बुधवार, 17 अक्टूबर 2012

रेप को लेकर चार विवादित बयान

रेप को लेकर चार विवादित बयान
नई दिल्ली। हरियाणा में बलात्कार की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच नेताओं और खाप पंचायतों के उल्टे सीधे बयान जारी हैं। कोई कह रहा है कि चाउमिन खाने से रेप हो रहे हैं तो कोई कह रहा है कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में कर दी जाए तो रेप नहीं होंगे। ऎसे बयानों से साफ जाहिर होता है कि पुरूष प्रधान समाज अभी भी महिलाओं को दोयम दर्जे का ही नागरिक समझता है।

चाउमिन से हो रहे रेप

एक खाप नेता ने रेप की बढ़ती घटनाओं के लिए फास्ट फूड को जिम्मेदार ठहराया है। खाप नेता जितेंद्र छत्तर का कहना है कि दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के पीछे सिनेमा और संस्कृति में आए बदलाव तो वजह है ही लेकिन सबसे प्रमुख कारण है फास्ट फूड यानि चाउमिन,बर्गर और पिज्जा जैसी चीजें। छत्तर ने विशेषज्ञ की तरह तर्क देते हुए कहा कि जब हमलोग फास्ट फूड खाते हैं तो गर्मी पैदा होती है जिससे शरीर में सेक्स हॉर्मोन तेजी से बनने लगता है। इससे उत्तेजना पैदा होती है। हमें फास्ट फूड खाने के बाद कुछ ठंडी चीजें खानी चाहिए।

15 की उम्र में शादी हो तो नहीं होंगे रेप

इससे पहले खाप नेता सूबे सिंह ने कहा था कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में ही करवा दी जाए तो रेप की घटनाएं नहीं होगी। सूबे सिंह से पूछा गया कि राज्य में बलात्कार की घटनाएं क्यों बढ़ रही है तो उन्होंने कहा कि इसकी वजह टीवी और फिल्में है।

सिंह ने कहा कि ऎसी घटनाएं इसलिए बढ़ रही है क्योंकि हमारी युवा पीढ़ी फिल्मों और टीवी से बुरी तरह प्रभावित है। मेरा मानना है कि लड़कियों की शादी 15 साल में ही कर देनी चाहिए। इससे उनकी सेक्स की डिमांड पति पूरी कर देगा और उन्हें कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी। ऎसा होने पर रेप भी नहीं होंगे।

"रेप नहीं सहमति से हो रहा है सेक्स"

हरियाणा के कांग्रेसी नेता धर्मवीर गोयल का कहना है कि रेप के 90 फीसदी मामलों में आपसी सहमति से सेक्स होता है। बात बिगड़ने पर रेप का आरोप लगा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर रेप के मामलों की तह तक जाएं तो पता चलेगा कि पीडिता और आरोपी भागने वाले कपल होते हैं।

खाप के सुर में मिलाए सुर

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने खाप पंचायत के उस सुझाव का समर्थन किया है जिसमें कहा गया था कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में कर दी जाए तो बलात्कार नहीं होंगे। चौटाला ने कहा कि मुगलों के शासन के दौरान आक्रांताओं से रक्षा के लिए बेटियों की छोटी उम्र में शादी कर दी जाती थी। राज्य में भी ऎसे ही हालात उत्पन्न हो रहे हैं। हमें इतिहास से सबक लेना चाहिए और खाप पंचायतों के उस सुझाव को मान लेना चाहिए। मैं खाप पंचायत के सुझाव का समर्थन करता हूं।

हरियाणा में अब शादीशुदा महिला से रेप

हरियाणा में अब शादीशुदा महिला से रेप
रोहतक। हरियाणा में बलात्कार की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। अब रोहतक के लखन माजरा गांव में शादीशुदा महिला से बलात्कार की घटना सामने आई है। 30 साल की महिला ने पति के रिश्तेदारों पर रेप का आरोप लगाया है। घटना 13 अक्टूबर की है। इस महीने रेप का यह 18 वां मामला है।

पीडिता ने बताया कि पति के रिश्तेदार उसे बाइक पर बिठाकर गांव के बाहर सुनसान जगह पर ले गए और बलात्कार किया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 के तहत केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला उस वक्त सामने आया है कि जब 30 सांसदों की एक टीम रेप पीडिताओं से मिलकर सच्चाई का पता लगाने हरियाणा जाने वाली है।

महिला की शिकायत के बाद रोहतक के एसपी विवेक वर्मा लाखन माजरा गांव गए और पीडिता के रिश्तेदारों से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस ने गांव में तलाशी अभियान चलाया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान राज कुमार और सुभाष के रूप में हुई है।

बूढ़ी मां को आठ साल बाद मिला न्याय



बूढ़ी मां को आठ साल बाद मिला न्याय


जोधपुर। बाइस साल पहले पति के क्रूरतापूर्ण व्यवहार के कारण अपना घर छोड़ने को मजबूर हुई एक मां ने जैसे-तैसे तीन बेटों को पाल-पोस कर बड़ा तो कर दिया, लेकिन उसकी परेशानियां और दु:ख बुढापे में भी कम नहीं हुए। बीमारियों से जूझती मां को आठ साल तक अदालत में न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ा। आखिर अदालत ने उसका प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए तीनों पुत्रों को सात-सात सौ रूपए भरण पोषण के रूप में मां को अदा करने के आदेश दिए हैं।

