रविवार, 22 मई 2011

तस्करों को दस साल की कैद


तस्करों को दस साल की कैद 
भीलवाड़ा/सीकर। एनडीपीएस मामलों के न्यायाधीश अजय कुमार गुप्ता ने अफीम तस्करी के लिए शनिवार को सुनाए आदेश में सीकर जिले के तीन जनों को दोषी ठहराते हुए दस-दस साल की कैद तथा जुर्माने की सजा सुनाई। छह साल पुराने मामले में अदालत ने खरेन्टा-सवाई लक्ष्मणपुरा निवासी भींवाराम जाट, नारसरा निवासी कमलसिंह राजपूत तथा हरदयालपुरा निवासी नेमीचन्द बलाई को दोषी ठहराया। इन आरोपियों को नारकोटिक्स विभाग ने चौदह किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया था।
यह था मामला
29 जुलाई 2005 को नारकोटिक्स की टीम ने अजमेर राजमार्ग पर नानकपुरा के निकट नाकाबंदी के दौरान भीलवाड़ा की ओर से आ रही जीप की सीट के नीचे मक्का से भरे कट्टों के बीच छिपाकर रखी चौदह किलो अफीम बरामद की। इसपर चालक नेमीचन्द तथा सवार कमलसिंह एवं भींवाराम को हिरासत में ले लिया था। अदालत ने भींवाराम व कमल को दस-दस साल की कैद के साथ डेढ़-डेढ़ लाख रूपए जुर्माना तथा दोषी नेमीचंद को दस साल की कैद तथा एक लाख रूपए जुर्माने की सजा सुनाई।

विधायक का वार्ड एक रूपए का भी कार्य स्वीकृत नहीं




विकास में भी राजनीति! 
विधायक का वार्ड एक रूपए का भी कार्य स्वीकृत नहीं
बाडमेर । नगरपालिका ने शहर में सडको व नालियों के निर्माण के लिए एक करोड नवासी लाख रूपए के कार्याें की निविदाएं आमंत्रित की। इन निविदाओं के जरिए वार्ड संख्या एक के अलावा शेष सभी वार्डाें में कार्य होंगे। वार्ड संख्या एक बाडमेर विधायक का वार्ड है, लेकिन इसमें एक रूपए का भी कार्य स्वीकृत नहीं किया गया है। यह स्थिति तब है, जब नगरपालिका अध्यक्ष व विधायक दोनों ही कांग्रेस पार्टी से है। राजनीतिक गलियारों में भी दोनों के बीच आपसी खींचतान कई बार चर्चा का विषय है।
शहर में चालीस वार्ड है। सभी वार्डाें में सडक व नाली निर्माण कार्याें की आवश्यकता है। इसीके मद्देनजर शुक्रवार को 1 करोड 89 नब्बे लाख रूपए के कार्याें की निविदाएं आमंत्रित की। वार्ड एक के अलावा शेष सभी वार्डाें में दो लाख रूपए से छह लाख रूपए तक अनुमानित लागत के कार्याें की स्वीकृति है। दिलचस्प बात यह है कि जिस एक मात्र वार्ड में कोई कार्य स्वीकृत नहीं हुआ है, उस वार्ड में बाडमेर विधायक मेवाराम जैन निवास करते हैं और वे इसी वार्ड के मतदाता भी है। इस वार्ड में पार्षद भाजपा का है, लेकिन वह बाडमेर विधायक के बेहद करीब माना जाता है।
यह है वार्ड की स्थिति : वार्ड संख्या एक की कई गलियों में सडकें नहीं है और नालियों की स्थिति बेहद खराब है। नालियां नहीं होने से गंदा पानी गलियों में बहता रहता है। वार्ड में सडकों व नालियों के निर्माण की मांग वार्डवासी कई बार कर चुके हैं।
उपेक्षा
चालीस में से उनतालीस वार्ड में कार्य स्वीकृत होना एवं एक वार्ड में नहीं होना अनोखी बात है, लेकिन यह सब जानबूझकर किया गया है। जानबूझकर की गई उपेक्षा के विरोध में आंदोलन किया जाएगा।
-सुलतानसिंह, पार्षद
ऎसी बात नहीं
वार्ड संख्या एक में कई काम हुए हैं, उपेक्षा जैसी कोई बात नहीं है। विधायक के वार्ड में काम नहीं करवाने की बात गलत है।
-श्रीमती उषा जैन,
नगरपालिका अध्यक्ष
टिप्पणी से इनकार
मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
-मेवाराम जैन, विधायक,बाडमेर

