शनिवार, 3 सितंबर 2016

बालोतरा बाबा के दरबार में उमडा आस्था का ज्वार



बालोतरा
बाबा के दरबार में उमडा आस्था का ज्वार

भादवा की दूज को बिठूजा धाम पर हुआ मेले का आयोजन

भक्त भाविकों ने मंदिर शिखर पर पूजा अर्चना कर चढ़ाई धजा ।


ओमप्रकाश सोनी, बालोतरा।
मो-9414532417

निकटवर्ती बिठूजा गांव स्थित लोक देवता बाबा रामदेवजी की विश्राम स्थली मिनी रामदेवरा पर भादवा की दूज को भरे मेले में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा । क्षेत्र सहित आस पास गावो के हजारो श्रद्धालु पैदल जत्थो, वाहनों, बसो द्वारा बिठूजा धाम पहुचे । धर्म प्रेमियो ने लोक देवता बाबा रामदेव के चरणों में शीश नवाया और पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। मेले में लगे झूले व् हाट बाजारों में ग्रामीणों ने जमकर खरीददारी की।

शनिवार को अलसुबह से ही बिठूजा धाम पर भक्तो के आने का सिलसिला आरम्भ हो गया जो दिन चढ़ने के साथ साथ परवान चढ़ता गया। पैदल जत्थो के रूप में श्रद्धालु डीजे पर भजनों की सुमधुर स्वरलहरियों पर नाचते-झूमते थिरकते देर रात तक मंदिर पहुचे तथा बाबा के दर्शन पूजन कर आरती की।

बाबा के अनन्य भक्त भेरूलाल डागा ने बताया कि बाबा के अवतरण दिवस पर मंदिर में विराजित बाबा की प्रतिमा को पंचामृत से नहला कर 108 दीपको की आरती उतार कर मेले का आगाज किया गया। बाद में मंदिर शिखर पर धजा चढ़ाई गयी।

सजे हाट बाजार-

मंदिर परिसर के बाहर मेले को लेकर सूंदर व् आकर्षक हाट बाजार भी लगे। हाट बाजार में ग्रामीणों व् श्रद्धालुओं ने जमकर खरीददारी की। मेले में लगे झूलो का लोगो ने लुफ्त उठाया।

बालोतरा से बिठूजा तक माहोल हुआ धर्ममय-

बाबा दूज के मेले में समूचे संभाग से आये श्रद्धालुओं के जयकारो से माहोल धर्ममय नजर आया। बालोतरा से मेगा हाईवे पूल के पास से बिठूजा जाने के लिए मंदिर ट्रस्ट की और से नया मार्ग बनाया गया। पुरे मार्ग पर बाबा के जयकारो के साथ श्रद्धालुओं बिठूजा धाम के लिए उमड़ते दिखे। सिवाना की तरफ से बिठूजा आने वाले मार्ग पर भी दिन भर श्रद्गलुओ की भीड़ उमड़ी।

पुलिस प्रबंधन लचर-महिलाओ के गहने हुए पार-

बिठूजा धाम पर आयोजित मेले में इस बार पुलिस प्रबंध कमजोर रहे। बड़ी तादाद में उमड़े श्रद्धालुओं के बीच व्यवस्थाए बनाने के लिए नाम मात्र के पुलिस कर्मी तैनात थे। मेले के दौरान दर्शनों के लिए कतार में कड़ी महिलाओ के गले में पहिने आभूषण पार होने की एक दो वारदाते भी हुई। इसके बावजूद भी महिला पुलिस कार्मिक एक तरफ जाकर फोन पर बतियाती नजर आई। मेले के दौरान लाइन में लगे लोगो के मोबाइल भी गुम हुए है।

जयपुर.फाइबर कैमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, यहां 20 दमकलों ने मुश्किल से पाया काबू



जयपुर.फाइबर कैमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, यहां 20 दमकलों ने मुश्किल से पाया काबू
राजधानी के बगरू क्षेत्र में शनिवार को एक फाइबर केमिकल फैक्ट्री में आग लग गई। आग से वहां रखे केमिकल के ड्रमों में विस्फोट हो गया और वह करीब आधा किमी तक बिखर गए।ड्रमों से बहा तेल नालियों से होता हुआ सड़कों पर आ गया और फैक्ट्री के बाहर भी आग लग गई।

सूचना पर पहुंची दमकलों ने आग को काबू में पाने के लिए भरसक प्रयत्न किया। एक के बाद एककर करीब 20 दमकल गाडिय़ां पहुंच गईं। लेकिन तब तक आग के फैक्ट्री से बाहर निकलने के कारण इलाके में दहशत मच गई।

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पांच घंटे लगे आग बुझाने में

फैक्ट्री के कर्मचारियों ने बताया कि हादसे की असली वजह पता नहीं चल सकी है। हालांकि, जब धमाका हुआ तो फैक्ट्री आग और धुंए के बीच घिर गई। केमिकल से आग के धमाके इतने तीव्र थे कि ड्रमों के ढक्कन आधा किमी दूर तक जा गिरे। कुछ रोड़ तक भी बिखर गए।

आग को काबू पाने में पांच घंटे का समय लगा। वहीं, फैक्ट्री मालिकों का कहना है कि नुकसान बहुत हुआ, यह आकलन करने में अभी समय लगेगा।

बीएसएनएल एक रुपए से भी कम में एक जीबी डेटा देगी।

नर्इ दिल्ली।बीएसएनएल एक रुपए से भी कम में एक जीबी डेटा देगी। 

रिलायंस जियो को टक्कर देने के लिए अब दूसरी कंपनियों ने भी कमर कस ली है। रिलायंस जियो के 50 रुपए में एक जीबी 4जी डाटा देने की घोषणा के बाद सरकारी टेलीकाॅम कंपनी बीएसएनएल ने बड़ा एेलान किया है। 

बीएसएनएल एक रुपए से भी कम में एक जीबी डेटा देगी।




बीएसएनएल 9 सितंबर से ब्राडबैंड के नए यूजर्स के लिए एक्सपीरियंस अनलिमिटेड बीबी-249 प्लान लाॅन्च किया है। इस प्लान के तहत 249 रुपए में 300 जीबी तक का डाटा डाउनलोड किया जा सकेगा।




3G स्मार्टफोन पर रिलायंस जियो 4G सिम चलाने के 3 तरीके
रिलांयस जियो को बीएसएनएल का जवाब, एक रुपए में देगी एक जीबी डाटा


बीएसएनएल अधिकारियों के अनुसार ग्राहक 249 रुपए में 300 जीबी डाटा प्लान का लाभ छह महीनों तक उठा सकेंगे। ग्राहकों को 2 एमबीपीएस की स्पीड शुरूआती एक जीबी के लिए ही मिलेगी। इसके बाद एक एमबीपीएस की स्पीड दी जाएगी।




