सोमवार, 13 अक्टूबर 2014

बालोतरा। माता राणी भटियाणी पशु मेले में अव्यवस्थाओ का आलम। पीने के पानी ओर चारे के लिये भटक रहे पशु

बालोतरा। माता राणी भटियाणी पशु मेले में अव्यवस्थाओ का आलम। पीने के पानी ओर चारे के लिये भटक रहे पशु 

रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा उपखंड के दूसरे सबसे बड़े माता राणी भटियाणी पशु मेले में अव्यवस्थाओ का आलम है। मेले का विधीवत शुभारंभ सोमवार से होने जा रहा है पर मेले में बड़ी तादाद में पशु ओर पशु पालक आ चुके है।मेले में आने वाले पशुओ ओर पशु पालको के लिये पीने के पानी,छाया ओर चारे तक की कोई व्यवस्था नही हो पाई है। भीषण गर्मी में पशुओ ओर पशु पालको को हलक तर करने के लिये दो किलोमीटर पेदल चलकर जसोल कस्बे में जाना पड़ रहा है।


 मेले में पशुओ को पानी पिलाने के लिये पशु पालको को निजी स्तर पर 20 रूपये देकर पानी पिलाना पड़ रहा है। मेले का अयोजन पंचायत समिति बालोतरा द्वारा करवाया जाता है ओर मेले में पानी,छाया,चारे आदि को उपलब्ध करवाना पंचायत समिति की जिम्मेदार है पर कोई व्यवस्था नही हो रही हैं। मेले में आने वाले पशु ओर पशु पालक मेला मैदान के पास बने जलदायविभाग के होद पर निर्भर है पर बिजली नही होने के कारण जलदायविभाग का होद भी सूखा पड़ा है। साथ ही मेला मैदान में बालोतरा की कपड़ा ईकाईयो से लुणी नदी में डाला जाने वाला रासायनिक प्रदुषित पानी पसरा पड़ा है। मेले में पीने का पानी नही होने के कारण मूक पशु प्रदुषित पानी को पीकर बीमार हो रहे है। मेले में पसरे प्रदुषण से मेले में आये पशुपालको के भी हाल बेहाल है ओर वे भी बीमार हो रहे है। मेले में अव्यवस्थाओ से परेशान पशु पालक मेले से मूंह मोड़ रहे हैं। मेले की विधीवत शुरूवात से पहले ही पशुपालक घरो का रूख करने को मजबुर है। उधर मेले के व्यवस्थापक का कहना है कि मेले में पीने के पानी की व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेवारी है ओर मेले की शुरूवात सोमवार से होगी ओर तब मेले में सारी व्यवस्थांए करवा दी जायेगी। सरकार की लापरवाही ओर पंचायत समिति के अधिकारियो की उदासीनता से उपखंड का यह पषु मेला भी रोनक खोता जा रहा है ओर मेले में पशुओ की आवक हर वर्ष घटती जा रही है।


बालोतरा। समय पर ईलाज नही मिलने से मरीज ने तोड़ा दम

बालोतरा। समय पर ईलाज नही मिलने से मरीज ने तोड़ा दम

रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा

बालोतरा। शनिवार की देर शाम को बालोतरा के राजकिय नाहटा अस्पताल में ईलाज के दोरान एक बुजुर्ग की मोत होने पर परिजनो ने चिकित्सको पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। टापरा गांव के 60 वर्षीय दोलाराम को पेशाब में तकलीफ होने पर सुबह करीब दस बजे नाहटा अस्पताल लाया गया था। परिजनो का आरोप है कि सुबह से लेकर शाम तक किसी भी चिकित्सक ने मरीज की सुध लेने की जहमत नही उठाई। परिजन दिन भी चिकित्सको से मिन्नते करते रहे पर किसी का भी दिल नही पसीजा। समय पर ईलाज नही मिलने पर देर शाम को बुजुर्ग का दम टूट गया। परिजनो ने मरीज को दुसरे अस्पताल ले जाने के लिये रेफर करने की भी गुहार भी की पर उन्हे रेफर भी नही किया गया। बाद में लापरवाह चिकित्सको के खिलाफ कड़ी कार्रवाही करने के आष्वाष्न पर परिजन शांत हो गये ओर शव उठा लिया। जानकारी के अनुसार अस्पातल के एक कम्पाण्डर की एंबुलेंस उपलब्ध नही होने के कारण अस्पताल के चिकित्साकर्मियो ने मरीज को जोधपुर रेफर नही किया। जानकारी के अनुसार    

ऐम्बुलेंस किराये में काटते है मरीज की जेब

अस्पताल के एक कंपाउण्डर ने अस्पताल में अपनी दो एंबुलेंस लगा रखी है ओर रेफर होने वाले मरीजो को उसकी एंबुलेंस में ही भेजने के लिये दुसरे कंपाउण्डरो को प्रती मरीज कमीषन भी देता है। नाहटा अस्पताल से रेफर होपे वाले मरीजो पर कंपाण्डर वाली एंबुलेंस में जाने का दबाव बनाया जाता है। साथ ही मरीज के साथ जाने के लिये भी मरीज के परिजनो को बरगलाया जाता है। अस्पताल के कंपाउएडर रेफर होने वाले मरीजो के साथ जाने क नाम पर मरीजो की जेब काट रहे है। ऐसे में बालोतरा का नाहटा अस्पताल का ईलाज ओर सरकारी एंबुलेंस की सुविधाए गरीबो के लिये आईने में लडुडु दिखाने के समान है।

