रविवार, 11 अगस्त 2013

'रिफाइनरी कहीं भी लगे, कोई फर्क नहीं'



जयपुर। 'मैंने लोगों की मंशा देख लीलाला में रिफाइनरी लाने के लिए इस्तीफा दिया था, अब रिफाइनरी नहीं आई तो मैं क्या करूं, मामले में सरकार और एचपीएल सोचे।' कुछ इस बेबाक तरीके से राजस्व मंत्री हेमाराम ने आज अपना पक्ष रखा। हेमाराम आज दोपहर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर सकते हैं।

रिफाइनरी विवाद को लेकर लगभग दो सप्ताह पहले मंत्रीमंडल से इस्तीफा देने वाले राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री हेमाराम चौधरी शनिवार तड़के 2 बजे जयपुर लौटे। इसी के साथ उनके द्वारा इस्तीफा वापस लेने के कयास लगाए जा रहे हैं।

हेमाराम ने शनिवार सुबह कहा कि रिफाइनरी कहीं लगे, इससे अब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। बस लगनी प्रदेश में ही चाहिए। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के नाम पर क्षेत्र के नेता अपनी राजनीति चमकाना चाह रहे हैं।

इस्तीफा वापस नहीं लूंगा

हेमाराम ने कहा कि मैं इस्तीफा वापस नहीं ले रहा हूं। आज सीएम से मुलाकात के बाद कुछ बताऊंगा। क्षेत्र की जनता ने सोचा था कि मेरे इस्तीफे से रिफायनरी लीलाला में आ जाएगी, तो मैंने इस्तीफा दे दिया। रिफाइनरी वहां आई क्या? इस विवाद से मैं इतना दुखी हो गया हूं कि अब इस्तीफा वापस लेने का मेरा मन नहीं है।

हैसियत नहीं, देखी जाती है भावना

जनता के काम में या इच्छा में हैसियत नहीं देखी जाती है, बल्कि भावनाओं को देखा जाता है। मैं अब भी कह रहा हूं कि यह सरकार के उपर है कि वह जनता की मांग को किस तरह से लेती है।

सोनाराम ने भड़काया

मामले में फायदा या नुकसान बाद की बात है। कर्नल सोनाराम ने लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया। मेरे इस्तीफे के बाद वे किसको उकसाएंगे और किसको भड़काएंगे। अब ज्यादा नुकसान तो उनको ही होगा।

गाजी फ़क़ीर प्रकरण पर कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तोड़ी चुप्पी

गाजी फ़क़ीर प्रकरण पर कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तोड़ी चुप्पी 



पोकरण. एसपी पंकज चौधरी के तबादले पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर शनिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने चुप्पी तोड़ी। भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैतानसिंह राठौड़ ने प्रेस वार्ता में बताया कि कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत व गाजी फकीर के बीच चल रही अनबन के कारण ही एसपी के माध्यम से गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोली गई। जिसे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा राजनीतिक मोड़ देते हुए भाजपा पर आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिस्ट्रीशीटर गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट को कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दबाव देकर बीच में बंद करवा दिया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री के दबाव के कारण यह हिस्ट्रीशीट को पुन: खोला गया। उन्होंने कहा कि आपसी राजनीति में एसपी का तबादला करने के कारण आम नागरिक दुखी है। हिस्ट्रीशीट के साथ ही गाजी फकीर पर अन्य आरोपों के कारण यह सीमावर्ती क्षेत्र के साथ-साथ जिले व राष्ट्र के लिए घातक है। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता जुगलकिशोर व्यास ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक शाले मोहम्मद के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज है। जिसमें निश्चित रूप से विधायक की गिरफ्तारी की जाएगी और अगर ऐसा नहीं होता है तो इस संबंध में उचित कदम उठाएगी। उन्होंने विधायक व उनके परिवार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि देश का सबसे बड़ा परीक्षण आयरन फिस्ट में विधायक के परिवार के साथ पाक जासूस सुमार खां भी शामिल था। उसके गिरफ्तार होने पर उसके द्वारा अपने बयान में स्पष्ट कहा कि उसे राजनीतिक जनप्रतिनिधियों का संरक्षण है। इन बयानों के बाद भी सरकार द्वारा किसी प्रकार की कोई न तो जांच करवाई है और न ही कार्रवाई की गई है।

शनिवार, 10 अगस्त 2013

"गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचार में प्रदेश को अव्वल बनाया"

बानसूर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा कि आज प्रदेश को गहलोत की सरकार ने भ्रष्टाचार और महिला उत्पीड़न में नम्बर एक बना दिया है। उन्होंने कहा कि जो सरकार मूलभूत सेवाएं नहीं दे सकती, उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। प्रदेश में चिकित्सा, शिक्षा, बिजली, कानून व्यवस्था, पेयजल का बुरा हाल है। हम सभी के साथ मिलकर नए राजस्थान का निर्माण करेंगे। "गहलोत सरकार ने भ्रष्टाचार में प्रदेश को अव्वल बनाया"
राजस्थान के लोग स्वाभिमानी और संघर्षशील हैं और जो समय पर सही फैसला करेंगे। हम 36 कोमों को साथ लेकर चलेंगे।

राजे शनिवार को कस्बे के भाजपा कार्यालय के सामने सुराज संकल्प यात्रा के दौरान सभा को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का युवा रोजगार के लिए पलायन कर रहा है। भाजपा की सरकार बनने पर 24 घंटे बिजली देने का प्रबंध किया जाएगा।

यह मांगा विधायक ने

विधायक डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने भाजपा के सत्ता में आने पर राजे से बानसूर की जनता के लिए सरकारी कॉलेज, नगरपालिका व नारायणपुर को तहसील का दर्जा दिलाने की मांग की। इस पर राजे ने कहा कि सरकार आने पर सभी जरूरतें पूरी होंगी, इससे पूर्व विधायक ने पिछली भाजपा सरकार के कार्यो की जानकारी दी।



