गुरुवार, 3 नवंबर 2011

भंवरी देवी अपहरण कांड ....मलखान सिंह की बहन इन्दिरा देवी सेपूछताछ

जोधपुर की नर्स भंवरी देवी के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने के मामले की जांच कर रहे केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के एक दल ने एक आरोपी मलखान सिंह की बहन इन्दिरा देवी से गुरुवार को यहां पूछताछ की।सीबीआई सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मलखान सिंह की बहन इंदिरा देवी को पूछताछ के लिए सर्किट हाउस में बुलाया गया। सीबीआई का एक दल इंदिरा देवी से पूछताछ कर रहा है।


सीबीआई के एक दल ने बुधवार को आरोपी सोहन लाल बिश्नोई के कुछ रिश्तेदारों से पूछताछ की। इस दल ने भंवरी के पति अमरचंद, वीडियो एल्बम के निर्माता राजेश परिहार सहित इस मामले से जुड़े कई अन्य लोगों से भी सवाल जवाब किए हैं। सोहन लाल विश्नोई न्यायिक हिरासत में है।

नर्स भंवरी देवी के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस प्रकरण में मुख्य आरोपी समझे जाने वाले शहाबुददीन ने मेट्रोपोलियन मजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) की अदालत में 22 अक्तूबर को आत्मसमर्पण किया था और इन दिनों वह सीबीआई की हिरासत में है।

सीबीआई ने लापता भंवरी देवी और इस मामले के एक आरोपी सही राम के बारे में पुख्ता सूचना देने वाले को क्रमश: पांच लाख रुपये और एक लाख रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है।

भंवरी देवी के पति अमरचंद ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और उनके सहयोगियों के इशारे पर भंवरी का अपहरण किया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिपाल मदेरणा को मंत्री पद से बर्खास्त किया था। हालांकि गहलोत ने इससे पहले महिपाल मदेरणा को अपने पद से त्यागपत्र देने की सलाह दी थी।



नरेंद्र मोदी का फरमान: कोई नहीं लाएगा मंच पर टोपी-काफा, उबाऊ भाषण भी नहीं होंगे



अहमदाबाद. गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी को अब कोई टोपी या काफा भेंट नहीं कर सकेगा। मोदी के साथ हाल में हुई ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सीएम ऑफिस ने ‘क्‍या करें’ और ‘क्‍या ना करें’ की लंबी लिस्‍ट तैयार की है। सद्भावना मिशन के तहत मोदी के उपवास के दौरान मुस्लिम समुदाय के दो लोगों ने सार्वजनिक मंच पर मोदी को टोपी और काफा भेंट करने की कोशिश की थी लेकिन सीएम ने इसे कबूल करने से इनकार कर दिया। भविष्‍य में ऐसी शर्मिंदगी से बचने के लिए सीएम ऑफिस ने तैयारी कर ली है।

सूत्रों के मुताबिक सीएम ऑफिस ने राज्‍य सरकार के वरिष्‍ठ मंत्रियों, पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की सलाह के बाद एक नोट तैयार किया है जिसके तहत मोदी से मिलने के लिए मंच पर जाने वाले हर शख्‍स की पहचान सुनिश्चित की जाएगी। किसी भी शख्‍स को सुरक्षाकर्मियों और पार्टी नेताओं की पूर्व अनुमति के बिना टोपी, शॉल जैसी चीजें लाने की इजाजत नहीं होगी। मोदी के मंच से उबाऊ भाषण दिए जाने पर भी रोक लगा दी गई है।


पार्टी कार्यकर्ताओं को मोदी के उपवास स्‍थल पर अधिक से अधिक व्‍यवसायियों, समाज सेवियों और धार्मिक नेताओं को लाने के लिए कहा गया है। मंत्रियों को हिदायत दी गई है कि मंच से दिए जाने वाले भाषण रिपीट नहीं होने चाहिए और ऐसे भाषण भी नहीं हों जिससे वहां बैठे लोग उब जाएं।

सीएम ऑफिस की ओर से तैयार किए गए इस फरमान को सभी प्रमुख अधिकारियों, मंत्रियों और पार्टी नेताओं के बीच बांट दिया गया है। अहमदाबाद से बीते 17 सितंबर को तीन दिनों का उपवास शुरू करने वाले मोदी द्वारका और नवसारी में भी ऐसे उपवास कर चुके हैं। सद्भावना उपवास का मकसद राज्‍य में सांपद्रायिक सद्भाव, एकता और भाईचारा को बढ़ावा देना है। गुजरात दंगे से जुड़े जाकिया जाफरी केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के तुरंत बाद ही मोदी ने इस सद्भावना उपवास का ऐलान किया था।