आईजी ने किया एमपीटी का निरीक्षण


आईजी ने किया एमपीटी का निरीक्षण 
बाडमेर।। केयर्न इण्डिया के नागाणा स्थित मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल का आईजी (क्राइम)मेघचंद मीणा ने शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। मीणा दोपहर बाद बाडमेर से सीधे नागाणा थाने पहुंचे तथा एमपीटी का निरीक्षण किया। केयर्न कंपनी द्वारा तेल क्षेत्रों की आ रही निजी सुरक्षा व्यवस्था को भी बारीकी से परखा तथा इतने बडे तेल क्षेत्र व टर्मिनल की सुरक्षा का पूरा जिम्मा निजी हाथों मे होने पर चिंता जाहिर की। मीणा ने कहा कि सुरक्षा बंदोबस्त और पुख्ता करने होंगे। मीणा के साथ एसपी संतोष चालके व नागाणा थानाघिकारी महेन्द्र सिंह भाटी थे। एमपीटी व मंगला तेल क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के पहचान संबंधी दस्तावेजों के बारे में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने स्थानीय पुलिस को हर समय पूरी तरह सतर्क रहने के निर्देश दिए।
आईजी ने केयर्न अघिकारियों के साथ बैठक में कहा कि राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन हर समय किसी भी गतिविघियों से निपटने के लिए तैयार है तथा कंपनी कभी भी सहयोग ले सकती है। केयर्न के अघिकारियों ने बैठक में आईजी को बताया कि उनके सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह पुख्ता है तथा प्रत्येक गतिविघियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। बैठक में केयर्न इण्डिया के स्टेक हॉल्डर बीआर ग्वाला मौजूद थे।

हत्या के आरोप में पिता-पुत्र गिरफ्तार


हत्या के आरोप में पिता-पुत्र गिरफ्तार 

बाडमेर।दहेज के लिए विवाहिता व उसकी छह माह की पुत्री की हत्या के आरोप में पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया। पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली खान ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि श्रीमती धीमोदेवी पत्नी देवाराम निवासी धोलानाडा पर सरियों से वार किए गए, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के पश्चात साक्ष्य छिपाने के मकसद से उसे टांके में डाल दिया गया और आत्महत्या सिद्ध करने का नाकाम प्रयास किया गया। इतना ही नहीं धीमोदेवी की छह माह की मासूम पुत्री पार्वती को जिन्दा टांके में डाल दिया गया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। मेडिकल बोर्ड द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में धीमोदेवी की मौत लीवर व फेफडे डेमेज होने से एवं पार्वती की मौत पानी में डूबने से होना पाया गया। पुलिस उप अधीक्षक ने बताया कि मां-बेटी की हत्या के आरोप में धीमोदेवी के पति देवाराम व उसके ससुर हुकमाराम को गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है और इस प्रकरण में यदि अन्य कोई पाया गया तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।