मंच पर राजे का स्वागत

वसुंधरा राजे का विधायक डॉ. रोहिताश्व शर्मा ने चांदी का मुकुट एवं चुनरी ओढ़ाकर सम्मान किया। वहीं भाजयुमो ने तलवार भेंट की। यादव समाज, व्यापार मंडल, भाजपा मंडल, सहित प्रधान मीना कुमारी एवं पूर्व प्रधान कांता शर्मा व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा ने चुनरी ओढ़ाकर राजे सम्मान किया। सरपंच संघ ने 51 किलो फूलों की माला पहनाई।

हाथ मिलाने की होड़ रही

वसुंधरा राजे जब सभा संबोधित कर वापस जा रही तो मंच से उतरते समय आसपास खडे लोग हाथ मिलाने के लिए एक दूसरे को धक्का मार रहे थे और मैडम से हाथ मिलाने के लिए भाग रहे थे।

यह रहे मंज पर मौजूद

मंच पर यात्रा संयोजक सांसद भूपेन्द्र यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल, सुभाष महरिया, विधायक राजेन्द्र राठौड़, दिगम्बर सिंह, रणवीर पहलवान, रामहेत यादव, ज्ञानदेव आहूजा, पूर्व मंत्री राजेन्द्र गहलोत, पूर्व विधायक धर्मपाल चौधरी, जिलाध्यक्ष संजय शर्मा, महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष सुमन शर्मा, नगरपालिका बहरोड़ अध्यक्ष जलेसिंह यादव, धर्मवीर शर्मा, विजय पंसारी, शशिकांत बोहरा सहित कई लोग मौजूद थे।

देरी से पहुंची राजे

बानसूर में सुराज संकल्प यात्रा का समय सुबह 11 बजे का दिया गया था, लेकिन राजे समय से करीब तीन घंटे देरी से कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। जनता के मनोरंजन के लिए रागिनी कलाकर की भी मदद ली गई। कार्यक्रम में बानसूर व नारायणपुर मंडल के कार्यकर्ता पदाधिकारी, क्षेत्र के सरपंच जिलापार्षद, पंच पूर्व सरंपच सहित बडी संख्या में लोग मौजूद थे।

आधे दिन तक बंद रहा देवीकोट

जैसलमेर फतेहगढ़। पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से भारत सीमा में घुसकर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या करने व जैसलमेर के निवर्तमान पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी के तबादले के विरोध में शनिवार को भाजयुमो के आह्वान पर फतेहगढ़ उपखंड क्षेत्र का देवीकोट गांव आधे दिन तक बंद रहा। शनिवार को देवीकोट कस्बे के व्यापारियों व ग्रामीणों ने प्रतिष्ठान दोपहर 12 बजे तक बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया। बंद के दौरान लोगों ने पाकिस्तान व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आधे दिन तक बंद रहा देवीकोट
इस दौरान नेशनल हाइवे संख्या 15 पर स्थित चौराहे पर भाजयुमो के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान तहसीलदार धर्मदास गौरी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। भाजपा नेता अमरसिंह भाटी ने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाने के कारण भारतीय सैनिकों को पाकिस्तानी सैनिक बार-बार मौत की घाट उतार रहे हैं।

इस दौरान भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष लजपतसिंह, जिला मंत्री अशोक शेरा, सवाईदान सिरूवा, नरपतसिंह राजपुरोहित, मोहन सुथार, इन्द्रसिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। बंद के दौरान सांगड़ थानाधिकारी मुकेश चावड़ा के नेतृत्व में पुलिसबल तैनात रहा।

जैसलमेर मरुधर के लाल लोक कलाकार पद्मश्री साकर खान का निधन।

मरुधर के  लाल लोक कलाकार पद्मश्री साकर खान का निधन।


"खम्मा घणी, अन्नदाता मोटा है..."

जैसलमेर। मरुधर की माती का लाल पद्मश्री साकार खान का निधन हो गया। देश भर में राजस्थान के लोक गीत संगीत को ख्याति दिलाने वाले कमायचा वादक साकार खान के निद्झां से जैसलमेर ही नहीं अपितु राजस्थान ने एक लोक हीरा खो दिया ,बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक परिवार की और से सदर श्रदांजलि पद्मश्री साकार खान को


साकार खान का आलेख जो बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक में प्रकाशित हुआ था


गुनगुनी धूप मे घर के बाहर वयोवद्ध लोक कलाकार और हाल में पद्म श्री से सम्मानित साकर खां जब कमायचे पर अपनी दिल की भावनाओ को संगीत की धुनो के रूप मे फिजां में बिखेरते हंै तो हमीरा गांव मे अनूठा समां बंध जाता है। जब साकर खां केसरिया बालम, आओ नी.. की धुने छेड़ते हैं तो उनका छोटा भाई पेपे खां शहनाई बजाकर उसके सुर मे सुर मिलाता है।

इसी बीच साकर खां के पोते जावेद व आजाद कमायचा व तबला लेकर वहां पहुंच जाते हैं और फिर जो माहौल बनता है वह सुनने वालों को अंदर तक झंकृत कर देता है। साकर खां को पद्मश्री मिलने से सरहदी जैसलमेर जिले का यह पूरा गांव उत्साहित है। लेकिन साकर खां गांव वालो के सम्मान और प्यार को सबसे बड़ा सम्मान मानते हैं। यह संवाददाता मंगलवार को जैसलमेर से 25 किमी दूर साकर खां के गांव हमीरा पहुुंचा तो जीवन के 75 बसंत पार कर चुके साकर खां मे अभी भी किशोर कलाकार की तरह कला के प्रति जज्बा व नया कुछ करने की हसरत देखने को मिली।

