गुरुवार, 29 मार्च 2012

हावड़ा से आने वालों की जांच होगी




हावड़ा से आने वालों की जांच होगी

पुलिस अधीक्षक की प्रेस वार्ता

जैसलमेरहावड़ा एक्सप्रेस से आने वालों की जांच के लिए रेलवे स्टेशन पर अस्थाई जाब्ता तैनात किया जाएगा। हावड़ा एक्सप्रेस व अन्य लंबी दूरी की जांच के पीछे मंशा यही है कि आपराधिक तत्व जिले में नहीं आ सकें। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जैसलमेर जिला संवेदनशील है और यहां के कई इलाके प्रतिबंधित है, इसलिए विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। विश्नोई ने बताया कि सोलर ऊर्जा व पवन ऊर्जा कंपनियों के साइट पर हो रही चोरियों पर लगाम कसने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन कंपनियां सहयोग नहीं कर रही हैं। उन्हें कहा गया है कि वे अपने कर्मचारियों का वेरीफिकेशन करवाएं और सुरक्षा गार्डों के रूप में पूर्व सैनिकों को तैनात करें। उनका सहयोग नहीं मिलने से प्रभावी रोक नहीं लग पा रही है। उन्होंने कहा कि नए थाने खुलने से काफी राहत मिलेगी। रामदेवरा में पूरे साल लोड रहता है जिससे वहां थाने की बेहद जरूरत थी, अब वहां आने वाले श्रद्धालुओं को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था मिल सकेगी। इसके अलावा महिला थाना भी महिलाओं पर होने वाले अपराधों को सामने लाने के लिए काफी अहम साबित होगा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले के पेशेवर नकबजन व अपराधियों को पासा व गुंडा एक्ट में शामिल करने के लिए रिकमेंड किया हुआ है। उन्होंने शहर में बढ़ रही मारपीट की घटनाएं और उनके बाद होने वाले प्रदर्शनों के संबंध में आमजन से अपील की कि वे व्यक्तिगत झगड़े को जातिगत रूप न दें।

देशी कट्टे से फायर कर युवती को किया घायल

देशी कट्टे से फायर कर युवती को किया घायल

पोकरण। फलसूण्ड थानाक्षेत्र के झाबरा गांव में एक युवक की ओर से देशी कट्टे से फायर कर एक युवती को जख्मी करने का मामला पुलिस में दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार झाबरा निवासी ओमकंवर (18) पुत्री फरसूसिंह राजपुरोहित ने रिपोर्ट दी कि वह मंगलवार रात अपने घर पर सो रही थी। बुधवार सुबह करीब चार बजे झाबरा निवासी हरीश पुत्र सोहनसिंह व उसका एक अन्य साथी उसके घर आए तथा उसको उठाने का प्रयास किया।

जब वह उठी, तो हरीश ने उस पर एक देशी कट्टे से गोली चलाई, जो उसके दाहिने कंधे पर लगी तथा उसका कंधा बुरी तरह जख्मी हो गया। फायर करने के बाद हरीश व उसका साथी मौके से फरार हो गए। युवती को उपचार के लिए जोधपुर ले जाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस वृताधिकारी विपिनकुमार शर्मा ने बताया कि उन्होंने बुधवार को झाबरा पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया तथा आरोपी के एक सहयोगी हरीश पुत्र पदमसिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पुलिस मुख्य आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है।

रक्षक है तनोट माता


रक्षक है तनोट माता

जैसलमेर। जैसलमेर से करीब 120 किलोमीटर दूर भारत-पाक सीमा से सटे तनोट क्षेत्र में बने माता के मंदिर में 1965 व 1971 के युद्धों में पाकिस्तान की ओर से गिराया गया एक भी बम यहां नहीं फूटा। यह माता का मंदिर सीसुब जवानो व अधिकारियो के साथ ही देश-प्रदेश के लोगों के लिए आस्था का केन्द्र बना है। इस युद्ध में पाक ने मंदिर के आस पास करीब तीन हजार बम बरसाए।

करीब साढे चार सौ गोले मंदिर परिसर में गिरे पर अधिकतर बम फटे ही नहीं। इनमें से कुछ मंदिर परिसर में आज भी मौजूद है। ये बम आज भी मंदिर की शोभा बढ़ा रहे हैं। तनोट को भाटी राजपूत राव तनुजी ने संवत् 787 को माघ पूर्णिमा को बसाया था और यहां पर ताना माता का मंदिर बनवाया था, जो वर्तमान में तनोटराय मातेश्वरी के नाम से जाना जाता है। वर्तमान मे मन्दिर की पूजा- अर्चना सीसुब के जवान ही करते हैं। तनोट क्षेत्र सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यहां से पाकिस्तान की सीमा बमुश्किल 15-20 किलोमीटर है। इसके निकट पाकिस्तान का रहिमयारखां जिला है।

इतिहास के जीवंत दस्तावेज
यहां तैनात बल व क्षेत्र के बुजुर्गो के बताए अनुसार मुगल बादशाह अकबर के हिन्दू देवताओं के चमत्कारों से प्रभावित होकर विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने और छत्र वगैरह चढ़ाने के किस्से भले ही प्रमाणित न हों, लेकिन इस बात के तो आज भी कई चश्मदीद गवाह मौजूद हैं कि 1965 के युद्ध के दौरान एक प्राचीन सिद्ध मंदिर की अधिष्ठात्री देवी के चमत्कारों से अभिभूत पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी भी उसके दर्शन के लिए लालायित हो उठे थे। चमत्कारिक माने जाने वाला यह मंदिर 1200 साल पुराना है। वर्ष 1965 व 1971 के भारत-पाक युद्धों में भाग ले चुके भारतीय सैनिक बताते हैं कि मंदिर परिसर में गिरने वाले शत्रु के गोले फटते ही नहीं थे, जिससे मंदिर और उसके आस पास कोई नुकसान कभी नहीं हो पाया।

पाकिस्तानी ब्रिगेडियर हुआ नतमस्तक
वर्ष 1965 के युद्ध के दौरान माता के चमत्कारों के आगे नतमस्तक पाकिस्तानी ब्रिगेडियर शाहनवाज खान ने भारत सरकार से यहां दर्शन करने की अनुमति देने का अनुरोध किया। करीब ढाई साल की जद्दोजहद के बाद भारत सरकार से अनुमति मिलने पर ब्रिगेडियर खान ने न केवल माता की प्रतिमा के दर्शन किए बल्कि मंदिर में चांदी का एक सुंदर छत्र चढ़ाया। ब्रिगेडियर खान का चढाया हुआ छत्र आज भी इस घटना का गवाह बना हुआ है।

"चमत्कारो" ने बढ़ाई आस्था
भारत-पाक सीमा पर स्थित मातेश्वरी तनोटराय मंदिर के 1965 और 1971 में युद्ध के दौरान हुए कई चमत्कारों से आज भी सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवान और अधिकारी अभिभूत हैं। यह मंदिर देश के कई श्रद्धालुओं की श्रद्धा का भी केन्द्र बना हुआ है। तनोट मातेश्वरी मंदिर में देशभर से सभी धर्मो के लोग श्रद्धा के साथ नतमस्तक होने पहुंचते है। सीमा पर स्थित इस मंदिर का महत्व 1965 के भारत-पाक युद्ध से और भी बढ़ गया।

बाड़मेर में कोयला घोटाला!

