शनिवार, 28 मई 2011

Asli Naqli Tera Mera Pyar Amar

Asli Naqli Tera Mera Pyar Amar

भ्रूण हत्या रोकने को अब फोन टेपिंग का सहारा

भ्रूण हत्या रोकने को अब फोन टेपिंग का सहारा 


जयपुर।प्रदेश में बिगड़ते लिंगानुपात की स्थिति सुधारने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अब नई रणनीति बनाई है। इसके तहत विभाग अब फोन टेपिंग का सहारा लेगा। इस नई रणनीति से सोनोग्राफी सेंटर ही नहीं बल्कि स्त्री रोग विशेष्ाज्ञ, सोनोग्राफी करने वाले रेडियोलॉजिस्ट पर भी शिकंजा कसा जाएगा। इन सभी के फोन संयुक्त रूप से टेप किए जाएंगे। हालांकि विभाग के इस कदम का इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन ने विरोध शुरू कर दिया है।
मालूम हो कि हाल ही में प्रदेश में जनसंख्या के जो आंकड़े जारी किए गए हैं उसमें बालिकाओं की संख्या काफी कम बताई गई है। इसकी वजह से मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हुई बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को कफी फजीहत झेलनी पड़ी।

यही वजह है कि विभाग एक बार फिर कन्या भ्रूण हत्या रोकने को लेकर सक्रिय हो चुका है। इससे पहले मुखबिर योजना, सतर्कता दल सहित कई कदम उठाए जा चुके हैं। इसके बाद भी कन्या भ्रूण हत्या के मामले लगातार सामने आते रहे। एक तरफ जनसंख्या के आंकड़े को लेकर हुई फजीहत और दूसरी तरफ प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर सोनोग्राफी सेंटरों की ओर से लिंग परीक्षण किए जाने की आ रही शिकायतों को देखते हुए विभाग ने फोन टेपिंग की रणनीति बनाई है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डॉ. समित शर्मा की मानें तो कन्या भ्रूण हत्याओं को रोकने के लिए विभाग किसी भी स्तर पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। यही वजह है कि सोनोग्राफी सेंटरों पर कन्या भ्रूण की पहचान करने वाले स्त्री रोग विशेष्ाज्ञ, रोडियोलोजिस्ट व सेंटर संचालक के बीच होने वाली वार्ता को टेप करने की योजना बनाई गई है। फोन टेपिंग के बाद न्यायालय में दोष्ाी चिकित्सकों के खिलाफ साक्ष्य प्रस्तुत करने के बाद सजा दिलाने में विभाग को आसानी होगी।

दोपहर तक बंद रहे पेट्रोल पंप और सिटी बसें

दोपहर तक बंद रहे पेट्रोल पंप और सिटी बसें

जोधपुर. रेलकर्मी अशोक दवे हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जनशक्ति संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को घोषित जोधपुर बंद का मिला-जुला असर रहा। दोपहर तक सोजती गेट, नईसड़क, पावटा, जालोरी गेट, सरदारपुरा सहित शहर के अधिकांश हिस्सों में व्यापारिक प्रतिष्ठान, पेट्रोल पंप और सिटी बसें स्वैच्छिक बंद रहे। जालोरी गेट चौराहे पर सैकड़ों लोगों ने अशोक दवे को श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलिस प्रशासन को दवे के हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी गई। ऐसा नहीं होने की सूरत में ट्रेनें रोकने की चेतावनी दी गई है।

जालोरी गेट चौराहे पर सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम आम सभा में तब्दील हो गया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न संगठनों के सैकड़ों लोग वहां एकत्र हुए। दवे को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर जालोरी गेट चौराहे पर रास्ता जाम किया। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने दवे के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हुए नारे लगाए। दोपहर तक शहर में कहीं भी किसी से झड़प या जबरदस्ती दुकानें बंद करवाने की जरूरत नहीं पड़ी। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।

रोकी जाएंगी ट्रेनें 

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने 15 दिन के भीतर हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर जोधपुर स्टेशन पर रेल मार्ग जाम करने की चेतावनी दी है। भाजपा शहर जिलाध्यक्ष नरेंद्रसिंह कच्छवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृहनगर में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। शहर में अपराधियों के हौसले बढ़े हुए हैं। सरेआम लोगों पर हमले हो रहे हैं, निर्दोष लोगों की हत्या कर दी जाती है और पुलिस हत्यारों को अब नहीं पकड़ पाई है।

