्तावेजों की जानकारी उपलब्ध करा दी है। प्रारूप में सभी जानकारियां भरते ही उस पर लगने वाले मुद्रांक शुल्क और पंजीयन शुल्क की गणना भी हो जाती है। यह शुल्क भी ऑनलाइन ई-ग्रॉस अथवा ई-स्टाम्पिंग के जरिए चुकाया जा सकता है।
क्या है पंजीयन की प्रक्रियाः पक्षकार यह सभी दस्तावेज ऑनलाइन संबंधित उप पंजीयक कार्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करेगा। इसके बाद वह अपनी सुविधा के अनुरूप उप पंजीयक कार्यालय पहुंचकर बिना कतार में लगे अपने दस्तावेजों की रजिस्ट्री करा सकता है।
पंजीयन मंे होगी सहुलियतः संपत्तियों की खरीद-फरोख्त सहित अन्य इकरारनामों की रजिस्ट्री के लिए उप-पंजीयक, तहसीलदार और नायब तहसीलदार कार्यालयों में हजारों दस्तावेज पेश किए जाते हैं। इन कार्यालयों में खासी भीड़ होती है। दस्तावेजों की कागजी खानापूर्ति के लिए पक्षकारों को वकीलों अथवा डीड राइटर्स सहित दलालों की मदद लेनी पड़ जाती है। कागजी औपचारिकताएं पूरी करने में ही काफी समय लग जाता है।
बाड़मेर चार जिलों में लागूः पंजीयन विभाग ने फिलहाल बाड़मेर, जोधपुर, टोंक और भीलवाड़ा जिलों में यह व्यवस्था लागू की है। अगले चरण में जयपुर, राजसमंद, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झालावाड़ और बांसवाड़ा जिलों में स्थित उप पंजीयक कार्यालयों में यह सुविधा प्रारंभ करने की कवायद चल रही है। इसके लिए इन कार्यालयों को कम्प्यूटराइज्ड किया जा रहा है।
कहीं से हो सकेगा पंजीयनः केन्द्र सरकार के नेशनल लैंड रिकार्ड मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम (एनएलआरएमपी) के साथ ई-पंजीयन की व्यवस्था भी लागू की जा रही है। चरणबद्ध तरीके से अगले दो-तीन वर्ष में पूरे राज्य में ई-पंजीयन सुविधा प्रारंभ हो जाएगी। उसके बाद पक्षकार घर अथवा अपनी सुविधा के अनुसार कहीं से भी रजिस्ट्री दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे।

अजमेरनामा अजमेर जिले की आज की खबरें

अजमेरनामा अजमेर जिले की आज की खबरें 


मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे हैं गम्भीर प्रयास - चिकित्सा विभाग
अजमेर 26 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि अजमेर संभाग में मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। संभाग के सभी जिलों में ब्लाॅक स्तर पर रेपिड रेस्पोंस दलों का गठन किया गया है, जो तत्परता से कार्य कर रही हंै। यह दल अपने -अपने स्तर पर स्वाईन फ्लू, मलेरिया, डेंगू व स्क्रब टाईफस इत्यादि मौसमी बीमारियों के मरीजों के निवास स्थान की जानकारी जुटाने का कार्य कर इसकी जानकारी जिला स्तर पर सर्वे, फालोअप आदि गतिविधयों के लिए दे रही हैं।
विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. गजेन्द्र सिंह ने बताया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए जनवरी 2015 से अब तक संभाग स्तर पर जिलाधिकारियों के साथ 15 बैठकें आयोजित की गई जिसमें जिलाधिकारियों एवं संस्थान प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के लिए पाबन्द किया गया।
मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्राण के लिए जनवरी 2015 से अब तक संभाग के चारों जिला मुख्यालय एवं उपखण्ड स्तर पर चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों, सेक्टर सुपरवाईजर, एलएचवी, एएनएम, जीएनएम, एमपीडब्ल्यू इत्यादि कार्मिकों की 16 बैठकें आयोजित की गई। इन बैठकों में सम्मिलित चिकित्सा कार्मिकों को मौसमी बीमारियों के लक्षण एवं बचाव की विस्तृत जानकारी दी गई। इसे गंभीरता से नहीं लिए जाने पर संबंधित कार्मिकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि संभाग के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को मौसमी बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के प्रति आम नागरिकों को जागरूक किए जाने के लिए प्रचार-प्रसार किए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। पेम्पलेट्स होर्डिंग इत्यादि लगाए जाकर समय-समय पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। क्षेत्राीय एएनएम व आशा सहयोगिनियों के माध्यम से मौसमी बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के उपाय की जानकारी आम जनता को दी गई।
इसी तरह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को गत वर्ष में पाए गए मरीजों को दी गई दवाओं का तीन गुणा अधिक मानते हुए इनकी उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु दिशा-निर्देश दिए गए। निदेशालय द्वारा संभाग में हर सीएचसी को फोगिंग मशीनें आवंटित कर दी गई है। इनके संचालन हेतु संभाग स्तर पर पूर्व प्रशिक्षितों के अतिरिक्त 48 कार्मिकों को प्रशिक्षित किया गया है।
उन्होंने जानकारी दी कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने अधीन खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा लैब टेक्निशियन एवं आशा को प्रशिक्षण देने हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में प्रशिक्षण पश्चात स्लाईड जांच का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है। संभाग के सभी जिलों में नियमित रूप से ब्लड स्लाईड कलेक्शन किया जा रहा है। स्लाईडों की क्राॅस चेकिंग भी करवाई जा रही है ताकि टेक्निशियन का कार्य का पुर्नमूल्यांकन हो सके।

