जैसलमेर घायल कुरजां को अपने हाल पे छोड़ा, वन विभाग ने हाथ खड़े किए*
जैसलमेर लाठी क्षेत्र के डेलासर गांव के पास स्थित कोजेरी नाडी के पास गत वर्ष वापसी के दौरान पीछे रह गई कुरजां अब उडऩे से लाचार हो चुकी है। पंख टूट जाने के कारण वह उड़ नहीं पा रही है तथा लम्बे समय से उपचार के अभाव में कोजेरी नाडी के पास घूम रही है, जबकि वन विभाग की ओर से घायल कुरजां के उपचार को लेकर कार्रवाई नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि गत वर्ष शीतकालीन प्रवास के दौरान तीन कुरजां उड़ान नहीं भर पाई थी तथा पीछे रह गई थी। इस वर्ष साथी कुरजाओं के साथ विचरण करने के दौरान उस कुरजां का पंख टूट गया। ऐसे में यह कुरजां उड़ नहीं पा रही है। वन्यजीवप्रेमी राधेश्याम पेमाणी ने बताया कि इस संबंध में वन विभाग को भी सूचना दी गई है, लेकिन गत एक सप्ताह से घायल पक्षी के उपचार को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जैसलमेर लाठी क्षेत्र के डेलासर गांव के पास स्थित कोजेरी नाडी के पास गत वर्ष वापसी के दौरान पीछे रह गई कुरजां अब उडऩे से लाचार हो चुकी है। पंख टूट जाने के कारण वह उड़ नहीं पा रही है तथा लम्बे समय से उपचार के अभाव में कोजेरी नाडी के पास घूम रही है, जबकि वन विभाग की ओर से घायल कुरजां के उपचार को लेकर कार्रवाई नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि गत वर्ष शीतकालीन प्रवास के दौरान तीन कुरजां उड़ान नहीं भर पाई थी तथा पीछे रह गई थी। इस वर्ष साथी कुरजाओं के साथ विचरण करने के दौरान उस कुरजां का पंख टूट गया। ऐसे में यह कुरजां उड़ नहीं पा रही है। वन्यजीवप्रेमी राधेश्याम पेमाणी ने बताया कि इस संबंध में वन विभाग को भी सूचना दी गई है, लेकिन गत एक सप्ताह से घायल पक्षी के उपचार को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
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