शनिवार, 14 दिसंबर 2019

सुबह पति ने मेट्रो के आगे कूदकर दी जान, शाम को पत्नी ने बेटी संग लगा ली फांसी

सुबह पति ने मेट्रो के आगे कूदकर दी जान, शाम को पत्नी ने बेटी संग लगा ली फांसी
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राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक पूरे परिवार के जान देने का मामला सामने आया है. पहले पति ने नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेशन पर मेट्रो ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. शाम को पत्नी ने भी अपनी पांच साल की मासूम बेटी के साथ फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली.
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सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. घटना के पीछे की वजह का पता नहीं चल सका है. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है. मृतक परिवार मूल रूप से तमिलनाडु के चेन्नई का निवासी है. मृतक पति 33 वर्षीय भरत जे गोल्डन टिप्स चाय कंपनी में जनरल मैनेजर के पद पर तैनात था.जानकारी के अनुसार भरत सितंबर माह में ही अपनी पत्नी और बच्ची के साथ नेपाल के काठमांडू से यहां शिफ्ट हुआ था. वह गोल्डन टिप्स टी कंपनी से पहले नेपाल में बिग मार्ट शॉपिंग मॉल में नौकरी करता था. भरत की पत्नी शिवरंजनी हाउसवाइफ थीं और बेटी KG की छात्रा थी. भरत जे का भाई कार्तिक जे साकेत नई दिल्ली में स्थित किसी कोचिंग सेंटर से पायलट के कोर्स के लिए तैयारी कर रहा है.भरत ने शुक्रवार को जवाहर लाल नेहरू मेट्रो स्टेशन पर शुक्रवार की सुबह करीब 11:30 बजे मेट्रो ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना पाकर पत्नी, देवर और बेटी के साथ राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंची. पति की मौत से आहत पत्नी ने अस्पताल से घर लौटने के बाद बेटी के साथ फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली. पत्नी के आत्महत्या करने की घटना शाम करीब 7.30 बजे की बताई जा रही है.
बच्ची की फाइल फोटो
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है. शुरुआती जांच के बाद परिवार में किसी तरह के तनाव की बात से पुलिस ने इनकार किया है. भरत और उनकी पत्नी ने इस तरह का कदम क्यों उठाया, इसकी तहकीकात की जा रही है.

जालोर 13 वर्ष पुराने एक हत्या के मामले में 8 आरोपियों को आजीवन कारावास

 जालोर 13 वर्ष पुराने एक हत्या के मामले में 8 आरोपियों को आजीवन कारावास 

अपर जिला एवं सत्र न्यायालय ने 13 वर्ष पुराने एक हत्या के मामले में 8 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आठ आरोपियों में से एक आरोपी की 2013 में मौत हो चुकी है। 7 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा के साथ-साथ 18 हजार 500 रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। जानकारी के अनुसार करड़ा पुलिस थानान्तर्गत देवाराम पुत्र हिराजी रेबारी निवासी सामराणी ने 17 जून 2006 को रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह भीनमाल से घर जा रहा था, अपने घर से करीबन 10 कदम की दूरी पर चल रहा था इस दौरान रंजिश को लेकर सामरानी निवासी भीखाराम पुत्र मोडाराम, हीरा पत्नी भीखाराम, लाखा पुत्र मोडाराम, महादेवा पुत्र प्रहलादा, खेताराम पुत्र प्रहलादा, घेवा पुत्र मोडा, मोडा पुत्र सुरता, घेवा पुत्र भीखा जाति रेबारी ने एकराय होकर देवाराम के साथ लाठियों, कुदाली से मारपीट की। इस दौरान देवाराम की पत्नी सापू व लच्छाराम ने बीच बचाव कर उसको आरोपियों के चंगुल से छुडाया।

इस दौरान देवाराम गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसको परिजनों ने घायलावस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां इलाज के दौरान देवाराम की मौत हो गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जानलेवा हमले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव ने निर्णय देते हुए हत्या के आठों आरोपी भीखाराम पुत्र मोडाजी, हीरा पत्नी भीखाराम, लाखा पुत्र मोडाराम, महादेवा पुत्र प्रहलादा, खेताराम पुत्र प्रहलादा, घेवा पुत्र मोडा, मोडा पुत्र सुरता, घेवा पुत्र भीखा जाति रेबारी निवासी सामरानी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जिसमें हीरा पत्नी भीखाराम रेबारी की 21 दिसंबर 2013 में मौत हो चुकी है। ऐसे में 7 आरोपियों को आजीवन कारावास के साथ-साथ अन्य धाराओं में 10 वर्ष 3 माह का कारावास व अदम अदायगी के रूप में 18 हजार पांच रुपए के अर्थदण्ड से भी दंडित किया है। सरकार की ओर से अपर लोक अभियोजक पदमसिंह इंदा व परिवादी की ओर से एडवोकेट बस्तीमल खत्री ने पैरवी की।

हनुमानगढ़ दर्द से तड़पती रही गर्भवती, नर्सिंग स्टाफ आया तक नहीं, अपने आप हुई डिलीवरी, डस्टबिन में जा गिरी नवजात, हंगामा हुआ तो सब दौड़े

हनुमानगढ़ दर्द से तड़पती रही गर्भवती, नर्सिंग स्टाफ आया तक नहीं, अपने आप हुई डिलीवरी, डस्टबिन में जा गिरी नवजात, हंगामा हुआ तो सब दौड़े