एसपी ममता विश्नोई ने किए बाबा की समाधि के दर्शन



 एसपी ममता विश्नोई  ने किए बाबा की समाधि के दर्शन

 रामदेवरा. एसपी ममता विश्नोई ने शनिवार को रामदेवरा पहुंचकर बाबा रामदेव की समाधि पर धोक देकर अमन-चैन की दुआ मांगी। उन्होंने समाधि स्थल पर मिश्री, पताशा का भोग चढ़ाकर झारी जल का आचमन लिया। पुजारी जगदीश छंगाणी ने विधि विधान पूर्वक पूजा करवाई। उन्होंने समाधि परिसर स्थित बाबा रामदेव वंशजों की कचहरी में स्थानीय ग्रामीणों के साथ कानून एवं शांति व्यवस्था पर विचार विमर्श किया। उन्होंने पूरे समाधि स्थल का दौरा कर आमदिनों व मेले में किए जाने वाले सुरक्षा इंतजामों की जानकारी ली। इसे पहले समाधि समिति की ओर से तस्वी एवं पुष्पाहार भेंट कर स्वागत किया। इस दौरान पुलिस उपअधीक्षक कल्याणमल बंजारा, रामदेव समाधि समिति के व्यवस्थापक श्याम शर्मा, समिति सदस्य स्वरूपसिंह, भंवरसिंह तंवर, रामरतन नाई, भ्ंावरलाल विश्नोई, शंकरसिंह, रामदेवरा पुलिस चौकी प्रभारी नवलसिंह सोलंकी व कांटेबल खेतसिंह, सुखराम आदि साथ में थे।

ज्यादती के प्रयास के बाद मासूम बच्ची की हत्या


ज्यादती के प्रयास के बाद मासूम बच्ची की हत्या
सौतेले पिता ने किया ज्यादती का प्रयास, खुलासे के डर से की गला दबाकर हत्या। बाद में झाडिय़ों में डालकर जला दिया 

जालोर आहोर निकटवर्ती नोरवा सरहद में मालगढ़ पहाडिय़ों के पास शनिवार सवेरे एक आठ वर्षीय बालिका की जली हुई लाश मिलने से सनसनी फैल गई। बालिका के सौतेले पिता ने तीन दिन पूर्व ज्यादती के प्रयास के बाद उसका गला दबाकर हत्या कर दी थी और झाडिय़ों में जला दिया। सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ और पुलिस उप अधीक्षक जालोर देवकिशन शर्मा मौके पर पहुंचे। इससे पूर्व बालिका के मामा की ओर से एक रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। जिसमें बालिका की हत्या की आशंका को लेकर सौतेले पिता पर आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट के आधार पर तलाशी में जुटी पुलिस को पहाडिय़ों में यह शव पड़ा मिला। 

पुलिस उप अधीक्षक देवकिशन शर्मा ने बताया कि भंवरलाल पुत्र सका राम मेघवाल निवासी राणा पुलिस थाना रोहट पाली ने रिपोर्ट दर्ज करवाकर बताया कि उसकी बहन उकड़ी की शादी भंवरलाल पुत्र तेजाराम मेघवाल निवासी पाचपदरिया के साथ हुई थी। जहां उसके एक पुत्री मीमा का जन्म हुआ। बच्ची के जन्म के कुछ समय बाद दोनों में अनबन हो गई और उकड़ी पीहर राणा गांव आकर रहने लगी। इसके बाद उसने नोसरा थाना के तहत मालगढ़ निवासी भंवरलाल पुत्र जीवा राम मेघवाल के साथ नाते पर शादी कर ली। तीन दिन पूर्व भंवरलाल पुत्र जीवा राम घर पर आया और मीमा को एक शादी में ले जाने के बहाने अपने साथ लेकर चला गया इस दौरान उसके साथ दूसरी पुत्री पूजा भी थी, लेकिन वह घर पर केवल पूजा को लेकर ही पहुंचा। इस बारे में जानकारी ली तो उसने कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने जांच की तो शनिवार सवेरे मालगढ़ के समीप पहाडिय़ों में मीमा (8) का शव पड़ा मिला जो जला हुआ था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मौके पर ही शव का पोस्टमार्टम करवाया गया साथ ही डीएनए टेस्ट के लिए नमूने लिए गए। मामले में आरोपी सौतेले पिता की तलाश की जा रही है।
 

