शुक्रवार, 1 मार्च 2013

जैसलमेर प्रशासनिक खबरे कचहरी परिसर से




मतदाता सूचियों में पाई गई त्रुटियों के निस्तारण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम मार्च से
       

जैसलमेर, 1 मार्च/निर्वाचन विभाग राजस्थान जयपुर के निर्देशानुसार अर्हता दिनांक 1 जनवरी 2013 के संबंध में अन्तिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूचियों के डेटाबेस के आधार पर मतदाता सूचियों में पाई गई त्रुटियों के निस्तारण के लिए नायब तहसीलदारभू-अभिलेख निरीक्षक एवं बूथ लेवल अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम मार्च से प्रारम्भ किया जा रहा है।
       निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (एसडीएम) रमेशचन्द जैन्थ ने बताया कि 5 मार्च को प्रातः 11 बजे कलेक्ट्रेट केम्प्स में मतदान केन्द्र संख्या 117 से 166 निरीक्षक वृत जैसलमेर व मतदान केन्द्र संख्या 89 से 116 निरीक्षक वृत चाँधन के बूथ लेवल अधिकारियों व संबंधित अभिलेख निरीक्षक का प्रशिक्षण रखा गया है। इसी प्रकार मार्च को प्रातः 11बजे राजकीय माध्यमिक विद्यालय म्याजलार में म्याजलार व खुहडी वृत के मतदान केन्द्र संख्या 191 से 213 व 214 से 131 के बूथ लेवल अधिकारियों का प्रशिक्षण रखा गया है।
       इसी प्रकार 7 मार्च को प्रातः 11 बजे तहसील कार्यालय फतेहगढ़ में निरीक्षक वृत फतेहगढ़ व देवीकोट के मतदान केन्द्र संख्या 295 से 324 व 274 से 294 के बूथ लेवल अधिकारियों का, 11 मार्च को प्रातः 11 बजे राजकीय माध्यमिक विद्यालय चेलक में निरीक्षक वृत चेलक के मतदान केन्द्र संख्या 247 से 273 के बूथ लेवल अधिकारियों, 12 मार्च को प्रातः 11 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झिनझिनयाली में निरीक्षक वृत झिनझिनयाली के मतदान केन्द्र 232 से 246 एवं 325 से 343 के बूथ लेवल अधिकारियों का, 13मार्च को प्रातः 11 बजे उप तहसील कार्यालय सम में निरीक्षक वृत सम के मतदान केन्द्र संख्या 167 से 190 के बूथ लेवल अधिकारियों, 14 मार्च को प्रातः 11 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहनगढ में निरीक्षक वृत मोहनगढ के मतदान केन्द्र संख्या 40 से 88 तथा 15 मार्च को प्रातः 11 बजे उप तहसील कार्यालय रामगढ़ में निरीक्षक वृत रामगढ के मतदान केन्द्र संख्या से 39 तक के बूथ लेवल अधिकारियों का प्रशिक्षण रखा गया है।
       निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण प्रदाधिकारी जैन्थ ने इन संबंधित मतदान केन्द्र के बूथ लेवल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे निर्धारित प्रशिक्षण कार्यक्रम में आवश्यक रूप से उपस्थित होवें।
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समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद की संभावना के मद्देनज़र
किसानों को गिरदावरी नकल उपलब्ध कराएं
       जैसलमेर, 1 मार्च/ रबी विपणन वर्ष 2013-14 में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद 1 अप्रैल प्रारम्भ किये जाने की सम्भावना है। तहसीलदार जैसलमेर जयसिंह ने तहसीलद क्षेत्र के पटवारियों को निर्देशित किया है कि वे खरीद मूल्य से पूर्व किसानों को निर्धारित शुल्क पर 15 से 30 मार्च की अवधि में गिरदावरी नकल उपलब्ध कराएं।
       तहसीलदार ने गिरदावरी नकल किसानों को उपलब्ध कराने के लिए निर्धारित किए गये कार्यक्रम के अनुसार पटवारियों को निर्देश दिए है कि वे 15 मार्च से 31 मार्च तक अपने पटवार मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर किसानों को प्रतिलिपि उपलब्ध करायेगे। निर्धारित किए गए कार्यक्रम के अनुसार पटवार मण्डल चॉंधन व सोढाकोर के लिए 15 से18 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है जिसमें किसानों को सशुल्क गिरदावरी नकल उपलब्ध कराई जायेगी। इसीप्रकार पटवार मण्डल धायसर में 18 से 20 मार्चबडोडा गांव में 20 से21 मार्चथईयात में 21 से 24 मार्चडाबला में 25 से 26 मार्चदरबारी का गांव में 20 से 21 मार्चहमीरा में 25 से 26 मार्च की तिथि गिरदावरी नकल उपलब्ध कराने के लिए निर्धारित की गई है।
       इसी प्रकार पटवार मण्डल जैसलमेर के लिए 19 से 21 मार्चभू में 20 से 22 मार्चपिथला में 15 से 18 मार्चबरमसर में 20 से 22 मार्चअमरसागर में 18 से 20 मार्च,रूपसी में 25 से 27 मार्च तथा भादासर में 15 से 18 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है इस दौरान किसानों को पटवारियों द्वारा गिरदावरी नकल उपलब्ध कराई जायेगी।  
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होली पर्व पर अवकाश होने के कारण