बालोतरा। भुमाफियाओ ने किया दलित परिवार की जमीन पर कब्जा। पुलिस बचा रही आरोपियो को

बालोतरा।भुमाफियाओ ने किया जमीन पर कब्जा। पुलिस बचा रही आरोपियो को


रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा के तिलवाड़ा गांव में एक दलित युवक के खेत पर भुमाफियाओ ने जबरन कब्जा कर लिया है। पीडि़त युवक ने बालोतरा पुलिस थाने में तीन महिने पहले दबंगो के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया है पर पुलिस पीडि़त को न्याय दिलवाने की बजाय पीडि़त को ही डरा धमका रही है। पीडि़त रामाराम ने बताया कि बंधुआ मजदुर मुक्ती मोर्चे के तहत मुक्त करवाये गये लोेगो को विस्थापित करने के लिये सरकार ने उनको जमीन आवंटित की थी।  


उसको तिलवाड़ा में जमीन मिली थी। उस जमीन पर भुमाफियाओ ने कब्जा करके उसको खेत से बेदखल कर दिया है। रामाराम ने आरोपियो के खिलाफ बालोतरा पुलिस थाने में मामला भी दर्ज करवाया है पर जांच अधिकारी चेलाराम कटारियां पीडि़त को ही डरा धमका रहा है। रामाराम ने पुलिस अधिक्षक से भी मिलकर न्याय दिलवाने की मांग की है पर बालोतरा पुलिस भुमाफियाओ के दबाब में मामले को रफा दफा करने का प्रयास कर रही है। बालोतरा के थाना अधिकारी सुखाराम विष्नोई को मामले के बारे में पूछने पर उन्होने कहा कि रामाराम खुद ही आला अधिकारियो के पास भटक रहा है जिससे लगता है कि वो ही बदमाश  है। जांच अधिकारी द्वारा डराने धमकाने के प्रशन  पर जवाब देने की बजाय थाना अधिकारी ने जांच चलने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया ।

बाड़मेर ईमानदार और कार्यशील आयुक्त को टिकने नहीं दे रहे नेता




धर्मपाल जाट नगर परिषद के नए आयुक्त, विश्नोई का तबादला


बाड़मेर ईमानदार और कार्यशील आयुक्त  को टिकने नहीं दे रहे नेता 

बाड़मेर बाड़मेर नगर परिषद में लम्बे समय बाद एक ईमानदार और जनता की सुनाने वाला आयुक्त आया था ,ओिछले चार माह के कार्यकाल में आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने नगर परिषद बाड़मेर में पद पर रहते हुए विकाश कार्यो की झड़ी लगा दी वाही बाड़मेर शहर में सौन्दर्यकरण की नै पहल की ,जनता की सुनवाई होने लगी ,कच्ची बस्तियों और स्टेट ग्रांट के रुके पत्ते बनाने लगे थे ,परिषद के कर्मचारी पहली बार अपनी अपनी सीटो पर मिलने लगे जनता को मगर जान हिट का अधिकारी स्वार्थ की राजनीती करने वाले नेताओ को पसंद नहीं आया ,आयुक्त का तबादला करा दिया ,

बाड़मेर का दुर्भाग्य हे की भ्रष्ट ताम नगर परिषद के सिरे भ्रष्ट आयुक्त ही मिले ,गत प्रसाशन शहरों के संग में तत्कालीन आयुक्त बी एल सोनी ने जैम कर फर्जीवाड़ा कर करोडो रुपये जनता से जान प्रतिनिधियों की सहमति से लुटे ,जनप्रतिनिधि भूमाफियो के इशारे पर काम करते दिख रहे हैं ,जोधराम ने  सँभालने के बाद सरकार  हज़ारो बीघा अतिक्रमित जमीं को मुक्त कराया ,

गलत पट्टे  न देने की सजा 

आयुक्त द्वारा जान प्रतिनिधियों के कहने से सरकारी भूमि के पट्टे जारी करने से मन कर दिया ,जान प्रतिनिधियों के चम्मचो को तव्वजो नहीं दी जिसके कारन आयुक्त का तबादला किया गया 


क्र.सं. . तारीख आयुक्त
1. 31 मई 2010 चूनाराम विश्नोई
2. 23 मई 2011 कालू खां सलावट
3. 30 सितंबर 2011 बीएल भगत
4. 3 अक्टूबर 2011 सुमनेश माथुर
5. 11 नवंबर 2011 राकेश कुमार चौधरी
6. 20 दिसंबर 2011 सीआर देवासी
7. 29 दिसंबर 2011 महेंद्रसिंह
8. 5 जून 2012 हरिसिंह
9. 10 मई 2013 भंवरलाल सोनी
10. 31 मई 2013 लक्ष्मण पंवार
11. 6 सितंबर 2013 आलोक श्रीवास्तव
12. 21 मई 2014 शशिकांत शर्मा
13. 20 जून 2014 आलोक श्रीवास्तव
14. 12 अक्टूबर 2014 जोधाराम विश्नोई
15. - धर्मपाल जाट
नगर परिषद के रिकॉर्ड के अनुसार
15 साल में ये रहे आयुक्त



