मंगलवार, 16 मार्च 2021

जीते जी किसी ने सार नहीं की मरने के बाद श्रद्धांजलियों का दौर कोटड़ी पाड़े की गलियां हुई स्वर विहीन ,रानी महल के बाहर सन्नाटा

 जीते जी किसी ने सार नहीं की मरने के बाद  श्रद्धांजलियों का दौर

कोटड़ी पाड़े की गलियां हुई स्वर विहीन ,रानी महल  के बाहर सन्नाटा



जैसलमेर विभा श्रॉफ के साथ थार का विख्यात लोक गीत मूमल गाकर  दिलाने

वाले मांगणियार लोक गायक दापु खान के निधन के साथ ही जैसलमेर के सोनार

किले की  स्वर विहीन हो गयी ,अब इन गलियों में दपु खान के कमायचे  मधुर

संगीत के साथ सुरीली आवाज़ नहीं गूंजेगी ,वर्षों से किले ऊपर कोटड़ी पाड़ा

स्थित कंवर और रानी पदाके बाहर बैठकर पर्यटकों को अपने मधुर स्वर लहरियों

से आकर्षित करने वाला लोक कलाकार दापु खान अब इस दुनिया में नहीं रहा

,मस्त मलंग दपु खान ताउम्र फटेहाल रहा ,जैसलमेर की ऐतिहासिक लोक नायिका

मूमल की सुंदरता का अपने गीतों में बखान कर अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त

करने के बाद भी दपु खान की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया था ,दापु खान

के हुनर का उपयोग कर विभा श्रॉफ ने जो ख्याति मूमल से अर्जित की उसका

फायदा दपु को नहीं मिला ,यु ट्यूब पर करोड़ो लोगो तक पहुंचे मूमल गीत की

रॉयल्टी दपु खान को नहीं नहीं मिली ,दपु सामान्यतः अपनी मौत के दो दिन

पहले तक कोटड़ी पाड़ेकी गलियों में बेथ पर्यटकों के लिए स्वागत गीत गता रहा

,दपु खान को न तो जिला प्रशासन से न ही पर्यटन विभाग से कभी कोई सहायता

मिली यहाँ तक की उसे जिला प्रशासन ने कभी मरू महोत्सव  सांस्कृतिक

कार्यक्रमों में शामिल नहीं किया ,उसकी रोजी रोटी पर्यटकों की और से

मिलने वाली बक्शीश से चलती थी ,दपु को दो वक़्त की रोटी कोटड़ी पाड़े के

घरों से बच्ची खुची मिलती थी इसी में खुस था ,छोटे बच्चों से लेकर बड़े

बुजुर्गो के मुंह लगा था दपु ,हर कोई उसका ख्याल रखता था ,मगर राज्य

सरकार या जिला  उसकी प्रतिभा के साथ कभी न्याय नहीं किया ,विभा श्रॉफ ने

दपु के साथ मूमल गाकर ख्याति और पैसा खूब कमाया मगर उसकी हिस्सा राशि दपु

को नहीं दी ,फिर भी दपु को कोई मलाल नहीं था ,साउथ में सरकारी बसों पर

राजस्थान की लोक संस्कृति के चित्रों में दपु खान का फोटो प्रमुखता से

दर्शाया गया था ,विगत दिनों दपु खान को अक्षय कुमार  के वीडियो में भी

प्रमुखता से दिखाया गया था ,बावजूद इसके दापु खान को न कभी प्रशासन ने

सहयोग किया न पर्यटन विभाग ने ,दो दिन पूर्व उसकी तबियत बिगड़ी तो उसे

जोधपुर के निजी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया ,शनिवार को उसने

अंतिम सांस ली ,भाडली गांव का निवासी दपु खान महीने में बीस दिन किले की

गलियों में लोक गीत गाकर गुजरता था ,दस दिन में बक्शीश का पैसा इकट्ठा कर

गांव चला जाता ,दस दिन गांव रहता फिर जैसलमेर आ जाता ,उसकी पसंदीदा बैठने

की जगह कोटड़ी पांडे स्थित रानी महल और कंवर पदा थी जिसके बाहर बैठक

कमायचे की मधुर धुनों के साथ स्वर लहरियां  बिखेरता ,जीते जी दपु खान के

हाल सिवाय कोटड़ी पाड़े के निवासियों के किसी ने नहीं जाने ,अब उसकी मौत

पर प्रधानमंत्री से लेकर आम खास सोसल मिडिया पर  श्रद्धांजलियां दे

रहेदपु खान ताउम्र फटेहाल रहा ,एक कत्थई रंग का कट्टा फटता कमीज और धोती

उसका स्थाई परिधान था ,बहरहाल दपु खान के असामयिक निधन के बा किले से

कमायचे के साथ गूंजती दपु की स्वर लहरियाँ खामोश हो गयी सदा के लिए ,


मानवेन्द्र सिंह निर्विरोध फुटबॉल संघ के अध्यक्ष निर्वाचित

 मानवेन्द्र सिंह निर्विरोध फुटबॉल संघ के अध्यक्ष निर्वाचित




बाड़मेर राजस्थान फुटबॉल संघ के प्रदेश अध्यक्ष कर्नल मानवेन्द्र सिंह

जसोल जिला फुटबॉल  बारमेर के चार वर्षीय चुनावो में पुनः तीसरी बार

लगातार निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए ,निर्वाचन अधिकारी हरीश भाटी ने बताया

की जिला फुटबॉल संघ बाड़मेर के चुनाव होटल अम्बर में संपन्न हुए ,एकल

आवेदन सभी पदों पर आने के बाद पर्यवेक्षक मांगीलाल सोलंकी ,जिला ओलम्पिक

संघ पर्यवेक्षक चून सिंह भाटी और जिला खेल अधिकारी भींयाराम की देखरेख

में संपन्न हुए इन चुनावो में जिला फुटबॉल संघ की कार्यकारिणी

निर्विरोद्ध चुनी गयी ,जिसमे कर्नल मानवेन्द्र सिंह अध्यक्ष ,फरस सिंह

सचिव और मल सिंह कोषाध्यक्ष चुने गए,मानवेन्द्र सिंह के अध्यक्ष चुने

जाने पर फुटबॉल प्रेमियों में ख़ुशी की लहर फेल गयी ,

रविवार, 22 नवंबर 2020

बाड़मेर सेवानिवृत अधिकारी भूतपूर्व सैनिकों से जमीन आवंटन के मामले में मांग रहा था रिश्वत, एसीबी ने दलाल समेत पकड़ा

बाड़मेर सेवानिवृत अधिकारी भूतपूर्व सैनिकों से जमीन आवंटन के मामले में मांग रहा था रिश्वत, एसीबी ने दलाल समेत पकड़ा


जयपुर स्थित बापू नगर आवास से मिले 8 लाख रुपए नकद मिले है। इसके अलावा बाड़मेर ,जैसलमेर अन्य जिलों में बने आवासों पर भी छापे मारे है।



बाड़मेर बीकानेर में अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेशन के पद से हाल में सेवानिवृत हुए आरएएस अधिकारी प्रेमाराम परमार को पांच लाख की रिश्वत लेते देर रात एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने बाड़मेर में पकड़ा है। इसके बाद टीम ने इस अधिकारी के जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर सहित कई ठिकानों पर रातभर छापे मारे और नकदी, गहने और अचल सम्पत्तियों के दस्तावेज बरामद किए है। जयपुर स्थित आवास पर छापे के दौरान इस अधिकारी के घर से 8 लाख रुपए बरामद हुए है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये अधिकारी 31 अक्टूबर को कॉलोनाइजेशन डिपार्टमेंट से एडिशनल कमिश्नर पद से सेवानिवृत्त हुआ था। जमीन आवंटन के मामलों में चल रही पुरानी फाइलों को बैकडेट में क्लीयर करने के मामले में ये अधिकारी एक दलाल नजीर खान के जरिए 5 लाख की लेते हुए पकड़ा है।