सब ऊपर वाले की कृपा
देश का प्रतिषित सम्मान प्राप्त करने को साकर खां ऊपर वाले की कृपा बताते हैं। उन्होंने कहा खम्मा घणी, अन्नदाता मोटा है, म्हे तो धोराें री धरती मे पैदा हुआ..। आम की लकड़ी, शीशम के काष व हाथीदांत से तैयार होने वाले कमायचे को बजाने मे माहिर साकर खां के विवाह व रस्मो पर पेश किए जाने वाले तोनरिया, बनड़ा, घूमर, बरसाले रा मौसम, चौमासा, मूमल, मणियारा, सियालो, हालरिया का हर कोई दीवाना है। उन्हें कमायचे पर ट्रेन के चलने व घोड़े के दौड़ने की आवाज निकालने मे भी महारत हासिल है। वे इंदिरा गांधी के साथ रूस मे इंडिया फेस्टिवल मे जाने को यादगार दिन मानते हंै।

कई यात्राएं व सम्मान
देश-विदेश में थार के लोक संगीत की स्वर लहरियां बिखेरने वाले साकर खां 50 वर्ष से संगीत साधना से जुड़े है। पुरस्कारो की फेहरिस्त मे पद्मश्री व राज्यस्तरीय सम्मान के अलावा केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी, मध्यप्रदेश सरकार का प्रतिषित तुलसी अवार्ड, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी का स्वर्ण जयंती सम्मान आदि शामिल हैं। वे फ्रांस, रूस, जिनेवा, बेल्जियम, जर्मनी, अमरीका, जापान, हांगकांग सहित कई देशो की यात्रा कर चुके हैं।

केवल खुशी मे ही शरीक
साकर खां अपनी कला को व्यावसायिक रूप नहीं देना चाहते। उन्होने बताया कि जब वह 11 साल के थे, तभी उनके पिता का देहांत हो गया। तब पिता की धरोहर कमायचा था। इसे बजाने में महारत हासिल की और गांव के लोगो की हौसला अफजाई के कारण उन्हे यह मुकाम मिला, इसलिए वे केवल उनकी खुशी के मौको पर ही अपनी कला पेश करते हैं। सैलानियो को खुश करने के लिए कला का प्रदर्शन उन्हे पसंद नहीं है।

फूलन के नाम से कभी कांपता था चंबल का बीहड़



नई दिल्ली। अस्सी के दशक में चंबल के बिहड़ों में फूलन देवी के नाम की इतना दहशत थी कि बड़े-बड़े लोगों की रूह कांपने लगती थी। कहा जाता था कि वो बहुत कठोर दिल वाली थी। हलांकि इसके पीछे बहुत बड़ा कारण था। जानकारों के मुताबिक फूलन को हालात ने इतना कठोर बना दिया कि उन्होंने बहमई में एक साथ लाइन में खड़ा कर 22 ठाकुरों की हत्या कर दी और उन्हें इसका जरा भी अफसोस नहीं हुआ।
Phoolan Devi
डकैत से सांसद बनी फूलन देवी का जन्म 10 अगस्त 1963 में उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव गोरहा में हुआ था। महज 11 वर्ष की उम्र में ही उनकी शादी हो गई। पति व परिवार वालों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। बहुत तरह की प्रताडऩा और कष्ट झेलने के बाद फूलन का झुकाव डकैतों की तरफ हुआ था। धीरे धीरे फूलन ने अपना खुद का एक गिरोह खड़ा कर लिया और उसकी नेता बन बैठी। आमतौर पर फूलन को डकैत के रूप में राबिनहुड की तरह गरीबों का पैरोकार समझा जाता था।

फूलन देवी 1980 के दशक के शुरुआत में चंबल के बीहड़ों में सबसे खतरनाक डाकू मानी जाती थीं। पहली बार 1981 में वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में तब आई जब उसने ऊँची जातियों के बाइस लोगों का एक साथ तथाकथित नरसंहार किया जो ठाकुर जाति के जमींदार लोग थे। उनके जीवन पर कई फिल्में भी बनीं लेकिन पुलिस का डर उन्हें हमेशा बना रहता था।

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार तथा प्रतिद्वंदी गिरोहों ने फूलन को पकडने की बहुत सी नाकाम कोशिशे की। इंदिरा गाँधी की सरकार ने 1983 में उनसे समझौता किया की उसे मृत्यु दंड नहीं दिया जायेगा और उसके परिवार के सदस्यों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया जायेगा और फूलन ने इस शर्त के तहत अपने दस हजार समर्थकों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।

फूलन देवी ने बिना मुकदमा चलाए ग्यारह साल तक जेल में बिताया। 1994 में मुलायम सिंह यादव की सरकार ने रिहा ने उन्हे जेल से रिहा कर दिया। ऐसा उस समय हुआ जब दलित लोग फूलन के समर्थन में गोलबंद हो रहे थे और फूलन इस समुदाय के प्रतीक के रुप में देखी जाती थी। फूलन ने अपनी रिहाई के बौद्ध धर्म में अपना धर्मातंरण किया।

1996 में फूलन ने लोकसभा का चुनाव जीता और वह संसद पहुँची। 25 जुलाई 2001 को दिल्ली में उनके आवास पर फूलन की हत्या कर दी गई। उसके परिवार में सिर्फ उसके पति उम्मेद सिंह हैं। 1994 में शेखर कपूर ने फूलन पर आधारित एक फिल्म बैंडिट क्वीन बनाई जो काफी चर्चित और विवादित रही। फूलन ने इस फिल्म पर बहुत सारी आपत्तियां दर्ज कराईं और भारत सरकार द्वारा भारत में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई।

फूलन मिजाज से बहुत चिड़चिड़ी थीं और किसी से बात नहीं करती थीं। खासतौर से पत्रकारों से बात करने से वह बहुत कतराती थीं। उनका आत्मसमर्पण एक ऐतिहासिक घटना थी क्योंकि उनके बाद चंबल के बीहड़ों में सक्रिय डाकुओं का आतंक धीरे-धीरे खत्म होता चला गया। जेल से रिहा होने के बाद जब फूलन देवी सांसद बन गई तो उनमें अन्य नेताओं वाले कोई नाज नखरे नहीं थे। वे अपना फ्लैट खुद साफ करती थीं। क्योंकि उन्होंने नौकर रखने से इनकार कर दिया था।

