गुरुवार, 26 जनवरी 2012

भंवरी केस में नया किरदार रामदेव, रेशमा का समर्पण

 

जोधपुर.भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में शामिल लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बहन इंद्रा के साथ फरार हुए रेशमाराम विश्नोई ने गुरुवार सुबह सीबीआई के समक्ष समर्पण कर दिया। रेशमाराम भी पिछले ढाई माह से फरार चल रहा था। रेशमाराम के आने से इंद्रा के समर्पण की संभावना भी बढ़ गई है।

रेशमाराम पेशे से सरकारी शिक्षक है। वह इंद्रा के साथ ही रहता था और उसका घर भी मधुबन हाउसिंग बोर्ड में इंद्रा के मकान के पास है। रेशमाराम भंवरी के अपहरण की साजिश में इंद्रा का सहयोगी रहा है। पैसों के लेन-देन, मलखान-भंवरी का विवाद और इंद्रा के घर हुई साजिश की हर बात की जानकारी रेशमाराम को भी है। सीबीआई पिछले कई दिनों से उसकी तलाश में छापे मार रही थी। चार दिन पहले उसके व उसके भाइयों के घर तलाशी भी ली थी।



बुधवार को जैसे ही इंद्रा के भतीजे पुखराज व दिनेश गिरफ्तार हुए, गुरुवार सुबह रेशमाराम भी सर्किट हाउस पहुंचा और सीबीआई के समक्ष समर्पण कर दिया। रेशमाराम से इंद्रा का सुराग लग सकता है और दबाव में इंद्रा समर्पण भी कर सकती है।



इससे पहले बुधवार को भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में लिप्त फरार चल रहे आरोपी दिनेश विश्नोई और पुखराज पकड़े गए थे। सीबीआई ने दोनों को कोर्ट में पेश कर 30 जनवरी तक रिमांड पर लिया है।
इस बीच भाजपा के पूर्व नेता और ओसियां में महिपाल मदेरणा के सामने चुनाव लड़े शंभूसिंह खेतासर से भी पूरे दिन पूछताछ की गई। वहीं भंवरी जिस बस में रोजाना आती-जाती थी, उसके कंडक्टर रामदेव के भी मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराए गए हैं।
भंवरी और रामदेव के नजदीकी रिश्ते बताए जाते हैं। भंवरी की कॉल डिटेल से पता चला था कि उन दोनों के बीच रोजाना 30-40 बार बातें होती थी।

वाह! पुलिस... लुटेरे को ही लूट लिया

जालोर के रानीवाड़ा थाने के एएसआई ने ऐसी करतूत कर डाली जिससे पूरा पुलिस महकमा शर्मसार हो गया। इस एएसआई ने लूट के आरोपी से ही दो हजार रुपए की रिश्वत मांग ली और लुटेरे की तलाशी में मिले 1780 रुपए बतौर रिश्वत अपने पास रख लिए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने उसे रंगे-हाथों पकड़ लिया, अब उसे मजिस्टे्रट के समक्ष पेश किया है।


एसीबी के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि एएसआई शिवाराम ने कुछ समय पहले लूट के आरोपी अशोक कुमार को पकड़ा था। उसकी तलाशी में हाथघड़ी, मोबाइल और 2280 रुपए बरामद हुए थे। यह सामान मालखाने में जमा करने के बजाय एएसआई ने अपने पास रख लिए। इन सामान व रुपयों को लौटाने के लिए उसने अशोक कुमार से 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। एसीबी में शिकायत होने पर एएसआई को ट्रेप करने की योजना बनाई गई। जैसे ही अशोक रिश्वत के 2 हजार रुपए लेकर एएसआई के पास पहुंचा, एएसआई ने हाथघड़ी व मोबाइल के साथ 500 रुपए लौटाए और 1780 रुपए बतौर रिश्वत अपने पास रख लिए।