माह मार्च में उपभोक्ता सप्ताह 15 से 21 मार्च में राशन सामग्री का होगा वितरण
       जैसलमेर, 1 मार्च/खाद्य विभाग राजस्थान जयपुर के निर्देशानुसार माह मार्चमें 26 मार्च को होलिका दहन, 27 मार्च को धुलण्डी एवं 29 मार्च को गुडफ्राइडे की अवधि में त्यौहारों का अवकाश होने के कारण सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत उचित मूल्य की दुकानों पर माह मार्च में 24 मार्च से माह की अंतिम तारीख तक की बजाय उपभोक्ता सप्ताह के रूप में 15 मार्च से 21 मार्च  तक की अवधि में राशन सामग्री का वितरण किया जायेगा।
       जिला रसद अधिकारी महावीरप्रसाद व्यास ने जिले के सभी उचित मूल्य विके्रताओं को निर्देशित किया है कि वे 15 मार्च  से 21 मार्च तक उपभोक्ता सप्ताह के दौरान प्रति दिन समयानुसार उचित मूल्य की दुकानें खुली रख कर उपभोक्ताओं को राशन सामग्री का वितरण सुनिश्चित करें।   उन्होंने बताया कि उचित मूल्य विक्रेता इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतें अन्यथा उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग की अपेक्षा की गई है। जिले के समस्त राशन उपभोक्ताओं से भी आग्रह किया गया है कि इस अवधि में अपनी राशन सामग्री प्राप्त करें।
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जैसलमेर नगर परिषद् में सुपरवाईजरों का प्रशिक्षण
जनगणना सत्यापन कार्य को निष्ठा से करने के निर्देश
         जैसलमेर, 1 मार्च/सामाजिक आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना-2011 के लिए वी फाईल जनरेट के उपरान्त पुनः सत्यापन कार्य करने के लिए शुक्रवार को नगर जनगना चार्ज अधिकारी  आर. के. माहेश्वरी की अध्यक्षता मे नगर परिषद जैसलमेर के बैठक हॉल में  सामाजिक आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना मे नियुक्त सुपरवाईजराें का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ जिसमें चार्ज अधिकारी माहेश्वरी ने सुपवाईजराें को निर्देश दिये कि वे इस राष्ट्रीय महत्त्वपूर्ण कार्य को पूर्ण निष्ठा के साथ करें। उन्होंने बताया कि जिन ब्लाक के आपको प्रिन्ट फार्म दिये गये उन्हें परिवार के मुखिया से पूछ कर सूचना को पुनः से सत्यापित करना है तथा उत्तरदाता के हस्ताक्षर भी अनिवार्य रूप से करवाना है ।  
         प्रशिक्षण में अतिरिक्त जिला जनगणना अधिकारी डॉ. बृजलाल मीणा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में दो प्रकार की सूचनाओं को फिर से सत्यापित करना है जिसमे प्रथम जाति-धर्म के सम्बन्ध में सत्यापित करते समय यह ध्यान में रखा जाये कि जाति के वर्ग जैसे अनुसूचित जातिअनुसूचित जनजातिअन्य पिछड़ा वर्ग व सामान्य जाति के रूप में उल्लेखित नहीं किया जाये। जाति-धर्म का नाम स्पष्ट तौर पर प्रचलित जाति के नाम ही उल्लेख किया जाना है ।
         द्वितीय  परिवार की आय का मुख्य स्रोत  परिवार के द्वारा जो कार्य किया जा रहा है उसके परिवार के मुखिया से पूछ कर सूचना को सही करनी है वहीं सत्यपान के दौरान परिवार के मुखिया से पुनः से पूछना कि परिवार के द्वारा क्या कार्य किया जा रहा है। मुखिया द्वारा जिस कार्य के बारे में बताया जाये उसी कार्य का नम्बर का अंकन करना है,इसके लिए जनगणना विभाग द्वारा से 13 कोड नम्बर बताये हैं उसी के अनुसार उपलब्ध करवाये गये प्रपत्र मे कार्य के कोड का अंकन करन े के निर्देश दिए गए हैं।
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जिला स्तरीय महिला यौन उत्पीड़न रोकथाम समिति का गठन
       जैसलमेर, 1 मार्च/ निदेशक साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग राजस्थान जयपुर के निर्देशों की अनुपालना में जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा कार्यालय जैसलमेर संबंधित मामलों के लिए  जिला स्तरीय महिला यौन उत्पीड़न रोकथाम समिति का गठन किया गया है। इस समिति की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मीकंवर प्रधान पंचायत समिति सम होंगी। समिति के सदस्य सचिव मोहनलाल बारूपाल जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी जैसलमेर होंगे। समिति के सदस्य राजेन्द्र सिंह सहायक परियोजना अधिकारीएडवोकेट एवं पूर्व प्रधान सांकड़ा अब्दुल रहमानश्रीमती प्रेमलता चौहान सचिव सरस्वती सेवा संस्थान जैसलमेर होंगी।
       जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी बारूपाल ने बताया कि यह समिति एक स्थाई समिति होगी जिसकी बैठक वर्ष में कम से कम चार बार अथवा जितनी बार अध्यक्ष आवश्यक समझेआयोजित की जाएगी।