घुसपैठ करने वाले सात पाकिस्तानी गिरफ्तार

घुसपैठ करने वाले सात पाकिस्तानी गिरफ्तार

भुज। भारतीय तटरक्षक बल ने गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ तट के पास घुसपैठ कर भारतीय सीमा में आने वाले पाकिस्तान के सात नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी नाव भी जब्त कर ली गई है। तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने बताया कि गत रात जवानों ने नियमित गश्ती के दौरान अल हबीबी को तट के पास देखा था।


जवानों ने पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय सीमा में आने के संबंध में चेतावनी दी लेकिन उन्होंने चेतावनी की परवाह नहीं की। इस पर बल के जवानों ने उन्हें गिरफ्तार कर नाव जब्त कर ली। गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिकों को संयुक्त पूछताछ केंद्र में ले जाया जाएगा जहां विभिन्न सुरक्षा और एजेंसियां उनसे पूछताछ करेगी।

दलित छात्रों के साथ स्कूलों होता हैं भेदभाव,पोशाहार के लिए अलग बरतन







दलित छात्रों के साथ स्कूलों होता हैं भेदभाव,पोशाहार के लिए अलग बरतन

बाडमेर भारत को आजाद हुऐ भले ही साठ द
क से ज्यादा समय हो गया मगर दलित वर्ग दाज भी स्वर्णो की चौखटों से आगे ब नहीं पाया।सरकारी विद्यालयों में आज भी दलित छात्रों कें साथ सरओम भेदभाव होता हैं पोशाहार खाने के लिऐ आज भी उन्हे स्वर्ण छात्रों से अलग बिठाकर भीेजन दिया जाता हैं।दलित छात्रों को पोशाहार खाने के लिए अलग से बरतन अपने घरों से लाने पड रहे हैं।ये दास्तान कडवी हकीकत हैं,जो बाडमेर सहित राजस्थान भर के विद्यालयों में दो हराई जा रही हैं। एक दिन पूर्व जब बाडमेर जिले के ग्रामीण अंचलों की दर्जन भर से दधिक विद्यालयों में पहूचेॅ।तो िक्षा विभाग की सारी पोल खुल कर सामने आ गई।सो दस बजे भादरेस ग्राम पंचायत के एक प्राथमिक विद्यालय में पहुॅचें तों पोशाहार वितरण चल रहा था।पोशाहार पकाने वाली महिला बरामदे में बैठे छात्रों को जो स्वर्ण जाति के थेएउन्हे अलग से अपने हाथों से खाना परोस रही थी वही बरामदे के नीचे रेत पर 18 छात्र हाथों में कटोरीयॉ लिऐ अपनी बारी का इन्तजार कर रहे थेएपोशाहार पकाने वाली बाई ने स्वर्णो को पोशाहार देने के बाद दलित छात्रों को अपना अपना पोशाहार ले जाने के लिए आवाज दी।दलित छात्र उठे तथा अपने अपने बरतन पोशाहार लेने के लिऐ लाईन में लगा दिए।बाई एक एक कर दलित छात्रो के बरतनों में पोशाहार डालने लगी।दलित छात्र पोशाहार लेकर रेत पर बैठ क रमजे से खाने लगे।रेत पर बैठ कर पोशाहार खा रहे छात्र सुरताराम मेघवाल को जब बाकी बचचों से अलग खाने का कारण पूछा तो उसने बताया कि बरामदें में उॅची जात वाले छात्र बैइकर पोशाहार खाते हैंएवो हमारे को साथ नही बैठने देतेएइसिलिऐ नीचे बैठकर खातें हैं।उसने बताया कि हम बरतन अपने घरो से अलग से लाते हैं।जबकि दूसरे छात्रों को बरतन स्कूल से ही देतें हैं।सवर्ण जाति के छात्र जवाहर सिंह नें बताया कि सकूल में मेघवाल छात्र भी पतें हैं ,मेघवालों को साथ हम नहीं बिठातें इसिलिऐ स्कूलों में अलग से बैठतें हैं।विद्यालय के अघ्यापक ने नाम ना छापने की भार्त पर बताया कि दलित छात्र स्वयं स्वर्ण जाति के छात्रों के साथ बैइ कर खाने से परहेज करते हैं।विद्यालय ने समान व्यवस्था कर रखी हैं।भेदभाव गांवों में परम्परागत रूप से पी दर पी चल रहा हैं। बहरहाल सरकारी विद्यालयों में पोशाहार पकाने वाली महिलाऐं भी दलित वर्ग की नही के बरासबर हें।क्योकि दलित महिला के हाथों से बना पोशाहार भी स्वर्ण जाति के छात्र नही खातें।आजादी के साठ दशक बाद भी हिन्दूस्तान की तस्वीर से स्वर्ण और दलित के मध्य की खाइ्र नही हटाई जा सकी।जिला िक्षा अधिकारी नरसिंगाराम मेधवाल ने बताया कि विद्यालयें में पोशाहार वितरण की समान व्यवस्था चलती हैं।दलित छात्रों के साथ भेदभाव नहीं होता।
मानवता के विपरीत