कीर्तिनगर मगरा पूंजला निवासी सरोज ने अदालत में दायर प्रार्थना पत्र में कहा कि 22 वर्ष पहले उसके पति ने मारपीट कर घर से निकाल दिया था। तीन बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया। अब बेटे अपने पिता के पास रहते हैं और तीनों कमाते हैं। उसका भरण पोषण करने वाला कोई नहीं हैं।

सुनवाई के बाद पारिवारिक न्यायालय संख्या-2 के न्यायाधीश जगदीश प्रसाद शर्मा ने तीनों पुत्र कैलाश, धीरेन्द्र व विनोद को सात-सात सौ रूपए कुल 21 सौ रूपए प्रतिमाह भरण पोषण के रूप में अदा करने के आदेश दिए। साथ ही मुकदमा दायर करने के वर्ष 2004 से फैसला होने तक यानी 2012 तक तीन-तीन सौ रूपए प्रतिमाह से हिसाब से अलग से राशि देने को कहा।

राज्य में 3500 ग्राम पंचायतें बढऩे की संभावना

.राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव सुधार की खातिर ग्राम पंचायतों के पुनर्सीमांकन का काम उसके माध्यम से कराने, पंच-सरपंच के चुनाव में नामांकन-मतदान के बीच पांच दिन का समय देने, अमानत राशि बढ़ाने और सीटों का आरक्षण आयोग के माध्यम कराने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। इन पर फैसला कब होगा, अभी तय नहीं है, लेकिन नामांकन व मतदान के बीच अंतराल जैसे सुझावों को अगले माह होने वाले पंचायती राज के उपचुनावों में परीक्षण के तौर पर शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। 
सुझाव मंजूर हुआ तो 3500 से अधिक पंचायतें बढ़ जाएंगी:आयोग ने 2011 की जनसंख्या के आधार पर नई पंचायतें गठित करने को कहा है। अभी 1991 की जनसंख्या के आधार पर 9,177 पंचायतें हैं। अधिकारियों के अनुसार राजस्थान पंचायती राज अधिनियम, 1994 के प्रावधानों के अनुरूप 2011 की जनगणना के अनुसार ग्राम पंचायतों का पुनर्सीमांकन करना जरूरी है। इस आधार पर पंचायती राज विभाग पुनर्सीमांकन करे तो 3500 से अधिक पंचायतें बढ़ जाएंगी।
इनके साथ ही 14,000 से अधिक वार्ड पंच, जिला परिषदों और पंचायत समितियों के सदस्य बढ़ जाएंगे। हमारा विभाग राज्य निर्वाचन आयोग के सुझावों पर विचार कर रहा है।
- सीएस राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग
ग्राम पंचायतें बढऩे का आधार राज्य में 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 5,15,40,206 है और एक ग्राम पंचायत के लिए कम से कम 4,000 की जनसंख्या होना जरूरी है। इसके मुताबिक 12,885 पंचायतें होनी चाहिए, जबकि अभी 9,177 ही हैं। जाहिर है कि 3,708 पंचायतें कम हैं।
इसलिए बनाया प्रस्ताव:राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त एके पांडे का कहना है कि पंच-सरपंचों के चुनाव में एक ही दिन में नामांकन भरना, फार्म वापस लेना और अंतिम सूची जारी करने का काम होता है। इसके बाद चुनाव पार्टी के लोगों को रात-रात भर बैठकर हाथ से मतपत्र तैयार करना होता। पुनर्सीमांकन समय पर नहीं होने से भी प्रतिनिधित्व का असंतुलन हो रहा है। आरक्षण भी आयोग से माध्यम से हो, तो संतुलन बना रह सकता है।
बदलाव का संभावित असर:पंचायती राज विभाग का मानना है कि चुनाव में मतदान से पहले समय देने से पंच-सरपंच प्रत्याशियों का चुनाव खर्च बढ़ जाएगा। कानून व्यवस्था बिगडऩे का भी अंदेशा रहेगा। पंचायती राज विभाग ने वार्डों के पुनर्सीमांकन, सीटों के आरक्षण, उपसरपंचों के चुनाव आयोग से करवाने, सरपंचों के लिए शैक्षणिक योग्यता १०वीं तक रखने के सुझावों पर असहमति जता चुका है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने अवश्य अन्य राज्यों की स्थिति जानने का सुझाव दिया था, जिसकी पूर्ति कर दी गई है।
चुनाव सुधार के लिएः कुछ और सुझाव
> विधानसभा और पंचायती राज चुनाव के लिए एक ही मतदाता सूची हो।
> चुनाव में अमानत राशि सामान्य प्रत्याशी के लिए 5000 रु. (अभी 500), आरक्षित वर्ग के लिए 2500 रु. (अभी 250 रु.) हो।
> सीटों पर आरक्षण की व्यवस्था आयोग के माध्यम से समय रहते हो।
> चार से अधिक नामांकन नहीं भरने की व्यवस्था हो।
> निर्वाचित के खिलाफ याचिका का अधिकार आम आदमी को दिया जाए।
> राज्य के बाहर तैनात सैन्यकर्मियों और उनके परिजनों को पंचायत चुनाव में मताधिकार मिले।

पीडिता ने कहा, हुआ दुराचार

पीडिता ने कहा, हुआ दुराचार

परबतसर (नागौर)। समीपवर्ती ग्राम खोखर से युवती के अपहरण के मामले में सोमवार को एसीजेएम कोर्ट में पीडिता के बयानों का लिफाफा खुला। इनमें पीडिता ने आरोपी रामनिवास पर अपहरण कर दुराचार करने का आरोप लगाया है। उसने रामनिवास के मित्रों पर अपहरण में सहयोग करने का आरोप लगाया है।