न्यू हनुमंत विधा मंदिर में आयोजित हुआ विदाई समारोह

न्यू हनुमंत विधा मंदिर में आयोजित हुआ विदाई समारोह


बाड़मेर 1 मार्च। स्थानीय न्यू हनुमंत माध्यमिक विधालय के बाहरवीं कक्षा के विधार्थीयों का विदाई समारोह का आयोजन संस्था निदेशक प्रेमाराम सियाग के मुख्य आतिथ्य में पारी प्रभारी कुभाराम चौधरी की अध्यक्षता व मुकेश व्यास, किशोरसिंह के विशष्ट आतिथ्य में आयोजित हुआ। 
इस दौरान छात्रछात्राओं द्वारा कई रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई। वहीं विधार्थीयों ने अपने विचार भी प्रस्तुत कियें। विदाई के अन्तर्गत कक्षा बाहरवीं के विधार्थीयों को कक्षा ग्यारवीं के विधार्थीयों ने तिलक लगाकर मुंह मीठा करवाकर माला पहनाई। और शुभकामनाऐं दी। कार्यक्रम को सम्बोधित करतें हुए संस्था निदेशक प्रेमाराम सियाग ने कहा कि विदाई समारोह उस वृक्ष की भांति हैं जहां पुराने पत्ते जाते व नये पत्ते आते हैं। ये श्रृंखला जीवन पर्यन्त चलती रहती गतिशीलता पद्धति का नियम हैं। पुराने विधार्थीयों का स्थान नये विधार्थी आते बीते स्मरणों का दुःख जरूर होता हैं। पर उनके आगे बने की खुशी हमे आत्मविभोर करती हैं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता करतें हुए कुभाराम चौधरी ने कहा कि हमे बालिका शिक्षा को बावा देना चाहिए यदि एक बालिका शिक्षित होती हैं तो दो परिवार उसके ज्ञान से प्रभावित होता हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा बिना मनुष्य का कोई अस्तित्व नही हैं। इसलिए हमें एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। और उस लक्ष्य को पाने के लिए कठोर परिश्रम करना होगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के विशष्ठ अतिथि मुकेश व्यास ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
कार्यक्रम के अंत में कक्षा बाहरवीं के विधार्थीयों ने संस्था प्रधान प्रेमाराम सियाग को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान किशोरसिंह, रमेशसिंह, रमेश कुमार, लक्ष्मण टोक, प्रेमाराम, ताजेन्द्र लेघा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थें।

श्री वांकल विरात्रा माता मन्दिर में पाटोत्सव कार्यक्रम 12 मार्च से।


श्री वांकल विरात्रा माता मन्दिर में पाटोत्सव कार्यक्रम 12 मार्च से। 

बाड़मेर 01 मार्च शुक्रवार। विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री वांकल माता मन्दिर विरात्रा धाम पर 13 मार्च को चतुर्थ पाटोत्सव मनाया जायेगा, 12 मार्च को रात्रि में विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा। 
श्री वांकल माता मन्दिर विरात्रा की चतुर्थ वर्षगांठ का पाटोत्सव कार्यक्रम 12 मार्च को प्रातः श्री गणेश पूजन के साथ आचार्य पण्डित हितेश भाई शास्त्री ( गुजरात ) द्वारा देवीयाज्ञ प्रारम्भ होगा। पाटोत्सव का कार्यक्रम महन्त श्री 1008 श्री जगदीशपुरी जी महाराज मठ चौहटन के सानिध्य में आयोजित होगा, इस कार्यक्रम में महन्त श्री 1008 श्री मोहनपुरी जी महाराज तारातरा मठ, महन्त श्री 1008 श्री प्रतापपुरी जी महाराज तारातरा मठ, महन्त श्री 1008 श्री मोटनाथ जी महाराज लीलसर मठ, महन्त श्री 1008 श्री नारायणपुरी जी महाराज हमीरपुरा मठ, महन्त श्री 1008 श्री शम्बूनाथ जी महाराज बाड़मेर, स्वामी श्री खुशालगिरीजी महाराज एवं जिले भर के साधु सन्त भाग लेगें। 

श्री वांकल विरात्रा माता धाम पर 12 मार्च को रात्री में विशाल भजन संध्या का आयोजन किया जायेगा इसमें राष्ट्रीय कलाकार प्रकाश माली एण्ड प्रार्टी मां वांकल के भजनो की प्रस्तुती देगें। 13 मार्च को लाभार्थीयों द्वारा प्रातः माताजी का महापूजन, ध्वजारोहण का कार्यक्रम होगा, दोपहर बाद देवीयाज्ञ की पूर्णाहुति की जायेगी इस कार्यक्रम में पुरे भारतवर्ष से देवी के श्रद्वालु भक्त भाग लेगें। यात्रियों की सुविधा के लिए विरात्रा ट्रस्ट द्वारा पानी, बिजली, भोजन व आवास की व्यवस्था कि जायेगी।

श्री वांकल विरात्रा माताजी के मन्दिर को विशोष लाईट डेकोरेशन व फुलो से सजाया जा रहा है।

शिंदे ने बता दिया रेप पीडिता का नाम

शिंदे ने बता दिया रेप पीडिता का नाम
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के भंडारा रेप मामले पर राज्यसभा में बयान देते हुए गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने तीन रेप पीडिताओं के नाम बता दिए। शिंदे ने न केवल उन तीन बहनों के नाम उजागर कर दिए जो रेप की शिकार हुई थी बल्कि उनकी उम्र भी बता दी।

जब राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने इस ओर ध्यान दिलाया तब शिंदे को अपनी गलती का एहसास हुआ। इसके बाद चेयर ने तीनों नामों को रिकॉर्ड से हटाने को कहा।
साथ ही मीडिया को नाम प्रकाशित नहीं करने का निर्देश दिया। दरअसल शिंदे ने लिखित में बयान दिया था। जिसमें तीनों रेप पीडिताओं के नाम थे। इस पर जेटली ने कहा कि रेप पीडिताओं की पहचान उजागर नहीं की जाती है लेकिन गृह मंत्री ने अपने बयान में ऎसा किया है। इसलिए उनको अपने बयान को वापस लेना चाहिए।