बीएसएनएल के पास ब्राडबैंड कनेक्शंस में करीब 2 करोड़ कंज्यूमर्स का बेस है। रिलायंस जियो की सर्विस में स्पीड सबसे अहम है। वहीं बीएसएनएल के ब्राडबैंड में स्पीड की निश्चित सीमा है। जहां बीएसएनएल 2 एमबीपीएस की स्पीड देने की बात कह रही है, वहीं जियो ने पीक डाउनलोड के दौरान ही 135 एमबीपीएस की स्पीड देने का लक्ष्य तय किया है। इस लिहाज से देखा जाए तो बीएसएनएल में स्पीड कम मिलेगी, लेकिन डाटा पैक काफी सस्ता होगा। माना जा रहा है कि अन्य टेलिकाॅम कंपनियां भी सस्ते डाटा प्लान आॅफर करेंगी।

जोधपुर बाबा रामदेव के अवतरण दिवस पर उमड़ा आस्था का ज्वार, अब तक 4 लाख लोगों ने किए दर्शन



जोधपुर बाबा रामदेव के अवतरण दिवस पर उमड़ा आस्था का ज्वार, अब तक 4 लाख लोगों ने किए दर्शन
बाबा रामदेव के अवतरण दिवस पर उमड़ा आस्था का ज्वार, अब तक 4 लाख लोगों ने किए दर्शन

लोक देवता बाबा रामदेव का अवतरण दिवस शनिवार को श्रद्धापूर्वक हर्षोल्लास के माहौल में धूमधाम से मनाया गया। जोधपुर के मसूरिया स्थित बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ के समाधि स्थल पर दर्शनार्थियों का सैलाब सा उमड़ा। ब्रह्मवेळा में भक्ति और आस्था के संगम के दौरान जोधपुर सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों एवं गुजरात, मध्यप्रदेश से पैदल एवं वाहनों में पहुंचे बड़ी संख्या में जातरुओं ने भाग लिया।




शृंगार आरती में शामिल होने के लिए शुक्रवार देर रात से ही मंदिर प्रवेश द्वार से मुख्य समाधि स्थल तक दर्शनार्थियों की लंबी कतारें लगी रही। बाबा रामदेव के प्राकट्य दिवस पर दिन भर धूप-तपिश के बावजूद महिलाओं-बच्चों में भी दर्शन के प्रति खासा उत्साह नजर आया। सुबह पंचामृत अभिषेक के बाद पुजारी विष्णु सोलंकी के आचार्यात्व में हुई 108 ज्योत से शृंगार महाआरती के दौरान समूचा मंदिर परिसर बाबा रामदेव के जैकारों से गूंज उठा।







दोपहर में ध्वजारोहण के दौरान महापौर घनश्याम ओझा, मसूरिया बाबा रामदेव मंदिर का संचालन करने वाले पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान, सचिव श्यामलाल दईया, पुरुषोत्तम राखेचा, संजय दईया, अनिल सोलंकी, महेन्द्र राखेचा, महेन्द्र राखेचा, नरेन्द्र गोयल, सीताराम चौहान, शिवप्रसाद दईया, राजेश चौहान, कमलेश गोयल, नवनीत चौहान, विजय राखेचा, रोशन परमार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मंदिर में जिला पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध सहित मंदिर ट्रस्ट के करीब 300 स्वयंसेवकों ने सेवाएं दी।

बाड़मेर आज़ादी के दीवाने रहे सादी खान का वंशज सरदार खान खोसो नगरपारकर सिंध पाकिस्तान का चेयरमेन बना ,



 बाड़मेर आज़ादी के दीवाने रहे सादी खान का वंशज सरदार खान खोसो नगरपारकर सिंध पाकिस्तान का चेयरमेन बना ,



बाड़मेर 1833 में अंग्रेजो के खिलाफ भारत को आज़ाद करने की लड़ाई लड़ चुके आज़ादी के दीवाने बलोच सादी खान खोसो के वंशज सरदार खान खोसो ने पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के मिट्ठी तालुका के नगरपारकर के चेयरमेन बनाने के बाद पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर के सीमावर्ती गाँवो में ख़ुशी की लहार हैं ,इनके वंशज बाड़मेर जिले के चौहटन के भलगांव के सामी का पर में में रहते हुए स्वतंत्रता सैनानी श्याम सिंह राठौड़ के साथ आज़ादी की लड़ाई लड़ी ,बाद में विभाजन के दौरान एक गांव में खींची लकीर से वो पाकिस्तान चले गए ,


साधी खान खोसो की आज़ादी की लड़ाई


हिम्मत बंदा मदद खुदा घोड़े जी पुठ तलवार जी मुठ]

