सरहदी सड़क, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के नाम
बीएडीपी के तहत अब सीमा क्षेत्र में विकास कार्यों का दायरा होगा 40 किमी
बाड़मेर जिले में सीमा के करीब रहने वाले लोगों के लिए बीएडीपी खुशियों की सौगात लेकर आएगा। शुक्रवार को जयपुर में आयोजित बीएडीपी की बैठक में बाड़मेर कलेक्टर गौरव गोयल के बेहतरीन प्रजेंटेशन के बाद चीफ सेक्रेट्री ने बाड़मेर जिले के जेसिंधर गांव के लिए अतिरिक्त स्पेशल सेशन जारी करते हुए आवासीय विद्यालय की मंजूरी दी है, जिसके निर्माण में तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
अब सीमा 40 किमी तक बढ़ी
इससे पहले जहां बीएडीपी योजना के तहत सीमा के 20 किमी के दायरे में विकास के काम और इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट का काम होता था, वहीं अब यह दायरा वित्तीय वर्ष 2011-12 में बढ़ कर 40 किमी का हो जाएगा। यकीनन यह फैसला सीमा के करीब रहने वालों के लिए किसी बड़ी खुशी से कम नहीं।
शिव व चौहटन को मिलेगी दो 108 एंबुलेंस
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार के प्रयास की फेहरिस्त में अब नया अध्याय जुड़ जाएगा। सीमा से सटे गांवों में जहां आवागमन के संसाधनों का टोटा है वहां अब 108 एंबुलेंस की सुविधा मुहैया हो सकेगी। जयपुर में आयोजित बैठक में कलेक्टर गौरव गोयल ने समस्या रखते हुए बताया कि शिव व चौहटन तहसील के सीमा से सटे गांवों में निवास करने वाले गरीब लोगों के लिए आपात स्थिति में मदद पहुंचाने में बिना एंबुलेंस दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं मुफलिसी में गुजारा करने वालों के लिए निजी संसाधनों से अस्पताल तक पहुंचना महंगा पड़ता है, उसके बाद मुख्य सचिव ने बीएडीपी के तहत दो 108एंबुलेंस देने को मंजूरी दे दी।
अब सीमा 40 किमी तक बढ़ी
इससे पहले जहां बीएडीपी योजना के तहत सीमा के 20 किमी के दायरे में विकास के काम और इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट का काम होता था, वहीं अब यह दायरा वित्तीय वर्ष 2011-12 में बढ़ कर 40 किमी का हो जाएगा। यकीनन यह फैसला सीमा के करीब रहने वालों के लिए किसी बड़ी खुशी से कम नहीं।
शिव व चौहटन को मिलेगी दो 108 एंबुलेंस
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार के प्रयास की फेहरिस्त में अब नया अध्याय जुड़ जाएगा। सीमा से सटे गांवों में जहां आवागमन के संसाधनों का टोटा है वहां अब 108 एंबुलेंस की सुविधा मुहैया हो सकेगी। जयपुर में आयोजित बैठक में कलेक्टर गौरव गोयल ने समस्या रखते हुए बताया कि शिव व चौहटन तहसील के सीमा से सटे गांवों में निवास करने वाले गरीब लोगों के लिए आपात स्थिति में मदद पहुंचाने में बिना एंबुलेंस दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं मुफलिसी में गुजारा करने वालों के लिए निजी संसाधनों से अस्पताल तक पहुंचना महंगा पड़ता है, उसके बाद मुख्य सचिव ने बीएडीपी के तहत दो 108एंबुलेंस देने को मंजूरी दे दी।
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