"प्रतिभाओं को तराशने की जरूरत"
जैसलमेर। शहर के एसबीके राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में विविध गतिविधियों का आगाज समारोहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जेके पुरोहित ने की। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. आईदानसिंह भाटी व अशोक दलाल थे।
प्राचार्य डॉ. पुरोहित ने कहा कि आज के युग में प्रतिभाओं को तरासने की महती जरूरत है। महाविद्यालय स्तर पर महिला प्रकोष्ठ इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहा है कि छात्राएं शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेकर अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं। डॉ. आईदानसिंह भाटी व दलाल ने कहा कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में नारी सदैव से पूज्य रही है। डॉ. उम्मेदसिंह इंदा ने कहा कि 21वीं सदी के दहलीज पर नारी की जिम्मेवारी भारी है। उन्हें समय, संबंल, सूझबूझ और सहायता से समाज को दिशा देनी है। इस अवसर पर बोलते हुए किरण राठौड़ ने नारी के कार्यो के महत्व को स्पष्ट किया।
गुरूदत्त हर्ष ने गीत और पूराराम ने भजन पेश किए। महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी श्रीमती साधना मेघवाल ने महिला प्रकोष्ठ की गतिविधियों व कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में शोभा पंवार, शोभा और एकतासिंह क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। एकल गान प्रतियोगिता में प्रियंका पुरोहित, स्वेता सिंह एवं राधिका आचार्य क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभासिंह, शोभा व प्रीति पालीवाल क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। कार्यक्रम का संचालन किरण राठौड़ ने किया। निर्णायक मंडल मे डॉ. अशोक तंवर, एमआर सोऊ, एसएस मीणा, गुरूदत्त हर्ष, डॉ. सीमा तंवर व श्रीमती जयश्री शामिल थे। इस अवसर पर केआर गर्ग, जीआर सुथार, मेहराब खां, नेमीचंद गर्ग, संजय अखावत, दिनेश सुखवाल, संजीव कुमार वर्मा, नारायणदास प्रजापत एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती मेघवाल नेे सभी आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया।
जैसलमेर। शहर के एसबीके राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में विविध गतिविधियों का आगाज समारोहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जेके पुरोहित ने की। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. आईदानसिंह भाटी व अशोक दलाल थे।
प्राचार्य डॉ. पुरोहित ने कहा कि आज के युग में प्रतिभाओं को तरासने की महती जरूरत है। महाविद्यालय स्तर पर महिला प्रकोष्ठ इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहा है कि छात्राएं शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेकर अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं। डॉ. आईदानसिंह भाटी व दलाल ने कहा कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में नारी सदैव से पूज्य रही है। डॉ. उम्मेदसिंह इंदा ने कहा कि 21वीं सदी के दहलीज पर नारी की जिम्मेवारी भारी है। उन्हें समय, संबंल, सूझबूझ और सहायता से समाज को दिशा देनी है। इस अवसर पर बोलते हुए किरण राठौड़ ने नारी के कार्यो के महत्व को स्पष्ट किया।
गुरूदत्त हर्ष ने गीत और पूराराम ने भजन पेश किए। महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी श्रीमती साधना मेघवाल ने महिला प्रकोष्ठ की गतिविधियों व कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में शोभा पंवार, शोभा और एकतासिंह क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। एकल गान प्रतियोगिता में प्रियंका पुरोहित, स्वेता सिंह एवं राधिका आचार्य क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभासिंह, शोभा व प्रीति पालीवाल क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। कार्यक्रम का संचालन किरण राठौड़ ने किया। निर्णायक मंडल मे डॉ. अशोक तंवर, एमआर सोऊ, एसएस मीणा, गुरूदत्त हर्ष, डॉ. सीमा तंवर व श्रीमती जयश्री शामिल थे। इस अवसर पर केआर गर्ग, जीआर सुथार, मेहराब खां, नेमीचंद गर्ग, संजय अखावत, दिनेश सुखवाल, संजीव कुमार वर्मा, नारायणदास प्रजापत एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती मेघवाल नेे सभी आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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