शिंदे ने रेप की घटना पर बयान देते हुए कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। शिंदे ने कहा कि एफआईआर दर्ज कराने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और रेप पीडिताओं को ढूंढने की कोशिश की। तीनों लड़कियां यौन उत्पीड़ने की शिकार हुई थी। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। भंडारा के एसपी मामले की जांच कर रहे हैं।

पीडित परिवार ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया था। गृह मंत्री ने बताया कि शिकायत दर्ज नहीं करने पर एक पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया है। गौरतलब है कि घटना को 15 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में पुलिस पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया था। महिला आयोग की सदस्य निर्मला समंत ने कहा कि इस मामले में पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली है क्योंकि चश्मदीद गवाह नहीं मिल रहा है।

घटना को लेकर ग्रामीणों में बहुत रोष है लेकिन बयान देने के लिए कोई चश्मदीद आगे नहीं आ रहा। 14 फरवरी को 6,8 और 11 साल की तीन बहनें घर से गायब हो गई थी। 16 फरवरी को गांव से दो किलोमीटर दूर एक कुएं में तीनों के शव मिले थे। प्राथमिक पोस्टमार्टम में पता चला है कि तीनों का रेप हुआ था। इसके बाद हत्या की गई थी।

घटना को दो हफ्ते हो गए हैं लेकिन पुलिस मौत की वजह को लेकर स्थिति साफ नहीं कर पाई है। न तो शव पर गला दबाए जाने के निशान थे न ही पोस्टमार्ट में जहर दिए जाने की पुष्टि हो पाई। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने तीन लड़कियों को आखिरी बार एक मारूति वैन में देखा था लेकिन पुलिस अभी तक उस वैन के बारे में पता नहीं लगा पाई है।

सरकार के खिलाफ जुटेंगी 1 लाख महिलाएं

सरकार के खिलाफ जुटेंगी 1 लाख महिलाएं
जयपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी 1 लाख से अधिक महिलाएं 3 मार्च को राजधानी में राज्य सरकार के खिलाफ एकजुट होंगी। राज्य कर्मचारियों के साझा प्रदर्शन और रैली से ठीक एक दिन पहले ये महिलाएं यहां विभिन्न मांगों को लेकर उद्योग मैदान पर धरना देंगी।

अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ(एकीकृत) के बैनर तले आयोजित इस महिला महाकुंभ में आंगनबाड़ी(महिला एवं बाल विकास विभाग) की कार्यकर्ता,सहायिका,आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिनें शामिल होंगी।

"अभी नहीं तो आंदोलन"

जयपुर में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में संघ की प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला शर्मा ने बताया कि रविवार(3 मार्च) को प्रदेशभर से विभाग से जुड़ी महिलाएं जयपुर में एकत्रित होंगी। संघ इससे पूर्व भी अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करता रहा है लेकिन राज्य सरकार अभी तक नजर अंदाज करती रही है। रविवार को 1 लाख से अधिक महिलाएं राजधानी में एकजुट होकर सरकार पर नैतिक दबाव बनाएंगी। यदि फिर भी हमारी बात नहीं सुनी गई तो राज्य स्तरीय आंदोलन किया जाएगा।

"महिलाओं का शोषण कर रही सरकार"

संघ प्रभारी छोटेलाल बुनकर का कहना है कि राज्य सरकार आंगनबाड़ी से जुड़ी महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक शोषण कर रही है। इन्हें न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही और बुढ़ापे के लिए भविष्य निधि जैसी कोई सुविधा से भी इन्हें वंचित रखा गया है।

आंगनबाड़ी महिलाओं की मांगे:

न्यूनतम वेतन तो मिले-

वर्तमान में आशा सहयोगिनी को 1100 रूपए,साथिन को 1650 रूपए और सहायिका को 1815 रूपए महीना वेतन मिल रहा है। जो 3562 से 3699 रूपए मासिक तक होना चाहिए।

सामाजिक सुरक्षा का अधिकार-

सामाजिक सुरक्षा के तहत भविष्य निधि की व्यवस्था की जानी चाहिए। राज्य की करीब 2 लाख आंगनबाड़ी महिलाओं को इससे सामाजिक असुरक्षा का भर बना हुआ है।

नियमित राज्य कर्मचारी-

पैरा टीचर्स को प्रबोधक बनाए जाने की तर्ज पर बीए,बीएड,एफए और एफएड महिलाओं को नियमित कर्मचारी बनाया जाए।

रिक्त पद भरे जाएं-

ग्राम साथिन से प्रचेता पद भरे जाएं,आशा सहयोगिन को एएनएम बनाया जाए और भविष्य के लिए 20 फीसदी पद आरक्षित किए जाएं। कार्यकर्ता से महिला पर्यवेक्षक के लिए 25 फीसदी पद आरक्षित किए जाए।

सेवा रिकॉर्ड तैयार हो-

1 जुलाई 2011 को शासन सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय सेवा रिकॉर्ड(सेवा पुस्तिका) को लागू किया जाए। बीमा कटौती की पास बुक भी बनाई जाए।

