शुक्रवार, 6 मार्च 2020

जैसलमेर कोरोना वायरस का जैसलमेर में खौफ अक्षय कुमार शूटिंग खत्म कर मुम्बई रवाना

जैसलमेर  कोरोना वायरस का जैसलमेर में खौफ

अक्षय कुमार शूटिंग खत्म कर  मुम्बई रवाना

जैसलमेर सरहदी जैसलमेर में कोरोना पीड़ित इटली नागरिको के आने की जानकारी मिलने के बाद जैसलमेर में कोरोना को लेकर अनचाहा खौफ पैदा हो गया ,यशराज फिल्म बैनर की ऐतिहासिक फिल्म पृथ्वीराज की शूटिंग करने जैसलमेर आये अक्षय कुमार भी कोरोना के खौफ से अपनी शूटिंग खत्म कर मुम्बई रवाना हो गए जबकि पहले शेड्यूल के अनुसार उन्हें जयपुर जाना  जयपुर  भी कोरोना वायरस के संदिग्ध की जानकारी के बाद सीधे मुम्बई रवाना हो गए ,

जानकारी के अनुसार अक्षय कुमार यशराज बैनर की फिल्म पृथ्वीराज  करने जैसलमेर आये थे जंहा अक्षय कुमार रुके थे उसी होटल के आसपास की होटल में कोरोना वायरस पीड़ित इटली दम्पति के रुकने  होटल के कमरे प्रशासन द्वारा सीज किये गए ,जिसकी जानकारी अक्षय कुमार को मिलने पर गुरुवार को लखमणा गांव में पृथ्वीराज की शूटिंग क्र रहे थे,इस दौरान शूटिंग स्थल पर तेज आंधी और रेत के बवंडर आने से फिल्म के सेट तहस नहस हो गए ,अक्षय कुमार शूटिंग खत्म कर सीधे मुंबई अपने चार्टर प्लान से रवाना हो गए ,जबकि पूर्व में उन्हें जैसलमेर से  जयपुर प्रस्थान करना था ,मगर कोरोना वायरस के संदिग्धों की जैसलमेर और जयपुर में उपस्थिति की जानकारी के बाद मुम्बई रवाना हो गए 

गुरुवार, 5 मार्च 2020

जैसलमेर 5 मार्च 2020 / सम में भी कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी के बारे में

 
जैसलमेर 5 मार्च 2020 / सम में भी कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी के बारे में

रिसोर्ट धारकों व ऊँट चालको को दी जानकारी

विभागीय टीमों द्वारा कोरोना वायरस से बचाव हेतु जन जागरूकता एवं सर्वे कार्य प्रारम्भ 


­­जैसलमेर, 05 मार्च/जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशों की पालना में गठित टीम द्वारा गुरुवार को पर्यटन की दृष्टि से विख्यात सम के रेतीले धोरों पर जहां पर्यटकों की आवाजावी व ठहराव रहता है उसको देखते हुए कोरोना वायरस के लक्षण एवं उसके बचाव तथा इस संबंध में रखी जाने वाली विशेष सावधानियों के बारे में जानकारी दी गई।
       इस टीम द्वारा रिसोर्ट संचालकों के साथ ही ऊँट चालकों को कहा कि वे वर्तमान स्थिति में कोरोना वायरस को देखते हुए उन्हें पूर्ण रूप से सजग एवं सावचेत रहने के साथ ही कहा कि वे किसी भी विदेशी पर्यटक में जुखाम, खांसी, बुखार आदि के लक्षण देखे तो उसकी सर्वप्रथम सूचना चिकित्सा अधिकारी को दें। साथ ही उससे दूरी बनाएं रखें। उन्होंने रिसोर्ट संचालकों से कहा कि वे विदेशी पर्यटक के हैण्ड सेनेटाईजर पर विशेष ध्यान दें एवं उनके जो भी कार्मिक है उनकी भी स्वच्छता एवं बार-बार हैण्ड सेनेटाईजर करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने रिर्सोट की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि बचाव ही इस बीमारी का उपचार है इसलिए सभी रिसोर्ट धारक एवं ऊँट चालक इसके प्रति सावचेत रहें एवं उपायों को अवश्य करें। उन्होंने मास्क का उपयोग अवश्य ही करने की बात कही।

- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.के.बारूपाल ने बताया कि  जैसलमेर जिले में भी कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव के लिये विषेष सतर्कता बरती जा रही है। चिकित्सा विभाग द्वारा गुरूवार को शहर स्थित पर्यटन स्थल पटवा हवेली के आसपास के क्षैत्र व सोनार दुर्ग स्थित चैगान पाडा तथा कुण्ड पाडा में जिला आईईसी समन्वयक उमेश आचार्य व चतुर सिंह ने कोरोना वायरस जागरूकता अभियान का क्रियान्वयन कर कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव के लिये जागरूकता के कार्य को गति प्रदान की गई।  विभागीय कार्मिको द्वारा कोराना वायरस संबंधी पेम्पलेट्स का वितरण किया तथा कोरोना वायरस के लक्षण व बचाव के तरीकों के बारे में संवाद कर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। विभागीय कार्मिको द्वारा आमजन को कोरोना वायरस से बचाव हेतु आवष्यक सजगता एवं सतर्कता बरतने तथा हाथ धुलाई पर विषेष ध्यान रखने की अपील की गई। साथ ही संबंधित क्षैत्र में जिला आषा समन्वयक देवराज के निर्देषन आषा सहयोगिनीयों की गठित तीन टीमों द्वारा कोरोना वायरस संबंधी सर्वे कार्य का क्रियान्वयन किया गया। विभाग द्वारा गठित सर्वे टीमों द्वारा गुरूवार को कुल 237 घरों का सर्वे किया गया। सर्वे में सामान्य खांसी के संभावित लक्षणों से ग्रसित पाये गये 12 रोगियों को तत्काल जिला अस्पताल श्रीजवाहिर चिकित्सालय में स्वास्थ्य जाॅच करवाने व चिकित्सकीय परामर्ष लेने हेतु निर्दषित किया गया।

        डाॅ. बारूपाल ने जिले के समस्त नागरिको से अपील कर कहा है कि वे खॅासी, जुकाम , सिरदर्द, बदन दर्द, बुखार, नाक बहना, गले में खरास, अस्थमा के बिगडने , निमोनिया  तथा फेफडों में सूजन से ग्रसित होने पर तत्काल जागरूक रह कर निकटतम राजकीय स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर चिकित्सकीय परामर्ष अवष्य लेवे ।

              डाॅ. बारूपाल ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जुकाम व निमोनिया ग्रसित रोगी के सम्पर्क से बचें , माॅस्क पहने तथा समय - समय पर माॅस्क को बदलते भी रहें , अपनी आॅखों, नाक और मुॅह को बार-बार न छुए और हाथों को साबुन से धोवें  । 

