सोमवार, 24 फ़रवरी 2014

आतंकवादी संगठन से जुड़ा फौजी अरेस्ट

गुरदासपुर। खालिस्तान लिबरेशन फोर्स आतंकवादी संगठन के साथ संबंध रखने के आरोप में भारतीय सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब के गुरदासपुर जिले की अदालत से आदेश प्राप्त कर इसे हरियाणा के हिसार जिले में भारतीय सेना की यूनिट से दबोचा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गत वर्ष सितम्बर माह में पुलिस ने शिव सेना नेताओं को मारने की योजना बनाने बाले तथा हथियारों की आपूर्ति करने वाले गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया था लेकिन जांच के बाद दो नौजवानों को निर्दोष पाए जाने पर उन्हे छोड़ दिया गया था।

इन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के गिरफ्तार आतंकवादियों मे से एक गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी ने स्वीकार किया था कि उनका एक भाई हरप्रीत सिंह फौजी जो हिसार मे सेना मे नौकरी करता है, वह भी खालिस्तान संबंधी गतिविधियों मे शामिल है।

सूचना के आधार पर पुलिस ने अदालत से हरप्रीत सिंह सैनिक को गिरफ्तारी करने संबंधी वारंट प्राप्त किए और उसे गिरफ्तार करके जिला गुरदासपुर लाया गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार हरप्रीत सिंह से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसने अपने गांव खोखर से एके-47 राइफल तथा दो पिस्तौल गत वर्ष उठाकर गांव सोहल में अपने भाई की सास को दिए थे। आरोपी का पुलिस रिमांड लेकर उससे गहनता से पूछताश की जा रही है तथा उससे महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।

सरकार हटा सकती है तबादलों पर रोक!

जयपुर। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी के बड़े बदलाव के बाद अब भाजपा विधायकों ने सरकार पर लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले तबादलों से प्रतिबंध हटाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
हालांकि सरकार की ओर से तबादलों से प्रतिबंध हटाने का कोई संकेत नहीं मिला है। दूसरी ओर विधायक चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले तबादलों से प्रतिबंध हटाया जाए, जिससे उनको लोकसभा चुनाव के लिए वोटबैंक बनाने में कुछ मदद मिल सके।

सूत्रों की मानें तो शिक्षा, चिकित्सा, पानी और बिजली महकमों के मंत्रियों ने लगभग 50 से 60 हजार कार्मिकों के तबादलों की सूचियां तैयार भी कर ली हैं।

गौरतलब है कि सरकार के विधायक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सरकार बनने के बाद लगतार यह शिकायत कर रहे थे कि उनके विधानसभा क्षेत्रों में पिछली सरकार के समय लगे एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार समेत तमाम अधिकारी लगे हुए हैं, जिन्हें हटाया जाए।

पैठ बनाने में सहारा
मुख्यमंत्री ने रविवार रात को विधायकों की भावना को ध्यान में रखते हुए 400 से अधिक अफसरों को बदल दिया। अब विधायक चाहते हैं कि चुनाव आचार संहिता लगने से पहले विभागों में लगे तबादलों से प्रतिबंध भी हटा लिया जाए, जिससे लोकसभा चुनाव में वोट बैंक बनाया जा सके।

दौरे के दौरान मिलीं अर्जियां
वैसे भी मुख्यमंत्री जब सभी मंत्रियों के साथ भरतपुर संभाग के दौरे पर गई तो खुद उनके और मंत्रियों को पास हजारों की संख्या में तबादला कराने के लिए अर्जियां आईं, जिन्हें मंत्रियों ने आश्वासन देकर अपने पास रख लिया। सूत्रों के अनुसार अगर तबादलों से प्रतिबंध हटता है तो सबसे ज्यादा तबादले शिक्षा, चिकित्सा, पानी बिजली महकमों में होंगे।

जैसलमेर।हुक्का-पानी किया बंद, पंचायत पर एफआईआर



जैसलमेर। एक जाति पंचायत के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। इस पंचायत ने गांव के एक परिवार का हुक्का पानी इसलिए बंद कर दिया था क्योंकि उन्होंने बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज मामला वापस लेने से इनकार कर दिया था।

परिवार के मुखिया की शिकायत पर पुलिस ने रामगढ़ क्षेत्र की पंचायत के 24 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह घटना राजस्थान के जैसलमेर की है।

"खुदकुशी के लिए बेटी को उकसाया"
राणाराम ने दो साल पहले अपनी बेटी संतोष की शादी खेमराम से की थी। पांच अक्टूबर 2013 को खेमराम और उसके घरवालों ने दहेज के लिए संतोष को खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया। राणाराम की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी खेमराम को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल जेल में है।

समझौते के लिए दबाव
पुलिस में मामला दर्ज कराने से नाराज खेमराम के घरवालों ने जाति पंचायत में इस मुद्दे को उठाया और उनके पक्ष में फैसला करने की बात की। इसके कुछ दिनों बाद ही मेघवाल पंचायत ने राणाराम को बुलाया। उसे एफआईआर वापस लेने और समझौता करने को कहा। ताकि खेमराम को जेल से आजादी मिल सके।

पंचायती फरमान के इनकार पर हुक्का पानी बंद
राणाराम ने पंचायती फरमान मानने से इनकार कर दिया। मेघवाल समुदाय ने उसके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया। इस पर राणाराम ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। एसपी विकास शर्मा के निर्देश पर पंचायत के 24 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