रावतसर अस्पताल की घटना : परिजनों ने हंगामा किया तो डॉक्टरों ने नौकरी जाने की दुहाई दी, तब शांत हुआ मामला, जच्चा-बच्चा स्वस्थ


रावतसर  राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही इस कदर हावी है कि डॉक्टरों को अस्पताल में भर्ती मरीजों की जरा सी भी परवाह नहीं है। डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही दिखाता इस तरह का मामला लेबर रूम में सामने आया है।
नर्सिंग स्टाफ के मौके पर मौजूद नहीं रहने पर महिला की डिलीवरी हो गई और नवजात बच्ची डस्टबिन में गिर गई। ऐसे में प्रसूता की मौसी ने बच्ची को उठाया और शोर मचाया। तब जाकर नर्सिंग स्टाफ वहां पहुंचा और लेबर रूम का गेट बंद कर लिया। हालांकि नवजात बच्ची को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन परिजनों ने करीब 20 मिनट तक हंगामा किया। इसके बाद कलेक्टर को फोन कर इसकी सूचना दी, जिस पर कलेक्टर व सीएमएचओ ने चिकित्सालय प्रभारी से फोन पर बात कर मौका स्थिति की जानकारी ली। एेसे में जब जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित होने की जानकारी परिजनों को मिली तो उनकी सांस में सांस आई।
वहीं डॉक्टरों ने परिजनों को अपनी नौकरी जाने की दुहाई देकर माफी मांगी, जिससे परिजनों का दिल पसीज गया। परिजनों ने मानवता दिखाते हुए किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने से इंकार कर दिया।

शुक्रवार सुबह 8:15 बजे शुरू हुआ दर्द और 9 बजे हो गई डिलीवरी

झेदासर की सरेना पत्नी अनिल सुथार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन गुरुवार रात 9 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाए और भर्ती करवाया था। शुक्रवार सुबह सवा आठ बजे प्रसव पीड़ा शुरू होने पर परिजनों ने वहां कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को बताया कि महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो चुकी है आप देखो, परंतु नर्सिंग स्टाफ ने अभी आ रहे कहकर परिजनों को वापस भेज दिया। इस तरह चार बार परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ से निवेदन किया। इस दौरान सुबह 9 बजे सरेना की डिलीवरी हो गई। डिलीवरी होते समय मौके पर चिकित्सालय का कोई स्टाफ लेबर रूम में नहीं होने के चलते नवजात बच्ची लेबर रूम की टोकरी (डस्टबिन) में जा गिरी। मौके पर प्रसूता की मौसी ने बच्ची को उठाया व शोर मचाया। आनन-फानन में चिकित्सा स्टाफ मौके पर पहुंचा व लेबर रूम का गेट बंद कर परिजनों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद परिजनों ने हंगामा किया।
इस संबंध में कलेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि मेरे पास रावतसर से प्रसूता के परिजनों का फोन आया था। इसके तुरंत बाद ही सीएमएचओ को फोन करके प्रसूता को तुरंत उपचार मुहैया करवाने के निर्देश दिए। वहीं मामले की पूरी जानकारी देने के लिए भी कहा था। सीएमएचओ ने तुरंत ही प्रसूता और नवजात शिशु के उपचार की व्यवस्था करवाई।

रावतसर-प्रसूता नवजात बच्ची के साथ।
जिम्मेदारों के बेशर्म बोल
लेबर रूम प्रभारी: नर्सिंग स्टाफ के पास एमरजेंसी फोन आने के कारण देर हुई

लेबर रूम प्रभारी डॉक्टर रेणु गुप्ता ने कहा कि रात के समय ऑन काल डाक्टर आते हैं। उन्होंने ही इसे भर्ती किया था। मैं सुबह 9 बजे हॉस्पिटल पहुंची तो मामले का पता चलते ही मां व बच्ची का चेकअप किया। दोनों स्वस्थ पाए गए। नर्सिंग स्टाफ के पास एमरजेंसी फोन आने के कारण थोड़ी देरी हो गई।
प्रभारी: लेबर रूम प्रभारी से जांच रिपोर्ट लेकर सीएमएचओ को भेज दी है
अस्पताल प्रभारी डॉक्टर सुभाष भिड़ासरा ने कहा कि लेबर रूम प्रभारी को पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उनके द्वारा पेश रिपोर्ट को सीएमएचओ को प्रेषित कर दी है।


इसी डस्टबिन में गिरी थी नवजात। भगवान का शुक्र है कि उसे कोई चोट नहीं आई। मामला एक बार तो इतना बढ़ गया कि डॉक्टरों ने नाैकरी जाने तक की दुहाई दे माफी तक मांगी। तब परिजनों ने कोई कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया।

श्रीगंगानगर। युवती से नशीला पदार्थ खिला कर दुष्कर्म करने के दोषी को न्यायालय ने 10 वर्ष कठोर कारावास

श्रीगंगानगर। युवती से नशीला पदार्थ खिला कर दुष्कर्म करने के दोषी को न्यायालय ने 10 वर्ष कठोर कारावास 