बाड़मेर में  कोयला घोटाला!

बाड़मेर पिछले कुछ सालों में बाड़मेर में विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ी हैं, लेकिन यहाँ पर विकास के साथ-साथ घोटालों का बड़ा काम हुआ हैं जिसके बारे में सरकार भी जानती हैं। ये अलग बात हैं कि कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ जबकि अगर कुछ कार्रवाई नहीं हुई तो यहाँ पर कोयला खनन घोटाला चालीस हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का आगामी तीस साल में हो सकता हैं। कोयला का अकूत भंडार मिलने के बाद बाड़मेर में खनन का ऐसा खेल हुआ हैं कि आने वाले तीस सालों में घोटाला काफी बढ़ सकता हैं। यह सनसनीखेज खुलासा राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन के सामने दायर हुई एक याचिका के बाद हुई सुनवाई के बाद हुए निर्णय में सामने आई हैं।



राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन के अध्यक्ष डीसी सामंत, सदस्य एस धवन, एसके मित्तल ने बाड़मेर लिग्नाईट माइनिंग कम्पनी लि. की याचिका पर सुनवाई की, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। खासकर इसमें एक बड़ा खुलासा हुआ हैं कि जिंदल ग्रुप के राजवेस्ट पवार प्लांट लि. भादरेश बाड़मेर में लिग्नाईट की आपूर्ति के लिए बाड़मेर में माइनिंग का ठेका 812 रुपए प्रति मीट्रिक टन की दर से निविदा के जरिये प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से होना था, उसको बिना किसी प्रतिस्पर्धा के जिंदल ग्रुप की एसोसिएट फर्म साउथ वेस्ट माइनिंग लि. को 1230 रुपए प्रति मैट्रिक टन की दर से दे दिया गया। टैक्स जोड़ा जाए तो यह दर 1953 रुपए प्रति मीट्रिक टन की दर हो जाती हैं। मजे की बात यह कि जिंदल ग्रुप की एसोसिएट फर्म साउथ वेस्ट माइनिंग लि. यह ठेका लेने की पात्रता भी नहीं रखती। तीस वर्ष के लिए दिए गए इस ठेके से उक्त अवधि में टैक्स समेत करीब इकसठ हजार करोड़ का नुकसान हो सकता हैं।

समझें घाटे का ये गणित : बाड़मेर जिले में जिंदल ग्रुप की फर्म राजवेस्ट पावर प्रोजेक्ट लि. के नाम से भादरेश में 135 मेगावाट की दस इकाइयां बनाई जानी प्रस्तावित हैं, जिनमे से दो इकाइयां बन कर तैयार हैं और शेष निर्माणाधीन हैं। जब पूर्ण क्षमता के साथ सभी दस इकाइयां काम करेंगी तब प्रतिदिन पचास हजार टन कोयले की जरूरत पड़ेगी। राजवेस्ट की कंसोर्टियम फर्म साउथ माइनिंग लि. इसके लिए प्रतिदिन छह करोड़ पन्द्रह लाख टैक्स समेत नौ करोड़ छियतर लाख पचास हजार लेगी, जो राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन के समक्ष तय हुई दरों (812 रुपए प्रति मीट्रिक टन) से टैक्स सहित 5.70 करोड़ रुपए अधिक हैं। इस तरह प्रतिदिन 2.90 करोड़ टैक्स रहित घाटा होगा। एक महीने में 87 करोड़, एक वर्ष में 1044 करोड़, और तीस वर्षों में 31,220 करोड़ का घाटा होगा और टैक्स समेत यह घाटा इकसठ हजार करोड़ रुपए को पार कर जाएगा।

इक्यावन फीसदी है सरकार की हिस्सेदारी : बाड़मेर के कपूरडी और जालिपा के किसानों की करीब पचास हजार बीघा जमीन अवाप्त हुई हैं, इसका मकसद यहाँ पर कोयला खनन कर कम्पनी को आपूर्ति करनी था। भूमि अवाप्ति के लिए बाड़मेर लिग्नाईट माइनिंग कम्पनी लिमिटेड का गठन किया गया, जिसमे 51 प्रतिशत हिस्सेदारी राज्य सरकार की है। शेष 49 फीसदी भागीदारी राजवेस्ट की है। यहाँ कहने का मतलब यह हैं कि ऊंची दरों पर राजवेस्ट की एसोसिएट फर्म को ठेका देने से होने वाले कुल घाटे में सरकार को इक्यावन फीसदी चूना लगेगा। वही राजवेस्ट को एसोसिएट फर्म से सीधा फायदा ही फायदा होगा।

ठेका निरस्त करने की सिफारिश हुई : राजस्थान इलेक्ट्रीसिटी रेग्युलेटरी कमीशन ने याचिका पर सुनवाई के बाद पिछले वर्ष अगस्त माह में दिए गए निर्णय अनुसार साउथ वेस्ट माइनिंग लि. को दिए गए खनन ठेके को निरस्त करने और नए सिरे से निविदा आमंत्रित कर प्रतिस्पर्धी दरों के आधार पर ठेका देने के निर्देश दिए। हैरत की बात यह हैं कि साउथ वेस्ट माइनिंग लि. कमीशन को न्यायिक क्षेत्र मानने से इनकार करते हुए अभी तक बिना रोक टोक खनन कर रहे हैं। वही सरकार भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं, जो काफी संशय पैदा कर रहा है।

कहीं कम कीमत पर कोयला उपलब्ध : राजस्थान सरकार के उपक्रम राजस्थान स्टेट माइंस मिनरल्स लि. द्वारा गिरल लिग्नाईट विद्युत तापीय संयत्र में 650 प्रति मीट्रिक टन की दर से कोयला उपलब्ध करवाया जा रहा हैं, जबकि साउथ वेस्ट माइनिंग लि. टैक्स समेत 1953 रुपए की दर से कोयला उपलब्ध करवा रहा है। इस मामले में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान कुछ भी बयान देने से इनकार कर रही हैं।

बुधवार, 28 मार्च 2012

हर धर्म कहता है, जीव हत्या अपराध फिर कन्या भू्रण हत्या क्यों जिला कलेक्टर


हर धर्म कहता है, जीव हत्या अपराध फिर कन्या भू्रण हत्या क्यों जिला कलेक्टर 


पीसीपीएनडीटी की जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन, वक्ताओं ने रखे गंभीर विचार 