पहले ज्यादती का प्रयास : प्रारंभिक जांच के अनुसार इस मामले में सामने आया है कि सौतेले पिता भंवरलाल पुत्र जीवा राम मेघवाल ने इस आठ वर्षीय बच्ची के साथ ज्यादती का प्रयास किया था। पोल खुल जाने के डर से उसने उसे मार दिया। पुलिस उप अधीक्षक देव किशन शर्मा ने बताया कि आरोपी बच्ची को लेकर मोटरसाइकिल पर राणा गांव से रवाना हुआ। मालगढ़ के समीप एक खेत में उसने बच्ची के साथ ज्यादती का प्रयास किया, लेकिन वह जोर जोर से चिल्लाने लगी। पोल खुल जाने के डर से आरोपी ने बालिका का गला दबा दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसने पास ही झाडिय़ों में बालिका के शव को फेंक दिया और उसमें आग लगा दी। जिससे शव बुरी तरह से जल गया। नोसरा थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी की तलाश की जा रही है।

शनिवार, 21 मई 2011

Badaltey Rishtey Meri Sanson Ko Jo Mahek Aa Rahi Hai

Aankhon Mein Humne Aapke

"मोना लिसा" की मशहूर मुस्कान का राज जल्दी ही खुल सकता है

रोम। "मोना लिसा" की मशहूर मुस्कान का राज जल्दी ही खुल सकता है। इटली में खुदाई के दौरान एक खोपड़ी मिली है। पुरातत्वविदों के अनुसार यह उस महिला की खोपड़ी हो सकती है, जो "मोना लिसा" चित्रकृति के लिए लियोनार्डो द विंची की प्रेरणा बनी थी। फ्लोरेंस में सेंट उरसुला कॉन्वेंट के आंगन में दो सप्ताह की तलाश के बाद जो हडि्डयां मिली हैं, उनका डीएनए टेस्ट किया जाएगा। आधुनिक दौर के कई इतिहासकारो का मानना है कि लिसा डेल गियोकोनाडो ही वह मॉडल थी, जिसे देखकर लियोनार्डो को "मोना लिसा" बनाने की प्रेरणा मिली थी। उनके मुताबिक लिसा डेल पति के निधन के बाद नन बन गई थी और उसका निधन 15 जुलाई 1542 को हुआ था

प्रदेश की लाड़ली देश में अव्वल


 

महू। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की अखिल भारतीय जूनियर रिसर्च फैलोशिप परीक्षा के परिणाम गुरूवार को घोषित हो गए। इसमें शामिल देशभर के 20 हजार छात्र-छात्राओं को पीछे छोड़ते हुए पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय महू के 13 छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी। इसमें पन्ना, मुरैना, रीवा की चार बालाओं ने देश की टॉप टेन सूची में अपनी जगह बनाई।

सभी देश के चुनिंदा वेटनरी कॉलेजों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करेंगे। उन्हें प्रतिमाह 16 हजार रूपए स्कॉलरशिप दी जाएगी। पन्ना की अंकिता जैन ने देशभर में पहला स्थान लाकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। तीसरे स्थान पर रीवा की नम्रता सिंह रहीं। इसके साथ ही मुरैना की साक्षी भदौरिया और रश्मि गोयल क्रमश: तीसरे और नौवीं स्थान पर रहीं।

कॉलेज के पीआरओ आरके जैन ने बताया कि मुकेश शाक्य ने 12वें, ममता सिंह ने 27वें, शिशिर कानूनगो ने 37वें, अभिलाषा सिंह ने 101वें, मनोहर सिंह ने 102वें, अमृता पटेल ने 155वें, रेखा मौर्य ने 171वें, बलवीर सिंह ने 203वें और आरके शाक्य ने 346वें स्थान पर रहे। 

जिला कलक्टर कुशवाहा ने किया गांवों का सघन दौरा पानी-बिजली और लोक स्वास्थ्य सेवाओं की सुध ली