महिला जिला कलेक्टर साफा पहन ने ली सलामी


महिला जिला कलेक्टर साफा पहन ने ली सलामी 


गणतन्त्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया 


बाडमेर, 26 जनवरी। गणतन्त्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह गुरूवार को आदर्श स्टेडियम में हर्षोल्लास से मनाया गया। समारोह की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने प्रातः 9 बजे ध्वजारोहरण कर परेड का निरीक्षण किया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली। आज के समारोह का मुख्य आकशर्शण जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान थी जिन्हाकनक घ्वजारोहण के समय परम्परागत राजस्थानी साफा पहना।आजादी के बाद बाडमेर में यह पहला अवसर था जब महिला कलेकटर नें गणतंत्र दिवस पर घ्वजारोहण किया। 
इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने सभी को गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाए दी तथा शहीदों को नमन किया। गणतन्त्र दिवस के अवसर पर आयोजित मार्च पास्ट में परेड कमाण्डर पुलिस इन्सपेक्टर मोहनसिंह के नेतृत्व में बी.एस.एफ., राजस्थान पुलिस, अरबन होम गार्ड, सीनियर व जूनियर एन.सी.सी. केडेट्स, राश्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाएं एवं स्वयं सेवक, स्काउट और गाइड दल की टुकडियों ने परेड में हिस्सा लिया। मार्च पास्ट के पश्चात अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित द्वारा महामहिम राज्यपाल के सन्देश का पठन किया गया। 
इसके पचात जिले की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के लगभग 2000 छात्रछात्राओं द्वारा व्यायाम प्रदर्शन किया गया तथा इन्ही छात्र छात्राओं द्वारा सामुहिक गान की भानदार प्रस्तुति दी गई। सामूहिक गान के पश्चात 200 से अधिक स्काउट द्वारा आकशर्क पिरामिड का प्रदर्शन किया गया। इसी कडी में समारोह की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान द्वारा जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दो भक्ति गीत की प्रस्तुति के बाद में रंग बिरंगे परिधानों से सुसज्जित करीब 150 बालिकाओं द्वारा सामूहिक लोक नृत्य ॔॔ हम है भारत की जाबाज नारी ...॔॔ प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं तथा सरकारी विभागों द्वारा अलग अलग विषयों पर तैयार झांकियों का प्रदार्न किया गया। 
समारोह में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, विधायक मेवाराम जैन, पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके समेत पुलिस, प्रशासन, सेना, वायुसेना, बीएसएफ के अधिकारी, जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। प्रातः कालीन कार्यक्रम की कमेन्ट्री प्रवक्ता मुको पचौरी तथा श्रीमती रक्षिता नैगी द्वारा की गई। 
समूचे जिले में गणतन्त्र दिवस पूर्ण हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य चौराहों एवं सरकारी भवनों पर आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की गई थी। 
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जिला कलेक्टर की हठधर्मिता के चलते मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह का किया बहिष्कार

जिला कलेक्टर की हठधर्मिता के चलते मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह का किया बहिष्कार


जैसलमेर- जैसलमेर के जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद स्वामी की कार्यप्रणाली को लेकर स्थानीय मिडिया कर्मियों में इतना आक्रोश फैला कि जैसलमेर के मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय लिया. जिसके चलते आज मुख्य समारोह स्थल पर मिडिया कर्मियों के लिए आरक्षित स्थल खाली नज़र आया.


हुआ यूँ कि गणतंत्र दिवस पर उल्लेखनीय व सराहनीय कार्यों के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रतिवर्ष एक दो मिडिया कर्मियों को सम्मानित किये जाने कि परंपरा है. इसी कड़ी में इस बार भी मिडिया कर्मियों द्वारा एक प्रस्ताव जिला कलेक्टर को भेजकर एक न्यूज़ चेनल के संवाददाता को सम्मानित किये जाने कि मांग कि, जिस पर जिला प्रशासन द्वारा हमेशा कि भांति गठित कमिटी कि बैठक के बाद 36 नाम सम्मानित सूची में डाले गए जिसमे से एक नाम न्यूज़ चेनल के संवाददाता का भी था. ज्योंही यह सूची जारी हुई त्योंही जिला कलेक्टर द्वारा इस सूची को मंगवाकर न्यूज़ चेनल के संवाददाता का नाम उस लिस्ट में से हटाने के लिए निर्देशित किया गया. जिला कलेक्टर कि इस कार्यप्रणाली को लेकर यहाँ के मिडिया कर्मियों में काफी आक्रोश है. जिला कलेक्टर द्वारा नाम लिस्ट से हटवाए जाने के निर्णय पर मिडिया कर्मियों ने तुरंत जिला कलेक्टर से संपर्क किया पर जिला कलेक्टर ने सूची से नाम हटवाने के बारे में कोई संतोषजनक जवाब न देने पर मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में शामिल न होने का निर्णय लिया .
जिसके चलते आज जिला प्रशासन द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के समारोह स्थल पर मिडिया कर्मियों का आरक्षित स्थल खाली नज़र आया.