दिल्‍ली में लड़के भी सुरक्षित नहीं, पुलिस अफसर के बेटे के साथ रेप

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्‍ली में महिलाएं तो महिलाएं, अब लड़के भी सुरक्षित नहीं हैं। एक आइजी अफसर के 17 साल के बेटे के साथ उसके दो दोस्तों ने जबरन सेक्‍स किया। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूरे मामले की जांच जारी है।
दिल्‍ली में लड़के भी सुरक्षित नहीं, पुलिस अफसर के बेटे के साथ रेप
दिल्‍ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जिन आईजी के बेटे के साथ यह कुकर्म हुआ है, वह दिल्‍ली में ही अपने परिवार के साथ रहते हैं। एक सप्ताह पहले वह पत्नी के साथ बाहर गए थे। घर में उनका 17 साल का नाबालिग बेटा व एक नौकरानी अकेले थी।

आईजी के नाबालिग बेटे ने अपने घर में दोस्‍तों के लिए पार्टी रखी थी। इसमें उसके दोस्‍त फहीम व जॉनी भी आए थे। जमकर सब ने शराब पी। इसके बाद 3-4 दोस्त अपने अपने घर चले गए थे। लेकिन फहीम व जॉनी वहीं रूके। दोनों ने नाबालिग के साथ जबरन कुकर्म किया। कुकर्म के बाद उन्‍होंने घर के महंगे सामान पर भी हाथ फेर दिया।

कुछ दिनों बाद जब आईजी अपनी पत्‍नी के साथ घर लौटे तो सामान नहीं पाकर पुलिस में शिकायत की। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि आईजी के बेटे के साथ कुकर्म हुआ है।

बाड़मेर आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर .अस्पताल की व्यवस्थाए ख़राब।।।

 ..आखिर लापरवाह पी एम् ओ को हटाते क्यों नहीं विधायक

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय अस्पताल की खस्ताहाल व्यवस्थाओ को लेकर आये दिन जन प्रतिनिधि और अधिकारी बयाँ बजी करते नज़र आते हें ,मगर अस्पताल के हालत सुधारने का नाम नहीं ले रहे ,आखिर सुधारे तो कैसे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी इसके लिए पुर्णतः दोषी हें ,वे एक आदर्श प्रशासक की भूमिका में पुर्णतः विफल रहे .प्रमुख चिकित्सा अधिकारी स्वय अस्पताल के समय घर पर मरीज देखने में व्यस्त रहते हें ,जब अधिकारी स्वयं अपने काम के प्रति जवाबदार नहीं हें तो उनके सहयोगी स्टाफ से क्या उम्मीद कर सकते हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी का स्थानांतरण ब्यावर हो रखा था क्षेत्रीय विधायक जिद करके बाड़मेर ले आये ,इस अधिकारी की कार्यशैली पर चिकित्सा विघाग के आला अधिकारी डॉ सुमित शर्मा ने नाराजगी जाती थी उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू की मगर यह्जा भी विधायक उनकी मदद करते नज़र आये .,दिल्ली से आई केन्द्रित टीम ने भी प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की कार्यशैली पर नाराज़गी जताई थी मगर उनकी सेहत पर कोई असर नहीं हुआ ,विधायक द्वारा हर माह अस्पताल का निरिक्षण कर व्यवस्थाओ में सुधर के निर्देश दिए जाते हें ,जब विधायक के बार बार निरिक्षण के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधर नहीं हो तो इसे अधिकारी को विधायक लेकर क्यों बेठे हें ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के विधायक के साथ व्यक्तिगत तालुकात होने के चलते कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही हें ,विधायक वास्तव में अस्पताल की व्यवस्थाओ में सुधार चाहते हें तो सबसे पहले प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को हटाने का सहस दिखाए ,अन्यथा बार बार अस्पताल का दौर कर अव्यवस्थाओ का रोना रोना बंद करे ,जन हित में विधायक कड़े फैसले लेने की बजे अपने मातहत भरष्ट अधिकारियो को शाह देना बंद करे ,प्रमुख चिकित्सा अधिकारी द्वारा अस्पताल में गुटबाजी फेलाकर माहौल ख़राब किया जाता रहा हें जिससे चिकित्सको में उनके प्रति एज ए अधिकारी नाराजगी हें ,

बलात्कार के बाद आत्मदाह का प्रयास

बलात्कार के बाद आत्मदाह का प्रयास
नागौर। बलात्कार के बाद आत्मदाह के प्रयास में झुलसी पीडिता मौत से जंग लड़ रही है। जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में झुलसी पीडिता का इलाज चल रहा है। नाबालिग लड़की को आत्मदाह करने को उकसाने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत के बावजूद पीडित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है। पीडिता की मां ने जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर न्याय की फरियाद की है।

डीडवाना निवासी एक महिला ने गुरूवार को जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के सामने पेश होकर पुत्री के साथ बलात्कार करने व उसे आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। महिला ने बताया कि 19 फरवरी रात्रि वह अपने पति के साथ जोधपुर गई थी। इस दौरान पीछे उसके चार लड़के व एक नाबालिग लड़की थे। इस दौरान पड़ौस में रहने वाला युवक आसिफ बिसायती पुत्र यूसुफ लड़की को डरा धमकाकर अपने घर ले गया।

जहां उसने लड़की के साथ बलात्कार किया। बहन को घर में नहीं पाकर पुत्रों ने आसपास ढूंढ़ा। उस दौरान लड़की पड़ौसी के घर से निकलती दिखाई दी। दूसरे दिन सुबह वह आग से बुरी तरह झुलस गई। जिसे जयपुर के एसएमएस में भर्ती कराया गया है। इस मामले की डीडवाना थाने में रिपोर्ट लिखवाने गए, मगर रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई। पीडिता की मां ने आरोप लगाए हैं कि आरोपी उसे तरह-तरह की धमकियां दे रहे हैं।