छह साल की एक मासूम के साथ ज्यादती


जोधपुर। देचू थानांतर्गत खाडिया गांव में छह साल की एक मासूम के साथ ज्यादती किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी नवमी कक्षा में पढऩे वाला स्कूली छात्र बताया जा रहा है। पीडि़ता के पिता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर पुलिस ने पीडि़ता को जोधपुर रेफर किया है।

देचू कस्बे निवासी एक कृषक परिवार ने पुलिस बताया गया कि शुक्रवार को परिवार के सदस्य खेत में काम कर रहे थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे परिवार के लोगों ने छह साल की बच्ची को पानी लाने के लिए घर भेजा। बीच रास्ते में उस मासूम को नवमी कक्षा में पढऩे वाले एक किशोर ने रोका।

आरोपी उसे अगवा कर सुनसान इलाके में ले गया और मासूम के साथ ज्यादती की। काफी देर तक जब वह खेत में नहीं लौटी तो परिजनों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया। बाद में वह एक अन्य खेत में बेहोशी की हालत में मिली।

परिजन उसे तत्काल अस्पताल ले गए। वहां उसके साथ ज्यादती होने की बात सामने आई तो परिजन सकते में आ गए। होश में आने के बाद पीडि़ता ने आरोपी का नाम बताया। पीडि़ता के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने ज्यादती का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की है।

टीवी पर हुई इस अभद्रता को साढ़े तीन लाख दर्शकों ने देखा


टीवी पर हुई इस अभद्रता को साढ़े तीन लाख दर्शकों ने देखा



 शो को सफल करने के लिए भारत में दिखाए गए एक कार्यक्रम बिग बॉस पर भारी आपत्ति दर्शाई गई थी। लेकिन जो कुछ एम टी वी के एक कार्यक्रम में हुआ उसे देख तो किसी के भी होश उड़ जाएंगे।
जिओर्डी शोर नामक इस कार्यक्रम को होस्ट करने वाले कलाकार टी वी स्क्रीन पर ही सारी सीमाओं को लांघ गए। उसमें भाग लेनी वाली महिला पात्र मस्ती में इतनी डूब गई कि उन्हें यह भी नही पता चला कि वे जो कुछ कर रही हैं उसे लाखों लोग देख रहे हैं।
जोश में डूबे इन कलाकारों ने पहले तो जमकर शराब पी और फिर इसी उत्साह में उसमें से एक महिला कलाकार ने अपने ब्रा तक उतार दिए। फिर क्या था, साथी पुरूष कलाकारों ने उसके ब्रेस्ट पर शराब की बोतले उड़लनी शुरू कर दी।
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम को 330,000 दर्शकों ने देखा। एम टी वी के अनुसार पिछले तीन सालों में किसी भी कार्यक्रम को एक साथ इतने लोगों ने नही देखा है।

 

शासन सचिवालय में भीषण आग

जयपुर । शासन सचिवालय में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। इस आग से मुख्य भवन के उत्तरी छोर के पांच कमरों में नुकसान पहुंचा है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। चार दमकलों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सचिवालय में आज अवकाश होने के कारण हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन महत्वपूर्ण दस्तावेजों के नष्ट हो जाने की आशंका जतायी जा रही र्है। घटना में सामान्य प्रशासन विभाग में कैबिनेट से जुड़ा तमाम रिकॉर्ड जलने की सूचना है।

जानकारी के अनुसार, सुबह करीब आठ बजे मुख्य भवन के उत्तरी छोर पर पहली मंजिल से धुआं उठता देख सुरक्षा प्रहरियों ने फायर ब्रिगेड वालों को सूचना दी। सूचना मिलते ही दमकल की चार गाडिया सचिवालय पहुंचीं। इस दौरान एसपी साउथ जोस मोहन व अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और आग बुझाने की कार्रवाई शुरू हुई। एसपी जोस मोहन के अनुसार, आग सचिवालय के उत्तरी छोर की पहली मंजिल पर स्थित कमरा नंबर 1126 में लगी और धीरे-धीरे बढ़ते हुए आस-पास के कमरों में भी पहुंच गई। कमरा नंबर 1126 में आग के कारण पूरा रिकॉर्ड और अन्य उपकरण व फर्नीचर जलकर राख हो गए हैं। अन्य कमरों में आग का असर ज्यादा नहीं रहा है। प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण कूलिंग प्लांट में शार्ट सर्किट होना माना जा रहा है। जांच के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है। इनके आने के बाद ही आग लगने के असली कारण का पता लगेगा।

