घर-मंदिर गूंजे जयकारे
बाड़मेर नवरात्र के प्रथम दिन गढ़ जोगमाया मंदिर में अलसुबह चार बजे से श्रधालुओ का हुजूम उमड़ पडा ,आज दिन भर शहर तथा जिले के शक्ति पीठो पर श्रद्धालुओ का जमघट रहा .गढ़ जोगमाया ,निम्बदी माता ,विरातारा माता ,वान्कल माता ,हिंगलाज माता सहित सभी मंदिरो में आस्था का ज्वार उमड़ पडा था ,नवरात्रि के चलते शहर भर में गल्ली मोहल्लो में गरबो का आयोजन
बाड़मेर नवरात्र के प्रथम दिन गढ़ जोगमाया मंदिर में अलसुबह चार बजे से श्रधालुओ का हुजूम उमड़ पडा ,आज दिन भर शहर तथा जिले के शक्ति पीठो पर श्रद्धालुओ का जमघट रहा .गढ़ जोगमाया ,निम्बदी माता ,विरातारा माता ,वान्कल माता ,हिंगलाज माता सहित सभी मंदिरो में आस्था का ज्वार उमड़ पडा था ,नवरात्रि के चलते शहर भर में गल्ली मोहल्लो में गरबो का आयोजन
जयपुर। मंगलवार सुबह आमेर शिला माता के दर्शनार्थ लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजामों के चलते श्रद्धालुओं को एक-एक की पंक्ति में दर्शन करवाने की व्यवस्था की गई है।
दर्शन का समय साढ़े बारह बजे से शुरू हुआ। सुबह साढ़े नौ बजे तक ही श्रद्धालुओं की कतार आमेर महल के बाहर तक आ गई। मौके पर पुलिस के कड़े इंतजाम थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा जांच भी की जा रही थी। इस बार सूर्योदय के साथ श्रेष्ठ मुहूर्त नही होने के कारण अभिजीत मुहर्त में सुबह 11.15 बजे से 12.35 बजे तक घटस्थापना का मुहूर्त रहा। शिला माता मंदिर में कोलकाता से आए 21 पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ मंदिर में घटस्थापना करवाई। मंदिर में षष्ठी के अवसर पर 20 अक्टूबर को मेला भरेगा। चतुर्थी तिथि क्षय होने के कारण इस बार नवरात्र आठ दिन के रहेंगे।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि नवरात्र मेले को देखते हुए आमेर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। इस मौके पर दो कंपनी आरएसी जवानों की लगाई गई है। साथ ही संबंधित डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी को मौके पर व्यवस्था संभालने के निर्देश दिए गए हैं। 17 से 23 अक्टूबर तक श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट दो पारियों में खुले होंगे। सुबह छह बजे से साढ़े 12 बजे तक एवं अपराह्न साढ़े 4 बजे से रात्रि साढ़े 8 बजे तक श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
पंचवटी सर्कल स्थित मां वैष्णो मंदिर में सुबह आठ बजे मां का श्रंृगार किया गया। इस अवसर पर श्रद्घालुओं के बीच प्रसादी का वितरण किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुभाष भाटिया ने बताया, नवरात्र के उपलक्ष्य में नौ दिन तक हर झांकी में मां की पोशाक बदली जाएगी। दुर्गापुरा स्थित प्राचीन दुर्गामंदिर में सुबह घटस्थापना हुई। मंदिर में रोज शाम नौ दिन तक 501 दीपकों से मां की आरती उतारी जाएगी। बड़ी चौपड़ लक्ष्मी नारायण मंदिर स्थित मां भुवनेश्वरी केंद्र में घटस्थापना हुई। मंदिर के प्रवक्ता तरूण शर्मा ने बताया, मंदिर में नौ दिन तक गरबा रास का आयोजन होगा।
खोले के हनुमान जी मंदिर में 108 आसनों पर सामूहिक रामचरितमानस के पाठ दोपहर तीन बजे से शुरू होंगे। नरवर आश्रम सेवा समिति के महामंत्री बीएम शर्मा ने बताया, प्रतिदिन शाम चार बजे से सात बजे तक पाठ होंगे। इसके बाद सामूहिक आरती उतारी जाएगी।
आस्था की कतार
नवरात्र के प्रथम दिवस पर मां के दर्शन करने के लिए श्रद्घालु सुबह से ही आमेर स्थित शिला माता मंदिर में जुटने शुरू हो गए। दर्शनार्थी छोटी लाल ने बताया, घट स्थापना लेट होने के कारण मंदिर के पट भले ही देरी से खुले पर हमने तो समय पर मां के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगा दी है। घट स्थापना के बाद दर्शन खुलेंगे, तब मंदिर में भारी भीड़ हो जाएगी। दर्शनार्थी सोनू के मुताबिक, मां के मंदिर में घट स्थापना का मुहूर्त लेट होने से उन पदयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है, जो पैदल ही आमेर पहुंचे हैं।
सारी रात चला मां का गुणगान