‘निर्मल बाबा’ पर 3.5 करोड़ का कर चोरी का आरोप



नयी दिल्ली, स्वयंभू धार्मिक गुरु ‘निर्मल बाबा’ को मिल रहे ‘दसबंद’ ने उन्हें संकट में डाल दिया है। निर्मल बाबा को 3.5 करोड़ रुपए की कथित सेवाकर चोरी का नोटिस भेजा गया है। दसबंद श्रद्धालु की आय का दसवां हिस्सा है जो वह दान में प्राप्त करते हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग ने इस आधार पर नोटिस जारी किया है कि ‘समागम’ में आने वाले श्रद्धालुओं से एक ‘सेवा’ के लिए दसबंद वसूला जाता है।
‘निर्मल दरबार’ की गतिविधियां जुलाई, 2012 के बाद उत्पाद शुल्क विभाग की नजर में आईं। जुलाई, 2012 में और सेवाओं को ‘सेवाकर’ दायरे में लाने के लिए एक नकारात्मक सूची जारी की गई थी। उन्होंने कहा कि निर्मल बाबा के खिलाफ दसबंद संग्रह को लेकर करीब 3.5 करोड़ रुपए का नोटिस दिया गया है। निर्मल दरबार को भेजे गए ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया। इसी तरह, फोन किए जाने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
निर्मल दरबार के एक कर्मचारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘हमारे यहां मीडिया से बातचीत करने के लिए कोई व्यक्ति नहीं है। कृपया हमारी वेबसाइट पर दिए गए पते पर ईमेल भेजें।’ निर्मल बाबा के वेबसाइट के अनुसार उनके समागम में शामिल होने के लिए प्रति व्यक्ति 3,000 रुपए (कर सहित) पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होता है, जबकि ‘शो’ में शामिल होने का खर्च प्रति व्यक्ति 5,000 रुपए (कर सहित) है।

तेरहताली नृत्य रेत के टीलों से निकल कर विदेशी धरती पर


तेरहताली नृत्य रेत के टीलों से निकल कर विदेशी धरती पर

साभार ओम मिश्रा

राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र के प्रसिद्ध तेरहताली नृत्य को देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में पहचान दिलाने वाली मांगी बाई आज किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। शारीरिक कौशल का पर्याय माने जाने वाले इस लोकनृत्य को कामड़ जाति की औरतें प्रस्तुत करती हैं। कामड़ जाति के आराध्य देव बाबा रामदेव जी हैं। अपने आराध्य देव की प्रार्थना में किये जाने वाले भजनों को तेरहताली लोकनृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। कामड़ जाति की स्त्रियां इस नृत्य को बैठकर करती हैं और पुरुष स्त्रियों के चौतरफा बैठकर तंदूरा, ढोलक एवं मंजीरा बजाकर बाबा रामदेव व अन्य देवी-देवताओं की जीवन-लीला तथा भजनों को गाते हैं।
राजस्थान के लोकनृत्य को देश के अतिरिक्त विदेशों में लोकप्रिय बनाने का श्रेय 72 वर्षीय नृत्यांगना मांगीबाई को जाता है। उन्होंने इस लोकनृत्य को अपनी रोजी-रोटी का साधन न बनाकर भक्ति, कला और साधना के साथ में ही अंगीकार किया। यह मांगी बाई की कला साधना का ही परिणाम है कि उनके द्वारा किए जाने वाले तेरहताली नृत्य में बजने वाले मंजीरों से निकलने वाली स्वर लहरियों ने समूचे संसार को मंत्र मुग्ध कर दिया।
मांगीबाई का जन्म यूं तो चित्तौडग़ढ़ के बनिला गांव में हुआ। परन्तु विवाह पाली जिले के पादरला गांव में मात्र दस वर्ष की अवस्था में हो गया। ससुराल में आकर अपने जेठ गोरमदास से तेरहताली नृत्य की कला सीखी। तेरहताली उनके परिवार तथा जाति का पुश्तैनी धंधा था। मांगीबाई शुरू में तो अपने पुश्तैनी धंधे के रूप में यह नृत्य आस-पास के गांवों में ही करती रही। सन् 1954 पं. जवाहर लाल नेहरू की उपस्थिति में चित्तौडग़ढ़ में आयोजित गाडिय़ा लुहार सम्मेलन में पहली बार हजारों दर्शकों तथा पं. नेहरू जी को भी अपनी नृत्यकला से मोहित कर लिया। इस अविस्मरणीय प्रथम प्रस्तुति के बाद मांगीबाई एक के बाद एक सफलता के पायदान तय करती हुई आज इस स्थिति में पहुंच गयी कि उन्हें तेरहताली नृत्य का पर्याय माना जाने लगा।
72 वर्षीय मांगीबाई तेरहताली नृत्य के बारे में बताती हैं कि — ‘ तेरहताली नृत्य में तेरह मंजीरे हाथ और पांव पर बंधे रहते हैं। दायें पैर पर एड़ी से घुटने के मध्य रेखीयक्रम में नौ मंजीरे बंधे होते हैं। जबकि एक-एक मंजीरा दोनों हाथों की कुहनियों पर तथा दो तथा दो मंजीरे हाथ की उंगलियों में खुलेे रहते हैं। हाथ के दोनों मंजीरों को लेकर जब इन बंधे हुए मंजीरों को बजाया जाता है तो ध्वनि तथा लय का अद्भुत समा बंध जाता है। इस नृत्य के दौरान तेरहताली नृत्यांगनाएं सिर पर पूजा की थाली, कलश, दीपक रखकर तथा मुंह में तलवार दबाकर अनेकानेक भाव भंगिमाओं एवं शारीरिक संतुलन के साथ बैठकर नृत्य करती हैं। नृत्य के दौरान लेट कर तेरहताली बजाना, चक्कर लगाकर तेरहताली बजाना जैसे करतब विशिष्टï शारीरिक संतुलन को प्रदर्शित करते हैं। इस दौरान क्या मजाल कि एक भी मंजीरा बजने से चूक जाए। यह नृत्य महिलाओं द्वारा ही किया जाता है। पुरुष तानपुरे पर भजन तथा देवलीला का गायन करते हैं।
पचास वर्षों से लगातार तेरहताली नृत्य को प्रस्तुत करने वाली मांगीबाई को महामहिम राष्ट्रपति महोदय, माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। राजस्थान सरकार द्वारा प्रतिष्ठिïत मीरा अवार्ड तथा राजस्थानी लोकनृत्य तेरहताली अवार्ड दिया जा चुका है। जिला कलक्टर पाली एवं पर्यटन विभाग भारत सरकार द्वारा भी उनकी कला को सम्मानित किया गया है। इस नृत्यकला के भविष्य के बारे में वह कहती हैं कि ‘ इस बात की पीड़ा है कि उन नृत्य को साधना के रूप में आज बहुत कम महिलाएं ले रही हैं। केवल जीविकोपार्जन के लिए नृत्य करना या जागरण में नृत्य करना इस कला के विकास को अवरुद्ध ही करता है। आने वाले समय में इस हिसाब से यह अनूठी लोकनृत्य कला लुप्त हो जाएगी। इसलिए यह जरूरी है कि तेरहताली नृत्य को एक कला साधना के रूप में स्वीकार कर इसके फलक को विस्तार दिया जाए। मैंने इसी क्रम में कुछ प्रयास किया है। नई पीढ़ी भी कुछ सक्रिय सार्थक प्रयास करे तो इस कला के क्षितिज को विस्तार मिलेगा।Ó
पेरिस,लंदन,अमेरिका, इटली,स्पेन, कनाडा, रूस आदि देशों में तेरहताली नृत्य का परचम फहराने वाली मांगीबाई की इस लोकनृत्य के लिए एक बेहद प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना है लेकिन आर्थिक सहायता के अभाव में उनकी यह योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। अपनी इस योजना के संबंध में वह बताती हैं कि -’मैं अब तक पच्चीस से अधिक युवतियों को अपने स्तर पर इस कला में पारंगत कर चुकी हूं। लेकिन यह प्रयास थोड़ा ही है। यदि तेरहताली नृत्य प्रशिक्षण केंद्र खोलकर इस लोकनृत्य की तालीम युवतियों को दी जाती है तो अधिक से अधिक युवतियां इस कला को सीखने के लिए आयेंगी तथा इस लोकनृत्य कला का विकास भी होगा। परन्तु इस प्रशिक्षण संस्थान हेतु राजकीय स्तर पर अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। मैं इस लोकनृत्य को फलता-फूलता देखना चाहती हूं।’