बैठक 29 अक्टूबर को
अजमेर 26 अक्टूबर। जिले की सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक 29 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी।
पुष्कर मेले में पशु प्रदर्शनी 22 नवम्बर से
अजमेर 26 अक्टूबर। पशु पालन विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पुष्कर मेले में 57वीं गीर एवं संकर नस्ल पशु प्रदर्शनी 22 से 25 नवम्बर तक आयोजित की जाएगी। प्रदर्शनी के आयोजन की तैयारियों के लिए प्रगतिशील पशु पालकों की बैठक 28 अक्टूबर को प्रातः 10.30 बजे राज्य कुक्क्ुट प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित की जाएगी।

डिजीटल लाईफ सर्टिफिकेट रजिस्ट्रेशन शिविर कल से नसीराबाद में
अजमेर 26 अक्टूबर। जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के तत्वावधान में टीपी इन्डस्ट्रीयल ट्रेनिंग केन्द्र ब्यावर द्वारा सभी भूतपूर्व सैनिकों एवं विधवाओं के लिए आधार कार्ड पर आधारित डिजीटल लाईफ सर्टिफिकेट रजिस्ट्रेशन शिविर 27, 28 एवं 29 अक्टूबर को नसीराबाद स्थित भूतपूर्व सैनिक केन्टीन स्टोर्स, 12 आर्टी ब्रिगेड के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि जिन डिफेन्स पेंशन भोगियों ने अब तक अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, वे अपने पेंशन भुगतान आदेश, आधार कार्ड, पेंशन खाते की पासबुक तथा मोबाईल नम्बर के साथ अपना रजिस्ट्रेशन शिविर में कराएं। रजिस्ट्रेशन का शुल्क 10 रूपए रखा गया है।
अमृता हाट का आयोजन 26 जनवरी से
अजमेर 26 अक्टूबर। महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं विपणन कौशल को बढ़ावा देने के लिए आगामी 26 जनवरी 2016 से 3 फरवरी 2016 तक अजमेर के वैशाली नगर स्थित अरबन हाट पर अमृता हाट का आयोजन किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी श्री महावीर सिंह ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल के निर्देशानुसार अमृता हाट में प्रदेश के सभी जिलों से 2-2 महिला स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी उनकी उत्पाद सामग्री के साथ होगी। अमृता हाट में प्रदेश के विभिन्न जिला की 225 महिलाएं उपस्थित रहेंगी।
गोवा की राज्यपाल कल अजमेर मेंअजमेर 26 अक्टूबर। गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा कल अजमेर आएंगी। श्रीमती सिन्हा कल प्रातः जयपुर से रवाना होकर 10.30 बजे महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय पहुंचेंगी। यहां अखिल भारतीय महिला साहित्यकार सम्मेलन में भाग लेने के पश्चात श्रीमती सिन्हा दोपहर एक बजे जयपुर के लिए रवाना हो जाएंगी।

जैसलमेर समाचार डायरी जिले की आज की सरकारी खबरें

जैसलमेर समाचार डायरी जिले की आज की सरकारी खबरें 

सीवर कनेक्षन एवं वाटर मीटर के लिए मंगलवार, बुधवार
गुरूवार तथा षुक्रवारषिविर कनेक्षन आयोजित

जैसलमेर 26 अक्टुबर, । जैसलमेर आरयूआईडीपी द्धारा राजेन्द्र प्रसाद काॅलोनी व गंाधी काॅलोनी, गफूर भटठा क्षैत्र में सीवर लाईन का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा इस क्षैत्र में सीवर लाईन कनेक्षन नगर परिषद एवं आरयूआईडीपी के संयुक्त तत्वाधान मंे दिये जा रहे है। इस षिविर में सभी नागरिकों द्धारा अपने-अपने घरों के सीवर कनेक्षन के आवेदन भर कर 500 रूपये जमा कराने का प्रवधान है ताकि उनके क्षेत्र की सीवर की समस्या का निवारण हो सके।
रूडीप के अधिषांषी अभियन्ता मितल ने बताया कि इस ़क्षेत्र में मंगलवार 27 अक्टूबर को राजेन्द्र प्रसाद काॅलोनी, नगर परिषद दुकानो के पास जेठवाई रोड, बुधवार 28 अक्टूबर को गांधी काॅलोनी में गांधी बाल स्कूल में गुरूवार 29 अक्टूबर को इन्द्रिरा काॅलोनी में करणी बाल मन्दिर स्कूल में षुक्रवार 30 अक्टूबर को गफूर भटठा में सभा भवन पर कैम्प का आयोजन किया जायेगा।
उन्होने बताया कि सीवर कनेक्षन की फाईल मौके पर तैयार की जाकर कनेक्षन के लिये तत्काल नगर परिषद द्धारा स्वीकृति दी जायेगी। कोई भी नागरिक सीवर कनेक्षन की फाईल तैयार कराकर तुरन्त स्वीकृति जारी करवा सकता है। इसके साथ ही जिन उपभोक्ताओं के वाटर बन्द है उनसे भी आवेदन प्राप्त कर नये मीटर लगाने की कार्यवाही की जावेगी उपरोक्त क्षैत्र जहां षिविर लाईन डाल चुकी है उक्त दिनांक को आवेदन कर अनुमति लेने की कार्यवाही करावें।
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महिलाओं एवं बालिकाओं को समृद्ध बनाने के लिए आत्मरक्षा प्रषिक्षण कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए गठित समिति हेतु उपखण्ड अधिकारी जैसलमेंर प्रतिनिधि के रूप में नियुक्तजैसलमेर 26 अक्टुबर,/ षासन उप सचिव, युवा मामलें एवं खेल विभाग, राजस्थान जयपुर के निर्देषानुसार जिला कलक्टर विष्वमोहन ष्षर्मा द्धारा जारी किये गये एक आदेष के अनुसार महिलाओं एवं बालिकाओं को षक्तिषाली समृृद्ध एवं आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रषिक्षण कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए जिला कलक्टर की ओर से गठित जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति में जैसलमेंर के उपखण्ड अधिकारी को प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया गया है।
आदेषानुसार यह समिति बालिकाओं का रजिस्टेªषन विद्यालयों व टेªनिंग टीम का समन्वयन, माॅनेटरिंग सूचना प्रपत्रो के साथ ही प्रमाण पत्र आदि का काय्र संपादित किया जावेगा। जिसका समिति प्रति माह समीक्षा करेगी।