बाडमेर। सभी धर्मों में लिखा हुआ है कि जीव हत्या अपराध है और यह पाप नहीं करना चाहिए। फिर ऐसी क्या वजह है कि लोग बड़ी आसानी से कन्या भू्रण हत्या करते जा रहे हैं। आखिर क्या कारण है कि इस घिनौने कृत्य को अंजाम देते हुए लोगों के हाथ नहीं कांपते। ये गंभीर और अनसुलझे सवाल जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बुधवार को समाज के समझ रखे, जिसे सुनकर हर कोई चिंतन करने पर मजबूर था। डॉ. प्रधान जिला स्वास्थ्य भवन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित पीसीपीएनडीटी कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त कर रही थी। कार्याला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह सहित आयुश चिकित्सक, आशा सहयोगिनी, मीडिया कर्मी एवं अन्य विभागीय कर्मचारीअधिकारी मौजूद थे। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने कहा कि हमें इन कुरीतियों और कुकृत्यों से उपर उठना होगा, हमारे समाज को इन बुराइयों से दूर करना होगा अन्यथा खामियाजा हम सभी को सामूहिक रूप से भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि लड़की हर परिवार की खुशहाली होती है, बेशक यदि उसे बेहतर मौका दिया जाए तो वह भी अपने परिवार का नाम रोशन कर सकती है। पीसीपीएनडीटी पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आमजन को उचित सुविधा उपलब्ध करवाने की दृश्टि से भाीघ्र ही फार्म एफ को हिंदी में तब्दील करवाया जाए। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि कन्या भू्रण हत्या को केवल प्रशासन या कोई विभाग बंद नहीं करवा सकता, इसके लिए जरूरी है कि समाज का प्रत्येक वर्ग इसमें सहयोग करे। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजमल हुसैन ने कहा कि यह बेहद संवेदनाील विशय है, जिस पर हमें बेहद सतर्कता से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने नवरात्रों की बात करते हुए कहा कि आज हर घर में देवी की पूजाअर्चना की जा रही है लेकिन विड़बंना है कि आज हमारे समाज की देवी, घर की देवी दुःख व दिक्कत में है। उसे उस सभ्य समाज से अस्तित्व के लिए लडना पड रहा है जो उसे पूजता है। हमारा समाज अपनी जननी को ही जड़ों से उखाड़ फेंकने पर आमादा है। दुःखद पहलू यह है कि बेटी के शोषण की शुरुआत हमारे घरों से होती हुई समाज में फैल रही है। मानवता के दरिंदे लडकी के जन्म से पहले ही उसकी हत्या करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। बच्चियों के खानपान से लेकर शिक्षा व कार्य में उनसे भेदभाव होना हमारे समाज की परंपरा बन गई है। जनगणना 2011 के आंकड़ों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में लिंगानुपात दर 926 रही, जो एक चिंता का विषय है। इससे भी गंभीर स्थिति 0 से छह वशर की आयु के लिंगानुपात दर में है। इस बार के आंकड़ों के अनुसार इस आयु वर्ग में यह दर 883 है, जिसे गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। इस अवसर पर एडिनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों, आयुश चिकित्सकों एवं अन्य जनों से अपील करते हुए कहा कि वे इस संवेदनाील विशय को गंभीरता से लें और कन्या भू्रण हत्या रोकने में अपनी भागीदारी निभाएं। जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक विक्रमसिंह चम्पावत ने कार्यशाला के दौरान पीसीपीएनडीटी एक्ट एवं इसके तहत होने वाली समस्त गतिविधियों, कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह आमजन इस कार्य में सहयोग दे सकते हैं और वे भी शिकायत कर सकते हैं। वक्ताओं में आयुश चिकित्सक डॉ. सुरेंद्रसिंह, डॉ. मदनसिंह, डॉ. नंदा ताई, सीसीडीयू के जिला समन्वयक अशोक राजपुरोहित सहित आशा सहयोगिनी अरूणा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 
सोनोग्राफी हजारों की जान बचाने के लिए न कि मारने के लिए 
सोनोग्राफी सेंटर संचालक डॉ. हरिश जांगिड़ ने कह कि सोनोग्राफी सेंटरों में लगी माीनों का उपयोग हजारों जिंदगियां बचाने के लिए किया जाना चाहिए, लेकिन इसे विड़बंना ही कहेंगे कि इसका दुरूपयोग किया जा रहा है। उन्होंने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि लोग आते हैं और उन्हें हर संभव प्रयास कर लिंग की जांच करवाने का दबाव बनाते हैं लेकिन उन्होंने भापथ ली कि है कि वे कभी ऐसा कुकृत्य नहीं करेंगे। महिला को विोश रूप से पे्ररित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि महिला चाहे तो किसी भी हालत में कन्या भू्रण हत्या नहीं हो सकती। इसी तरह सेंटर संचालक डॉ. स्नेहल कटूड़िया ने कहा कि सप्ताह में दो या तीन लोग उनके पास लिंग परीक्षण करवाने आते हैं, लेकिन वे परीक्षण नहीं करते। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसे लोग अन्य राज्यों में जाकर लिंग परीक्षण करवा लेते हैं, जो एक विकट समस्या है। कार्यक्रम में जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई, जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी, डॉ. मुकेश गर्ग, डॉ. विशाल धिमान सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे। 
आप बने सहभागी 
कन्या भू्रण हत्या बेहद चिंताजनक एवं गंभीर मामला है, जिसमें हर किसी की भागीदारी अहम हो सकती है। जिला आईईसी समन्वयक ने बताया कि जन भागीदारी के लिए ही हमारी बेटी डॉट कॉम वेबसाईट का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस वेबसाईट पर जाकर आप कभी भी किसी की भी सही शिकायत कर सकते हैं, ताकि कन्या भू्रण पर रोक लग सके। इसमें अपंजीकृत सोनोग्राफी सेंटरों एवं लिंग जांच करने वाले चिकित्सकों सहित इससे जुड़े अन्य विशयों पर शिकायत की जा सकती है। इसी तरह सरकार ने मुखबिर योजना भाुरू कर रखी है, जिसके तहत शिकायत करने वालों को 50 हजार रूपए तक का नगद पुरस्कार दिया जा रहा है। हालांकि हाल ही में घोशित बजट के तहत इसकी राशि एक लाख रूपए तक कर दी गई है। उक्त प्रकि्रयाओं में खास बात यह भी है कि शिकायत कर्ता की पहचान पूर्णतः गुप्त रखी जाती है। 

DRDO TO LAUNCH EXPLOSIVE DETECTION AND SWINE FLU DIAGNOSTIC KITS AT DEFEXPO


DRDO TO LAUNCH EXPLOSIVE DETECTION AND SWINE FLU DIAGNOSTIC KITS AT DEFEXPO
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March 28, 2012

The spirit of self-reliance and national pride will come alive in vibrant colours with the display of state-of-the-art military systems and technologies by DRDO during the DefExpo India 2012. Designed and developed by the Indian brains, produced by Indian hands, customized for India’s diverse and often extreme conditions, with Indian soldiers at focal point. These pride possessions of our Armed Forces symbolize India’s emergence as a technology leader and a strong and peaceful nation. The display during the four-day event, scheduled to be inaugurated by the Defence Minister Shri A K Antony here tomorrow, underscores  DRDO’s vision to make India prosperous by establishing world class science and technology base and provide our Defence Services decisive edge by equipping them with internationally competitive systems and solutions.