श्रीगंगानगर। युवती से नशीला पदार्थ खिला कर दुष्कर्म करने के दोषी को न्यायालय ने 10 वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाई है। ये निर्णय शुक्रवार को विशेष पोक्सो न्यायालय के न्यायाधीश अमित कुमार कड़वासरा ने सुनाया। न्यायालय के निर्देशानुसार दोषी ओम प्रकाश निवासी गली नंबर 4, शक्ति नगर, पुरानी आबादी,श्रीगंगानगर को 15 हजार रुपए जुर्माना भी अदा करना पड़ेगा। न्यायालय ने प्रकरण की एक अन्य आरोपी और दोषी ओमप्रकाश की पत्नी सरोज वर्मा को साक्ष्य के अभाव में संदेह लाभ से बरी कर दिया।
अभियोजन तथ्यों के अनुसार ओमप्रकाश व सरोज के खिलाफ 22 अप्रैल 2013 को महिला थाने में एक युवती के दायर इस्तगासे के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ था। युवती के आरोप थे कि सिलाई के कार्य की वजह से अोमप्रकाश की पत्नी सरोज वर्मा उसे कपड़े देने आती थी। इससे उसके सरोज के साथ अच्छे संबंध थे। आरोप था कि एक दिन सरोज ने उसे ठंडा पेय दिया। उसे पीने के बाद वह अर्द्धमूर्छित हो गई। तब उसके पति ओमप्रकाश ने उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद ओमप्रकाश व उसकी पत्नी सरोज ने उसे धमकाया कि उन्होंने उसकी मोबाइल फोटो ले ली है। अगर उसने किसी को बताया ताे वे फोटो सार्वजनिक कर उसे बदनाम कर देंगे। आरोप था कि इसके बाद उसे कई बार धमका कर दुष्कर्म किया गया। उसे ब्लैकमेल किया गया। पोक्साे न्यायालय के विशेष सरकारी वकील गुरचरण सिंह ने बताया कि मामला सैशन न्यायालय से ट्रांसफर होकर विशेष पोक्साे न्यायालय में सुनवाई के लिए आया। पुलिस ने ओमप्रकाश व सरोज के खिलाफ अाईपीसी 376, 120 बी, आईटी एक्ट की धारा 67 ए, 4 व 6 महिला अशिष्ट रूपण में चालान पेश किया था।

पोक्सो एक्ट : हर रोज 9 बेटियों से दुष्कर्म, पैरेलल इन्वेस्टिगेशन : जैसलमेर में हमारी पुलिस सबसे फिसड्‌डी,जैसलमेर को -9 मार्किंग

 पैरेलल इन्वेस्टिगेशन : जैसलमेर  में हमारी पुलिस सबसे फिसड्‌डी,जैसलमेर को -9 मार्किंग 

जैसलमेर राज्य में कानून व्यवस्था अाैर पुलिस अधिकारियाें के करवाए जा रहे अांतरिक मूल्यांकन की रिपाेर्ट बेहद चिंताजनक सामने अा रही है। डीजीपी की अाेर से सभी एसपी के कार्य मूल्यांकन में श्रीगंगानगर राज्य में 31वें स्थान पर है। डीजीपी भूपेंद्र यादव की अाेर तय किए गए फाॅर्मेट में 41 एसपी अाैर एसीपी का मूल्यांकन किया जा रहा है। हालांकि यह मूल्यांकन इस वर्ष के अक्टूबर माह तक का है। जिला पुलिस की खराब स्थिति के पीछे अनुसंधान की धीमी चाल एक बड़ा कारण सामने अाया है। जिले में दर्ज अक्टूबर तक के मामलाें में 4822 मुकदमे जांच में पड़े थे। इतनी बड़ी पेंडेंसी के कारण राज्य में जिले की स्थिति इतनी पिछड़ गई कि हमारी जिला पुलिस ऊपर के 10 स्थानाें के बजाए नीचे से 11वें नंबर पर पहुंच गई है। हालांकि राज्य में कई एसपी एेसे भी हैं जिनकाे इससे भी कम अंक अाैर कईयाें काे ताे माइनस में भी अंक मिले हैं। अक्टूबर तक के मूल्यांकन में काेटा रूरल एसपी राजन दुष्यंत प्रथम स्थान पर रहे हैं। उनकाे डीजीपी की अाेर से किए जा रहे मूल्यांकन में 64.56 फीसदी अंक दिए गए हैं। मासिक मूल्यांकन में अक्टूबर माह मंे प्रथम स्थान पर रहे काेटा रूरल एसपी काे 55.32 फीसदी अंक मिले हैं। यहां यह बात सबसे महत्वपूर्ण है कि निर्धारित किए गए 100 अंकाें के मूल्यांकन में प्रथम स्थान पर रहे एसपी काे भी 64.56 फीसदी अंक ही हासिल हुए हैं। यह अांकड़ा प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति काे इंगित करता है कि पुलिस अांतरिक मूल्यांकन में भी इतनी बुरी तरह से पिछड़ी हुई है। श्रीगंगानगर जिले में सीअाे सिटी, सीअाे रूरल, सीअाे करणपुर, सीअाे रायसिंहनगर, सीअाे सूरतगढ़ अाैर सीअाे अनूपगढ़ के अधीन 27 पुलिस थानाें के कामकाज का मूल्यांकन हाे रहा है। हमने पूरे प्रदेश में हमारी पुलिस की खराब रैंकिंग को लेकर एसपी हेमंत शर्मा का पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