पांच भारतीय सैनिकों की गई शहादत की कड़े शब्दों में निन्दा


शहीद के परिवार को एक एक लाख रूपये देने की घोषणा

अजमेर सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के वंशज एवं सज्जादनशीन मुस्लिम धर्म प्रमुख दरगाह दीवान सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खान पाकिस्तानी फौज द्वारा पांच भारतीय सैनिकों की गई शहादत की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुये दरगाह ख्वाजा साहब में मुख्य मजार पर चढ़ाऐ जाने वाले चढ़ावे पर जिला अदालत द्वारा नियुक्त रिसीवर को पत्र लिखकर अपने हिस्से की राशी में से प्रत्येक शहीद के परिवार को एक एक लाख रूपये देने की घोषणा की है।

मुस्लिम धर्म प्रमुख सैय्यद जैनुल आबेदीन अली खान ने शनिवार को जारी एक ब्यान में कहा कि हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाऐ जाने वाले चढ़ावे पर हक के विवाद पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री उमेश कुमार शर्मा ने 20 जुलाई को दरगाह के प्रबंध की देख भाल करने वाली दरगाह कमेटी को रिसीवर नियुक्त कर चढ़ावे की राशी वसूल कर दरगाह दीवान और खादिमों के बीच बराबर बटवारा करने के आदेश जारी किये है। उन्होने कहा कि 22 साल की लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद ख्वाजा साहब के आस्ताने पर चढ़ाऐ जाने वाले चढ़ावे पर कोर्ट द्वारा नियुक्त रिसीवर के माध्यम से नजराने की राशी उन्हे मिलने वाली है। जिसको हासिल करने की शुरूआत देश की सीमा की रक्षा के लिऐ शहीद हुऐ सेनिकों के परिवारों को देकर करना चाहते है।
उन्होने कहा कि सीज फायर के अन्र्तराष्टीय नियम का उलंघन कर पाक सेना द्वारा घटित की गई इस अमानवीय एवं कायरतापूर्ण घटना से वह आहत है और सीमा पर शहीद हुऐ सैनिकों के परिवारजनों से पूरी सहानुभूती रखते है इस लिऐ उन्होने यह फैसला किया है कि कोर्ट के आदेश पर नियुक्त रिसीवर जब भी ख्वाजा साहब के आस्ताने से नजराने की राशी वसूलना आरम्भ करेगा सज्जादानशीन की 50 प्रतिशत की हिस्सा राशी में से प्रत्येक शहीद के आश्रित को एक एक लाख रूपये की रकम दरगाह दीवान की और से जिला कलेक्टर के माध्यम से भिजवाई जाऐ।
गौरतलब है कि तत्कालीन दरगाह दीवान सैयद आले रसूल ने दरगाह में पेश होने वाले नजराने में हिस्सा दिए जाने के लिए एक वाद संख्या 37/1926 न्यायलय सब जज अजमेर मे खादिम अल्ताफ हुसैन व अन्य के खिलाफ दायर किया। 3 मई 1933 में आले रसूल का दावा मंजूर हुआ और उन्हें नजराने में आधा हिस्सा दिए जाने के आदेश जारी किऐ गऐ 29 जनवरी 1940 को संशोधित डिक्री पारित हुई। डिक्री के दो हिस्से थे। इसमें से एक में कहा गया था कि आस्ताना शरीफ में पेश होने वाले नजराने में खादिम और दीवान का बराबर हिस्सा होगा। दीवान आले रसूल विभाजन के समय पाकिस्तान चले गए थे। कुछ सालों तक बंटवारे की व्यवस्था भी रही लेकिन फिर दीवान का हिस्सा बंद हो गया। तब डिक्री की पालना के लिए वर्तमान दीवान जैनुअल आबेदीन ने 17 अगस्त 1991 में इजराय याचिका दायर की थी पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री उमेश कुमार शर्मा ने 20 जुलाई को दरगाह के प्रबंध की देख भाल करने वाली दरगाह कमेटी को रिसीवर नियुक्त कर चढ़ावे की राशी वसूल कर दरगाह दीवान और खादिमों के बीच बराबर बटवारा करने के आदेश जारी किये है।
उल्लेखनीय है कि पुर्व में भी दरगाह दीवान सैयद जेनुल आबेदीन अली खान द्वारा पाक सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों के सिर काट कर ले जाने विरोध में पाक प्रधानमंत्री परवेज अशरफ रजा की अजमेर दरगाह जियारत के कार्यक्रम का भहिष्कार करने का ऐलान किया था।

सुख मिलता है पुण्य के उदय से और गुण प्रकट होते है पुरूषार्थ से साध्वी प्रियरंजना

सुख मिलता है पुण्य के उदय से और गुण प्रकट होते है पुरूषार्थ से साध्वी प्रियरंजना

बाड़मेर क्षुद्र व्यकित धर्म के लायक नही है। अपात्र है। संसार चलाने के लिए भी लायक नही है। तथा क्षुद्र व्यकित अपना संसार परिवार को भी व्यसिथत नही चला सकता । सुख की अढलक सम्पति के बीच में भी उसके चित में समाधि नही रह सकती। क्योंकि उसका हदय तुच्छ हैंं। एक वर्ष मात्र एक ही दिन सब्जी में नमक डालना भुल जाने पर वो एक दम गुस्से में आ जाता हैं। दो पैसो के लिए मैत्री को तोडने के लिए तत्पर बन जाता है। चार पैसो के लिए आराम से Öाूठ बोल देता हैं।