The star attractions will be a “Missile Interceptor Simulator” and a “3D Virtual Reality Theatre”. In this edition of DEFEXPO, DRDO has given special focus to Autonomous Vehicles. The outdoor exhibits include Muntra - Unmanned Tracked Ground Vehicle, Remotely Operated Vehicle Daksh, Unmanned Aerial Vehicles Nishant, Rustom and Netra, Light Weight Sensor Integrated Composite Bridge, the Long Range Solid State Electronically Scanned Active Phased Array Radar LSTAR, Disha EW system, Scorpio Jammer, Heavy Weight Torpedo Varunastra, Pinaka Multi Barrel Rocket System, Prahar Tactical range Ballistic Missile System and Arjun Main Battle Tank.

The indoor exhibits and models will cover nearly the entire gamut of R&D in DRDO. Prominent will be models of missiles Nag, Akash, Brahmos, Aerostat System, AEW&C System, BMP Survival Kit (BUSK), Sarvatra and other bridges. Different types of Parachutes, the family of Small Arms, Torpedoes and Decoys, Military Communication Equipment, Electronic Warfare systems, Night Vision Devices, Microwave Devices, NBC protective systems and Soldier Support systems will also be seen.

Product Launch:

The Explosive Detection Kit (EDK), and the Swine Flu diagnostic kit are among over 70 products and technologies developed for defence applications with potential civilian applications that have been identified for commercialization under the DRDO-FICCI ATAC (Accelerated Technology Assessment Commercialization) programme. These two products will be launched during a function at Hall No 7G, during 1100-1150 hrs on Saturday March 31, 2012.  The Explosive Detection Kit (EDK), developed by Pune based High Energy Materials Research Laboratory, can quickly detect and identify even traces of explosives. The handy kit is ideally suited to be carried and used everywhere. The Swine Flu diagnostic kit,  developed by Defence Research and Development Establishment, Gwalior, can detect H1N1 virus within an hour. The kit does not need sophisticated instruments and can even be used in villages where electricity is not available. 

DefExpo will also provide a platform for the Original Equipment Manufacturers (OEMs) to identify areas for collaboration and initiate dialogue with DRDO in areas of mutual interest for joint development as partners.

DRDO has amply demonstrated capability to design, develop and realize highly complex multidisciplinary weapon platforms for Army, Navy and Air force. These systems are among the most extensively evaluated systems in harsh environmental conditions, meeting stringent quality requirements of our services. The production value of products inducted / under induction is more than Rupees 1,40,000 crores, effectively translating to creation of about two million jobs in the country. The figures will see a sharp rise in near future once the systems in advanced stages of User acceptance are inducted.  Further, DRDO has enabled a number of Small and Medium industries from the private sector in the design, development, manufacture of Defence related products apart from DPSUs and Ordnance Factories. No doubt, the indigenous production of these systems at a fraction of cost of imported systems is significant contribution to Nation’s economy, besides ensuring freedom from possible blockades in the times of need.

SD GOSWAMI
DEFENCE SPOKESPERSON(MOD)

जैसलमेर पुलिस की बड़ी कामयाबी 24 घंटों में संगीन वारदातों का पर्दाफाश


जैसलमेर पुलिस की बड़ी कामयाबी 24 घंटों में संगीन वारदातों का पर्दाफाश 

1.दिनांक 12.03.12 को सरहद छोड़ में देवा गांव निवासी ट्रक चालक नरपतसिंह की हत्या कर एन.एच. 15 के पास झाड़ियों के पास मृतक का शव डाला हुआ, मिलने पर स्थानीय राजपूत समाज के लोगों द्वारा पुलिस थाना जैसलमेर के सामने मुल्जिमान का पता लगाकर गिरफ्तारी की मांग रखी गई जिस पर मन पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई आई.पी.एस. के निर्देशानुसार श्री गणपतलाल अति0 पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में श्री बंशीलाल स्वामी पुलिस उप अधीक्षक जैसलमेर, श्री ओमप्रकाश गौदारा निरीक्षक पुलिस थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड़ मय थाना जाब्ता, प्रशिक्षु आर.पी.एस. श्री सुनील के. पंवार तथा पुलिस थाना कोतवाली जाब्ता द्वारा तत्परता बरतते हुए प्रकरण में 24 घंटों में मुल्जिमान को नामजद कर घटना में शरीक अभियुक्तगण महेन्द्र कुमार पुत्र राणाराम व स्वरूप राम पुत्र शंकरलाल जाति माली नि0 देवा को गिरफ्तार कर उनके कब्जा से मृतक का पर्स मय 16000/ नगदी, मोबाईल व हत्या करने में प्रयुक्त आलाऐ कत्ल लाठी बरामद कर मुल्जिमान को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। 
2.दिनांक 16.03.12 को प्रार्थी श्री जोगेन्द्रसिंह पुत्र श्री अर्जुनसिंह जाति बावरी नि0 अहमदपुरा जिला हनुमानग़ ने पुलिस थाना जैसलमेर में प्राथमिकी दर्ज करवाई कि दिनांक 14.03.12 की रात्रि में वह गफूर भटठा जैसलमेर में रिड़मलराम पुत्र जीवणाराम जाति मेघवाल नि0 चेलक हाल गफूर भटठा जैसलमेर की झौंपड़ी में वह व उसका पुत्र सौये हुए थे रात्रि में रिड़मलाराम व एक अन्य में मेरा एक बैग जिसमें 652000/ छः लाख बावन हजार रूपये नगदी व असल कागजात राशन कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र इत्यादि थे जो चुरा लिये हैं। जिस पर प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मन पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशानुसार श्री सुनील के. पंवार प्रशिक्षु आर.पी.एस. मय श्री वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी व श्री चिमनाराम उ.नि. व पुलिस थाना जैसलमेर के द्वारा 24 घंटों में आरोपी रिड़मलराम पुत्र जीवणराम जाति मेघवाल नि0 चेलक हाल गफूर भटठा जैसलमेर व चम्पाराम पुत्र सालुराम उर्फ सिलुराम जाति मेघवाल नि0 कोहरा हाल पुलिस लाईन कच्ची बस्ती जैसलमेर को दस्तयाब कर उनके कब्जा से चोरी गई सम्पूर्ण चोरी की गई नगदी व असल कागजात बरामद कर पीड़ीत को राहत पहुंचाई। मुल्जिमान को न्यायालय में पेश किया जाकर चालान न्यायालय में पेश किया गया। 
3.दिनांक 26.03.12 को प्रार्थी श्री रावताराम पुत्र श्री मांणकुराम जाति मेघवाल नि0 अम्बेडकर कोलोनी जैसलमेर ने पुलिस थाना जैसलमेर में प्राथमिकी दर्ज करवाई कि दिनांक 2526.03.12 मध्य रात्रि में मेरे भाई प्रहलादराम के गफूर भटठा जैसलमेर में स्थित मकान में अज्ञात चोरों द्वारा सेंधमारी करके सोने चांदी के गहने, अन्य घरेलु किमती सामान व नगदी चुरा ले गये हैं। जिस पर मन पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशानुसार श्री गणपतलाल आर.पी.एस. अति0 पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के नेतृत्व में श्री बंशीलाल स्वामी पुलिस उप अधीक्षक जैसलमेर, श्री सुनील के. पंवार आर.पी.एस. प्रशिक्षु, श्री वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर, श्री चिमनाराम उ.नि., श्री दुर्गाराम उ.नि., शोभसिंह सउनिए श्री रमेशकुमार मु.आ., श्री पे्रमशंकर मु.आ. 67, कानि. बालेन्द्रसिंह, गंगासिंह, माधोसिंह व अन्य जाब्ता की अलग अलग टीमें मामुर कर भरसक प्रयास कर घटना में शरीक अभियुक्तों 1. हरीश उर्फ गुटका पुत्र तेजाराम जाति प्रजापत उम्र 24 साल नि0 खींया पु.था. मोहनग़ हाल गफूर भटठा जैसलमेर 2. चुतराराम उर्फ ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम पुत्र कुम्भाराम जाति भील उम्र 19 साल नि0 चक नं0 06 एन.डी. पु.था. अनूपग़ जिला गंगानगर हाल गफूर भटठा जैसलमेर,3. श्रीमति गंगा पत्नी मनफूलराम जाति सांसी उम्र 25 साल नि0 गफूर भटठा जैसलमेर।को जोधपुर में दस्तयाब किया गया हैं बाद अनुसंधान के गिरफ्तार किया गया। मुल्जिमान को श्रीमान सी.जे.एम. कोर्ट जैसलमेर में पेश किया गया जहां से 02 दिन का पी.सी. रिमाण्ड हांसिल किया गया हैं। जिनसे मुकदमा हाजा में माल मसरूका सोने, चांदी के गहने व अन्य सामग्री बरामदगी एवं अन्य चोरी नकबजनी के प्रकरणों में भी सफलता मिलने की उम्मीद हैं। 
4.दिनांक 17.03.12 को प्रार्थी श्री सीताराम पुत्र श्री झाबरमल जाति जाट नि0 ़ाणी गुमानसिंह जिला सीकर ने पुलिस थाना जैसलमेर ने प्राथमिकी दर्ज करवाई कि दिनांक 16.03.12 की रात्रि में उसकी टवेरा गाड़ी नं0 आर.जे. 14 टी.बी. 4166 होटल मून लाईट के सामने खड़ी थी जो रामधन चौधरी व अन्य चुराकर ले गये हैं जिस पर प्रकरण में चोरी गये वाहन की सुरागरसी हेतु मन पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशानुसार श्री सुनील के. पंवार आर.पी.एस. प्रशिक्षु, श्री वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी थाना कोतवाली जैसलमेर, श्री प्रयाग भारती सउनि की टीम गठित कर मुल्जिम की मौजूदगी का पता लगाने हेतु उसके मोबाईल की कॉल डिटैल मंगवाई जाकर विश्लेषण किया जाकर श्री वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी कोतवाली जैसलमेर द्वारा जयपुर में मुल्जिम की मौजूदगी का पता लगाया जाकर श्री प्रयाग भारती स.उ.नि. मय कानि0 श्री भोलाराम, श्री जयराम को दस्तयाबी हेतु भेजा गया जिनके द्वारा प्रकरण में चोरी की टवेरा गाड़ी को मुल्जिम शंकर लाल पुत्र रघुनाथ चौधरी नि0 147 विकास नगर बी हीरापुरा जयपुर से बरामद किया गया हैं। 