 पैरेलल इन्वेस्टिगेशन : बीकानेर संभाग में हमारी पुलिस सबसे फिसड्‌डी

टाेंक एसपी आदर्श सिद्धू की परफॉर्मेंस अक्टूबर माह में सबसे खराब 41वें नंबर पर रही है, उन्हें डीजीपी की रिपोर्ट में 100 नंबरों में से -149 नंबर मिले हैं। वहीं, कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव 15वें पायदान पर हैं। माइनस मार्किंग वाले जिलों में धौलपुर एसपी मृदुल कच्छावा को -41, जयपुर ईस्ट के डॉ. राहुल जैन को -39, भीलवाड़ा के हरेन्द्र कुमार को -35, सीकर के गगनदीप को -22, जयपुर साउथ के योगेश कुमार को -21, अजमेर के कुंवर राष्ट्रदीप को -19, बारां के डॉ. रवि को -14, भरतपुर के हैदर अली जेदी को -13, जयपुर रूरल के शंकर दत्त शर्मा को -13, जैसलमेर की किरण कंग को -9, दौसा के प्रह्लाद कुमार को -7, करौली के अनिल कुमार को -6, जोधपुर रूरल के राहुल मनहर्दन को -4, अंक मिले हैं।

पोक्सो एक्ट : हर रोज 9 बेटियों से दुष्कर्म

संभाग 2018 2019 बढ़ोतरी
जयपुर 247 307 24.29%
अजमेर 226 345 52.65%
जोधपुर 177 343 93.79%
कोटा 285 390 36.84%
उदयपुर 282 331 17.38%
बीकानेर 272 382 40.44%
भरतपुर 201 303 50.75%
प्रदेश 1,690 2,401 45.24%

जिले में 6 पुलिस सर्किल, 27 थाने: रिपाेर्ट में पिछले साल अक्टूबर माह तक 5327 मुकदमे दर्ज थे जबकि इस साल 8977 दर्ज मुकदमाें में 4822 जांच में लंबित थे।

एसपी काे अाईजी 10 अाैर एडीजी काे 5 अंक देने का अधिकार, सीएलजी मीटिंग अाैर लाॅ एंड अाॅर्डर के 10 अंक

डीजीपी की अाेर से किए जा रहे 100 अंक के मूल्यांकन में प्रत्येक एसपी काे रेंज अाईजी अधिकतम 10 अंक दे सकते हैं। एडीजी काे अधिकतम 5 अंक देने का अधिकार है। हर एसपी का 10 अंक का निर्धारण सीएलजी मीटिंगाें अाैर क्षेत्र में हाेने वाले गंभीर अपराधाें की सूरत में स्वयं माैके पर जाकर निरीक्षण के मिलते हैं। श्रीगंगानगर एसपी काे रेंज डीअाईजी जाेस माेहन ने 9.6 अाैर एडीजी ने 3 अंक दिए हैं। लाॅ एंड अाॅर्डर अाैर सीएलजी बैठकें कम करने पर एसपी काे 10 में से 3.5 अंक ही मिले हैं। अक्टूबर माह के मूल्यांकन काे माइनस 12.73 फीसदी अंक ही हासिल हुए थे।

महिला हिंसा : बढ़ रहे मामले, रोजाना 120 महिलाओं से अत्याचार

प्रदेश सरकार के महिला सुरक्षा और अत्याचारों पर अंकुश लगाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। महिलाओं पर अत्याचार कम होने की बजाए दोगुनी तेजी से बढ़ रहे हैं। वर्ष 2019 में अक्टूबर माह तक कुल 36 हजार 50 महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाओं को रिकॉर्ड पर लिया गया है। यानी इन मामलों में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। यानी रोजाना 120 महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ। यह आंकड़ा इसलिए परेशान करता है क्योंकि 2018 की अपेक्षा अत्याचार में 54 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2018 में इस समय तक प्रदेश में 23 हजार 280 घटनाएं हुई थीं। यानी एक साल में प्रदेश में महिला अत्याचार की 12 हजार 770 घटनाएं ज्यादा हुई हैं।
रिपोर्ट कार्ड : बीकानेर रेंज के 2 एसपी फेल
जिला एसपी नंबर स्थान
कोटा ग्रामीण राजन दुष्यंत 55.32 पहला
डूंगरपुर जय यादव 46.12 दूसरा
प्रतापगढ़ पूजा अवाना 40.07 तीसरा
जोधपुर ईस्ट धर्मेंद्र सिंह 33.16 चौथा
चितौड़गढ़ अनिल कयाल 31.19 पांचवां
उदयपुर कैलाशचंद्र बिश्नोई 28.19 छठा
हनुमानगढ़ राशि डोगरा डूडी 22.45 सातवां
बीकानेर प्रदीप मोहन शर्मा 11.72 12वां
श्रीगंगानगर हेमंत शर्मा -12 31वां
चूरू तेजस्विनी गौतम -10 29
सोर्स : पुलिस मुख्यालय, रिपोर्ट अक्टूबर माह की।

शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

जैसलमेर पाक अल्पसंख्यक समुदाय के 10 सदस्यों ने भारतीय नागरिकता के लिए किया आवेदन प्रस्तुत

जैसलमेर - भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए शिविर का आयोजन

पाक अल्पसंख्यक समुदाय के 10 सदस्यों ने भारतीय नागरिकता के लिए किया आवेदन प्रस्तुत

जैसलमेर, 12 दिसम्बर/जिले में निवास कर रहें अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारतीय नागरिकता प्रदत्त करने की कार्यवाही के लिए शुक्रवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ. पी. विश्नोई की अध्यक्षता में कलक्ट्री परिसर के डीआरडीए हॉल में शिविर का आयोजन हुआ।