तीन ठिकानों पर मारे छापे

एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारी प्रेमाराम को पकड़ने के बाद उसके जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर जयपुर आवास पर भी छापे मारे गए है। जयपुर स्थित आवास से लगभग 8 लाख रुपए की नकदी बरामद होने की सूचना है। इसी तरह जोधपुर आवास से 7.72 लाख की नकदी, 15 लाख रुपए के गहने, जालौर में पत्नी के नाम से एग्रीकल्चर लैंड के कागजात बरामद हुए है। इसके अलावा एलएण्डटी कंपनी के शेयर, साले के नाम से 65 लाख रुपए का फ्लैट और 30 लाख रुपए से अधिक के कीमती आइटम बरामद भी बरामद हुए।

महंगी शराब पीने का है शौक

अधिकारी के जोधपुर आवास में सर्च के दौरान बड़ी तादाद में मिली विदेशी और महंगी शराब की बोतलें भी मिली है। बताया जा रहा है कि इस मामले में एक्साइज एक्ट के तहत प्रेमाराम के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज करवाया गया है।








 

जैसलमेर, नगर परिषद द्वारा शहर में चलाया गया विशेष कोरोना जागरूकता अभियान

जैसलमेर, नगर परिषद द्वारा शहर में चलाया गया विशेष कोरोना जागरूकता अभियान

तीस हजार वसूले बिना मास्क वालों से जुर्माने में 

अनमोल जीवन के लिए कोरोना के बचावों को अवश्य ही अपनाएं;फ़तेह सिंह 



जैसलमेर,  जिले में चल रहे कोरोना बचाव विशेष जागरूकता अभियान कार्यक्रम के अन्तर्गत  नगर परिषद जैसलमेर टीम द्वारा आयुक्त नगर परिषद फतेहसिंह मीणा के नेतृत्व में  विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें गांधी काॅलोनी क्षेत्र में नागरिकों को कोरोना बचाव के उपायों के बारें में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान नगर परिषद के पूर्व सभापति श्रीमती कविता कैलाश खत्री,समाज सेवी कैलाश खत्री  भी साथ में थी।इस दौरान बिना मास्क पहले लोगो से जुर्माने के तौर पर तीस हजार से अधिक राशि वसूली की गयी ,

अभियान के दौरान श्रीमती खत्री द्वारा वार्ड के नागरिकों को घर से बाहर निकलने से पहले अनिवार्य रूप से मास्क लगाने का आह्वान किया, वहीं बार-बार हैंडसेनेटाईज करने, सोशल डिस्टेंश की पालना करने, भीडभाड के इलाकों में नहीं जाने की भी सीख दी गई। उन्होंने यह भी संदेश दिया कि मानव जीवन अनमोल हैं, इसलिए कोरोना संक्रमण के बचाव के सभी उपायों को प्रत्येक नागरिक को अपनाना हैं, तभी हम कोरोना रोकथाम में सफल हो सके।

इस दौरान नगर परिषद के सहायक अभियंता पुरखराम, कनिष्ठ अभियंता सुशील कुमार यादव, पार्षद पारस गर्ग के साथ ही पूर्व पार्षद मगन सैन, गोल्डन सीएलएफ टीम के सदस्य भी शामिल रहे एवं उन्होंने भी लोगों को कोरोना बचाव के संबंध मे जागरूक रहने का संदेश दिया। इस दौरान कमठा कार्य में लगे श्रमिकों को मास्क वितरण किये गए।

आयुक्त नगर परिषद ने अभियान के दौरान वार्ड की महिलाओं को सीख दी कि वे घर में बुजुर्ग पुरूष एवं महिला के साथ ही छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें एवं उनकों घर से बाहर नहीं निकलने दे। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को भी विशेष सतर्कता बरतनें की भी सीख दी। इसके साथ ही वार्ड संख्या 13 से 15 व 23 से 25 में भी विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया।

मास्क नहीं पहननें वालों के काटे चालान, वसूला जुर्माना

विशेष अभियान के दौरान नगर परिषद की टीम द्वारा हनुमान चैराहा, गड़ीसर चैराहा, नीरज बस स्टेण्ड पर मास्क नहीं पहननें वाले एवं सोशल डिस्टेंश की पालना नहीं करने वाले लोगों के चालान काटकर उनसे 30 हजार 300 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गई। इस दौरान नगर परिषद के अधिशाषी अभियंता मनोज बैरवा एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे एवं चालान कार्य किया। इस दौरान शहर में आने वाले पर्यटकों को भी आगाह किया कि वे बिना मास्क के शहर में विचरण नहीं करे, वहीं सोशल डिस्टेंश की पालना करें।




 


जैसलमेर कांग्रेस के थिंक टैंक अब्दुला फ़क़ीर ने राजनीति शतरंज में किये मोहरे फिट, सांसद शेखावत और स्वामी जुटे भाजपा के पक्ष में

 जैसलमेर कांग्रेस के थिंक टैंक अब्दुला फ़क़ीर ने राजनीति शतरंज में किये मोहरे फिट,

सांसद शेखावत और स्वामी जुटे भाजपा के पक्ष में ,स्वामी प्रतापपुरी का आरक्षण विरोधी बयान वायरल 

सात  पर कांग्रेस मजबूत,एक पर भाजपा मजबूत,एक कड़ी टक्कर में 

चंदन सिंह भाटी 



जैसलमेर सरहदी जेसलमेर जिले में सर्दी में राजनीतिक गर्मी का अहसास होने लगा है।।पंचायत चुनावों में कांग्रेस की और से पोकरण क्षेत्र में केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ,थिंक टैंक अब्दुला फ़क़ीर जीत के लिए बिछाए राजनीति शतरंज के मोहरों को फिट कर चुके है कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने में जी तोड़ मेहनत कर रहे है जिला परिषद की आठ सीट में से राजमथाई पर भाजपा अपनी पकड़ मजबूत बनाये हुए है वही सांकड़ा में पहली बार कांग्रेस आरामदायक स्थति में है।।जिला प्रमुख पद के प्रमुख दावेदार अब्दुल्ला फकीर ने कमान संभाल रखी है।।भणियाणा और सांकड़ा पंचायत समिति के चुनाव भी साथ है।।कांग्रेस नेताओं ने नए परिसीमन को इसी हिसाब से किया कि कांग्रेस बढ़त ले।।केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और अब्दुल्लाह फकीर पोकरण में कांग्रेस को बढ़त दिलाने में लगे है वही भाजपा की और से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत  और स्वामी प्रतापपुरी पर निर्भर है।।स्वामी प्रताप पूरी की पोकरण की बजाय जेसलमेर विधानसभा में ज्यादा रुचि लगती है।इसके बावजूद प्रतापपुरी भाजपा को बढ़त दिलाने में जुटे है।क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने नाचना ,नोख  155 डी में भाजपा के समर्थन में जन सभाएं की हैं ,वही फील स्थिति में कांग्रेस सात सीटों पर अच्छी स्थति में है तो राजमथाई में भाजपा मजबूत लग रही है,वही एक अन्य पर कड़ी टक्कर की स्थति हैं ,

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने ली मीटिंगें 

पोकरण क्षेत्र से सांसद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पंचायत राज चुनावों के मध्य  नजर नाचना क्षेत्र में अहम् बैठके भाजपा प्रत्यासी के पक्ष में की ,भाजपा पूरी ताकत लगा रही हैं मगर जातीय समीकरण भाजपा का साथ नहीं दे रहे ,गजेंद्र सिंह के चुनावी दौरे का क्या प्रभाव पड़ेगा यह चुनाव के परिणाम ही बता पाएंगे ,भाजपा कांग्रेस की टक्कर में आने को प्रयासरत हैं.शेखावत ने नाचना ,नोख और 155 आर डी  पर भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं की 

