600 निगाहें बनेगी निगेहबां, अभय कमांड सेंटर की चौकसी में रहेगा जैसलमेर
जैसलमेर। कानून व्यवस्था के मोर्चे पर जैसलमेर को जल्द ही ‘अभय कमांड सेंटर’ का सहारा मिलने जा रहा है। इसके अंतर्गत कुल 600 सीसी टीवी कैमरे इस करीब पांच किलोमीटर की परिधि में फैले शहर के चप्पे-चप्पे में लगाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और आगामी 25 मार्च तक इनके लगवाने का कार्य भी खत्म हो जाएगा। उनकी निगरानी के लिए महिला पुलिस थाना की बगल में कमांड एवं कंट्रोल रूम भी बनकर तैयार हो रहा है। इसे अभय कमांड सेंटर का नाम दिया जाएगा।जैसलमेर की एम्बुलेंस और अग्निशमन गाड़ियों तक की मॉनिटरिंग इसी सेंटर से की जाएगी। इससे एक तरफ ओर जहां अपराध पर रोकथाम लगाई जा सकगी, वहीं दूसरी ओर आमजन में भी सुरक्षा की भावना को प्रबल किया जा सकेगा। ऐसे में जयपुर और अन्य शहरों की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा जैसलमेर शहर में भी अपनी महत्ती योजना अभय कमांड सेंटर की स्थापना के प्रयास युद्धस्तर पर शुरू हो गए हैं।जैसलमेर चूंकि एक पर्यटन नगरी है और यहां लाखों की संख्या में देशी—विदेशी सैलानी आते हैं। इस लिहाज से उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए जैसलमेर में इन दिनों 600 सीसीटीवी कैमरे लगने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, जिसके 25 मार्च तक पूरा हो जाने की उम्मीद की जा रही है।एसपी गौरव यादव के अनुसार, सीसी टीवी कैमरे इंटरनेट से संचालित होंगे। इसके लिए अलग से ओएफसी लाइन बिछाई गई है। एक साथ 600 कैमरों की निगरानी के लिए बनने वाले अभय कमांड सेंटर में बड़ी टीवी स्क्रीन लगाई जाएगी और ऑपरेटर तैनात किए जाएंगे। शहर में कहीं भी किसी घटना के घटित होने के तुरंत बाद इन कैमरों को खंगालकर पुलिस अग्रिम कार्रवाई को अंजाम देगी। ये कैमरे उच्च गुणवत्ता वाले और रात के अंधेरे में भी देखने की क्षमता से लैस होंगे।यादव ने बताया कि राज्य सरकार की यह योजना प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों पर लगभग पूर्ण हो चुकी है और अब जिला मुख्यालयों पर भी ये लगभग 25 मार्च तक लग जायेंगे। जैसलमेर के कोने-कोने विशेषकर पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र सोनार दुर्ग, गड़ीसर सरोवर, पटवा हवेली आदि समेत भीड़भाड़ वाले चौराहों व सडक़ मार्गों पर यह ‘तीसरी आंख’ लगाई जाएगी। पुलिस को उम्मीद है कि अपराधियों में मनोवैज्ञानिक भय का वातावरण बनेगा और किसी अपराध के घटित होने पर पुलिस तुरंत सीसी टीवी कैमरों को खंगालकर जिम्मेदार तत्वों तक पहुंच सकेगी। कानून एवं व्यवस्था पर निगरानी तथा घटित होने वाले अपराधों के अन्वेषण में सीसी टीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।यही वजह है कि जिला पुलिस की तरफ से कई बार शहर के व्यापारी समुदाय से अपने प्रतिष्ठानों के भीतर व बाहर निगरानी के लिए सीसी टीवी कैमरे लगवाने की अपील की जाती रही है। इन कैमरों से मिलने वाले फुटेज पुलिस के लिए खोजबीन में काम आते हैं साथ ही उनका उपयोग प्रमाण के तौर पर भी किया जा सकता है