शिविर के दौरान पाक अल्पसंख्यक समुदाय के 10 नये सदस्याें ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किए। इसी प्रकार पूर्व में जिला कलक्टर कार्यालय जैसलमेर में प्रक्रियाधीन 12 पुराने नागरिकता आवेदन पत्रों की कमियों की पूर्ति की गई। शिविर के दौरान गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 10 प्रथम दीर्घकालीन वीजा की स्वीकृति प्रदान की गई, जिसके प्रमाण पत्र संबंधित को जारी किए गए।

शिविर के दौरान भारतीय नागरिकता के लिए पाक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारतीय नागरिकता के लिए ऑनलाईन आवेदन करने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। शिविर में सीआईडीबीआई के कार्यवाहक एफआरओ सुगनाराम (नि.पु.) के साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे एवं उन्होंने शिविर में पूरा सहयोग प्रदान किया।

जैसलमेर - विजय दिवस समारोह 16 दिसम्बर को वॉर मेमोरियल में

जैसलमेर - विजय दिवस समारोह 16 दिसम्बर को वॉर मेमोरियल में

जैसलमेर, 13 दिसम्बर/जैसलमेर में विजय दिवस समारोह, 16 दिसम्बर, सोमवार को प्रातः 9ः30 बजे वॉर मेमोरियल (वॉर म्यूजियम) जैसलमेर में मनाया जाएगा।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल भोजराज सिंह राठौड़ ने जिले के गौरव सैनिकों एवं वीरांगनाओं से आग्रह किया है कि इस समारोह में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।  उन्होंने गौरव सैनिकों से अनुरोध किया है कि वे अपनी रेजीमेन्टल केप व परम्परागत वेशभूषा में पहुंचे।

उन्होंने बताया कि इस समारोह में लिए पूर्व सैनिकाें, विधवाओं, आश्रितों के लिए यातायात सुविधा की व्यवस्था की गई है। जिसमें रामगढ़, छायण, सांकड़ा, पोकरण व सैनिक विश्राम गृह जैसलमेर में सैन्य वाहन (आर्मी बस) उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में वेलफेयर ऑर्गेनाईजर आन्जेरी सुबेदार मेजर पदमचन्द शेरा के मोबाईल नम्बर 9460738037 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

जोधपुर की राजकीय बालिका गृह की सुपरिटेंडेंट सस्पेंड, बच्चियों के साथ करती थी बदसलूकी

जोधपुर की राजकीय बालिका गृह की सुपरिटेंडेंट सस्पेंड, बच्चियों के साथ करती थी बदसलूकी
जोधपुर की राजकीय बालिका गृह की सुपरिटेंडेंट सस्पेंड, बच्चियों के साथ करती थी बदसलूकी

जोधपुर.  जोधपुर  के राजकीय बालिका गृह से बच्चियों के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष के औचक निरीक्षण के दौरान बच्चियों ने बालिका गृह अधीक्षक के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए है. बच्चियों की बात सुनने के बाद आयोग अध्यक्ष ने अधीक्षक को निलंबित  कर दिया है. बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने अधीक्षक के साथ ही तीन केयर टेकर को हटा दिया है. बालिका गृह की अधीक्षक असमां पीरजादा वहां रहने वाली बालिकाओं से अभद्र व्यवहार करती थी. अधीक्षक पर बच्चियों ने यह भी आरोप लगाया है कि मासिक धर्म के दौरान जब बच्चियां सेनेट्री नैपकिन मांगती तब उनसे अभद्रता की जाती थी. पीड़ित बच्चियों ने आरोप लगाया कि अनजान लोगों को भामाशाह के नाम पर बालिका गृह में प्रवेश दिया जाता है और लड़कियों को उनसे मिलने पर मजबूर किया जाता है. बच्चियों के ऐसा नहीं करने पर उनसे मारपीट की जाती है.

अ​धीक्षक पर अनजान लोगों को बालिका गृह में प्रवेश देने का भी आरोप

दरअसल यह मामला तब खुला जब राजस्थान बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बालिका गृह का औचक निरीक्षण किया. बालिका गृह में रहने वाली करीब एक दर्जन लड़कियां बेनीवाल से मिली और उन्होंने इसकी शिकायत की.

रेखा शेखावत को बनाया गया बालिका गृह की अधीक्षक

राजस्थान बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने अधीक्षक असमा पीरजादा को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही तीन केयर टेकर को भी बालिका गृह से हटा दिया गया है. आयोग की अध्यक्ष ने बालिका गृह का चार्ज नारी निकेतन की अधीक्षक रेखा शेखावत को सौंप दिया गया है. नया पदभार मिलने के बाद रेखा शेखावत ने बालिकाओ को अच्छा माहौल देने का वादा किया है.

भरतपुर: शराब के लिए बेटे ने माता-पिता को काट डाला था, कोर्ट ने दी उम्रकैद की सजा

भरतपुर: शराब के लिए बेटे ने माता-पिता को काट डाला था, कोर्ट ने दी उम्रकैद की सजा
भरतपुर: शराब के लिए बेटे ने माता-पिता को काट डाला था, कोर्ट ने दी उम्रकैद की सजा

भरतपुर. शराब  के लिए रुपए नहीं देने पर अपने माता-पिता  की दरांती से काटकर हत्याकरने वाले बेटे को जिला एवं सेशन न्यायाधीश  शुभा मेहता ने आजीवन कठोर कारावास की सजासुनाई है. न्यायाधीश ने अभियुक्त 30 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. अभियुक्त को केंद्रीय कारागार सेवर भेजने के आदेश जारी किए गए हैं.