जोधपुर बालेसर में दस लाख की शराब जब्त

जोधपुर बालेसर में दस लाख की शराब जब्त 
बालेसर/देचू. ग्रामीणइलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत शनिवार रात को कार्रवाई करते हुए ग्रामीण पुलिस ने देचू थाना क्षेत्र में 10 लाख रुपए से अधिक कीमत की अंग्रेजी शराब जब्त की है। तेल के टैंकर में भरी 665 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद कर ली, लेकिन तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग निकले।

बालेसर पुलिस उप अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि शनिवार रात को सूचना मिली थी कि अंग्रेजी शराब से भरा एक टेंकर देचू थाना क्षेत्र से गुजरने वाला है। पुख्ता जानकारी के आधार पर देचू थाने के एएसआई मनोहरलाल विश्नोई की टीम ने लोड़ता कालाणियों की ढाणी से गिलाक उपअधिक्षक आर्दश सिद्वु एवं सहायक थानाधिकारी देचू मनोहर लाल विश्नोई ने बताया की शनिवार को रात्री को मुखबीर से सूचना मिलने पर देचू पुलिस एएसआई मनोहर लाल विश्नोई के नेतृत्व में लोङता कालाणियो की ढाणी से गिलाकौर की और जाने वाली ग्रेवल सङक पर नाकाबंदी करवायी। जिस पर रात्री को लगभग ढाई बजे तेल का टैंकर कालाणियो की ढाणी की और से आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस की गाङी को देखकर तस्कर गाङी से पहले की उतर कर रात्री में अधेंरे का फायदा उठाते हुए खेतो में खङी फसल में भाग गये। जिनका कोई सुराग नही लग पाया। पुलिस ने टैंकर को जब्त कर देचू थाने लाकर तलाशी ली तलाशी के दौरान तैल टैंकर में रखे हरियाणा निर्मित 263 कार्टन इम्पेक्ट जीन के पव्वो के काटर्न 207 कार्टन इम्पेक्ट ग्रीन व्हिस्की 195 कार्टन बीयर कैन बरामद किये। जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 10 लाख रूप्ये आकीं गयी हैं। वही पुलिस ने माल बरामद कर टैंकर जब्त कर आरोपी का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा हैं। मामले की जांच देचू थाना प्रभारी निरजनंप्रताप सिंह स्वयं कर रहे हैं।

10लाख की अवैध शराब से भरा टेंकर पकड़ा : देचू . शनिवार-रविवारमध्यरात्रि में देचू पुलिस ने अवैध शराब से भरा टैंकर जब्त किया है। नाकांबदी के दौरान पुलिस जाप्ता देखकर आरोपी चालक ने वाहन को कच्चे रास्ते में ले जाकर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।

थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देषानुसार अवैध शराब की धरपकड़ अभियान के तहत शनिवार रात्रि 11 बजे मुखबिर के सूचना पर वृताधिकारी बालेसर आदर्ष सिद्धु प्रषिक्षु आईपीएस द्वारा गठित टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक मनोहर राम विष्नोई मय जाप्ता ने सरहद लोड़ता गिलांकोर सड़क मार्ग पर नाकाबंदी की। नाकाबंदी के दौरान मध्यरात्रि 2.30 बजे लोड़ता की ओर से एक टेंकर आता दिखाई दिया। जिसका पीछा करने पर टेंकर चालक गिलांकोर की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते पर टेंकर को सून-सान जगह पर छोड़ कर भाग गया।

पुलिस ने टेंकर की तलाषी लेने पर अंगेजी अवैध शराब बीयर के 665 कार्टन बरामद कर गुजरात नंबर के टेंकर को जब्त कर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जब्त अवैध शराब की कीमत लगभग 10 लाख आंकी गई है।

क्षैत्रमें ही होनी थी सप्लाई- पुलिसने बताया कि मुखबिर की सूचना के अनुसार अक्त अवैध शराब लोड़ता गिलांकोर के आस-पास ही सप्लाई होने थी।

 

बाड़मेर थार एक्सप्रेस से सतरह लाख का सोना आया

बाड़मेर थार  एक्सप्रेस से सतरह लाख का सोना आया 

चार आरोपियों में दो महिलाएं 


बाड़मेर  थारएक्सप्रेस में आए दो महिलाओं सहित पाक यात्रियों से मुनाबाव स्टेशन पर 17 लाख रुपए का सोना पकड़ा गया। कस्टम विभाग के अफसरों ने महिला शकीना बीबी से 253 ग्राम, नूरू निशा से 233 ग्राम, केदार हरिराम से 180 ग्राम सोना पकड़ा। सभी ने सोने के कड़ों पर रंग करवा रखा था और इस तरह का लुक दे रखा था, ताकि वे प्लास्टिक की चूड़ियां लगे। कस्टम के सहायक आयुक्त बसंत गढ़वाल ने बताया कि ट्रेन शनिवार रात मुनाबाव पहुंची थी। तभी तलाशी के दौरान यह सोना बरामद हुआ। पिछले सात दिनों में यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले एक व्यक्ति से 216 ग्राम सोने के कड़े जब्त किए गए थे। 

