शनिवार, 8 फ़रवरी 2014

नई नौकरी पर 5 साल नहीं बदलेगा जिला

जयपुर। निचली अदालतों में एक जगह नौकरी ज्वॉइन कर मनचाहे जिले में पांच साल से पहले तबादला कराने की जुगत अब नहीं चल पाएगी। इसके अलावा कोई भी कर्मचारी एक सीट पर तीन साल तथा एक अदालत में पांच साल से ज्यादा नहीं टिक पाएगा।
हाईकोर्ट ने इन अदालतों के कर्मचारियों के लिए कुछ इसी तरह के प्रावधान कर तबादला नीति जारी कर दी है। तबादलों के लिए अब तक कोई नीति या तय व्यवस्था नहीं होने से मनमर्जी चल रही थी, इससे कर्मचारियों में विरोध था और कुछ मौकों पर हाईकोर्ट तक भी शिकायत पहुंची।

तबादला नीति में जिले के भीतर और बाहर दोनों तबादलों के लिए प्रक्रिया तय की गई है, जिसमें पति-पत्नी को एक साथ रखने और नए कर्मचारियों को शुरूआत में जिला मुख्यालय पर लगाना तय किया गया है।

नीति में यह खास
15 से 30 अपे्रल तक होंगे तबादले।
जिनका तबादला ड्यू, वे जनवरी में बता सकेंगे पसंदीदा स्थान।
जिले पर 20, उपखण्ड पर 14 व अन्य शहर में 8 साल बाद ठहराव नहीं।
जिले के बाहर तबादला चाहने पर सितम्बर में डीजे को दे सकेंगे अर्जी।
दूसरे जिले में तबादला चाहने पर वहां पद खाली होने पर ही होगी इच्छा पूर्ति।
एक बार मनचाहा तबादला तो नए पसंद के स्थान पर तीन साल तक तबादला नहीं।
प्रशासनिक कारणों से तबादला हुआ तो सात साल तक फिर नहीं होगा तबादला।

सरकारी काम कि अनदेखी कर निजी अस्प्तालों में दी रहे सेवाए। सरकारी अलोउन्स भी उठा रहे चिकित्सक

सरकारी काम कि अनदेखी कर निजी अस्प्तालों में दी रहे सेवाए। सरकारी अलोउन्स भी उठा रहे चिकित्सक


बाड़मेर । सरकारी सेवारत चिकित्सकों के लिए "नॉन प्रेक्टिस अलाउंस" चुपड़ी और दो-दो बना हुआ है। जिला मुख्यालय से लेकर गांव तक अधिकांश चिकित्सक यह भत्ता उठा राज्य सरकार को लाखों रूपए प्रतिवर्ष का चूना लगा रह है और निजी प्रेक्टिस भी जारी है। राजकीय जिला चिकित्सालय बाड़मेर में कार्यरत आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं। कई अपने घर पर मरीज देखते हैं। नियमानुसार इनको नॉन प्रेक्टिस अलाउंस नहीं उठाना चाहिए लेकिन यह राशि ले रहे हैं। मूल तनख्वाह की 25 प्रतिशत राशि यानि एक चिकित्सक दस से बारह हजार प्रतिमाह उठा रहा है।

कोई नहीं देता ध्यान
नॉन प्रेक्टिस अलाउंस को लेकर स्वयं चिकित्सक को तो जानकारी देनी ही होती है साथ ही अस्पताल प्रबंधन भी नजर रखता है कि कौनसा चिकित्सक निजी तौर पर प्रेक्टिस कर रहा है। ऎसा होने पर अलाउंस नहीं देने के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी प्रावधान है।

निजी अस्पतालों की चांदी
सरकारी अस्पताल में सेवाएं देने के बाद निजी अस्पतालों में सेवाएं देने वाले चिकित्सक दोहरा लाभ उठा रहे हैं। ये सरकारी अस्पताल के मरीजों को भी निजी अस्पतालों में आने को मजबूर करते हैं।

नि:शुल्क चिकित्सा पर सवाल
सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क दवा का प्रावधान है लेकिन चिकित्सको के निजी अस्पताल और खुद की प्रेक्टिस होने से अस्पताल की बजाय मरीजों को घर और अस्पताल की कतार में खड़ा होना पड़ता है, जहां महंगी दवाइयां खरीदना मजबूरी हो जाता है।