यह है मामला
खोखर निवासी पीडिता के पिता ने 1 जुलाई को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद 8 जुलाई को परबतसर थाने में उसके अपहरण का मामला दर्ज कराया। इसमें आरोप लगाया कि गांधी चौराहे से रामनिवास वगैरह 4-5 जनों ने कार से उसकी पुत्री का अपहरण कर लिया। युवती के पिता ने जोधपुर हाईकोर्ट में उसकी पुत्री को बरामद कराने की मांग को लेकर याचिका भी दायर कर दी।

पिता संग जाने को राजी
पीडिता 4 अक्टूबर हो हाईकोर्ट में पेश हुई। यहां से उसे नारीशाला भेज दिया गया। उसे 8 अक्टूबर को पुन: पेश किया गया, जहां उसे उसकी इच्छा पर पिता के सुपुर्द कर दिया गया। इसके बाद परबतसर पुलिस ने पीडिता का मेडिकल करवाकरबयान लिए तथा गत शुक्रवार को मकराना न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान कराए। सोमवार को परबतसर एसीजेएम कोर्ट में बयानों क ा लिफाफा प्राप्त हुआ। परबतसर थानाधिकारी राजूराम ज्याणी ने उसकी फोटो प्रतिलिपि प्राप्त की।


बयानों में क्या बताया
पीडिता ने बयानों में बताया कि 11 मई को रामनिवास ने उसके एक मित्र विक्रमसिंह के साथ उसे कार से अजमेर ले जाकर आर्य समाज में शादी कर ली। इसके बाद 1 जुलाई को गांधी चौराहे से कार में अपहरण करके जयपुर ले गया। वहां से मुम्बई, गोवा, बेंगलूरू, अहमदाबाद, दिल्ली, श्रीनगर ले गया। इन शहरों में वो जहां भी रूके रामनिवास ने उसके साथ बलात्कार किया। वहां से फिर वे रोहतक में रूके। इसके बाद 4 अक्टूबर हो वह हाईकोर्ट जोधपुर में पेश हुई। उसने बयानों में बताया कि रामनिवास ने उसके साथ बलात्कार किया तथा उसके तीन मित्रों ने साथ ले जाने, ठहराने एवं अपहरण में सहयोग किया। पुलिस आरोपियों को तलाश कर रही है।

सात साल से लगातार बेटी का रेप करता रहा बाप



फरीदाबाद। थाना सूरजकुंड के तहत सात साल की उम्र से अपनी बेटी के साथ बलात्कार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसको नीमका जेल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
 
मामले के जांच अधिकारी अजीत सिंह के अनुसार गुरुकुल एरिया में एक फैक्ट्री में चपरासी की नौकरी करने वाला आरोपी पिता (38) इसी कंपनी की दूसरी मंजिल पर बने एक कमरे में रहता था। उसकी छह बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की बेटी 14 साल की है और वह सातवीं कक्षा में पढ़ती है। इसी बेटी ने सूरजकुंड थाने में शिकायत देकर आरोप लगाया है कि जब वह सात साल की थी तो उसके पिता ने पहली बार उसके साथ दुष्कर्म किया।

अक्सर उसका पिता शराब के नशे में धुत होकर उसके साथ बलात्कार करता था। उसको चुप रहने के लिए जान से मार देने की धमकी दी जाती थी। इसलिए वह डर के कारण चुप रही। अब वह 14 साल की हो गई है। उसके पिता का यह सिलसिला जारी रहा। इसके बाद वह अपनी सहेली की मां को लेकर सूरजकुंड थाने आई। जांच अधिकारी का कहना है कि उन्होंने दोनों का मेडिकल कराया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

जब इस मामले में पीडि़ता की मां से बात की गई तो उसने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जांच अधिकारी का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। इस मामले में आरोपी के अन्य बच्चों से भी बात की जाएगी। शिकायत के समय पीडि़ता अपनी मां को साथ लेकर क्यों नहीं आई, इसकी जांच की जा रही है।

जालोर संत गंगानाथ आज से भैरू अखाड़े के गादीपति


संत गंगानाथ आज से भैरू अखाड़े के गादीपति 

 जालोर जालोर के इतिहास में बुधवार का दिन एक नया अध्याय बन जाएगा। जब सवेरे शुभ मुहूर्त में सिरे मंदिर, भैरूनाथ अखाड़े के गादीपति के रूप में पीर शांतिनाथ महाराज के शिष्य गंगानाथ महाराज ा गादी तिलक किया जाएगा। 1 अक्टूबर को पीरजी के देवलोकगमन के बाद यह महास्थान रिक्त चल रहा था और अब उनकी वसीयत के अनुसार इस पर गंगानाथ महाराज विराजेंगे। समारोह सिरे मंदिर पर सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। समारोह में जिले भर के अलावा दक्षिणी राज्यों और आसपास के जिलों से भी लोग शामिल होंगे। अनेक लोगों के आने का सिलसिला मंगलवार को ही शुरू हो गया। यह दिन अनेक लोगों के लिए गौरव का क्षण होगा। जब वे अपने आराध्य पीर शांतिनाथ महाराज की गादी पर इस तिलक समारोह के साक्षी बनेंगे। संत गंगानाथ के लिए यह दिन भावनापूर्ण होगा जब वे अपने गुरुदेव के स्थान पर इस गादी पर विराजेंगे। 

> सादगी का जीवन 

पीरजी जहां भी जाते हमेशा सादगी का संदेश देते। यही कारण था कि उनके कार्यक्रमों में ज्यादा तामझाम नहीं होते थे। वे सहज थे और सरल थे। इसीलिए हर कोई उनसे मिल सकता था। यही हम शिष्यों ने उनसे सीखा। 