रविवार, 12 अक्टूबर 2014

exclusive बाड़मेर केयर्न में अरबो रुपयो के तेल की चोरी टेंकर ठेकेदारो द्वारा,बाड़मेर में ही स्थापित हे तेल सोधक ,चोरी के तेल को खुले आम बेच रहे

exclusive बाड़मेर केयर्न में  अरबो रुपयो के तेल की चोरी टेंकर ठेकेदारो द्वारा,बाड़मेर में ही स्थापित हे तेल सोधक ,चोरी के तेल को खुले आम बेच रहे




बाड़मेर रेगिस्तानी धरा में तेल खोजने में कामयाब रही केयर्न इंडिया को उनके ही ठेकेदार अब तक अरबो रुपयो का चुना लगा चुके हे मगर केयर्न को इसकी भनक तक नहीं ,तेल चोरी के के इस  बाड़मेर जिले के कई सफ़ेद पॉश शामिल हे मजे की बात हे यह सबी सफेदपोश केयर्न इंडिया के अधिकृत ठेकेदार हे ,


इन सफेदपोशो का दुःसाहस ही हे की चोरी के तेल को साफ़ करने के लिए तेज शोधक का मिनी प्लांट बाड़मेर मुख्यालय पर ही स्थापित कर दिया जिसमे क्रूड आयल को साफ़ कर खुले बाज़ार में सस्ते दामो में बेचा जा रहा हैं

बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने पुरे घटना क्रम को बारीकी से देखने के बाद इसका खुलासा करने का निर्णय लिया


कैसे होता हे क्रूड आयल

बाड़मेर के एम पी टी नागाणा में केयर्न का सबसे बड़ा तेल कुआ मंगला स्थापित हे ,इसी कुए से गुजरात के  सलाया तक  लाइन के जरिये तेल शोधक कारखाने पहुँचाने का काम होता हैं ,

केयर्न के अन्य तेल कुए भाडखा ,नगर ,गुड़ा ,आडेल आदि स्थानो पर हे ,इन कुओ का तेल टेंकरों के जरिये मंगला तक पहुँचाया जाता हैं ,टेंकर उपलब्ध करने का ठेका गुजरात के गांधीधाम के अग्रवाल इस रोडलिने और बाड़मेर के इन आर रोडलिने को दे रखा ,यह ठेकेदार केयर्न को टेंकर उपलब्ध करते हैं।


क्रूड तेल की चोरी का खेल

बाड़मेर के विभिन स्थानो पर स्थित केयर्न के तेल कुओ से तेल टेंकर प्रतिदिन भरे जाते हैं करीब सौ से डेढ़ सौ  भरे जाते हैंजिसमे केयर्न के भाडखा के समीप स्थित भाग्यम आयल फील्ड से करीब अस्सी टेंकर प्रतिदिन भरे जाते हे जिन्हे मंगला नागाणा एम पी टी में खली करना होता हैं। वाही गुड़ा नगर क्षेत्र से भी सरस्वती रागेश्वरी सहित अन्य कुओं से भी इतने ही टेंकर भरे जाते हैं ,टेंकरों की उपलब्धता का काम गांधीधान गुजरात की ट्रांसपोर्ट अग्गरवाल स रोडलिने और दूसरी बाड़मेर के लोकल फर्म को दे रखा हैं। 

भाग्यमसे भरे  टेंकर भाडखा भीमड़ा रोड पर तेल के बड़े बड़े तीन स्टोरेज चोरी से बनाये हुए जिन्हे बाड़मेर के एक व्यापारी द्वारा दो स्टोरेज औए एक स्टोरेज गुजरात के एक  संचालित किया जा रहा हैं। 

इन व्यापारियों की केयर्न के मंगला आयल फील्ड के अधिकारी वर्ग से पूरी तरह सांठ गाँठ कर प्रति टेंकर बीस हज़ार लीटर क्रूड आयल में से करीब पन्द्र हज़ार लीटर क्रूड आयल इन निजी स्टोरेज में खली होता हैं ,इन्हे प्रति टेंकर ढाई से तीन लाख रुपये देने की पुख्ता जानकारी मिली ,इसी तर गुड़ा नगर से आने वाले टेंकर बाड़मेर धोरीमन्ना हाई रोड पर स्थित खेत सिंह की प्याऊ के आस पास बने निजी तेल स्टोरेज में खाली होते हैं 
यह तेल स्टोरेज भी बाड़मेर के ही एक व्यापारी का हैं ,

करोडो के तेल की चोरी प्रतिदिन 

केयर्न की साइट से रात को करीब आठ बजे टेंकर भर कर  निजी स्टोरेज में करीब रात दस बजे के बाद खाली होते हैं यह गोरख धंधा रात भर चलता हैं ताकि किसी को भनक ना लगे ,सुबह तीन चार बजे तक यहाँ केयर्न के टेंकर खाली होते हैं ,इन टेंकरों के चालकों को इसके लिए अतिरिक्त पैसा मिलता हे जो प्रति टेंकर पांच से दस हज़ार रुपये होता हैं ,एक दिन में चारो स्थानो पर करीब डेढ़ सौ टेंकरों से तेल चोरी किया जाता हैं 