युवक को काला मुंह करके गधे पर घुमाया

युवक को काला मुंह करके गधे पर घुमाया
अलवर। प्रेमिका को भगाकर ले जाने के मामले में गुरूवार को समाज की पंचायत के फरमान के बाद देहली दरवाजा बाहर मोहल्ला निवासी एक युवक का मुंह काला कर उसे गधे पर बिठाकर मोहल्ले में घुमाया गया। इससे पहले लड़की के परिजनों ने युवक को पेड़ से बांधकर पिटा। समाज की पंचायत ने लड़के व उसके परिवार को जाति से बाहर करने का फरमान सुनाया।

पुलिस ने घटना के सम्बन्ध में पीडित लड़के की तरफ से दो प्रकरण दर्ज कर एक आरोपितको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार देहली दरवाजा बाहर मोहल्ला निवासी एक युवक का स्थानीय लड़की से तीन साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवक 26 फरवरी को प्रेमिका को भगा ले गया। गुरूवार को लड़की के परिजनों ने दोनों को फोन करके बुलाया। उसके बाद लड़की के परिजन दोनों को अपने घर ले गए। वहां नीम के पेड़ से बांधकर युवक को जमकर पीटा।

इसके बाद दोपहर में गंगा मंदिर में समाज के अध्यक्ष गिर्राज प्रसाद मेहरा सहित कुछ पंच-पटेल व लड़की के घरवाले की पंचायत हुई। पंचायत में युवक को मुंह काला कर गधे पर बैठाकर घुमाने और परिवार को जाति से बहिष्कृत करने का फैसला लिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहंुची और युवक को उसके घर से थाने लेकर आई। घटना के बाद से युवक का परिवार दहशत में है। उनका आरोप था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही है।

दसवीं की तीन छात्राएं लापता


दसवीं की तीन छात्राएं लापता 



स्कूल भी नहीं पहुंची, स्कूल के बैग में कपड़े लेकर गईं, पुलिस कर रही है तलाश

जैसलमेर  शहर के एक विद्यालय में 10वीं कक्षा में अध्ययनरत तीन लड़कियों के गुमशुदा होने का मामला सामने आया है। संभावना जताई जा रही है कि तीनों ही लड़कियां निर्धारित प्लान के तहत एक साथ गई है और हो सकता है कि उनकी रजामंदी भी इस मामले में हो। तीनों की बालिकाओं के परिजन बेहाल हो रहे हैं वहीं पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश में जुटी है। जानकारी के अनुसार शहर में ही रहने वाली तीन छात्राएं बुधवार सुबह घर से यह कहकर निकली थी कि वे स्कूल जा रही हैं। उनके परिजन शाम साढ़े चार बजे तक निश्चिंत थे कि बच्चियां स्कूल गई हुई हंै। स्कूल का समय बीत जाने के बाद भी तीनों के घर नहीं लौटने पर परिजन परेशान हो गए। एक लड़की के परिजन दूसरी लड़की के घर पहुंचे तब पता चला कि तीनों सहेलियां गायब हैं। स्कूल में पूछताछ की गई तो उन्हें पता चला कि तीनों ही छात्राएं स्कूल भी नहीं आई थी। आखिरकार देर शाम को पुलिस को सूचना दी गई। तीनों में से एक पास मोबाइल भी था। पुलिस ने मोबाइल के आधार पर जानकारी ली तो उसकी आखिरी लोकेशन बुधवार सुबह शहर में ही बताई गई। संभावना जताई जा रही है कि मोबाइल की सिम बदलने के बाद उन्होंने शहर छोड़ा होगा। पुलिस ने सरगर्मी से उनकी तलाश शुरू कर दी और आसपास के थानों सहित अन्य जिलों में सूचना भेज दी गई। पुलिस ने इस संबंध में गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। गुरुवार देर शाम तक तीनों ही लड़कियों का कोई पता नहीं चल पाया था। 

रजामंदी का हो सकता है मामला

पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि तीनों ही बालिकाएं घर से स्कूल के बैग में कपड़े आदि भी साथ ले गई थी। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनके जाने में कहीं न कहीं उनकी स्वयं की रजामंदी हो सकती है। हालांकि पुलिस को अभी तक मोबाइल लोकेशन नहीं मिल रही है। न ही ये पता चल पाया कि उनके साथ भी कोई है या फिर वे तीनों ही गायब हुई है। अभी तक मामला स्पष्ट नहीं है।

फेसबुक पर सुराग ढूंढने के प्रयास

पुलिस को मोबाइल के आधार पर अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस इन लड़कियों के फेसबुक एकाउंट को खंगाल रही है। फेसबुक के कुछ दोस्तों से पुलिस पूछताछ भी कर रही है। अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

॥इस मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मोबाइल ट्रेस किए जा रहे हैं और आसपास के जिलों में सूचना भी दे दी गई है। पुलिस सरगर्मी से इनकी तलाश में जुटी हुई है।


पंकज चौधरी, एसपी, जैसलमेर

एसपी चौधरी ने किए बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन


एसपी चौधरी ने किए बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन loading...
रामदेवरा   जिले के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार सुबह रामदेवरा पहुंचकर पुलिस थाने का निरीक्षण किया। साथ ही बाबा रामदेव की समाधि स्थल के दर्शन कर पूजा अर्चना की। नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी सुबह रामदेवरा पहुंचे। पुजारी बद्रीनारायण छंगाणी द्वारा समाधि स्थल पर पूजा करवाई। डाली बाई की समाधि पर भी प्रसाद व पुष्प चढ़ाकर पूजा अर्चना की। पहली बार रामदेवरा पहुंचे एसपी ने बाबा रामदेव के जीवन इतिहास के बारे में जानकारी ली। भादवा मेले के दौरान यहां भीड़ भाड़ के दौरान की जाने वाली पुलिस व्यवस्था के बारे में जानकारी ली तथा मंदिर परिसर का अवलोकन किया। एसपी चौधरी ने थाने के रिकार्ड का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर थाना परिसर में इनका गर्म जोशी से स्वागत किया गया। पोकरण थानाधिकारी रमेश कुमार व एएसआई जेठाराम, मगाराम, हैड कांस्टेबल चनणा राम, सही राम, जगमालसिंह, महावीर, फरसाराम सहित अन्य पुलिस स्टाफ उपस्थित थे।