कस्बों व गांवों में नहीं नियंत्रण
कस्बों और ग्रामीण स्तर पर तो कोईध्यान देने वाला ही नहीं है। नॉन प्रेक्टिस अलाउंस हर कोई उठा रहा है।

ध्यान में नहीं है
नॉन प्रेक्टिस अलाउंस उठाने के साथ प्रेक्टिस का मामला ध्यान में नहीं है। चिकित्सक खुद ही इसका प्रमाण पत्र देते हंै।
- डा.हेमंत सिंघल,
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी राजकीय अस्पताल बाड़मेर

पगड़ी उतार कर मुख्यमंत्री से मांगा न्याय

जयपुर। राजधानी जयपुर के ओटीएस में चल रहे भाजपा विधायकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सरकारी योजनाओं की पहुंच का अंदाजा हो गया। यहां पर अजमेर की मसूदा विधानसभा क्षेत्र के बेग्ल्यावास गांव के बीपीएल में शामिल एक व्यक्ति ने अपनी पीड़ा जाहिर की। बीपीएल में शामिल चंपालाल ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास जाकर मकान न मिलने की पीड़ा सुनाई। पगड़ी उतार कर मुख्यमंत्री से मांगा न्याय
पगड़ी उतार कर दे दी
चंपालाल ने कहाकि वह बीपीएल हैं। इसके बावजूद इंदिरा आवास योजना के तहत आज तक कोई मकान नहीं मिला। जबकि गांव के सरपंच ने बीपीएल श्रेणी में तीन-तीन मकान ले लिए। इसके बाद उसने अपनी पगड़ी उतार कर मुख्यमंत्री को दे दी। इस पर मुख्यमंत्री ने जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया।

खान, सराफ से राजे ने पूछा-क्यों रहे नदारद?
पीडब्ल्यूडी मंत्री युनूस खान और शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ सत्र के बीच में कुछ देर के लिए अनुपस्थित रहे। दोनों के लौटने पर राजे ने उनसे पूछा कि वे कार्यशाला छोड़कर कैसे चले गए? इस पर दोनों ही मंत्रियों ने कहा कि वे पूछकर ही सरकारी कामकाज से गए थे। इस दौरान सभी विधायकों के फोन बंद करा दिए गए थे।

राजनाथ से की कुछ नेताओं की शिकायत!
प्रदेश में सत्ता और संगठन से दूरी बनाकर चल रहे कुछ नेताओं की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह से शिकायत की गई है। पार्टी के एक बड़े नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सिंह को अखबारों की कटिंग, विधानसभा की प्रोसिडिंग की कॉपी दी गई है। उन्हें सरकार का विरोध कर रहे कुछ नेताओं की सूची दी गई है। हालांकि, इस सूची में किस-किस के नाम हैं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। इस बारे में जब स्थानीय प्रदेश स्तर के नेताओं से बातचीत की गई तो उन्होंने चुप्पी साध ली।

बाड़मेर रोजगार सहायक को हटाया, एफआईआर के निर्देश


बाड़मेर रोजगार सहायक को हटाया, एफआईआर के निर्देश



बाड़मेर जिले की बावड़ी कला ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत मृत श्रमिकों के नाम से भुगतान उठाने के मामले में ग्राम रोजगार सहायक का अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। जिला कलक्टर ने इस प्रकरण में संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए है।  कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए रोजगार सहायक को हटा दिया है। चौहटन पंचायत समिति की बावड़ीकला ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत स्वीकृत कार्यों पर फार्म नंबर 6 में मृत श्रमिकों के फर्जी तरीके से आवेदन लेकर उनके नाम से मस्टररोल जारी करवाने एवं भुगतान उठाने के मामले में ग्राम रोजगार सहायक का अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। संबंधित मेटों को ब्लेक लिस्टेड करने के साथ ग्रामसेवक को 17 सीसीए में नोटिस दिया गया है। साथ ही इस प्रकरण में पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए है। जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर भानुप्रकाश एटूरू ने बताया कि बावड़ी कला ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत अनियमितता मिलने के बाद ग्राम रोजगार सहायक शंकरलाल का अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। इस मामले में ग्रामसेवक रेखाराम को नियम 17 के तहत नोटिस जारी किया गया है। संबंधित दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए है।