पूर्व विधायक का भतीज कांग्रेस उम्मीदवार 

पोकरण से भाजपा नेता और  पूर्व विधायक शैतान सिंह का भतीज सांकड़ा पंचायत समिति से कांग्रेस टिकट पर ब्लॉक का चुनाव लड़ रहे हैं ,कांग्रेस के लिए यह राहत की बात हे की सांकड़ा में उसे पहली बार बढ़त मिलने  सम्भावना हैं ,स्वामी प्रतापपुरी के  पोकरण आने से शैतान सिंह की राजनीती पर विराम लग गया  था ,अब शैतान सिंह के परिवार से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने से भाजपा के समीकरण बदल गए ,

आरक्षण ख़त्म करने वाले बयान पर उलझे स्वामी जी 

केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में धारा 370  हटाने के बाद स्वामी प्रतापपुरी ने बयान जारी किया था की देश में बढ़ती आबादी को देखते हुए आरक्षण खत्म करने की आवश्यकता हैं ,स्वामी प्रतापपुरी के बयान वाली खबर अब सोसल मिडिया पर फिर जोरदार वायरल हुई ,खासकर अनुसूचित जाती जनजाति वर्ग में इस खबर और स्वामी प्रतपपुरी के ब्यान पर चर्चा हो रही हैं ,आरक्षण विरोधी बयान स्वामी प्रतापपुरी ने कोई दो साल पहले दिया था मगर अब चुनावों में इसे भुनाया जा रहा हैं ,





चूरू पानी की टंकी पे चढ़े युवक की सुरक्षा ,वीरू बनना भारी पड़ा ,पुलिस ने थमाया ,डेढ़ लाख का बिल

    चूरू पानी की टंकी पे चढ़े युवक की सुरक्षा ,वीरू बनना भारी पड़ा ,पुलिस ने थमाया ,डेढ़ लाख का बिल 



         चूरू चूरू में एक युवक की शादी न होने और अभिनेता संजय दत्त से मिलने की मांग लेकर पानी की टंकी पर चढ़ना भारी पद गया जब  चढ़े  सुरक्षा के लिए तैनात किये पुलिस बल का बिल करीब एक लाख तिरेपन हजार का थमा दिया ,बिल देख युवक के होश फाख्ता हो गए , राकेष पुत्र जेठाराम जाति ब्राहम्ण उम्र 21 साल निवासी भानूंदा पुलिस थाना राजलदेसर जिला चूरू पुलिस थाना रतनगढ़ के ईलाका क्षैत्र कस्बा रतनगढ में भानीधोरा वार्ड नं. 25 में स्थित जलदाय विभाग की पानी की टंकी पर दिन में करीब 12.00 पी.एम पर चढ़ गया जिसने अपने पास एक रस्सी भी ले रखी थी। श्री राकेश द्वारा कभी फिल्म अभिनेता संजयदत्त से मिलने की मांग की जा रही थी तथा पूर्व में पुलिस थाना राजलदेसर में हत्या के मुकदमा में जे सी हो जाने पर बदनामी से विवाह न होने को लेकर जलदाय विभाग रतनगढ़ की पानी की टंकी पर चढ़कर निचे गिरकर आत्महत्या करने की धमकी दी जा रही थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस उप अधीक्षक, थानाधिकारी पुलिस थाना रतनगढ़ तथा पुलिस जाब्ता सहायक उप निरीक्षक, हैड काॅनिस्टेबल, काॅनिस्टेबलगण के द्वारा पूरे दिन समझाईस करने के उपरान्त श्री राकेश वक्त करीब 5.45 पीएम पर पानी की टंकी से नीचे उतरा। श्री राकेश के उक्त कृत्य के कारण पुलिस विभाग को इसकी सुरक्षा व्यवस्था हेतु कस्बा रतनगढ में भानीधोरा वार्ड नं. 25 में स्थित जलदाय विभाग की पानी की टंकी के आस पास पुलिस बल तैनात करना पड़ा है। गृह विभाग, राजस्थान सरकार के आदेश क्रमांक एफ. 1 (क.)(16)गृह-2/2005 दिनाक 11.11.2019 की पालना में व्यक्तिगत सुरक्षा पर व्यय की गई राशि 153614/- रूपये श्री राकेश से वसूल की जानी है। इस सम्बंध में श्री राकेश को 10 दिन की अवधि में उक्त राशि कार्यालय पुलिस अधीक्षक जिला चूरू में जमा करवाकर रसीद प्राप्त करने सम्बधी लिखित नोटिस जारी किया गया है। श्री राकेश द्वारा  निर्धारित अवधि में इस कार्यालय में राशि जमा नही करवाने की सूरत में उसके विरूद्व कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जावेगी।  













जैसलमेर विधवा का नाक काटने वाले प्रकरण में शरीक तीन आरोपी ओर गिरफ्तार,कुल आठ गिरफ्तार

जैसलमेर विधवा का नाक काटने वाले प्रकरण में शरीक तीन आरोपी ओर गिरफ्तार,कुल आठ गिरफ्तार  



           जैसलमेर  बसीरखां पुत्र कालूखां जाति मुसलमान उम्र 35 वर्ष पेशा खेती व मजदुरी निवासी जगीरो की ढाणी सांकडा पुलिस थाना सांकडा ने उपस्थित थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट इस आशय की पेश की कि उसकी बहिन गुड्डी पुत्री कालूखां निवासी जगीरो की ढाणी की शादी आज से 06 साल पूर्व कोजेखां साथ हुई थी।  दुलेखां पुत्र हासमखां, इकबालखां पुत्र हासमखां, हासमखां पुत्र दीनूखां, सली पत्नी हासमखां, फारुखेखां पुत्र आम्बेखां, आम्बे खां पुत्र दीनूखां, लाडूखां पुत्र जानूखां, मनुखां पुत्र जानूखां, अनवरखां पुत्र जानूखां, सलीमखां पुत्र जानूखां, जानूखां पुत्र दीनूखां, नेमतेखां पुत्र पुत्र दीनूखां, नेबेखां पुत्र दीनूखां के अलावा करीब 10-15 व्यक्ति एक राय होकर हाथो मे तलवार, धारिया, लाठियों व बंदूको से लैंस होकर मेरी बहिन गुड्डी को जान से मारने की नियत से एक राय होकर पूर्व तैयारी के साथ मेरे घर मे प्रवेश कर मेरी बहिन गुड्डी की धारदार हथियार से नांक व जीभ काट दी मेरी बहिन का नाक पर धारदार हथियार से वार करने से नाक अलग कर दिया तथा मेरी बहिन के कपडे फाडकर स्त्री लज्जा भंग की तथा मेरी माता बिस्मिला का हाथ तौड दिया। मेरी माता इतने मे मेरी बहिन व माता की चिल्ला्ने की आवाज सुनकर मे दौडकर घर पर आया तो ये लोग मोटरसाईकिलो पर सवार होकर भाग गये थे। भागते हुए मैने देखा था पुलिस को सुचना मिलने पर मौका पर पहुंच कर घायल महिला को सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया रिपोर्ट के आधार पर थाना पर मुकदमा संख्या प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरु किया जाकर उक्त घटना की जानकारी उच्चधिकारियों को दी गई।

       मामले की गंभीरता को देखते हुए  जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ. अजयसिंह के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर राकेश बैरवा के निर्देशन मे पुलिस उप अधीक्षक वृत पोकरण मोटाराम के सुपरविजन मे कान्तासिंह थानाधिकारी पुलिस थाना सांकडा मय टीम द्वारा दौराने अनुसंधान दिनांक 21.11.2020 को मय टीम नीम्बदान सउनि , भोपालसिंह, इन्द्राराम, मंजीला मालाराम  ने नाक काटने वाले 03 ओर आरोपी लाडूखां पुत्र जानूखां , फारूखखा पुत्र आम्बेखां , नेमतेखां पुत्र दीनूखां गिरफ्तार किये गये। उक्त प्रकरण में अब तक  कुल 08 अभ्यिुक्त गिरफतार किये जा चुके है 