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जैसलमेर होली की रंगत बरकरार ,अब भी होता परम्पराओ का निर्वहन। सोनार दुर्ग में लगता है बादशाह का दरबार और निकाली जाती है सवारी


जैसलमेर होली की रंगत बरकरार ,अब भी होता परम्पराओ का निर्वहन। 

सोनार दुर्ग में लगता है बादशाह का दरबार और निकाली जाती है सवारी 

चंदन सिंह भाटी 

















जैसलमेर. पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर जिले में होली पर्व को लेकर उल्लास, उत्साह व मस्ती से युक्त माहौल है तो भक्ति के साथ परंपराओं का भी निर्वहन भी होता है। जैसलमेर तीज त्योहारों को उल्लास साथ अब भी मनाता हैं ,रंगोत्सव होली के प्रति स्थानीय लोगों में दीवानगी बरकरार हैं  , होली की विभिन परम्पराओं का निर्वहन अब भी होता हैं ,होलाष्टक के साथ ही होली  की रंगत शुरू हो जाती हैं ,होली के गेरिये शुद्ध और अशुद्ध फाग दोनों पारम्परिक रूप से  गाते हैं, यहाँ की फाग गायकी विख्यात हैं.

जैसलमेर के आराध्य बाबा लक्ष्मीनाथ मंदिर प्रांगण में फागोत्सव से शुरू

होलाष्टका लगने वाले दिन ही जैसलमेर में आराध्य देव बाबा लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर प्रांगण में होली के  रसिये एकत्रित होते हैं ,ढोल ,चंग ,मृदंग के साथ फागों का दौर शुरू होता हैं ,पहले दिन लक्ष्मीनाथ जी के साथ फूलों की होली खेली जातीहैं, यह परम्परा सदियों से चली आ रही हैं ,लक्ष्मीनाथ मंदिर से गेरियों की टोली फाग गाते हुए निकलती हे शहर भ्रमण करते हुए राज परिवार पहुंचती हैं ,राजपरिवार के साथ सामूहिक फाग गाये जाते हैं ,राज परिवार होली के गेरियो का पारम्परिक सत्कार करते हैं,उनके साथ पारम्परिक रूप से होली खेलते हैं 

बादशाह-शहजादे की परंपरा

  इन सबके बीच एक ऐसी परंपरा है जो जैसलमेर की होली को अन्य स्थानों की होली से कुछ अलग बनाती है, वह है बादशाह-शहजादे की पंरपरा। वर्षों से इस परंपरा का निर्वहन आज भी किया जाता है। समय बदला, लोग बदले, माहौल बदले और स्वर्णनगरी में विकासात्मक बदलाव हुए, बावजूद इसके बादशाह-शहजादे की परंपरा आज भी निभाई जा रही है। होली के दिन माहौल में जब बदशाही बरकरार, शहजादा सलामत... के जयकारे गूंजते हैं तो यह लगने लगता है कि बादशाह व शहजादे की की सवारी आ रही है। सोनार दुर्ग में धुलंडी के दिन बादशाह और शहजादा का स्वांग होता है। इसमें एक बादशाह बनाया जाता है। इसी तरह शहजादों के स्वांग के लिए बालकों को तैयार कर बिठाया जाता है। एक दिन के बादशाह बनने का गौरव पुष्करणा समाज के व्यास जाति के विवाहित व्यक्ति को ही मिलता है। सोनार दुर्ग स्थित बिल्ला पाड़ा में बादशाह का दरबार लगता है ,


गैरों से गहराता है होली का रंग

परंपरागत रुप से विभिन समाज की ओर से निकाली गई गैरों से होली का रंग और गहरा हो जाता है। गुलाल, अबीर उड़ाते और होली के उन्माद में मचलते व तबले की थाप पर थिरकते बच्चे, युवा और बुजुर्ग बादशाह के दरबार में शामिल होते हैं और उसके बाद निकाली जाने वाली सवारी में भी फाग गीत गाते हुए साथ चलते हैं। यह नजारा देखने दूर-दराज से लोग आते हैं। लक्ष्मीनाथ मंदिर पहुंचकर जब बादशाह से पूछा जाता है कि बादशाह क्या फरमाता है तो बादशाह बना व्यक्ति अपनी श्रद्धानुसार राशि या फिर गोठ की घोषणा करता है। जिस घर का सदस्य बादशाह या शहजादा बनता है, उनके यहां बधाइयोंं का तांता लग जाता है। इस मौके पर सैकड़ों कैमरे की नजर इस अनूठी प्रथा पर रहती है। इस तरह की होली को देखने सात-समंदर पार से भी सैलानी आते हैं।

बादशाह शहज़ादे की परम्परा की किदवंती

वर्षों पहले हुई बादशाह-शहजादा की प्रथा के पीछे, वैसे तो कई किदवंतियाँ  प्रचलित है। जो दंत कथा  ज्यादा प्रचलित है वह यह है कि जैसलमेर से दूर किसी बाहरी क्षेत्र से एक व्यास जाति का ब्राह्मण अपने धर्म परिवर्तन के भय से भाग कर जैसलमेर आया था। उस दिन होली का अवसर था। जैसलमेर आकर जब उसने अपनी पीड़ा यहां के लोगों को बताई तो उन्होंने होली पर्व के स्वांग के तौर पर उसे बादशाह का स्वांग कर तख्त पर बिठा दिया। जब ब्राह्मण को खोजने संबंधित क्षेत्र के बादशाह के लोग यहां आए तो वे खुश हो गए कि ब्राह्मण का धर्म परिवर्तन हो गया है, जबकि यह होली का स्वांग था। उसके बाद वे यहां से खुश होकर लौट गए। इसके बाद से यहां बादशाही बरकरार, शहजादा सलामत...की परंपरा का निर्वहन किया जाता है।

बुधवार, 4 मार्च 2020

जैसलमेर ,कोरोना वायरस निगरानी में 40 लोग,होटल के 13 कमरे सीज,एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग पॉइंट शुरू