इतिहास में राजस्थान के बलोचों का स्थान सदैव गौरवशाली रहा हैं।यहां के बलोचों को कहा जाता है कि वीरता सदैव बलोचों की चेरी बनकर रहीं हैं इतने वीर सपूत होने पर भी यहां के कुछ रण रसियों ने बिना लड़े अंग्रेजो की अधिनता स्वीकार कर ली थी, लेकिन बाड़मेर जिले के चौहटन के बलोचों ने अंग्रेजों को बलोची तलवारों का चिरस्मरणीय जौर दिखाया था। किंतु दुर्भाग्य से उनके इस रण कौशल के इतिहास के स्वर्गिय पन्ने अपने में नहीं समेट सकें बात उस समय की है जब जोधपुर रियासत का मालाणी क्षेत्र स्वयं भू. भाग था। जोधपुर नरेश ने बलोचों को अपने-अपने क्षेत्र की सत्ता का अधिकार सौंप रखा था। के जागीदार ही अपने-अपने क्षेत्र में हासल इकठ्ठी करके उनमें से थोड़ा सा हिस्सा जोधपुर का नजराना के रूप में पैश कर देते थे। इन बलोचों पर अंग्रेज सरकार का नाम मात्र का अंकुश रहता था। सिंध के क्षेत्र एंव जैसलमेर के कुच्छ हिस्सों में लूटपाट करना ही इनका काम था।विक्रम सवंत 1890 इस घटना के अनुसार जैसलमेर के नरेश ने जोधपुर के नरेश के पास मालाणी के बलोचों की शिकायत की उसमें भी बाड़मेर एंव चौहटन के जागीरदारों की शिकायत की, की रईस उनके राज्य में लूटपाट करके प्रजा को तंग करते हैं।स्वजातिय स्वगोगीय भाई होने के कारण जोधपुर महाराजा ने शिकायत की कोई प्रवाह नहीं की अब उन्होंने अंग्रेजों के राजनीतिक एजेंट के पास माउंट आबु शिकायत भेजी। अंग्रेजों के राजनीतिक एजेंट ने मालाणी के खोसो को दबाने के लिए एरनपुरा छावनी से 10 कंपनियाँ भेजी, जिसमें 5 कंपनियों ने बाड़मेर को घेरा एंव 5 कंपनियों ने चौहटन को बाड़मेर के राजपूतों ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया लेकिन चौहटन के अधिक बलोच अपने नित्य कार्य लूटपाट व वसूली पर गये थे" गांव में रईस शादीखान खोसो जिनको अंग्रेजों की फौज के कर्नल ने बातचीत के लिए प्रातःकाल जल्दी बुलाया।शादीखान के मन में अंग्रेजों की लूट खसोट जबर्दस्ती हिंदुस्तान पर आधिपत्य जमाने के कारण तीव्र क्षोभ और रोष था।प्रातः जानबूज कर कैंप तक जानें में उन्होंने देखा गांव के रिवाज के अनुसार शादीखान ने रियाण की अफीम लीया और दिया। उसके बाद अपनी 32 विश्वास पात्र लड़ाकू व्यक्तियों के साथ पुरी तैयारी करके अंग्रेज कर्नल से मिलने चलें।32 विश्वास पात्र बसाया खान बलोच, अहमद बलोच, बलोच फेरुखान, बलोच छोटू खान,बलोच मोहमद हमद, बलोच फतेहमोहमद, बाघा भील, लउआ भील, चांदिया कामदार शेरसिंह बीखर राजाखान, गंगाराम सेठिया शादीखान ने सबके सामने कहा की हम किसी के सामने मस्तिष्क नहीं झुकाएगें..यदी हम एसा करेंगे तो चौहटन के ऊँचे पहाड़ लज्जित हो जाएंगें।[जब 32 वीरों ने पांच सौ फिरगियों को धूल चटा दी] उन्होंने राजा खान बलोच को अंग्रेजो को पुनः लौट जाने का संदेश देकर भेजा।राजा खान वहां जाते ही संतरी से साहब का पूछा।संतरी ने कहा की साहब अंदर हैं !! राजाखान अंदर जानें लगा तो संतरी ने रोका कि, किसका हुक्म हैं।और क्या व्यवहार हैं ?? राजाखान बोला की हुक्म अल्लाह जो अहै व्यवहार असांवठ लठ जो अहै(आदेश अल्लाह का है और व्यवहार लाठी का) तब संतरी ने रोका और राजाखान ने जवाब दिया की बलोच शादीखान खोसा के सिवाय मुझे हुक्म देने वाला कौन हैं।संतरी ने अंदर जानें से रोका तो राजाखान ने जौर से धका देकर गिरा दिया, और मयान से तलवार निकालकर कर्नल को सूचना देने अंदर घुसा। अंग्रेज कर्नल ने जब नंगी तलवार देखकर खान को आते देखा तो उसने अपनी पिस्तौल राजा पर दाग दी।लेकिन राजा गोली खाकर गीरा नहीं बल्कि तलवार लेकर कर्नल पर झपटा उसका काम तमाम कर दिया....बलोच शादीखान को पता अंग्रेज कंपनी को इस घटना लग गया, रईस ने अपने सभी वीर साथियों को ललकारा।सभी 32 व्यक्ति अंग्रेज फौज के 500 व्यक्तियों पर टूट पड़े।अंग्रेज सैनिकों के पास बंदूके थी"घमासान लड़ाई हुई बलोची तलवारों से टोपी वालों की लाशे कट कटकर गिरने लगीं..इधर बाधा, लऊआ, प्राण हथेली पर लेकर लड़ रहें थे।अचानक बंदूक की गोली बसाया खान की टांग में घुस गई थी। शादीखन ने बसाया को लगंड़ाते हुए कहा बसाया खान थु पड़े जद धरा लाजे तु लंगड़ी टांग लड़ अर्थात बसाया तुम गिरोगे तो यह धरती शर्म से लाल हो जाएगी।इस लिए लंगड़ी टांग से लड़ो बसाया खान वीर था यह सब सुनकर खून उबाल खाने लगा और तलवार चमकने लगी एक ही टांग पर लड़कर कई अंग्रेज सैनिकों को मौत की नींद सुला दिया... अंग्रेज सैनिकों के पाँव उखड़ गए" उनके घोड़े भाग खड़े हुए इस तरह अंग्रेजों की सैना को मान मर्दन करके चौहटन के बलोचों ने यश कमाया और आज जो चौहटन के इस ऊँचे पर्वत के आँचल के समस्त बलोचों के यशमे बलोच शादीखान ने चार चाँद लगा दिए।चौहटन के मुठी भर बलोचों अंग्रेज सैना के 500 बंदूक धारियों को लोहे के चन्ने चबाने को मजबूर कर दिया, तब अंग्रेज अफसर ने शादीखान/ इज्जत अली खान खोसो गांव चौहटन जितनी तक इनकी औलाद और वंश रहेगा उतनी तक बिना लाइसेन्स का हथियार लेकर घुमेगा यह आदेश जारी कर प्रमाण-पत्र दिया था।शादीखान खोसो की कब्र आज भी चौहटन के अंदर है वहां हर सोमवार हिंदू मुस्लिम जाते है और दिल से वीर शहीद को याद करते हैं।




नोट :-समस्त राजस्थान

क्रांतिकारियों और इतिहास की किताब आज भी चौहटन वकील श्री रुपसिंह जी के पास सुरक्षित है और पूर्व विदेश मंत्री श्री जसवंत सिंह जी को यह बातें सब याद है इसका उल्लेख भी वह ग्यारह साल पहले लोकसभा चुनाव सेड़वा चुनावी दौरे के वक्त कर चुके हैं और मैंने भी ध्यान लगाकर सुना था...

बाड़मेर*मोदी की स्वच्छता कलेक्ट्रेट से 100 मीटर पर दहाड़े मार रही। सेकड़ो लोग खुले में जाते शौच।।*

बाड़मेर*मोदी की स्वच्छता कलेक्ट्रेट से 100 मीटर पर दहाड़े मार रही। सेकड़ो लोग खुले में जाते शौच।।*

*ख़ास रिपोर्ट*

बाड़मेर भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की ड्रीम योजना भारत स्वच्छ अभियान बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट से 100 मीटर दुरी पर दहाड़े मार रही हैं।जंहा सेकड़ो नर नारी आज भी खुले में शौच जाते आसानी से देखे जा सकते हैं।

यह स्थान कोई ज्यादा दूर नही ।जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के एकदम ठीक सामने स्थित रेलवे पटरियों के पार स्थित नेहरू नगर इलाके में  आज भी लोग खुले में शौच जाते हैं।खुले में शौच जाने से रोकने का दावा करने वाले जिला प्रशासन के पास इसका कोई जवाब हे की नेहरू नगर स्थित कच्ची बस्ती के लोग कलेक्टर कार्यालय के महज सौ मीटर की दुरी पर खुले में  शौच जाते हैं ।दो साल से चल रही इस योजना में अधिकारियो या नगर परिषद की नजर क्यों नही पड़ी।।जबकि यह स्थान जिला मुख्यालय पर शहर के बीचो बीच स्थित हैं।

आज तक किसी ने इस पर चर्चा नही की।योजना की बात दूर की कोडी हैं। इन गरीब परिवारो को खुले में शौच जाने से रोकने के कोई उपाय क्यों नही हुए।आखिर क्यों नही इनके लिए शौचालय बने।व्यक्तिगत नही सही सार्वजनिक शौचालय बना लेते।।

शहर में खुले में शौच जाने वाली की संख्या शून्य दर्शा कर नगर परिषद अपनी जिमेदारी से भले बच जाए मगर इस कड़वी सच्चाई को झुठला नही सकते।।

जब शहरी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान पर माकूल निगाहें नही राखी जा रही तो ग्रामीण क्षेत्रो के फर्जी आंकड़ो पर सवाल उठाना कोई बेमानी नही।।

जिले में स्वच्छता अभियान की सारी पोल ये खोल देते हैं।आखिर चल कहा रहा स्वच्छता अभियान महज रीत का रायता कर कार्यशालाएँ करने या रैली निकलने से स्वच्छता नही आने वाली।।BNT@#$