बाड़मेर सरपंचो में कार्यशाला का किया बहिस्कार

बाड़मेर सरपंचो में कार्यशाला का किया बहिस्कार 

बाड़मेर प्रदेष स्तरीय सरपंच संघ की मांग पर नव निर्वाचित सरपंचगण ने आमुखीकरण त्रिदिवसीय प्रषिक्षण षिविर का बहिष्कार किया। जिला प्रवक्ता हिन्दूसिंह तामलोर ने बताया कि सरपंच संघ की मांग है कि पुरे राजस्थान प्रदेष में ग्रामीण स्तरीय कायक्रमों में होने वाले कार्य ग्राम पंचायत के मार्फत कई प्रकार की कठिनाईयां एवं बाधाएं उत्पन्न हो रही है जिसमें प्रमुख मांगे निविदा प्रक्रिया को बंद किया जावें, सामलात पहल योजना को नरेगा में कनवर्जेंस की अनिवार्यता से मुक्त रखा जावें, सहित 24 सूत्रीय मांगपत्र जिला अध्यक्ष उगमंिसह राणीगांव के नेतृत्व में अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाड़मेर को मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, पंचायतीराज मंत्री, मुख्य सचिव राजस्थान सरकार, प्रमुख शासन सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। सरपंच की मांगों पर राज्य सरकार द्वारा गंभीरतापूर्वक विचार नहीं किया गया तो समस्त सरकारी व गैर सरकारी कार्यो का बहिष्कार किया जायेगा। ज्ञापन देने के दौरान सरपंच हेराजराम सऊ, खेताराम बायतु पनजी, हनुमान बेनिवाल, राधा देवी, अमरे खां, ठाकराराम, जितेन्द्रसिंह मूंगड़ा, मूलसिंह मवड़ी, मगराज गोदारा भावना कंवर, लीला देवी, घेवरचंद, मोहमद खां, रणजीत कुमार कीतपाला, वगताराम प्रजापत, रूपसिंह, गणपतसिंह कालूड़ी, मनोज थोरी, जीताराम मेघवाल, जवानाराम टापरा, स्वरूपकंवर, संतोष राठौड़, जेठूसिंह, शोभसिंह, अचलाराम गालाबेरी, बांकाराम छितर का पार, रमेष गोलिया, मधुमति कंवर थोब, मांगी देवी मण्डली, डालूराम उण्डखा सहित जिले भर के कई सरपंच उपस्थित रहे।

सरपंच पंचायतीराज की महत्वपूर्ण इकाईः नेहरा



सरपंच पंचायतीराज की महत्वपूर्ण इकाईः नेहरा
बाड़मेर,26 अक्टूबर। सरपंच पंचायतीराज की महत्वपूर्ण इकाई है। ग्रामीण विकास मंे उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। इस तरह के प्रशिक्षण से उनको योजनाआंे की जानकारी के साथ उनके क्रियान्वयन मंे आसानी होगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने सोमवार को भगवान महावीर टाउन हाल मंे नवनिर्वाचित सरपंचांे की कार्यशाला के दौरान यह बात कही। इंदिरा गांधी पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास संस्थान के मार्गदर्शन मंे जिला परिषद की ओर से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने कहा कि इस कार्यशाला के दौरान पंचायतीराज अधिनियम, सरपंचांे के कर्तव्य, रिकार्ड संधारण, विकास कार्य कराने की प्रक्रिया के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी जा रही है। सरपंच यह प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बेहतरीन रूप से अपनी जिम्मेदारियांे के निर्वहन के साथ आमजन की उम्मीदांे पर खरा उतरेंगे। इस दौरान वरिष्ठ लेखाधिकारी मंगलाराम विश्नोई ने ग्राम पंचायत एवं सरपंच की भूमिका के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। विकास अधिकारी नवलाराम चैधरी ने ग्राम पंचायत स्तर पर होने वाली बैठकांे, ग्राम सचिवालय एवं ग्राम सभा की जानकारी दी। कार्यशाला का संचालन पंचायत प्रसार अधिकारी ओकारदान ने किया। कार्यशाला के द्वितीय चरण मंे दोपहर बाद सरपंचांे ने अपनी मांगांे संबंधित ज्ञापन जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा को सौंपते हुए कार्यशाला का बहिष्कार कर दिया।