जैसलमेर ,कोरोना वायरस निगरानी में 40 लोग,होटल के 13 कमरे सीज,एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग पॉइंट शुरू
corona virus के लिए इमेज नतीजे
जैसलमेर इटली से जैसलमेर घूमने आए पर्यटक में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद जिले के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग  में हड़कम्प मच गया।।मंगलवार देर रात तक स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित पर्यटक के संपर्क में आये लोगो को सूचीबद्ध किया।इसके अलावा होटल कार्मिकों सहित चालीस व्यक्तियों पर निगरानी शुरू कर दी।वह पर्यटक अन्य बीस लोगो के ग्रुप के साथ 23 और 24 फरवरी को जेसलमेर की सम रोड स्थित एक होटल में ठहरा था।इसके चलते होटल के 13 कमरे सीज कर दिए।।विभाग के सनुसार एक पखवाड़े तक संबंधित होटल स्टाफ और चिन्हित किये स्थानीय लोगो पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय यह है कि कोरोना वायरस ग्रसित इटली के नागरिक अपनी पत्नी और ग्रुप के साथ जेसलमेर के पर्यटन स्थलों पर स्वछंद घूम के गया है।।चिकित्सा अधिकारी डॉ बी के बारूपाल ने बताया की इटली के टूरिस्ट के संपर्क में आये सूचीबद्ध लीगो पर निगरानी रखी जा रही है।अलबत्ता इटली टूरिस्ट 15 दिन पहले आया था।।उसके बाद कोई मरीज सामने नही आया।फिर भी पूरी एहतियात बरती जा रही है। इधर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि स्वास्थ्य बिभाग की गाइड लाइन के अनुसार एयर पोर्ट पर स्क्रीनिंग पॉइंट स्थापित किया गया है। सभी होटलों को एडवाइजरी जारी की गई है।।आने वाले पर्यटकों पर पूर्ण निगरानी रखी जा रही है। सर्दी,खांसी,जुखाम ,बुखार की स्थति में भी उनकी स्क्रीनिंग करवाई जाएगी।।

जैसलमेर. लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर में होलकाष्टमी पर फागोत्सव

 जैसलमेर. लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर में होलकाष्टमी पर फागोत्सव



जैसलमरे फाल्गुन महीने हाेलकाष्टमी लगने के साथ ही नगर आराध्य लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में फागोत्सव शुरू हुआ। फागोत्सव में होली के रसियों ने भगवान लक्ष्मीनाथ के साथ फाग खेलकर होली की परंपरागत शुरुआत की। लक्ष्मीनाथजी मंदिर में फाग के अवसर पर अबीर व गुलाल के साथ होली खेली गई। अष्टमी से शुरु हुआ फागोत्सव होली के दिन तक मंदिर में खेला जाएगा। दोपहर में शहर भर के होली के रसिया मंदिर में इकट्ठा होकर भगवान के साथ फाग खेलकर होली का लुत्फ उठाएंगे।

हिंदु कैलेंडर के हिसाब से ग्यारस तिथि को जैसलमेर के राजपरिवार द्वारा लक्ष्मीनाथ जी मंदिर में फाग खेली जाएगी। जिसके बाद से ही परंपरागत गेर निकलेंगी। दोपहर को फाग खेलने के बाद गेरिए शहर भर में भाई बंधुओं के घर जाकर फाग खेलेंगे तथा होली के दिन शाम को गोठ का आयोजन किया जाएगा।


पिछली कई पीढ़ियों से चल रही है फागोत्सव की परंपरा

जैसलमेर में होली का त्यौहार अलग रूप से मनाया जाता है। होलकाष्टमी लगने के साथ ही पहली होली नगर आराध्य लक्ष्मीनाथ जी के साथ खेली जाती है। होली के रसियों द्वारा अष्टमी में लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर पहुंचकर परंपरागत रूप से होली का श्रीगणेश किया जाता है। इसके बाद धुलंडी तक मंदिर में होली की धूम रहती है। ग्यारस के दिन राजपरिवार के सदस्यों द्वारा भगवान के साथ होली खेलने की परंपरा है। इसके बाद मंदिर में फाग खेलने के बाद लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर से ही परंपरागत गेर निकलती है। गैरिये सबसे पहले एक साथ राजपरिवार के यहां जाते है। वहां से गेर अपने अपने गुटों में बंटकर होली की गोठ के लिए राशि एकत्रित करने के साथ ही समाज के घर घर जाती है। 








बाड़मेर बालोतरा गिरफ्तारी के अाश्वासन पर उठाया शव, एक गिरफ्तार

बाड़मेर बालोतरा गिरफ्तारी के अाश्वासन पर उठाया शव, एक गिरफ्तार


 बाड़मेर बालोतरा | समीपवर्ती सांभरा गांव में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना में युवक की मौत के मामले में समझाइश के बाद मंगलवार काे परिजनाें ने शव उठाया। पुलिस ने अाश्वस्त किए कि इस मामले में अाराेपियाें काे दाे दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद पुलिस ने पाेस्टमार्टम कराकर शव परिजनाें काे साैंपा। पुलिस ने एक अाराेपी लाधूराम भील निवासी सांभरा काे गिरफ्तार कर लिया है। उसके अन्य साथियाें काे पुलिस तलाश रही है।

उल्लेखनीय है कि 28 फरवरी रात में सांभरा गांव में भील समाज के दो गुटों में आपसी झगड़ा हो गया। जिसमें इस घटना में दोनों पक्षों के दर्जनभर लोग घायल हो गए। गंभीर घायल उदाराम भील ने 2 मार्च को जोधपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मौत के बाद मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने की मांग को लेकर शव उठाने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कई स्थानों पर दबिशें दी। इसके बाद एक आरोपी लाधाराम पुलिस के हाथ लगा। पुलिस ने मंगलवार को मृतक के परिजनों को सभी आरोपियों को दो दिन में गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मृतक का शव का पोस्टमार्टम करवाने व उठाने पर सहमति बनी। पुलिस ने मामले में लाधाराम पुत्र मिसराराम भील को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। काेर्ट ने उसे पुलिस रिमांड पर सौंपा। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
















बाड़मेर समदड़ी ,शुभ निवेश क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के एमडी सहित 3 के खिलाफ मामला दर्ज

बाड़मेर समदड़ी ,शुभ निवेश क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के एमडी सहित 3 के खिलाफ मामला दर्ज