मुल्जिमो के खिलाफ एक ओर मुकदमा दर्ज होगा  

           टीम द्वारा अनुसंधान में  मुल्ज्मि हासमखां पुत्र दीनूखां , इकबालखां पुत्र हासमखां , लाडूखां पुत्र जानूखां , मनुखां पुत्र जानूखां , फारूखखां पुत्र आम्‍बेखां सर्वे जाति मुसलमान निवासीयान जगीरो की ढाणी सांकडा के विरूद्ध धारा 107/116(3 ) जाब्ता फौजदारी के तहत् दिनांक 02.08.2020 को इस्तगासा श्रीमान कार्यपालक मजिस्ट्रेट पोकरण के समक्ष पेश कर पाबद्ध करवाया गया था जिनके विरूद्ध धारा 122 सीआरपीसी के तहत इस्तगासा कोर्ट मे दायर होगा  


 







जैसलमेर चोर गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य सरगना सहीत 03 गिरफतार एवं 01 बाल अपचारी निरुद्ध ,

जैसलमेर  चोर गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य सरगना सहीत 03 गिरफतार एवं 01 बाल अपचारी निरुद्ध ,


01 स्कॉपियों 01 मोटर साईकिल एवं चोरी की बैट्री बरामद  



            जैसलमेर   प्रार्थी राकेश कुमार मोर्य पुत्र श्री ओमप्रकाश  जाति मौर्य उम्र 39 वर्ष  पेशा प्राईवेट नोकरी निवासी प्रधानपुर जिला जोनपुर हाल अस्टिेट मेनेजर SKIPPER कम्पनी जैसलमेर ने उपस्थित थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट पेश की SKIPPER LIMITED दवारा 400KV D/C BUAD MOOSE AKAL-JODHPUR LICO LINE के टावर संख्याआ -21/0 तक की 12 टावरो की बैटरीया अज्ञात चोर चोरी करके ले गये  EXIDE SOLATRAN की 12 V, 40AH की है। नीचे से धानी रंग और उपर लाल रंग ( FE02-656L40) न. की बैटरीया है जो मेाका पर लगी हुई थी रिपोर्ट देता हु कार्यवाही करे मोका पर मोटरसाईकिल व स्काईर्पियो गाडियो के टायरो के निशान पडे है और साथ मे टावरो के मेम्बार पीस थी वगैरा रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान कान्तासिंह ढील्लो द्वारा शुरु किया गया। 


          जिला जैसलमेर में स्थापित कंपनियों में चोरी करने वाले के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ अजयसिंह के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर राकेश बैरवा के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत  आज मुखबीर से सूचना मिली कि कुछ चोर बिजली के टॉवरो से चोरी की हुई बैटरीयां बैचने के फिरक मे है जिस पर कान्तासिंह ढाल्लो थानाधिकारी, नीम्बदान सउनि, रोशलाल, शिवराम, किशनलाल, राकेशकुमार, मालाराम, इन्द्राराम व भोपालसिंह के साथ तलास मे रवाना हुए तो भैसडा रोड पर एक स्कॉपियो गाडी जीजे 01 आरबी 6779 दो मोटर साईकिल मे से एक की नम्बर प्लेट पर राजपूताना 7773 व दूसरी पर आरजे 19 बीपी 3658 आते दिखाई दिये। जिन्हे रोकने का इशारा किया परन्तु भागने लगे रोककर चैक किया तो अपराधि उगमसिंह पुत्र प्रयागसिंह निवासी भैसडा, देरावरसिंह पुत्र विजयसिह, कमल रामावत पुत्र गोरधदास रामावत निवासी भैसडा,  एक बाल अपचारी को मौका पर पांच बैटरीयों सहीत प्रयुक्त वाहनों के साथ दस्तयाब किया गया। जिन्होने इन्ट्रोगेशन के दौरान बिजली के बडे टॉवरों से लोहे के ऐगल, फॉउडेशन के ऐगल व पवन चकियों के 10 ट्रासमीटर से ऑयल चोरी करना व 12 बैटरीयां 400 वॉल्टेज की 40 लोहे के ऐगल 20 फॉउडेशन के लोहे के रोड पहली पूछताछ मे स्वीकार किया है। जिस पर तीन  को गिरफ्तार ओर एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया गया।जिले भर की चोरीयाे का खुलासा होगा।                 


गिरफतारशुदा अभियुक्त लम्बे  समय से चोरी कर रहे थे। अभियुक्त हर किस्म की चोरी करने मे मास्टर माईन्ड है इनके साथीयो की भी तलाश जारी है व सामान बैचने वालो व चोरी का माल  खरीदने वाले शिघ्र गिरफतार होगे। 


 

 

आईएएस समित शर्मा का अनूठा प्रयास,खुले जनता दरबार मे सुनते ही फ़रियादें बन्द चेम्बर को तब्दील कराया खुले जनता दरबार मे

   आईएएस समित शर्मा का अनूठा प्रयास,खुले जनता दरबार मे सुनते ही फ़रियादें

बन्द चेम्बर को तब्दील कराया खुले जनता दरबार मे



जैसलमेर बहुत कम आईएएस अधिकारी होते है जिन्हें जनहित के कार्यो का जुनून होता है।इस जुनून की कोई हद नहीं होती।।ऐसे ही जुनूनी आईएएस है डॉ समित शर्मा।।निशुल्क दवा योजना के जनक।।जोधपुर में संभागीय आयुक्त पद पर नियुक्त है।छह जिले इनके अधिकार क्षेत्र में आते है।।प्रतिदिन सैकड़ो लोग अपनी समस्याएं लेकर इनके पास मिलने आते है।इसके लिए इन्होंने एक नई और अनूठी पहल करते हुए दशकों से संभागीय आयुक्त के बन्द चेम्बर कार्यालय को जनहित में पारदर्शी और खुले जनता दरबार मे तब्दील कर दिया।।अब आमजन को इनसे मिलने के लिए किसी चिट की जरूरत नही न ही दरबान को पूछने की।अब फरियादी सीधे खुले जनता दरबार कार्यालय में बैठकर प्रशासन चलाने वाले वरिष्ठ आईएएस डॉ समित शर्मा से मिलकर अपनी समस्याओं का समाधान कराते है।।

दूर दराज से आने वाले फरियादियों को बड़े इत्मीनान से सुनते है तथा यथा उचित समाधान करते है।लोग खुश है।।अब तक संभागीय आयुक्त से आम आदमी का मिलना टेडी खीर था ययम आदमी के लिए।।मिल भी गए तो समस्याएं जस की तस।।मगर अब शर्मा जी ने नवाचार कर अपना कार्यालय ही पारदर्शी और खुले चेम्बर में बदल दिया ताकि लोगो को उनसे मिलने में दिक्कत न हो।।

संभागीय आयुक्त में जिलो के दौरे जिस अंदाज और तेवर में किये उससे जिला स्तरीय प्रशासनिक अम्लों में सुधार का असर दिखने लगा है।।आमजन के लिए सहज उपलब्ध होने के लिए उन्होंने चेम्बर सिस्टम बदल दिया।।उन्होंने अपने चेम्बर को जनता दरबार की तर्ज पर विकसित किया। एक दम खुला चेम्बर ।बाहर से आसानी से कोई भी संभागीय आयुक्त को काम करते देख सकते है।।यही बैठकर अपनी रोजमर्रा की सरकारी बैठके लेते है।।यही पर आम जनता से उनकी समस्याएं सुनते है और उनका समाधान हाथों हाथ करने का प्रयास करते है।।कोई भी व्यक्ति संभागीय आयुक्त के जनता दरबार से खाली हाथ नही लौटता ।।फरियादी का काम होता है या उसे पूर्ण संतुष्ट करके भेजा जाता है।।

