बुधवार, 17 अक्तूबर 2012

रेप को लेकर चार विवादित बयान

रेप को लेकर चार विवादित बयान
नई दिल्ली। हरियाणा में बलात्कार की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच नेताओं और खाप पंचायतों के उल्टे सीधे बयान जारी हैं। कोई कह रहा है कि चाउमिन खाने से रेप हो रहे हैं तो कोई कह रहा है कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में कर दी जाए तो रेप नहीं होंगे। ऎसे बयानों से साफ जाहिर होता है कि पुरूष प्रधान समाज अभी भी महिलाओं को दोयम दर्जे का ही नागरिक समझता है।

चाउमिन से हो रहे रेप

एक खाप नेता ने रेप की बढ़ती घटनाओं के लिए फास्ट फूड को जिम्मेदार ठहराया है। खाप नेता जितेंद्र छत्तर का कहना है कि दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के पीछे सिनेमा और संस्कृति में आए बदलाव तो वजह है ही लेकिन सबसे प्रमुख कारण है फास्ट फूड यानि चाउमिन,बर्गर और पिज्जा जैसी चीजें। छत्तर ने विशेषज्ञ की तरह तर्क देते हुए कहा कि जब हमलोग फास्ट फूड खाते हैं तो गर्मी पैदा होती है जिससे शरीर में सेक्स हॉर्मोन तेजी से बनने लगता है। इससे उत्तेजना पैदा होती है। हमें फास्ट फूड खाने के बाद कुछ ठंडी चीजें खानी चाहिए।

15 की उम्र में शादी हो तो नहीं होंगे रेप

इससे पहले खाप नेता सूबे सिंह ने कहा था कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में ही करवा दी जाए तो रेप की घटनाएं नहीं होगी। सूबे सिंह से पूछा गया कि राज्य में बलात्कार की घटनाएं क्यों बढ़ रही है तो उन्होंने कहा कि इसकी वजह टीवी और फिल्में है।

सिंह ने कहा कि ऎसी घटनाएं इसलिए बढ़ रही है क्योंकि हमारी युवा पीढ़ी फिल्मों और टीवी से बुरी तरह प्रभावित है। मेरा मानना है कि लड़कियों की शादी 15 साल में ही कर देनी चाहिए। इससे उनकी सेक्स की डिमांड पति पूरी कर देगा और उन्हें कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी। ऎसा होने पर रेप भी नहीं होंगे।

"रेप नहीं सहमति से हो रहा है सेक्स"

हरियाणा के कांग्रेसी नेता धर्मवीर गोयल का कहना है कि रेप के 90 फीसदी मामलों में आपसी सहमति से सेक्स होता है। बात बिगड़ने पर रेप का आरोप लगा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर रेप के मामलों की तह तक जाएं तो पता चलेगा कि पीडिता और आरोपी भागने वाले कपल होते हैं।

खाप के सुर में मिलाए सुर

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने खाप पंचायत के उस सुझाव का समर्थन किया है जिसमें कहा गया था कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में कर दी जाए तो बलात्कार नहीं होंगे। चौटाला ने कहा कि मुगलों के शासन के दौरान आक्रांताओं से रक्षा के लिए बेटियों की छोटी उम्र में शादी कर दी जाती थी। राज्य में भी ऎसे ही हालात उत्पन्न हो रहे हैं। हमें इतिहास से सबक लेना चाहिए और खाप पंचायतों के उस सुझाव को मान लेना चाहिए। मैं खाप पंचायत के सुझाव का समर्थन करता हूं।

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