ऐसा क्षुद्र व्यकित ऐसे तुच्छ व्यवहार से कदाचित रूपये बचा सकता है परन्तु अपने परिवार से प्रेम सदा के लिए खो देता हैं। रूपयों की पुर्ति पूर्ण कर सकता हैं। प्रेम की पुर्ति कभी नही कर सकते है क्षुद्र व्यकित को प्रेम व मैत्री की कीमत ज्यादा नही होती है जिंवत्र व्यकित से भी ज्यादा जड. वस्तु की कीमत ज्यादा करता है इसलिए जड. के साथ प्रीत करता करता व्यकित भी जड. जैसा हो जाता है। उसमें दुनिया से स्नेह पे्रम संवेदनशीलता जैसे गुण ही नही होते है।

साध्वी ने चार प्रकार के व्यकित बताये

1. दुसरे को सुखी करके खुश हो तो उत्तम

2. दुसरे को सुखी देखकर खुश हो वो मध्यम

3. दुसरे को दुखी देखकर खुश हो वो अधम

4. दुसरे को दुखी करके खुश हो वो अधमाधम

क्षुद्र व्यकित का नम्बर अधमाधम कक्षा में आता है अपने आसपास जितने दुखी हो उसे देखकर उसको आनद आना।

सम्यक्तव के बिना सारी आराधना व्यर्थ जाती है ़़ साध्वी दिव्याजना

साध्वी श्री ने समÖााते हुए कहा कि सम्यग दर्शन धर्मरूपी महल में प्रवेश करने के लिए द्वार समान है।

धर्मरूपी महल में तभी प्रवेश कर सकते जब सम्यक्तव रूपी द्वार खोल दिया हो। सम्यगदर्शन के बिना की सारी साधना आराधना तप त्याग क्षार पर लिपण के समान माने गए हैं। जैसे क्षार पर लिपण कभी नही टिकता वैसे सम्यक्तव के बिन सारी आराधना व्यर्थ जाती है



सम्यक्तव के बिना कितना भी ज्ञान क्यों न हो वह सारा अज्ञान ही कहलाता है। सम्यक्तव को धारण करने वाले मात्र पांच समिति और तीन गुपित मिलाकर अष्ट प्रवचन माता का ज्ञान रखने वाले ज्ञानी माने गए है।

जीवदया और अहिंसा पर धारा प्रवाह घण्टों तक बोलने वाला व्यकित शास्त्रों के आधार एंव उदाहरण देकर राजा महाराजाओं के मुकुट उतरा देगा किन्तु अपने स्वंय के जीवन में कुछ नहीं। ऐसा ज्ञान किस काम का।

हमारे ज्ञानियों ने सम्यक्तव के पांच प्रकार बताए हैं उनमें पहला सम्यक्तव औपशामिक दुसरा क्षायोपशमिक सम्यक्तव तीसरा क्षायिक सम्यक्तव चौथा वेदक सम्यक्तव और सास्वादन सम्यक्तव ।

दोपहर शनिवारीय शिवीर में साध्वी श्री ने कन्याओ एंव युवतियों को परमात्मा के मंदिर में किन किन बातों की शुधिद रखनी चाहिए तथा दशात्रिक के बारे में विस्तृत जानकारी दी साथ ही साथ चरित्राचार के बारे में बताया कि हमारा चरित्र कैसा हो। हमें हमारे चरित्र के प्रति लापरवाह नही बनना चाहिए। शिविरार्थी बहुत अच्छी संख्या में उपसिथत रहे।

मनिदर में Öाुठे मुह नही जाना मनिदर की साम्रगी का उपयोग करना चौरासी आसतनाओं से बचना मनिदर विधि पुजा चैत्यवदंन के बारे में विस्तुत बताया।

आज के आयोजन

स्थानीय जिनकानितसागर श्री आराधना भवन में रविवार को प्रात: 6.00 बजे से 7.00 बजे तक तत्वज्ञान व बोधज्ञान का स्वाध्याय , 9.00 बजे से 10.30 बजे तक चारित्र वन्दनावली पर विशेष प्रवचन एवं प्रवचन के पश्चात कौन बनेगी सुपर मम्मी प्रतियोगिता का आयोजन दोपहर को 2.00 बजे से 4.00 बजे तक बच्चोेंं का शिविर आयोजित होंगा । जिसमें बच्चों को सुसस्कांर शिक्षा के बारे में बताया जायेगा।

राजस्थानी भाषा मान्यता समिति की बैठक रविवार को महावीर पार्क में


मुख्यमंत्री को याद दिलवाएंगे 10 वर्ष पुराना संकल्प,

 राजस्थानी भाषा मान्यता समिति की बैठक रविवार को महावीर पार्क में 

बालोतरा और सिवाना में भी बैठक रविवार को 
संघर्ष समिति मनाएगी 11 से 25 तक राजस्थानी संकल्प पखवाड़ा


बाड़मेर . विधानसभा में लिए गए राजस्थानी भाषा मान्यता के संकल्प को दस वर्ष पूर्ण होने पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर जिले भर में 11 से 25 अगस्त तक राजस्थानी संकल्प पखवाड़ा मनाएगी। इस आशय की बैठक जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता की अध्यक्षता में रविवार को प्रातः ग्यारह बजे महावीर पार्क में राखी गई हें। समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थानी मान्यता हेतु राजस्थान विधानसभा में 25 अगस्त 2003 को सर्वसम्मत संकल्प पारित कर केन्द्र को भेजा गया था, जिसे 10 वर्ष होने के बाद भी राज्य सरकार का संकल्प पूरा नहीं हुआ है। संकल्प पखवाड़े के दौरान राजस्थानी मान्यता आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ता अपने-अपने गांव व शहर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पत्र भेजकर उन्हें उनकी सरकार का संकल्प याद दिलवाएंगे। जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की पखवाड़े का आगाज समिति के प्रदेशाध्यक्ष के.सी. मालू रविवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन सौंपकर करेंगे। इसी दिन वे केन्द्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी, विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्रसिंह शेखावत तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान को ज्ञापन सौंपेगे। भाटी ने बताया कि पखवाड़े के दौरान राजस्थानी भाषा के मुद्दे पर सभाएं, गोष्ठियां व प्रदर्शनियां भी आयोजित होंगी। भाटी ने जानकारी दी कि प्रदेश के 35 लोकसभा व राज्यसभा सांसदों को इस संबंध में 51 सूत्री पत्र भेजे जा चुके हैं तथा अन्य नेताओं को पत्र भेजने का सिलसिला जारी है। इस आशय की समिति की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को ग्यारह बजे महावीर पार्क में आयोजित की जायेगी। बैठक में समिति के समस्त पदाधिकारी और घटक के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भाग लेंगे। बालोतरा में महासचिव जीतेन्द्र छंगानी ,सिवान में जीतेन्द्र जांगिड की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन होगा। बैठक में कार्यक्रमों का निर्धारण किया जाकर जिम्मेदारिय दी जायेगी।