फरियादी सीधे मिलते है संभागीय आयुक्त से ,*

फरियादी अब सीधे संभागीय आयुक्त तक अपनी समस्याएं लेकर पहुंच रहे है।उनकी समस्याओं का समाधान भी हो रहा। अब तक संभागीय आयुक्त पद मोहर जैसा ही था जिसका कोई औचित्य नही था।आमजनता को संभागीय आयुक्त से कोई सरोकार नही था मगर डॉ समित शर्मा ने इस धारणा को न केवल बदला अपितु संभागीय आयुक्त पद को आमजनता और सरकारी कारिंदों के बीच असरकारक बनाया।।उनके विभिन्न जिलों के दौरे खासकर उनकी कार्यशैली आमजनता के दिलो को भा गई।।सरकारी कारिंदे संभागीय आयुक्त से ख़ौफ़ खाने लगे।।सरकारी काम मे अब सुधार दिखने लगा है।।

जनता की सहूलियत के लिए खुला चैंबर 

संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा से खास मुलाकात में बताया कि क्यों उन्हें जनता दरबार की जरूरत महसूस हुई।।डॉ शर्मा के अनुसार उनके  क्षेत्राधिकार में छह जिले आते है।।सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सरकार की मंशा अनुरूप नही हो रहा था।।आम  जनता अपने दुख दर्द ,समस्याएं उचित माध्यम तक पहुंचाने के लिए इधर उधर प्रयास करते  थे।।सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसके लिए हमने नई शुरुआत कर बन्द चेम्बर में बैठने की बजाय खुले और पारदर्शी स्थान पर बैठकर लोगों की फरियाद सुनने का निर्णय लिया।।अब कोई भी अपनी समस्या लेकर सीधे संभागीय आयुक्त के पास आने लगे है।।जहां उनकी समस्याओं का समाधान कर उन्हें राहत प्रदान की जा रही है।बंद चैंबर में आमजन को अधिकारी तक पहुंचने में दिकत होती थी ,हमने यह दिकत स्थायी रूप से खत्म कर दी अब खुले चैंबर में बाहर आने वाला हर व्यक्ति नजर आता हैं ,।


फोटो drsamitsharma ,1 

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शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2020

बाड़मेर गैंग रेप प्रकरण ,एक आरोपी गिरफ्तार ,आरोपी पीड़िता के खेतों में मजदूरी कार्य करता हैं सूत्रों का दवा दूसरा आरोपी कोई नहीं

 बाड़मेर गैंग रेप प्रकरण ,एक आरोपी गिरफ्तार ,आरोपी पीड़िता के खेतों में मजदूरी कार्य करता हैं ,सूत्रों का दवा दूसरा आरोपी कोई नहीं  



बाड़मेर सरहदी बाड़मेर जिले  के शिव थाना क्षेत्र के रतकुडिया गांव में हुए दुष्कर्म के मामले का बाड़मेर पुलिस ने चौबीस घंटे से पहले पटाक्षेप कर मुख्य आरोपी को देर रात ही गिरफ्तार कर लिया ,आरोपी पीड़िता के पिता के खेतों में काम करता हैं ,मामले में दूसरा कोई आरोपी नहीं होने का दवा पुलिस ने किया हैं ,फिर भी पुलिस तथ्यों को जाँच रही हैं ,पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया की मामले की गंभीरता को देखते हुए शिव में रात्रि केम्प कर टीमों को फिल्ड में आरोपियों की तलाश में रवाना किया ,कड़ी से कड़ी जोड़कर देर रत जैसलमेर जिले के दांतल गांव से गंगाराम भील को दस्तयाब किया ,गंगाराम पीड़िता के पिता के खेतों में मजदूरी करता हैं,उससे पूछताछ की जा रही हैं , दूसरे आरोपी को लेकर पुलिस अधीक्षक ने कहा की जल्द मामले का खुलासा करेंगे 

पीड़िता ने कहा था आर्रोपियों को नहीं जानती 

गेंग रेप प्रकरण की पीड़िता से जब पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा और जिला कलेक्टर विश्राम  मीणा अस्पताल में बुधवार सुबह मिले तब पीड़िता ने कहा था की आरोपियों को नहीं पहचानती ,यही बयां पीड़िता ने बुधवार  मिडिया को दिया ,जबकि आरोपी लम्बे समय से उनके पारिवारिक खेतों में काम करते हैं ,


दूसरा आरोपी कोई नहीं 

 पुलिस सूत्रों ने बताया की मामले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार हो गया ,प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया की इस घटना में दूसरा आरोपी कोई नहीं था ,जैसा की पीड़िता ने बताया की दो लड़के थे जिनने एक ने दुष्कर्म किआ दूसरे ने वीडियो बनाया ,पीड़िता ने आरोपियों की उम्र अट्ठारह उन्नीस साल बताई जबकि आरोपी दो बच्चो का पिता हे ,


रास्व मंत्री मिले थे परिजनों से 

राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी बुधवार देर रात राजकीय अस्पताल में पीड़िता के परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी लेने के बाद पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर से बात कर मामले को गंभीरता से लेकर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे ,

पुलिस अधीक्षक ने किया रात्रि कैंप शिव थाना में 

मामले की गंभीरता और देश भर में ट्रोल हो रहे बाड़मेर गैंग रेप की सनेदनशीलता को देख पुलिस कप्तान आनंद शर्मा ने अपनी पूरी पुलिस टीम के साथ रात्रि कको शिव थाना में केम्प किया ,टीम गठित कर  स्थानों पर दबिसे दी गयी ,अंततः पड़ौसी जिले जैसलमेर के दांतल गांव से आरोपी पकड़ में ,आया 


foto giraftar aaropi


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जैसलमेर हाकिम के प्रयासों पर चढ़ा रंग ,आई सी यु वार्ड हुआ सुचारु

 जैसलमेर हाकिम के प्रयासों पर चढ़ा रंग ,आई सी यु वार्ड हुआ सुचारु 


जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के राजकीय जवाहर अस्पताल में वर्षों से अव्यवस्थाओं का आलम रहा ,दर्जनों प्रशासनिक अधिकारीयों ,जन प्रतिनिधियों और मंत्रियों ने अस्पताल के दौरे कर चिकित्सा व्यवस्थाएं सुधारने की सीख देते रहे मगर अस्पताल के  दीठ प्रशासकों ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया ,ज्यादा हो गया तो स्टाफ नहीं का रोना रोकर सामने वाले को चुप करा लेते , तत्कालीन जिला कलेक्टर नामित मेहता ने भी आई सी यु इकाई शुरू करवाई थी मगर स्टाफ  कमी बताकर  कर ,दिया इस बार नए हाकिम आशीष मोदी ने समस्या के समाधान का सूत्र जानकार राज्य  सरकार से चिकित्सक ,पैरामेडिकल और जी एन एम् के पदों की स्वीकृतियां मांग ली ,राज्य सरकार ने स्वास्थ्य निदेशालय में ए पी ओ होकर बैठे पंद्रह विषेशज्ञ चिकित्सों को जैसलमेर पोस्टिंग देकर  राहत  प्रदान की ,चूँकि इस चिकित्सको को जिला कलेक्टर को सुपुर्द किया गया तो जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने दूरदर्शी सोच के साथ नए विशेषज्ञ चिकितसकों को राजकीय अस्पताल में रिक्त पड़े पदों पर लगा  दिया ,व्ही पैरा मेडिकल और जी एन एम् भर्ती भी कर तत्काल कार्यादेश जारी कर सबसे पहले बंद पड़ी गहन चिकित्सा इकाई  आई सी यु में आवश्यकतानुसार चिकित्सक ,पैरामेडिकल ,और जी एन एम् को लगाकर इकाई को पूर्ण व्यवस्थित करवाया ,चूँकि आई सी यु के लिए आवश्यक उपकरण धूल फांक रहे थे ,ऐसे में इनका अब सदुपयोग कर आई सी यु शुरू करवा दी ,जिला कलेक्टर के इन प्रयासों से जैसलमेर की जनता को बड़ी राहत मिली ,क्यूंकि अस्पताल के चिकित्सक छोटी मोटी  बीमारी में भी उपचार करने की बजाय मरीज को जोधपुर रेफर करने का रूटीन बना चुके थे ,रेफर मरीजों  अधिकांश ऐसे होते थे जिन्हे  स्थानीय स्तर पर पर्याप्त उपचार मिलता तो ठीक हो सकते मगर जवाहर चिकित्सालय रेफर करना परम्परा बन , अब आई सी यु आरम्भ होने पर हार्ट ,संक्रमण ,सहित कई मरीजों  को चिकित्सा सुविधा मिल जाएगी ,जैसलमेर और सरहद तक के मरीजों को राहत मिली ,जिला कलेक्टर आशीष मोदी के  की  हैं ,