बाड़मेर महाबार में युवक के बाद युवती ने आत्महत्या कि


बाड़मेर महाबार में युवक के बाद युवती ने आत्महत्या कि


बाड़मेर जिला मुख्यालय से सटे गांव महाबार में रविवार रात्रि को एक युवती ने तालाब में कूद कर अपनी जान दे दी। रविवार को दिन में इसी स्थान और तालाब में एक युवक ने आत्महत्या कि थी। रविवार कि रात गाँव कि ही युवती ने तालाब में छलांग लगा आत्महत्या कर ली। सदर पुलिस को सूचना मिलाने पर पुलिस दल ने मौके पर पहुँच युवती का शव बाहर निकला। पुलिस को आशंका हें कि प्रेम प्रसंग का मामला हो सकता हें

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पाक अभिनेत्री दीदार की मेहंदी रस्म पर छापा

लाहौर। पाकिस्तान की प्रसिद्ध रंगमंच अभिनेत्री दीदार की मेहंदी समारोह में उस समय रंग में भंग पड़ गया जब पुलिस ने अचानक छापा मारा। स्थानीय प्रशासन और पुलिस अफसरों ने कार्यक्रम स्थल को घेर लिया। कोई कुछ समझ नहीं पाया कि आखिर हुआ क्या है। पुलिस ने अभिनेत्री के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सारा वाकया आधी रात को हुआ। रात 11 बजे तक कार्यक्रम की समाप्ति किए जाने के सरकारी नियमों का पालन नहीं किए जाने की शिकायतों पर स्थानीय प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर का ग्रीन टाउन इलाके में स्थित मैरिज हाल पर छापा मारा।

सरकारी नियमों के उल्लंघन के आरोप में पुलिस ने दीदार के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार भी किया है। मेहंदी की रस्म के मौके एक और प्रसिद्ध कलाकार मदीहा शाह, रंगमंच अभिनेता नसीम विकी और अन्य कलाकार भी मौजूद थे। आयोजकों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहाकि सार्वजनिक बल्कि निजी स्थल पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

मां ने कलेजे के टुकडे को 1000 में बेचा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आर्थिक तंगी से जूझ रही महिला द्वारा अपने दुधमुंहे बेटे को महज एक हजार रूपए में नि:संतान दम्पती को बेच देने का मामला सामने आया है। राज्य के विकास के दावे की पोल खोलती यह घटना बर्दवान जिले के धधका इलाके की है। हालांकि पुलिस ने हस्तक्षेप कर बच्चों को उसकी मां को लौटवा दिया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार कलेजे के टुकड़े को बेचने वाली मां का नाम लख्खी हांडी है। यह उसकी चौथी संतान है। वह हमेशा बीमार रहता था। कुछ महीने पहले पति ने साथ छोड़ दिया है। लख्खी ने बताया कि वह बच्चे का लालन-पालन करने में खुद को असमर्थ पा रही थी। पति के साथ छोड़ने के कारण उसे खाने के लाले पड़ गए हैं। इलाज के पैसे नहीं होने के कारण वह उसका इलाज नहीं करा पा रही थी। इसलिए उसे बेच दिया

सोना बनाने वाला तांत्रिक

लखनऊ। क्या आपने आज तक सुना है कि कहीं इंसान की खोपड़ी से सोना बनता है अगर नहीं तो हम आपको ऎसी घटना के बारे में बताते हैं जिसे सुनकर शायद आपको अपने कानों पर यकीन नहीं होगा।
ऎसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की है जहां तंत्र मंत्र के अंधविश्वास के चक्कर में तांत्रिकों ने 12 साल की बच्ची की कब्र खोद डाली। कब्र से शव निकालकर उसका सिर काट लिया। तांत्रिक सिर को बैग में डालकर ले जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।

पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बच्ची के कटे सिर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पकडे गए दोनों तांत्रिकों का कहना है कि तांत्रिक क्रिया के जरिए वे खोपड़ी से सोना बनाने जा रहे थे। मामला नगर के एत्माद-उद्द-दौला का है।

यहां के फाउंड्री स्थित कबीर घाट पर यमुना किनारे शमशान घाट है। वहां गत 21 फरवरी की रात दो लोग पहुंचे थे।

उन्होंने दो दिन पहले दफनाई गई बच्चों की कब्र को खोदकर शव निकाला और उसे लाल कपड़ा पहनाकर तंत्र मंत्र करते रहे। इसके बाद चाकू से दोनों ने सिर को धड़ से अलग कर दिया। उसी वक्त वहां के महन्त की नजर उन पर पड़ी। दोनों ने जल्दबाजी में कब्र को बंद करते हुए बताया कि कब्र जानवरों ने खोद दी थी जिसे वे बंद कर रहे थे।

जज ने डॉक्टर से की नर्स की मांग, हाईकोर्ट ने किया सस्पेंड

गया. बिहार में एक और जज पर लड़की के मामले में गाज गिरी है। लड़की और पैसे मांगने के आरोप में निलंबित किए गए शेरघाटी (गया) के सब डिवीजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (एसडीजेएम) राम सज्जन पर बर्खास्‍तगी की तलवार लटक रही है। मंगलवार को हाईकोर्ट की फुल कोर्ट की बैठक हो सकती है। इसमें एसडीजेएम राम सज्जन की बर्खास्तगी का फैसला हो सकता है।
जज ने डॉक्टर से की नर्स की मांग, हाईकोर्ट ने किया सस्पेंड
गया के जिला जज ने रविवार को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से शेरघाटी एसडीजेएम का चार्ज लेने का निर्देश दिया है। राम सज्जन को पटना के व्यवहार न्यायालय में रिपोर्ट करने को कहा है।

क्‍यों और कैसे हुई कार्रवाई?
शेरघाटी अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. आरपी सिंह ने एसडीजेएम पर आरोप लगाया था कि वे अस्पताल की नर्सें भेजने के लिए दबाव बनाते हैं। हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच गया के जिला एवं सत्र न्यायाधीश को सौंपी। जांच रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को हुई हाईकोर्ट की स्टैंडिंग काउंसिल की बैठक में एसडीजेएम को सस्पेंड करने का फैसला हुआ।

क्‍या कहते हैं एसडीजेएम?
एसडीजेएम राम सज्जन ने अपने ऊपर लगे आरोप बेबुनियाद बताए। कहा- मैंने एक मामले में आरपी सिंह के खिलाफ संज्ञान लिया था, इसीलिए उन्होंने ऐसे आरोप लगाए थे।

किस मामले में लिया था संज्ञान?
वर्ष 2010 में रेफरल अस्पताल में ममता कार्यकर्ता की भर्ती हुई थी। भर्ती में भेदभाव करने के आरोप में 13 फरवरी 2013 को डॉ. आरपी सिंह के खिलाफ एक महिला ने केस दर्ज कराया था। एसडीजेएम राम सज्जन ने पदभार ग्रहण करने के दूसरे दिन 20 जून 2013 को इस मामले में संज्ञान लिया था।

डॉक्‍टर का आरोप
डॉ. आरपी सिंह ने 20 दिसंबर 2013 को हाईकोर्ट में दिए आवेदन में आरोप लगाया था कि एसडीजेएम राम सज्जन 31, अगस्त 2013 को अस्पताल में आए। मेरे साथ और डॉक्टर भी थे। उन्होंने हमसे अस्पताल में काम करने वाली नर्सों के बारे में पूछा और कहा कि कुछ को मेरे आवास पर भी भेजे दीजिए। मैं अकेले रहता हूं। मैंने इनकार किया तो एसडीजेएम जेल भेजने की धमकी देते हैं। वे एक वकील से बार-बार कहलवाते हैं कि पैसे दो और लड़की भेजो तो आपके खिलाफ दर्ज केस खत्म कर देंगे।

एसडीजेएम ने भी करवाया केस
15 फरवरी 2014 को एसडीजेएम राम सज्जन ने आमस थाने में केस दर्ज कराया कि डॉक्टर ने मेरे आवास आकर मुझे जान से मारने की धमकी दी। उनके साथ चार लोग थे। मेरे खिलाफ जातिसूचक शब्द कहे।

बिहार में हाल के दिनों में इस तरह के मामले में जज पर कार्रवाई का यह दूसरा बड़ा मामला है। हाल ही में नेपाल में लड़कियों के साथ पकड़े जाने के मामले में तीन जजों पर कार्रवाई हुई थी।

रविवार, 23 फ़रवरी 2014

लोजपा ने दिया भाजपा के साथ गठबंधन को अंतिम रूप

वरिष्ठ नेता रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने अगला लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ मिल कर लड़ने का फैसला किया है। पासवान के आवास पर लोजपा नेताओं के साथ एक बैठक के बाद पूर्व सांसद और पार्टी के नेता सूरजभान सिंह ने बताया लोजपा और भाजपा के बीच गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है।Image Loading
बहरहाल, लोजपा महासचिव अब्दुल खलीक ने बताया कि अंतिम निर्णय नहीं किया गया है और लोजपा का संसदीय बोर्ड ही यह फैसला कर सकता है। उनसे पूछा गया कि गुजरात में वर्ष 2002 में हुए दंगों के विरोध में राजग से सबसे पहले अलग होने वाले लोजपा प्रमुख उस भाजपा के साथ कैसे जा सकते हैं जिसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं। इस पर सूरजभान सिंह ने कहा जब अदालत ने मोदी को क्लीन चिट दे दी है तो हम कुछ कहने वाले कौन होते हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन के बारे में औपचारिक घोषणा शीघ्र ही की जाएगी जिसमें यह स्पष्ट किया जाएगा कि बिहार में पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सिंह ने यह भी कहा कि पासवान जल्द ही इस मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मिलेंगे। बहरहाल, पार्टी के अन्य नेताओं ने कहा कि ऐसा कोई फैसला अब तक नहीं किया गया है और गठबंधन के मुद्दे पर पार्टी को अभी निर्णय करना है। खलीक ने बताया गठबंधन के मुद्दे पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं किया गया है और केवल लोजपा का संसदीय बोर्ड ही इसका फैसला कर सकता है। बोर्ड की बैठक कुछ ही दिनों में होगी।