एफआईआर दर्ज करने के निर्देश
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक दाधीच ने बताया कि जांच में अनियमितता उजागर होने के बाद संबंधित मेंटों को भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। इस मामले में जिला कलक्टर ने संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए है।

यह था मामला 
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि कुछ समय पूर्व बावड़ी कला ग्राम पंचायत में महात्मा गांधी नरेगा कार्यों में अनियमितता होने संबंधित शिकायत प्राप्त हुई थी। इस पर एक कमेटी गठित कर जांच कराई गई। दाधीच ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि ग्रेवल सड़क केशर सिंह कोटड़ी से गुरु गोलवलकर भवन तक एवं खेताराम पुत्र गोरधन राम के टांका निर्माण कार्य पर भरत कंवर पत्नी भोमसिंह को मृत्यु उपरांत तथाकथित रूप से नियोजित कर 2915 रुपए भुगतान उठाया गया। इसी तरह लिच्छूराम पुत्र हेराजराम को ग्रेवल सड़क केशर सिंह कोटड़ी से गुरू गोलवलकर भवन तक एवं नाडी खुदाई कार्य छछी नाडी पर नियोजित कर फर्जी तरीके से 2387 रुपए भुगतान उठाया गया। जबकि लिच्छु राम ने इन कार्यों पर काम नहीं किया। जांच के अनुसार ग्राम पंचायत द्वारा उसके नाम से फर्जी आवेदन पत्र लेकर मस्टररोल में अंकित करने के साथ फर्जी उपस्थिति दिखाकर पोस्टमेन की तथाकथित मिलीभगत से भुगतान उठाया गया। इसी तरह समी पत्नी निम्बाराम भील को भी नाडी खुदाई कार्य छछी नाडी पर फर्जी तरीके से नियोजित दिखाकर कुल 4199 रुपए का भुगतान उठाया गया। 

सिपाही ही चला रहे थे कालगर्ल रैकेट

बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में कालगर्ल के साथ अश्लील क्लीपिंग बनाकर एक युवक को ब्लैक कराने के आरोप में चार सिपाहियों समेत सात लोगों की लिप्तता उजागर हुई है। इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
सुभाषनगर निवासी कुलदीप शंखधार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जे.रविन्द्र गौड़ से मिलकर शिकायत दर्ज कराई थी। उसकी जांच पुलिस अधिकारी हेमंत कुटियाल को सौंपी गई।

मामला सही जाने पर कालगर्ल रैकेट चलाने वाले सिपाही असगर अली, धर्मेन्द्र कुमार (राजकीय रेलवे पुलिस में तैनात), रविन्द्र एवं जयपाल सिंह समेत सात लोगों पर मामला दर्ज कराया गया है।

थाना सुभाषनगर में दर्ज कराए गए मामले में अभिषेक मिश्रा नामक एक कथित पत्रकार भी नामजद है। कुटियाल ने बताया कि रैकेट ने शिकायतकर्ता की क्लीपिंग बनाकर ब्लैकमेल किया और उससे रूपए भी छीन लिए। सभी आरोपियों को धर दबोचने के लिए बल तैनात किया गया था। दो आरोपी गुड्डू और गुरविन्दर पकड़ में आ गए हैं।

जज को न्यूड होकर सनबाथ करना महंगा पड़ा

लंदन। हाई कोर्ट की एक महिला जज को ऑफिस में न्यूड होकर सनबाथ करना महंगा पड़ा। सुप्रीम कोर्ट की डिसप्लिनरी कमिशन ने महिला जज को तुरंत बर्खास्त कर दिया। बोसनिया एंड हरजेगोविना में अपने ऑफिस डेस्क पर ही जज साहिबा न्यूड होकर सनबाथ लेने लगी थीं।
डेली स्टार के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे उन्हें पहली बार न्यूड एक्सरसाइज करते हुए देखा गया जिसके बाद वो ऑफिस डेस्क पर लेटकर सनबाथ लेती नजर आईं। इस दौरान सड़क के पार से कई लोगों ने उनकी फोटो क्लिक की।

लेकिन ये मामला सामने तब आया जब इस हरकत पर सुनवाई लोकल मीडिया में लीक हो गई। इस मामले में हुई आंतरिक जांच में पाया गया कि न्यूड महिला और कोई नहीं बल्कि सीनियर जज थी।