शिक्षा के मंदिर में जब पढ़ाई में कोई भेदभाव नहीं होता तो पास-पास बैठकर भोजन करने में ऐसा करना मानवता के विपरीत है। भारतीय संविधान ने भी सभी को समानता का दर्जा दिया है, शिक्षा के मंदिरों में ऐसा कृत्य बच्चों में हीन भावना पैदा करती है। कुछ ऐसी ही शिकायतों पर शिक्षा विभाग गंभीर नजर आ रहा है। ये शिकायत की है उन बच्चों के परिजनों ने, जिनके साथ स्कूल में ऐसा वाकया हुआ है। शिक्षा विभाग ने स्कूल में बच्चों के साथ भेदभाव को गंभीरता से लेते हुए परिपत्र जारी कर संस्था प्रधानों को भेदभाव रोकने के लिए पाबंद किया है।

ये थी शिकायत: परिजनों ने शिकायत की थी स्कूल में उनके बच्चों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्हें पोषाहार के समय अलग बिठाया जाता है और उनके खाने के बर्तन भी अलग रखे जाते हैं।




अब एक साथ बैठकर करेंगे भोजन

स्कूलों में मध्यान्ह के समय बच्चों को मिलने वाले पोषाहार में सभी बच्चों को एक साथ भोजन करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक की ओर से जारी किए गए परिपत्र में संस्था प्रधानों और शिक्षकों को स्पष्ट हिदायत दी गई है कि बच्चों को सामूहिक रूप से बिठाकर भोजन का वितरण किया जाए। साथ ही बच्चों के खाने-पीने के बर्तन भी एक साथ रखें।

कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

डीईओ ने सभी संस्था प्रधानों और शिक्षकों को स्पष्ट हिदायत दी है कि अगर किसी भी स्कूल में बच्चों के साथ भेदभाव पाया गया तो संबंधित के खिलाफ न सिर्फ विभागीय कार्रवाई की जाएगी बल्कि भारतीय संविधान के अनुरूप कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

कितना गलत है ये

नन्हे-नन्हे बच्चों के साथ भेदभाव न सिर्फ अमानवीय है बल्कि हीन भावना का परिचायक है। इससे बच्चे के मस्तिष्क में कुंठा और हीनता का भाव पैदा होता है। शिक्षा के पुनीत कार्य में लगे कथित कार्मिकों का यह कृत्य न सिर्फ आपराधिक है बल्कि देश की भावी पीढ़ी नन्हे बच्चों को समाज में बांटना घोर निंदनीय है। संविधान ने भी ऐसे लोगों को दंड का भागी माना है।

कार्रवाई करेंगे

॥भेदभाव की शिकायतों पर अभियान चलाकर समय-समय पर स्कूलों की जांच की जाएगी। अगर शिकायत सही पाई गई तो संबंधित संस्था प्रधान और अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ञ्जञ्ज

डूंगरदास खींची, एडीईओ प्रारंभिक, बाड़मेर

हवस की भूख में बाप-बेटे बने हैवान, नाबालिग की जिंदगी कर दी बर्बाद

जम्मू राजौरी पुलिस ने बुधवार को एक बाप-बेटे पर बलात्कार का मामला दर्ज किया है। उनके खिलाफ एक नाबालिग ने शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में उसने बताया कि उसे शादी का झांसा देकर हवस का शिकार बनाया जाता रहा।


बाप नाबालिग को झांसा देता था कि उसकी शादी करवाई जाएगी। इसी आड़ में बेटा नाबालिग को हवस का शिकार बनाता रहा। पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार डागरी इलाके में रहने वाली एक 16 वर्षीय युवती ने परिजनों के साथ आकर पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई।


उसमें उसने बताया कि उसे मोहम्मद मुकसर उसे काफी समय से हवस का शिकार बना रहा है। मुकसर के पिता ने उसे शादी का झांसा दिया था। उसे कहा गया था कि वह अपने बेटे की शादी उससे करवा देगा। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने युवती की मेडिकल जांच करवाई। उसके बाद बाप बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। उन्हें पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे है।

आंवला नवमी 4 को, करें आंवला वृक्ष का पूजन



कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को अक्षयनवमी व आंवला नवमी कहते हैं। इस दिन स्नान, पूजन, तर्पण तथा अन्नदान करने से हर मनोकामना पूरी होती है। इस बार यह व्रत 4 नवंबर, शुक्रवार को है। अक्षयनवमी के दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आंवले का वृक्ष भगवान विष्णु को अतिप्रिय है। आंवले के वृक्ष में सभी देवताओं का निवास भी माना जाता है।