शराब पीने के लिए रुपए मांगे थे
लोक अभियोजक डोरीलाल बघेल ने बताया कि 9 महीने पहले 24 मार्च को उद्योग नगर थाना इलाके के गांव रारह में देवीराम अपनी गाय को 15 हजार रुपए में बेचकर आया था. गाय की बिक्री से आए रुपयों को उसके बेटे प्रताप ने शराब पीने के लिए मांगे. लेकिन देवीराम ने शराब के लिए पैसे देने से इंकार कर दिया. इससे गुस्साए बेटे प्रताप ने अपने पिता देवीराम पर दरांती से प्रहार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.इसी दरिम्यान अपने पति को बचाने के लिए आई रामवीरी पर भी प्रताप ने दरांती से हमला कर दिया, जिससे उसकी भी मौत हो गई. वारदात के बाद आरोपी प्रताप मौके से फरार हो गया था. दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिलते ही उद्योग नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. इस संबंध में मामला दर्ज होने के बाद आरोपी प्रताप को गिरफ्तार कर लिया. प्रताप आदतन शराबी है. बाद में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर आरोपी के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर दिया.

कोर्ट में 43 दस्तावेज और 14 गवाह प्रस्तुत किए गए
सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से आरोपी के खिलाफ 43 दस्तावेज और 14 गवाह प्रस्तुत किए गए. कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उपलब्ध साक्ष्यों और गवाहों के बयान के आधार पर प्रताप को दोहरे हत्याकांड का दोषी करार दिया. न्यायाधीश शुभा मेहता ने अभियुक्त प्रताप को आजीवन कठोर कारावास की सजा के साथ ही उस पर 30 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है

हैदराबाद मुठभेड़ के बाद एनकांउटर से डरा सलमान को धमकी देने वाला गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई

हैदराबाद मुठभेड़ के बाद एनकांउटर से डरा सलमान को धमकी देने वाला गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई
हैदराबाद मुठभेड़ के बाद एनकांउटर से डरा सलमान को धमकी देने वाला गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई

जोधपुर. हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्यामामले में पकड़े गए चार आरोपियों की पुलिस कार्रवाईमें मौत के बाद अब अन्य अपराधी भी एनकाउंटर को लेकर खौफजदा हैं. ऐसा ही भय सता रहा है फिल्म अभिनेता सलमान खान के मर्डर की धमकी देने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोईको. इसी के चलते लॉरेंस की ओर एडीजे 6 तनसुख चारण की कोर्ट में सुरक्षा के लिए अर्जी पेश की है. अधिवक्ता संजय बिश्नोई ने अर्जी पेश करते हुए लॉरेंस के एनकाउंटर का अंदेशा जताया है. इस अर्जी में लॉरेंस ने गुहार की है उसे सीसीटीवी कैमरे की सुरक्षा में पेशी पर ले जाया जाए. लॉरेंस की ओर से कहा गया है कि उसके विरोधियों के साथ मिलकर पुलिस उसका एनकाउंटर कर सकती है. बता दें कि लॉरेंस को हथकड़ी पहनाने का पूर्व में कोर्ट आदेश दे चुकी है.

कौन है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई?

पिछले साल जोधपुर के एक बिजनेसमैन की हत्या के बाद चर्चा में आया गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई मूलत: पंजाब का रहने वाला है. लॉरेंस के पिता पंजाब पुलिस में एक कॉन्स्टेबल हैं और अकेले लॉरेंस के पास करोड़ों रुपए की जमीन है. छात्र राजनीति से गुंडागर्दी का सफर यूनिवर्सिटी चुनाव में हारने के बाद शुरू हुआ. 25 साल के लॉरेंस पर कई राज्यों में दो दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं.तीन राज्यों में दजर्नाें वारदातों में लिप्त लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने पिछले साल फिल्म अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश रची थी. इसका खुलासा गुरुग्राम एसटीएफ की टीम ने खुलासा किया. इससे पहले लॉरेंस ने जोधपुर में पुलिस कस्टडी में रहते हुए सलमान को मारने की धमकी दी थी.

अप्रैल में सुनाई गई थी 5 साल की सजा

कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को पांच साल पुराने एक मामले में सीकर के एडीजे कोर्ट ने 22 अप्रैल को सजा सुनाई. रानोली इलाके में रोडवेज बस पर फायरिंग के इस मामले में कोर्ट ने लॉरेंस को 5 साल जेल की सजा सुनाई है

जैसलमेर घायल कुरजां को अपने हाल पे छोड़ा, वन विभाग ने हाथ खड़े किए*

जैसलमेर घायल कुरजां को अपने हाल पे छोड़ा, वन विभाग ने हाथ खड़े किए*

जैसलमेर लाठी क्षेत्र के डेलासर गांव के पास स्थित कोजेरी नाडी के पास गत वर्ष वापसी के दौरान पीछे रह गई कुरजां अब उडऩे से लाचार हो चुकी है। पंख टूट जाने के कारण वह उड़ नहीं पा रही है तथा लम्बे समय से उपचार के अभाव में कोजेरी नाडी के पास घूम रही है, जबकि वन विभाग की ओर से घायल कुरजां के उपचार को लेकर कार्रवाई नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि गत वर्ष शीतकालीन प्रवास के दौरान तीन कुरजां उड़ान नहीं भर पाई थी तथा पीछे रह गई थी। इस वर्ष साथी कुरजाओं के साथ विचरण करने के दौरान उस कुरजां का पंख टूट गया। ऐसे में यह कुरजां उड़ नहीं पा रही है। वन्यजीवप्रेमी राधेश्याम पेमाणी ने बताया कि इस संबंध में वन विभाग को भी सूचना दी गई है, लेकिन गत एक सप्ताह से घायल पक्षी के उपचार को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