जोधपुर में गैस सिलेंडर फटने से मकान ढहा, एक की मौत

जोधपुर। शहर की पाली रोड़ पर स्थित भगत की कोठी थाना क्षेत्र गाटी कॉलोनी में शनिवार को सिलेंडर फटने से दो मंजिला मकान ढह गया। इमारत गिरने से जहां एक जने की मौत हो गई और वहीं आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को मथुरादास अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।जोधपुर में गैस सिलेंडर फटने से मकान ढहा, एक की मौत
जानकारी के अनुसार गोरधनराम यहां मकान किराए लेकर रहा था। शनिवार सुबह उसकी पत्नी खाना बनाने गई तो रसोई में गैस रिसाव होने से विस्फोट हो गया। इससे दो मंजिला मकान के एक तरफ का आधा हिस्सा गिर गया। मकान के मलबे के नीचे आठ लोग दब गए। इसमें बिहार निवासी लखन प्रसाद की(61) मौत हो गई जबकि सात अन्य घायल हो गए। घायलों को मथुरादास अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मकान में चार परिवार रह रहे थे। घटना के बाद मलबा हटाने का काम जारी है।

जयपुर में जिस्मफरोशी धंधे का भंडाफोड़,5 गिरफ्तार

जयपुर। झोटवाड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस ने शुक्रवार को वेश्यावृत्ति के अड्डे का भंडाफोड़ करते हुए दो युवतियों सहित पांच जनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर कार्यवाहक एसीपी झोटवाड़ा प्रताप राम मीणा ने कार्रवाई की है। जयपुर में जिस्मफरोशी धंधे का भंडाफोड़,5 गिरफ्तार
बताया जा रहा है वैशाली नगर निवासी विनय ने झोटवाड़ा स्थित तारा नगर में अपने एक फ्लैट में वेश्यावृत्ति का काम चला रखा था। मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने एक बोगस ग्राहक बनाकर आरोपी के पास भेजा और 1000 रूपए में सौदा तय हुआ। एसीपी ने मय जाब्ते मौके पर दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के विरूद्ध पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि मामले में विद्याधर नगर मंदिर मोड़ निवासी विकास माहेश्वरी (31) पुत्र चंद्रप्रकाश, लालकोठी कृष्णा नगर विवेक वर्मा (30) पुत्र कृष्ण कुमार और चांद बिहारी नगर निवासी विनय गुप्ता (30) को गिरफ्तार किया गया है।

विनय गुप्ता फायनेंस का कार्य करता है और इसी के फ्लेट में वेश्यावृत्ति चल रही थी। पुलिस ने बताया कि मौके से मुंबई निवासी मधु (21) पुत्री सुरेंद्र सिंह और शक्ति नगर निवारू रोड निवासी ज्योति धाकड़ (23) पत्नी नीरज धाकड़ को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि आरोपी दलाल ने युवतियों को एडवांस में रूपए दिए थे और हर ग्राहक से एक हजार रूपए लेता था। कुछ दिनों पहले ही युवतियां यहां आई थी।

डीबीएस पर अनेंक प्रचार कार्यक्रमो का आयोजन



डीबीएस पर अनेंक प्रचार कार्यक्रमो का आयोजन

बाडमेर 10 अगस्त ( )सीधा लाभ अंतरण योजना ग्रामीाण क्षेत्र के लिएवरदान साबित हो रही है। इस योजना के चलते अब स्कूली बच्चो की छात्रवृति सीधे उनके बैक खातो में आ रही है । जिससे बच्चे जरूरत पडने पर अपनी राशि निकाल सकते है। वही इस योजना से समय की बचत के साथ पारदर्शिता होने के साथ जिसका भुगतान हे उसी को मिल रहा है । यह बात भारत सरकार के डीएफपी बाडमेर दवारा सीधा लाभ अंतरण योजना(डीबीएस)परआयोजित विशेष प्रचार कार्यक्रम को सम्बोनिधत करते सिणधरी ब्लाक के जूना मीठा खेडा स्कूल के प्रधानाध्यापक सम्पतराम ने व्यक्त किये ।

प्रचार कार्यक्रम को सम्बोनिधत करते पूर्वसंरपच एंवम सामाजिक कार्यकत्र्ता घूडाराम चौधरी ने बताया कि गांवो में अब आधार कार्ड बनवाने का महत्व समझ में आने लगा है एंवम उसका लाभ भी उन्हे होने लगा है । ग्रामीणो ने अपने बैक में खाते खुलवाने के साथ आधार कार्ड के नंबर भी अंकित करवाने शुरूकर दिये है परन्त अब भी अनेक ग्रामीण दूर-दराज क्षेत्र एंवम जागरूकता के अभाव के चलते आधार कार्ड से वंचित है उनके लिये पंचायत स्तर पर पूर्व सूचना के बाद आधार कार्ड के शिविर लगवाने की जरूरत बतायी ।