गणतंत्र दिवस: राष्ट्रपति ने फहराया तिरंगा, जश्न



देश के 63वें गणतंत्र दिवस के मौके पर गुरुवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने राजपथ पर तिरंगा फहराया और इस मौके पर आज राजपथ पर राष्ट्रपति ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में थाईलैण्ड की पहली महिला प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इससे पहले राष्ट्रपति ने इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

गणतंत्र दिवस समारोह में इस साल सबके आकर्षण का केंद्र होगी 150 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली प्रहार मिसाइल। परमाणु हथियार ले जाने वाली यह बैलिस्टिक मिसाइल जमीन से जमीन पर मार कर सकती है। डीआरडीओ ने इसे विकसित किया है। वहीं, अग्नि 4 मिसाइल का भी औपचारिक प्रदर्शन होगा। 3000 किलोमीटर तक मार करने वाली यह मिसाइल सबसे अहम हथियारों में से एक है। मानव रहित विमान रुस्तम भी लोगों को लुभाएगा। यह विमान 250 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसके अलावा पहली बार रॉकेट लॉन्चर पिनाका और अत्याधुनिक जैमर भी लोग देखेंगे।
India celebrates 63rd Republic Day 


प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्विटर पर दिए गए बधाई संदेश में गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर आईबी के आतंकी हमले के अलर्ट के बाद राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में चौकसी बढ़ा दी गई है।

राज्यपाल ने फहराया तिरंगा

राज्यपाल ने फहराया तिरंगा

जयपुर। 63वें गणतंत्र दिवस पर राजस्थान में राज्य स्तरीय समारोह यहां एसएमएस स्टेडियम में हुआ। सुबह 9:30 बजे राज्यपाल शिवराज पाटिल ने तिरंगा फहराया।
इसके बाद उन्होंने परेड की सलामी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सिविल लाइंस स्थित अपने राजकीय निवास पर प्रात: 7 बजे झंडारोहण किया। गहलोत को आर.ए.सी. की चतुर्थ बटालियन के कंपनी कमांडर सत्यप्रकाश के नेतृत्व में टुकड़ी ने सलामी दी।

मुख्यमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कार्यालय एवं निवास पर कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और मुंह मीठा करवाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्रीमत पांडेय, पुलिस महानिरीक्षक मुख्यमंत्री सतर्कता एवं सुरक्षा सौरभ श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव रजत मिश्र, मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता गहलोत, उनके पुत्र वैभव गहलोत सहित बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री कार्यालय एवं निवास के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

भावी पीढ़ी को सुरक्षित गणतंत्र सौंपें
विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा है कि हम भारतीय संविधान के मान सम्मान की रक्षा करें और देश की भावी पीढ़ी के हाथों में सुरक्षित गणतंत्र सौंपे। शेखावत गणतंत्र दिवस के अवसर पर गुरूवार को राजस्थान विधानसभा में ध्वजारोहण करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम उन शहीदों को भी याद करें जिन्होंने हमें आजादी दिलायी और हमें गणतंत्र की ओर अग्रसर किया।

लोकतंत्र मजबूत करने में हर व्यक्ति की भागीदारी
राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. बी.डी. कल्ला ने देश की अखण्डता एवं एकता को चुनौती देने वालों से सावधान रहते हुए ऎसी ताकतों का मुंहतोड़ जवाब देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि संविधान प्रदत्त आदर्शों का अनुसरण कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। डॉ. कल्ला गुरूवार को यहां वित्त भवन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण करने के बाद उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष ने इस अवसर पर कोषालयों में एकीकृत वित्त प्रबंध प्रणाली लागू करने तथा सराहनीय कार्य करने के लिए 19 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