जिला कलक्टर कुशवाहा ने किया गांवों का सघन दौरा
पानी-बिजली और लोक स्वास्थ्य सेवाओं की सुध ली
जैसलमेर 21 मई/जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा ने गांवों में पानी-बिजली और लोक स्वास्थ्य सेवाओं की पर्याप्त उपलब्धता पर जोर दिया है और क्षेत्राीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे गांवों में जन सुविधाओं और सेवाओं के प्रति गंभीरता बरतें।
जिला कलक्टर द्वारा शनिवार को मोहनगढ़ स्थित वन क्षेत्रा का भ्रमण किया गया तथा वहां  पर वनारोपण कार्यो का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला कलक्टर ने वन अधिकारियों को फलदार पौधे रोपित करने एवं पंचायत को पौधे देने के निर्देश दिये ताकि संबंधित  पंचायत  की आय में वृद्धि हो सके। भ्रमण के समय ग्राम पंचायत मोहनगढ़, ए.टी.एफ. एवं वनविभाग के  अधिकारी साथ में थे।
जिला कलक्टर के रेहरूण्ड भ्रमण के दौरान ग्रामीणों द्वारा उन्हें अवगत कराया गया कि यहां पर पीने के पानी एवं बिजली मुख्य समस्या है। सप्ताह में एक बार जलापूर्ति होने की समस्या बतायी। चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि दस दिन में एक बार मोहनगढ़ से चिकित्सा दल को रेहरूण्ड भेज कर ग्रामीणजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराये जाने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा द्वारा शुक्रवार केा जिले के आसदा,  मोहम्मद की ढांणी, देवा ,मंधा रता, राजसिंह की ढांणी, डिग्गा ,मण्डाऊ तथा ईटीफ क्षेत्रा आर्मी क्षेत्रों और अन्य गांवों का सघन भ्रमण किया गया। कुशवाहा के गा्रम आसदा के निरीक्षण के समय ग्रामीणजनों ने उन्हें बताया कि वहां पर पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि दो जी.एल.आर बनी हुई हैं दोनों जी.एल.आर ज्यादा  ऊँचाई पर होने कारण गांव में जलापूर्ति  नहीं हो रही है लोगों ने बताया कि गांव से एक कि.मी दूर स्थित एक नाड़ी स्थित है और वही  ग्रामीणों एवं मवेशियों के लिए पीने का पानी एक मात्रा जल स्रोत  है।
जिला कलक्टर ने इस संबंध में जलदाय विभाग के अधिकारियों को दूरभाष पर इस खाली जीएलआर में  जलदाय विभाग के अधिकारियों को कहा कि वे स्वयं मौके पर जाकर पेयजल की सुचारू व्यवस्था सुलभ कराएं।  निरीक्षण के समय शिक्षण व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया तो ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान आसदा विद्यालय में लगभग 50 बच्चे अध्ययनरत हैं। ग्रामीणों ने इस क्षेत्रा में पशुधन में बीमारी होने की सूचना दी।
मोहम्मद की ढांणी के ग्रामीणजनों ने जिला कलक्टर कलक्टर से  ढांणी में स्कूल खोलने की मांग की। इसी प्रकार  उन्होंने देवा स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र  का भी निरीक्षण किया।  इस दौरान ग्रामसेवक एवं पटवारी उपस्थित मिले।  अवलोकन के समय  इस भवन पर पत्थर पटिट्याँ लगाई जा चुकी थी।
जिला कलक्टर द्वारा मंधा गांव में उपस्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया गया। वहां ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि ए.एन.एम खींया गांव गई है जबकि आंगनवाड़ी बंद पाई गई। रता गांव के भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से गांव को विद्युतीकृत कराने की मांग की गई। राजसिंह की ढांणी के ग्रामीणों ने जिला कलक्टर से गौचर भूमि आरक्षित करवाने की मांग की ताकि मवेशी को पशुआहार सुलभ हो सके।
जिला कलक्टर कुशवाहा ने नेहड़ाई क्षेत्रा का दौरा किया इस दौरान उपस्थ्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया गया तो ए.एन.एम श्रीमती कमलेश उपस्थित पायी गई तथा वहां पर पर्याप्त मात्रा दवाइयों की उपलब्धता थी। उन्होंने आंगनवाड़ी केन्द्र का भी अवलोकन किया तो वह खुली पाई गई व वहां पर आशा सहयोगिनी श्रीमती कविता उपस्थित मिली नेहड़ाई में राजीवगांधी  सेवा का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण होना पाया गया।
जिला कलक्टर द्वारा डिग्गा गांव भ्रमण के समय ग्रामीणों ने बताया कि वहां पर सप्ताह में एक पानी आता है वह यहां बिजली बार-बार चली जाती है जिससे उन्हें भारी परेशानी हो रही है। एस.बी.एस. 54 आर.डी. से 0 हेड तक रोड़ पूर्णतया क्षतिग्रस्त पायी गई, इसकी  तत्काल मरम्मत कराने की ग्रामीणों ने बात कही जिससे किसानों आवागमन में सुविधा मिल सकेगी। मण्डाऊ भ्रमण के दौरा ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि यहां पर भी पीने के पानी की ज्यादा समस्या है पानी सात दिन में एक बार आता है। जिला कलक्टर को ग्रामवासियों ने बताया कि मण्डाऊ में अध्यापक बच्चों को  समय पर शिक्षण कार्य नहीं करवा रहा है इसके स्थान पर जिला कलक्टर ने अन्य अध्यापक को लगाने के निर्देश दिये। इन समस्याओं के बारे में जिला कलक्टर ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को समुचित दिशा-निर्देश दिए।
जिला कलक्टर द्वारा मोहनगढ़ निरीक्षण के समय कर्नल मेहता के साथ में भ्रमण कर पर्यावरण क्षेत्रा की दोनों साईडों में लगे पौधारोपण का अवलोकन किया गया।  जिला कलक्टर के शुक्रवार केा उक्त ग्राम्यांचलों के भ्रमण के दौरान उपवन संरक्षक एम.एल.सोनल एवं अन्य अधिकारी साथ में थे।