बिजली,पानी की समीक्षा बैठक आज
बाड़मेर, 26 अक्टूबर। बिजली, पानी की साप्ताहिक समीक्षा बैठक मंगलवार सुबह 10 बजे जिला कलक्टर कार्यालय मंे आयोजित होगी।

जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक सूचनाआंे के साथ इस बैठक मंे उपस्थित होने के निर्देश दिए है।

चेन्नई।बच्चों से दुष्कर्म करने वालोंं को नपुसंक बना दिया जाना सही: मद्रास हाईकोर्ट



चेन्नई।बच्चों से दुष्कर्म करने वालोंं को नपुसंक बना दिया जाना सही: मद्रास हाईकोर्ट


बच्चों के साथ दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं से चिंतित मद्रास हाईकोर्ट कहा है कि क्रूर अपराधियों के लिए नपुसंक किया जाना ही एक सजा हो सकती है। हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र से बच्चों के साथ बदसुलूकी और दुष्कर्म के दोषियों को नपुंसक करने की सजा पर विचार करने को कहा है।

अदालत ने बेहद तल्ख शब्दों में कहा कि भारत के विभिन्न हिस्सों में बच्चों से गैंगरेप की वीभत्स घटनाओं को लेकर अदालत बेघर या मूकदर्शक बना नहीं रह सकता।

एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक जस्टिस एन किरुबकरण ने अपने आदेश में कहा कि बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (पोक्सो) जैसे कड़े कानून होने के बावजूद बच्चों के खिलाफ अपराध बदस्तूर बढ़ रह हैं।

साल 2012 और 2014 के बीच ऐसे अपराधों की संख्या 38,172 से बढ़कर 89,423 तक पहुंच गई है। जज ने कहा कि अदालत का मानना है कि बच्चों के बलात्कारियों को नपुसंक करने से जादुई नतीजे देखने को मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि इस बुराई में निपटने में ये कानून बेअसर और नाकाबिल साबित हो रहे हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि रूस, पोलैंड और अमरीका के नौ राज्यों में ऐसे अपराधियों को बधिया करने का प्रावधान है।

कोर्ट ने कहा कि नपुंसक करने का सुझाव बर्बर लग सकता है, लेकिन इस प्रकार के क्रूर अपराध ऐसी ही बर्बर सजाओं के लिए माहौल तैयार करते हैं। बहुत से लोग इस बात से सहमत नहीं होंगे, लेकिन परंपरागत कानून ऐसे मामलों में सकारात्मक परिणाम नहीं दे सके हैं। कोर्ट ने तमिलनाडु के 15 वर्षीय एक बच्चे के यौन शोषण के आरोपी एक ब्रिटिश नागरिक द्वारा मामला रद्द करने के लिए दायर याचिका को खारिज करते हुए यह फैसला सुनाया।

कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान राजधानी दिल्ली में पिछले सप्ताह दो बच्चियों से गैंगरेप के मामलों को संज्ञान में लेते हुए यह बात कही। हाईकोर्ट के जज ने ऐसे मामलों को खून जमा देने वाला करार देते हुए कहा कि ऐसे क्रूर अपराधियों के लिए नपुंसक किया जाना ही एक सजा हो सकती है।

जज ने इस बात की ओर भी ध्यान दिलाया कि बच्चों से रेप करने के मामलों में सिर्फ 2.4 प्रतिशत लोग ही दोषी ठहराए जाते हैं। जज ने कहा देश में बच्चों के साथ बढ़ रही ज्यादितयोंं से एेसा लग रहा है जैसे लोगों के मन से कानून का भय निकल गया है। इसलिए लोगों में एेसे अपराधों के प्रति भय लाने के लिए आरोपी को नपुंसक करना ही श्रेष्ठ उपाय है। दो-चार मामलों में ही इस सजा का इस्तेमाल करने से समाज में एेसे अपराधों में कमी आएगी।

एक विवाह ऐसा भी: सीकर में हुई यह अनोखी शादी बन गई मिसाल

एक विवाह ऐसा भी: सीकर में हुई यह अनोखी शादी बन गई मिसाल

टोडा. आपने दहेज के नाम पर बेटियों का घर उजड़ते सुना होगा...। मरने, जलने या प्रताडऩा की खबरें पढ़ी होंगी, पर एक एेसी भी शादी हुई है जो दहेज लोभियों को आईना दिखाती है। और हां, न शृंगार...न अग्नि के सात फेरे...फिर भी ये जोड़ा सात जन्मों के लिए एक हो गया। गांव हाथीदेह के समीप ढाणी बुर्जा में रविवार को एेसी ही एक अनोखी शादी देखने को मिली। यहां दूल्हा व दुल्हन का न बान बैठा और न ही अग्नि के सात फेरे हुए। परिवार के लोग, नाते-रिश्तेदार व बरातियों के साक्ष्य में विवाह सम्पन्न हुआ। वर पक्ष के लोगों ने दहेज में कुछ भी नहीं लिया। वे दुल्हन को साधारण कपड़ों में ब्याह कर ले गए।