सुप्रीम कोर्ट की डिसप्लिनरी कमिशन ने महिला जज को तुरंत बर्खास्त कर दिया। कोर्ट ने कहा उनकी इस हरकत से सुप्रीम कोर्ट की छवि को खराब किया है। महिला जज ने ये दलील दी कि उस समय ऑफिस का दरवाजा लॉक था और वो अपने काम से पहले वॉर्मअप कर रही थीं।

ख़ास खबर बाड़मेर सरहद पर मदरसो के तालिबानी फरमान ,ख़ुफ़िया तंत्र हुआ सतर्क

ख़ास खबर
बाड़मेर सरहद पर मदरसो के तालिबानी फरमान ,ख़ुफ़िया तंत्र हुआ सतर्क

महिलाए न बाज़ार जाये न ही मोबाईल रखे


चन्दन सिंह भाटी

बाड़मेर भारत पाकिस्तान सरहद पर बसे पश्चिमी राजस्थान के सरहदी अल्पसंख्यक बाहुल्य गाँवो में तालिबानी और कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनो कि तर्ज पर मदरसा संचालको ने महिलाओ को लेकर फतवा जारी किया हें.फतवा जारी होने के बाद से जिले का सुरक्षा और खुफिया तंत्र सक्रीय हो गया।


खुफिया एजेंसियो से मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिले के सरहदी गाँवो में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनो के प्रभाव से मदरसा संचालको ने अहम् बैठक गागरिया गाँव में रख जिले कि मुस्लिम महिलाओ को लेकर फतवा जारी किया हें ,फतवा में लिखा हें कि क्षेत्र कि मुस्लिम महिलाए किसी भी सूरत में बाज़ार नहीं जायेगी ,यदि बहुत ही ज्यादा जरुरी हें तो अपने साथ अपने नज़दीकी रिश्तेदार पिटा या भाई को साथ लेकर जाएंगी। इसी तरह एक और फरमान जरी किया कि महिलाए अपने पास मोबाई;ल नहीं रखेगी। महिलाओ के मोबाईल इस्तेमाल पर पाबंदी का फरमान जरी किया हें। साथ ही महिलाओ को घरो से बाहर आने कि स्थति ने बुर्का पहन कर निकलने का फरमान जारी किया हें। 

खुफिया एजेंसी को मिले फतवे के मजमे में गगरिया मदरसा संचालक मौलाना हबीब के दस्तखत हें। खुफिया एजेंसियो का मानना हें कि बाड़मेर के गाँवो में तालिबानी समर्थक मुस्लिम धर्म के जरिये कट्टरता का सन्देश दे रहे हेह जो सरहद कि सुरक्षा के लिए घटक हें। उल्लेखनीय हें बाड़मेर जिले में वेध अवैध रूपसे कोई छह सौ से अधिक मदरसो का सञ्चालन हो रहा हें जबकि पांच साल पहले मदरो कि संख्या कोई डेढ़ सौ के करीब थी।
बाड़मेर जिले में कोई पांच लाख सिंधी मुस्लिम रहते हें ,सिंधी मुस्लिम कट्टरपंथी नहीं हें उनके कई रीती रिवाज हिन्दुओ के सम्मान हें। मगर पिछले कई सालो से सिंधी मुस्लिमो को कट्टरता का पाठ पढ़ाया जा रहा हें। इससे बढ़के अब सरहदी क्षेत्रो में सक्रीय कट्टरपंथी संगठन फतवो के फरमान जारी कर आम मुस्लिमो में खौफ पैदा कर रहे हें।

तांत्रिक ने काला जादू का साया बता किया रेप

मेलबर्न। आस्ट्रेलिया में मेलबर्न के बाहरी इलाके में एक महिला के साथ बलात्कार के आरोप में भारतीय मूल के एक तांत्रिक को गिरफ्तार करके शुक्रवार को मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया।
पुलिस के अनुसार इस तांत्रिक ने महिला को बताया कि उस पर काले जादू का साया है और वह इसे भगाने की प्रक्रिया जानता है। महिला को झांसे में लेकर उसने बताया कि यह खतरनाक किस्म का काला जादू है और इससे किसी अनजान व्यक्ति के साथ यौन संबंध स्थापित करके ही दूर किया जा सकता है।