व्रत विधान

प्रात:काल स्नान कर दाहिने हाथ में जल, चावल, पुष्प आदि लेकर निम्न प्रकार से व्रत का संकल्प करें-

अद्येत्यादि अमुकगोत्रोमुक (गोत्र का उच्चारण करें) ममाखिलपापक्षयपूर्वकधर्मार्थकाममोक्षसिद्धिद्वारा श्रीविष्णुप्रीत्यर्थं धात्रीमूले विष्णुपूजनं धात्रीपूजनं च करिष्ये।

ऐसा संकल्प कर आंवले के वृक्ष के नीचे पूर्व दिशा की ओर मुख करके ऊँ धात्र्यै नम: मंत्र से आवाहनादि षोडशोपचार पूजन करके निम्नलिखित मंत्रों से आंवले के वृक्ष की जड़ में दूध की धारा गिराते हुए पितरों का तर्पण करें-

पिता पितामहाश्चान्ये अपुत्रा ये च गोत्रिण:।

ते पिबन्तु मया दत्तं धात्रीमूलेक्षयं पय:।।

आब्रह्मस्तम्बपर्यन्तं देवर्षिपितृमानवा:।

ते पिवन्तु मया दत्तं धात्रीमूलेक्षयं पय:।।

इसके बाद आंवले के वृक्ष के तने में निम्न मंत्र से सूत्रवेष्टन करें-

दामोदरनिवासायै धात्र्यै देव्यै नमो नम:।

सूत्रेणानेन बध्नामि धात्रि देवि नमोस्तु ते।।

इसके बाद कर्पूर या घृतपूर्व दीप से आंवले के वृक्ष की आरती करें तथा निम्न मंत्र से उसकी प्रदक्षिणा करें -

यानि कानि च पापानि जन्मान्तरकृतानि च।

तानि सर्वाणि नश्यन्तु प्रदक्षिणपदे पदे।।

इसके अनन्तर आंवले के वृक्ष के नीचे ब्राह्मण- भोजन भी कराना चाहिए और अन्त में स्वयं भी आंवले के वृक्ष के नीचे बैठकर भोजन करना चाहिए। एक पका हुआ कुम्हड़ा (कद्दू) लेकर उसके अंदर रत्न, सुवर्ण, रजत या रुपया आदि रखकर निम्न संकल्प करें-

ममाखिलपापक्षयपूर्वक सुख सौभाग्यादीनामुक्तरोत्तराभिवृद्धये कूष्माण्डदानमहं करिष्ये।

तदनन्तर विद्वान तथा सदाचारी ब्राह्मण को तिलक करके दक्षिणासहित कुम्हड़ा दे दें और निम्न प्रार्थना करें-

कूष्णाण्डं बहुबीजाढयं ब्रह्णा निर्मितं पुरा।

दास्यामि विष्णवे तुभ्यं पितृणां तारणाय च।।

पितरों के शीतनिवारण के लिए यथाशक्ति कंबल आदि ऊर्णवस्त्र भी सत्पात्र ब्राह्मण को देना चाहिए।

घर में आंवले का वृक्ष न हो तो किसी बगीचे आदि में आंवले के वृक्ष के समीप जाकर पूजा, दानादि करने की भी परंपरा है अथवा गमले में आंवले का पौधा रोपित कर घर में यह कार्य सम्पन्न कर लेना चाहिए।

बुधवार, 2 नवंबर 2011

आरएएस अफसर सहारण का कार्मिक दफ्तर में निधन

आरएएस अधिकारी हनुमान सारण का निधन
जयपुर। गंगानगर में आम्र्स प्रकरण में निलंबित आरएएस अधिकारी हरलाल सहारण का बुधवार को सुबह सवा नौ बजे यहां कार्मिक विभाग के विजिटिंग रूम में निधन हो गया। वे आठ माह से निलंबित चल रहे थे और फरवरी, 2012 में रिटायर होने वाले थे। सहारण निलंबन और पड़ोसी से चल रहे किसी विवाद को लेकर परेशान थे और कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव को बहाली की अर्जी देने के लिए आए थे।


कामिर्क विभाग के प्रमुख सचिव खेमराज और विभाग के अन्य कार्मिकों से मिली जानकारी के अनुसार सहारण कार्यालय खुलने से पहले ही यहां आ गए थे और विजिटिंग रूम में बैठकर कार्मिक प्रमुख सचिव के आने के इंतजार कर रहे थे। इसी कक्ष में अधिकारियों और कर्मचारियों के हाजरी रजिस्टर रखे होते हैं।