राजपथ पर बिखरे राजस्थानी रंग

राजपथ पर बिखरे राजस्थानी रंग

जयपुर। नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में राजस्थान की बहुरंगी छटा देखने को मिली। परेड में निकली केन्द्र एवं राज्यों की 23 झांकियों में राजस्थान की ऎतिहासिक आमेर किले की झांकी ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया। इस झांकी के माध्यम से राजस्थान की ऎतिहासिक एवं सांस्कृतिक वैभव की छवि प्रदर्शित की गई। गुलाबी रंग से सजी इस झांकी की परिकल्पना यूनिस्को द्वारा विश्व धरोहर संरक्षित सूची में आमरे किले को शामिल करने के प्रस्ताव के संदर्भ में की गई है।

परेड में चटख राजस्थानी रंगों से सजे धजे और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस में स्थान बनाने वाले दुनिया के एक मात्र कैमल बैंड की छटा देखते ही बनी। वर्ष 1986-87 में स्थापित हुआ यह ऊंट बैंड दस्ता सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) के जवानों से सुसज्जित था। कैमल बंैड की ओर से राजपथ पर छोड़ी जाने वाले राष्ट्रभक्ति की धुनों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

परेड में शामिल हुआ राजस्थान का बहादुर
गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित देश के 24 बहादुर बच्चे शामिल हुए। इनमें सबसे कम उम्र का जैसलमेर जिले के सिंह की ढाणी (ग्राम प्रतापगढ़)निवासी सात वर्षीय बहादुर बालक मास्टर डूंगर सिंह भी शामिल हुआ।

सुर संगम में आज - सारंगी की सुरमई तान

पश्चिमी राजस्थान में एक कहावत प्रचलित है - ''ताल मिले तो पगाँ रा घुंघरु बाजे'' अर्थात गायकी के साथ यदि सधा हुआ संगतकार (साथ वाद्य बजाने वाला) हो तो सुननेवाला उस गीत-संगीत में डूब जाता है। राजस्थानी लोक संस्कृति में लोक वाद्यों का काफ़ी प्रभाव रहा है। प्रदेश के भिन्न-भिन्न अंचलों में वहाँ की संस्कृति के अनुकूल स्थानीय लोक वाद्य खूब रच-बसे हैं। जिस क्षेत्र में स्थानीय लोक कला एवं वाद्यों को फलने-फूलने का अवसर मिला है वहाँ के लोक वाद्यों की धूम देश के कोने-कोने से लेकर विदेशों तक मची है। इन्हीं वाद्य यंत्रों में एक प्रमुख वाद्य यंत्र है - ''सारंगी''। सुर-संगम के २४वें साप्ताहिक अंक में मैं, सुमित चक्रवर्ती सभी श्रोता-पाठकों का अभिनंदन करता हूँ।

सारंगी शब्द हिंदी के 'सौ' और 'रंग' शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है सौ रंगों वाला। ऐस नाम इसे इस्लिए मिला है कि इससे निकलने वाले स्वर सैंकड़ों रंगों की भांति अर्थवत और संस्मरणशील हैं। सारंगी प्राचीन काल में घुमक्कड़ जातियों का वाद्य था। मुस्लिम शासन काल में यह नृत्य तथा गायन दरबार का प्रमुख वाद्य यंत्र था। इसका प्राचीन नाम ''सारिंदा'' था जो कालांतर के साथ ''सारंगी'' हुआ। राजस्थान में सारंगी के विविध रूप दिखाई देते हैं। मीरासी, लाँगा, जोगी, मांगणियार आदि जाति के कलाकारों द्वारा बजाये जाने वाला यह वाद्य गायन तथा नृत्य की संगीत की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। संगत वाद्य के साथ सह स्वतंत्र वाद्य भी हैं। इसमें कंठ संगीत के समान ही स्वरों के उतार-चढ़ाव लाए जा सकते हैं। वस्तुत: सारंगी ही ऐसा वाद्य है जो मानव के कंठ के निकट है। सांरगी शास्त्रीय संगीत का भी एक प्रमुख संगति वाद्य है। परंतु एकल वाद्य के रूप में भी सारंगी बहुत मनोहारी सुनाई पड़ती है। पं.राम नारायण,साबरी ख़ाँ,लतीफ़ख़ाँ और सुल्तान ख़ाँ जैसे कई उस्ताद सारंगी का प्रयोग शास्त्रीय संगीत में करते रहे हैं।