इस सवाल का स्पष्ट जवाब खलीक ने नहीं दिया कि क्या लोजपा ने भाजपा के साथ गठबंधन के लिए कोई बातचीत की है। उन्होंने कहा कांग्रेस और राजद के साथ हमारी बातचीत चल रही है। पार्टी के एक अन्य नेता ने नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर बताया कि कांग्रेस, राजद और लोजपा के बीच गठबंधन को अंतिम रूप देने में विलंब के बीच, पार्टी कार्यकर्ता अलग रास्ता चुनने और पार्टी के हित में निर्णय करने के लिए दबाव डाल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि बिहार से भाजपा के कुछ नेताओं ने हाल ही में पासवान से मुलाकात की थी। बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं। पूर्व में पासवान ने नीतीश कुमार की तारीफ कर जद(यू) के साथ जाने के संकेत दिए थे।

पासवान की पार्टी राजग सरकार की घटक थी लेकिन गुजरात में वर्ष 2002 में हुए दंगों के बाद सबसे पहले लोजपा प्रमुख इस गठबंधन से अलग हुए थे। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। लोजपा के राजग छोड़ने के बाद अन्य दलों ने भी गठबंधन से किनारा कर लिया और राजग के विघटन से 2004 में कांग्रेस नीत संप्रग के सत्तारूढ़ होने की राह बनी।

भाभी से थे अवैध संबंध, 4 रिश्तों का खून

कोलकाता। भाभी के प्रेम में पागल युवक ने रविवार सुबह दिनदहाड़े अपने ताऊ (पिता के बड़े भाई) सहित परिवार के 4 लोगों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी। खून के रिश्ते को शर्मसार करने वाली यह ह्वदय विदारक घटना पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर जिले के महिलाषादल थाना क्षेत्र के कालिकाकुण्डू गांव की है। भाभी से थे अवैध संबंध, 4 रिश्तों का खून
आरोपी की तलाश जारी

आरोपी युवक जगन्नाथ कुइला घटना को अंजाम देने के बाद से फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। विवाहेत्तर अवैध सबंध रखने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने आरोपी जगन्नाथ से अपने अवैध शारीरिक संबंध रखने की बात स्वीकारी है, और यह भी बताया है कि जगन्नाथ ने ही उसके सास-ससुर, देवर और मामी की हत्या की है। घटना की खबर पाकर जिला पुलिस अधीक्षक सुकेश जैन गांव पहुंचे तथा मौके का मुआयना किया।


मृतकों के नाम रामप्रकाश कुइला, उनकी पत्नी निहारी बाला कुइला, बेटा अरूण कुइला और रिश्तेदार कल्पना मन्ना हैं। आरोपी रामप्रकाश के छोटे भाई का लड़का है।


एक-एक करके रिश्तों का खून

इस घिनौनी वारदात से पूरे गांव में सनसनी मच गई है, लोगों में भारी रोष है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार जगन्नाथ की चेचेरी भाभी (बड़े पिताजी के बेटे की पत्नी) के साथ अवैध प्रेम संबंध था।

यह भनक उसके बड़े पिताजी रामप्रसाद को लग गई थी। रविवार सुबह जगन्नाथ उनके घर जाकर भाभी के साथ बातचीत कर रहा था, तब रामप्रसाद ने जगन्नाथ को डांट-फटकार लगाते हुए तुरंत घर से निकल जाने को कहा। इस पर जगन्नाथ भड़क उठा। धारदार हथियार से एक के बाद एक वार कर रामप्रसाद को मार डाला।

राम प्रसाद को बचाने आई उनकी पत्नी निहारी बाला और छोटे पुत्र अरूण तथा रिश्तेदार कल्पना को भी मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद वह तुरंत वहां से भाग निकला। जिला पुलिस अधीक्षक सुकेश जैन का कहना है कि आरोपी युवक जगन्नाथ कुइला को दबोचने के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

देखिये सूचि चार सौ चोपन आर ऐ एस अधिकारी बदले। दस आई पी एस भी बदले


देखिये सूचि चार सौ चोपन आर ऐ एस अधिकारी बदले। दस आई पी एस भी बदले

बाड़मेर सी ई ओ और अतिरिक्त कलेक्टर बदले

बाड़मेर राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने रविवार आदेश जरी कर चार सौ चौवन आर ऐ एस अधिकारियो को इधर उधर कर दिया वाही दस आई पी एस अधिकारी बदले। बाड़मेर में अतिरिक्त जिला कलेक्टर ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी ,चौहटन उप खंड अधिकारी ,बालोतरा ,गुदा मलानी उप खंड अधिकारियो को बदला गया हें।अशोक कुमार को गुड़ा ,उदयभान चारण को बालोतरा ,निकेश चौधरी चौहटन ,राजेंद्र कुमार मिश्रा को मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाड़मेर ,हरभन मीना को अतिरिक्त जिला कलेक्टर लगाया हें वाही ओ पी बुनकर को जैसलमेर अतिरिक जिला कलेक्टर लगाया हें। 