अजमेर संयोगिता नगर के संबंध में हुआ अह्म फैसला मुख्यमंत्राी ने स्वीकृत किए 138 करोड़ रूपए न्यायालय परिसर सहित उद्यान एवं पार्किंग बनेगा



अजमेर संयोगिता नगर के संबंध में हुआ अह्म फैसला

मुख्यमंत्राी ने स्वीकृत किए 138 करोड़ रूपए

न्यायालय परिसर सहित उद्यान एवं पार्किंग बनेगा


अजमेर, 2 सितम्बर। अजमेर शहर एवं जिले के विकास की कड़ी में शुक्रवार को एक अहम फैसला हुआ है, जिसमें लंबे समय से लंबित चल रहे संयोगिता नगर में अब नया न्यायालय परिसर बनेगा । साथ ही खुला उद्यान तथा पार्किंग केम्पस भी मिलेगा। मुख्यमंत्राी ने इसके लिए 138 करोड़ रूपएं की राशि स्वीकृत की है।

शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल की पहल पर आयोजित अजमेर विकास प्राधिकरण एवं बार एसोसिएशन के बीच चली लंबी वार्ता के पश्चात यह निर्णय लिया गया।

बैठक में निर्णय लिया गया कि संयोगिता नगर की अतिरिक्त 8115.26 वर्गगज भूमि पर कुल 7 भूखण्ड अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित कर दिए गए थे जिन्हें अन्यत्रा स्थान पर स्थानान्तरित किया जाएगा। अब इस भूमि पर न्यायलय परिसर के लिए अतिक्ति पार्किंग एवं उद्यान बनाया जाएगा। निर्णयानुसार नया परिसर बनने के पश्चात पुराना परिसर एडवोकेट्स के बनाएं कमरों सहित अजमेर विकास प्राधिकरण को हस्तान्तरित हो जाएगा।

नया न्यायिक परिसर बनाने के लिए मुख्यमंत्राी ने 138 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की है। जिसकी एजेन्सी आरएसआरडीसी रहेगी। मुख्यमंत्राी द्वारा इस राशि की स्वीकृति के लिए बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्राी का आभार प्रकट किया है।

अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेड़ा ने कहा कि आज हुआ निर्णय अजमेर के हितों को ध्यान में रख कर किया गया हैं। इसमें किसी प्रकार की राजनीति नहीं आने दी। अजमेर का हित सर्वोपरि रखा गया है। इस निर्णय से अजमेर का विकास होगा तथा नई ऊंचाईयां मिलेगी तथा जिले में 138 करोड का विनियोजन होगा। इसमें लिए मुख्यमंत्राी जी का भी आभार प्रकट किया।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मोहन सिंह राठौड़ ने न्यायालय परिसर के लिए मिली भूमि के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला कलक्टर के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस निर्णय के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। काफी समय से यह प्रकरण लंबित चल रहा था । इस निर्णय से एडीए एवं बार के मध्य सौहार्द्धपूर्ण वातावरण बनेगा।

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने आज हुए इस निर्णय को एक महत्वपूर्ण निर्णय बताते हुए कहा कि अजमेर शहर एवं जिले के विकास के लिए समस्त एडवोकेट्स, न्यायिक अधिकारियों तथा न्यायालय में आने वाले परिवादियों की सुविधा तथा आगामी पचास वर्ष के कार्य को देखते हुए जन सहमति से यह फैसला लिया गया है। इससे जिले का विकास के साथ ही यातायात तथा सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था होगी।

बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेड़ा, नगर निगम के महापोर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री विष्णुदत्त शर्मा, एडीए आयुक्त श्रीमती विनीता श्रीवास्तव, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, सचिव श्री उज्ज्वल राठौड, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मोहन सिंह राठौड़, सचिव श्री रमेश आचार्य, पूर्व अध्यक्ष श्री राजेश टण्डन, पूर्व सचिव श्री चन्द्रभान सिंह राठौड, पसंद विजयवर्गीय, अजय वर्मा, जगदीश सिंह राणा, दिलीप सिंह राठौड, राजेन्द्र सिंह राठौड, प्रियदर्शी भटनागर सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।




मार्डन स्कूल ने मेयो फु़टबाॅल टूर्नामेंट जीता

अजमेर, 2 सितम्बर। मेयो काॅलेज में खेले जा रहे मेयो फु़टबाॅल टूर्नामेंट में आज हुए फाइनल मुकाबले में मार्डन स्कूल ने मेयो काॅलेज अजमेर को 1-0 के अंतराल से हरा कर चल वैजयंती ट्राफ़ी को अपने नाम कर लिया । इस अवसर पर मार्डन स्कूल के प्राचार्य डाॅ विजय दत्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे । डाॅ विजय दत्ता मेयो काॅलेज में अंगे्रजी विभाग से भी संबद्ध रहे हैं तथा वे अपने कार्यकाल के दौरान मेयो काॅलेज में अजमेर सदन के सदन प्रमुख भी थे । समापन समारोह में पुरस्कार वितरण कर डाॅ विजय दत्ता ने छात्रों का उत्साह वर्धन किया । काॅलेज कैपटन विश्रुत गोयल ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए छात्रों को नए मित्रा बनाने व युवा मस्तिष्क द्वारा विचारों के आदान प्रदान के लिए भी इस अवसर को अनुकूल बताया । मैच मे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार विनायक राजग्रहिया को दिया गया । गोल्डन बूट मयूर स्कूल के नरपत सिंह को दिया गया। वाल आॅफ दा टूर्नामेन्ट तथा बेस्ट गोलकीपर टूर्नामेन्ट देवेश प्रताप सिंह को मिला। मेयो फु़टबाॅल टूर्नामेंट के आयोजन में सुपरवाइज़र राजीव कुमार जी की मुख्य भूमिका रही ।

शुक्रवार, 2 सितंबर 2016

अजमेर।खाकी पर दाग-Constable ने किया टीचर को शर्मसार, दिया जिंदगी भर का दर्द



अजमेर।खाकी पर दाग-Constable ने किया टीचर को शर्मसार, दिया जिंदगी भर का दर्द
खाकी पर दाग-Constable ने किया टीचर को शर्मसार, दिया जिंदगी भर का दर्द

शिक्षिका को शादी का झांसा देक दुराचार करने के आरोपित सिपाही को पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन ने निलम्बित कर दिया। वह ढाई साल से फरार चल रहा था।

एसपी ब्लग्गन ने दुराचार के मामले में जेल गए जिला पुलिस के सिपाही भरतपुर सिकसाना जाटोली निवासी सुशील कुमार जाट को तत्काल निलम्बित कर दिया। वह ढाई साल पहले सिविल लाइंस थाने में दर्ज हुए दुराचार के मामले में फरार चल रहा था। रविवार को प्रकरण की जांच कर रहे सीओ (दक्षिण) पूनमसिंह विश्नोई ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे अदालत ने जेल भेज दिया।