"एक चांटे से आ जाएगा दिमाग ठिकाने"

"एक चांटे से आ जाएगा दिमाग ठिकाने"

रालेगण सिद्धी। अन्ना हजारे ने एक बार फिर विवादित टिप्प्णी की है। अन्ना ने कहा है कि जब
किसी व्यक्ति के भ्रष्टाचार सहन करने की ताकत खत्म हो जाती है तो उसके पास थप्पड़ के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचता।

आम आदमी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई पर आधारित फिल्म "गली गली चोर है" देखने के बाद अन्ना ने कहा, जब किसी व्यक्ति के भ्रष्टाचार सहन करने की ताकत खत्म हो जाती है तो सामने कोई भी हो उसे एक थप्पड़ जड़ देने से सामने वाला का दिमाग सही हो जाता है। अब केवल यही रास्ता बचा है।

मंगलवार को अन्ना के लिए इस फिल्म का विशेष शो आयोजित किया गया था। गौरतलब है
कि अन्ना ने गत 24 नवंबर को केंद्रीय मंत्री शरद पवार को थप्पड़ पड़ने पर कहा था, बस एक ही मारा?

भंवरी सेक्स सीडी सौदा, अब भंवर में पूर्व बीजेपी नेता!

जोधपुर.सीबीआई ने बुधवार को भाजपा के पूर्व नेता व पिछली बार मदेरणा के सामने ओसियां से विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले शंभूसिंह खेतासर को सर्किट हाउस बुलाया। खेतासर से पूरे दिन गहन पूछताछ की गई। बताया जाता है कि सीबीआई को संदेह है कि भंवरी के अपहरण के बाद हुए आंदोलनों में खेतासर ने सहयोग किया था। इसके अलावा भंवरी और मदेरणा की आपत्तिजनक सीडी के सौदे के संबंध में भी उनसे पूछताछ की जा सकती है।

इंद्रा-रेशमाराम का सुराग नहीं लगा:

सीबीआई को अब लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा विश्नोई और उसके सहयोगी रेशमाराम की तलाश है। ये दोनों भी करीब ढाई माह से फरार हैं और उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुके हैं। पिछले चार दिन से इन दोनों की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है, मगर उनका सुराग नहीं लगा है।

केसरियामय हुओ आपणौ जैसाणौ


केसरियामय हुओ आपणौ जैसाणौ

जैसलमेर यूरोप के इतिहासकार एल्फिस्टन ने लिखा है कि राजपूत लोहे से कटने वाले नहीं है, वे कटना व मरना नहीं जानते हैं। संत धर्मबंधु महाराज ने कहा कि राजपूत जब सभ्यता से विमुख हो रहे थे तब तनसिंहजी ने उन्हें मार्गदर्शन दिया। धर्मबंधु महाराज राजपूत छात्रावास में आयोजित तनसिंह जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। क्षत्रिय युवक संघ की ओर से बुधवार को भव्य समारोह आयोजित किया गया। समारोह में आसपास के जिलों व गांवों से 20 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।तनसिंहजी के बताए मार्ग पर चलने के लिए अतिथियों ने उपस्थित हजारों लोगों से आह्वान किया। कार्यक्रम में संत धर्मबंधु जी महाराज मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। मंचासीन अतिथियों में संघ प्रमुख भगवानसिंह व पूर्व महाराव बृजराज सिंह भी शामिल थे।धर्मबंधु महाराज ने कहा कि प्राचीन ग्रंथ ऋगवेद है और प्राचीन भाषा संस्कृत। जिसे विश्व के कई ग्रंथों ने माना है। ढाई अरब लोग बाइबिल को मानते हैं जिसमें भी यही लिखा है कि एक जाति है, एक भाषा है और एक ही समाज है। इतिहासकार मैक्स मूलर ने लिखा है कि दुनिया मानती है कि भारतीय संस्कृति प्राचीन है।

महिलाओं की भी रही भागीदारी: तनसिंह जयंती समारोह के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रहीं। दोपहर करीब एक बजे शुरू हुए समारोह में कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस दौरान आसरी मठ के महंत भी उपस्थित थे।