हस्ताक्षर करने के लिए आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें असहज देखा तो उन्हें पानी पिलाया, पानी पीते ही वे एक ओर लुढ़क गए। वहां मौजूद कर्मचारियों ने सुरक्षा कर्मियों और केयर टेकर से जुड़े अफसरों को जानकारी दी। इस बीच कार्मिक प्रमुख सचिव खेमराज आ गए। उन्होंने अपनी गाड़ी में सहारण को एसएमएस अस्पताल भिजवाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में खेमराज ने भी अस्पताल जाकर उनके परिजनों को सांत्वना दी और पोस्टमार्टम आदि के लिए डॉक्टरों से बातचीत की।



हरलाल सहारण मूल रूप से चूरू जिले के झारिया गांव के रहने वाले थे। वे वर्तमान में जयपुर के चित्रकूट में रह रहे थे। तहसीलदार के पद से आरएएस के रूप में उन्हें 1993 में पदोन्नति मिली थी। वे नवंबर, 2004 से मई, 2007 के दौरान गंगानगर में एडीएम के पद पर पदस्थापित थे। इस अवधि में कथित हथियारों के लाइसेंस मामले में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। एसीबी की जांच के बाद उन्हें बीकानेर जिला परिषद में सीईओ रहने के दौरान उन्हें निलंबित किया गया था। कार्मिक विभाग के सूत्रों के अनुसार उनकी जांच चल रही थी। निलंबन की अवधि में पहले छह माह में अधिकारी को 50 प्रतिशत और उसके बाद 75 प्रतिशत वेतन दिया जाता है।

मुतासिम की दीवानी का कैरियर तबाह

मुतासिम की दीवानी का कैरियर तबाह

बर्लिन। लीबिया के पूर्व शासक मुअम्मर गद्दाफी के बेटे मुतासिम गद्दाफी के साथ संबंध रखने और गद्दाफी परिवार की बढ़चढ़कर तारीफ करने की वजह से अमेरिकी मॉडल वेनेसा हेसलर का कैरियर भी तबाह कर दिया गया है।

जर्मनी की टेलीफोन कंपनी टेलीफोनिका जर्मनी के प्रवक्ता अलबर्ट फट्शे ने सोमवार को बताया कि उनकी कंपनी हेसलर के साथ अपना करार रद्द करती है और अगले कुछ घंटों में ही उसका चेहरा कंपनी की वेबसाइट से हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हेसलर ने लीबिया मुद्दे पर अपने बयानों से दूरी नहीं बनाई जिसके कारण उन्हें यह कांट्रेक्ट गंवाना पड़ा। हेसलर कई वर्षो से कंपनी की ब्रांड इमेज के रूप में प्रसिद्ध हो चुकी थीं। जर्मनी के कई शहरों में उनके पोस्टर लगे हुए थे।

उन्होंने इतालवी पत्रिका डिवा ए डोन को बताया था कि चार वर्षो तक वह मुतासिम को डेट करती रही थीं। उन्होंने बताया था कि लीबिया में कर्नल गद्दाफी के शासन के खिलाफ भड़के जनविद्रोह के बाद से उनका मुतासिम से कोई संपर्क नहीं हो पाया था। उन्होंने यह भी कहा था कि लीबियाई विद्रोही नहीं जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सिर्त के पतन के समय कर्नल मुअम्मर गद्दाफी और मुतासिम हमलावरों का शिकार बन गए थे और उनकी मौत हो गई थी। इन्हें रेगिस्तान में किसी अज्ञात जगह दफना दिया गया था।

ए एन एम् के साथ योंन शोषण के आरोपी ने आत्म समर्पण किया


ए एन एम् के साथ योंन शोषण के आरोपी ने आत्म समर्पण किया 

बाड़मेर बाड़मेर के बहुचर्चित ए  एन एम् योंन शोषण एवं एम् एम् एस प्रकरण के मुख्या आरोपी ने आज पुलिस के सामने आत्म समर्पण कर दिया .पुलिस सूत्रों ने बताया की बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित जीवन ज्योत अस्पताल के भागिदार प्रकाश दरजी द्वारा अस्पताल की ए एन एम् के साथ योंन शोषण कर उसकी असलील फिल्म बनाई गयी .उसके द्वारा नर्स के साथ बलात्कार करने तथा असलील सी डी बना कर ब्लेक मेल करने का मामला सिटी कोतवाली में दर्ज कराया था जिस पर कार्यवाही कर पुलिस ने जीवन ज्योत अस्पताल को सीज किया था पुलिस द्वारा आरोपी की सरगर्मी से तलाश की  जा रही थी इसी बीच उसने आत्म समर्पण कर दिया .  