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http://www.dop.rajasthan.gov.in/writereaddata/orderDetail/201402230912504630297ipsorder23-2-14.pdf



http://www.dop.rajasthan.gov.in/writereaddata/orderDetail/201402230919021845255RASorder23-02-2014.pdf

बाड़मेर नगर परिषद् कि करोडो कि जमीं अतिक्रमण से मुक्त करने कि मांग

बाड़मेर नगर परिषद् कि करोडो कि जमीं अतिक्रमण से मुक्त करने कि मांग
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भूमाफियाओं द्वारा नगर परिषद् की करोड़ों की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण करा दिया गया जबकि इस जमीन में हुए भ्रष्टाचार की जाँच स्वायत शासन विभाग ,जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस के ठन्डे बस्ते में पड़ी है. इस प्रकरण में नगर पालिका के चार कार्मिक निलंबित भी हो चुके हैं. यहाँ तक कि पूर्व में मुख्यमंत्री कार्यालय से चार मर्तबा इस प्रकरण की जाँच जिला कलेक्टर और स्वायत शासन विभाग के सचिव को दी गयी थी वर्त्तमान वसुंधरा राजे सरकार से भी जांच के आदेश जिला कलेक्टर बाड़मेर को दिए गए हें इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की. जबकि जिला कलेक्टर बाड़मेर द्वारा इस प्रकरण की जाँच तहसीलदार बाड़मेर को दी थी.तहसीलदार ने पटवारी को जाँच सौंप दी मगर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई.मुख्यमंत्री के आदेश की धज्जियां नगर परिषद् और जिला प्रशासन उड़ा रहे हैं. स्वायत शासन विभाग के सचिव द्वारा अप्रैल में यह जाँच आयुक्त नगर परिषद् बाड़मेर को दी थी जो कचरे की टोकरी की शोभा बढ़ा रही है.छह करोड़ कि नगर परिषद् कि इस जमीं को अतिक्रमण से मुक्त करने कि मांग को लेकर आर टी आई कार्यकर्ता चन्दन सिंह भाटी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पात्र लिखा था जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालयो द्वारा इस प्रकरण कि तथ्यतमक रिपोर्ट जिला प्रशासन बाड़मेर से मांगी गयी हें ,

शहर के महावीर नगर में नगरपालिका बाड़मेर का व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 है जिसकी कीमत करीब करोड़ों रूपए है. उक्त भूखंड पर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुबीर कुमार ने वर्ष 2007 में निरस्तीकरण के आदेश जारी कर नगरपालिका के चार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था। उक्त प्रकरण में पालिका के चार अधिकारी कर्मचारी निलंबित भी किए गए है. इस व्यवसायिक भूखंड प्रकरण की जाँच आज भी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है. राज्य सरकार ने इस भूखंड के आवंटन को निरस्त कर भूखंड राशि जमा नही करवाई गई थी. इसके बावजूद इस भूखंड पर भूमाफियाओं जिन्होने सरकारी जमीनों पर कई अतिक्रमण कर रखे है और वहाँ पर अवैध रूप निर्माण कार्य आरम्भ करा रखा है. उक्त भूखंड पर रामचंद्र वैष्णव, सावताराम माली, भगा राम माली तथा इनके भूमाफिया सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य निर्बाध रूप से किया जा रहा है. उक्त भूखंड राज्य सरकार का है जिसकी कीमत करोड़ों रूपए है। इस पर नगरपालिका कर्मचारियों तथा अधिकारियों की मिलीभगत से भूमाफियों द्वारा अतिक्रमण कर व्यवसायिक काम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा चूका है. स्थानीय जिला प्रशासन की कई बार लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई.

उक्त व्य्ावसायिक भूखंड संख्या 66 के पूरे प्रकरण की जाँच प्रशासनिक अधिकारी करने से कतरा रहे हैं जबकि इस मामले के तीन मुकदमे शहर कोतवाली में भी दर्ज है. सरकारी संपति को भूमाफियाओं के चंगूल से मुक्त करवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की बजाय भूमाफियाओं को शह दी जा रही है.


नगर परिषद् द्वारा कराई गयी जिसमे स्पष्ट लिखा हें कि उक्त जमीं नगर परिषद् कि हें जिस पर भूमाफियो द्वारा अवैध कब्ज़ा कर भवन निर्माण कराया गया ,परिषद् के तत्कालीन आर ओ द्वारा अतिकर्मियो को अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए गए मगर अतिक्रमण आज तक नहीं हटाया गया।

बाड़मेर युवक कि तालाब में डूबने से मौत

बाड़मेर युवक कि तालाब में डूबने से मौत


बाड़मेर जिले के सदर थाना क्षेत्र के महाबार गांव मे एक युवक के तालाब मे डुबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और तैराको के सहयोग से शव को बाहर निकाला। और पोस्टमार्टम के लिए शव को मोर्चरी लाया गया। सदर थानाधिकारी ओपी उज्जवल के अनुसार हंजारीसिंह पुत्र ईश्वरसिंह राजपुत उम्र 25 वर्ष जो की घर से मोटरसाईकिल लेकर निकला था और उसके बाद गांव मे बने   तालाब मे डुबने से मौत हो गई। पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या मान रही है फिर भी के जांच के बाद ही पता चलेगा की युवक नहाने गया था या सुसाइड कर इहलीला समाप्त करने। पुलिस  ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


असम की युवती से दिल्ली में गैंगरेप

नई दिल्ली। देश की राजधानी में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। वसंत कुंज इलाके में एक युवती के साथ गैंगरेप की वारदात हुई है। आरोपी पीडित युवती के दो दोस्त ही बताए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया है। पीडित लड़की पूर्वात्तर राज्य असम की रहने वाली बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार करीब एक माह पहले ही असम की रहने वाली युवती दोस्तों के साथ घूमने शुक्रवार को दिल्ली पहुंची थी। इससे पहले वह केरल भी गई थी। दिल्ली में पीडिता अपने दोस्तों के साथ महिपालपुर में ठहरी थी। युवती के साथ पहले उसके एक फ्रेंड ने रेप किया और उसके बाद दूसरे दोस्त से भी लड़की का रेप कराया।