बिंदौरी की रस्म भी नहीं

बुर्जा की ढाणी निवासी 21 वर्षीय पिंकी की शादी ज्ञानपुरा (विराटनगर) जयपुर निवासी मुकेशदास के साथ रविवार को हुई। शादी में मुकेशदास ने ससुराल पक्ष से कुछ भी नहीं लिया। तोरण न ही बिंदौरी की रस्म निभाई गईं। वर पक्ष सादगी से वधु को ब्याह कर ले गया। वर मुकेश दास ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने दहेज में कुछ भी नहीं लेने का फैसला किया था। दोनो पक्षों के कबीरपंथी होने की वजह से ऐसा फैसला लिया गया है। मुकेश व पिंकी दोनों 10वीं पास हैं। मुकेश टेलरिंग का काम करता है।

न निकासी, न तोरण

दोनों ही परिवार के सदस्यों ने निकासी व तोरण नहीं करने का फैसला लिया। इस दौरान न तो बैण्ड-बाजा बजा और न ही आतिशबाजी हुई। साधारण समारोह में बिना किसी रस्म अदायगी के विवाह संपन्न हुआ।

नई दिल्ली।डेढ़ दशक बाद पाकिस्तान से भारत लौटी 'गीता' , पाक उच्चायुक्त किया स्वागत



नई दिल्ली।डेढ़ दशक बाद पाकिस्तान से भारत लौटी 'गीता' , पाक उच्चायुक्त किया स्वागत


करीब डेढ़ पहले भूलवश सीमा पार कर पाकिस्तान गई और वहीं रह रही मुक-बधिर भारतीय महिला गीता सोमवार को कराची से भारत लौट आई। पाक एअर लाइंस का विमान गीता और अन्य लोगो को लेकर करीब साढ़े दस बजे इंदिरा गांधी एअरपोर्ट पहुंचा।

एअरपोर्ट पर पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इससे पहले गीता ने अपने पाकिस्तानी परिजनों के साथ साढ़े आठ बजे कराची से उड़ान भरी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले कराची के यदि फाउंडेशन के फहाद यदि ने बताया कि गीता के साथ मैं, मेरे पिता, मेरी मां और मेरी दादी बिलकिस यदि भी आएं हैं। आएंगे। इंदिरा गांधी एअरपोर्ट पर गीता के परिवार के लोग भी मौजूद रहे।

गीता के साथ आए पाकिस्तानी परिजन तब तक दिल्ली में ही रहेंगे जब तक गीता की डीएनए रिपोर्ट से पुष्टि नहीं हो जाती कि जिस परिवार की उसने पहचान की है वो उन्हीं की बेटी है। सरकार ने भी गीता के साथ आ रहेे पाकिस्तानी परिजनों को राज्य अतिथि का दर्जा दिया है।

गौरतलब है कि गीता 15 साल पहले पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों को लाहौर रेलवे स्टेशन पर खड़ी समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी मिली थी तब उसकी उम्र महज सात या आठ साल रही होगी। गीता को एदि फाउंडेशन की बिलकिस एदि ने अपना लिया था और वह कराची में उनके साथ रहती है। अब वह 23 साल की हो चुकी है।

अहमदाबाद।पटेल समुदाय बोला, 'ओबीसी में आरक्षण नहीं मिला तो कर लेंगे धर्म परिवर्तन'



अहमदाबाद।पटेल समुदाय बोला, 'ओबीसी में आरक्षण नहीं मिला तो कर लेंगे धर्म परिवर्तन'
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सूरत के करीब 500 पटेल परिवारों ने राज्य सरकार को ओबीसी दर्जा नहीं देने पर हिंदू धर्म छोडऩे की चेतावनी दी है।पटेल समुदाय के ये सभी लोग सूरत के निकटवर्ती पसोदरा गांव केे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक समुदाय का कहना है कि अगर उन्हें नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण नहीं दिया गया तो वह हिंदू धर्म का त्याग कर देंगे। स्थानीय पटेल नेताओं ने इस कदम को राज्य सरकार के खिलाफ प्रतीकात्मक आंदोलन करार दिया है। सूरत के एक पटेल समूह अखिल भारतीय पाटीदार सेना के नेता राजू बोडारा ने कहा कि हमने अपनी इच्छा हिंदू संगठनों को बता दी है। इसके अलावा हमने अपने धर्म के नेताओं तक भी अपनी बात पहुंचा दी है।एक अन्य पटेल नेता ने कहा कि हमारे परिवार इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि हालिया घटनाक्रम को देखा जाए तो राज्य सरकार पटेल समुदाय को भयभीत करने का काम कर रही है। ऐसे में हमारे पास धर्म परिवर्तन के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है।

रविवार, 25 अक्टूबर 2015

विश्लेषण। . मुख्यमंत्री का तीन दिवसीय दौरा। जन प्रतिनिधियों को ज्यादा वेटेज नही ,अधिकारियो पर किया भरोसा