स्थायी वारंटी को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया 


श्रीमान मुख्य न्यायिक मजि0 न्यायालय जैसलमेर के प्रकरण स0 251/08 सरकार बनाम प्रताप सिंह मे 02 वर्ष से न्यायालय से जमानत के उपरांत फरार स्थायी वारंटी प्रताप सिंह पुत्र सोबरन सिंह जाति जाट नि0 नंगलाविधी (जागेटा) पुलिस थाना बलदेव जिला मथुरा उतर प्रदेश को श्री किशनाराम मु0आ0 89 द्वारा आज दिनांक 28.03.12 को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया है। 






पुलिस थाना रामग में अवैध हथकडी शराब बरामद, 01 गिरफतार 


पुलिस थाना रामग के हल्खा क्षैत्र में कल 27.03.2012 को सत्यदेव आडा निपु, 
थानाधिकारी पुलिस थाना रामग मय जाब्ता के दौराने गस्त जरिये मुखबिर सुचना मिलने पर अवैध रूप से हथकडी शराब अपने कब्जा में रखने पर सरहद नगो की ाणी से चिमनसिंह पुत्र चंदनसिंह नि0 चक 4 डीएमएस नगो की ाणी को गिरफतार किया गया। 

बाडमेर ताज़ा खबरें | आज की ताज़ा खबरें, ताज़ा खबर 28 मार्च


भुरटिया में रात्रि चौपाल 
जिला कलेक्टर ने दिए समस्याओं 
के निराकरण के निर्देश 
बाडमेर, 28 मार्च। जिले की बाड़मेर तहसील के भुरटिया गांव में मंगलवार सायं जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने रात्रि चौपाल की। इस दौरान भुरटिया सहित आसपास के गांवों से बडी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं चौपाल में प्रस्तुत की। 
जिला कलेक्टर ने जन समस्याओं की सुनवाई कर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निराकरण के निर्देश दिए। चौपाल शुरू होने से पूर्व ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर का स्वागत किया। चौपाल के दौरान किसानों ने बिजली की कमी तथा पेयजल की समस्या की बात कही। जिला कलेक्टर ने इस मामले में डिस्कॉम के अधिकारियों को निराकरण करवाने को कहा। जिला कलेक्टर ने चौपाल में प्रस्तुत परिवेदनाओं की सुनवाई कर निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। 
इस मौके पर ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को क्षेत्र में पेयजल की समस्या को प्रमुखता से रखा तथा पानी की समस्या से अवगत कराया। ग्रामीणों ने पानी की नियमित आपूर्ति के लिए पेयजल स्त्रोतों के बारे में बताया तथा चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतिकरण योजना की कठिनाईयों तथा बिजली कनेकन नहीं होने की भी जानकारी दी। ग्रामीणों ने बीपीएल की सर्वे सूची के अद्यतन तथा इस सूची में भामिल करने की मांग की। 
चौपाल के दौरान उपखण्ड अधिकारी सी ़आर ़देवासी समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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राजस्थान दिवस के सम्बन्ध में बैठक आज 
बाडमेर 28 मार्च। जिले में 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाना है राजस्थान दिवस समारोह की विशोश तैयारियों के सम्बन्ध में 29 मार्च को सांय 3 बजे अपर कलेक्टर चैम्बर में बैठक आयोजित की जाएगी। अतः समस्त संबंधित अधिकारियों को अपर कलेक्टर अरूण पुरोहित ने निर्धारित समय पर बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए है। 
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विभागों में उपस्थिति की जांच 
आठ कार्मिक अनुपस्थित 
तथा सात संस्थान बन्द पाए गए 
बाडमेर, 28 मार्च। जिले में समय की पाबंदी हेतु चलाए जा रहे निरीक्षण अभियान के अन्तर्गत बुधवार को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान आठ कार्मिक अनुपस्थित पाए गए तथा सात आगनवाड़ी केन्द्र/पाु चिकित्सालय बन्द पाए गए। 
जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि जांच दल संख्या 2 प्रभारी प्रकाचन्द्र छाजेड द्वारा बुधवार को किये गये आकस्मिक निरीक्षण के दौरान जल कल गृह पीएचईडी ईारोल में बेलदार कमलाराम व लालमोहम्मद, आगनवाड़ी केन्द्र रामदेरिया में कार्य ़पेम्पोदेवी तथा सहा क़ेसीदेवी, आ ़स ़ मीरगादेवी, उप स्वास्थ्य केन्द्र इारोल में एमपीडब्लु बांीधर, उप स्वास्थ्य केन्द्र खारावाला में एएनएम जसीया चौधरी, आगनवाड़ी केन्द्र जाखड़ो की ाणी में सह ़ अनिता देवी अनुपस्थित पाए गए तथा आकस्मिक निरीक्षण के दौरान आगनवाड़ी केन्द्र रावते का तला, आगनवाड़ी केन्द्र सुरते का तला, आगनवाड़ी केन्द्र रामदेरिया, पाु चिकित्सालय ईारोल, आगनवाड़ी केन्द्र पुराणियों का तला, आगनवाड़ी केन्द्र चिमनासर, आगनवाड़ी केन्द्र हरदानपुरा बन्द पाए गए। 
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अल्पसंख्यकों की उत्तर मैट्रिक एवं मैरिट 
कम मीन्स छात्रवृति बैक खातों में जमा 