 बाड़मेर समदड़ी

समदड़ी में संचालित शुभ निवेश क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी शाखा के एमडी सहित तीन जनों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार समदड़ी में शुभ निवेश क्रेडिट को-ओपरेटिव सोसायटी शाखा में कार्यरत मेलाराम पुत्र हजारीलाल निवासी रानीदेशीपुरा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि 15 जनवरी 2013 में मेलाराम पुत्र हजारीलाल ने बाड़मेर जिले के समदड़ी तहसील में आने वाली शुभ निवेश क्रेडिट को-ओपरेटिव सोसायटी में नौकरी ज्वॉइन की थी। इस दौरान देवेन्द्रसिंह सोढा पुत्र उम्मेदसिंह सोढा निवासी राय कॉलोनी बाड़मेर ने कम्प्यूटर ऑपरेटर पद पर नियुक्ति दी थी। कुछ साल बाद असिस्टेंट मैनेजर पद पर मुझे नियुक्त किया गया। बाद में देवेन्द्रसिंह सोढा के कहने पर लोगों से मिलकर इस शाखा में 55,74,986 रुपए इन्व्ेस्ट करवाई। बाद में सोसायटी के रजिस्ट्रेशन संख्या (1545/सी 2011) जिसके एमडी देवेन्द्रसिंह सोढा ने बताया कि हमारी क्रेडिट सोसायटी में लोगों के रुपए सुरक्षित है। अधिक राशि होने के कारण सिक्योरिटी के लिए कुछ रुपए मांगे तो देवेन्द्रसिंह ने सोसायटी के अध्यक्ष उम्मेदसिंह सोढा के द्वारा खाली चैक सोसायटी का जिस पर उम्मेदसिंह के हस्ताक्षर व अध्यक्ष का सील लगा हुआ दिया। जब क्लोजिंग के लिए बाडमेर के प्रधान कार्यालय में शाखा प्रबंधक जुगलकिशोर मूंदड़ा से बात की तो उन्होंने कहा कि सोसायटी के सदस्यों को दस्तावेजी लोन दिखा रहे हैं। रुपए एम. डी. व कोषाध्यक्ष द्वारा किसी और को दे रखे हैं। मुझ से केवल दस्तावेजी लोन करवाया है। जब 19 अप्रैल 2019 को एम. डी. देवेन्द्रसिंह के मोबाइल पर फोन लगाया तो बंद बता रहा था। इस दौरान प्रधान कार्यालय की ओर से कहा गया कि उनका मोबाइल खराब है। जब मैने 25 अप्रैल 2019 को खुद बाड़मेर जाकर पता किया तो एम. डी. देवेन्द्रसिंह फरार हो गया था। इस दौरान फोन आया कि आप बाड़मेर आओ देवेन्द्रसिंह के जीजाजी नेपालसिंह पुत्र राजूसिंह बाड़मेर आ रहे हैं। नेपालसिंह से बात की तो उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि रुपये में दे दूंगा। जब अधिक जांच की तो सोसायटी के अध्यक्ष उम्मेदसिंह की पत्नी भी मकान छोड़कर फरार हो गई। नेपालसिंह ने विश्वास देते हुए कहा कि रुपए में दे दूंगा किन्तु आज दिन तक उन्होंने रुपए लौटाए नहीं। जोधपुर के शाखा के ग्राहकों व अभिकर्त्ताओं द्वारा सरदारपुरा पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। बताया कि शाखा की आरडी जमा योजना में टोटल 2,12,200 रुपए, बचत खाते में 44,592 रुपए, फिक्स डिपोजिट में 31,56,600 रुपए समेत टोटल 55,74,986 रुपए है। जबकि शाखा के एम डी देवेन्द्रसिंह सोढ़ा, अध्यक्ष उम्मेदसिंह सोढा, उपाध्यक्ष मेहरदास जो सभी फरार चल रहे हैं।




बाड़मेर,खाद्य सुरक्षा योजना में फर्जीवाड़ा रसद विभाग की जांच में खुलासा, झूठे शपथ पत्र पेश कर नाम जुड़वाएं

बाड़मेर,खाद्य सुरक्षा योजना में फर्जीवाड़ा   रसद विभाग की जांच में खुलासा, झूठे शपथ पत्र पेश कर नाम जुड़वाएं

500 कर्मचारी 2 साल में जीम गए गरीबों का 24 सौक्विंटल गेहूं, 300 नाम हटे, 64.80 लाख की होगी वसूली

बाड़मेर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में बीते दाे साल में जिले के पांच साै कर्मचारी गरीबों का दो हजार चार सौ क्विंटल गेहूं जीम गए। रसद विभाग की जांच में जिले के पांच सौ कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं। योजना के पात्र नहीं होने के बावजूद सांठगांठ कर कर्मचारियों ने खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जुड़वा दिए।

जांच रिपोर्ट में खुलासे के बाद करीब 300 कर्मचारियों के नाम खाद्य सुरक्षा योजना से हटा दिए हैं। साथ ही कर्मचारियों से 27 रुपए प्रति किलो के हिसाब से रिकवरी के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। पांच सौ कर्मचारी बीते दो साल से खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ उठा रहे थे। इस हिसाब से दो साल में करीब दो हजार चार सौ हजार क्विंटल गेहूं कर्मचारियों ने उठा लिया। 27 रुपए प्रति किलो रिकवरी के हिसाब से राशि 64.80 लाख रुपए होती है। रसद विभाग की इस कार्रवाई से कर्मचारियों में हड़कंप का माहौल है। अब कर्मचारी खुद ही विभाग के पास खाद्य सुरक्षा योजना से नाम कटवाने पहुंच रहे हैं।


ऐसे होगी वसूली: ज्वॉइनिंग की तारीख से पता लगाएंगे सरकारी सेवा में आने के बाद कितना उठाया राशन
सबसे पहले पता लगाया जाएगा कि कर्मचारी की राजकीय सेवा की ज्वॉइनिंग डेट क्या थी। इसके बाद उसके राशन कार्ड की जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि कितने राशन का उठाव हुआ है। उसी हिसाब से फिर वसूली की जाएगी। यह सारा रुपया उसे सरकारी कोष में जमा करवाना होगा। नियम के अनुसार सरकारी सेवा में नियुक्त होने के बाद कर्मचारी या उसके परिजन राज्य सरकार की इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं। अगर कर्मचारी इन योजनाओं का लाभ लेते हैं तो अपराध है। इसलिए कर्मचारियों को नोटिस जारी कर योजना से नाम हटाए जा रहे हैं और वसूली की जानी है।

झूठे शपथ पत्र से जोड़े नाम, अब होगी 27 रुपए प्रति किलो के हिसाब से वसूली

जिला रसद अधिकारी बाड़मेर अश्वनी गुर्जर ने बताया कि जल्द ही कर्मचारियों की जानकारी कर उनसे राशि वसूली अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए तैयारी कर ली गई है। फिलहाल ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित किया जा रहा है जिन्होंने फर्जी तरीके से झूठे शपथ पत्र देकर गरीबों के गेहूं का उठाव किया। अब गरीबों का गेहूं खाने वाले इन सरकारी कर्मचारियों से 27 रुपए प्रति किलो की दर से राशि वसूली जाएगी। इसके लिए राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने राशि वसूलने के आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं। करीब 300 कर्मचारियों के नाम हटा दिए है। शेष रहे कर्मचारियों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। कार्रवाई के बाद कर्मचारी नाम हटवाने आगे आ रहे हैं।
रसूखदारों के भी हटेंगे नाम

खाद्य सुरक्षा योजना में कर्मचारियों के ही नहीं कई रसूखदारों के नाम भी शामिल है। योजना में अपात्र लोगों के नाम भी सामने आए है। जिसमें जनप्रतिनिधि व आर्थिक रूप से सक्षम लोग भी शामिल है। रसद विभाग ने अपात्र लोगों की सूचियां तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। जल्द ही रसूखदारों के नाम हटाएं जाएंगे। इसके अलावा अन्य प्रकार की अनियमितताओं की भी जांच करवाई जा रही है।