पाक का भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा



पाक का भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा

इस्लामाबाद। पाकिस्तान केबिनेट ने बुधवार को एकमत से फैसला लेते हुए भारत को सबसे फेवर्ड नेशन का दर्जा देने का फैसला लिया। पाकिस्तानी सूचना मंत्री फिरदोस आशिक आवान के अनुसार पाक व्याणिज्य क्षेत्र में भारत को "मोस्ट फैवर्ड नेशन" का दर्जा दिया गया। इससे दक्षिण एशिया के इन दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध और उदार होंगे। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के लोन पैकेज के तहत मिलने वाली धनराशि का आखिरी हिस्सा यानी 3 अरब 70 करोड़ डॉलर की मदद गंवा देने वाले पाकिस्तान ने माना है कि अनुदान के मामले में भारत सबसे फेवर्ड देश है। पाक केबिनेट ने इस बारे में भारत की सराहना की तथा कहा कि दक्षिण एशियाई देशों के बीच व्यापार प्रतिद्वंदता व सम्बंधों में सुधार का कारण बन सकता है।

पाक की रेटिंग बी निगेटिव
इंटरनैशनल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर ने खस्ताहाल पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था, मुल्क के भारी सार्वजनिक और विदेशी कर्ज के चलते उसे बी निगेटिव रेटिंग दी है। पाक में ढांचागत वित्तीय कमजोरियां, राजनीति और सुरक्षा के लिहाज से जोखिम बरकरार हैं।

महिलाएं तय करेंगी, शराब की दुकान होगी या नहीं


जयपुर। आदिवासी क्षेत्र में होने वाली गौण वन उपज, बांस और तेंदूपत्ता से होने वाली आय की शुद्ध राजस्व संबंधित ग्राम पंचायत की होगी और इस आय का 50 प्रतिशत क्षेत्र के विकास में और 50 प्रतिशत तेंदूपत्ता और अन्य उत्पादों के विकास में काम में लिया जाएगा। ये प्रावधान राज्य सरकार की ओर से राजस्थान पंचायती राज (उपबंधों का अनुसूचित क्षेत्रों में उनके लागू होने के संबंध में उपांतरण) नियम 2011 (पीसा रूल्स) में शामिल किए गए हैं।

इन नियमों के संबंध में अधिसूचना बुधवार को ही जारी हुई है। इन नियमों के अनुसार अंधविश्वास और भूतसिद्धि से संबंधित मामले को निपटाने के प्रावधान भी इन नियमों में शामिल किए गए हैं। इतना ही नहीं ग्राम सभा में महिलाओं के विचारों और फैसलों को विशेष महत्व दिया जाएगा और उनके अनुसार ही शराब की दुकानें लगाने या नहीं लगाने के मामले तय किए जाएंगे।



अधिनियम के अनुसार आदिवासी क्षेत्र में ग्राम पंचायत के साथ ग्राम सभाओं को भी सशक्त बनाया गया है। ग्राम सभा में सभी तरह के मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है। ग्राम सभा 20 सदस्यों वाली शांति समिति का गठन कर सकेगी। इसमें 33 प्रतिशत महिलाएं शामिल होंगी। यह समिति शांति भंग करने वालों को परामर्श देना और मध्यस्थता का काम करेगी। ग्राम सभा या शांति समिति प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए, अपनी परंपरा के अनुसार कार्रवाई करेगी। किसी विवाद की सुनवाई केवल जनता के बीच होगी।

इन नियमों में उधार देने पर नियंत्रण का प्रावधान किया गया है। पंचायत या पंचायत समिति अनुसूचित क्षेत्रों में राजस्थान साहूकार अधिनियम , 1963 के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई करने के लिए सक्षम होगी। इससे लोगों को धन उधार देने के मामले में होने वाले शोषण पर अंकुश लगेगी। इन नियमों में वन क्षेत्रों में 15 जुलाई से 30 सितंबर तक की अवधि में वन भूमि के 200 मीटर के भीतर कोई आग नहीं जलाई जाएगी। इन क्षेत्रों में खंड वन अधिकारी की ओर से आदेश मिलने के बाद ही आग लगा सकेंगे। ग्राम सभा की अनुमति के आधार पर ही क्षेत्र में शराब की दुकानें लगाई जा सकेंगी। साथ ही क्षेत्र में अवैध शराब की रोकथाम के लिए भी ग्राम सभा का सहयोग लिया जाएगा। इसी प्रकार स्थानीय रीति रिवाजों के लिए शराब के उपयोग के लिए ग्राम सभा सीमाएं तय करेंगी।

प. बंगाल के अस्‍पताल में हुई हद: बच्चा जन्म लेने के बाद एसिड से कर दी महिला की सफाई



नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में लापरवाही सिलसिला नहीं थम रहा है। पिछले कुछ दिनों में लापरवाही के शिकार बच्चे हो रहे थे, लेकिन ताज़ा मामले में एक महिला इसकी शिकार बनी है। मुर्शिदाबाद जिले के लालबाग अस्पताल में कर्मचारियों ने बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसकी मां की एसिड से सफाई कर दी। खबरों के मुताबिक अस्पताल के कर्मचारियों ने वहां रखे एसिड को एंटीसेप्टिक समझ लिया और उसका इस्तेमाल कर लिया। अस्पताल की इस लापरवाही से लोग भड़क गए और उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ मचा दी।



गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में सरकारी अस्पतालों में लापरवाही के चलते पिछले 10 दिनों में 47 बच्चों की मौत हो चुकी है। इसमें ज़्यादातर मामले कोलकाता के बीसी रॉय अस्पताल में सामने आए हैं। लालबाग अस्पताल प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।





लेकिन अस्पतालों में लापरवाही पर पश्चिम बंगाल सरकार की उदासीनता का आलम यह है कि सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बच्चों की मौत के सवाल को विपक्ष के सिर मढ़ कर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है। बनर्जी ने सीपीएम को राज्य के अस्पतालों के खस्ताहाल के लिए जिम्मेदार ठहराया है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में वामपंथी पार्टियां तीन दशकों से भी ज़्यादा समय तक सत्ता पर काबिज रहीं। इस साल मई में ही ममता बनर्जी ने राज्य की सत्ता संभाली है।




पिछले दिनों बीसी रॉय अस्पताल के दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया को बताया था कि कमज़ोर और कुपोषण के शिकार कई बच्चों को दूर दराज़ के इलाक़ों से अस्पताल लाया जाता है। उन्होंने कहा था, 'कमज़ोर बच्चों के बचने की संभावना यूं भी बहुत कम होती है। अस्पताल में आधुनिक औज़ार मौजूद हैं लेकिन मरीजों की भीड़ बहुत ज़्यादा होती है क्योंकि कोलकाता में बच्चों का कोई और अस्पताल नहीं है।' राज्य का स्वास्थ्य मंत्रालय ममता बनर्जी के पास ही है। पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में जच्चा-बच्चा के इलाज में लापरवाही के ये मामले नए नहीं है। इस साल जून में बीसी रॉय अस्पताल में 25 बच्चों की मौत के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने मामले की जांच करवाने की घोषणा की थी क्योंकि तब भी कई अभिभावकों और माता-पिताओं ने अस्पताल में बदइंतज़ामी की शिकायत की थी। पर अस्पताल ने तब भी ज़िम्मेदारी स्वीकार नहीं की थी।
बीसी रॉय अस्पताल में सुविधाओं की भारी कमी है और यहां लाए जाने वाले बीमार बच्चों की तादाद काफ़ी ज़्यादा होती है। बीमार बच्चों को जहां तहां अस्पताल के फ़र्श पर सोते देखा जा सकता है क्योंकि अस्पताल में पर्याप्त बिस्तर मौजूद नहीं है। इससे पहले भी 2002 में इन्हीं परिस्थितियों में इस अस्पताल में 30 बच्चों की मृत्यु हो गई थी।

मुंबई में बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़: 100 से अधिक लड़कियां, दलाल और ग्राहक गिरफ्तार

मुंबई.मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच ने ग्रांड ट्रंक रोड इलाके में छापामारी की कार्रवाई में एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। छापे में 100 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की गई है जिसमें लड़कियां, दलाल और ग्राहक शामिल हैं। पुलिस कई दिन से इस सेक्स रैकेट के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही थी।

कुछ दिन पहले ही एक अन्य सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करते हुए मुंबई पुलिस ने 21 लड़कियों को छुड़ाया था जिसमें 6 नाबालिग भी शामिल थीं। पुलिस के मुताबिक लंबे समय से देह व्यापार के इस नेटवर्क के बारे में सुराग मिल रहे थे। मंगलवार देर रात मारे गए छापे में कई लड़कियां, दलाल और ग्राहक पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
दस हजार में नाबालिग लड़की!
मुंबई पुलिस ने एक थ्री स्टार होटल में चल रहे वेश्यावृत्ति के धंधे का भंड़ाफोड़ भी हाल ही में किया है। मुंबई के सहार एयरपोर्ट के सामने स्थित कुमरिया रेसीडेंसी नाम के थ्री स्टार होटल में दस हजार रुपए के बदले में नाबालिग लड़कियां परोसी जाती थी।
पुलिस ने इस होटल में फर्जी ग्राहक भेजकर पहले वेश्यावृत्ति की पुष्टी की फिर विशेष एसीपी वंसत ढोबले के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापा मारकर नाबालिग और विकलांग अनाथ लड़की समेत तीन महिलाओं को वेश्यावृत्ति के चंगुल से छुड़ाया और पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
पुलिस के मुताबिक यही होटल आसपास के होटलों को भी लड़कियां सप्लाई करता था। एक लड़की के लिए ग्राहक से दस हजार रुपए लिए जाते और जिसमें से दो हजार लड़की को देकर बाकी होटल कर्मी कमीशन के रूप में रख लेते। लड़कियों को कुरियर की गाड़ी में डालकर होटलों में सप्लाई किया जाता। पुलिस ने होटल मैनेजर शकील शेख, वेटर सिद्धु महंतो, धर्मेंद्र सिंह और सप्लायर महिला शाइन शेख को गिरफ्तार किया है