foto icuward ,ashish modi

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रविवार, 27 सितंबर 2020

एक राजनीती युग का अंत ,जसवंत सिंह पंचतत्व में विलीन ,मानवेन्द्र ने दी मुखाग्नि

 एक राजनीती युग का अंत ,जसवंत सिंह पंचतत्व में विलीन ,मानवेन्द्र ने  दी मुखाग्नि 

जसवंत सिंह के निधन की खबर से पश्चिमी राजस्थान गमगीन ,जोधपुर फार्म हाउस पे हुआ  अंतिम संस्कार  








बाड़मेर पूर्व कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी  के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक जसवंत सिंह का निधन दिल्ली में होने के बाद उनके पार्थिव शरीर आपणी मिटटी के हवाले  विशेष  जोधपुर लाया गया।  रोड पर पाबूपुरा में स्थित जसवंत सिंह के हाउस पर विधिवत  संस्कार किया गया ,अंतिम संस्कार में जानी मानी शामिल हुई ,जसवंत सिंह के बड़े पुत्र मानवेन्द्र सिंह पूर्व सांसद ,छोटे पुत्र भूपेंद्र सिंह ,पौत्र हमीर सिंह  ने उन्हें मुखग्नि दी।  


जसवंत सिंह के निधन की खबर आने बाद उनके गृह जिले बाड़मेर सहित कर्मस्थली जैसलमेर ,जोधपुर ,जालोर ,पाली जिले गमगीन हो गए ,उनका  पैतृक गांव जसोल पूर्णत बंद रहा , जसवंत सिंह बाड़मेर जिले के जसोल राजपरिवार से थे। आदर्श राजनीतिज्ञ रूप में विश्व्यापी छवि के साथ  जसवंत सिंह को अपने मालाणी क्षेत्र और लोगो से विशेष जुड़ाव था ,लगभग क्षेत्र हर एक को नाम से जानते थे , उनके निधन से क्षेत्र के सिंधी मुस्लिम समुदाय जो उन्हें अपना रहनुमा मानते थे उनके निधन से बहुत दुखी हुए ,पुरे क्षेत्र में शोक की लहर हैं ,बड़ी संख्या में उनके समर्थक उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं,उनके पैतृक गांव जसोल में सन्नाटा पसरा हैं ,  जसवंत सिंह का पार्थिव शरीर विशेष विमान से जोधपुर लाया जा , करीब सवा बारह बजे जोधपुर एयरपोर्ट उनका पार्थिव शरीर पहुंचेगा ,एयरपोर्ट से उनका पार्थिव शरीर उनके फार्म हाउस पर लाया गया ,जसवंत सिंह को श्रद्धांजलि देने समर्थकों की भारी  भीड़ उमड़ी ,इस मौके पे केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ,उम्मेद सिंह  राठोड ,मदन राठोड,विधायक मीना कंवर ,पब्बा राम विश्नोई ,मेवाराम जैन ,मदन प्रजापत , हेमाराम चौधरी ,महेंद्र विश्नोई सहित कई जन प्रतिनिधि और मोजिज लोग उपस्थित थे ,

जसवंत सिंह  82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। दिल्‍ली के आर्मी अस्‍पताल की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'पूर्व कैबिनेट मंत्री मेजर जसवंत सिंह (रिटा) का आज सुबह 6.55 बजे निधन हो गया। उन्‍हें जून को भर्ती कराया गया था और सेप्सिस के साथ मल्‍टीऑर्गन डिसफंक्‍शन सिंड्रोम का इलाज चल रहा था। उन्‍हें आज सुबह कार्डियक अटैक  आया। उनका कोविड स्‍टेटस निगेटिव है।

रक्षा के अलावा वित्‍त और विदेश मंत्रालय भी संभाला

भारतीय सेना में मेजर रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। बीजेपी की स्‍थापना करने वाले नेताओं में शामिल जसवंत ने राज्‍यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में बीजेपी का प्रतिनिधित्‍व किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्‍व वाली सरकार में उन्‍होंने 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्‍त जैसे मंत्रालयों का जिम्‍मा संभाला। बतौर वित्‍त मंत्री जसवंत सिंह ने स्‍टेट वैल्‍यू ऐडेड टैक्‍स (VAT) की शुरुआत की जिससे राज्‍यों को ज्‍यादा राजस्‍व मिलना शुरू हुआ। उन्‍होंने कस्‍टम ड्यूटी भी घटा दी थी। 2014 में बीजेपी ने सिंह को बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। नाराज जसवंत ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए थे। उसी साल उन्‍हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे।

बीजेपी के संस्थापक सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का 82 साल की उम्र में निधन हो गया है. वो काफी लंबे समय से बीमार थे और कोमा में थे. राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छोटे से गांव जसोल में जन्मे जसवंत सिंह को पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी का 'हनुमान' कहा जाता था. वो एनडीए सरकार में वित्त, विदेश और रक्षा मंत्री रहे हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं. चाहे पाकिस्तान के साथ से रिश्ते सुधार की बात रही हो या फिर परमाणु परिक्षण के बाद दुनिया के साथ बेहतर संबंध को मजबूत करने की, जसवंत सिंह ने अपना रोल बाखूबी निभाया. 


पाकिस्तान के साथ रिश्ता सुधारना

जसवंत सिंह ने अपने राजनीतिक सफर में पाकिस्तान और बंग्लादेश के साथ रिश्ते सुधराने की हरसंभव कोशिश की थी. भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच शांति का उनका सपना भी अधूरा ही रह गया है. इसे लेकर कभी उन्होंने कहा था कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक ही मां की सिजेरियन प्रसव से पैदा हुई संतानें हैं, जिनके बीच आपसी रिश्ते बेहतर होने चाहिए. इस दिशा में उन्होंने हरसंभव कोशिश की थी. 

2001 में भारतीय संसद पर हमले के बाद जब सारी राजनीतिक पार्टियां पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए एकमत थीं. इतना ही नहीं भारतीय सेना भी सीमा पर तैनात की जा चुकी थी, उस दौरान जसवंत सिंह पर आरोप लगे कि उन्होंने ऐसा न होने देने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था. उन्हें पता था कि युद्ध से दोनों देशों के रिश्ते कभी सुधर नहीं सकते. मुनाबाव-खोखरापार के बीच थार एक्सप्रेस चलवाकर उन्होंने दोनों देशों के रिश्ते सुधारने की ओर एक कदम बढ़ाया था. यही नहीं पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के साथ बस को लेकर पाकिस्तान के लाहौर गए थे. 

जुलाई 2001 की आगरा शिखर वार्ता के दौरान जसवंत सिंह एनडीए सरकार के विदेश मंत्री थे. आगरा में अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के चीफ मार्शल लॉ ऑफिसर परवेज मुशर्रफ के बीच वर्ता के दौरान जसवंत सिंह थे. दरअसल, वर्ता के पहले दिन भारत के विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने प्रस्ताव दिया था कि अटल और मुशर्रफ के साथ, दोनों देशों के विदेश मंत्री भी बैठेंगे. इसके बाद दोनों देशों के मुखिया के सहित चार लोगों के बीच बातचीत चली और कोशिश भी की गई, लेकिन सफल नहीं हो सकी. 