ये जला रिकॉर्ड : सचिवालय में कमरा नंबर 1126 में मुख्य रूप से सामान्य प्रशासन विभाग ने कैबिनेट से जुडे विभिन्न मसलों और निर्णयों सहित अन्य जानकारियों का रिकॉर्ड रखा हुआ था। इसके नजदीक जीएडी प्रोटोकॉल व सामान्य प्रशासन विभाग के कमरे हैं। इसी गलियारे में गृह विभाग के उपशासन सचिव सहित विभिन्न सेक्शन के कमरे भी हैं। माना जा रहा है कि कमरे में लगी आग से कैबिनेट व इससे जुड़े विभिन्न मसलों का तमाम रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया है। इसके अलावा नजदीक के अन्य कमरों में भी कुछ रिकॉर्ड जलने की सूचना है। 

जेएनयू एमएमएस कांड एमएमएस लड़की की मर्जी से बनाया गया था


जेएनयू एमएमएस कांड एमएमएस लड़की की मर्जी से बनाया गया था

नई दिल्ली।
 जेएनयू एमएमएस कांड में एक नया खुलासा हुआ है। दरअसल एमएमएस कांड का मुख्य आरोपी जनार्दन कुमार ने दावा किया कि वह निर्दोष है और एमएमएस बनाने में लड़की का भी सहयोग था। एमएमएस लड़की की मर्जी से बनाया गया था।
पुलिस ने बताया कि जनार्दन ने लड़की की सहमती से वीडियो बनाया था। एमएमएस की एक कॉपी लड़की के पास पेन ड्राइव में थी बल्कि दूसरी कॉपी लड़के के पास सीडी में थी। हालांकि लड़की ने यह एमएमएस पेन ड्राइव से डिलीट कर दिया था लेकिन आरोपी ने इसका उपयोग किया।
आरोपी ने यह भी बताया कि एमएमएस उसके एक दोस्त के कम्प्यूटर में सेव थी। अब पुलिस को इस कम्प्यूटर की तलाश है ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि जनार्दन जो कहा रहा है उसमें कितनी सच्चई है।उल्लेखनीय है कि जेएनयू के हॉस्टल में रहने वाले स्कूल आफ लेंग्वेज की एक छात्रा और छात्र ने आपसी रजामंदी से पैसा कमाने के लिए यह एमएमएस बनाया था, लेकिन सूत्रों का कहना है सीडी बाजार में बिक्री के लिए रखने से पहले ही एमएमएस बनाने वाले कम्प्यूटर साइंस के एक अन्य छात्र ने अपने दोस्तों को यह एमएमएस भेज दिया, जिसके चलते काफी पहले ही यह भांडा फूट गया। मगर शिकायत नहीं मिलने की दलील देते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले को दबाने के लिए लगा रहा।जब सीडी जेएनयू प्रशासन के हाथ लगी तो उसने अपने स्तर पर जांच शुरू की। जिसमें पाया गया कि आरोपियों ने अश्लील फिल्म तैयार कर उसे इंटरनेट पर अपलोड कर बेचा है। प्रोक्टोरियल रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में कुल तीन छात्रों व एक छात्रा की संलिप्तता पाई गई।
 



तीन बच्चों सहित महिला की मौत!


तीन बच्चों सहित महिला की मौत!
गांव में हादसे को लेकर चर्चाएं, विवाहिता के पिता ने मर्ग दर्ज करवाया, घटना के समय पति बाहर थाखेत में कीटनाशक का छिड़काव करते समय मौत होना बताया 
कुचामन सिटी
 निकटवर्ती ठठाना गांव में एक महिला व उसके तीन बच्चों की खेत में काम करते समय कीटनाशक के प्रभाव में आने से मौत हो गई। इससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने उसके परिजनों की रिपोर्ट पर सामान्य मर्ग दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार कुचामन सिटी के अस्पताल से उन्हें सूचना मिली की तीन बच्चों व एक महिला का जहर के प्रभाव से मौत हो गई है। इस पर पुलिस अस्पताल पहुंची। वहां ठठाना गांव के लोगों ने बताया कि नानूराम जाट की पत्नी कमला (30) शुक्रवार सुबह करीब ग्यारह बजे अपने खेत में कीटनाशक का छिड़काव कर रही थी। इस दौरान उसकी पुत्री इनू (5), पुत्र मनोज (4) व राहुल (2) वहीं खेल रहे थे। कीटनाशक छिड़काव के दौरान कमला व बच्चों पर दवा का प्रभाव हो गया जिससे सभी अचेत हो गए।