यूं समझें राशन के गेहूं के गबन का गणित
एक कर्मचारियों के परिवार में औसत चार सदस्य है। किसी के सदस्य अधिक भी हो सकते हैं। प्रत्येक सदस्य को हर माह 5 रुपए प्रति किलो के हिसाब से गेहूं मिलता है। 500 कर्मचारियों ने हर माह 100 क्विंटल गेहूं उठाया। एक साल में 12 सौ क्विंटल और दो साल का आंकड़ा दो हजार चार सौ क्विंटल होता है। कर्मचारियों ने एक रुपए प्रति किलो के हिसाब से गेहूं उठाया। रसद विभाग ने 27 रुपए प्रति किलो के भाव से रिकवरी के आदेश दिए हैं। इस हिसाब से 500 कर्मचारियों से 64 लाख 80 हजार रुपए की वसूली होगी। हालांकि यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है।




मंगलवार, 3 मार्च 2020

महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों से वंचित महिलाएं नदारद आखिर इनकी अनदेखी क्यों ?

 महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों से वंचित महिलाएं नदारद आखिर  इनकी अनदेखी क्यों ?

चंदन सिंह भाटी ,बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक 

अक्सर महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों में महिलाओ  की भीड़ करना मुख्य उद्देश्य रह गया ,महिला कार्यक्रमों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ,सहायिकाएं ,सरकारी मुलाज़िम महिलाओ को बुलाकर महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम निपटाए जा रहे हैं ,जिसके कारन महिला सशक्क्तिकरण के ऐसे कार्यकर्मो की सार्थकता और उद्देश्य खत्म से हो गए ,महिलाओ के कार्यक्रमों से टारगेट ग्रुप की अशिक्षित ,शोषित ,पीड़ित ,संघर्षरत ,समाज की मुख्य धारा से वंचित ,भिक्षावृति से जुडी महिलाएं,विधवाए ,वीरांगनाएं ऐसे कार्यक्रमों से नदारद हैं ,जबकि महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों का मूल उद्देश्य ही वंचित महिलाओ को मुख्य धारा से जोड़ना होता हैं ,मगर महिला कार्यक्रमों में  टारगेट ग्रुप की महिलाओ को न तो आमंत्रित किया जाता हैं न ही उन्हें सरकारी योजनाओ से जोड़ने के प्रयास किये जाते हैं ,अमूमन महिलाओ से सम्बंधित कार्यक्रमों में आजकल आंगनवाड़ी कार्यक्रताओ ,सहायिकाओं ,परिचारिकाओं ,नर्सिंग प्रशिक्षणार्थियों ,और अन्य सरकारी विभागों में कार्यरत महिलाओ को बुला कर भीड़ कर ली जाती हैं ,उन्हें भाषण पिलाकर रवाना कर दिया जाता हैं ,यह किसी एक जिले की कहानी नहीं हैं ,बल्कि हर जगह यही होरहा हैं ,देखा जाये तो केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार ,उनके द्वारा महिलाओ के सशक्तिकरण ,स्वावलम्बन से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य ही वंचित महिलाओ को जोड़ना होता हैं ,मगर कच्ची बस्ती में हाड तोड़ मेहनत कर मजदूरी के जारी अपने परिवार का पेट पलने वाली महिला हो या समाज की मुख्य धारा से वंचित ,शोषित ,पीड़ित ,जरूरतमंद महिलाओ को ऐसे कार्यक्रमों में न तो आमंत्रित किया जाता हैं न ही उन्हें मुख्य धरा में जोड़ने के प्रयास किये जाते हैं ,ये महिलाए न तो महिला स्वावलम्बन का न ही महिला सशक्तिकरण का मतलब जानती हैं ,ऐसे में महिला दिवस हो या अन्य महिलाओ से जुड़े कार्यक्रमों की सार्थकता खत्म हो जाती हैं ,महिला से जुड़े भव्य कार्यक्रमों में आने वाले हुकमरानो  को भी  महिलाओं के वंचित वर्ग को मुख्य धारा में जोड़ने की याद  नहीं आती। महज कार्यक्रम करना उद्देश्य होने की बजाय कार्यक्रम की सार्थकता को महत्व देना जरूरीहें ,जब तक वंचित वर्ग को ऐसे कार्यक्रमों से नहीं जोड़ेंगे तब तक ऐसे कार्यक्रम सिर्फ  भीड़ एकत्रित करने वाले कार्यक्रम बन कर रह जायेंगे, जिन्हे ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता हे उन्हें बुलाया नहीं जाता जिन्हे बुलाया जाता हे उन्हें ऐसे कार्यक्रमों से कोई सरोकार नहीं। इसी के चलते  महिला  सशक्तिकरण की योजनाए दम तोड़ रही हे या कागज़ी दस्तावेज बन कर रह गयी हैं,

जैसलमेर दुर्गम रेगिस्तानी गांवो में पहुंची आयरन लेडी डॉ किरण* *दुर्गम रेगिस्तानी गांवो में पहली बार कोई पुलिस अधीक्षक पहुंची लोगो के बीच*

जैसलमेर  दुर्गम रेगिस्तानी गांवो में पहुंची आयरन लेडी डॉ किरण*

*दुर्गम रेगिस्तानी गांवो में पहली बार कोई पुलिस अधीक्षक पहुंची लोगो के बीच*









जैसलमेर भारत पाक सीमा पर बसा जेसलमेर का ग्रामीण अंचल लम्बे ऊंचे मीलों तक फैले रेगिस्तान के बीच पसरा है। इन गांवो तक आम आदमी पहुंच नहीं पाता।।इस बार पहली बार दुर्गम सरहदी गांवो में सड़के भले न पहुंची मगर इस बार जिले की आयरन लेडी पुलिस कप्तान डॉ किरण कंग सिंद्धु लोगो की कानूनी समस्याएं सुनने पहुंच गई।।मिलो तक पसरे धोरे।।दूर दूर तक कोई आबादी नही।।विकास से वंचित इन गांवो की सुध डॉ किरंग कंग ने ली।।किरण कंग  दूरस्थ और दुर्गम  झिंझानीयली,म्याजलार सहित धोरों के बीच बसे   पोछिना जैसे गांव में पहुंची।।जंहा उन्होंने ग्रामीणों के बीच  बिना औपचारिकता के दरी पर बैठकर समस्याएं सुनी।।लोग पुलिस अधीक्षक वो भी महिला देख बड़े आश्चर्यचकित हो गए।इस इलाके में अधिकारीयों का आना तो दूर आने के बारे में सोचा भी नहीं करते लोग ।