तांत्रिक की पहचान बेंकटेश कोडनडप्पा (29) के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि महिला के साथ उसने दो बार बालात्कार करने का यह कहते हुए प्रयास किया कि इससे उसे क ाले जादू से मुक्ति मिल जाएगी।

दोनों बार महिला ने उसकी पेशकश को ठुकरा दिया था लेकिन तीसरी बार वह उसके चंगुल से नहीं बच सकी।

नशे में धुत्त पुलिसवाले को मिल गया दंड

डूंगरपुर। नशे में धुत्त होकर राहगीरों पर रोब झाड़ने वाला पुलिसकर्मी शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया। जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. गगनदीप सिंगला ने आरोपी पुलिसकर्मी को अनुशासनहीनता व कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात पुलिस कांस्टेबल मोहनलाल बेल्ट नम्बर -691 ने बुधवार पुराना बस स्टैंड के पास पुलिस कंट्रोल रूम के पास जमकर उत्पात मचाया था।

जानकारी के अनुसार उसने राहगीर व वाहन धारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया। घटनाक्रम की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई थी तथा कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची थी। इस बीच मोहनलाल वहां से भाग खड़ा हुआ था।

वसुंधरा राजे ने नई नौकरियों को दी हरी झंडी

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को नए पदों की नियुक्ति और पदस्थापन की स्वीकृति देते हुए प्रदेश की अग्निशमन सेवाओं में युवाओं को कॅरियर बनाने की राह खोल दी है।

स्वायत्त शासन विभाग के अनुसार वसुंधरा राजे ने 284 फायरमैन के पदों पर नियुक्ति एवं पदस्थापन की स्वीकृति प्रदान की है। शेष 189 फायरमैन के पदों पर नियुक्ति व पदस्थापन के आदेश उनके दस्तावेजों के सत्यापन के पpात प्रसारित किए जा सकेंगे।

पहली बार होगी इतनी बड़ी भर्ती

विभाग के अनुसार राज्य में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में राज्य सरकार की ओर से अग्निशमन सेवाओं के रिक्त पदों को भरने की पहल की गई है। इन नियुक्तियों से जहां एक ओर बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है वहीं दूसरी ओर शहरी निकायों की अग्निशमन सेवाओं का सुदृढ़ीकरण होगा।

आपदा प्रबंधन को मिलेगा बल

राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बडे व छोटे 73 अग्निशमन वाहनों का निर्माण करवाया जाकर उन स्थानीय निकायों को आवंटन किया गया है जहां अग्निशमन वाहन नहीं थे अथवा वाहन जीर्णक्षीर्ण अवस्था में थे। अग्निशमन सेवाओं के सुदृढ़ीकरण से आम जन को आकस्मिक आपदा में त्वरित सेवाएं सुलभ हो सकेगी।

शकीरा के समलैंगिकता वाले वीडियो पर बवाल

लॉस एंजिलिस: रिहाना के साथ युगलबंदी वाले पॉप स्टार शकीरा का नया संगीत वीडियो "कान्ट रिमेम्बर टू फॉरगेट यू" के लिए उनकी खूब आलोचना हो रही है।
कोलंबियाई पाषर्द मार्को फिदेल रामिरेज ने कोलंबिया राष्ट्रीय टेलीविजन प्राधिकरण से राष्ट्रीय चैनल पर इस वीडियो का प्रदर्शन प्रतिबिंधत करने का आग्रह किया। उनका दावा है कि इसमें समलैंगिकता और अनैतिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है।

वीडियो में 37 वर्षीय लातीनी गायिका और बाजान सुंदरी एक साथ धूम्रपान करते हुए, हाथों में हाथ डाले हुए और खुले हुए कपड़ों में दिखाया गया है।

रामिरेज ने अपने ट्वीटर पर लिखा है कि शकीरा का नया वीडियो समलैंगिकता और अनैतिकता का एक बेशर्म मामला है जिसमें तंबाकू का प्रचार किया गया है, जो युवाओं के लिए एक भद्दा मजाक है।

दफ्तरों में रिश्वत का खेल

जालोर। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरी बंद होने का नाम नहीं ले रही। भ्रष्टाचार के प्रकरणों में कोई भी विभाग अछूता नहीं रहा। ऎसे में जिलेभर के विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार जड़े जमा रहा है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से प्राप्त आंकड़े इस बात को पुख्ता कर रहे हैं।