विश्लेषण। . मुख्यमंत्री का तीन दिवसीय दौरा। जन प्रतिनिधियों को ज्यादा वेटेज नही ,अधिकारियो पर किया भरोसा

बाड़मेर अपनी आक्रामक छवि के लिए जानी जाने वाली राज्य की मुखिया महारानी वसुंधरा राजे आपका जिला आपकी सरकार के तहत तीन दिन बाड़मेर शहर में थी ,वेक मुख्यमंत्री के नाते वसुंधरा राजे का दौरा बाड़मेर को कोई खास सौगात पाया ,घोषणाए की जो आवश्यक थी ,बाड़मेर के जन प्रतिनिधियों की चासनी वो पहले से जानती हैं किसी भी नेता को खास वेटेज नही दिया ,सरकारी अधिकारियो पर ज्यादा भरोसा रखा योजनाओ का फीड बेक उनसे ही लिया निरीक्षण में भी किसी नेता को साथ न रखना साफ़ संकेत था की वसुंधरा एक मुख्यमंत्री की तरह कार्य की इच्छा लेके आई ,पार्टी कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों को उन्होंने फीड बेक देने का पूरा मौका दिया जिसमे सब असफल रहे कोई ज्वलंत मुद्दो और विकास योजनाओ पर नही बोल सके कारण बीजेपी के पदाधिकारी या कार्यकर्त्ता विकास योजना के बारे में जानते ही नही ,

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पुरे सांसद रामचरण बोहरा को नज़दीक रख बाड़मेर के सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी को साफ़ संकेत इशारो इशारो में दे दिए ,कर्नल वसुंधरा राजे से जिस वेटेज की उम्मीद लगाये बैठे थे वो पूरी नही हुई ,पिछले छ माह से वसुंधरा कर्नल को इग्नोर कर रही हैं यह जयपुर के सूत्र बताते हैं ,बाड़मेर के सभी विधायको में कोई विधायक वसुंधरा के समक्ष अपना प्रभाव नही जमा पाया ,नही वसुंधरा ने कोई ज्यादा लगाव किसी विधायक के प्रति दिखाया ,डॉ प्रियंका चौधरी के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिरकर जरूर की मगर संस्थान के लिए कोई घोषणा नही की ,जबकि उम्मीदे थी ,कुछ नेता को बिलकुल फेल हो गए ,छूट भैये नेताओ ने शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह के विरोध में बोल मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षण करने का असफल प्रयास किया ,वसुंधरा राजे ने उनकी बाते अनसुनी कर दी ,पुरे यात्रा में तन सिंह चौहान की स्थति ठीक लगी वसुंधरा राजे के साथ उनकी ट्यूनिंग अन्य नेताओ से बेहतर लगी ,वसुंधरा राजे जिलानी जमात के कार्यक्रम में महज तन सिंह के कारण गई ,

वसुंधरा राजे तीन दिन के प्रवास में बाड़मेर कलेक्टर मधुसूदन शर्मा को रखा दो दिन तो काफी खुस थी उनके प्रजेंटेशन से ,तीसरे दिन मेराथन बैठक में शायद कलेक्टर नर्वस हो गए ,उनके द्वारा रात्रि चौपाल जनसुनवाई कार्यक्रम बेहतर तरीके से की जा रहे हैं मगर वो मुख्यमंत्री को जवाब दे पाते राकेश कुमार ने खेल बिगाड़ दिया ,हालाँकि वसुंधरा राजे को बाड़मेर जिले का फीड बेक बेहतर तरीके से दिया ,मुख्यमंत्री बाड़मेर के लॉ एंड आर्डर से काफी नाराज दिखी ,पुलिस अधीक्षक जिले में शानदार कार्य कर रहे हैं मगर वसुंधरा राजे के दौरे के समय धारा 144 के बावजूद धरने प्रदर्शन से खासी नाराज दिखी। बिजली पानी सड़क विभाग तो हमेशा मुख्यमंत्री और नेताओ के टारगेट पे रहता हैं यही विभाग उन्हें वोट दिलाते हैं ,इन विभागों को अच्छे से डांट डपट दिया ,आर यु दी पी नगर परिषद आयुक्त नंबर नही बढ़ा सके ,बिना परमिशन पोस्टर लगाना शहर में आयुक्त पर भारी पद सकता हैं ,आरोग्य योजना अतिरिक्त जिला कलेक्टर पर भारी पड़ने वाली हैं ,बाड़मेर उप खंड अधिकारी को चलता किया जायेगा अगली सूचि में ,कुछ मुद्दो पर कई अधिकारी चपेट में आते लेकिन बच गए बाल बाल ,कुल वसुंधरा राजे का बाड़मेर दौरा एवरेज ही रहा ,दो चार दिन अधिकारियो की साँसे फूली रहेगी ,




कई अधिकारियो पर गाज गिर सकती हैं ,

समदड़ी पुलिस पर हत्या के मामले को दुर्घटना का रूप देने के प्रयास का आरोप

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समदड़ी पुलिस पर हत्या के मामले को दुर्घटना का रूप देने के प्रयास का आरोप


ओम प्रकाश सोनी 
बालोतरा। वृत के समदड़ी पुलिस पर हत्या के मामले को दुर्घटना का रूप देने