झिझनियाली  में ली बैठक 

झिझनियाली एवं पुलिस चौकी म्याजलार का विजिट किया जाकर कानून व्यवस्था का जायजा लिया गयाा पुलिस थाना एवं चौकी में तैनात पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों से रूबरू हुए तथा पुलिस प्राथमिकता 2020 की अक्षरत पालना करने के निर्देश दिये गये. थाना एवं चौकी पर आने वाले परिवादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने तथा उनकी परिवादों पर तुरंत कार्यवाही करने करने के निर्देश दिये गये तथा वांछित अपराधियोए स्थाई वारंटियों की गिरफतारी के निर्देश दिये गये गयेा अवैध मादक पदार्थो की तस्करी पर अंकुश लगाने तथा रात में 8 बजे के बाद शराब बिक्री पर पूर्णत रोक लगाने के निर्देश दिये गयेा विजिट के दौरान थानाधिकारी पुलिस थाना झिझनियाली नरेन्द्र पंवार उपस्थित रहेा

राजपूती साफा पहना किया  कप्तान का अभिनंदन 

पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस चौकी म्याजलार का विजिट कर आमजन की जनसहभागिता मीटिंग का आयोजन किया गया ा इस दौरान ग्रामीणों द्वारा पुलिस अधीक्षक डॉ किरण कंग का राजपूती साफा पहनाकर स्वागत किया गयाा। पुलिस अधीक्षक द्वारा आमजन की शिकायतों एवं परामर्श को सुना गया तथा संबंधित को समाधान के निर्देश दिये गयेा पुलिस अधीक्षक द्वारा आगामी होली त्यौहार के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने तथा अपसी मेलमिलाप रखने तथा पुलिस का हरसम्भव सहयोग करने की अपील की गईा

 पोछीणा में लोगो के बीच पहुंची 

पोछीणा जैसलमेर का सबसे दुर्गम गांव हैं जहाँ किसी  वक़्त आम आदमी के पहुंचने की कल्पना भर कर सकते थे ,दुर्गम रेगिस्तान के बीच बसा यह गांव पोछीणा जिसके चारों और रेगिस्तान ही रेगिस्तान पसरा हैं ,पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीण परिवेश को नजदीक से देखा तथा यहाँ के लोक संस्कृति ,परम्परा ,रीती रिवाज और रहन सहन की जानकारी ली ,कंग  कच्चे घरो में सिंध शैली की खूबसूरत सजावट देख अचंभित हुई , धोरों के बीच बसा यह गांव बेहद खूबसूरत लग रहा था ,इस गांव  सरकारी अधिकारी पहुंचना तो दूर पहुँचने की सोचते तक नहीं,ऐसे में महिला पुलिस अधीक्षक को अपने बीच देख ग्रामीण खासकर बच्चे और महिलाऐं बड़ी खुश हुई,


भारत मला प्रोजेक्ट की ली जानकारी 

सरहद पर भारत मला प्रोजेक्ट के तहत बन रही सड़को के कार्य को देखने के प्रोजेक्ट के अधिकारियो के साथ कानून व्यवस्था की चर्चा की ,प्रोजेक्ट में आ रही समस्याओ के बारे में विस्तृत चर्चा की , 

सोमवार, 2 मार्च 2020

जैसलमेर पुलिस थाना मोहनगढ द्वारा मोबाईल लूट का आरोपी गिरफ्तार

जैसलमेर पुलिस थाना मोहनगढ द्वारा मोबाईल लूट का आरोपी गिरफ्तार 



      जैसलमेर दिनांक 22.02.2020 को प्रार्थी श्री मोहम्मद सलाम पुत्र श्री सरादीन जाति मुसलमान उम्र 25 साल पैशा खेती निवासी बासनपीर पुलिस थाना सदर जैसलमेर जिला जैसलमेर ने हाजर थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट इस आश्य की पैश की कि दिनांक 21.02.020 को रात्रि के करीबन 08.00 बजे मैं 11 एस0के0एल0 सरहद अर्जुना स्थित हमारे मुरब्बे में बनी रहवासी ढाणी में खाना बना रहा था तभी हासम खां पुत्र नुरदीन व अजीज खां पुत्र नुरदीन निवासी बासनपीर जूनी हथियारों से लेस होकर मेरी ढाणी के अन्दर आये तथा मेरे साथ मारपीट कर मेरे बांये पैर की हडडी फैक्चर कर दी, कैंची से मेरे सिर के बाल काटकर अपमानित किया व मेरे दो कीमती मोबाईल लूटकर ले गये, वगैरा पर पुलिस थाना मोहनगढ में प्रकरण दर्ज की जाकर तफतीश जाब्ता सउनि प्रयागाराम द्वारा शुरू की गई।

कार्यवाही पुलिस
            उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैलसमेर डाॅ. किरन कंग सिद्धू द्वारा थानाधिकारी पुलिस थाना मोहनगढ मांणकराम को प्रकरण में त्वरित कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये गये। निर्देेषों की पालना में अभियुक्तगण हासम खां पुत्र श्री नूरे खां, जाति मुसलमान, उम्र 56 साल, पैशा खेती, निवासी बासनपीर जूनी, पुलिस थाना सदर जैसलमेर, जिला जैसलमेर हाल चक 11 एसकेएल, सरहद अर्जुना, पुलिस थाना श्री मोहनगढ, जिला जैसलमेर व अजीज पुत्र श्री नूरे खां, जाति मुसलमान, उम्र 35 साल, पैशा खेती, निवासी बासनपीर जूनी, पुलिस थाना सदर जैसलमेर, जिला जैसलमेर को गिरफतार किया जाकर गहन पूछताछ की गई, अभियुक्तगणेां के कब्जा से प्रकरण में लूटे गये देानों मोबाईल फोन बरामद कर कब्जा पुलिस लिये गये तथा बाद सम्पूर्ण अनुसंधान के अभियुक्तगण हासम खां व अजीज को सम्बन्धित न्यायालय में पैश किया गया जहां से जेसी फरमाया जाने से जमा जिला जेल करवाया गया।

जैसलमेर सरहद के अंतिम गांवों तक पहुंची आयरन लेडी पुलिस अधीक्षक ,लोगो की समस्याओ को नजदीक से देखा

जैसलमेर  सरहद के अंतिम गांवों तक पहुंची आयरन लेडी पुलिस अधीक्षक ,लोगो की समस्याओ को नजदीक से देखा 

पुलिस अधीक्षक जैसलमेर द्वारा पुलिस थाना झिझनियाली एवं चौकी म्याजलार का विजिट पुलिस चौकी में ली गई सीएलजी मीटिंग गॉव पोछिना के पास भारत माला प्रोजेक्ट के अधिकारियों से मिलेए कार्य में आने वाली अड़चनों  के बारे में ली जानकारी गॉव पोछिना में रहवासी मकानों एवं रहनसहन को देखाए गॉमीणों की ली मीटिंग