 परमाणु परिक्षण के बाद दुनिया के साथ संबंध बनाना

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने 1998 में पोखरण में दो दिनों के अंतराल में 5 परमाणु परीक्षण कर सारी दुनिया को चौंका दिया था. इसके बाद दुनियाभर के तमाम देश भारत के विरोध में खड़े हो गए थे. अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और कई पश्चिमी देशों सहित कई देशों में आर्थिक पाबंदी लगा दी थी. देश में विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटा था. प्रतिबंध के चलते देश की आर्थिक हालत बिगड़ गई थी. ऐसे में तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने दुनिया को जवाब देने के लिए जसवंत सिंह को आगे किया था. 

परमाणु परिक्षण किये जाने के बाद भारत-अमेरिका के रिश्तो में जो दरार आई, उसे जसवंत सिंह ने अपने कौशल से भरने की कोशिश की. जसवंत सिंह के तत्कालीन अमेरिकन प्रतिरूप स्ट्रोब टैलबोट के मुताबिक वे एक बेहतरीन वार्ताकार और कूटनीतिज्ञ रहे. जसवंत सिंह के कूटनीतिक कौशल का कमाल था कि 2001 के आते-आते ज्यादातर देशों ने सारी पाबंदियां हटा ली थीं.

 विमान हाईजैक के दौरान खुद आगे आए

आतंकियों ने 24 दिसंबर, 1999 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 को हाईजैक कर लिया था. इसमें 176 यात्री और 15 क्रू मेंबर्स सवार थे. कंधार विमान अपहरण कांड के वक्त जसवंत सिंह विदेश मंत्री थे. आतंकियों ने शुरू में भारतीय जेलों में बंद 35 उग्रवादियों की रिहाई और 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मांग की. सरकार इस पर राजी नहीं हुई और बाद में तीन आतंकियों को छोड़ने पर सहमति बनी. तीन आंतकियों को कंधार छोड़ने भी जसवंत सिंह गए थे. 

जसवंत सिंह ने अपनी किताब में लिखा है कि इस फैसले का आडवाणी और अरूण शौरी ने विरोध किया था. लेकिन मौके पर कोई गड़बड़ न हो इसलिए उनका साथ जाना जरूरी था. वे लिखते हैं कि उन्हें मालूम था कि इस फैसले के लिए उन्हें कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा. शुरूआत में जसवंत सिंह भी आतंकियों से किसी भी तरह का समझौता करने के खिलाफ थे. लेकिन बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय के आगे बिलखते अपह्रत यात्रियों के परिजनों को देखकर उनका मन बदल गया.

 राजनीतिक जीवन भ्रष्टाचार से पाक रहा

जसवंत सिंह 1960 में सेना में मेजर के पद से इस्तीफा देकर राजनीतिक के मैदान में उतरे थे. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वह अपने कैरियर के शीर्ष पर थे. वो पांच बार राज्यसभा और चार बार लोकसभा सदस्य रहे. इतना ही नहीं जसवंत ने एनडीए सरकार में वित्त, रक्षा और विदेश जैसे अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली, लेकिन उनके दामन पर एक भी भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा. हालांकि, रक्षा मंत्रालय के बारे में कहा जाता है कि यह ऐसा विभाग है, जिसने भी संभाला उसके दामन पर कालिख जरूर लगी है. वहीं, खुद को लिबरल डेमोक्रेट कहने वाले जसवंत सिंह हमेशा विवादों से घिरे रहे लेकिन उनपर कोई भ्रष्टाचार का आरोप कभी नहीं लगा.

बीजेपी का उदारवादी चेहरा माने जाते थे

जसवंत सिंह भले ही बीजेपी की बुनियाद रखने वाले नेताओं में शामिल रहे हों, लेकिन पार्टी के हिंदुत्व की राजनीति से उन्होंने खुद को दूर रखा था. जयवंत सिंह बीजेपी के उदारवादी चेहरे के तौर पर पूरे जीवन रहे हैं. उन्होंने बीजेपी में रहते हुए अपनी राजनीति अपनी शर्तों पर की. बीजेपी में होते हुए भी वो कभी बाबरी प्रकरण या हिंदुत्व के राजनीतिकरण के पक्षधर नहीं रहे. अपने क्षेत्र और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लोगों का उनको जबर्दस्त आत्मीय समर्थन हासिल था. इसी का नतीजा था कि उनके क्षेत्र के मुसलमान उनके पक्षधर रहे. यहां तक कि कांग्रेस के नेता भी जसवंत सिंह के नाम पर पार्टी से अलग हो जाते थे. एक बीजेपी नेता के लिए इस तरह का समर्थन विरले ही देखने को मिलता है.

जसवंत सिंह जिन्ना पर लिखी अपनी किताब को लेकर बीजेपी से निष्कासित किए गये थे. वे अपनी किताब 'जिन्ना: इंडिया-पार्टीशन, इंडिपेंडेंस' में लालकृष्ण आडवाणी तर्ज पर एक तरीके से जिन्ना को धर्मनिरपेक्ष होने का सर्टिफिकेट देते नजर आए थे. अपनी किताब में उन्होंने सरदार पटेल और पंडित नेहरू को देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया था. लेकिन ये बातें बीजेपी और आरएसएस की सोच से मेल नहीं खाती थीं, जिसके चलते 2009 में उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. 


जसवंत सिंह: पूर्व केंद्रीय मंत्री का निधन, बीते 6 साल से थे बीमार,पीएम मोदी ने जताया दुख

 जसवंत सिंह: पूर्व केंद्रीय मंत्री का निधन, बीते 6 साल से थे बीमार,पीएम मोदी ने जताया दुख



पूर्व कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक जसवंत सिंह का निधन हो गया है। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। दिल्‍ली के आर्मी अस्‍पताल की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'पूर्व कैबिनेट मंत्री मेजर जसवंत सिंह (रिटा) का आज सुबह 6.55 बजे निधन हो गया। उन्‍हें जून को भर्ती कराया गया था और सेप्सिस के साथ मल्‍टीऑर्गन डिसफंक्‍शन सिंड्रोम का इलाज चल रहा था। उन्‍हें आज सुबह कार्डियक अटैक  आया। उनका कोविड स्‍टेटस निगेटिव है।'


रक्षा के अलावा वित्‍त और विदेश मंत्रालय भी संभाला

भारतीय सेना में मेजर रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। बीजेपी की स्‍थापना करने वाले नेताओं में शामिल जसवंत ने राज्‍यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में बीजेपी का प्रतिनिधित्‍व किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्‍व वाली सरकार में उन्‍होंने 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्‍त जैसे मंत्रालयों का जिम्‍मा संभाला। बतौर वित्‍त मंत्री जसवंत सिंह ने स्‍टेट वैल्‍यू ऐडेड टैक्‍स (VAT) की शुरुआत की जिससे राज्‍यों को ज्‍यादा राजस्‍व मिलना शुरू हुआ। उन्‍होंने कस्‍टम ड्यूटी भी घटा दी थी। 2014 में बीजेपी ने सिंह को बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। नाराज जसवंत ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए थे। उसी साल उन्‍हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे।


 देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह (Jaswant Singh) का आज (रविवार) सुबह निधन हो गया. वह काफी समय से बीमार चल रहे थे. जसवंत सिंह 82 साल के थे. वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे थे. उनके निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) समेत राजनीति जगत की कई हस्तियों ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'जसवंत सिंह जी को राजनीति और समाज के मामलों पर उनके अनूठे दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में भी योगदान दिया. मैं हमेशा हमारी बातचीत को याद रखूंगा. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना.'


पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'श्री मानवेंद्र सिंह से बात की और जसवंत सिंह जी के निधन पर शोक व्यक्त किया. जसवंत जी पिछले 6 साल से पूरी बहादुरी से बीमारी से लड़ रहे थे.' मानवेंद्र सिंह जसवंत सिंह के बेटे हैं.