का प्रयास करने के संगीन आरोप का मामला सामने आया है। मामला कांकराला

गांव का है। कांकराला गांव के निवासी लक्ष्मणसिंह की 13 अक्टुम्बर को

कांकराला-खारवा सड़क मार्ग पर संदिग्ध हालात में घायल मिलने के बाद ईलाज

के लिये जोधपुर रैफर करने के दोरान मोत हो गई थी। मृतक के भाई मांगुसिंह

ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने इस्तगासा पेश कर समदड़ी पुलिस पर हत्या

के मामले को दुर्घटना का रूप देने का आरोप लगाते हुये लक्ष्मणसिंह की मोत

मुकदमा हत्या के जुर्म में दर्ज करने की मांग की है। मांगुसिंह ने बताया

कि समदडी पुलिस को उसी दिन लक्ष्मणसिंह की हत्या होने के बाबत रिपोर्ट दी

गई थी पर पुलिस ने गमजदा मृतक के परिजनो को अंधेरे में रखकर दुर्घटना में

मोत होना बताकर कागजो पर हस्ताक्षर करवा लिये गये। मृतक के भाई ने बताया

कि मोके पर भी किसी प्रकार की दुर्घटना होने के लक्षण नही है। साथ ही

मृतक के शव पर भी सिर के अलावा कही पर चोटो के कोई निशान नही थे। मृतक के

परिजनो ने पुलिस अधिक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर आरोपियो के

खिलाफ कार्रवाई करवाने की मांग की है।

बालोतरा। त्रयोदशी को सड़ला मामाजी के मंदिर पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब


बालोतरा। त्रयोदशी को सड़ला मामाजी के मंदिर पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की मन्नते मांगी।

विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भक्त-भाविकों ने बढ़-चढकर भाग लेकर दिया

आस्था का परिचय, 151 कन्याओं को भोजन करवाकर भेंट-पूजा अर्पित की।

-सुर सरिता में रात भर गोते लगाते रहे श्रोता।



ओम प्रकाश सोनी 

बालोतरा। ग्राम पंचायत लालाणा के सड़ला नाडा क्षेत्र स्थित डूंगरसिंह जी

मामाजी के मंदिर पर त्रियोदशी के अवसर पर भोपाजी भूराराम चौधरी के

सानिध्य में विभिन्न धार्मिक आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजित मेले में

क्षेत्र सहित दूर-दराज के श्रद्धालुओं ने धूप-दीप कर आरती की तथा

पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। नवरात्रा के उपलक्ष में मंदिर

पर रविवार को विभिन्न संत-महात्माओं के सानिध्य में कन्या भोजन का

कार्यक्रम संपन्न हुआ।

समाजसेवी श्रद्धालु मांगीलाल चौधरी ने बताया कि मंदिर पर घट स्थापना से

विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक

अनुष्ठानों में लालाणा, कुंपावास, कीटनोद, आसोतरा, मांगला, टेडा, बामसीन,

सिलोर, जेठंतरी, पारलू सहित दूर-दराज गांवों के श्रद्धालुओं ने उत्साह के

साथ भाग लेकर श्रद्धा का परिचय दिया। उन्होंने बताया कि मंदिर पर हर रोज

मामोजी की प्रतिमाओं की विशेष आंगी सजाई के साथ सुबह-शाम आरती कर प्रसादी

वितरित की गई। वहीं रात्रि में दो घंटे तक सत्संग का कार्यक्रम आयोजित

हुआ, जिसमें क्षेत्र के ख्यातिप्राप्त गायकों ने सुमधुर भजनों की

प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। श्रद्धालु मांगीलाल चौधरी

ने बताया कि मंदिर पर त्रयोदशी के दिन रविवार को मेले का आयोजन किया गया,

जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना मन्नतें मांगी। भोपाजी

भूराराम चौधरी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को धर्म का प्रचार करने की अपील

करने के साथ धर्म-पुण्य करने का आह्वान किया। इस अवसर आयोजित कन्या भोजन

कार्यक्रम में 151 बालिकाओं को भोजन करवाकर भेंट-पूजा अर्पित की।

उन्होंने बताया कि मेले के दौरान आयोजित विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के

तहत की गई व्यवस्थाओं में कोटवाल कानाराम, गणेशाराम देवासी, नारायणसिंह

सोनगरा, राजूगिरी, तिलोकराम चौधरी, धनराज भाटी, सवाईसिंह भाटी, शंभूसिंह

सोनगरा, भंवरसिंह चांपावत, मिठुसिंह भाटी ने सहयोग प्रदान किया।

भजनों की स्वरलहरियों पर झूमें श्रोतारू डूंगरसिंह मामाजी के मंदिर पर

शनिवार रात्रि में आयोजित भजन संध्या में गायकों ने सुमधुर भजनों की

प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भोर तक बांधे रखा। गायक कलाकार दूदाराम संत,

धनराज सुथार बामसीन, कालूराम बंजारा व हड़मानाराम काग ने गणपति वंदन,

गुरुमहिमा, हेली, फकीरी, विरहणी व प्रभाति सहित विभिन्न देवी-देवताओं के

जीवन पर आधारित भजनों की प्रस्तुति देकर समां बांधा। इस अवसर पर

राजेंद्रकरण, सूर्यकरण, चंद्रकरण, चतराराम, फूसाराम चौधरी मांगला,

लालूराम देवासी, रूपाराम चौधरी, जोगाराम प्रजापत, मोहनराम सुथार, तेजसिंह

पुरोहित व हिम्मतसिंह जेठंतरी सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।