        जैसलमेर  जिला पुलिस अधीक्षक डॉ किरन कंग सिध़्दू पुलिस थाना झिझनियाली एवं पुलिस चौकी म्याजलार का विजिट किया जाकर कानून व्यवस्था का जायजा लिया गयाा पुलिस थाना एवं चौकी में तैनात पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों से रूबरू हुए तथा पुलिस प्राथमिकता 2020 की अक्षरत पालना करने के निर्देश दिये गयेए थाना एवं चौकी पर आने वाले परिवादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने तथा उनकी परिवादों पर तुरंत कार्यवाही करने करने के निर्देश दिये गये तथा वांछित अपराधियोए स्थाई वारंटियों की गिरफतारी के निर्देश दिये गये गयेा अवैध मादक पदार्थो की तस्करी पर अंकुश लगाने तथा रात में 8 बजे के बाद शराब बिक्री पर पूर्णत रोक लगाने के निर्देश दिये गयेा विजिट के दौरान थानाधिकारी पुलिस थाना झिझनियाली नरेन्द्र पंवार उपस्थित रहेा
पुलिस चौकी में ली गई सीएलजी मीटिंग
पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस चौकी म्याजलार का विजिट कर आमजन की जनसहभागिता मीटिंग का आयोजन किया गया ा इस दौरान ग्रामीणों द्वारा पुलिस अधीक्षक का साफा पहनाकर स्वागत किया गयाा पुलिस अधीक्षक द्वारा आमजन की शिकायतों एवं परामर्श को सुना गया तथा संबंधित को निर्देश दिये गयेा पुलिस अधीक्षक द्वारा आगामी होली त्यौहार के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने तथा अपसी मेलमिलाप रखने तथा पुलिस का हरसम्भव सहयोग करने की अपील की गईा

गॉव पोछिना के पास भारत माला प्रोजेक्ट के अधिकारियों से मिलेए कार्य में आने वाली अड़चनों  के बारे में ली जानकारी
पुलिस अधीक्षक द्वारा गॉव पोछिणा पहॅूच वहॉ चल रहे भारत माता प्रोजेक्ट के अधिकारियों से मिले तथा प्रोजेक्ट में आने वाली दिक्कतो के बारे में जानकारी ली गई तथा संबंधित को निर्देश दिेयेा

गॉव पोछिना में रहवासी मकानों एवं रहनसहन को देखाए गॉमीणों की ली मीटिंग
पुलिस अधीक्षक द्वारा गॉव पोछिणा पहॅूच गॉव वालों के साथ मीटिंग ली गई तथा आमजन की समस्याओं को सुना तथा गॉव पोछिणा के रहनसहन को नजदीक से देखा तथा ग्रामीणों से मुलाकात की

पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के निर्देशन में हुआ ष्ष् ऑपरेशन आशा प्रथमष्ष् मिटींग का आयोजन

पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के निर्देशन में हुआ ष्ष् ऑपरेशन आशा प्रथमष्ष् मिटींग का आयोजन
विभिन्न संस्थाओं के सदस्य एवं बाल कल्याण समिति के अधिकारी रहे उपस्थित
बाल श्रम को रोकने के लिए विभिन्न कानूनो की दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक ने गुमशुदा नाबालिक बच्चों की तलाश एवं बाल श्रम के बारे में दिये विशेष दिशा निर्दे

        जैसलमेर आज दिनांक 02य03य2020 को जिला पुलिस अधीक्षक डॉ किरन कंग सिध़्दू  की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर में पुलिस मुख्यालय द्वारा गुमशुदा नाबालिक बच्चों की तलाश एवं बाल श्रम की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान ष्ष् ऑपरेशन आशा प्रथमष्ष् के तहत मिटींग का आयोजन किया गया। उक्त मिटींग में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्री अमीनखॉए हिम्मतसिंह कविया स0 नि0 बाल विभाग जैसलमेरए सुरेश कुमार श्रम विभाग जैसलमेरए किशोर न्याय बोर्ड सदस्य पूजा चौहानए सखी सेंटर से ललिता सैनीए चाईल्ड लाईन जैसलमेर से अनुराधा शर्मा व दीपक कुमारए सवेरा संस्थान जैसलमेर चेतन पालिवालए विशेष योग्य जन विधालय किशनाराम व एएसटीयू से सउनि नारायणसिंह व हैड कानि शैलेन्द्रसिंह तथा जिला जैसलमेर के समस्त पुलिस बाल कल्याण अधिकारी भी उपस्थित रहे।
     गोष्ठी में शरीक अधिकारीगण द्वारा आयोजित मिटिंग के बारे में विस्तार में जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक द्वारा सम्बोधित करते हुए बताया कि छोटे बच्चों को जबरन मजदूरी नहीं करवाने की बात रखी तथा इस प्रकार का कोई मामला सामने आने पर समस्त संस्थाओं एवं उपस्थित गणमान्य व्यक्यिों को उसके विरूद्ध कार्यवाही करवाने की बात रखी। तथा बच्चों के बचपन के साथ हो रहे अन्याय की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि जिले में संचालित विभिन्न होटलोंए रेस्टोरेंटए ढाबों मे उनसे कई कार्य करवाये जाते है तथा न करने पर मारपीट भी की जाती है जोकि न्याय संगत नहीं है इस संबंध में सभी को सतर्क रहने की बात रखी। पुलिस थाना के बीट कानि0 भी अपने अपने बीट क्षैत्र मे होने वाले बाल श्रम की जानकारी थानाधिकारी को तुंरत प्रभाव से देगें ताकि प्रभावी कार्यवाही अमल में लाई जा सके। जिला एवं थानास्तर पर होने वाली जनसहभागिता मिटीग के दौरान भी बाल कल्याण समिती एवं चाईल्ड लाईन के सदस्यो को भी मिटींग में सम्मिलित किया जावेगा। प्रत्येक नागरिक को हर वक्त बाल श्रम को रोकने के लिए तत्पर रहना चाहिए ।  गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त संस्थाओं को एक साथ मिलकर कार्य करने की बात कही तथा जिले में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा करने के निर्देश दिये तथा बच्चों के संबंध में किशोर न्याय ;बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 के तहत विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही अमल में लाने की बात कहीए ताकि बाल श्रम की प्रभावी रोकथाम एवं बालको के विरूद्व होने वाले जघन्य अपराधो पर प्रभावी तोर पर अंकुश लगाया जा सके।