एसीबी की ओर से 4 अक्टूबर 2013 को 20 हजार की रिश्वत के साथ सहायक निदेशक सुरेन्द्रसिंह मनहर, लिपिक व बिचौलिया को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 7 नवम्बर 2013 को सार्वजनिक निर्माण विभाग भीनमाल के सहायक अभियन्ता सुदेशसिंह को 1 लाख की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया। इसी तरह एसीबी टीम ने 14 मई 2012 को डावल सरपंच वरिंगाराम विश्नोई को तीन हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।

एसीबी ने 13 जून 2012 को जाखल ग्राम सेवक रणवीर कुमावत को 10 हजार रूपए की रिश्वत राशि के साथ गिरफ्तार किया। रानीवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 11 सितम्बर 2012 को एसीबी ने बीसीएमओ डॉ. बहादुरलाल मीणा को मध्यस्थ के जरिए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया। भीनमाल थाने में कार्यरत उप निरीक्षक जगदीश विश्नोई को एसीबी 9 दिसम्बर 2012 को ने पांच हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। 21 दिसम्बर 2012 को चार हजार की रिश्वत के साथ भीनमाल उपखंड अधिकारी के रीडर मनोहरमल जीनगर को गिरफ्तार किया।

नहीं लिया सबक
नगरपरिषद में करीब दस दिन पहले एक लिपिक रिश्वत राशि के साथ एसीबी के हत्थे चढ़ा था। इसके बावजूद परिषद कर्मचारियों ने सबक नहीं लिया।

...और यहां आंच भी नहीं
जालोर पंचायत समिति में मनरेगा योजना के तहत सामग्री खरीद में करीब 43 लाख रूपए का गबन करने वाले विकास अधिकारी पर पंचायती राज विभाग मेहरबान है। करीब पांच माह बाद भी विभागीय स्तर पर विकास अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने प्रारम्भिक जांच में विकास अधिकारी को दोषी मानते हुए एफआईआर भी दर्ज की है।

"संदेश" के नीचे रिश्वत
सरकारी दफ्तरों में रिश्वत खोरी के खिलाफ संदेश बोर्ड भी लगे हुए हैं। इन बोर्डो पर "सावधान रिश्वत ना दें" का संदेश भी लिखा हुआ है। बावजूद इसके कई कार्मिक रिश्वत मांगने का मोह नहीं छोड़ पा रहे।

17 दिन में तीन प्रकरण
एसीबी टीम ने 17 दिनों में तीन प्रकरण बनाकर आरोपितों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने 28 जनवरी को नगरपरिषद कार्यालय के लिपिक रतनसिंह को तीन हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इसके अलावा 21 जनवरी को जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक आनंद भट्ट को रिश्वत लेते धरा था। इसी तरह 6 फरवरी को नगरपरिषद अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता भी एक ठेकेदार से कमिशन के रूप में 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते धरा गया।

मरू महोत्सव के लिए दिल्ली जैसलमेर विशेष ट्रेन 11 को

जैसलमेर। मरू महोत्सव में पर्यटकों की आवक को देखते हुए रेल्वे व पर्यटन विभाग की ओर से इस बार एक नई पहल की है। मरू महोत्सव में अधिक से देशी-विदेशी सैलानी आए इसके लिए जैससलमेर से दिल्ली के लिए 11 फरवरी से एक विशेष वातानुकूलित ट्रेन का संचालन होगा। मंडल रेल प्रबंधक राजीव शर्मा ने इसके संबंध में जिला कलक्टर को जानकारी दी।

जिला कलक्टल एनएल मीना ने बताया कि रेलवे प्रशासन के अनुसार यात्रियों की सुविधा को देखते हुए गाड़ी संख्या 04043 दिल्ली सराय - जैसलमेर वातानुकूलित सुपर फास्ट स्पेशल रेल 11 फरवरी को दिल्ली सराय से 18 बजकर 10 मिनट पर रवाना होकर 12 फरवरी को सुबह 8 बजे जैसलमेर पहुंचेगी। इसी तरह गाड़ी संख्या 04044 जैसलमेर - दिल्ली सराय सेवा 14 फरवरी को जैसलमेर से 23 बजकर 05 मिनट पर रवाना होकर 15 फरवरी को सुबह साढ़े ग्यारह बजे दिल्ली सराय पहुंचेगी। इस गाडी में एक फस्ट क्लास एसी, 04 सेकैण्ड एसी, 8 थर्ड एसी व 2 गार्ड-पावर कार के डिब्बों सहित कुल 15 डिब्बे होंगे।