मौजिज व गणमान्य लोग रहे उपस्थित: तनसिंह जयंती समारोह में पूर्व सांसद मेजर मानवेन्द्रसिंह, विधायक छोटूसिंह भाटी, पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी व किशनसिंह भाटी, वरिष्ठ नेता शैतानसिंह राठौड़, सुनीता भाटी, प्रधान लक्ष्मी कंवर, प्राप्ति राठौड़, पूर्व प्रधान करूणा कंवर सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

20 हजार से अधिक लोग पहुंचे : कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने बताया कि पिछले कई दिनों से क्षत्रिय युवक संघ के कार्यकर्ता इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दौड़ भाग कर रहे थे। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में हजारों लोगों की उपस्थिति ने कार्यकर्ताओं की मेहनत को सफल कर दिया। कार्यक्रम पूरी तरह से अनुशासित रहा और गांव गांव से लोग जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे।

कोलंबो से कोलंबस तक एक कर सकते हैं राजपूत : धर्मबंधु महाराज ने कहा कि राजपूतों में वह शक्ति है कि वे कोलंबो से कोलंबस तक एक कर सकते हैं। उन्होंने यहूदियों का उदाहरण देते हुए बताया कि 1600 वर्षों बाद यहूदी उठ खड़े हुए। छोटा इजरायल देश आज जगत गुरु के बराबर है। वहां 2 फीसदी लोग हिब्रू भाषा बोलते थे फिर भी उसे राष्ट्र भाषा घोषित कर दिया गया।






कांग्रेस सरकार से आमजन त्रस्त : मानवेंद्रसिंह

कांग्रेस सरकार से आमजन त्रस्त : मानवेंद्रसिंह

सांकड़ा। ग्राम पंचायत के सदरासर गांव में  बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद मानवेंद्रसिंह के मुख्य आतिथ्य में ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित की गई। इसमें 200 ग्रामीणों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बैठक में पूर्व सांसद मानवेंद्रसिंह ने कहा कि केंद्र व प्रदेश में कांग्रेस की सरकार से आमजन त्रस्त है। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकार के मंत्री आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा रहे हैं। सरकार उन्हें बचाने में लगी हुई है और आम जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

उन्होंने बाबा रामदेव व अन्ना हजारे के आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशों में जमा कालाधन हो या भ्रष्टाचार किसी भी मुद्दे पर सरकार बात करने को तैयार नहीं है। उल्टे आंदोलनों को कुचलने में लगी हुई है। देश को भ्रष्टाचार, अराजकता व अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए भाजपा ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने ग्रामीणों से भाजपा के साथ जुड़ कर उसे मजबूत करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर भाजपा नेता जुगलकिशोर व्यास, पूर्व विधायक सांगसिंह, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मौलवी हबीबुल्ला, वरिष्ठ नेता शैतानसिंह राठौड़, जिला परिषद के पूर्व सदस्य दलपतसिंह, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री जीवणखां, फिरोजखां, उम्मेदसिंह सांकड़ा ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन मदनसिंह राजमथाई ने किया।

बैठक में सर्वाधिक संख्या अल्पसंख्यक समाज के लोगों की थी। करीब 200 अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व सांसद ने मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। इससे पहले पूर्व सांसद का राणसिंह की ढाणी व विशनसिंह की ढाणी में ग्रामीणों ने साफा पहनाकर व माल्यार्पण कर सम्मान किया।

तनसिंह जयंती समारोह "ज्ञान व शक्ति के विकास से प्रगति करेगा राष्ट्र"

 तनसिंह जयंती समारोह 

"ज्ञान व शक्ति के विकास से प्रगति करेगा राष्ट्र"


जैसलमेर। गुजरात के प्रमुख संत स्वामी धर्मबंधु ने कहा कि जिस देश का नेतृत्व सक्षम लोगो के हाथों मे है, वही देश विकसित, मजबूत व व्यवस्थित होगा। उन्होने कहा कि ज्ञान व शक्ति के विकास से ही राष्ट्र को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। वे बुधवार को जैसलमेर के जवाहिर राजपूत छात्रावास मे तनसिंह जयंती समारोह के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि सृष्टि के आरंभ मे एक ही जाति, भाषा व संस्कृति के लोग थे। चूंकि सबसे प्राचीन संस्कृति वैदिक संस्कृति मानी जाती है, ऎसे मे यह तय है कि जो प्राचीनतम लोग होंगे, वे वैदिक संस्कृति के ही होंगे।