बाड़मेर, औद्योगिक भूमि का आवासीय नियमन नहीं किया जा सकता

बाड़मेर,   औद्योगिक भूमि का आवासीय नियमन नहीं किया जा सकता


बाड़मेर, 2 मार्च। राजस्व मंत्री हरीश चैधरी ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि नियमानुसार औद्योगिक भूमि के आवंटन होने पर उसका आवासीय नियमन नहीं किया जा सकता है। चैधरी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यदि रीको को औद्योगिक भूमि का आवंटन किया गया है, तो उस भूमि का उपयोग केवल उद्योग स्थापित करने में ही किया जा सकता है।
इससे पहले चैधरी ने विधायक बलवान पूनियाँ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि राजस्थान काश्तकारी अधिनियम, 1955 की धारा 16 में जिन श्रेणियों की भूमि को प्रतिबंधित किया गया है उन पर खातेदारी, आवंटनध्नियमन नहीं किया जा सकता है। धारा 16 में वर्णित श्रेणियों की भूमियों में से चारागाह भूमि का वर्गीकरण परिवर्तन कर सिवायचक दर्ज किया जाकर कृषि अथवा अकृषि प्रयोजन हेतु आवंटन किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ऐसी भूमियों पर अतिक्रमण कर बसी आबादी के नियमन पर विभिन्न न्यायालयों के समय -समय पर पारित निर्णयों में प्रतिबन्धित भूमियों को अतिक्रमण से मुक्त किए जाने के निर्देश दिये हैं। केवल सार्वजनिक प्रयोजनार्थ व्यापक जनहित में ही ऐसे नियमन पर विचार किया जा सकता है। चरागाह भूमि के वर्गीकरण परिवर्तन की प्रक्रिया राजस्थान काश्तकारी (सरकारी) नियम, 1955 के नियम 7 में प्रावधित है। 
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बाड़मेर, एम.एस.एम.ई. एक्ट के तहत ऋण देना आवश्यक शिकायत पर होगी कार्यवाही

 बाड़मेर,  एम.एस.एम.ई. एक्ट के तहत ऋण देना आवश्यक शिकायत पर होगी कार्यवाही
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बाड़मेर, 2 मार्च। उद्योग मंत्री परसादी लाल मीना ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि नये उद्योग लगाने के लिए एम.एस.एम.ई. एक्ट, 2019 के प्रावधानों के तहत राज्य वित्त निगम (आरएफसी) तथा राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (रीको) को सरकार की नीति के अनुरूप ऋण देना आवश्यक होगा और यदि इसमें किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो सरकार द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
मीना ने कहा  कि एमएसएमई एक्ट के तहत तीन वर्ष तक भूमि के रूपांतरण के बिना भी परियोजनाओं के लिए ऋण स्वीकृत किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बजट घोषणा 2020-21 में नवीन औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए रीको द्वारा अलवर, चूरू, सीकर, जालौर, टोंक, बूंदी, भरतपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, नदबई (भरतपुर)  एवं चाकसू (जयपुर) जिलों में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किये जायेंगे एवं औद्योगिक दृष्टि से उपयुक्त भूमि के चिन्हिकरण हेतु सभी जिला कलेक्टरों को लिख दिया गया है।
मीना ने बताया कि प्रदेश में उद्योग लगाने और व्यवसाय के लिये सुगम वातावरण स्थापित करने हेतु एकल खिड़की ख्ैपदहसम ॅपदकवू, योजना को प्रभावी बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ठत्।च् 2019 के अन्तर्गत नियमों के सरलीकरण के दिशा-निर्देश बनाये जा रहे है। इसके अतिरिक्त एकल खिड़की को अद्यतन किया जा रहा है ताकि यह निवेश अवसरों, सेक्टर्स, इन्वेस्टर लॉगिन, फॉर्म्स, दिशा-निर्देशों आदि की समुचित सूचना उपलब्ध करवा सकें। ठत्।च् 2019 के दिशा-निर्देशों के अनुसार क्वेरी मैनेजमेन्ट सिस्टम को क्रियान्वित कर दिया गया है। इस हेतु एक व्यक्ति को विशेष रूप से सारे प्रश्नों का विवरण संधारित करने का दायित्व सौंपा गया है। इसके अतिरिक्त राज्य एवं स्थानीय निकायों द्वारा लगाये गये करों की दर/टैरिफ से संबंधित प्रासंगिक जानकारी को ऑनलाईन पोर्टल पर उपलब्ध करवा दिया गया है।
उद्योग मंत्री ने बताया कि एकल खिड़की व्यवस्था को सुदृढ़ करना एक सत्त प्रक्रिया है, इसमें नई सेवाओं को जोड़ा जा रहा है और सिस्टम से पुराने/अप्रचलित फार्म/सेवाओं को हटाया जा रहा है। अब तक इसमें 14 विभागों की 95 सेवाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि एकल खिड़की व्यव्स्था के तहत उपलब्ध सुविधाओं का संभागीय मुख्यालयों पर आयोजित गोष्ठियों में भी व्यापक प्रचार-प्रचार किया गया ताकि अधिक से अधिक लोग इन से लाभान्वित हो सके।
उन्होंने बताया कि एकल खिड़की व्यवस्था के तहत दिसम्बर, 2018 से 31 जनवरी, 2020 तक विभिन्न विभागों से अनुमति/स्वीकृति के लिये रुपये 39380 करोड़ के प्रस्तावित निवेश के 56938 आवेदन प्राप्त हुये। इसमें से रुपये 17837 करोड़ के प्रस्तावित निवेश के 15436 प्रस्तावों के लिये अनुमति जारी कर दी गई है। 
उद्योग मंत्री ने बताया कि 4 मार्च, 2019 को राजस्थान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (स्थापना और प्रवर्तन का सुकरीकरण) अध्यादेश-2019 जारी किया जा चुका है। तत्पश्चात 17 जुलाई, 2019 को राजस्थान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (स्थापना और प्रवर्तन का सुकरीकरण) अधिनियम लागू किया गया है। इस अधिनियम के तहत राज उद्योग मित्र पोर्टल पर 27 फरवरी, 2020 तक एमएसएमई उद्यमों के कुल 3430 आवेदन प्राप्त हुये है, जिनमें सूक्ष्म श्रेणी के 1233, लघु श्रेणी के 1376 एवं मध्यम श्रेणी उद्योगों के 821 आवेदन सम्मिलित है। इन सभी को एक्नॉलेजमेन्ट सर्टिफिकेट जारी किया जा चुका है।
मीना ने बताया कि भूमि के कानूनन रूपांतरण के बिना रीको लि0 द्वारा नये एम.एस.एम.ई. एक्ट के प्रावधानों के तहत परियोजनाओं का गुणावगुण के आधार पर विवेचन कर सावधि ऋण स्वीकृत किया जा सकता है। राजस्थान वित्त निगम इकाईयों की स्थापना हेतु रहन योग्य प्रतिभूति को रहन में रखकर ऋण उपलब्ध कराता है।