एडवोकेट भारतीय नागरिक नहीं'

एडवोकेट भारतीय नागरिक नहीं'


जयपुर। 'सूचना भारतीय नागरिक ही ले सकता है, एडवोकेट भारतीय नागरिक की श्रेणी में नहीं होने के कारण सूचना नहीं दी जा सकती' सूचना का अघिकार अघिनियम के तहत प्रथम अपील पर स्वास्थ्य निदेशालय ने अपीलार्थी को यही जवाब दिया है। इस पर राजस्थान बार कौंसिल ने सरकार को विरोध दर्ज कराने की चेतावनी दी है। राज्य सूचना आयोग एक मामले में एडवोकेट को पहले ही सूचना पाने का हकदार मान चुका है, वहीं वकीलों का कहना है कि जब देश में वकालत का अघिकार ही भारतीय नागरिक को है तो एडवोकेट को भारतीय नागरिक की श्रेणी में कैसे नहीं माना है?

यह था मामला
चित्तौड़गढ़ निवासी एडवोकेट अजीज हुसैन ने रावतभाटा में पंजीकृत अस्पताल-डिस्पेंसरियों की संख्या व कार्यरत चिकित्सक व नर्सिग स्टाफ की योग्यता के बारे में जानकारी मांगी थी। साथ ही, पूछा कि निर्घारित योग्यता से कम वाले चिकित्सक व नर्सिग स्टाफ पर क्या कोई कार्रवाई की गई? स्वास्थ्य विभाग में जन स्वास्थ्य निदेशक और अपीलीय अघिकारी डॉ.ओ.पी. गुप्ता ने पिछले दिनों इस पर जवाब दिया 'एडवोकेट पद पर पदस्थापित रहते हुए पदनाम से सूचना चाही है एडवोकेट भारतीय नागरिक की श्रेणी में नहीं होने के कारण सूचना देय नहीं है। अत: अपील अस्वीकार की जाती है।'

जवाब देने वाले अफसर पर कार्रवाई हो

इस तरह का जवाब देने वाले अघिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। देश में वकालत का अघिकार ही भारतीय नागरिक को है।
नवरंग सिंह, चेयरमैन, राजस्थान बार कौंसिल

ऎसा जवाब वकीलों का अपमान है, निंदनीय है। इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से बात की जाएगी।
संजय शर्मा, सदस्य बार कौंसिल