तेल रिफाइन के लिए मिनी प्लांट की स्थापना 

बाड़मेर के व्यापारी द्वारा चोरी के तेल खरीदे जाने के बाद उसे बाड़मेर में रिफाइन करने के लिए रिफाइन का मिनी प्लांट स्थापित किया हैं ,यह प्लांट बाड़मेर डिगडा रोड पर होना बताया जा रहा हैं ,इस प्लांट में तेल साफ होता था बाद में इसे बाज़ार की डॉ से काम कीमत में फैक्टरियों और क्रेसरो सहित कई स्थानो पर आपूर्ति की जाती थी। 

बेखबर केयर्न 

इस तेल के खेल की भनक केयर्न को नहीं थीइस क्रूड आयल चोरी से बेखबर केयर्न निश्चिन्त थी की उनकी कंपनी के सबसे ईमानदार व्यक्ति की देख रेख में तेल आपूर्ति का काम हो रहा था ,मगर ईमानदारी की आड़ में प्रतिदिन करोडो रुपयो के क्रूड आयल की हेरा फेरी की जा रही थी 

केयर्न  घटना से हतप्रभ जांच शुरू 

केयर्न को जब इस गोरख धंधे की जानकारी मिली तो सहसा उन्हें विश्वास नहीं हुआ मगर प्रारंभिक जांच में ही इस क्रूड तेल चोरी का मामला बड़े  सामने आना शुरू हुआ तो कंपनी नेस्थनीय पुलिस के साथ मिल कर पुरे मामले की तह तक पहुँचने का प्रयास कर रही हैं 

टेंकर पक्से जाने के बाद तेल चोरी फिलहाल रोकी 


गत दिनों सिणधरी पुलिस ने करीब पेंशथ हज़ार लीटर क्रूड आयल से भरे टेंकर पकडे ,यह वाकया लगभग एक  हुआ ,इस टेंकर के पकडे जाने के बाद क्रूड चोरी में जुटे व्यापारियों ने मामला ठंडा होने तक तेल चोरी का काम रोक दिया। वाही नगर क्षेत्र में बीच रस्ते में टेंकर खाली करे जाने की पुख्ता जानकारी मिली हैं 

केयर्न का बयान 

केयर्न के डी जी एम कॉर्पोरेट कम्मुनिकेशन अयोध्या प्रसाद गौड़ ने बताया की इस मामले की जानकारी मिली हे पुलिस के साथ मिल कर हम पुरे मामले की तह तक पहुँचने का प्रयास कर रहे हैं ,इसमे दोषी पाये जाने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। 



सीकर में सेना भर्ती, सामने आया फर्जीवाड़ा

सीकर । सीकर में चल रही सेना भर्ती के दौरान फर्जी टोकन के आधार पर दूसरे के लिए दौड़ रहे 21 अभ्यर्थी पकडे हैं।
Army recruitment fraud in sikar
पुलिस और सैन्य सूत्रों के अनुसार सीकर जिले के फतेेहपुर, धौद तथा श्रीमाधोपुर तहसील क्षेत्र के अभ्यर्थियों की शारीरिक क्षमता जांचने के लिए रविवार सुबह हुई दौड़ में गडबड़ी की आशंका पर सेना की खुफिया विंग ने जांच की।

सूत्रों ने बताया कि जांच में फर्जी टोकन के जरिए दूसरे के दौड़ने के आरोप में 21 युवकों को पकड़ा है। पकडे गए युवकों ने पहचान के लिए अंगूठे पर लगाए गए अमिट स्याही के निशान से भी छेड़छाड़ की।

सूत्रों ने बताया कि इस प्रकरण में किसी बडे गिरोह के सक्रिय होनेकी पड़ताल की जा रही है। 

उधर जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि इस बार अभ्यर्थियों को टोकन वितरण में पूरी सावधानी बरती गई है और किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नही है।

औरैया। उत्तर प्रदेश एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने ली किशोरी की जान



औरैया। उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में एकतरफा प्यार में पागल एक सिरफिरे ने एक किशोरी के घर में घुसकर उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से भाग निकला।
teenage girl shot dead at home by a youth



औरैया पुलिस के अनुसार, कस्बे के एरवाटीकुर निवासी राम प्रताप अवस्थी की 14 वर्षीय बेटी निशा कस्बे के ही गांधी इंटर कालेज में हाईस्कूल में पढ़ती थी। पड़ोस में रहने वाले रामनरेश कमल का 27 वर्षीय बेटा अजय कमल उससे एक तरफा प्यार करता था।




अजय कस्बे में ही बिसातखाने की दुकान चलाता है। इस बात का पता चलने पर निशा के घरवालों ने अजय को चेतावनी भी दी थी। बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम अजय तमंचा लेकर निशा के घर में घुस गया। निशा उस समय पढ़ाई कर रही थी।