कार्यक्रम के शुरूआत में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी ने डीबीएस की विस्तृत जानकारी प्रदान करने के साथ आधार कार्ड बनवाने के लिये किन पहचानो की आवश्यकता होती है कि विस्तृत जानकारी देने के साथ बाकी रहे ग्रामीणो को जानकारी प्राप्त कर पंचायत समिति मुख्यालय पर जाकर अपने आधार कार्ड अवश्य बनाने की अपील की । वही उन्होने बताया कि सरकार गांवो की पोस्ट आफिसो को बैकिग सेवा से जोडने जा रही है। जिससे डीबीएस योजनाओ से मिलने वाला लाभ उन्हे घर बेठे मिलेगा ं। कार्यक्रम को जगमालराम पूर्व सोसायटी अध्यक्ष .मोहम्मद सादीक अध्यापक.विक्रमसिंह सोसायटी सचिव ने बताया कि सरकार की डीबीएस योजना बिचोलियो एंवम भष्टाचार को समाप्त करने के साथ लोगो को खाते मे सीधा पैसा जमा होगा । वही अनेक बैक अपने बिजनेस कासपेन्डट गांवो में लगा रहे है जिससे आधार कार्ड आधरित माइक्रो बैकिग सुविधा घर बैठे ग्रामीणो को मिलेगी ।

मोखिक प्रश्नोतरी प्रतियोगिता आयोजित

डीएफपी बाडमेर दवारा इस अवसर पर मोखिक प्रश्नोतरी प्रतियोगिता का आयोजन किया किया जिसमें सैकडो युवाओ ने भाग लिया ं विजेता दस प्रतिभागियो को कार्यालय दवारा पुरस्कृत किया गया । वही सभी को आधार कार्ड बनवाने..घरो में शोचालय बनाने.बालविवाह न करने एंवम राष्टीय एकता एंवम साम्प्रदायिक सदभाव का संकल्पत दिलवाया गया ।

नुक्कड नाटक का आयोजन - गीत एंवम नाटक प्रभाग के पंजीकृत दल शुभम संस्था के कलाकारो ने शाम को नुक्कड नाटक के माध्यम से आधार कार्ड एंवम सीधा लाभ अंतरण योजना स्वच्छताके लिए शोचालय जरूरी विषयो पर गीत एंवम नाटक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया जिसे सैकडो ग्रामीणो ने देखा ओर इसका लाभ उठाया ।

पुलिस के जवानों की समस्याओ को सूना पुलिस अधीक्षक गोदारा ने


पुलिस के जवानों की समस्याओ को सूना पुलिस अधीक्षक गोदारा ने 

बाड़मेर शनिवार को पुलिस लार्इन, बाड़मेर परिसर में  सवार्इ सिंह गोदारा, पुलिस अधीक्षक, जिला बाड़मेर द्वारा अधिकारियों, जवानों एवं मंत्रालयिक स्टाफ की सम्पर्क सभा ली जाकर सम्बोधित किया गया एवं समस्यासुझावों को सुना गया।

सम्पर्क सभा प्रारम्भ होने से पूर्व सर्व प्रथम  नाजिम अली खान, पुलिस उप अधीक्षक, वृत बाड़मेर द्वारा सम्पर्क सभा में उपसिथत अधिकारियों एवं अन्य स्टाफ से परिचय करवाया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक द्वारा अधिकारियों एवं जवानों को अपने कत्र्तव्य के प्रति कर्मठ, अनुशासित एवं कत्र्तव्यनिष्ठ होकर राष्ट्र एवं जनता की सेवा करने का आव्हान किया। वर्तमान परिपे्रक्ष्य को ध्यान में रखते हुए जिले में बेहतर कानून व्यवस्था बनाये रखने एवं आने वाली चुनौतियों को अपना सर्वोत्तम योगदान देकर पूरा करने की अपेक्षा की। पुलिस विभाग में नियुक्त होने के कारण राष्ट्र सेवा करने का एक अच्छा मंच मिला हैं जिसे बहुत ही अच्छी तरीके से डयूटी देकर निभाया जावे तथा कहीं पर भी विभाग की छवि धूमिल होने की गुंजार्इश नहीं रखी जावे। राज्य सरकार द्वारा अपने-अपने पद के अनुरूप सुपुर्द किये गये कार्यों एवं उत्तरदायित्वों को भली भांति पूर्ण किया जावे।

सम्पर्क सभा में उपसिथत अधिकारियों एवं कर्मचारियों से समस्या सुझाव चाहे जाने पर आवास आंवटन, पुलिस लार्इन परिसर में पानी सप्लार्इ की समस्या, पीने के लिए स्वच्छ मीठे पानी की व्यवस्था, आवास गृहों में बिजली का कम वाल्टेज प्राप्त होने, केन्टीन व्यवस्था करने, मरम्मत योग्य आवास गृहों की मरम्मत कराने इत्यादि समस्याएं रखी जिनका यथोचित निराकरण करने हेतु कार्यवाही की जाकर सम्पर्क सभा समाप्त हुर्इ।

अशोक गहलौत अकेले ही चलना चाहते हैं राजस्थान में

मुख्यमंत्री अशोक गहलौत की राजनीति इस तरह से डिजाइन की गयी है जिससे राज्य में कांग्रेस की हार को सुनिश्चित किया जा सके.

कांग्रेस की हालत राजस्थान में भी अच्छी नहीं है. वहाँ अशोक गहलौत मुख्यमंत्री हैं. दिल्ली में कांग्रेस के जितने भी बड़े नेता हैं सब उनके खिलाफ हैं. सीपी जोशी, गिरिजा व्यास, सीसराम ओला और सचिन पाइलट अशोक गहलौत को हटवाना चाहते हैं लेकिन अशोक गहलौत को आलाकमान का आशीर्वाद मिला हुआ है इसलिए वे हटाये नहीं जा रहे हैं. केन्द्र में मौजूद कांग्रेसियों के गुस्से को कम करने के लिए गिरिजा व्यास और सीसराम ओला को केन्द्र में मंत्री बना दिया गया, सीपी जोशी को संगठन में बहुत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे दी गयी लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है. राजस्थान में अशोक गहलौत के खिलाफ दिल्ली में मौजूद नेता मीडिया के ज़रिये अभियान चला रहे हैं. उधर कांग्रेस को सत्ता से हटाने के लिए व्याकुल वसुंधरा राजे को कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. वे अशोक गहलौत की असफलता गिनाने के लिए निकल पडी हैं . जहां भी जा रही हैं जनता उनका स्वागत कर रही है .अब वसुंधरा राजे को उनकी पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह का पूरा समर्थन मिल गया है, हालांकि इसके पहले भारी नाराजगी थी.