सांस्कृतिक समारोह से सराबोर होगा मरू महोत्सव


सांस्कृतिक समारोह से सराबोर होगा मरू महोत्सव
शोभायात्रा के साथ महोत्सव का होगा आगाज 


उद्घाटन १२ को, तीन दिन तक चलेंगे भव्य कार्यक्रम, विदेशी सैलानियों की रहेगी धूम, तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन 


जैसलमेर मरू महोत्सव 2014 का पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर में 12 से 14 फरवरी तक तीन दिवस तक किया जाएगा। इस महोत्सव के तीनों दिन ख्यातनाम लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।
कलेक्टर एनएल मीना की पहल पर तीन दिवसीय इस मरू महोत्सव में प्रायोजक भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मरू महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है एवं शोभा यात्रा से लेकर शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में मरू महोत्सव के उद्घाटन समारोह, डेडानसर मैदान एवं सम के लहरदार रेतीले धोरों पर आयोजित किए जाने वाले सभी कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित ढंग से कराने के लिए तैयारियां चल रही है। उन्होंने व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उच्च स्तरीय व्यवस्थाएं समय रहते जुटा लें।

सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र विकास पण्ड्या ने तीन दिवसीय मरू महोत्सव के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि 12 फरवरी, बुधवार को सुबह 9 बजे शोभायात्रा के साथ मरू महोत्सव का कार्यक्रम प्रारंभ होगा। यह शोभायात्रा शहीद पूनम सिंह स्टेडियम जैसलमेर में पहुंचेगी जहां बुधवार को सुबह 10:45 बजे मरू महोत्सव का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि द्वारा किया जाएगा। पहले दिन मरू महोत्सव में सबसे रोचक एवं आकर्षक मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता, मिस मूमल के साथ ही मूमल महेंद्रा, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांधणो प्रतियोगिता देसी एवं विदेशियों के बीच आयोजित होगी। मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिता के प्रायोजक केके. रिसोर्ट एण्ड कैम्पस, मिस मूमल के प्रायोजक होटल गोल्डन हवेली, मूमल महेंद्रा के प्रायोजक होटल सूर्यागढ़, मूंछ प्रतियोगिता के प्रायोजक जैसलमेर टूरिस्ट गाइड वेलफेयर सोसायटी तथा साफा बांधों प्रतियोगिता के प्रायोजक ट्रायो रेस्टोरेंट होंगे। बुधवार को शाम 7:30 बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में वेस्टजॉन कलचर उदयपुर के विख्यात कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा।
दूसरे दिन डेडानसर स्टेडियम में होंगे कार्यक्रम 

मरू महोत्सव के दूसरे दिन 13 फरवरी, गुरुवार को सुबह 9:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक डेडानसर स्टेडियम जैसलमेर में विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसमें ऊंट शृंगार प्रतियोगिता, शान-ए-मरुधरा, रस्सा-कस्सी भारतीय एवं विदेशी, पणिहारी मटका रेस भारतीय एवं विदेशी महिलाओं के मध्य होगी। इसके साथ ही केमल पोलो मैच एवं केमल रेस का आयोजन भी होगा। ऊंट शृंगार प्रतियोगिता व रस्सा कस्सी के प्रायोजक आई लव जैसलमेर, शान ए मरुधरा, केमल पोले मैच के प्रायोजक ट्रायो, पणिहारी मटका रेस के प्रायोजक होटल सूर्यागढ़, केमल रेस के प्रायोजक रॉयल डेजर्ट सफारी होंगे। 
आकाश गंगा पैरा जंपिंग का आयोजन 
इसी दिन डेडानसर मैदान में वायु सेना द्वारा एयर वारियर ड्रिल, आकाश गंगा पैरा जंपिंग का आयोजन किया जाएगा। दोपहर में सीमा सुरक्षा बल द्वारा रोमांचक कैमल टेटू शो का प्रदर्शन किया जाएगा। गुरुवार को शाम 7 बजे शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। 