राज्य सूचना आयोग ने एडवोकेट के नाते आवासन मंडल से चाही सूचना मुझे दिलवाई थी। साथ ही कहा था कि किसी पेशे विशेष्ा से जुड़े होने के कारण नागरिक को विघिक व्यक्ति नहीं मान सकते।
संतोष्ा जैमन, एडवोकेट

चुपके से चाँद की रौशनी आपकी हो जाए

चुपके से चाँद की रौशनी आपकी हो जाए, धीरे से हवा आपको कुछ कह जाए,
दिल से जो चाहते हो वो मांग लो खुदा से, हम भी दुआ करेंगे आपका हर सपना सच हो जायेंगे ।

आप की मुस्कराहट ने हमारे होश उड़ा लिए, आप की मुस्कराहट ने हमारे होश उड़ा लिए
हम होश मे आने ही वाले थे, की आप फ़िर से मुस्करा दिए ।

सूखे पत्ते से प्यार कर लेंगे, हम तुझ पर ऐतबार कर लेंगे, तुम यह तोह कहो, हम तुम्हारे है
हिम जिंदगी भर इन्तेज़ार कर लेंगे ।

मुसलमान होने के बावजूद कुलदेवी के रूप में पूजते है हिन्दू पाक में पीथौरा पीर,भारत में जेता की जाल


मुसलमान होने के बावजूद कुलदेवी  के रूप में पूजते है हिन्दू 
पाक में पीथौरा पीर,भारत में जेता की जाल




बाड़मेर मजहब के नाम पर होने वाले बंटवारे के वक्त धार्मिक सद्भावना की किसे परवाह रहती है। यहीं दंश सरहदी गांवों के  लोग आज भी भुगत रहे है। भारत-पाक विभाजन के वक्त पीथौरा पीर एवं जेता की जाल धार्मिक स्थल के  बीच एक लकीर खींच दी गई। लेकिन मौजूदा परिदृश्य में आ रहे बदलाव से सरहदी लोगों को उम्मीद जगी है कि वे अपने रिश्तदारों से मिलने के  साथ इन धार्मिक स्थानों पर आसानी से जा सेंगे। 
पा में कूनरी स्थित पीथौरा पीर एवं भारत में जेता की जाल दोनों देशों के
  बाशिंदों के लिए आस्था का केन्द्र रहे है। विभाजन के  दौरान इने अलग होने के बावजूद आस्था में किसी तरह की कमी नहीं आई। अब तक इने मुरीद दर्शनार्थ वीजा के  जरिए जाते रहे है। सबसे हटकर यह बात है कि जेता मुसलमान धर्म से ताल्लुकात रखती है। लेकिन हिन्दू उसको कुलदेवी के बतौर पूजा करते है। भारत-पाक सीमा पर स्थित स्वरूपे का तला में जेता की जाल है। इसकी स्थापना 1912 में हुई थी। उस दरिम्यान टिड्डियां अक्सर फसल  बर्बाद कर देती थी। ऐसे में तत्कालीन अड़बलियार निवासी शोभजी मेघवाल ने मनौती मांगी थी कि अगर टिड्डियों ने उसे खोत में खराबा नहीं किया तो वे जेता की जाल की स्थापना करेंगे। सुबह उन्होंने पाया कि टिड्डियों ने उनकी फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। जबकि अन्य खेतों में काफी खराबा हुआ। रूगोणियों की डेरी में जाल की स्थापना की गई। इसे आज भी इसी नाम से पुकारा जाता है। भारत-पाक विभाजन के  समय वे अड़बलियार में रह गए। रूगोणियों की डेरी भारतीय सीमा में रह गई। 
कुलदेवी जेता के बारे में मान्यता है कि वह समेजी जाति की मुसलमान महिला थी। एक बार वह अपने दूध पीते बच्चे को जाल के
  पेड़ में झुला बांधकर पीलू चुगने गई थी। इस दौरान प्यास लगने से उसे बेटे की मौत हो गई। जेता ने भी पुत्र मोह में अपनी ईहलीला समाप्त कर दी। इसे बाद परचे देने के  साथ ही जेता के नाम से मनौतियां मांगने का सिलसिला शुरू हुआ। जब लोगों की मनौती पूरी होने लगी तो उसको कुलदेवी के रूप में पूजा जाने लगा। कुलदेवी जेता की जाल पर हर साल भादवा, माघ, चेत्र की दूज को विशेष रूप से मेला भरता है। इसमें पाकिस्तान से आकर लोग शरीक होते है। 
डा.एम.आर.गढ़वीर के
  मुताबिक जब अन्य विस्थापितों के साथ शाभजी मेघवाल का परिवार भारत पहुंचा तब तक यह खेत इस्माइल समेजा को आबंटित कर दिया गया। शुरूआत में इस्माइल ने ध्यान नहीं दिया। जब उसको नुकसान होने लगा तो बाकायदा उसने भी धार्मिक श्रद्वा जताते हुए दो बीघा जमीन जायरीनों के  लिए छोड़ रखी है। जहां सालाना लोग मनौती मांगकर घी का धूप, नारियल एवं बकरे एवं घेटे की बलि चढ़ाते है। जेता को मेघवालों की कुलदेवी के बतौर माना जाता है। पाकिस्तान में इब्राहिम का तला, चारणोर, कितारी, मिठड़िया, तिगुसर, चेलार, कांकईया,संग्रासी का तला, कठा, नगरपारकर एवं खावड़ समेत कई गांवों में कुलदेवी जेता के मुरीद रहते है। उने मुरीदों का कहना है कि अगर बस शुरू होती है तो फिर सद्भावना की मिसाल को बल मिलेगा। उमरकोट निवासी किशनराम ख्याला दो मर्तबा यहां आ चुके  है। इसी तरह पाक में अमरकोट से आगे कूनरी के  पास पीर पीथौरा की मजार है। जहां पर मुख्य पुजारी परपंरागत मेघवाल समाज से होता है। सरहदी गौहड़ का तला, भुरावा, स्वरूपे का तला, आंगनशाह की ढाणी, गुमाने का तला, मिठड़ाऊ, बीजासर एवं बुहरान का तला के  लोग पीर पीथौरा के  मुरीद है। उनकी मजार पर जाने का सिलसिला विभाजन से पहले एवं बाद भी जारी है।