राजनाथ सिंह ने जसवंत सिंह के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, 'अनुभवी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन से गहरा दुख हुआ. उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं में देश की सेवा की. उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया. श्री जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा में के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, 'पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूँ. सैन्य अधिकारी व एक कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने देश की उत्कृष्ट सेवा की. दोनों ही भूमिकाओं में उनकी सूझबूझ ने देश को अनेक बार विषम परिस्थितियों से बाहर निकाला. शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं.'


शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

पाकिस्तान में छह माह से अटके निज़ाम को मानवेन्द्र लाएंगे वापस भारत* तामलियार के युवा नेता सफी सम्मा ने निज़ाम हज़ाम को भारत लाने ली की मांग रखी*

पाकिस्तान में छह माह से अटके निज़ाम को मानवेन्द्र लाएंगे वापस भारत

तामलियार के युवा नेता सफी सम्मा ने  निज़ाम हज़ाम को भारत लाने ली की मांग रखी*


बाडमेर पूर्व सांसद कर्नल मानवेन्द्र सिंह एक बार फिर बाडमेर जिले के युवक जो लॉक डाउन के चलते पिछले छह माह से पाकिस्तान में फंसा है को निकाल भारत लाएंगे।।



बाडमेर जिले के सरहदी तामलियार गांव निवासी निजाम हज़ाम पुत्र अहमद हजाम लॉक डाउन से पहले अपने रिश्तेदारों से मिलने वीजा पर पाकिस्तान गया था ।इसी दौरान कोविड19 के चलते विश्व्यापी हालात खराब हो गए।।भारत मे लॉक डाउन के साथ अंतराष्ट्रीय रेल और वायु मार्ग बंद कर दिए।।बाडमेर का निज़ाम हज़ाम इस लॉक डाउन में पाकिस्तान में ही फंस गया।।लम्बे समय से परिजनों का निजाम से संपर्क नहीं हुआ।।गत दिनों निज़ाम ने परिजनों को अपनी कुशलक्षेम की जानकारी देने के साथ वतन लौटने की इच्छा जाहिर की थी।।जिस पर तामलियार के युवा नेता सफी खान सम्मा ने निजाम के लिए आवाज़ बुलंद करने का जिम्मा उठाया।।सफी तामलियार ने पूर्व सांसद कर्नल मानवेन्द्र सिंह को निजाम की आप बीती बताई साथ ही उसे पुनः भारत लाने के गुहार की।।मानवेन्द्र सिंह ने निजाम हज़ाम की पूरी डिटेल ली।पासपोर्ट नम्बर वगैरह।।मानवेन्द्र सिंह ने निजाम को वापस लाने का बीड़ा उठाया है।।उन्होंने अपने प्रयास आरम्भ कर लिए।।पाकिस्तान इस वक़्त फंसे  लाने के  भारतीय एम्बेसी जो सूचि पाकिस्तान एम्बेसी को भेजती हे वो ही  वापस वतन लौट रहे ,ऐसे में निज़ाम का नाम सूचि में नहीं आने से परिजन परेशान थे ,सफी खान के जरिये मानवेन्द्र सिंह से मदद  की अर्जी लगाई,परिजनों  की  उम्मीदों को अब पंख लगे ,

कर्नल मानवेन्द्र सिंह पहले भी बाडमेर जैसलमेर के कई लोगो को पाकिस्तान से वापस ला चुके है।दो वर्ष पूर्व ही बाडमेर जिले की अगासडी गांव की रेशमा के शव को खोखरापार मुनाबाव सड़क मार्ग से मानवेन्द्र सिंह के प्रयासों से ही सम्भव हुआ था।।पाकिस्तान एम्बेसी में पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह का बड़ा कद है।।उनके समर्थकों के लिए पाक एम्बेसी में अलग से खिड़की खुली रहती है।।रेशमा का शव लाके मानवेन्द्र देश भर में चर्चा का केंद्र बने थे तो सिंधी मुस्लिम उन्हें आज भी रहनुमा मानते है।।

मानवेन्द्र सिंह निजाम हज़ाम को भारत लाने के अपने प्रयास आरम्भ कर दिए है।।

हमारे गांव का युवक निजाम हज़ाम पुत्र अहमद लॉक डाउन के कारण पाकिस्तान में फंस गया है।परिजनों नेबसब जगह प्रयास कर लिए ।कोई मदद नहीं कर पाया। हमने मानवेन्द्र सिंह से बात की।उन्होंने समस्त दस्तावेज मंगवा के निजाम को वापस लाने की कार्यवाही शुरू कर दी है।।हमे उम्मीद है निजाम को मग्गू बन्ना जल्द भारत ले आएंगे। सफ़ी खान सम्मा तामलियार

मुझे सफ़ी भाई ने निजाम की पाकिस्तान में फंसे होने की जानकारी दी थी।निजाम के दस्तावेज मंगवा के कार्यवाही आरम्भ करवाई है।उम्मीद है निजाम जल्द अपने परिजनों से मिलेगा।  मानवेन्द्र सिंह जसोल पूर्व सांसद बाडमेर जैसलमेर


शनिवार, 12 सितंबर 2020

जैसलमेर जिला कलेक्टर की अनूठी और प्रेरक पहल पिता के जन्मदिन पर इंदिरा रसोई में दीन दयालों को दो वक़्त का भोजन कराया

जैसलमेर जिला कलेक्टर की अनूठी और प्रेरक पहल

पिता के जन्मदिन पर इंदिरा रसोई में दीन दयालों को दो वक़्त का भोजन कराया




*जेसलमेर  जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने अनूठी और प्रेरक पहल करते हुए जैसलमेर में नगर परिषद द्वारा तीन स्थानों पर संचालित इंदिरा रसोई योजना में अपने पिता जी के जन्मदिन  वक़्त के भोजन के माकूल व्यवस्था की ,जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने सपत्नीक हनुमान सर्किल पर संचालित इंदिरा रसोई योजना पहुंच जरुरतमंदो को अपने हाथों से भोजन करवा कर नेक कार्य की शुरुआत की ,आशीष मोदी के पिताश्री का आज जन्मदिन है।।मोदी द्वारा पिता जी के जन्मदिन पर तीनों स्थानों हनुमान सर्किल ,रेलवे स्टेशन ,और गफ्फूर भट्टा पर जरूरतमंदों के भोजन (लंच) और शाम के भोजन डिनर की व्यवस्था खुद जिला कलेक्टर द्वारा की गई है। आज लंच मीनू में दाल चावल,आलू सब्जी,अचार,रोटी और हलवा का खास परोसा गया ,जिला कलेक्टर ने दो वक के खाने का प्रबंध किया हैं ,चूँकि इंदिरा रसोई योजना जरुरतमंदो को आठ रूपये में भोजन उपलब्ध करवाता हैं ,आज  खाने का खर्च जिला कलेलकर ने वहन किया मोदी ने अच्छी शुरुआत कर अपने पिता के जन्मदिन को यादगार बनाते हुए इंदिरा रसोई में ही सबके खाने की व्यवस्था कर दी ,मोदी ने सपत्नीक  रसोई में जरुरतमंदो को अपने  खाना परोस  कर जजमानी का दायित्व निभाया , पर यु आई  टी सचिव अनुराग भार्गव ,आयुक्त फतेह सिंह मीणा ,आर ओ श्रीमती तनूजा सोलंकी उपस्थित रहे ,

दुसरो को भी आगे आना चाहिए मोदी

मेरे पिताजी का जन्मदिन हैं आज ,इसके लिए नेक कार्य की शुरुआत इंदिरा रसोई से करी ,  उपलक्ष में  खाने वालो को भोजन करवाया गया , योजना में अन्य लोग भी अपने प्रियजनों के जन्मदिन या अन्य अवसर पर इंदिरा रसोई में खाने की व्यवस्था कर सकते हैं ,लोगों को आगे आना चाहिए ,आशीष मोदी जिला कलेक्टर