विदाई की वेला में बांटे पट्टे गले पड़े

बाड़मेर। साढ़े पांच वर्ष पहले बाड़मेर नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी की ओर से तबादले के बाद जारी किए गए 45 पट्टों के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने छियालीस जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिनके खिलाफमामला दर्ज किया गया है, उसमें नगरपालिका के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी राजेन्द्र चौधरी, पालिकाध्यक्ष बलराम प्रजापत, कनिष्ठ सुरेशचंद्र, नगरपरिषद के दो लिपिकों एवं इकतालीस लाभान्वितों के नाम है। एसीबी ने धारा 13(1) डी 13(2) पीसी एक्ट 1988 के तहत अनियमितता व भ्रष्टाचार तथा धारा 120 बी के तहत षड़यंत्र व धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।

इस तरह हुई बंदरबांट
वर्ष 2008 में पांच जुलाई को नगरपालिका के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी राजेन्द्र चौधरी को सिरोही तबादला हो गया। तबादला होने के बाद व रिलीव होने से पहले अधिशासी अधिकारी ने आनन-फानन में पैंतालीस पट्टे जारी कर दिए। जबकि इससे पूर्व करीब पैंतीस दिन में उन्होंने एक भी पट्टा जारी नहीं किया था। कृषि भूमि पर जारी इन पट्टों के मामले में कईअनियमितताएं बरती गई। ग्रीन बेल्ट, पेरा फेरी बेल्ट, सुविधा क्षेत्र के लिए आरक्षित तथा मास्टर प्लान में उपयोग अंकन नहीं होने के बावजूद पट्टे जारी कर दिए गए। आवेदन पत्रों में भी कईखामियां थी, लेकिन उनकी अनदेखी की गई। पत्रावलियों में भू उपयोग परिवर्तन का अनुमोदन जिला स्तरीय कमेटी में नहीं करवाया गया। भूखण्डों तक नक्शे तक प्रमाणित नहीं किए गए। पांच सौ वर्ग गज से कम व अधिक दोनों मामलों में भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क समान लिया गया।
तत्कालीन जिला कलक्टर के निर्देश पर इन पट्टों से संबंधित रिकॉर्ड की सीज कर दिया गया। कलक्टर ने एक कमेटी का गठन कर जांच करवाई, जिसमें सभी पट्टे निरस्त योग्य पाए गए। कलक्टर ने पट्टे निरस्त करने के आदेश दिए, लेकिन तब तक देर हो गई। नगरपालिका ने पट्टाधारकों को भूखण्ड बेचने की एनओसी तक जारी कर दी। इस पर कलक्टर के आदेश बेअसर हो गए। बाद में वर्ष 2011 में शहर कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ, लेकिन इसका नतीजा भी सिफर रहा। 

ये फंसे एसीबी के फंदे में
साढ़े पांच वर्ष पुराने इस मामले में प्रशासन व पुलिस के शिकंजे से बचने में कामयाब रहे नगरपालिका से जुड़े अधिकारी, कर्मचारी व लाभान्वित अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के फंदे में फंसे हैं। एसीबी में दर्ज हुए मामले में तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष बलराम प्रजापत, अधिशासी अधिकारी राजेन्द्र चौधरी, कनिष्ठ अभियंता सुरेशचंद्र, लिपिक गिरीशकुमार, विशनचंद, लाभान्वित (पट्टों के लाभार्थी) पुखराज, धर्मेन्द्रकुमार, त्रिभुवनदान, श्रीमती बालीदेवी, राणीदान, अुर्जनराम, दयारामदास, श्रीमती शांतिदेवी, पूनमाराम, श्रीमती भगवतीदेवी, डूंगराराम, श्रीमती हरियोदेवी, चम्पालाल, मोहम्मद कमल, हिन्दूसिंह, श्रीमती मथरीदेवी, नरेन्द्रसिंह, कृष्णकुमार, हीराराम, रायचंद, गोपालसिंह, माधुसिंह, श्रीमती मटकोंदेवी, श्रीमती गोरी, चम्पालाल, केशाराम, हेमाराम, रामलाल, मालाराम, प्रेमसिंह, राउराम, केवलचंद, रेवंतदान, हेमाराम, पारसमल, केशाराम, नारायणराम, गोरधनसिंह, श्रीमती पप्पूदेवी, पे्रमसिंह, लिछमणाराम को आरोपी बनाया गया है।