भारत बचाओ रैली में जैसलमेर से कार्यकर्तों दिल्ली प्रस्थान

: भारत बचाओ रैली में जैसलमेर से कार्यकर्तों   दिल्ली प्रस्थान  
 
जैसलमेर कांग्रेस की तरफ से दिल्ली में आयोजित होने वाली  भारत_बचाओ_रैली में भाग लेने के लिए आज पोकरण क्षेत्र से राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद  के नेतृत्व में क्षेत्र के दस बसों को कई छोटी गाडियां से रवाना हुए.वही जैसलमेर से कार्यकर्तों को सभापति हरिवल्लभ कल्ला के नेतृत्व में दिल्ली प्रस्थान हेतु  बस को प्रधान अमरदीन फकीर पूर्व  अशोक तंवर ने  हरी झंडी बता रवाना किया तो विधायक रूपाराम धंदे के फार्म हाउस से एक बस  को जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने ह्री झंडी दिखाकर रवाना किये ,जैसलमेर जिले से दिल्ली के लिए रवाना हुए कार्यकर्ता भारत_बचाओ_रैली में कल देश भर से लाखों कार्यकर्ता रामलीला मैदान में उपस्थित रहेंगे।

बाड़मेर,कोई भी पात्र महिला प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से वंचित नहीं रहेंः रतनू - प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना मंे उल्लेखनीय कार्य करने वाले कार्मिकांे का सम्मान।

बाड़मेर,कोई भी पात्र महिला प्रधानमंत्री मातृ
वंदना योजना से वंचित नहीं रहेंः रतनू
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना मंे उल्लेखनीय कार्य करने वाले कार्मिकांे का सम्मान।


बाड़मेर,13 दिसंबर। कोई भी पात्र महिला प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से वंचित नहीं रहनी चाहिए। महिलाआंे को आर्थिक रूप से मजबूत करने के साथ वे स्वयं एवं नवजात की देखभाल कर सके। इसके लिए यह योजना संचालित की जा रही है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार मंे प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला स्तरीय समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप मंे यह बात कही।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की मंशा है कि पात्र महिलाओं को पहले छह महीनों के लिए प्रारंभिक और विशेष स्तनपान और पोषण के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के लिए नकद प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि कोई भी पात्र महिला इससे वंचित नहीं रहनी चाहिए। महिलाआंे के पंजीकरण के साथ समय पर किश्त मिले, इसकी प्रभावी मोनेटरिंग की जाए। उन्हांेने महिला एवं बाल विकास की टीम को बेहतरीन कार्य के लिए बधाई दी। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चौधरी, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित, कल्याणपुर सीडीपीओ के.के.शर्मा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सुशीला, सुपरवाइजर श्रीमती शशिकला गज्जा ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में जानकारी देने के साथ अपने अनुभव साझा किए। वर्ल्ड विजन के विनित बांकला ने सहभागीय उदबोधन, रणवीरसिंह राजावत ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के परिचय, शर्ताें के साथ सत्यापन प्रक्रिया के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। जिला स्तरीय समारोह के दौरान उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रत्येक परियोजना के सीडीपीओ, सुपरवाइजर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डा. लक्ष्मीनारायण जोशी ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत मंे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआंे ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी।
मातृ वंदना सप्ताह रैलीः बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट से जिला कलक्टर अंशदीप ने मातृ वंदना सप्ताह रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली स्टेशन रोड़, रेलवे स्टेशन से होते हुए जिला परिषद कार्यालय पहुंची। रैली मंे शामिल आंगनबाडी कार्यकर्ताआंे, सहायिकाआंे एवं आशा सहयोगिनियांे ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे मंे आमजन को संदेश दिया।
सेल्फी लेकर साझा किए अनुभव: जिला स्तरीय समारोह मंे प्रथम बार मां बनने वाली गर्भवती महिलाआंे ने मातृ शक्ति राष्ट्र शक्ति-सेल्फी कैम्पेन के तहत सेल्फी ली। इस दौरान बाड़मेर परियोजना की लाभार्थियांे ने अनुभव साझा किए।

बाड़मेर,भारतीय नागरिकता विशेष शिविर में सात नए आवेदन

बाड़मेर,भारतीय नागरिकता विशेष शिविर में सात नए आवेदन
- भारतीय नागरिकता विशेष शिविर मंे पूर्व मंे लंबित आवेदनांे की कमी पूर्ति करवाई।