> संत की मर्यादा 

उन्होंने हमेशा मर्यादा में रहकर प्रतिष्ठा बढ़ाने की सीख दी। उन्होंने मर्यादा की एक परंपरा बनाई। जो हमने भी उनसे सीखी। वे हमेशा यही कहते कि संतों जैसे गुण जीवन में हमेशा रहने चाहिए। 

> सहिष्णुता का पाठ 

नाथजी ने सिखाया कि सबसे बड़ा ज्ञान सहिष्णुता का है। सब एक हैं। सबका मालिक एक है। उसी में विश्वास करो। तभी संपूर्ण ज्ञान की प्राप्ति होगी। वे हमेशा सर्वधर्म सद्भाव की बात कहते। 

> सभी का सम्मान 

नाथजी ने हमें सभी का समान रूप से सम्मान करने की बात सिखाई। भक्त छोटा हो या बड़ा वे सभी को समान मानते थे। सभी के लिए सहज उपलब्ध होते थे। यही हमने भी उनसे सीखा। 

> सबकी सहायता 

नाथजी ने प्रत्येक जरूरतमंद की सहायता करना सिखाया। यदि कोई मदद मांगने के लिए आता है तो उसकी जो भी सहायता की जा सके। जरूर करनी चाहिए। जो कुछ उसके लिए किया जा सकता है उससे ज्यादा करना चाहिए। 

> सबके हित की बात 

संत गंगानाथ महाराज ने बताया कि नाथजी ने हमेशा सबके हित की बात सिखाई। कोई एक संतुष्ट हो और दूसरा नाराज। ऐसा नहीं होना चाहिए। किसी के साथ भेदभाव या पक्षपात भी नहीं होना चाहिए। 

> प्रकृति से प्यार 

नाथ जी ने प्रकृति से प्यार करना सिखाया। पेड़ पौधे, जल, मिट्टी, मूक प्राणी यह सभी हमारी ही तरह समझते हैं। नाथजी ने बताया कि हमेशा उनसे प्यार करो। तभी वे तुम्हे अनमोल उपहार देंगे। इसीलिए उन्होंने सिरे मंदिर पर हजारों पौधे लगाए। 

'पता ही नहीं चला नाथजी ने कब मुझे इस योग्य समझ लिया' 

गादी तिलक समारोह से एक दिन पहले दैनिक भास्कर ने संत गंगानाथ से बात की। यह भावुकता और श्रद्धा का क्षण था। इस महास्थान की ओर बढ़ रहे संत गंगानाथ ने कहा कि गुरुदेव पीर शांतिनाथ के साथ रहते-रहते पता ही नहीं चला कि कब इतना समय बीत गया। कब उन्होंने मुझे इस योग्य समझ लिया कि मुझे इतना बड़ा काम सौंप दिया। कब वे इस प्रकार बीच में छोड़कर चले गए। सब कुछ आज अचानक से हो रहा है, लेकिन उनका आशीर्वाद है कि सब कुछ बिल्कुल वैसे ही चल रहा है जैसा उनके सानिध्य में चलता था। उनके सानिध्य में रहते हुए पता ही नहीं चला कि कैसे वे यह सब संभाल लेते थे। गंगानाथ महाराज ने भास्कर को बताया कि नाथजी की कृपा से ही उन्हें सीखने को मिला। वे बातें जिन पर अक्सर नाथजी जोर दिया करते थे और अब जीवन में उन्हीं बातों को आगे बढ़ाया जाएगा। शांतिनाथजी से यह सीखा उन्होंने। 

शुभारंभ की घड़ी 

संत गंगानाथ के साथ ही आज का दिन जालोर के धार्मिक इतिहास में नई शुरूआत का दिन, पीरजी के बताए मार्ग पर चलने का लेंगे संकल्प, उनके अधूरे कार्यों को करेंगे पूरा। सवेरे नौ बजे होगा गादी तिलक। 

स्वर्णिम यादों के पल 

गादी तिलक के इस ऐतिहासिक अवसर पर याद आएंगे पीर शांतिनाथ, उनका सौम्य स्वरूप रहेगा सभी की आंखों के सामने, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को करेंगे सभी याद। 

गौरव का क्षण 

हम सभी के साथ-साथ आज जिले के दांतवाड़ा गांव के लिए गौरव का दिन, जब इस गांव में जन्मे गंगानाथ आज विराजेंगे इस गादी पर, गांव के लोगों में खुशी, अनेक लोग शामिल होंगे समारोह में। 

भावुकता का दिन 

संत गंगानाथ के लिए आज भावुकता का दिन। अपने गुरु के स्थान पर उनके आशीर्वाद से संभालेंगे गादी। धीरता और गंभीरता के धनी हैं संत गंगानाथ। कहा- मैं हमेशा शिष्य ही बना रहा, गुरुदेव सौंपकर गए बड़ा काम। 




आज दांतवाड़ा गांव के लिए गौरव का दिन


जीवन परिचय

सिरे मंदिर पर आज होगा गादी तिलक समारोह, पीर शांतिनाथजी के देवलोकगमन के बाद खाली था यह महास्थान, हजारों संतों और श्रद्धालुओं की मौजूदगी में उनके शिष्य गंगानाथ महाराज बनेंगे गादीपति, तैयारियां हुई पूरी, वैदिक मंत्रों के बीच संतों के सानिध्य में होगा समारोह।