आईपीएस देशमुख को बदमाशों ने गोली मारी

आईपीएस देशमुख को बदमाशों ने गोली मारी 

अलवर में कार लूटने वाले बदमाशों का पीछा कर रहे थे, भरतपुर के पास दो बदमाशों को पकड़ा तो साथियों ने किया फायर

अलवर
अलवर के भिवाड़ी थाने में तैनात आईपीएस देशमुख पारिस अनिल को बदमाशों ने गुरुवार रात को भरतपुर के पहाड़ी थाना इलाके में गोली मार दी। गोली उनके गाल को चीरती हुए निकल गई। देशमुख अलवर के भिवाड़ी इलाके से बदमाशों का पीछा करते हुए पहाड़ी पहुंचे थे और दो बदमाशों को दबोच लिया था। इस दौरान गैंग के अन्य साथियों ने 12 बोर से फायर कर दिया। पारिस को हरियाणा के फिरोजपुर झिरका अस्पताल में भर्ती कराया है। 

अलवर एसपी उमेश चंद्र दत्ता ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दो बदमाशों ताहिर तथा नसरू को गिरफ्तार कर तिजारा हाईवे से लूटी गई दो कारें बरामद कर ली हैं। बदमाशों के हथियार भी जब्त किए हैं। पुलिस गिरफ्त में आता देख ताहिर ने देशी कट्टे से देशमुख पर फायर किया था।

अलवर के पूर्व पार्षद जोगेन्द्र कोचर रविवार रात को पत्नी के साथ कार में रोहतक से अलवर आ रहे थे। उसी दौरान बदमाशों ने कार, नकदी, ज्वैलरी आदि समेत दंपती को लूट लिया। भिवाड़ी एएसपी देशमुख को गुरुवार को सूचना मिली थी कि बदमाश पहाड़ी के आसपास हैं। इस पर आईपीएस ने बदमाशों की घेराबंदी कर पीछा किया और दो बदमाशों को दबोच लिया।

॥देशमुख पर फायर की सूचना के बाद तत्काल ही एसपी और आईजी को मौके के लिए रवाना कर दिया था। वे खतरे से बाहर हैं।

-हरिश्चंद्र मीना , डीजीपी 

पारिस को सोर्ड ऑफ ऑनर दिया था

२०१० बैच के आईपीएस अफसर पारिस अनिल देशमुख (२७) मूलत: महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले हैं। उन्हें साल 2011 में हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में पासिंग आउट परेड के दौरान तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम ने सोर्ड ऑफ ऑनर दिया। वे बेस्ट ऑलराउंडर प्रोबेशनर रहे थे। उन्हें 2009 की सिविल सर्विस परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में 2६9वीं रैंक मिली थी।

टाइट जींस कहीं नपुंसक न बना दे आपको

टाइट जींस कहीं नपुंसक न बना दे आपको

टाइट जींस के दीवाने अब जरा सावधान हो जाइये। कहीं कहीं टाइट जींस पहनते -पहनते आप नपुंसक न बन जाए। यह हमारा नहीं बल्कि हाल ही में हुए एक शोध का कहना है। ब्रिटेन में हुए इस शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि पुरुषों में टाइट जींस पहनने से स्पर्म घटता है और इसीलिए रोजाना जींस पहनने वाले पुरुष नपुंसक बन सकते हैं।

दरअसल, हाल में ब्रिटेन में हुए इसशोध में 513 ऐसे पुरुषों पर अध्ययन किया गया जो रेगुलर स्किन टाइट जीन्स पहनते थे और इस परीक्षण में पाया गया कि धीरे-धीरे उनके स्पर्म में कमी होने लगी। साथ ही यह भी पाया गया कि स्किन टाइट जीन्स से उन्हें एसटीडी (सेक्सुअली ट्रांस्मीटेड डिजीज) होने का खतरा भी ज्यादा बढ़ जाता है।

इस शोध के मुताबिक टाइट फिटिंग जीन्स से पुरुषों के कमर के नीचे के भाग और जांघों का शारीरिक तापमान ज्यादा अधिक रहता है जिसकी वजह से मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और टेस्टिकल्स में मौजूद स्पर्म खत्म होने लगते हैं। साथ ही नए स्पर्म बनने में भी दिक्कत होती है। इससे पहले हुए शोधों में यह बात भी साबित हो चुकी है कि टाइट जीन्स पहनने से पुरुषों और महिलाओं में युरीनरी ट्रैक और ब्लैडर से संबंधित संक्रमण एंव नर्व डैमेज की आशंका ज्यादा होती है।