खेत से समीप से निकले कुछ लोगों ने उन्हें बेहोश देखा तो कमला के घर वालों को सूचना दी। कमला का पति नानूराम गांव से बाहर गया हुआ था। इस पर कमला के पीहर पक्ष के लोगों को बुलवा लिया गया। परिजनों ने उन्हें संभाला तो तब तक बच्चे दम तोड़ चुके थे। कमला ने अस्पताल में दम तोड़ा। छोटे से गांव में एक साथ तीन बच्चों सहित एक महिला की मौत से चारों तरफ सन्नाटा छा गया। कुचामन के राजकीय चिकित्सालय पहुंची पुलिस ने बताया कि कमला के पिता व पीहर पक्ष के अन्य लोगों ने इसे सामान्य हादसा बताते हुए मर्ग दर्ज करवाया। इस दौरान चिकित्सालय में भारी भीड़ जमा हो गई। मेडिकल बोर्ड से चारों का पोस्टमार्टम करवाया गया। कमला के पिता हनुमानराम निवासी जालमसिंह की ढाणी, दानपुरा, नावां ने मर्ग दर्ज करवाया। थानाधिकारी प्रकाशचंद मीणा ने बताया कि मामले की जांच करने के बाद सच्चाई सामने आएगी। कमला का विवाह दस साल पहले ही हुआ था। घटना को लेकर गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म है लेकिन कोई भी साफ तौर पर कुछ बताने को तैयार नहीं है।

सरहदी सड़क, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के नाम बीएडीपी के तहत अब सीमा क्षेत्र में विकास कार्यों का दायरा होगा 40 किमी


सरहदी सड़क, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के नाम
बीएडीपी के तहत अब सीमा क्षेत्र में विकास कार्यों का दायरा होगा 40 किमी
बाड़मेर  जिले में सीमा के करीब रहने वाले लोगों के लिए बीएडीपी खुशियों की सौगात लेकर आएगा। शुक्रवार को जयपुर में आयोजित बीएडीपी की बैठक में बाड़मेर कलेक्टर गौरव गोयल के बेहतरीन प्रजेंटेशन के बाद चीफ सेक्रेट्री ने बाड़मेर जिले के जेसिंधर गांव के लिए अतिरिक्त स्पेशल सेशन जारी करते हुए आवासीय विद्यालय की मंजूरी दी है, जिसके निर्माण में तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 

अब सीमा 40 किमी तक बढ़ी
 
इससे पहले जहां बीएडीपी योजना के तहत सीमा के 20 किमी के दायरे में विकास के काम और इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट का काम होता था, वहीं अब यह दायरा वित्तीय वर्ष 2011-12 में बढ़ कर 40 किमी का हो जाएगा। यकीनन यह फैसला सीमा के करीब रहने वालों के लिए किसी बड़ी खुशी से कम नहीं।
 
शिव व चौहटन को मिलेगी दो 108 एंबुलेंस
 
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार के प्रयास की फेहरिस्त में अब नया अध्याय जुड़ जाएगा। सीमा से सटे गांवों में जहां आवागमन के संसाधनों का टोटा है वहां अब 108 एंबुलेंस की सुविधा मुहैया हो सकेगी। जयपुर में आयोजित बैठक में कलेक्टर गौरव गोयल ने समस्या रखते हुए बताया कि शिव व चौहटन तहसील के सीमा से सटे गांवों में निवास करने वाले गरीब लोगों के लिए आपात स्थिति में मदद पहुंचाने में बिना एंबुलेंस दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं मुफलिसी में गुजारा करने वालों के लिए निजी संसाधनों से अस्पताल तक पहुंचना महंगा पड़ता है, उसके बाद मुख्य सचिव ने बीएडीपी के तहत दो 108एंबुलेंस देने को मंजूरी दे दी।