अजय ने उससे बात करने की कोशिश की तो निशा ने विरोध कर दिया। बस इसी बात पर अजय ने उसको गोली मार दी। गोली लगने से निशा की मौके पर ही मौत हो गई।




घटना के बाद आरोपी अजय मौके से भाग निकला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन कर निशा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस फिलहाल आरोपी अजय की तलाश में लगी है।

 

फिरोजाबाद प्रेमी संग मिलकर कीपति की हत्या, प्रेमी को भी मार डाला -



फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज क्षेत्र में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में मृतक के परिजनों ने हत्यारोपी प्रेमी की भी हत्या कर दी।
double murder case in firozabad


पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि भदेहसरा निवासी किशोरीलाल की पत्नी गोमती के सुनील उर्फ गुडडू के साथ प्रेम संबंध थे। शुक्रवार रात गोमती ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति किशोरी लाल की हत्या कर दी।




घटना से गुस्साये मृतक के परिजनों ने तड़के गोमती तथा उसके प्रेमी सुनील को मारा पीटा। जिससे सुनील की उपचार के दौरान अस्पताल में मृत्यु हो गई। हत्यारोपी गोमती को पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हाकिम सिंह, भानु प्रताप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।  

समरसता का द्वार स्वर्ण मंदिर



विभिन्न पंथों के बीच समरसता का अनुपम संदेश देता सिखों की आस्था का प्रमुख केंद्र स्वर्ण मंदिर अमृतसर में स्थित है, जहां जाति-मजहब आदि सभी दीवारों को लांघ लोग एक पंगत में बैठकर लंगर छकते हैं।

इस तीर्थ के निर्माण का प्रारंभ चौथे गुरु रामदास जी ने कराया, जिसे पांचवें गुरु अर्जुनदेव जी ने पूर्णता प्रदान की। उन्होंने ही स्वयं सहित चारों गुरुओं और अन्य भक्तों की वाणी संकलित कर श्री गुरुग्रंथ साहिब का सृजन किया और उन्हें यहां हरिमंदिर साहिब में प्रतिष्ठित किया।

महाराजा रणजीत सिंह ने मुख्य भवन दरबार साहिब के ऊपरी हिस्से को चार सौ किलो सोने से मढ़वाया था। समीप ही जलियांवाला बाग है, जो शहादत के अनुपम उदाहरण के कारण राष्ट्रीय तीर्थ है। ननकाना साहिब (पाकिस्तान), दमदमा

साहिब, आनंदपुर साहिब (पंजाब), नांदेड़ (महाराष्ट्र), पटना साहिब (बिहार), पौंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश), हेमकुंड साहिब (उत्तराखंड), गुरुद्वारा शीशगंज (दिल्ली) आदि सिखों के प्रमुख आराधना स्थल हैं।

साभार : देवसंस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार

22 हजार करोड़ रूपए का हाक विमान सौदा रद्द



नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने करीब 22 हजार करोड़ रूपए की लागत वाले 20 हाक प्रशिक्षण विमानों की खरीद की प्रक्रिया से जुड़ी फाइल के गायब होने के बाद इस सौदे को रद्द करके फिर इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए है।
ministry of defence issues a fresh tender for 20 Hawk aircraft



रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनेटिक्स लिमिटेड से जेट प्रशिक्षण विमानों की आपूर्ति करने का प्रस्ताव फिर से देने को कहा गया है।




हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स जेट प्रशिक्षण विमानों के निर्माण का काम ब्रिटेन की विमान निर्माता कंपनी बीएई सिस्टम्स के साथ तकनीकी हस्तांंतरण से कर रही है। हाल को कहा गया है कि उसके प्रस्ताव की वैद्यता 18 माह रहनी चाहिए लेकिन सूत्रों को उम्मीद है कि कंपनी 12 सप्ताह में अपना जवाब भेज देगी।




इन विमानों की खरीद की प्रक्रिया दो साल से चल रही थी लेकिन जैसे ही इस मामले को अंतिरूप दिया जाना था इस सौदे से जुड़ी फाइल गायब हो गई जिसके बाद इस सौदे की प्रक्रिया रद्द करनी पड़ी। प्रत्येक विमान की कीमत 110 करोड़ रूपए बताई जा रही है लेकिन हाल इन विमानों की कीमत का प्रस्ताव मुद्रास्फीति की बढ़ी दर के अनुसार पेश कर सकती है।




मंत्रालय की इस सौदे से जुड़ी फाइल पिछले माह गायब हो गई थी जिसकी वजह से ही यह सौदा रद्द किया गया है। फाइल के गायब होने के मामले की आंतरिक जांच चल रही है। रक्षा मंत्रालय ने फाइल के गायब होने की घटना को गंभीरता से लिया है और मामले से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकार ने 2004 में दो सीट वाले 66 हाक एजेटीए विमान खरीदने के लिए ठेका दिया था और फिर 57 विमानों को 2010 में खरीदने के लिए कहा गया। वायु सेना तथा नौ सेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए खरीदे जा रहे इन विमानों की लागत 16000 करोड़ रूपए।                                   