भारत की संस्कृति प्राचीन
उन्होने कहा कि सारी दुनिया यह मानती है कि भारत की संस्कृति प्राचीन है। ईरान मे आर्याना रोड, जकार्ता मे गरूड़ एयरपोर्ट, उज्बेकिस्तान मे चर्वाक सरोवर इसके उदाहरण हैं। उन्होने कहा कि दुनिया की प्राचीन संस्कृति को मिटाने के लिए देश पर 11 बार आक्रमण हुए, लेकिन यहां की संस्कृति को नष्ट करने की कोशिशें हर बार विफल रही।

तनसिंह के कार्य महानतम
उन्होने कहा कि यदि यहूदी करीब 1600 साल बाद अपना परचम लहरा सकते हैं, तो राजपूत जाति भी कोलंबो से काबुल व तिब्बत से त्रिपुरा व यंगून तक देश की सीमाएं व्यवस्थित कर सकती है। उन्होने कहा कि तनसिंह की ओर से किए गए कार्य दुनिया के महानतम कार्यो मे से एक हैं।

कार्यो से साबित करें श्रेष्ठता
क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कहा कि राजपूत समाज को अपने कार्यो से श्रेष्ठता साबित करनी होगी। उन्होने तनसिंह के आदर्श जीवन को अनुकरणीय बताते हुए उनसे सीख लेने की बात कही। उन्होंने त्याग की भावना विकसित करने और समाज सेवा मे जुटने की भी सीख दी।

पाश्चात्य सभ्यता के भ्रमजाल में नहीं पड़ें
इस मौके पर बृजराजसिंह ने कहा कि मनुष्य को चिंतनशील होना चाहिए, यही गुण व्यक्ति को शीर्ष की ओर ले जाता है। उन्होने समाज को तनसिंह व क्षत्रिय युवक संघ के मार्ग पर चलने की बात कही। उन्होने पाश्चात्य सभ्यता के भ्रमजाल से अलग होकर समाज के विकास मे भागीदार बनने का आह्वान किया। कार्यक्रम की शुरूआत मे तारेंद्रसिंह झिनझिनयाली ने गणेशवंदना की। दण्डवंदना के बाद अतिथियो ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने अतिथियो व आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम मे संघ के केन्द्रीय संचालन प्रमुख महावीरसिंह सरवड़ी ने तनसिंह के जीवनवृत पर प्रकाश डाला। इस दौरान रामसिंह माडपुरा ने मैं निर्झर हूं.. गीत पेश किया।

20 हजार लोगो का हुजूम
जैसलमेर मे तनसिंह जयंती समारोह के दौरान शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो से करीब 20 हजार लोग पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान जहां राजपूत समाज के जनप्रतिनिधियो व जिले के मौजीज लोगो सहित जनप्रतिनिधियो ने शिरकत की, वहीं ग्रामीण क्षेत्रो से बड़ी संख्या मे वाहनो मे बैठकर पुरूष, महिलाएं व बच्चे पहंुचे। कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए क्षत्रिय युवक संघ के स्वयंसेवको की ओर से ओर से व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम मे मीडिया प्रभारी कंवराजसिंह चौहन नेे ग्रामीण क्षेत्रो से लोगो को समारोह मे लाने मे सहयोग दिया।

जब मौत के सेज से जिंदा हो गई महिला, बंद हो गया रोना-धोना

नवलगढ़ (झुंझुनूं).पास के छोटे से गांव कारी में बिलखते परिजन व रिश्तेदार। घर के बाहर खामोश खड़े लोग। मुंडन करवाता बेटा। भीतर अंतिम संस्कार से पहले की परंपराएं और बाहर सजी हुई अर्थी। ऐसा ही गमगीन नजारा बुधवार सुबह कारी में रामकुमार सिंह राठौड़ के घर का था। परिवार 20 घंटे से शोक में डूबा था कि अचानक खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मृत करार दी गई महिला को होश आ गया।
 
जानकारी के अनुसार गांव की 67 वर्षीय मगन कंवर को 23 जनवरी को जयपुर के सोनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को दोपहर दो बजे करीब उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना पर पूरा परिवार शोक में डूब गया।