न तो सत्तापक्ष के पार्षद खुश है, न ही प्रतिपक्ष के पार्षद, नगरपालिका बैठक


बाड़मेर। नगरपालिका के सभागार में शुक्रवार दोपहर सवा तीन बजे शांतिपूर्ण माहौल में शुरू हुई नगरपालिका बैठक में धीरे-धीरे माहौल इतना गरमा गया कि बैठक में आए बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन अपनी ही पार्टी के कांग्रेसी पार्षदों के रवैए से खफा होकर जाने लगे। उन्हें रोककर बिठाया गया तो महिला पार्षद व महिला कांग्रेस कमेटी की पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष चौधरी रूठकर बैठक छोड़कर चली गई। बाद में उन्हें भी मान मनौव्वल कर वापस लाया गया।
नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक के आरंभ में आयुक्त बनवारीलाल भगत ने गत बैठक की कार्यवाही का पठन शुरू किया। पठन शुरू होते ही पालिका में प्रतिपक्ष के नेता सुरेश मोदी ने आपत्ति जताई कि एजेण्डे की प्रति पाष्ाüदों को सात दिन पहले मिलने की बजाय बैठक से एक दिन पहले गुरूवार शाम दी गई। उन्होंने एजेण्डे से संबंघित विषयों की पत्रावली नगरपालिका में रखने व उसके अवलोकन का अवसर देने की व्यवस्था करने को कहा। इस पर सहमति बनी।
इसके बाद आवारा पशुओं के चारे के लिए पांच लाख रूपए की बजाय दस लाख रूपए की व्यवस्था करने पर सदन में सहमति बनी। एजेण्डे के प्रथम विषय सफाई पर चर्चा शुरू हुई, जिस पर विधायक मेवाराम जैन ने सदन से सुझाव मांगे और कहा कि हम सभी मिलकर यह तय करें कि शहर की सफाई व्यवस्था कैसे सुधर सकती है। प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि सफाई व्यवस्था के मामले में पानी सिर से ऊपर बह रहा है। इसी कारण नगरपालिका के ताले भी लगे। पार्षद पपसिंह महेचा ने भी अपनी बात रखी।
निलम्बन पर हुई नोंक-झोंक
पार्षद देवी चौधरी ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था से न तो सत्तापक्ष के पार्षद खुश है, न ही प्रतिपक्ष के पार्षद। उन्होंने सुझाव दिया कि सदन की सहमति से सफाई अघिकारी ओमप्रकाश का निलम्बन किया गया, जिसका पार्षद सुरतानसिंह देवड़ा व रमेश आचार्य ने विरोध किया। इसे लेकर देवी चौधरी की अन्य पार्षदों से नोक-झोंक हुई। पाष्ाüद जड़ाव कंवर ने विकास की बात कही।

शनि की उपासना


शनि की उपासना
अकारक ग्रहों से संबंधित मंत्र जप, दान तथा व्रत करने से उनके अशुभ प्रभावों में कमी आती है।
जन्म कुंडली में कारक और अकारक दो तरह के ग्रह होते हैं। कारक ग्रह शुभ फल देते हैं और अकारक ग्रह अशुभ फलदाता
 
होते हैं।
जन्म कुंडली में अकारक ग्रह कुंडली के अशुभ भावों के स्वामी होने के कारण बनते हैं जैसे- त्रिषटायश [3, 6, 11], मारकभाव [2 एवं 7] तथा 8वें और 12वें भाव के स्वामी ग्रह होने के कारण अशुभ फल देते हैं। विशेषकर अपनी दशा, अंतर्दशा तथा प्रत्यंतर में और अधिक प्रबलता से अशुभ फल देंगे। लग्नानुसार अकारक ग्रह इस प्रकार बनते हैं-
मेष लग्न में बुध, शुक्र, शनि, वृष में चंद्र, मंगल, गुरू, मिथुन में सूर्य, चंद्र, मंगल, गुरू, कर्क में सूर्य, बुध, गुरू, शुक्र, शनि, सिंह में चंद्र, गुरू, शुक्र, शनि, कन्या में सूर्य, मंगल, गुरू, शुक्र, शनि, तुला में मंगल, बुध, गुरू, वृश्चिक में बुध, शुक्र, शनि, धनु में चंद्र, मंगल, बुध, शुक्र, शनि, मकर में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरू, कुंभ में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरू और मीन में सूर्य, मंगल, शुक्र, शनि, राहु-केतु- जिस स्थान पर या जिस ग्रह के साथ बैठेंगे, वैसे ही फल देंगे।
अकारक ग्रह के अशुभ फल को दूर करने के लिए ग्रहों से संबंधित मंत्र, दान तथा व्रत करने से इनके अशुभ प्रभाव में कमी आती है। नव ग्रहों के मंत्र, व्रत और दान इस प्रकार हैं-
सूर्य मंत्र- ऊँ घृणि सूर्याय नम:, जप संख्या 7,000
दान- माणिक्य, लाल वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चंदन, गुड़, केसर अथवा तांबा।
 