बाडमेर, 28 मार्च। जिले में अल्पसंख्यक समुदाय विद्यार्थियों के लिए उत्तर मैट्रिक एवं मैरिट कम मीन्स योजना के अन्तर्गत वशर 201112 की छात्रवृति राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत होकर छात्रों के बैक खाते में जमा करवा दी गई है। 
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बलदेवसिंह ने बताया कि मैरिट कम मीन्स एवं उत्तर मैट्रिक छात्रवृति वशर 201112 की राज्य सरकार से स्वीकृत होकर विद्यार्थियों के बैक खाते में जमा करवा दी गई है। कुछ विद्यार्थियों ने अभी तक कार्यालय में अपना बैक खाता संख्या दर्ज नहीं करवाया है उन विद्यार्थियों को छात्रवृति का भुगतान नहीं किया जायेगा। इसलिए 10 अपै्रल तक जल्दी से जल्दी एसबीबीजे बैक में भाून्य बैंलेस पर खाता खुलवाकर खाता संख्या इस कार्यालय में जमा करवाऐं। अन्यथा छात्रवृति की राि राजकोश में जमा करवा दी जायेगी तथा कुछ विद्यार्थियों के बैक खाते बन्द पड़े है जिन्हें चालू करवाकर सही नम्बर कार्यालय में जमा करावें। जिन विद्यार्थियों की राि बैक में जमा करवा दी गई है उनकी सूची कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर अंकित कर दी गई है। 
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पति ने पत्नी पर कुल्हाड़ी से वार कर किया घायल

पति ने पत्नी पर कुल्हाड़ी से वार कर किया घायल 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय से ५ किलोमीटर चौहटन मार्ग पर संसियो का टला में एक व्यक्ति ने पत्नी के दुसरे मर्द के साथ अवैध संबंधो से परेशां होकर अपनी पत्नी को जान से मारने की नियत से कुल्हाड़ी से वार किया मगर महिला इस वार से बुरी तरह घायल हो गयी जिसे बाद में ग्रामीणों की मदद से राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए भारती कराया ,पुलिस सूत्रों ने बताया की महिला के  पति का कहना हें की उसके चार बच्चे होने के बावजूद दूसरे आदमी से अवैध संबंधो के कारन उस को मरने के लिए कुल्हाड़ी से वार किया पुलिस ने पति को हिरासत में ले लिया हें घटना की पूरी जानकारी आना बाकी हें 

रामदेव पर शिकंजा: बिना रसीद लाखों की दवा लदा ट्रक जब्‍त

नई दिल्‍ली. योग गुरू बाबा रामदेव नई मुश्किल में फंस सकते हैं। हरिद्वार में वाणिज्‍य कर विभाग के अफसरों ने एक ट्रक पकड़ा है। इस ट्रक पर करीब 13 लाख रुपये की दवाएं लदी थीं। ये दवाएं बाबा रामदेव के ट्रस्‍ट द्वारा संचालित कंपनियों में बनी थीं। अधिकारियों का कहना है कि ये दवाएं बिना रसीद के बाहर ले जाई जा रही थीं।
 
गढ़वाल रेंज के ज्‍वाइंट कमिश्‍नर एनएस दताल ने ट्रक जब्‍त किए जाने की पुष्टि की है। उन्‍होंने बताया कि ट्रक (नंबर UK 08 CA 1740) में करीब 12 लाख 66 हजार रुपये की दवाएं थीं। इसमें गौ-मूत्र और स्‍वास्‍थ्‍य वर्धक दवाएं थीं। विभाग का आरोप है कि ये दवाएं टैक्‍स चोरी कर ले जाई जा रही थीं।

रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्‍ण ने सरकार पर साजिश का आरोप लगाया है। उन्‍होंने कहा है कि वो बकायदा कर जमा करते हैं फिर भी उन्‍हें बेवजह परेशान किया जा रहा है। बालकृष्‍ण ने इस मामले में मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात भी कही है।

दोस्‍तों ने कपड़े फाड़ नंगा किया, फिर 40 जगह चाकू गोद कर ले ली जान


 
बेंगलौर. यहां एक लड़के की उसके ही चार दोस्‍तों ने बेरहमी से हत्‍या कर दी। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वालों ने हत्‍या के बाद लाश को एक चर्च के समीप फेंक दिया और फरार हो गए। आठवीं में पढ़ने वाला यह लड़का जब स्‍कूल से घर नहीं लौटा तो उसके परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की।

क्‍यों हुई हत्‍या?
पुलिस का दावा है कि 12 साल के अभिषेक की उसके चार दोस्‍तों ने ही हत्‍या की है। कुछ दिन पहले अभिषेक ने अपने दोस्‍तों से पानी मांगा तो वो गंदा पानी ले जाए। इस पर अभिषेक ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। इससे पहले भी अभिषेक उनकी कई बार पिटाई कर चुका था। उसके दोस्‍त इस अपमान का बदला लेना चाहते थे।

राहगीर ने दी पुलिस को खबर
इत्‍तामदु इलाके में कुवेम्‍पू कॉलोनी में रहने वाला ई. अभिषेक स्‍थानीय सरकारी स्‍कूल में आठवीं का स्‍टूडेंट था। सोमवार को शाम साढ़े चार बजे वह स्‍कूल से घर के लिए निकला। देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर घर वालों ने थोड़ी बहुत तलाश की फिर यह सोचा कि किसी रिश्‍तेदार या दोस्‍त के घर चला गया होगा और सुबह तक घर लौट आएगा। हालांकि मंगलवार को सुबह एक राहगीर ने अभिषेक के घर से डेढ़ किलोमीटर दूर येसु बेट्टा चर्च के पास उसकी लाश देखी और पुलिस को खबर दी।