करड़ा कस्बे से मात्र तीन किलोमीटर दूर स्थित छोटा सा गांव दांतवाड़ा। अब तक तमाम प्रकार की चर्चाओं और ख्याति से दूर। सुविधाओं का विस्तार भी यहां कुछ खास नहीं, लेकिन आज इन सभी की चिंताओं से दूर यह गांव अपने आप पर गौरवान्वित हो रहा है। आज का दिन इस गांव के लिए स्वर्णिम बन गया है। जब यहां जन्मा एक साधारण सा बालक अपने तप और निष्ठा की बदौलत पीर शांतिनाथ महाराज का स्थान लेगा। राजाराम नामक यह बालक 21 वर्ष की आयु में दीक्षा ग्रहण कर गंगानाथ के रूप में जाने गए और तब से लगातार पीरजी के साथ ही रहे। आज वे ही गंगानाथ उनके स्थान पर गादीपति बनेंगे। जो इस गांव के लिए गर्व की बात है। 

बचपन से ही मृदुभाषी

उनके सांसारिक परिजन बताते हैं कि संत गंगानाथ बचपन से ही मृदुभाषी, शांत और धीर-गंभीर रहे हैं। आज भी उनका यही स्वभाव है। काकाई भाई वजाराम देवासी ने बताया की हम दोनों साथ-साथ खेला करते थे। बचपन से ही स्वभाव शांत रहा। आज भी ऐसा ही स्वभाव है। जब भी मिलते हैं तो थोड़ी बहुत बात हो जाती है ज्यादा नहीं बोलते। वहीं भाई हरचंद ने बताया कि यह हमारे पूरे गांव के लिए गर्व की बात है कि पीरजी के स्थान पर गंगानाथ विराजेंगे।

सिरे मंदिर एवं भैरूनाथ अखाड़ा

सिरे मंदिर एवं भैरूनाथ अखाड़ा देश में नाथ संप्रदाय की प्रमुख पीठ है। सिरे मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है। जहां जलंधरनाथ ने तपस्या की। उन्हीं के नाम से इस शहर का नाम जालोर पड़ा। जोधुपर के राजघराने के लिए यह मंदिर पूजनीय रहा है और राजा मानसिंह ने यहां जीर्णोद्धार का कार्य करवाया। इससे पूर्व परमार राजा रतनसिंह ने यहां शिव मंदिर का निर्माण करवाया। जिन्हें जलंधरनाथ जी ने अपने तपोबल का चमत्कार दिखाया था। यह पीठ हमेशा से ही जन जन की आराध्य रही है। करीब सवा सौ साल पहले भैरूनाथ महाराज ने भैरूनाथ अखाड़े की स्थापना की थी। इसके बाद पीर शांतिनाथ महाराज ने इसका जीर्णोद्धार करवाया। यह दोनों ही स्थान जन जन के लिए आराध्य है और आज गंगानाथ महाराज यहां के गादीपति बनेंगे।

साधारण परिवार में हुआ जन्म

विक्रम संवत 2016 में मार्गशीर्ष का माह था। गांव के साधारण व्यक्ति नगाराम देवासी के घर एक बालक ने जन्म लिया। जिसके बाद पिता नगाराम और माता रकमादेवी की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। बालक का नाम राजाराम रखा गया। बालक धीरे-धीरे बड़ा हुआ, लेकिन मन अन्य बालकों की तरह किसी खेल या उछलकूद में नहीं लगता था बल्कि सारे दिन भक्ति की ही बातें अच्छी लगती। एक बार माता-पिता सिरे मंदिर आए और मन्नत मांगी। मन्नत पूरी होने पर अपने बड़े पुत्र राजाराम को सिरे मंदिर भेज दिया। 21 वर्ष की आयु में उन्होंने पीर शांतिनाथ महाराज से दीक्षा ग्रहण की और इनका नाम गंगानाथ रखा गया। हालांकि दीक्षा से पूर्व ही उनकी सगाई हो चुकी थी, लेकिन इसके अगले दिन ही उन्होंने दीक्षा ग्रहण कर ली और फिर शादी नहीं की। उनके माता-पिता का देहावसान हो चुका है और सांसारिक परिवार में एक छोटा भाई तथा तीन बहनें हैं।

गंगानाथ महाराज

गुरु

पीर शांतिनाथ महाराज

दीक्षा

21 वर्ष की आयु में

बचपन का नाम

राजाराम

पिता का नाम

नगाराम देवासी

माता का नाम

रकमादेवी

जन्म स्थान

करड़ा के निकट दांतवाड़ा गांव

जन्म

मार्गशीर्ष माह विक्रम संवत् 2016

भीनमाल 111 कार्टन शराब बरामद

111 कार्टन शराब बरामद

भीनमाल। आबकारी विभाग के अभियान चलाकर विभिन्न स्थानों से 27 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की। इसके अलावा एक हजार लीटर वॉश नष्ट की। जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम जांगिड़ के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षक जितेंद्रपालसिंह सोढ़ा ने नांदिया गांव में नरपतसिंह के कृषि बेरे पर दबिश देकर 27 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की। कार्रवाईकी भनक लगते ही अभियुक्त मौके से फरार हो गया।

हाड़ेचा. सरवाना थाना पुलिस ने मंगलवार तड़के बावरला सरहद में एक जीप-ट्रोला से 84 कर्टन हरियाणा निर्मित शराब बरामद कर दो जनों को गिरफ्तार किया। बरामद शराब की कीमत करीब पौने दो लाख रूपए आंकी गई है। थानाधिकारी सत्यदेव चारण ने बताया कि गश्त के दौरान केसूरी सरहद मे एक जीप-ट्रोला को रोकने का इशारा किया, लेकिन चालक उसे भगा ले गया।