व्रत- किसी भी माह के शुक्लपक्ष के प्रथम रविवार से व्रत आरंभ करके 1 वर्ष तक अथवा 30 या 12 व्रत करें। सूर्यास्त से पूर्व भोजन करें तथा नमक का प्रयोग नहीं करें। बुजुर्ग व्यक्तियों का सम्मान करें।
चंद्र मंत्र- ऊँ सों सोमाय नम:, जप संख्या- 11,000
दान- बांस की टोकरी, चावल [साबुत], कपूर, मोती, श्वेत वस्त्र, श्वेत पुष्प, घी से भरा पात्र, चांदी, मिश्री, दूध, दही, खीर, स्फटिक माला इत्यादि।
व्रत- कुल 10 या 54 सोमवार के व्रत करें। भोजन में प्रथम 7 ग्रास दही, चावल या खीर के खाएं फिर, अन्य भोजन सामग्री ग्रहण करें। मातृ तुल्य महिलाओं का सम्मान करें।
मंगल मंत्र- ऊँ अं अंगारकाय नम:, जप संख्या- 10,000
दान- मूंगा, गेहूं, मसूर, लाल वस्त्र, कनेर पुष्प, गुड़, तांबा, लाल चंदन, केसर।
व्रत- 21 या 45 मंगलवार के व्रत करें। भोजन में प्रथम 7 ग्रास गेहूं, गुड़ तथा घी से बना हलुआ या लड्डू के खाएं। पश्चात यथेच्छा पदार्थ का सेवन करें। विधवा महिलाओं का सम्मान करें, उनका आशीर्वाद लें। चांदी का चौकोर टुकड़ा हमेशा साथ रखें। गले में चांदी की माला धारण करें।
बुध मंत्र- ऊँ बुं बुधाय नम:, जप संख्या- 9,000
दान- हरे मूंग, हरा वस्त्र, हरा फल, पन्ना, केसर, कस्तूरी, कपूर, शंख, घी, मिश्री, धार्मिक पुस्तकें तथा पूजा में मरगज के गणेशजी रखें।
व्रत- 21 या 45 बुधवार के व्रत करें। भोजन के पूर्व 5-7 पत्ते तुलसी के गंगाजल के साथ ग्रहण करें, इसके बाद व्रत खोलें।
गुरू मंत्र- ऊँ बृं बृहस्पतये नम:, जप संख्या 19,000
दान- घी, शहद, हल्दी, पीत वस्त्र, पीत धान्य, शास्त्र पुस्तक, पुखराज, लवण, कन्याओं को भोजन, वृद्धजन, विद्वान एवं गुरूओं की सेवा करें।
व्रत- 1 या 3 वर्ष अथवा 16 गुरूवार व्रत रखें। गुरूवार को केले के वृक्ष के दर्शन करें तथा पूजा करके हल्दी एवं सरसों मिलाकर जल प्रदान करें। ध्यान रखें जब गुरू अकारक हो तो स्वयं गुरूवार को केला नहीं खाएं, बल्कि केले के फल का दान दें।
शुक्र मंत्र- ऊँ शुं शुक्राय नम:, जप संख्या 16,000
दान- सफेद छींटदार वस्त्र, सजावट- श्रृंगार वस्तुएं, çस्त्रयों का आदर- सम्मान, तुलसी पूजा, श्वेत स्फटिक, चावल, सुगंधित वस्तु, कपूर, श्वेत चंदन अथवा पुष्प, घी- शक्कर- मिश्री-दही गौ की सेवा।
व्रत- 21 या 31 शुक्रवार के व्रत करें। व्रत के दिन सफेद रंग की गाय या कन्या के दर्शन करें। çस्त्रयों का आदर-सम्मान करें। अंतिम व्रत के दिन 6 कन्याओं को भोजन कराएं। भोजन में खीर हो।
शनि मंत्र- ऊँ शं शनैश्चराय नम:, जप संख्या- 23,000
दान- उड़द, तिल, सभी तेल, भैंस, लोहा धातु, छतरी, काली गाय, काला कपड़ा, नीलम, जूता-चप्पल, सोना, कंबल आदि का दान दें।
व्रत- 19, 31, 51 शनिवार के व्रत करें। काले कुत्ते, भिखारी या अपाहिज को उड़द, दाल, केला तथा तेल से बना भोजन कराएं या इन्हीं वस्तुओं का दान दें।
राहु मंत्र- ऊँ रां राहवे नम:, जप संख्या- 18,000
दान- गेहूं, उड़द, काला घोड़ा, खड़ग, नीला वस्त्र, कंबल, तिल, लौह, सप्त धान्य,
 
अभ्रक आदि
व्रत- शनिवार का व्रत करें।
केतु मंत्र- ऊँ कें केतवे नम:, जप संख्या- 17,000
दान- तिल, कंबल, कस्तूरी, काला वस्त्र तथा पुष्प, सभी तेल, उड़द, काली मिर्च, सप्तधान्य, बकरा, लौह धातु, छतरी, सीसा, रांगा इत्यादि।
व्रत- शनिवार का व्रत करें।
विशेष- कुंडली के कारक ग्रह अर्थात केंद्र त्रिकोण के स्वामी भी यदि नीचगत हों तो उक्त उपाय करें। अकारक अथवा नीचगत ग्रह का रत्न कदापि धारण नहीं पहनें, बल्कि इनसे संबंधित नगों [रत्नों] का दान करें। इससे ग्रहों की शुभता बढ़ेगी।

शुक्रवार, 27 मई 2011

कर्ज लेकर किया शहीद का अंतिम संस्कार ...मेरा भारत महान.

कर्ज लेकर किया शहीद का अंतिम संस्कार 
 

छुरा। गरियाबंद पुलिस जिलांतर्गत सोमवार को नक्सली हमले में शहीद जवानों के परिजनों को अभी तक अनुग्रह राशि नहीं मिली है। जबकि शासकीय कर्मचारियों की मृत्यु पर 24 घंटे के भीतर परिजनों को अनुग्रह राशि दिए जाने का प्रावधान है। विभाग से तात्कालिन सहायता नहीं मिलने के कारण परिजन अंतिम क्रिया-कर्म के लिए सेठ-साहूकारों से उधारी में रूपए लेने को मजबूर हैं।
किसी भी शासकीय कर्मचारी की मृत्यु पर अनुग्रह राशि के रूप में 24 घंटे के अंदर 35 हजार रूपए दिए जाने का प्रावधान है। ओडिशा सीमा पर नक्सली हमले को 72 घंटे से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन अभी तक उनके परिजनों को अनुग्रह राशि नहीं मिली है। विभागीय उपेक्षा से परिजन क्षुब्ध हैं। नक्सली हमले में छुरा क्षेत्र के तीन जवान शहीद हो गए हैं। इनमें से होमेश्वर ठाकुर गरीब परिवार का था। उसके पिता फिरतूराम भूमिहीन खेतिहर मजदूर हैं।
उसकी माली हालत दयनीय है। विभाग से कोई तात्कालिक सहायता नहीं मिलने की वजह से होमेश्वर के अंतिम क्रिया-कर्म के लिए उसे साहूकार से ऊंचे ब्याज पर रकम लेनी पड़ी। होमेश्वर के बड़े भाई त्रिलोक ठाकुर ने व्यथा प्रकट करते हुए कहा कि क्रिया-कर्म के लिए साहूकार से उधारी में रूपए लेकर सामान खरीदना पड़ा।
दस्तावेज तैयार हो रहे हैं
गरियाबंद पुलिस जिला नया बना है। सेट-अप में समय लगता है। कल ही नांदगांव से स्टाफ आया है। दस्तावेज तैयार हो रहे हैं। शहीदों के परिजनों को शीघ्र ही अनुग्रह राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
एके बैरागी, एसडीओपी, गरियाबंद 

मुझे "बिकने" से बचा लो

मुझे "बिकने" से बचा लो 
 

आष्टा (सीहोर)। घरवालों के कथित अत्याचार से परेशान एक युवती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाई है। जावर तहसील के ग्राम खजूरिया निवासी 18 वर्षीय युवती रेखा विश्वकर्मा पिता बोंदूलाल विश्वकर्मा ने शिवराजसिंह चौहान को एक शिकायती खत लिखा है। युवती ने कहा कि आपराधिक प्रवृत्ति के एक व्यक्ति से शादी करने के लिए परिवार वाले उस पर दबाव बना रहे हैं। युवती ने घरवालों पर शादी के नाम पर उसे "बेचने" का आरोप लगाया है।

रेखा ने खत में लिखा है कि "मेरे परिवार के लोग पैसा लेकर उस व्यक्ति से मेरी शादी करना चाहते हैं, जिस पर हत्या का मामला दर्ज है। कुछ दिनों पूर्व मेरी जबरन इस व्यक्ति से शादी करने के लिए मेरे ही भाई ने दो लोगों के साथ मेरा अपहरण कर लिया था। अब मुझे जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। यदि मेरी सुरक्षा नहीं की गई और उक्त व्यक्ति से शादी की गई तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। अब तो यह लोग मुझे जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। यदि मेरी रक्षा नहीं की गई तो मुझे कभी भी जान से मारा जा सकता है।" इस युवती ने सीएम से फरियाद की है कि मामा मेरी रक्षा करो। रेखा विश्वकर्मा ने पत्रिका को चर्चा के दौरान बताया कि मेरी जन्मतिथि दो मई 1993 है। मैंने वर्ष 2011 में कक्षा 12वीं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। मेरे पिता बोंदूलाल विश्वकर्मा हैं।

बदनाम कर रहे हैं
रेखा ने बताया कि मेरे परिवार के लोग अब मुझे बदनाम कर रहे हैं। यही नहीं मेरे शिक्षक को भी बदनाम कर रहे हैं। रेखा का कहना है कि "मैं 18 वर्ष की हो चुकी हूं। मैं अपने भविष्य को लेकर अच्छा-बुरा समझती हूं। मैं अपने भविष्य का निर्णय स्वयं लेना चाहती हूं और अपनी इच्छा से विवाह करना चाहती हूं।"

की शिकायत, दिए बयान
इस मामले को लेकर मैंने एसपी केडी पारासर के सामने एक आवेदन दिया था और बयान भी दिए थे। इसके बाद सीहोर कोतवाली पुलिस ने मेरी इच्छा से मेरे शिक्षक बहादुर सिंह के बुलाया और उन्हीं के सुपुर्द कर दिया गया। अब मैं अपने शिक्षक बहादुरसिंह के घर पर रह रही हूं।

मैं आत्महत्या कर लूंगी
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को की शिकायत में रेखा ने कहा है कि मेरे परिवार के लोग बल पूर्वक कभी भी गुंडों से अगवा कर सकते हैं। यही नहीं आए दिन मुझे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। यदि मेरे साथ मेरे परिवार के लोगों ने किसी भी प्रकार की जबरदस्ती की तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। शिकायत में रेखा ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मामा से रक्षा करने की फरियाद की है। शिकायत में रेखा ने यह भी कहा है कि ग्राम बमुलियारायमल निवासी शिक्षक बहादुरसिंह के घर पर मैं अपनी इच्छा से रह रही हूं।

रेप मामले में राजस्थान सरकार को नोटिस

रेप मामले में राजस्थान सरकार को नोटिस
 

नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में एक महिला के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा बलात्कार किए जाने की रिपोर्ट पर राज्य सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है।

आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को यहां बताया कि आयोग ने इस घटना की मीडिया में प्रकाशित रिपोर्टो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा है कि यदि ये रिपोर्ट सही हैं तो यह मानवाधिकार के हनन का गंभीर मामला है। आयोग ने कहा है कि रिपोर्ट के अनुसार प्रतापगढ़ जिले में पुलिस 15 मई को एक स्थानीय महिला को उसके पिता के साथ जबरन छोटी सादरी पुलिस स्टेशन लेकर आई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महिला को दो सिपाही पुलिस स्टेशन के आवासीय क्षेत्र में ले गए और उसके साथ बलात्कार किया। इस घटना के बाद 16 मई को जिले में उग्र भीड़ ने पुलिस स्टेशन का घेराव किया और वहां बड़े पैमाने पर हिंसा की। आयोग ने कहा है कि हिरासत में महिला के साथ बलात्कार उसके मानवाधिकारों का हनन है।

पुलिस का कर्तव्य उसके अधिकारों का हनन करना नहीं बल्कि रक्षा करना है। आयोग ने इसे गंभीर मामला बताते हुए राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और राज्य सरकार को नोटिस देकर घटना का पूरा ब्योरा चार सप्ताह के भीतर देने को कहा। आयोग ने यह भी पूछा है कि पीडिता को किस तरह से मदद दी गई है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।