युवती के साथ सामूहिक अनाचार

युवती के साथ सामूहिक अनाचार

दंतेवाड़ा. बचेली के नेरली घाट में रविवार की शाम युवती के अपहरण और अनाचार के मामले में दो आरोपी सुनील व तेलाम बबलू को बचेली पुलिस ने 20 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो अन्य आरोपी सुशील और लक्ष्मण अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पकड़े गए दोनों आरोपी की शिनाख्त युवती ने की है। मामले की जानकारी एसपी अंकित गर्ग ने पत्रकार वार्ता मे दी।एसपी गर्ग ने बताया कि रविवार की दोपहर बचेली के नेरली घाट मे एक युवक के साथ बैठी युवती का चार युवकों ने अपहरण कर लिया था। युवती के साथ अनाचार के बाद उसे सोमवार की सुबह छोड़ दिया गया। इस मामले में बचेली पुलिस ने नेरली स्कूलपारा के सुनील ओयाम पिता छन्नु ओयाम और तेलाम बबलू पिता चमरू तेलाम को गिरफ्तार कर लिया है। दो अन्य आरोपी सुशील और लक्ष्मण की तलाश की जा रही है।
युवती द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर ये गिरफ्तारियां हुईं है। मेडिकल जांच में युवती के साथ सामूहिक अनाचार की पुष्टि भी हुई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को धारा 363, 365, 376 (जी), 506बी, 34 आईपीसी, 25, 27 आम्र्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है।

पैसों के लेन-देन ने ली भंवरी की जान

पैसों के लेन-देन ने ली भंवरी की जान

जयपुर। सीबीआई भंवरी देवी प्रकरण में हत्या की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है। सूत्रों का कहना है कि जांच में यह साफ हो गया है कि अपहरण के बाद भंवरी की हत्या कर शव को नर्मदा नहर में ठिकाने लगा दिया गया। सूत्र यह भी बताते हैं कि भंवरी को ठिकाने लगाने के पीछे पैसे के लेन-देन की मोटी डील होने का मुख्य कारण सामने आया है।

एएनएम भंवरी देवी के इस पूरे प्रकरण का मुख्य ष्ाड़यंत्रकर्ता सहीराम बताया गया है, जो घटना के बाद से ही फरार है। इसकी गिरफ्तारी पर सीबीआई ने मंगलवार को एक लाख रूपए का इनाम घोçष्ात किया है। सूत्रों ने बताया सीडी प्रकरण से चर्चा में आए एक बड़े नेता ने भंवरी को "चुप" करवाने के लिए मुख्य षड़यंत्रकर्ता सहीराम से पचास लाख रूपए की डील की थी। इसके चलते सहीराम ने सुपारी देकर भंवरी का अपहरण करवाकर उसे ठिकाने ही लगवा दिया।

लेन-देन की आडियो कैसेट में भी पुष्टि

सूत्रों ने बताया कि भंवरी के साथ एक पूर्वमंत्री, विधायक सहित कुछ अन्य वरिष्ठ लोगों के साथ संबंधों की सीडी बन जाने के बाद एएनएम भंवरी आरोपियों के आंख की किरकिरी बन गई थी। सीडी के चर्चा में आने के बाद आरोपियों ने भंवरी को चुप करवाने की साजिश रची और इसके लिए आरोपियों ने सहीराम से पचास लाख रूपए में सौदा भी तय कर लिया। सूत्रों ने बताया कि सौदा तय होने के बाद सहीराम ने सोहनलाल और शहाबुद्दीन के साथ मिलकर भंवरी को ठिकाने लगाने का ष्ाड़यंत्र रचा। इस दौरान ष्ाड़यंत्र रचने वालों के आपस में हुई बातचीत की आडियों कैसेट भी सीबीआई ने अभियुक्तों के ठिकानों से जब्त की है।

कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी सीबीआई

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई अपनी जांच के प्रथम चरण में भंवरी के अपहरण और हत्या के मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है।
हत्या के तमाम साक्ष्य जुटाने के बाद सीबीआई भंवरी का शव तलाशने का प्रयास
करेगी। इसी के चलते सीबीआई ने भंवरी का सुराग देने वाले को पांच लाख रूपए
का इनाम देने का एलान भी किया है।