रिश्तेदारों को इसकी सूचना दे दी गई। घरवालों ने बुधवार को कारी में अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। परिजन बुधवार सुबह मगन को लेकर कारी आए। जहां अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी गई। पुत्र सुरेंद्र ने मुंडन भी करवा लिया।

महिलाओं ने मृत घोषित मगन को नहलाने की तैयारी शुरू कर दी। इसी दौरान मगन कंवर खर्राटे भरने लगी। भतीजे किशोर सिंह दौड़कर भीतर गए और देखा कि सांस चल रही है। उन्होंने गांव में कंपाउंडर सुरेश शर्मा को बुलवाया। उसने कहा कि ये जिंदा हैं। वहां के सरकारी अस्पताल में दो-तीन घंटे इलाज के बाद महिला को जयपुर रैफर कर दिया।


गम के आंसू खुशी में बदले

मगन के इकलौते पुत्र सुरेंद्र ने मुंडन करवा लिया था। मां जिंदा है, यह सुनकर पहले तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ। जाकर देखा तो सांस चल रही थी। गम के आंसू की जगह खुशी के आंसू छलक पड़े। सुरेंद्र ने बताया कि यह देवी मां का ही चमत्कार है।

चिकित्सकों का कहना है


डॉ. दिनेश गुप्ता ने बताया कि किन हालात में अस्पताल से छुट्टी दी गई, इस बारे में अधिकृत जानकारी नहीं है। वेंटीलेटर पर रहने वाले मरीज को होप लेस मान लिया होगा।

यहां से रैफर किया तब महिला की बीपी, पल्स व श्वास सामान्य थी लेकिन होश नहीं था। डॉ. अशोक चतुर्वेदी ने बताया कि महिला की हालत में रिकवरी हो रही है। अस्पताल प्रशासन की ओर से मगन के परिजनों को मृत्यु का प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है।


ब्रेन हेमरेज के बाद वेंटीलेटर पर लिया था
किशोर सिंह ने बताया जयपुर के दादी का फाटक क्षेत्र में रहने वाली चाची मगन का 23 जनवरी को नहाकर आई और चक्कर आने लगे। उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां चिकित्सकों ने कहा कि मगन को ब्रेन हेमरेज हो गया है। वहां वेंटीलेटर पर लिया गया। दोपहर करीब दो बजे मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार सुबह उनके शरीर में हलचल दिखी।

आतंकियों से लोहा लेने वाले शहीद लालसिंह को मिला शौर्य चक्र

.जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में छह महीने पूर्व आतंकवादियों से मुकाबला करते शहीद हुए जोधपुर के करवड़ गांव निवासी नायब सूबेदार लालसिंह खींची को शौर्य चक्र प्रदान किए जाने की घोषणा की गई है।  
57 राष्ट्रीय राइफल के खींची की पत्नी को यह शौर्य चक्र राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील मार्च में होने वाले समारोह में प्रदान करेंगी। कुपवाड़ा सेक्टर में 27 जुलाई 2011 को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सीने में गोली लगने से लालसिंह शहीद हो गए थे।

उनके साहस व वीरता के लिए 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर शौर्यचक्र से अलंकृत करने की घोषणा की गई है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल राजेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि यह शौर्य चक्र मार्च में राष्ट्रपति भवन में होने वाले एक समारोह में उनकी पत्नी ओमकंवर को प्रदान किया जाएगा।

आतंकियों से कई बार मुकाबला किया था :

वर्ष 1966 में जन्मे लालसिंह चौपासनी स्कूल में बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद बीस साल पूर्व सेना में भर्ती हुए थे। कमांडो का विशेष प्रशिक्षण हासिल करने की वजह से वे करीब 18 साल जम्मू-कश्मीर में ही तैनात थे। लालसिंह की कश्मीर में कई बार आतंकियों से मुठभेड़ हो चुकी थी।

पांच साल पूर्व मुठभेड़ के दौरान पेट व आंत में दो गोलियां लगी थी, लेकिन उनकी जान बच गई थी। उनकी इस वीरता के लिए उन्हें सेना मेडल भी दिया गया था। मौत को नजदीक से देखने के बावजूद लालसिंह का हौसला कम नहीं हुआ था और वे आतंकियों से मुकाबला करने में सबसे आगे रहते थे।