नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने करीब 22 हजार करोड़ रूपए की लागत वाले 20 हाक प्रशिक्षण विमानों की खरीद की प्रक्रिया से जुड़ी फाइल के गायब होने के बाद इस सौदे को रद्द करके फिर इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनेटिक्स लिमिटेड से जेट प्रशिक्षण विमानों की आपूर्ति करने का प्रस्ताव फिर से देने को कहा गया है।
हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स जेट प्रशिक्षण विमानों के निर्माण का काम ब्रिटेन की विमान निर्माता कंपनी बीएई सिस्टम्स के साथ तकनीकी हस्तांंतरण से कर रही है। हाल को कहा गया है कि उसके प्रस्ताव की वैद्यता 18 माह रहनी चाहिए लेकिन सूत्रों को उम्मीद है कि कंपनी 12 सप्ताह में अपना जवाब भेज देगी।
इन विमानों की खरीद की प्रक्रिया दो साल से चल रही थी लेकिन जैसे ही इस मामले को अंतिरूप दिया जाना था इस सौदे से जुड़ी फाइल गायब हो गई जिसके बाद इस सौदे की प्रक्रिया रद्द करनी पड़ी। प्रत्येक विमान की कीमत 110 करोड़ रूपए बताई जा रही है लेकिन हाल इन विमानों की कीमत का प्रस्ताव मुद्रास्फीति की बढ़ी दर के अनुसार पेश कर सकती है।
मंत्रालय की इस सौदे से जुड़ी फाइल पिछले माह गायब हो गई थी जिसकी वजह से ही यह सौदा रद्द किया गया है। फाइल के गायब होने के मामले की आंतरिक जांच चल रही है। रक्षा मंत्रालय ने फाइल के गायब होने की घटना को गंभीरता से लिया है और मामले से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। सरकार ने 2004 में दो सीट वाले 66 हाक एजेटीए विमान खरीदने के लिए ठेका दिया था और फिर 57 विमानों को 2010 में खरीदने के लिए कहा गया। वायु सेना तथा नौ सेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए खरीदे जा रहे इन विमानों की लागत 16000 करोड़ रूपए।
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