देवी ने खुद किया बलि लेने से इनकार



सिराज हलके के चिऊणी गांव में देवी हिडिम्बा ने अपने मंदिर की स्थापना के वार्षिक आयोजन पर बलि लेने से इनकार कर दिया। देवी ने खुद आगे बढ़कर अपने प्रतिनिधियों को कहा कि भविष्य में मंदिर परिसर में बलि प्रथा पर पूर्णतया रोक लगाई जाए। देवी हिडिम्बा का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाईकोर्ट के फैसले के बाद देव समाज में बलि प्रथा को लेकर बहस छिड़ी हुई है।

जिले के सराज विकास खंड की अत्यंत दुर्गम पंचायत चिऊणी में हिडिम्बा देवी परिसर में शनिवार व रविवार को वार्षिक स्थापना समारोह था। प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के बाद देवी के हरियान यानी भक्त दुविधा में थे कि मंदिर परिसर में बलि दी जाए या नहीं, हालांकि देवलुओं ने पूर्ण तैयारियां कर रखी थी। देवी ने देवलुओं के असमंजस को समझते हुए बलि लेने से इन्कार कर दिया।

मंदिर कमेटी के सचिव रामचंद्र ने बताया कि करीब ढाई सौ साल पुराने पौराणिक मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद यहां वर्षगांठ मनाई जा रही थी। परंपरा के अनुसार मंदिर के वार्षिक समारोह में पांच बकरों/मेढ़ों की बलि दी जानी थी, लेकिन देवी हिडिम्बा के आशीर्वाद से बलि देने की नौबत ही नहीं आई। लोगों ने भी देवी के आदेश का माना और मंदिर में कोई बलि नहीं चढ़ाई।

उन्होंने बताया कि देवी ने भविष्य में मंदिर परिसर में बलि प्रथा पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। देवी हिडिम्बा महाबली भीम की पत्‍‌नी और घटोत्कच्च की माता है। इनका एक प्रसिद्ध मंदिर मनाली में है।

पहले इसी मंदिर में चिऊणी पंचायत के सराहु में स्थित देवी हिडिम्बा मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में मंदिर परिसर में 31 बलियां दी गई थी। पूरे क्षेत्र में लगभग 150 बकरों की बलि चढ़ी थी। गत वर्ष मंदिर के शुद्धीकरण को 27 बकरों के अलावा एक सुअर, एक मछली, एक मशैकड़ा (केकड़ा) और एक पेठे की बलि दी गई लेकिन इस बार देवी ने किसी भी प्रकार की बलि लेने से इनकार कर दिया। मंदिर में स्थापना वर्षगांठ की समस्त कार्रवाई नारियल काटकर पूरी गई।

-शेर सिंह उर्फ नागणू, देवी के कुल पुरोहित।

पशुबलि पर फैसले के इंतजार में देव समाज

राष्ट्रीय स्यवयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाहक डा. वीर सिंह रागड़ा ने कहा कि कानून की नजरों में सब बराबर हैं। कोई मुस्लिम हो या सिख या फिर ईसाई, कानून सब पर एक समान लागू होता है। उनके अनुसार, जब कोर्ट ने पशु बलि पर रोक लगा दी है, तो सभी समुदायों को अपनी धार्मिक आस्थाओं में बदलाव करना ही चाहिए।

उन्होंने कहा, 'पशुओं की हत्या करना पूर्णत: गलत है।' डॉ. रांगड़ा के अनुसार, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले का फैसला बिलकुल सही है। आरएसएस के स्वयं सेवक पशु बलि के संबंध में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के फैसले के साथ हैं। हालांकि अभी अब मामला सर्वोच्च न्यायालय पहुंच गया है। वहां जो भी फैसला होगा सबको स्वीकार होना चाहिए। पशुओं को जीने का अधिकार है। इस दुनिया में सबको जीने का अधिकार है।

पशु बलि के खिलाफ लगाए हैं होर्डिग्स

प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कारदार संघ बैठक कर रहा है। देवताओं के शिविरों में पशु बलि प्रतिबंध को लेकर करीब एक लाख पर्चे बांटे गए हैं। देवताओं के स्थान पर पशुबलि के खिलाफ होर्डिग लगाए गए हैं।

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा पशुबलि पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद अब देवी देवता कारदार संघ की नजरें उच्चतम न्यायालय कै फैसले पर लगी हैं। वास्तव में अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव कुल्लू में नौ अक्टूबर को लंका दहन के दौरान निभाई जाने वाली प्रथा में पशुबलि दी जाती है। कारदार संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि दशहरे में लंका दहन से पहले दायर याचिका पर फैसला आ जाएगा।

