गुरुवार, 15 मार्च 2018

बाड़मेर किसान केसरी रामदान चौधरी 135 वीं जयंति मनाई



बाड़मेर किसान केसरी रामदान चौधरी 135 वीं जयंति मनाई
समाज का समग्र विकास महिला षिक्षा से ही संभव - डॉ. जाखड़
बाड़मेर 15 मार्च

किसान केसरी, षिक्षा संत, मालाणी में किसान चेतना एवं समाज सुधार की अलख जगाने वाले स्वर्गीय रामदान चौधरी की 135 वीं जयंति श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान बाड़मेर मनाई गई। संस्थान सचिव डालूराम चौधरी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। संस्थान कोषाध्यक्ष तोगाराम गोदारा द्वारा स्वर्गीय रामदान चौधरी के जीवन परिचय प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. ईषा जाखड़ उपाध्यक्ष महाराजा सुरजमल षिक्षण समूह नई दिल्ली ने कहा कि किसी भी समाज का समग्र विकास महिला षिक्षा, महिला सषक्तिकरण, रोजगार उन्मुख होने पर उस समाज का पूर्ण विकास होता है। भारत में 100 छात्रों में से केवल 25 ही उच्च षिक्षा प्राप्त कर पाते है और देष की प्रगति का दायित्व इन छात्रों पर ही होता है। इसलिए इनका संरक्षण एवं पालन पोषण समस्त समाज का कर्तव्य है। षिक्षित महिलाएं ही देष, समाज और परिवार में खुषहाली ला सकती है। अगर किसी काम में पुरी तरह कामयाब होना चाहते है तो उसे लग्न, मेहनत के साथ अपने तरीके से करो न की दूसरों की देखा देखा या अन्य के साथ तुलना। जो कुछ भी सीखना है उसे अपना सांचे में ढाल लेना है दूसरों से कभी होड़ न लगाये, अपनी गलतीयों से सीखे, अपने लक्ष्य खुद बनाये। अपने काम को ईमानदारी से करना शुरू करें। सबसे बड़ा सम्बल यही होता है। आगे बढो और याद रखो, धीरज, साहस, पवित्रता और अनवरत कर्म करते रहे।

विष्व बैंक के अध्ययन के अनुसार भारत की महिलाएं अन्य विकासषील देषों की तुलना में अपने घरों के बाहर औपचारिक नौकरीयों करने के मामले में बहुत ही पीछे है। षिक्षा प्राप्त करने का मतलब यह नहीं की हमें नौकरी मिल जाये, इसका अर्थ है कि अच्छा व्यक्तित्व बनाना, स्वस्थ व तन्दुरूस्त जीवन जीवना, स्वच्छता बनाये रखना, हर समय खुष रहना, सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना, जीवन की सभी चुनौतियों का सामना करना ही षिक्षा प्राप्त करना है।

अध्यक्षीय उद्बोधन में पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों, मृत्युभोज, नषा वृति से समाज को मुक्त करवाने की राह पर चलने का संकल्प लेना ही सच्ची श्रृद्धाजंलि होगी। उन्होनें विभिन्न सामाजिक कुरीतियों का त्याग करना, युवाओं को विषेष रूप से नसीयत देते हुए कहा कि चेत जाने का आह्वान किया।

डॉ. गंगाराम जाखड़ पूर्व कुलपति महाराजा गंगासिंह विष्वविद्यालय एवं मारवाड़ जाट महासभा के अध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि सामाजिक उत्थान के लिए विषम परिस्थतियों में काम करना होगा। सभी प्रकार के लोगों को साथ लेकर चलने की बात कही। उन्होनें कहा कि विद्यार्थी व्यवसायिक षिक्षा पर विषेष रूप से ध्यान दें। ताकि रोजगार के विकल्प हो। उन्होनें युवा शक्ति से आह्वान करते हुए कहा कि वर्तमान में युवाओं के अन्दर पनप रही नषा प्रवृति स्वस्थ्य समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा है। नषे से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक व सामाजिक असंतुलन पैदा होते है।

डॉ. प्रियंका चौधरी ने कहा कि समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर करने के लिए सामाजिक एक जुटता के साथ कार्य करना होगा। महिला षिक्षा पर विषेष ध्यान देना होगा।

संस्था के संरक्षक गणपत स्वरूप चौधरी ने महिला षिक्षा के क्षैत्र में किसान बोर्डिंग हाउस को ओर अधिक प्रयास करने का आह्वान किया। संस्थान अध्यक्ष बलवन्तसिंह चौधरी ने कहा कि कथनी और करनी में अंतर नहीं रखते हुए सामाजिक विकास, षिक्षा की गुणवता के सुधार के लिए एकजुट होकर प्रयास करने होगें।

इस अवसर पर विभिन्न शैक्षिक, सह शैक्षिक गतिविधियों में उत्कृष्ठ प्रदर्षन करने वाले छात्र छात्राओं को नकद पुरूस्कार, स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर किसान छात्रावास में वर्ष पर्यन्त निःषुल्क अध्यापन करवाने वाले षिक्षको प्रो. कानराज पूनिया, डॉ. आदर्ष किषोर, दीपक चौधरी, बलदेव सारण, कलपेष जैन, अषोक चारण पटवारी, नरपत जाणी, सताराम जाणी, प्रधानाचार्य दीपाराम, किषनाराम सियाग व हुकमाराम पोटलिया व्याख्याता का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। भामाषाह डॉ. ईषा जाखड़ ने संस्थान को 5 कम्प्युटर भेंट किये।

व्यवस्थापक मेघाराम चौधरी ने दोनों छात्रों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जोगाराम सारण गरल द्वारा लिखित पुस्तक गांव ढाणी के मौसम वैज्ञानिक पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जसवंत मायला, प्राचार्य पांचाराम चौधरी, डॉ. आदर्ष किषोर जाणी, प्रमीला एस चौधरी, द्वारा किया गया। कार्यक्रम का धन्यवाद पांचाराम गोदारा द्वारा ज्ञापित किया गया।

कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित

आदूराम मेघवाल पूर्व जिलाध्यक्ष बीजेपी, नरसिंह सोलंकी, जवाहरलाल नेहरू, अमृत कौर वार्डन, महेष दादाणी, तारा चौधरी जिलाध्यक्ष कुम्भाराम आर्य फाउण्डेषन, खेमा बाबा बल्ड डोनर्स समूह, जोगाराम सारण किसान शोध संस्थान, राजस्थान प्रगतिषील षिक्षक संघ प्रदेषाध्यक्ष बनाराम डूडी, हिमथाराम जांगिड़, गोपाल गौषाला पदाधिकारी, पूर्व प्रधान चौहटन वीरमसिंह गुजर, षिक्षक नेता वीरमाराम गोदारा, व समस्त कार्यकारिणी के सदस्य, विभिन्न सामाजिक संस्थानों के संस्थाध्यक्ष सैकड़ों प्रबुद्ध नागरिक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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