निलम्बन से होगा फायदा

यह है मामलापुलिस के अनुसार सुशील कुमार की फरारी के बाद भी तनख्वाह उठाए जाने का मामला सामने आने पर पुलिस अधीक्षक ने अक्टूबर 2015 में पगार रोक दी थी। निलम्बन की कार्रवाई के पश्चात उसे आधी तनख्वाह मिलना शुरू हो जाएगी।

यह है मामलायह है मामला

तीन साल पहले पीडि़ता और सिपाही सुशील कुमार की सगाई हुई। आरोप है कि सिपाही के परिजन ने दहेज की मांग करते हुए रिश्ते से इनकार कर दिया, लेकिन आरोपित पीडि़ता से मिलता रहा। उसने पीडि़ता के साथ पुलिस लाइन स्थित दोस्त के आवास पर शादी का झांसा देकर अवैध संबंध बना लिए। पीडि़ता को आरोपित के पहले से शादीशुदा होने का पता चला तो उसने 2014 में सिविल लाइन्स थाने में मामला दर्ज करा दिया।

जोधपुर फर्ज निभाते शहीद हुआ जोधपुर का लाल, सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार



जोधपुर फर्ज निभाते शहीद हुआ जोधपुर का लाल, सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
फर्ज निभाते शहीद हुआ जोधपुर का लाल, सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

जोधपुर के बालेसर के बिराई गांव का एक बेटा देश के लिए अपना फर्ज निभाते हुए गुरुवार अलसुबह शहीद हो गया। शहीद की पार्थिव देह हवाई मार्ग से कलकत्ता के रास्ते जोधपुर लाई गई। शहीद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के बेटे ने अंतिम संस्कार के ठीक पहले अपने पिता को पहले सैल्यूट किया।

जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के कृष्णा नगर में पोस्टेड बीएसएफ के जवान उम्मेद सिंह कविया पुत्र लखदान कविया गुरुवार सुबह पांच बजे रूटीन प्रैक्टिस में हिस्सा ले रहे थे। तबीयत खराब लगने के कारण कविया ने आराम करना चाहा और कमरे में जाकर लेट गए। इसके बाद जब उनके साथी प्रैक्टिस के बाद उन्हें देखने पहुंचे तो उनकी मौत हो चुकी थी। उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। बीएसएफ कमांडेंट से मिली जानकारी के अनुसार ड्यूटी पर प्रैक्टिस के दौरान उनकी मौत हुई थी, इसलिए उन्हें शहीद माना गया और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

कविया की शहादत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची यहां शोक की लहर दौड़ गई। गांव के हर युवक का सीना गर्व से फूल गया था, लेकिन नम आंखें दुख का अहसास भी करा रही थीं। बिराई गांव में बालेसर पुलिस मौके पर मौजूद है।

संताप में डूबे ग्रामीणों ने शहीद के सम्मान में पूरा बाजार बंद कर दिया। शहीद के घर बाहर ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। शाम करीब चार बजे शहीद का पार्थिव शरीर गांव लाया गया। शहीद के पहुंचते ही पूरा गांव उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ा। तिरंगे में लिपटे अपने बेटे को देख मां मूलकंवर की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। शहीद की बेटी सरोज और बेटे प्रदीप ने पिता को देख पहले सलाम किया और फिर फूट-फूट कर रोने लगे।

52 वर्षीय कविया बीएसएफ के 26 बटालियन में पिछले 30 वर्षों से देश की सेवा में लगे थे। खास बात ये है कि कविया 30 साल से एक ही बटालियन में तैनात थे। वे एएसआई के पद पर थे।

जोधपुर मंदबुद्धि युवती पर चार युवकों की नीयत हुई खराब, 6 घंटे कमरे में बंद कर करते रहे गंदा काम

जोधपुर मंदबुद्धि युवती पर चार युवकों की नीयत हुई खराब, 6 घंटे कमरे में बंद कर करते रहे गंदा काम

पावटा सब्जी मण्डी के पास हाथियों की बावड़ी स्थित मकान के बाहर से गुरुवार देर रात पड़ोसी युवकों ने मंदबुद्धि युवती का अपहरण कर कमरे में ले गए और छह घंटे तक बंधक बनाकर छेड़छाड़ की। मोहल्लेवासियों ने अपने स्तर पर तलाशी के बाद शुक्रवार तड़के कमरे से युवती को मुक्त करवा चार युवकों को पकड़कर उदयमंदिर थाना पुलिस को सौंपा। पुलिस को आशंका है कि गलत नीयत से युवती का अपहरण किया गया था।

थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के अनुसार हाथियों की बावड़ी निवासी बीस वर्षीय मंदबुद्धि युवती गुरुवार देर रात करीब साढ़े नौ बजे घर के बाहर खड़ी थी। तब पड़ोसी मकान में किराए पर रहने वाले चार-पांच युवकों ने उसे पकड़ लिया और अपने कमरे में ले जाकर बंद कर दिया। आरोपियों ने युवती के बाल पकड़े तथा छेड़छाड़ की।इस बीच, युवती को नहीं देख मामा व अन्य परिजन को चिंता हुई। उन्होंने घर व आस-पास के क्षेत्रों में तलाश शुरू की, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। मोहल्लेवासी भी परिजन के साथ तलाश में जुट गए। दो-ढाई घंटे प्रयास के बाद भी कोई पता नहीं लगा तो युवती के मामा ने उदयमंदिर थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। साथ ही तलाश भी करते रहे।
इस बीच, शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे मोहल्लेवासी तलाश करते हुए पड़ोसी मकान के एक कमरे में पहुंचे, जहां युवती नजर आ गई। वहां भीड़ एकत्रित हो गई। उन्होंने कमरे में युवती के साथ मौजूद चार लड़कों को पकड़ लिया और मारपीट की। फिर इन चारों को पुलिस के हवाले किया। युवती के मामा की तरफ से अपहरण, बंधक बनाने, छेड़छाड़, मारपीट तथा एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। चारों युवकों को फिलहाल शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। युवती के माता-पिता का निधन हो चुका है और वह भाई के साथ मामा के घर में रहती है।पुलिस का कहना है कि अपहरण करने वालों में तीन मध्यप्रदेश तथा एक उत्तर प्रदेश का युवक है। जो यहां ठेला लगाकर मजदूरी करते हैं। युवती को पकड़कर कमरे लाने के कुछ देर बाद ही घरवालों व मोहल्लेवालों ने तलाश शुरू कर दी थी। तब अपहरणकर्ताओं में शामिल एक-दो युवक भी मदद के नाम पर साथ आ गए। ताकि इनके बारे में जानकारी मिलती रहे। बाद में जब युवती सामने आई तो इन युवकों का भी पता लग गया।मोहल्लेवासियों व परिजन की तत्परता से युवती की तलाश शुरू होने से ही वह सुरक्षित बच सकी है। वे उसे गलत नीयत से कमरे ले गए थे, लेकिन तलाश के चलते पकड़े जाने का डर सताने लगा। बाहर तलाश शुरू होने पर वे युवती को कमरे से निकाल भी नहीं सके थे। यही वजह रही कि युवती सुरक्षित बच गई। इससे पहले रात को ही परिजन व मोहल्लेवासी पड़ोस के कमरे तक पहुंच गए थे, लेकिन अंदर तक नहीं जाने से युवती को देख नहीं पए थे। वहां युवकों से सिर्फ बातचीत करके निकल गए। अन्यथा रात को ही युवती मिल सकती थी।