जिस पर पुलिस ने पीछा कर बावरला सरहद में जीप-ट्रोला को रूकवाया व ट्रोला में भरी अंग्रेजी शराब के 84 कार्टन बरामद कर गांधी नगर बाड़मेर निवासी शिवपालसिंह राजपूत व बावड़ी चौहटन निवासी समद्रसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया। पुलिस ने प्रकरण दर्जकर जंाच शुरू की।

"प्रतिभाओं को तराशने की जरूरत"

"प्रतिभाओं को तराशने की जरूरत"
जैसलमेर। शहर के एसबीके राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में विविध गतिविधियों का आगाज समारोहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जेके पुरोहित ने की। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. आईदानसिंह भाटी व अशोक दलाल थे।

प्राचार्य डॉ. पुरोहित ने कहा कि आज के युग में प्रतिभाओं को तरासने की महती जरूरत है। महाविद्यालय स्तर पर महिला प्रकोष्ठ इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहा है कि छात्राएं शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेकर अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं। डॉ. आईदानसिंह भाटी व दलाल ने कहा कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में नारी सदैव से पूज्य रही है। डॉ. उम्मेदसिंह इंदा ने कहा कि 21वीं सदी के दहलीज पर नारी की जिम्मेवारी भारी है। उन्हें समय, संबंल, सूझबूझ और सहायता से समाज को दिशा देनी है। इस अवसर पर बोलते हुए किरण राठौड़ ने नारी के कार्यो के महत्व को स्पष्ट किया।

गुरूदत्त हर्ष ने गीत और पूराराम ने भजन पेश किए। महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी श्रीमती साधना मेघवाल ने महिला प्रकोष्ठ की गतिविधियों व कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में शोभा पंवार, शोभा और एकतासिंह क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। एकल गान प्रतियोगिता में प्रियंका पुरोहित, स्वेता सिंह एवं राधिका आचार्य क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभासिंह, शोभा व प्रीति पालीवाल क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। कार्यक्रम का संचालन किरण राठौड़ ने किया। निर्णायक मंडल मे डॉ. अशोक तंवर, एमआर सोऊ, एसएस मीणा, गुरूदत्त हर्ष, डॉ. सीमा तंवर व श्रीमती जयश्री शामिल थे। इस अवसर पर केआर गर्ग, जीआर सुथार, मेहराब खां, नेमीचंद गर्ग, संजय अखावत, दिनेश सुखवाल, संजीव कुमार वर्मा, नारायणदास प्रजापत एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती मेघवाल नेे सभी आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया।

अपहरण के बाद थाने के आगे फेंका

अपहरण के बाद थाने के आगे फेंका
धोरीमन्ना. कस्बे के बस स्टैण्ड पर शाम को एक युवक का अपहरण कर जीप में डालकर उसके साथ जबरदस्त मारपीट कर जालोर जिले के झाब पुलिस थाने के आगे छोड़ कर अपहरणकर्ता फरार हो गए।

धोरीमन्ना थानाधिकारी सुरेन्द्रसिंह चौधरी ने बताया कि जगदीश पुत्र तेजाराम निवासी गडरा अपने घर जाने के लिए जनता गेस्ट हाउस के पास खड़ा था। रात्रि 8 बजे एक जीप आई जिसमें पूनमा पुत्र हरिराम, रमेश पुत्र चैनाराम, दिनेश पुत्र चैना, जगदीश पुत्र मोहनलाल निवासी गोयतों की ढाणी हेमा गुड़ा सांचौर व मलूराम पुत्र तेजाराम निवासी पूर सांचौर ने एक राय होकर पकड़ कर जीप में डाल दिया। कपड़े से मुंह बांध दिया तथा जेब से 2000 रूपए नकदी निकाल ली व मारपीट की। गुप्तांगों पर पेट्रोल डालकर बेरहमी से पिटाई की। बेहोशी की हालत में झाब थाने के आगे पटक कर फरार हो गये। झाब पुलिस ने घायल को देखा और थाने लाकर परिजनों को सूचना दी। परिजन झाब थाने पहुंचे और युवक को धोरीमन्ना थाने लाकर मामला दर्ज करवाया।

आतंकी हमले के पूर्वाभ्यास में आर्मी, वायुसेना व पुलिस ने ढेर किया एक आतंकी , दो ने किया सरेंडर


मॉक ड्रिल में जांची भादरेस पॉवर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था



बाड़मेर भादरेस स्थित निजी कंपनी के लिग्नाइट बेस पावर प्लांट में आतंकवादी हमले की सूचना पर मंगलवार को आर्मी जालीपा, एयरफोर्स उत्तरलाई व सदर थाना पुलिस ने मॉक ड्रिल किया। जिले के तेल व कोयला क्षेत्रों में आतंकी घटना की आशंका को देखते हुए मंगलवार को यह पूर्वाभ्यास किया गया। एकाएक हुई इस कार्रवाई को कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही संयुक्त अभियान में आतंकियों के नापाक इरादों को जवानों ने ध्वस्त कर दिया। गौरतलब है कि इस प्रकार का पूर्वाभ्यास पूर्व में शहर के रेलवे स्टेशन पर भी किया गया था।