बाद में दोनों युवती को बदहवाश हालत में वहीं छोड़कर फरार हो गए। बाद में पीडिता थाने पहुंची तथा पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पीडिता का मेडिकल कराया जिसमें रेप की पुष्टि हो गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी दोस्तों को ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।

बाड़मेर प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना अनुमति के आये पांच विदेशी कृषि विशेषज्ञ गिरफ्तार

बाड़मेर प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना अनुमति के आये पांच विदेशी कृषि विशेषज्ञ गिरफ्तार


बाड़मेर जिले के सीमावर्ती इलाको मे प्रतिबंधित के बावजुद चौहटन क्षेत्र के रबासर गांव मे पांच विदेशी नागरिको और पांच भारतीय नागरिको सहित कुल 11 जनो को घुमते हुए सुरक्षा एंजेसियो ने धर दबोचा जिन्हे चौहटन थाना पुलिस को सुपुर्द किया जिन्हे आज संयुक्त पुछताछ के लिए बाड़मेर मुख्यालय लाया गया जहां पर सुरक्षा एंजेसियो पांचो विदेशी नागरिको से गहन पुछताछ कर रही है की आखिर किस मकसद के तहत बिना अनुमति के प्रतिबंधित क्षेत्र मे पहुंचे । गौरतलब है की विदेशी नागरिक अपने आप को कृषक सलाहकार बता रहे है और वो गुजरात और बेंगलोर के दो जीरा व्यापारियो के साथ जीरे की फसल खरीदने के लिए बाड़मेर जिले मे पहुंचे थे और घुमते हुए प्रतिबंधित इलाके चौहटन के रबासर गांव मे बोर्डर पर पहुंच गये जहां सुरक्षा एंजेसियो ने धर दबोचा। विदेशी नागरिक घुमते हुए पकड़े जिसके नाम जरेजरी स्वामी बिल्बी साइमन आइसलेंट,मेरी पिक साइमन आइसलेंट,सालको एलकोनिक अमेरिकन क्रेसिया युरोप,एक्टयूवारसन अमेरिका,पिकर वान्सन सहित पांच लोग कलेक्टर की बिना अनुमति के सीमावर्ती क्षेत्र मे पहुंच गये थे जिन्हे सुरक्षा एंजेसियो ने धर दबोचा।


टीनएज गर्ल के साथ 6 घंटे में 30 बार रेप!

बर्मिंघम। एक किशारों के साथ एक के बाद एक 30 लोगों ने रेप किया। रेप करने वाले सभी एशियाई थे। इतना ही नहीं बल्कि उसके पिता, स्कूली छात्र और उसका बेटो भी इस कृत्य में शामिल थे। करीब छह घंटे तक किशोरी के जिस्म से खिलवाड़ चलता रहा। लड़की के साथ ऎसा करने के पीछे उसे बड़ा करने का भरोसा दिलाया गया था।
इस बारे में ब्रिटेन के ही एक अखबार में मुस्लिम समाज के बीच काम कर रही ब्रिटेन की कार्यकर्ता शाइस्ता गोहिर की रिपोर्ट छपने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। गोहिर का ने बर्मिंघम के एक केस पर की गई स्टडी का उल्लेख करते हुए बताया है कि ऎसा बहुत सी लड़कियों के साथ हो चुका है। एशियाई समाज की कई नस्ल में लड़कियों का यौन शोषण हो रहा है लेकिन पुलिस इन मामलों को नजरदांज कर देती है। इन अपराधों को समुदायों के नेता, परिवार के लोग भी गंभीरता से नहीं ले रहे।

गोहिर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह एक टीनएज लड़की के साथ लगातार छह घंटे तक करीब तीस लोगों ने बलात्कार करा। उन्होंने बर्मिंघम की सिटी काउंसिल को इस बारे में रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में 35 लड़कियों से बातचीत के आधार पर निकला निष्कर्ष शामिल है।

राजस्थान में प्लास्टिक वेस्टेज से बनेंगी सड़कें

जयपुर। सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अब डामर की सड़कें बनाने में प्लास्टिक कचरे का उपयोग करेगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरूआत जयपुर और दौसा जिले की 24 सड़कों के निर्माण से की जाएगी।
जयपुर जिले में 19 एवं दौसा जिले में 5 सड़कों का चयन किया गया है। 74 किमी. लम्बाई वाली इन सड़कों के करीब 62 किलोमीटर लम्बे हिस्से में प्लास्टिक कचरे का उपयोग किया जाएगा।

इसके अलावा जहां-जहां प्रचुर मात्रा में फ्लाई एश उपलब्ध है, उसे भी मिट्टी के साथ मिलाकर सड़क का आधार बनाने के काम में लिया जाएगा। इससे सड़क पर होने वाले खर्च में भी कमी आएगी।

इस पायलट प्रोजेक्ट को शुरू करने को लेकर सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने शनिवार को विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में रोड सेफ्टी अथॉरिटी एक्ट, प्रस्तावित नई टोल नीति, ग्रामीण गौरव पथ, प्रस्तावित स्टेट रोड (लैण्ड एण्ड ट्रैफिक एक्ट) कन्ट्रोल एक्ट सहित कई कार्यो के लिए गठित समितियों की कार्यप्रगति की समीक्षा की गई।

10 प्रतिशत कम होगा डामर खर्च
खान ने बताया कि प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग करने से 10 प्रतिशत डामर खर्च कम होगा। रोड सेफ्टी अथॉरिटी एक्ट को लेकर खान ने कहा कि राज्य के पंचायती राज सैटअप के सहयोग को भी एक्ट के प्रावधानों में शामिल किया जाए, जिससे कि ग्राम पंचायत स्तर तक सड़क सुरक्षा का संदेश पहुंचे।