स्‍थानीय लोगों का कहना है कि अभिषेक अकसर अपने दोस्‍तों के साथ झगड़ता रहता था। हालांकि एक चश्‍मदीद ने कहा, ‘अभिषेक सोमवार की शाम अपने चार दोस्‍तों के साथ लड़ता दिखाई दिया था। वह अपने दोस्‍तों को पास के झील में नहाने से मना कर रहा था लेकिन उसके दोस्‍त ऐसा करने के लिए मजबूर करने लगे तो अभिषेक ने अपने दोस्‍तों की छड़ी से पिटाई कर दी।



उस वक्‍त अभिषेक के दोस्‍तों ने कुछ नहीं कहा। उन्‍होंने झील जाने का प्‍लान कैंसिल कर दिया और पास की एक दुकान से सॉफ्ट ड्रिंक की दो बोतलें खरीदी और इसे पी लिया। इसके बाद वो अभिषेक को हनुमागिरी बेट्टा की तरफ ले गए। वहां उसने अभिषेक के कपड़े फाड़े और चाकुओं से कई वार किए।


एसीपी एच वीरभद्र गौड़ा के मुताबिक मारपीट और हत्‍या के आरोपी लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

जमीन मामलाः हाईकोर्ट में रिट करेगी सरकार

बाड़मेर में पाकिस्तान के सीमावर्ती प्रतिबंधित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद-फरोख्त व नामांतरण के मामले में राजस्व मंडल से मिली नाकामी के बाद अब राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में रिट दायर करने का फैसला किया है।


राज्य के राजस्व महकमे ने मंगलवार को बाड़मेर जिला प्रशासन को पत्र भेजकर इस मामले में हाईकोर्ट में रिट दायर करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले राजस्व मंडल की एकलपीठ के सदस्य बीएल नवल ने राज्य सरकार के खिलाफ दायर निगरानी व अपीलें मंजूर करते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों की जमीनों के नामांतरण कुछ लोगों के पक्ष में किए जाने को सही ठहराया था।


इस फैसले के खिलाफ सरकार ने विशेष अपील पेश करने बाबत अनुमति दिए जाने के लिए सदस्य बीएल नवल के समक्ष अर्जियां पेश की, इन्हें भी उन्होंने खारिज कर दिया और सरकार को विशेष अपील की अनुमति नहीं मिली। राजस्व मंडल से प्रकरण में राहत नहीं मिलने व संवेदनशील मामला होने की वजह से सरकार ने अब हाईकोर्ट में रिट दायर करने का निर्णय किया है।


मंडल से रिकार्ड भेजना शुरू


राजस्व मंडल के राजकीय अधिवक्ता कार्यालय ने इस प्रकरण से जुड़ा रिकार्ड बाड़मेर भिजवाना शुरू कर दिया है। राजस्व मंडल में प्रकरण की सुनवाई के समय मामलों से जुड़ी पत्रावली व रिकार्ड यहां आ गया था। कलेक्टर बाड़मेर ने रिकार्ड वापस मंगवाने के लिए निर्देश जारी किए थे।


बॉर्डर बेचान का फ्लैश बैक


सीमावर्ती जिले बाड़मेर में वर्ष करीब छह साल पहले प्रतिबंधित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जमीनों की खरीद फरोख्त हुई थी। कई हजार बीघा जमीन की खरीद फरोख्त में वास्तविक खरीदारों के बजाय एक कंपनी द्वारा भुगतान के तथ्य उजागर हुए थे। केंद्र सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया हुआ है और इसके लिए गजट नोटिफिकेशन भी जारी हुआ था।


प्रतिबंधित क्षेत्र में हुई खरीद-फरोख्त को तब विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाकर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद तत्कालीन कई उप पंजीयकों को चार्जशीट भी दी गई थी। कई फौजदारी मुकदमे भी दर्ज हुए थे। सरकार की ओर से विवादित बेचाननामों को निरस्त कराने के लिए सिविल कोर्ट में दायर किए गए वाद अब भी लंबित हैं।


इधर जिन लोगों के नाम जमीन खरीदी गई थी उन्होंने अपने नाम नामांतरण खुलवाने के लिए संबंधित तहसीलदारों के समक्ष आवेदन कर दिए। कुछ नामांतरण खोल दिए गए व अधिकांश इस आधार पर खारिज कर दिए गए थे कि प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश पर पाबंदी है और इसलिए कोई अन्य व्यक्ति यहां जमीन का कब्जा नहीं ले सकता है। नामांतरण को लेकर मुकदमेबाजी शुरू हुई व निचली राजस्व अदालतों से सभी नामांतरण निरस्त हो गए।


इसके खिलाफ राजस्व मंडल में 334 प्रकरण दायर हुए जिसमें निगरानी याचिका व अपीलें शामिल है। एकलपीठ के सदस्य बीएल नवल ने सरकार के खिलाफ पिछले साल 14 अक्टूबर व इसके बाद दो फैसले दिए और नामांतरणों को वैध ठहराया। सरकार ने एकलपीठ के इस फैसले के खिलाफ राजस्व मंडल में ही विशेष अपील दायर की और इसकी अनुमति के लिए राजस्थान भू राजस्व कानून की धारा 10 के तहत सदस्य बीएल नवल से अनुमति दिए जाने की प्रार्थना की गई। लेकिन सदस्य बीएल नवल ने इस साल 25 जनवरी को सरकार की अर्जियां नामंजूर करते हुए विशेष अपील की अनुमति नहीं दी। अनुमति नहीं दिए जाने के पीछे मुख्य वजह अपील को निर्धारित समयावधि से कुछ देरी से पेश करना माना गया।

इश्क में तोड़ दी रिश्ते की दीवार, भाई-बहन ने रचाया ब्याह!

हिसार.शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर धमाना गांव में एक ही कुनबे के दो चचेरे-भाई बहनों ने शादी कर ली। घर से भागकर दिल्ली के आर्य समाज मंदिर में शादी की गई। इन दो भाइयों की नाते में ही दो बहनों के साथ शादी की खबर फैलते ही गांव में हंगामा हो गया। रविवार को गांव के स्कूल में धानक समाज के लोगों की पंचायत हुई।
 
इसमें जिन भाई-बहनों ने शादी की उनके पूरे कुनबे का सामाजिक बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया गया। इसके साथ पंचायत ने उन्हें 15 दिन का अल्टीमेटम दिया वे कि गलती सुधार लें। उन्होंने ऐसा नहीं किया तो सामाजिक बहिष्कार ताउम्र रहेगा। अब गांव के अन्य समुदायों के लोग भी इसी मसले में पंचायत करने की तैयारी में हैं।


इधर, शादी करने वाले दोनों जोड़ों को पुलिस सुरक्षा प्रदान कर दी गई है। उन्होंने जिला प्रोटेक्शन अधिकारी से सुरक्षा मांगी थी। दोनों जोड़ों को कुछ दिन प्रोटेक्शन हाउस में रखा गया। चारों के घरवाले भी शादी के विरोध में हैं। उनका कहना है कि शादी करने के लिए चारों ने अपने रिश्ते के सच को छुपा रखा था।