जिला कारदार संघ के अध्यक्ष दोतराम कहते हैं कि उन्होंने याचिका में अधिवक्ता के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष पक्ष रखा है कि महाराष्ट्र में भी पशु बलि पर छूट दी गई है तो उसी आधार पर उन्हें भी इस प्रथा को निभाने की छूट मिलनी चाहिए। आठ अक्टूबर तक फैसला आ जाएगा, इस बारे में भी उन्हें मंगलवार को 11 बजे तक इस पर तस्वीर साफ हो पाएगी। दशहरे में लंका दहन के अंतिम दिन नौ अक्टूबर को पशु बलि की पारपंरिक परंपरा निभाई जाती है। पशुबलि पर लगे प्रतिबंध से देव समाज में भी माहौल अलग बना हुआ है। 26 सितंबर को नगर में पशुबलि को लेकर देव संसद (जगती) बुलाई गई। देवताओं ने जगती में फैसला सुनाया है कि वे पुरानी परंपरा को नहीं छोड़ नई को नहीं अपनाएंगे। अब देशभर के लोगों व मीडिया की भी नजरें लंका दहन पर टिकी हुई हैं। सोमवार को जिला कारदार संघ के अध्यक्ष दोत्तराम की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुद्दा छाया रहा। बैठक में क्या निर्णय लिए गए, इस पर बोलने के लिए कोई सदस्य तैयार नहीं है।

'नेताजी' के सहयोगी कैप्टन अब्बास का इंतकाल

अलीगढ़
स्वतंत्रता सेनानी कैप्टन अब्बास अली का शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। अब्बास अली, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजाद हिंद फौज में कैप्टन थे। वह डॉ. राममनोहर लोहिया के काफी करीबी थे और उनके साथ समाजवादी आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर चले। उनके पुत्र एवं वरिष्ठ पत्रकार कुर्बान अली ने बताया कि कैप्टन साहब अपने अंतिम क्षण तक सक्रिय थे।
भगत सिंह से प्रभावित
अब्बास अली का जन्म वर्ष 1920 में यूपी के बुलंदशहर जिले की खुर्जा तहसील में हुआ था। बचपन से ही वह भगत सिंह की क्रांतिकारी विचारधारा से प्रभावित थे। हाईस्कूल में ही वह अपने दोस्तों के साथ भगत सिंह की 'नौजवान भारत सभा' से जुड़ गए थे। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात कुंवर अशरफ मुहम्मद से हुई थी। वह ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन से भी जुड़े। 1939 में अली ब्रिटिश सेना से जुड़े और द्वितीय विश्वयुद्घ (1939-45) के दौरान युनाइटेड इंडिया समेत दक्षिण पूर्व एशिया में कई जगहों पर तैनात किए गए थे। जब नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने सशस्त्र क्रांति का बिगुल फूंका तो वह ब्रितानी सेना की नौकरी छोडकर आईएनए में शामिल हो गये थे। अंग्रेजी शासन में अली को मौत की सजा सुनाई गई थी लेकिन उस पर अमल से पहले ही मुल्क आजाद हो गया और उन्हें रिहा कर दिया गया।
राजनीति की पारी
समाजवादी नेताओं राम मनोहर लोहिया, आचार्य नरेन्द्र देव और जय प्रकाश नारायण से प्रभावित होकर अली राजनीति में आ गए थे। वर्ष 1966 में उन्हें संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी का राज्य महासचिव भी बनाया गया था। देश में आपातकाल के दौरान इसका विरोध करने पर अली को जेल में भी डाल दिया गया था। बाद में वह राज्य विधान परिषद के सदस्य और जनता पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष भी बने। अली ने गत 15 अगस्त को अपने आखिरी सार्वजनिक कार्यक्रम में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जीवित होने या नहीं होने को लेकर बने रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाने की टीस जाहिर की थी। इस बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अली के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस स्वतंत्रता सेनानी ने आजाद हिन्द फौज के माध्यम से देश को स्वतंत्र कराने के लिये जो संघर्ष किया उसे भुलाया नहीं जा सकता।
सीएम ने जताया शोक
मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपने शोक देश में कहा कि कैप्टन अब्बास अली एक अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी थे। अब्बास अली ने आजाद हिंद फौज के माध्यम से देश को आजाद करने के लिए जो संघर्ष किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि डॉ. लोहिया के करीबी रहे कैप्टन अब्बास अली ने समाजवादी विचारधारा को मजबूत बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

सूर्य देव को अर्घ्य देते समय करें इस मंत्र का जाप

सूर्य अर्घ्य मन्त्रः एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते ।
            अनुकम्पय मां देवी गृहाणार्घ्यं दिवाकर ।।


हिन्दू धर्म के पंचदेवों में से प्रमुख देवता सूर्यदेव ही है । सूर्य देव को वेदों में जगत की आत्मा कहा गया है । यह सत्य है कि सूर्य से ही इस पृथ्वी पर जीवन है । सूर्य देव को सर्व प्रेरक, सर्व प्रकाशक,सर्व प्रवर्तक ,सर्व कल्याणकारी माना गया है।

यजुर्वेद ने "चक्षो सूर्यो जायत" कह कर सूर्य को भगवान का नेत्र माना है। हर रोज सूर्य उपासना करके मनुष्य हर सांसारिक सुख को पूरा कर सकता है। रविवार को भगवान सूर्यदेव का दिन माना जाता है और सूर्य देव जी की उपासना के लिए यह दिन बड़ा शुभ माना गया है। सूर्य देव जी को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए। सूर्य देव जी ज्ञान, सुख, स्वास्थ्य, पद, सफलता, प्रसिद्धि के साथ-साथ सभी आकांक्षाओं को पूरा करते है।