बाड़मेर डीएमएफटी की प्रबंधन समिति की बैठक मंे हुआ विकास कार्याें पर विचार-विमर्श
- शिव एवं चौहटन मंे स्वीकृत महाविद्यालयों के लिए 50-50 लाख की स्वीकृति जारी होगी
बाड़मेर, 14 मार्च। डीएमएफटी की प्रबंधन समिति की बैठक जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की अध्यक्षता मंे बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे आयोजित हुई। इस दौरान विभागवार विचार-विमर्श करते हुए विकास कार्याें को अंतिम रूप दिया गया।
इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने शाषी परिषद की बैठक मंे अनुमोदित कार्याें की प्रशासनिक,तकनीकी एवं वित्तीय स्वीकृति पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्हांेने अधिकारियांे से कार्याें की उपयोगिता के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने कहा कि सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि विकास कार्य अन्य किसी योजना मंे स्वीकृत अथवा प्रस्तावित नहीं होना चाहिए। उन्हांेने इस संबंध मंे विभागीय अधिकारियांे को प्रमाण पत्र भिजवाने के निर्देश दिए। इस दौरान शिव एवं चौहटन मंे नव स्वीकृत महाविद्यालयांे के 50-50 की वित्तीय स्वीकृति जारी करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा विभिन्न स्थानांे पर वन विभाग, चिकित्सा विभाग, जलदाय विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, शिक्षा विभाग के विभिन्न विकास कार्याें की स्वीकृति जारी करने पर विचार-विमर्श हुआ। जिला कलक्टर नकाते ने कार्यवार समीक्षा करते हुए कार्याें की प्रशासनिक, तकनीकी एवं वित्तीय स्वीकृति जारी करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि खनन प्रभावित इलाकांे मंे आधारभूत सुविधाएं विकसित करने के कार्याें को प्राथमिकता दी जाए। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रांे के भवन, चिकित्सक आवास, हैंडपंप, सोलर टयूबवैल, आंगनबाड़ी केन्द्रांे,सड़क निर्माण के साथ विभिन्न आधारभूत सुविधाओं के प्रस्तावांे की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, कोषाधिकारी दिनेश बारहठ, खनि अभियंता भगवानसिंह, अधीक्षण अभियंता बलवीरसिंह, रणजीतसिंह, अधिशाषी अभियंता भेराराम चौधरी, सूराराम चौधरी, सोनाराम बेनिवाल समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें