बाड़मेर। नगरपालिका के सभागार में शुक्रवार दोपहर सवा तीन बजे शांतिपूर्ण माहौल में शुरू हुई नगरपालिका बैठक में धीरे-धीरे माहौल इतना गरमा गया कि बैठक में आए बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन अपनी ही पार्टी के कांग्रेसी पार्षदों के रवैए से खफा होकर जाने लगे। उन्हें रोककर बिठाया गया तो महिला पार्षद व महिला कांग्रेस कमेटी की पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष चौधरी रूठकर बैठक छोड़कर चली गई। बाद में उन्हें भी मान मनौव्वल कर वापस लाया गया।
नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक के आरंभ में आयुक्त बनवारीलाल भगत ने गत बैठक की कार्यवाही का पठन शुरू किया। पठन शुरू होते ही पालिका में प्रतिपक्ष के नेता सुरेश मोदी ने आपत्ति जताई कि एजेण्डे की प्रति पाष्ाüदों को सात दिन पहले मिलने की बजाय बैठक से एक दिन पहले गुरूवार शाम दी गई। उन्होंने एजेण्डे से संबंघित विषयों की पत्रावली नगरपालिका में रखने व उसके अवलोकन का अवसर देने की व्यवस्था करने को कहा। इस पर सहमति बनी।
इसके बाद आवारा पशुओं के चारे के लिए पांच लाख रूपए की बजाय दस लाख रूपए की व्यवस्था करने पर सदन में सहमति बनी। एजेण्डे के प्रथम विषय सफाई पर चर्चा शुरू हुई, जिस पर विधायक मेवाराम जैन ने सदन से सुझाव मांगे और कहा कि हम सभी मिलकर यह तय करें कि शहर की सफाई व्यवस्था कैसे सुधर सकती है। प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि सफाई व्यवस्था के मामले में पानी सिर से ऊपर बह रहा है। इसी कारण नगरपालिका के ताले भी लगे। पार्षद पपसिंह महेचा ने भी अपनी बात रखी।
निलम्बन पर हुई नोंक-झोंक
पार्षद देवी चौधरी ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था से न तो सत्तापक्ष के पार्षद खुश है, न ही प्रतिपक्ष के पार्षद। उन्होंने सुझाव दिया कि सदन की सहमति से सफाई अघिकारी ओमप्रकाश का निलम्बन किया गया, जिसका पार्षद सुरतानसिंह देवड़ा व रमेश आचार्य ने विरोध किया। इसे लेकर देवी चौधरी की अन्य पार्षदों से नोक-झोंक हुई। पाष्ाüद जड़ाव कंवर ने विकास की बात कही।
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