जोधपुर दो दिन की आनाकानी के बाद Killer Wife ने कबूला गुनाह, बेरहमी से एेसे की थी हत्या



जोधपुर दो दिन की आनाकानी के बाद Killer Wife ने कबूला गुनाह, बेरहमी से एेसे की थी हत्यादो दिन की आनाकानी के बाद killer wife ने कबूला गुनाह, बेरहमी से एेसे की थी हत्या


सालावास में भाटियां की ढाणी स्थित मकान में युवक की हत्या के मामले में गिरफ्तार पत्नी ने दो दिन तक आनाकानी करने के बाद गुरुवार को हत्या करना स्वीकार कर लिया।

गत सोमवार रात पति के घर लौटने तथा आपस में झगड़ा होने पर आरोपी पत्नी ने खाने में नींद की गोलियां मिलाकर पति को खिला दी थी। गहरी नींद आने पर महिला ने पति को चारपाई से फर्श पर औंधे मुंह लेटा दिया था। फिर वह रस्सी लेकर आई और पीठ पर बैठकर रस्सी से पति का गला घोंट डाला।

कुछ देर तक गला दबाने के बाद उसकी सांसें टूट गई थी। मृत्यु की पुष्टि करने के लिए उसने नुकीले कीलें तथा ब्लेड भी चुभोई थी। फिर वह काकी सास के घर गई, जहां रातिजोगा में शामिल परिजन को पति की तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी। आरोपी पत्नी से पूछताछ में यह सामने आया है।

थानाधिकारी बनवारीलाल धायल ने बताया कि प्रकरण में गिरफ्तार पत्नी भाटियां की ढाणी निवासी पूनम (22) पत्नी सुरेश मेघवाल को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। आरोपी महिला ने पति के नापसंद होने के कारण हत्या करना कबूल किया है।

वारदात में प्रयुक्त रस्सी तथा नींद की गोलियों का रेपर बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि वारदात में उसके साथ कोई और भी हो सकता है। गौरतलब है कि गत सोमवार रात सुरेश का गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। उसके भाई की शिकायत पर पूनम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था।

तलवार संग सात फेरे लेने वाली रानी ने बनवाया था जोधपुर का ये मंदिर

सूर्यनगरी के प्रमुख कृष्ण मंदिरों में शुमार राजरणछोडज़ी का मंदिर जोधपुर के महाराजा जसवंतसिंह की द्वितीय रानी एवं जामनगर के राजा वीभा की पुत्री जाड़ेची राजकंवर ने बनवाया। सन 1905 में बने मंदिर निर्माण पर कुल एक लाख खर्च किए गए। मात्र नौ वर्ष की आयु में जाड़ेची राजकंवर का विवाह जोधपुर के तत्कालीन राजकुमार जसवंतसिंह के साथ हुआ था। वर्ष 1854 में यह 'खाण्डा' विवाह था जिसमें जसवंत विवाह के लिए जामनगर नहीं गए बल्कि उनकी सिर्फ तलवार को वहां भेजा गया। तलवार के साथ राजकुमारी राजकंवर ने सात फेरे लिए थे। विवाह की कुछ रस्में जालोर में भी पूरी की गई। विवाह के बाद राजकंवर जोधपुर पहुंची लेकिन चंद दिनों बाद जामनगर लौट गई। जब वह तेरह वर्ष की हुई तब पुन: ससुराल जोधपुर आई तो फिर कभी लौटकर अपने पीहर नहीं गई। एक बार मेहरानगढ़ में प्रवेश करने के बाद वह जीवन भर दुर्ग से बाहर नहीं निकली। रानी राजकंवर प्रतिवर्ष सवा लाख तुलसी दल अभिषेक के लिए द्वारिका भेजती और यह तुलसी दल पुजारी तथा कामदार लेकर प्रतिवर्ष द्वारिका जाते थे। महाराजा जसवंतसिंह के देहावसान के बाद वृद्धावस्था में जोधपुर में भगवान कृष्ण का भव्य मंदिर बनवाया। उस समय यह मंदिर जोधपुर परकोटे के बाहर बाईजी का तालाब के पास एक ऊंचे टीले पर बनवाया गया। जोधपुर रेलवे स्टेशन के ठीक सामने स्थित के आस-पास की जमीन को तीस फीट ऊंचा बनाया गया ताकि रानी राजकंवर मेहरानगढ़ की प्राचीर से दर्शन कर सके। रानी ने कभी दुर्ग की प्राचीर नहीं लांघी। मंदिर के निर्माण के बाद रानी किले की प्राचीर से ही संध्या के समय खड़ी होकर दर्शन करती थी। मंदिर का पुजारी आरती की ज्योति को मंदिर के पिछवाड़े के ऊपर ले जाता था वहां से रानी उसके दर्शन करती थी। स्वयं रानी राजकंवर कभी मंदिर में दर्शनार्थ नहीं पहुंची।रानी के आराध्य कृष्ण को रणछोड़ भी कहा जाता है। रानी ने अपने नाम राज के साथ अपने आराध्य रणछोड़ का नाम जोड़कर मंदिर का नाम राजरणछोड़ मंदिर रखा। राजकंवर के पुत्र महाराजा सरदारसिंह की मौजूदगी में मंदिर को भक्तों के दर्शनार्थ खोला गया। मंदिर के नीचे वाले भाग में कई कोटडि़या बनाई गई जो अब दुकानों का रूप ग्रहण कर चुकी है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आवासीय सुविधा उपलब्ध करने के उद्देश्य से एक सराय का निर्माण भी करवाया था जो आज जसवंत सराय के नाम से जानी जाती है।राजरणछोड़ मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार कलात्मक है। लाल पत्थर से निर्मित दो विशाल स्तंभ से सुसज्जित स्तंभों पर बेल बूटों तथा सुंदर फूल पत्तियों की खुदाई तथा शीर्ष से दोनों स्तंभों को जोडऩे वाले मेहराब का आकर्षण देखते ही बनता है। मंदिर के अग्र भाग के दोनों सिरों पर कलात्मक छतरियां और मुख्य द्वार से लगभग तीस सीढि़यां पूरी होने के बाद एक तोरणद्वार निर्मित है। सीढि़यों के दोनों तरफ खुले स्थल पर बारादरियां हैं। मंदिर के गर्भगृह में काले मकाराना पत्थर को तराश कर बनाई गई भगवान रणछोड़ की प्रतिमा स्थापित है। वर्तमान में देवस्थान प्रबंधित मंदिर में जन्माष्टमी व श्रावण मास में झूलों का आयोजन होता है।

नेल्लोर।ज्योतिषी ने की भविष्यवाणी, ससुरालवालों ने प्रेग्नेंट बहू पर फेंका तेजाब



नेल्लोर।ज्योतिषी ने की भविष्यवाणी, ससुरालवालों ने प्रेग्नेंट बहू पर फेंका तेजाब
ज्योतिषी ने की भविष्यवाणी, ससुरालवालों ने प्रेग्नेंट बहू पर फेंका तेजाब