मां वैष्णो देवी युवा सेवा समिति किसान मार्ग की ओर से नवरात्र की पूर्व संध्या पर सोमवार शाम किसान मार्ग स्थित मां वैष्णो चौक में माता का दरबार सजाया गया। मां के दरबार में करीब 30 फुट ऊंचे सिंहासन पर मां को विराजमान कर संपूर्ण रात्रि मां का गुणगान किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत गोपाल सेन ने गणेश वंदना से की। हर्षा सक्सेना ने मां के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई। कार्यक्रम में गायिका उमा लहरी ने कैला देवी के भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और विधायक कालीचरण सर्राफ भी शामिल हुए।
दर्शन का समय साढ़े बारह बजे से शुरू हुआ। सुबह साढ़े नौ बजे तक ही श्रद्धालुओं की कतार आमेर महल के बाहर तक आ गई। मौके पर पुलिस के कड़े इंतजाम थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा जांच भी की जा रही थी। इस बार सूर्योदय के साथ श्रेष्ठ मुहूर्त नही होने के कारण अभिजीत मुहर्त में सुबह 11.15 बजे से 12.35 बजे तक घटस्थापना का मुहूर्त रहा। शिला माता मंदिर में कोलकाता से आए 21 पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ मंदिर में घटस्थापना करवाई। मंदिर में षष्ठी के अवसर पर 20 अक्टूबर को मेला भरेगा। चतुर्थी तिथि क्षय होने के कारण इस बार नवरात्र आठ दिन के रहेंगे।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि नवरात्र मेले को देखते हुए आमेर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। इस मौके पर दो कंपनी आरएसी जवानों की लगाई गई है। साथ ही संबंधित डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी को मौके पर व्यवस्था संभालने के निर्देश दिए गए हैं। 17 से 23 अक्टूबर तक श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट दो पारियों में खुले होंगे। सुबह छह बजे से साढ़े 12 बजे तक एवं अपराह्न साढ़े 4 बजे से रात्रि साढ़े 8 बजे तक श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
पंचवटी सर्कल स्थित मां वैष्णो मंदिर में सुबह आठ बजे मां का श्रंृगार किया गया। इस अवसर पर श्रद्घालुओं के बीच प्रसादी का वितरण किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष सुभाष भाटिया ने बताया, नवरात्र के उपलक्ष्य में नौ दिन तक हर झांकी में मां की पोशाक बदली जाएगी। दुर्गापुरा स्थित प्राचीन दुर्गामंदिर में सुबह घटस्थापना हुई। मंदिर में रोज शाम नौ दिन तक 501 दीपकों से मां की आरती उतारी जाएगी। बड़ी चौपड़ लक्ष्मी नारायण मंदिर स्थित मां भुवनेश्वरी केंद्र में घटस्थापना हुई। मंदिर के प्रवक्ता तरूण शर्मा ने बताया, मंदिर में नौ दिन तक गरबा रास का आयोजन होगा।
खोले के हनुमान जी मंदिर में 108 आसनों पर सामूहिक रामचरितमानस के पाठ दोपहर तीन बजे से शुरू होंगे। नरवर आश्रम सेवा समिति के महामंत्री बीएम शर्मा ने बताया, प्रतिदिन शाम चार बजे से सात बजे तक पाठ होंगे। इसके बाद सामूहिक आरती उतारी जाएगी।
आस्था की कतार
नवरात्र के प्रथम दिवस पर मां के दर्शन करने के लिए श्रद्घालु सुबह से ही आमेर स्थित शिला माता मंदिर में जुटने शुरू हो गए। दर्शनार्थी छोटी लाल ने बताया, घट स्थापना लेट होने के कारण मंदिर के पट भले ही देरी से खुले पर हमने तो समय पर मां के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगा दी है। घट स्थापना के बाद दर्शन खुलेंगे, तब मंदिर में भारी भीड़ हो जाएगी। दर्शनार्थी सोनू के मुताबिक, मां के मंदिर में घट स्थापना का मुहूर्त लेट होने से उन पदयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है, जो पैदल ही आमेर पहुंचे हैं।
सारी रात चला मां का गुणगान
मां वैष्णो देवी युवा सेवा समिति किसान मार्ग की ओर से नवरात्र की पूर्व संध्या पर सोमवार शाम किसान मार्ग स्थित मां वैष्णो चौक में माता का दरबार सजाया गया। मां के दरबार में करीब 30 फुट ऊंचे सिंहासन पर मां को विराजमान कर संपूर्ण रात्रि मां का गुणगान किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत गोपाल सेन ने गणेश वंदना से की। हर्षा सक्सेना ने मां के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई। कार्यक्रम में गायिका उमा लहरी ने कैला देवी के भजन प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और विधायक कालीचरण सर्राफ भी शामिल हुए।
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