दिखा बेहतर तालमेल

मॉक ड्रिल के दौरान सेना, वायुसेना व स्थानीय पुलिस में बेहतर तालमेल नजर आया। वहीं इस कार्रवाई के दौरान आर्मी की मेडिकल टीम व राज वेस्ट की एंबुलेंस भी साथ थी। कार्रवाई के बाद सेना के कमांडिंग ऑफिसर ने सभी जवानों व स्थानीय पुलिस को आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी। वहीं इस बारे में राज वेस्ट के अधिकारियों के साथ भविष्य में होने वाली ऐसी घटनाओं के बारे में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की। वहीं बेहतर तालमेल के साथ आगे भी इसी तरह कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।







"मातृभूमि व संस्कृति की रक्षा हमारा फर्ज"

"मातृभूमि व संस्कृति की रक्षा हमारा फर्ज"
बालोतरा। मातृभूमि के लिए प्राणों की आहूुति देना इस मिट्टी में पैदा हुए हर शख्स की विशेषता है। जिसके ±दय मे सच्ची राष्ट्र भक्ति है। राष्ट्र की सीमाओं पर पहरा देने वाले व अपने प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों की वजह से ही हम चैन की नींद सो पाते हैं। वीरगति को प्राप्त बीएसएफ के डिप्टी कमांडेट भंवरसिंह राठौड़ के 12वे शहीद दिवस पर मेवानगर के शहीद पार्क में आयोजित समारोह में पूर्व राजनियक किशनसिंह जसोल ने मुख्य अतिथि पद से यह बात कही। उन्होंने कहा कि शहीद भंवरसिंह राठौड़ महान शूरवीर थे।

मातृभूमि की रक्षा व संस्कृति की रक्षा प्रत्येक व्यक्ति का फर्ज है, लेकिन इस फर्ज को सुरक्षा बलों के हवाले कर हम अपने कर्तव्य की इतिश्री कर देते हैं, जो ठीक नहीं है। शहीद भंवरसिंह राठौड़ ने दुश्मनों से लोहा लेते हुए कश्मीर में अपने प्राणों की आहूति देकर क्षेत्र का नाम पूरे भारत में रोशन किया है। हम भी राष्ट्र रक्षा का संकल्प लें। विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि वह परिवार व समाज धन्य है, जिसमे भंवरसिंह राठौड़ जैसे बलिदानी का जन्म हुआ। नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी. चौहान ने शहीद भंवरसिंह को नमन करते हुए कहा कि राष्ट्र को ऎसे बलिदानी वीर सपूतों की जरूरत है।

पचपदरा तहसीलदार विवेक व्यास ने कहा कि जब-जब भारत की सीमाओं पर संकट के बादल मंडराते है। तब-तब शहीद भंवरसिंह जैसे रणबांकुरे अपने प्राणों की आहूति देते है। पूर्व सरपंच भंवर भंसाली ने अपने बचपन के सहपाठी व साथी शहीद भंवरसिंह के जीवन स्मरण सुनाए।

नायब तहसीलदार दलपतसिंह राठौड़ ने भी विचार रखे। कार्यक्रम को सिणली महंत शंकरभारती, वरिया ढाणा महंत नारायणभारती महाराज व नायब तहसीलदार जसोल दलपतसिंह जसोल ने भी विचार रखे। कार्यक्रम की शुरूआत में मौजूद सभी प्रबुद्धजनों ने शहीद भंवरसिंह राठौड़ की प्रतिमा पर पुष्पहार चढ़ाकर श्रद्धाजंलि अर्पित की। शहीद भंवरसिंह राठौड़ के पुत्र देवीसिंह सहित शहीद के भाई मूलसिंह, आम्बसिंह, नारायणसिंह, भवानीसिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। संचालन श्री क्षत्रिय युवक संघ के प्रांतीय प्रवक्ता चंदनसिंह चांदेसरा ने व पूर्व उप प्रधान श्यामसिंह मेवानगर ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

मंगलवार, 16 अक्टूबर 2012

पैसेंजर ट्रेन में आग लगने से दो की मौत


Two dead, 7 injured when passenger train catches fire 
गुलबर्गा। हैदराबाद से महाराष्ट्र के शोलापुर जा रही फलकनुमा पैसेंजर ट्रेन की एक जनरल बोगी में मंगलवार दोपहर आग लगने से दो यात्रियों की मौत हो गई। सात यात्री गंभीर रूप से जख्मी हैं। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को एक लाख और गंभीर रूप से घायलों को 75 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं।

दोपहर साढ़े बारह के करीब जैसे ही ट्रेन गुलबर्गा रेलवे स्टेशन पर पहुंची, उसकी एक बोगी में आग लग गई। बोगी में उस वक्त 15 यात्री सवार थे। छह लोगों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई। पुलिस के अनुसार शव बुरी तरह जल जाने के कारण मृतकों की पहचान में दिक्कत आ रही है। घायलों में से कुछ लोग महाराष्ट्र के तुलजापुर भवानी महोत्सव में शामिल होने जा रहे थे। रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा आयुक्त चेतन बख्शी को जांच के आदेश दिए गए हैं।

गढ़ जोगमाया मंदिर में अलसुबह चार बजे से श्रधालुओ का हुजूम उमड़ पडा

घर-मंदिर गूंजे जयकारे
 
बाड़मेर नवरात्र के प्रथम दिन गढ़ जोगमाया मंदिर में अलसुबह चार बजे से श्रधालुओ का हुजूम उमड़ पडा ,आज दिन भर शहर तथा जिले के शक्ति पीठो पर श्रद्धालुओ  का जमघट रहा .गढ़ जोगमाया ,निम्बदी माता ,विरातारा माता ,वान्कल माता ,हिंगलाज माता सहित सभी मंदिरो में आस्था का ज्वार उमड़ पडा था ,नवरात्रि के चलते शहर भर में गल्ली मोहल्लो में गरबो का आयोजन    