आंध्र प्रदेश में दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। नेल्लोरी जिले के कडरिगा गांव में एक ज्योतिषी की भविष्यवाणी के बाद परिवार के लोगों ने गर्भवती बहू को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की। पुलिस ने हत्या करने की कोशिश का केस दर्ज कर पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है।




पुलिस ने बताया कि 28 साल की टी गिरिजा ने पिछले साल भी एक लड़की को ही जन्म दिया था। इस बार उसके गर्भवती होने पर ससुराल वाले यह पहले से जानना चाहते थे कि गिरिजा इस बार लड़के को जन्म देगी या फिर से वह बेटी की मां बनेगी। इसके लिए वे गिरिजा को एक ज्योतिषी के पास ले गए, जिसने कहा कि गिरिजा फिर से लड़की को ही जन्म देगी।




इसके बाद गिरिजा की सास और ननद ने उसे मार डालने का फैसला किया, और आखिरकार 19 अगस्त को उसके पेट पर तेजाब फेंक दिया। इस हमले से गिरिजा का शरीर 30 प्रतिशत जल गया था, और वह अब तक अपने घावों के भरने का इंतजार कर रही है। पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी है कि गिरिजा पर किस तरह का तेजाब फेंका गया था। इसके लिए टेस्ट किए जा रहे है।




पुलिस को इस मामले की जानकारी 26 अगस्त को मिली थी, और उन्होंने ससुराल वालों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया है। गिरिजा के पति तथा ससुर को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम कैमिकल एनैलिसिस रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि उन्होंने कैरोसीन (मिट्टी का तेल या घासलेट) में कोई कैमिकल मिलाया था और गिरिजा पर उलट दिया था। गिरिजा की सास को तलाश कर रहे हैं।

जैसलमेर विशाल रक्तदान शिविर रविवार को ग्रुप फॉर पीपुल्स का,महिला सदस्य करेगी रक्तदान



जैसलमेर विशाल रक्तदान शिविर रविवार को ग्रुप फॉर पीपुल्स का,महिला सदस्य करेगी रक्तदान



जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतिक ग्रुप फॉर पीपुल्स जैसलमेर विंग द्वारा रविवार 4 सितम्बर प्रातः नो बजे जवाहर चिकित्सालय में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जायेगा।कार्यक्रम अल्लादीन कोटवाल कूल कलां कार्यक्रम के तहत आयोजित होगा

ग्रुप अध्यक्ष मुकेश गज्जा ने बताया की युवा वर्ग को रक्तदान के प्रति जागरूक करने और जरूरतमन्द मरीजो को रक्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ग्रुप द्वारा रविवार को विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जायेगा जिसमे महिला सदस्य भी रक्तदान करेगी।उन्होंने बताया की रक्तदान करने से महिलाए स्वास्थ्य कारणों से परहेज करती हैं।।मगर रक्तदान करने से महिलाओ के स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नही पड़ता।।महिलाओ को भी रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।ग्रुप के युवा सदस्यों के अलावा शहर और बहरी क्षेत्रो के लोग भी रक्तदान कर सकेंगे।।शिविर कार्यक्रम प्रभारी अनिल शर्मा होंगे

सेना भर्ती रैली के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश



सेना भर्ती रैली के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश

-सेना भर्ती रैली के लिए विभागीय अधिकारियांे को आपसी समन्वय से समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश
बाड़मेर, 02 सितंबर। सेना भर्ती रैली के दौरान समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। संबंधित अधिकारी उनको सौंपे गए उत्तरदायित्वांे को पूर्ण निष्ठा से निभाएं। सेना भर्ती रैली के आयोजन को चुनौती के रूप मंे स्वीकारते हुए टीम भावना से कार्य करंे। कार्यवाहक जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे आयोजित सेना भर्ती रैली संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।

इस दौरान बिश्नोई ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे 29 सितंबर से सेना भर्ती का आयोजन होगा। इस दौरान बिजली,पानी, यातायात व्यवस्था के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाए। ताकि सेना भर्ती मंे आने वाले युवाआंे को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। इस दौरान पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने कहा कि पूरे आयोजन को टीम भावना से सफल बनाना है। उन्हांेने कहा कि समस्त विभाग आपसी समन्वय से बेहतरीन रूप से कार्य करें। उन्हांेने आपसी संवाद को प्राथमिकता देने एवं बाड़मेर जिले के लिए सेना भर्ती रैली जैसे आयोजन को महत्वपूर्ण बताते हुए सफल बनाने की बात कही। उन्हांेने कहा कि बेहतरीन प्रबंधन के लिए बाहर से आने वाले युवाआंे तक संदेश जाना चाहिए। उन्हांेने कहा कि रैली के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं रेलांे तथा बसांे की छत पर यात्रा नहीं करने के लिए विशेष इंतजाम किए जाए। उन्हांेने प्रवेश एवं निकास द्वार के पास कंट्रोल रूम स्थापित करने के साथ पुलिस एवं यातायात विभाग की प्रतिनिधियांे की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

इस दौरान लेफ्टिनेट कर्नल विवेकमय स्वामी ने बताया कि भर्ती के दौरान आदर्श स्टेडियम के भीतरी हिस्से मंे समुचित व्यवस्था सेना करेगी। जबकि बाहरी इलाकांे में व्यवस्थाआंे का जिम्मा पुलिस को संभालना होगा। बैठक के दौरान अस्टिटेंट रिपोर्टिग आफिसर पूरणसिंह ने सेना भर्ती की प्रक्रिया के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल, उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा, बाड़मेर डीएसपी ओ.पी.उज्जवल, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार, जिला रसद अधिकारी राकेश शर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार भाटिया, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता सूराराम चौधरी, डिस्काम के अधीक्षण अभियंता अश्विनी कुमार जैन समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

इस दौरान कार्यवाहक जिला कलक्टर बिश्नोई ने सेना भर्ती के दौरान रोडवेज एवं रेलवे की ओर से समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्हांेने सेना भर्ती के दौरान विशेष रेलगाड़ी चलाने के लिए उच्च स्तर पर पत्र लिखवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने सेना भर्ती के लिए प्रवेश एवं निकास द्वार के साथ अन्य स्थानांे पर समुचित बेरिकेटिंग व्यवस्था, फोटो स्टेट,ब्रांडबैंड कनेक्शन, सीसीटीवी कैमरे, विद्युत आपूर्ति के लिए जनरेटर एवं लाइटिंग व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्हांेने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.देवेन्द्र भाटिया को भर्ती के दौरान मेडिकल टीम मय दो एंबूलैंस तैनात करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि अस्पताल मंे आपातकालीन वार्ड मंे भी समुचित इंतजाम किए जाए। उन्हांेने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानांे पर भर्ती संबंधित सूचना प्रदर्शित करने एवं जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांेने नगर परिषद के अधिकारियांे को अभ्यर्थियांे के लिए मोबाइल टायलेट की व्यवस्था करने को कहा।

खरीफ ऋण वितरण की अंतिम तिथि 15 सितंबर

बाड़मेर, 02 सितंबर। सहकारिता विभाग ने आदेश जारी कर खरीफ ऋण वितरण की अंतिम तिथि 31 अगस्त से बढ़ाकर 15 सितंबर 2016 की गई है।