उन्होंने नई टोल नीति को लेकर कहा कि इसमें कम टोल लगाने के प्रावधानों के साथ ही पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों की टोल नीति का अध्ययन भी किया जाए। प्रमुख शासन सचिव जे.सी. महान्ति ने अधिकारियों को इन राज्यों का दौरा कर 15 मार्च तक रिपोर्ट देने के लिए कहा।

बैठक में विभाग की सड़कों का विधानसभावार डाटा तैयार करने के लिए कहा गया। इसके अलावा प्रस्तावित स्टेट रोड्स कन्ट्रोल एक्ट पर चर्चा के दौरान बताया गया कि सड़कों पर घर का पानी आने व कचरा डालने से भी सड़कें जल्दी टूटती हैं। इसको लेकर एक्ट में सड़कों पर अतिक्रमण की रोकथाम, ओवर लोडिंग पर नियंत्रण के प्रावधान किए जा रहे हैं।

मिट्टी से तय होगा सड़क का निर्माण
प्रदेश में सड़क निर्माण के लिए एक जैसी तकनीक नहीं अपनाई जाएगी। सड़क का निर्माण क्षेत्र की मिट्टी के आधार पर तय किया जाएगा। सड़क पर डामरीकरण से पहले संबंधित इलाके की मिट्टी का परीक्षण किया जाएगा, जिससे वहां सड़क तय मियाद से पहले नहीं टूटे और वाहन दबाव आसानी से झेल सके।

सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने सड़कों का स्थायित्व बढ़ाने के लिए विभिन्न शहरों का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं।

मंत्री खान शनिवार को राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड (आरएसआरडीसी) के सभागार में आयोजित सड़क निर्माण क्षेत्र के निवेशकों के साथ मंथन कर रहे थे।

बैठक में सामने आया कि कई जिलों में सड़क निर्माण सामग्री की प्रचुरता है, जबकि कई इलाकों लम्बी दूरी तय कर यह सामग्री लानी पड़ती है। इससे बचने के लिए ठेकेदार स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से ही सड़कें बना डालते हैं। इससे सड़कें आवश्यकता के अनुसार गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पातीं।

बन रहा कांट्रेक्ट मैनेजमेंट सिस्टम
मंत्री ने निवेशकों को प्रदेश में सड़कों के सुदृढ़ीकरण की नई व्यवस्था लागू करने की जानकारी दी। तहसील या जिले को एक इकाई मानकर उसका मेंटीनेंस का काम भी एक ही कांट्रेक्टर के जरिए होगा।

इसके लिए कांट्रेक्ट मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसके लिए कमेटी गठित की गई है। इसी तरह विभाग के मुख्य वास्तुविद, मुख्य अभियंता के निर्देश में भी कमेटी बनाई गई है, जो सरकारी भवनों के एलीवेशन व अन्य सुविधाओं में बदलाव के बारे में बताएंगे।

बीकानेर। सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

बीकानेर। सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

प्रकाशचंद बिश्नोई (धोरीमन्ना)

बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने आज बडी कार्रवाई करते हुए आरपीएससी सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस मामले में कई नामचीन पदों पर कार्यरत व्यक्तियों के साथ साथ कोचिंग सेंटरों के लोगो को धर दबोचा है। सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा में आज सामाजिक ज्ञान विषय का पेपर लीक होने की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और उन्‍होंने एमकैप व चाणक्य कोचिंग सेन्टर सहित कई निजी परीक्षा केन्द्रों पर दबिश दी। दबिश के दौरान पुलिस ने वहां से करीब आठ लोगों को गिरफ़तार किया। गिरफ्तार हुए लोगो में पीबीएम अस्पताल का एक डाक्टर सुरेश कुमार विश्नोई, आरएएस अधिकारी का शिक्षक बेटा श्रवण मान, सब इन्स्पेक्टर के रूप में चयनित पौरव कालेर सहित दो प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के संचालको भी गिरफ्तार किया है. इन लोगो की गिरफ्तारी से साफ़ हुआ है कि ये लोग एमकेप संसथान से पेपर लिक कर उसे सोल्व करवाते और फिर अभिभावकों को बेचते थे जो "मक्खी ब्ल्यूटूथ" के जरिये परीक्षार्थियों तक उतर पहुंचाते थे। इन लोगो के पास से कंप्यूटर, कई मोबाइल और करीब एक करोड़ रूपये के लेनदेन के कागजात भी बरामद हुए है। दूसरी और परीक्षा देकर बाहर आने वाले अभ्‍यर्थियों का कहना था कि सेन्‍टर में एक परीक्षार्थी ने मात्र दस मिनट में ही पेपर हल कर दिया। जिससे यह साबित होता है कि उसके पास पेपर पहले से ही था। परीक्षार्थियों का तो यह तक कहना है कि हर बार पेपर लिफाफे में बन्‍द होकर आते हैं या उन पर सील लगी होती है लेकिन इस पेपर में ऐसा कुछ भी नहीं था। जिससे यह साबित होता है कि यह पेपर पहले ही आउट हो गया था। वाल्क थ्रू विथ स्टूडेंट्स ऍफ़ नौकरी की आस में परीक्षा देने वाले वाले परीक्षार्थियों के अभिभावकों का कहना है कि आरपीएससी बेरोजगारों के भविष्‍य के साथ खिलवाड कर रही है।परीक्षा केन्‍द्रों के संचालक भी अपने स्‍वार्थों की पूर्ति आरपीएससी की परीक्षाओं के माध्‍यम से करते हैं। केन्‍द्र संचालक परीक्षार्थियों से चार-पांच लाख रुपए लेकर नकल कराने का काम करते हैं। आरपीएससी इन केन्‍द्रों पर मॉनिटरिंग नहीं रख पाती है।