राजनाथ सिंह बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मामूली और निजी नाराजगियों को दरकिनार करने की नीति पर काम कर रहे हैं. वसुंधरा राजे जाति के गणित में भी वे जाटों और राजपूतों में अपनी नेता के रूप में पहचानी जा रही हैं. राजनाथ सिंह के कारण पूरे उत्तर भारत में राजपूतों का झुकाव बीजेपी की तरफ है उसका फायदा भी उनको मिल रहा है. जाटों की राजनीति का अजीब हिसाब है. कांग्रेस ने जाटों को साथ लेने के लिए उसी बिरादरी का अध्यक्ष बना दिया है लेकिन उनकी वजह से कांग्रेस की तरफ उनकी जाति का वोट नहीं जा रहा है. बल्कि उससे कांग्रेस को नुक्सान ही हो रहा है. परंपरागत रूप से बीजेपी के मतदाता रहने वाले जाटों को राज्य कांग्रेस के लगभग सभी महत्वपूर्ण पदों पर बैठा दिए जाने के बाद राज्य के राजपूत नेताओं में भारी नाराज़गी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलौत की राजनीति इस तरह से डिजाइन की गयी है जिससे राज्य में कांग्रेस की हार को सुनिश्चित किया जा सके. दिल्ली में ज़्यादातर कांग्रेस नेता यह मानकर चल रहे हैं कि अशोक गहलौत अकेले ही चलना चाहते हैं क्योंकि उन्होंने अपनी पार्टी के ज़्यादातर केंद्रीय मंत्रियों को नाराज कर रखा है .सी पी जोशी,सचिन पाइलट,भंवर जीतेंद्र सिंह और लाल सिंह कटारिया उनको कोई समर्थन नहीं दे रहे हैं. महिपाल मदेरणा, ज्योति मिर्धा और शीशराम ओला भी उनसे नाराज़ हैं .लेकिन फिर भी आलाकमान की नज़र में अशोक गहलौत का कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं.

यह एक सवाल है. इस सवाल का जवाब तलाशने में कांग्रेस अध्यक्ष के रिश्तेदारों के व्यापारिक कारोबार पर ध्यान जाता है और अशोक गहलौत की कुर्सी की स्थिरता की पहेली समझ में आने लगती है. जहां तक रिश्तेदारों की बात है मुख्यमंत्री ने अपने रिश्तेदारों को भी सत्ता से मिलने वाले लाभ को पंहुचाने में संकोच नहीं किया है. जयपुर के स्टेच्यू सर्किल की एक ज़मीन का ज़िक्र बार बार उठ जाता है जहां बन रहे फ्लैटों की कीमत आठ करोड रूपये से ज्यादा बतायी जा रही है और खबर यह है कि गहलौत जी के बहुत करीबी लोग उसमें लाभार्थी हैं. एक नेता जी ने तो यहाँ तक कह दिया कि जिस कम्पनी की संस्थागत ज़मीन का लैंडयूज बदल कर इतनी मंहगी प्रापर्टी बना दिया गया है उसमें मुख्यमंत्री गहलौत का बेटा ही डाइरेक्टर है. पत्थर की खदानों का घोटाला भी राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम पर दर्ज है. उस घोटाले को तो टी वी चैनलों ने भी उजागर किया था. बताते हैं कि इस घोटाले में २१ खानें एलाट की गयी थीं जिनमें से १८ मुख्यमंत्री जी के क़रीबी लोगो और रिश्तेदारों को दे दी गयी थीं.

नौसेना ने बढ़ाई ताकत, INS अरिहंत परमाणु रिएक्टर चालू

नई दिल्ली : अपनी परमाणु क्षमता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने आज स्वदेशी परमाणु संपन्न पनडुब्बी अरिहंत पर बने परमाणु रिएक्टर को चालू कर दिया। इस प्रकार आईएनएस अरिहंत की नौसेना द्वारा इसके तैनाती का रास्ता साफ हो गया।नौसेना ने बढ़ाई ताकत, INS अरिहंत परमाणु रिएक्टर चालू
सूत्रों ने बताया, ‘आईएनएस अरिहंत पर तैयार परमाणु रिएक्टर बीती रात सक्रिय कर दिया गया।’ परमाणु त्रयी वास्तव में जमीन, हवा और समुद्र से परमाणु संपन्न प्रक्षेपास्त्र दागने की क्षमता है। इस रिएक्टर के चालू होने के बाद संबद्ध एजेंसियां जल्द ही युद्धपोत को तैनाती के लिए तैयार करने की दिशा में काम कर सकती हैं।

आईएनएस अरिहंत का विशाखापट्नम में नौसेना के प्रमुख पनडुब्बी बेस में परीक्षण जारी है। परमाणु रिएक्टर चालू होने के बाद जल्द ही इसका समुद्री परीक्षण किया जाएगा। डीआरडीओ ने अरिहंत पर तैनात करने के लिए मध्यम दूरी का परमाणु प्रक्षेपास्त्र बीओ-5 भी तैयार किया है। इसका आखिरी परीक्षण 27 जनवरी को विशाखापत्तनम के तट पर किया गया था।

परमाणु पनडुब्बी भारत को गहरे समुद्र में जाने की क्षमता प्राप्त करने में मददगार होगी। इसे लंबे समय तक सतह पर आने की जरूरत भी नहीं होगी। परंपरागत डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों को सेल चार्ज करने के लिए समय-समय पर सतह पर आना पड़ता है।