कामरूप कामाख्या मंदिर,

कामरूप कामाख्या मंदिर,

भारत के उत्तर-पूर्व में असम की राजधानी है गुवाहाटी। गुवाहाटी का अर्थ हे-सुपारी का बाजार। अपने नाम के अनुरूप ही गुवाहाटी सुपारी क घर है। इसके अलावा यहां पर बहुत से धार्मिक स्थल है जैसे कामरूप कामाख्या मंदिर,भुवनेश्वरी, उमानंद मंदिर, जनार्दन मंदिर, नवग्रह मंदिर,वशिष्ठ आश्रम आदि अन्य प्रमुख दर्शनीय धार्मिक स्थल हैं। वैसे तो सभी स्थलों का अपना-अपना महत्व है मगर कामरूप कामाख्या शक्तिपीठ की महिमा का उल्लेख देवी भागवत महापुराण में इस प्रकार मिलता है कि भगवती कामाक्षी देवी का यह स्थान परम तीर्थ है, उत्कृष्ट तपस्थली के रूप में श्रेष्ठ धर्म का आधार है।
जहां परम गति मिलती है,यहां बहुत सरलता से तंत्र-मंत्र, जादू-टोना की सिद्धि मिलती है। यहां साक्षात भगवती विराजमान हैं। यहां के जल में स्नान करने की इतनी महिमा है कि ब्रह्म हत्या से भी मुक्ति मिल जाती है। देवीपुराण में कहा गया है कि साक्षात भगवान जनार्दन ही यहां जल, द्रव, रूप में विद्यमान हैं,भगवती कामेश्वरी की पूजा करने से पूर्व महापीठ कामाख्या के जल में स्नान करना चाहिए। पुराणों में ऐसा भी कहा गया है कि मानस कुंडादि में स्नान करने से तंत्रोक्त विधि से परमेश्वरी भगवती मां कामाख्या की पूजा, जप, हवन आदि करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है।
यहां भगवती को बलि चढ़ाने की प्रथा आज भी निभाई जाती है,परअब धीरे-धीरे यह कम हो रही है। अब उसके स्थान पर कुछ कबूतरों को यहां मुक्त करके छोड़ दिया जाता है। देवी भागवत के सातवें स्कंध के अड़तीसवें अध्याय में कामाक्षी देवी का माहात्म्य बताते हुए कहा गया है कि इस समस्त भूमंडल में ये देवी का महाक्षेत्र माना गया है। इनके दर्शन, भजन, पाठ-पूजा करने से समस्त विघ्नों से शांति मिलती है।
आश्विन तथा चैत्र मास के नवरात्रि में यहां बहुत बड़े मेले का आयोजन होता है। कामाख्या मंदिर पहाड़ी पर बना हुआ है वापसी आने पर गुवाहाटी नगर के सामने ब्रह्मपुत्र नदी के बीच में उमानंद नामक छोटे चट्टानी टापू में शिव मंदिर मिलता है,जहां भगवान शिव का दर्शन करने के लिए नौका द्वारा जाना पड़ता है। उमानंद की मूर्ति को लोग भैरव यानी कामाख्या के रक्षक मानते है। गुवाहाटी का अन्य नाम कामरूप भी है क्योंकि पौराणिक ग्रंथों में बताया गया है कि कामदेव की पत्नी रति ने शिव जी की तपस्या करके उन्हें खुश किया और अपने पति को पुनर्जीवित करने का वरदान मांगा और साथ ही उसका रूप भी वापिस मांगा था।
एक अन्य कथा के अनुसार कामदेव ने इसी स्थान पर भगवान शिव की तपस्या भंग की थी और शिव जी ने अपने नेत्रों की अग्नि से कामदेव को भस्म कर दिया था तो इस स्थान का एक नाम भस्मास्थल भी है। कामरूप में सती की योनि गिरी थी। इसलिए असम को कामरूप क्षेत्र कहते है। इस पृथ्वी पर इक्यावन सिद्ध शक्तिपीठ है, उनमें कामरूप कामाख्या क्षेत्र मुख्य है। जिस स्थान पर भगवती सती के शरीर का भाग गिरा था, वहां पर वर्तमान में एक भव्य मंदिर है।
असम के राजा नर नारायण ने सन् 1565 में इस मंदिर को बनवाया था। इस मंदिर का नक्शा मधुमक्खी के छत्ते के आकार का बनाया
गया है। इस मंदिर की देवी कामाख्या को काली मां का रूप माना जाता है। यहां प्रात एवं सायं आरती होती है।

हनुमान जी की नारी प्रतिमा

हनुमान जी की नारी प्रतिमा
आज से दस हजार साल पुरानी बात है छत्तीसगढ़ के रतनपुर के राजा पृथ्वी देवजू हनुमान जी के भक्त थे। एक बार उनको कुष्ट रोग हो गया,जिससे वे निराश हो गये। एक रात राजा के स्वपन में हनुमान जी आए और मंदिर बनवाने के लिए कहा जैसे ही मंदिर का कार्य पूरा हुआ। हनुमान जी फिर से राजा के स्वपन में आए और अपने श्री रूप को महामाया कुण्ड से निकालकर मंदिर में स्थापित करने को कहा राजा ने वैसा ही किया।

हनुमान जी का यह श्री रूप दक्षिणमुखी है। यह संसार का इकलौता मंदिर है जहां हनुमान जी की नारी प्रतिमा की पूजा होती है। उनके बायें कंधे पर श्री राम और दायें पर लक्ष्मण जी बैठे हैं और पैरों के नीचे दो राक्षस है जैसे ही मंदिर संपूर्ण हुआ राजा को कुष्ट रोग से मुक्ति मिली। राजा ने हनुमान जी से प्रार्थना की कि वे लोगों की मुराद पूरी करने की कृपा करें तभी से हनुमान जी लोगों की मनोकामना पूरी कर रहे हैं।