बुधवार, 2 नवंबर 2011

पैसों के लेन-देन ने ली भंवरी की जान

पैसों के लेन-देन ने ली भंवरी की जान

जयपुर। सीबीआई भंवरी देवी प्रकरण में हत्या की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है। सूत्रों का कहना है कि जांच में यह साफ हो गया है कि अपहरण के बाद भंवरी की हत्या कर शव को नर्मदा नहर में ठिकाने लगा दिया गया। सूत्र यह भी बताते हैं कि भंवरी को ठिकाने लगाने के पीछे पैसे के लेन-देन की मोटी डील होने का मुख्य कारण सामने आया है।

एएनएम भंवरी देवी के इस पूरे प्रकरण का मुख्य ष्ाड़यंत्रकर्ता सहीराम बताया गया है, जो घटना के बाद से ही फरार है। इसकी गिरफ्तारी पर सीबीआई ने मंगलवार को एक लाख रूपए का इनाम घोçष्ात किया है। सूत्रों ने बताया सीडी प्रकरण से चर्चा में आए एक बड़े नेता ने भंवरी को "चुप" करवाने के लिए मुख्य षड़यंत्रकर्ता सहीराम से पचास लाख रूपए की डील की थी। इसके चलते सहीराम ने सुपारी देकर भंवरी का अपहरण करवाकर उसे ठिकाने ही लगवा दिया।

लेन-देन की आडियो कैसेट में भी पुष्टि

सूत्रों ने बताया कि भंवरी के साथ एक पूर्वमंत्री, विधायक सहित कुछ अन्य वरिष्ठ लोगों के साथ संबंधों की सीडी बन जाने के बाद एएनएम भंवरी आरोपियों के आंख की किरकिरी बन गई थी। सीडी के चर्चा में आने के बाद आरोपियों ने भंवरी को चुप करवाने की साजिश रची और इसके लिए आरोपियों ने सहीराम से पचास लाख रूपए में सौदा भी तय कर लिया। सूत्रों ने बताया कि सौदा तय होने के बाद सहीराम ने सोहनलाल और शहाबुद्दीन के साथ मिलकर भंवरी को ठिकाने लगाने का ष्ाड़यंत्र रचा। इस दौरान ष्ाड़यंत्र रचने वालों के आपस में हुई बातचीत की आडियों कैसेट भी सीबीआई ने अभियुक्तों के ठिकानों से जब्त की है।

कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी सीबीआई

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई अपनी जांच के प्रथम चरण में भंवरी के अपहरण और हत्या के मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है।
हत्या के तमाम साक्ष्य जुटाने के बाद सीबीआई भंवरी का शव तलाशने का प्रयास
करेगी। इसी के चलते सीबीआई ने भंवरी का सुराग देने वाले को पांच लाख रूपए
का इनाम देने का एलान भी किया है।

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