टाइम बाउण्उ होकर काम करें अधिकारी-मुख्यमंत्री



’आपका जिला-आपकी सरकार’ कार्यक्रम में जिला अधिकारियों की बैठक

टाइम बाउण्उ होकर काम करें अधिकारी-मुख्यमंत्री

बाड़मेर/जयपुर, 25 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार की बजट घोषणाओं के साथ जनकल्याण एवं विकास की योजनाएं समय पर पूर्ण हों, इसके लिए जिला कलक्टर व जिला स्तरीय अधिकारी टाइम बाउण्ड होकर कार्य करें। साथ ही जनता व जनप्रतिनिधियों से प्रभावी संवाद बनाए रखें, ताकि उनकी समस्याओं एवं सरकार द्वारा किए जा रहे कार्याें की वस्तुस्थिति की उन्हें जानकारी रहे।

श्रीमती राजे रविवार को बाड़मेर कलक्टेªट के सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने प्रशासनिक एवं फील्ड में कार्य कर रहे अधिकारियों से नियमित रूप से जनसुनवाई, रात्रि चैपाल, रात्रि विश्राम एवं निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता व कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं का त्वरित समाधान तभी संभव है जब अधिकारी स्वयं अपने आप को उसमें इनवाॅल्व कर ले। ऐसा होने पर 70 प्रतिशत से अधिक काम तो अपने आप ही हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी जिले के सर्वांगीण विकास एवं वर्तमान आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राज्य स्तर से लिए जाने वाले निणर्याें की भी समय-समय पर जानकारी देते रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन के लिए यह आवश्यक है कि अधिकारी सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सदैव जनता के बीच रहकर उनके सुख-दुख में भागीदार बनें तथा उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण को प्राथमिकता दें। उन्होंने कलक्टर को प्रत्येक बुधवार को न्यायालय में राजस्व प्रकरणों की सुनवाई के निर्देश दिए। इसी दिन उपखण्ड अधिकारी एवं पुलिस उपअधीक्षक भी संयुक्त रूप से अपने उपखण्ड में जनसुनवाई कर आमजन की समस्याओं का समाधान करें।

मिलावटखोरों के विरूद्ध हो सख्त कार्रवाई

श्रीमती राजे ने खाद्य पदार्थाें में मिलावट की घटनाओं पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि दूध, घी, तेल आदि खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि मिलावट की मौके पर ही जांच के लिए मोबाइल लैब को उपयोग में लें।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों निर्देश दिए कि वो इस बात की सुनिश्चितता करें कि प्रत्येक जिला अस्पताल में कम से कम एक महिला चिकित्सक आवश्यक रूप से उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस में तैनात होने वाले चिकित्साकर्मी पूर्ण प्रशिक्षित होने चाहिए, ताकि वे दुर्घटना में घायल एवं क्रिटिकल पेशेंट को बचाने में सहायक हो सके।

पानी व बिजली की चोरी रोकें

श्रीमती राजे ने जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे पानी की चोरी करने वालों के साथ सख्ती से निपटे तथा यह सुनिश्चित करें कि सभी लोगों को नियमित रूप से शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्र मंे पेयजल के लिए जहां आरओ प्लांट लगाये गये हैं, वे वास्तविक रूप में जनता के काम आएं इसकी सुनिश्चितता करें। उन्होंने विद्युत वितरण कम्पनियों को बिजली की चोरी रोकने तथा फीडर सुधार के जरिए बिजली की छीजत कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।

प्राथमिक विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन

मुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों में लड़कियों के लिए उनकी संख्या में अनुपात में शौचालय की व्यवस्था करने तथा सभी प्राथमिक विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन जारी करने पर बल दिया। उन्होंने पानी की कमी वाले इस प्रदेश में ड्राई टाॅयलेट के विकल्प पर भी काम करने के निर्देश दिए।

श्रीमती राजे ने भामाशाह योजना के तहत लाभार्थियों के नामांकन, भामाशाह कार्डाें के वितरण की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इसे जल्द पूरा करने तथा बीपीएल सूचियों के शुद्धिकरण के लिए अभियान के तहत कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने ई-हेल्थ कार्ड बनाने के लिए हेल्थ डेटा सर्वे का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार ने आरोग्य राजस्थान अभियान चलाया है, जिसके तहत दिसम्बर में सभी ग्राम पंचायतों पर स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे।

अधिकारियों की वास्तविक एसीआर जनता के हाथ में

जिला अधिकारियों के बाद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने जिले में शांति एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कागजों में तो सभी अधिकारियों की एसीआर अच्छी रहती है, परन्तु फील्ड में नियुक्ति अधिकारियों की एसीआर तो तब अच्छी मानी जाती है जब जनता कहती है कि यह अधिकारी काम के प्रति समर्पित है।

जिला कलक्टर श्री मधुसूदन शर्मा ने बैठक में जिले के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम चैधरी, सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी, जिले के विधायक, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशासनिक सुधार श्री राकेश वर्मा सहित संभाग एवं जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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