सरक्रीक सीमा विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को यहां द्विपक्षीय वार्ता शुरू




सरक्रीक सीमा विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को यहां द्विपक्षीय वार्ता शुरू
इस्लामाबाद। करीब चार साल के लंबे अंतराल के बाद सरक्रीक सीमा विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को यहां द्विपक्षीय वार्ता शुरू हुई। दोनों देशों के बीच यह समुद्री सीमा विवाद कच्छ के रन में 96 किलोमीटर लंबे मुहाने को लेकर है, जो भारत के गुजरात को पाकिस्तान के सिंध प्रांत से अलग करता है। मुंबई आतंकी हमले के बाद पहली बार आयोजित इस दो दिवसीय वार्ता में भारत की तरफ से आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सर्वेयर जनरल एस. सुब्बाराव कर रहे हैं। पाकिस्तानी शिष्टमंडल का नेतृत्व अतिरिक्त रक्षा सचिव रियर एडमिरल शाह सोहेल मसूद कर रहें हैं। यह वार्ता रावलपिंडी के छावनी इलाके स्थित रक्षा मंत्रालय के दफ्तर में आयोजित की गई है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान के रक्षा सचिव सैयद अतहर अली से भी मुलाकात की। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि फिर शुरू हुई यह वार्ता बेहद अहम है और पाकिस्तान सार्थक तौर पर भारत के साथ जुड़े सभी मुद्दों को लेकर आगे की ओर देख रहा है। चार साल पहले सरक्रीक मामले में महत्वपूर्ण प्रगति हुई थी। उस दौरान दोनों देशों ने सरक्रीक पर अपने दावों को लेकर संबंधित नक्शे का आदान-प्रदान भी किया था।