जयपुर। मंगलवार सुबह आमेर शिला माता के दर्शनार्थ लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजामों के चलते श्रद्धालुओं को एक-एक की पंक्ति में दर्शन करवाने की व्यवस्था की गई है।

दर्शन का समय साढ़े बारह बजे से शुरू हुआ। सुबह साढ़े नौ बजे तक ही श्रद्धालुओं की कतार आमेर महल के बाहर तक आ गई। मौके पर पुलिस के कड़े इंतजाम थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा जांच भी की जा रही थी। इस बार सूर्योदय के साथ श्रेष्ठ मुहूर्त नही होने के कारण अभिजीत मुहर्त में सुबह 11.15 बजे से 12.35 बजे तक घटस्थापना का मुहूर्त रहा। शिला माता मंदिर में कोलकाता से आए 21 पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ मंदिर में घटस्थापना करवाई। मंदिर में षष्ठी के अवसर पर 20 अक्टूबर को मेला भरेगा। चतुर्थी तिथि क्षय होने के कारण इस बार नवरात्र आठ दिन के रहेंगे।


अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि नवरात्र मेले को देखते हुए आमेर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। इस मौके पर दो कंपनी आरएसी जवानों की लगाई गई है। साथ ही संबंधित डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी को मौके पर व्यवस्था संभालने के निर्देश दिए गए हैं। 17 से 23 अक्टूबर तक श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट दो पारियों में खुले होंगे। सुबह छह बजे से साढ़े 12 बजे तक एवं अपराह्न साढ़े 4 बजे से रात्रि साढ़े 8 बजे तक श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।

पंचवटी सर्कल स्थित मां वैष्णो मंदिर में सुबह आठ बजे मां का श्रंृगार किया गया। इस अवसर पर श्रद्घालुओं के बीच प्रसादी का वितरण किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुभाष भाटिया ने बताया, नवरात्र के उपलक्ष्य में नौ दिन तक हर झांकी में मां की पोशाक बदली जाएगी। दुर्गापुरा स्थित प्राचीन दुर्गामंदिर में सुबह घटस्थापना हुई। मंदिर में रोज शाम नौ दिन तक 501 दीपकों से मां की आरती उतारी जाएगी। बड़ी चौपड़ लक्ष्मी नारायण मंदिर स्थित मां भुवनेश्वरी केंद्र में घटस्थापना हुई। मंदिर के प्रवक्ता तरूण शर्मा ने बताया, मंदिर में नौ दिन तक गरबा रास का आयोजन होगा।

खोले के हनुमान जी मंदिर में 108 आसनों पर सामूहिक रामचरितमानस के पाठ दोपहर तीन बजे से शुरू होंगे। नरवर आश्रम सेवा समिति के महामंत्री बीएम शर्मा ने बताया, प्रतिदिन शाम चार बजे से सात बजे तक पाठ होंगे। इसके बाद सामूहिक आरती उतारी जाएगी।

आस्था की कतार

नवरात्र के प्रथम दिवस पर मां के दर्शन करने के लिए श्रद्घालु सुबह से ही आमेर स्थित शिला माता मंदिर में जुटने शुरू हो गए। दर्शनार्थी छोटी लाल ने बताया, घट स्थापना लेट होने के कारण मंदिर के पट भले ही देरी से खुले पर हमने तो समय पर मां के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगा दी है। घट स्थापना के बाद दर्शन खुलेंगे, तब मंदिर में भारी भीड़ हो जाएगी। दर्शनार्थी सोनू के मुताबिक, मां के मंदिर में घट स्थापना का मुहूर्त लेट होने से उन पदयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है, जो पैदल ही आमेर पहुंचे हैं।

सारी रात चला मां का गुणगान

मां वैष्णो देवी युवा सेवा समिति किसान मार्ग की ओर से नवरात्र की पूर्व संध्या पर सोमवार शाम किसान मार्ग स्थित मां वैष्णो चौक में माता का दरबार सजाया गया। मां के दरबार में करीब 30 फुट ऊंचे सिंहासन पर मां को विराजमान कर संपूर्ण रात्रि मां का गुणगान किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत गोपाल सेन ने गणेश वंदना से की। हर्षा सक्सेना ने मां के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई। कार्यक्रम में गायिका उमा लहरी ने कैला देवी के भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और विधायक कालीचरण सर्राफ भी शामिल हुए।

गजल गायक गुलाम अली के घर लूटपाट

गजल गायक गुलाम अली के घर लूटपाट

इस्लामाबाद। मशहूर गजल गायक गुलाम अली के घर हाथ साफ करने के बाद चोर चलते बने। चोरों ने गुलाम अली के लाहौर स्थित घर से करीब सात लाख रूपए की कीमत के सोने के आभूषण व नकदी लूट ली।

मंगलवार को एक मीडिया में यह रिपोर्ट आई। जियो टीवी ने गुलाम अली के भाई आशिक अली के हवाले से बताया कि सोमवार रात उनके डिफेंस ब्लॉक जे स्थित घर में चार बंदूकधारी जबरन घुस आए और कीमती सामान लूटकर ले गए।

अली ने बताया कि लुटेरों ने करीब डेढ़ घंटे तक घर में उत्पाच मचाया। उन्होंने सारा सामान इधर उधर फेंक दिया। इसके बाद एक सफेद कार में सवार होकर भाग गए।