सहकारी रजिस्ट्रार डॉ. रेखा गुप्ता ने बताया कि खरीफ ऋण वितरण की अंतिम तिथि बढ़ने से किसानों को फायदा मिलेगा और बुवाई बाधित नहीं होगी। उन्होंने अपेक्स बैंक व समस्त केन्द्रीय सहकारी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि 15 सितम्बर तक अपने वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर सदस्य किसानों को ऋण उपलब्ध कराएं।

जिला स्तरीय जन सुनवाई 8 को
बाडमेर, 2 सितम्बर। आम जन की परिवेदनाओं की सुनवाई एवं समस्याओं के मौके पर ही समाधान के लिए जिला स्तरीय जन सुनवाई का आयोजन 8 सितम्बर को प्रातः 10.00 बजे (द्वितीय गुरूवार) जिला कलक्टर कार्यालय स्थित अटल सेवा केन्द्र में किया जाएगा।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल. नेहरा ने बताया कि उक्त जन सुनवाई में जिला स्तरीय अधिकारी भाग लेंगे एवं मौके पर ही प्राप्त होने वाली परिवेदनाओं एवं समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। उन्होने संबंधित अधिकारियों को जन सुनवाई के संबंध में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

रोजगार विभाग की सभी योजनाएं एवं सुविधाएं अब ऑनलाईन
बाड़मेर, 02 सितंबर। रोजगार विभाग की समस्त प्रकार की सुविधाआंे का उपयोग अब आन लाइन किया जा सकता है। रोजगार के लिए पंजीयन करवाने के लिए बेरोजगार को किसी प्रकार के दस्तावेज अटैच करने की जरूरत नहीं है।

जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि इसके तहत बेरोजगारों का पंजीयन, नियोजनों की ओर से पंजीयन, रोजगार विवरणी, बेरोजगारी भत्ता, नियोजक की ओर से रिक्तियां भेजना, रोजगार मेला के प्रस्ताव तैयार करने आदि सभी कार्य अब घर बैठे ही ऑनलाइन सुविधा के जरिए किए जा सकते हैं। विभाग की वेबसाइट एसएसओडॉट आरएजेएएसटीएचएएनडॉट जीओवीडॉटइन अथवा ईएमपीएलओवाईएमईएनटीडॉट एलआईवीईएलआईएचओओडीडॉट जीओवीडॉटइन अथवा डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉटआरएजेआरओजेजीएआर डॉट जीओवीडॉट इन के माध्यम से बेरेाजगार या नियोजक स्वयं घर बैठकर या ई मित्र के माध्यम से यह सुविधाएं प्राप्त कर सकता है। आधार कार्ड अथवा आईडी कार्ड के आधार पर उच्चतम योग्यता का रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। योग्यता बढ़ने पर स्वयं के द्वारा इसे अपडेट किया जा सकता है। बेरोजगार पंजीयन कार्ड आवेदन पत्र के सबमिट करते ही स्वतः जनरेट होकर तुरन्त मिल जायेगा। एक बार रजिस्ट्रेशन होने पर उसे जीवन भर काम में लिया जा सकता है। अब पंजीयन के नवीनीकरण की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है। उन्हांेने बताया कि पंजीयन के बाद रिक्तियों, व्यावसायिक मार्गदर्शन, रोजगार मेलों एवं कौशल प्रशिक्षण की सूचना स्वतः ही मोबाईल नम्बर या मेल आईडी पर मिलना शुरू हो जाएगी। बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन रोजगार पंजीयन के बाद ऑनलाईन करवाया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन नम्बर के आधार पर सिस्टम स्वतः ही सूचनाएं लेता है।

कौन कर सकता है आवेदनः आवेदक जो स्नातक हो, आयु 30 वर्ष से कम हो, आय 2 लाख रूपए से कम हो, बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन कर सकता है। ऑनलाईन आवेदन के समय स्वयं के डिजिटल हस्ताक्षर से प्रमाणित मूल निवास, सैकेण्डरी तथा स्नातक डिग्री प्रमाण पत्र रूप से अटैच करना अनिवार्य है। इनके अभाव में आवेदन रिजेक्ट हो जाएगा। अप्रूव करने के बाद मोबाईल-ईमेल पर मैसेज आ जाता है। अब बेरोजगारी भत्ते के लिए मूल प्रमाणपत्र, आवेदन पत्र, शपथ पत्र आदि का सत्यापन करवाने के लिए रोजगार कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है। बेराजगारी भत्ता आवेदन करने के एक वर्ष बाद बेरोजगार होने का प्रमाण पत्र पुनः प्रस्तुत करना होता है। यह प्रक्रिया ऑनलाईन नहीं हुई है। एक वर्ष बाद 2 माह का ग्रेस पीरियिड के बाद घोषणा पत्र नहीं आने पर बेरोजगारी भत्ता बन्द कर दिया जाता है। बेरोजगारी भत्ता के लिए स्वयं का एसबीबीजे बैंक में बचत खाता होना चाहिए। यदि बेरोजगार ने छात्रवृति या अन्य किसी सरकारी योजना का लाभ लिया है तो बेरोजगारी भत्ता नहीं मिलेगा। नौकरी देने वाले संस्थान, नियोजक भी अपना रजिस्टेªशन कर बेरोजगारों का डाटा, रोजगार मेलों, रोजगार विवरणी, रिक्तियों की सूचना आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। नेशनल केरियर सर्विस पोर्टल से जुड़ने के बाद ऑल इंडिया डाटा सुविधा, रिक्तियों की जानकारी, कैरियर कॉउंसलिंग, स्थानीय रोजगार, कौशल प्रशिक्षण, स्वरोजगार प्लेसमेंट सर्विसेज का लाभ भी यूजर उठा सकता है। सभी सूचनाएं 20 अगस्त, 2016 से पूर्व पोर्टल एसएसडीजी के स्थान पर अब नये पोर्टल एस.एस.ओ पर उपलब्ध है।

पूर्व सैनिकांे की समस्या समाधान के लिए शिविर आज
बाड़मेर, 02 सितंबर। पूर्व सैनिकांे एवं वीरांगनाआंे की समस्या समाधान के लिए 3 सितंबर शनिवार को वीरातरा माता भवन मंे समस्या समाधान शिविर रखा गया है।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी हरदत्त शर्मा ने बताया कि इस शिविर मंे पूर्व सैनिकांे, वीरांगनाआंे को पेंशन संबंधित समस्या समाधान के साथ केन्द्र एवं राज्य सरकार की ओर से जारी नए आदेशांे की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान पूर्व सैनिकांे के बच्चांे के भाग-दो जारी करने के साथ 29 सितंबर को बाड़मेर मंे आयोजित होने वाली सेना भर्ती रैली के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी जाएगी। उन्होंने चौहटन एवं आसपास के पूर्व सैनिकांे, वीरांगनाआंे एवं आश्रितांे से अनुरोध किया है कि वे सेना की डिस्चार्ज बुक, पीपीओ, आधार कार्ड, बैंक पास बुक के साथ उपस्थित होकर शिविर का लाभ उठाएं।