बाड़मेर,13 दिसंबर। भारतीय नागरिकता के ऑनलाइन आवेदनांे को संकलित करने के लिए शुक्रवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भगवान महावीर टाउन हॉल मंे विशेष शिविर आयोजित हुआ। इस दौरान भारतीय नागरिकता के लिए सात नए आवेदन प्राप्त हुए। इसके अलावा जिला स्तर पर लंबित 26 आवेदनांे मंे आवेदकांे से कमी पूर्ति करवाई गई। 
गृह विभाग के निर्देशानुसार स्थाईवास के आधार पर निवास कर रहे अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय यथा हिन्दू, सिक्ख, पारसी एवं ईसाई के भारतीय नागरिकता के आवेदन संकलित करने के लिए जिला कलक्टर अंशदीप, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा एवं राज्य सरकार की ओर से नियुक्त किए गए प्रतिनिधियांे की उपस्थिति मंे भारतीय नागरिकता विशेष शिविर आयोजित हुआ। इस दौरान जिला कलक्टर अंशदीप के समक्ष पूर्व मंे लंबित आवेदनांे की कमी पूर्ति करवाई गई। शिविर मंे सात नए आवेदन प्राप्त किए गए। जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि भारतीय नागरिकता के लिए आवेदनांे को नियमानुसार राज्य स्तर पर भेजा जाएगा। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने आवेदनकर्ताआंे को राज्य निष्ठा की शपथ दिलाई। शिविर के दौरान विदेशी पंजीकरण अधिकारी एवं जिला कलक्टर कार्यालय के संबंधित कार्मिक उपस्थित रहे

जैसलमेर*हमारे रिकॉर्ड में नहीं, इसलिए आपका पता गलत!* *- आरटीआई में नगर परिषद् का अजीबोगरीब जवाब* *- राजस्थान हाईकोर्ट ने एसपीआईओ से किया जवाब तलब*

जैसलमेर*हमारे रिकॉर्ड में नहीं, इसलिए आपका पता गलत!*
*- आरटीआई में नगर परिषद् का अजीबोगरीब जवाब*
*- राजस्थान हाईकोर्ट ने एसपीआईओ से किया जवाब तलब*

जैसलमेर राजस्थान हाईकोर्ट ने सूचना का अधिकार कानून के तहत आवेदक को सूचना उपलब्ध कराने के तथ्य की पुष्टि किए बिना ही द्वितीय अपील खारिज करने के राजस्थान राज्य सूचना आयोग के निर्णय को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए नगर परिषद् जैसलमेर और राज्य सूचना आयोग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। नगर परिषद् के राज्य लोक सूचना अधिकारी ने इस आधार पर सूचना उपलब्ध नहीं करवाई थी कि आवेदक द्वारा दिया गया पता उनके रिकॉर्ड में नहीं है, इसलिए वह गलत है।

जैसलमेर निवासी महेन्द्र सिंह नरूका ने नगर परिषद् में आरटीआई के तहत आवेदन कर एम्पावर कमेटी की बैठकों के निर्णयों की प्रति चाही थी। जिस पर सूचना नहीं मिलने एवं प्रथम अपील विनिश्चयविहीन रहने पर सूचना आयोग में द्वितीय अपील प्रस्तुत की गई। आयोग में सुनवाई के दौरान प्रत्यर्थी नगर परिषद् की ओर से कहा गया कि वांछित सूचना आवेदक को प्रेषित कर दी गई है। इस आधार पर सूचना आयोग ने बिना दस्तावेज देखे ही सूचना प्रदत्त मानते हुए अपील खारिज कर दी। जबकि दस्तावेज में कहा कि आवेदक द्वारा दिया गया पता उनके रिकॉर्ड में नहीं है, इसलिए वह गलत है। याचिकाकर्ता की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट के अधिवक्ता रजाक के. हैदर व पंकज साईं ने हाईकोर्ट को बताया कि नगर परिषद् ने आयोग में जो दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं, उनके अवलोकन से स्पष्ट है कि नगर परिषद् ने सूचना उपलब्ध नहीं करवाई है, बल्कि उपलब्ध नहीं करवाने के कारणों का उल्लेख किया है। जो कारण बताए हैं, वह विधि विरुद्ध है। आरटीआई कानून की मूल भावना के खिलाफ होने के कारण आयोग को उन कारणों पर विचार करते हुए अपना निर्णय देना चाहिए था, लेकिन आयोग ने दस्तावेज का अवलोकन किए बिना ही सूचना उपलब्ध करवाने के गलत तथ्य के आधार पर अपील खारिज करने का निर्णय दे दिया, जो कि अपास्त होने योग्य है। प्रारम्भिक सुनवाई के बाद न्यायाधीश दिनेश मेहता ने राजस्थान राज्य सूचना आयोग, प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग और नगर परिषद् जैसलमेर के राज्य लोक सूचना अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के आदेश दिए।

यह था मामला
आवेदक ने नगर परिषद् की एम्पावर्ड कमेटी की बैठकों का विवरण चाहा था। नगर परिषद् ने अपने जवाब में कहा कि आवेदक द्वारा दिया गया निवास पता उनके रिकॉर्ड में नहीं है, इसलिए आवेदक ने जो पता बताया है, वह गलत बताया है। जबकि आवेदक का कहना है कि वह 18 वर्ष से इस पते पर निवासरत है और तीन-चार वर्ष से नगर परिषद् उनके इसी पते पर पत्राचार कर रही है। भ्रष्टाचार और अनियमितता उजागर होने के भय से उनको सूचना उपलब्ध नहीं करवाने की मंशा से नगर परिषद ने अजीबोगरीब जवाब भेजा है।

*रजाक के. हैदर*
एडवोकेट, राजस्थान हाईकोर्ट
9414548257