दिल्ली में की थी शादी


नरेश और संतोष ने घर से भाग कर 21 नवंबर 2011 को दिल्ली के जमुना बाजार स्थित आर्य समाज वैदिक मैरिज मंडल में शादी की थी। इसी दौरान श्रीनिवास और नरेश की बहन पूनम ने शादी की थी। ढाई महीने घर से बाहर रहने के बाद उन्होंने हिसार आकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी।


ऐसे है रिश्ता

सुरतलाल के दो बेटे छपार गांव से आकर धमाना गांव में बसे हैं। रामप्रसाद और प्यारेलाल। धनाना में दोनों की ससुराल है। दोनों की पत्नियां बहनें हैं। रामप्रसाद का बेटा है राजकुमार। प्यारेलाल के दो बेटे जगदीश और जगमोहन। राजकुमार के बेटे नरेश ने जगमोहन की बेटी संतोष के साथ विवाह किया। जबकि जगदीश के बेटे श्रीनिवास ने राजकुमार की बेटी पूनम के साथ विवाह किया है। नरेश और श्रीनिवास दोनों ट्रक चालक हैं। संतोष आठवीं पास है और पूनम नौवीं पास।





घटना को निंदनीय बताया





गांव में जो घटना हुई है वह निंदनीय है। इससे भाई बहन के रिश्ते की मर्यादा तार तार हुई है। इस मामले को लेकर रविवार को धानक समाज की बैठक भी हुई थी। बैठक में युवक युवतियों के परिवार वालों का सामाजिक बहिष्कार किया गया है।





-मनोज यादव, सरपंच प्रतिनिधि, धमाना।

कायम है विश्वास घंटियाली देवी मां के चमत्कार का

कायम है विश्वास  घंटियाली देवी मां के चमत्कार का

जैसलमेर। स्वर्णनगरी का सोनार दुर्ग बारीक नक्काशी व कलात्मक स्थापत्य कला के लिए जितना प्रसिद्ध है, उतना ही देवी-देवताओं के मंदिरों के लिए विख्यात है। दुर्ग स्थित देवी मंदिरोे में से एक घंटियाली देवी का मंदिर भी जन-जन की आस्था का केन्द्र है। दुर्ग के दशहरा चौक में स्थित इस मंदिर के प्रति दुर्गवासियों में प्रगाढ़ आस्था है। नवरात्रा के दिनों में तो लोगों की भक्ति व आस्था का सैलाब उमड़ता है।

शक्ति स्वरूप मां घंटियाली के प्रति लोगों की इतनी निष्ठा है कि वे दुर्ग से रवाना होते समय या किसी शुभ काम के लिए जाने से पूर्व देवी के दर्शन करना नहीं भूलते। इसके अलावा दुर्ग में बाबा रामदेव मंदिर व लक्ष्मीनाथ मंदिर के दर्शन करने आने वाले भक्त भी घंटियाली देवी के दर्शन अवश्य करते हैं। हालांकि मंदिर में न तो कोई अत्याधुनिक सुविधाएं हैं और न ही वृहद स्वरूप, बावजूद इसके देवी के चमत्कारों पर लोगों का इतना विश्वास है कि वे यहां काफी देर तक बैठ कर पूजा-अर्चना करते हैं। लोगोे को विश्वास है कि विपत्ति या परेशानियों के समय घंटियाली माता की कृपा से सारे दु:ख दूर हो जाते हंै और परिवार की रक्षा होती है।

भक्तों को इस देवी मां पर विश्वास है कि सच्चे मन से उसकी आराधना की जाए तो मां चमत्कारिक रूप से उनके दुख-दर्द और संकटों का समाधान कर देती है। दशहरा चौक में खड़े होकर राजप्रासाद को निहारने के दौरान मंदिर में बजने वाली घंटियों से अचानक ही सैलानियों का ध्यान बंट जाता है।

वे संबंधित गाइड से मंदिर के बारे में जानकारी लेते हैं तथा देवी के प्रति लोगों की आस्था के बारे में सुनकर देवी को नमन करना नहीं भूलते। चैत्र नवरात्रा के दौरान इन दिनों मंदिर में श्रद्धालुओं की रेलमपेल दिन भर बनी रहती है। हालांकि गत कुछ समय से यहां धार्मिक आयोजन नहीं हो पा रहे हैं, बावजूद इसके माता के नियमित दर्शन करने वृद्ध महिलाओं, युवाओं व बच्चों की रेलमपेल दिन भर बनी रहती है।

जहर खाया था बारां की तीनों छात्राओं ने

जहर खाया था बारां की तीनों छात्राओं ने

कोटा। बारां में पिछले साल सामूहिक आत्महत्या करने वाली केन्द्रीय विद्यालय की तीनों छात्राओं ने जहर खाया था। विधि विज्ञान प्रयोगशाला [एफएसएल] कोटा की जांच में यह खुलासा हुआ है। एफएसएल के सोनोटोक्सोलोजी विभाग ने हाल ही जांच कर रिपोर्ट बारां पुलिस को सौंप दी। 14 नवम्बर, 2011 को बारां केन्द्रीय विद्यालय की छात्रा अक्षिता, ईशा व गार्गी ने विषाक्त पदार्थ खाकर खुदकशी कर ली थी। पुलिस जांच में आत्महत्या का कारण पढ़ाई का बोझ बताया था।

मामले में पुलिस ने तीनों छात्राओं के विसरा व उल्टियां जांच के लिए एफएसएल भेजी थी। प्रकरण में एफएसएल जांच रिपोर्ट जल्दी देने के लिए बारां एसपी ने एफएसएल को अर्द्धशासकीय पत्र भी लिखा था। एक तकनीकी कर्मचारी नहीं होने से करीब तीन माह से यह मामला एफएसएल में अटका था। हाल ही जयपुर से यह कार्मिक लगाने के बाद जांच शुरू हुई और तत्काल रिपोर्ट तैयार कर दी गई।

पुरूष के कान चबाने वाली को जेल

पुरूष के कान चबाने वाली को जेल

लंदन। ब्रिटेन में पुरूष के कान चबाने वाली एक महिला को 15 माह जेल की सजा सुनाई गई है। महिला बैंक प्रबंधक के पद पर कार्यरत है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसने पुरूष के कान क्यों चबाए?

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सामंथा विलियम्स (28) नामक महिला ने गेरी बेडलर (39) पर एक होटल के बाहर हमला कर दिया, जहां वह अपने तीन पुरूष मित्रों के साथ पुरूषों के लिए ही आयोजित पार्टी में शराब पी रहे थे। उन्होंने मैनकिनी (पुरूषों का स्विम सूट) पहन रखी थी।

विलियम्स का एक मित्र पार्टी में मौजूद लोगों से बातचीत कर रहा था। इसी बीच विलियम्स ने बेडलर पर हमला कर दिया और उनकी बाई कान चबा गई। बेडलर को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टर शरीर से अलग हो चुके उनके कान नहीं जोड़ सके। विलियम्स को बाद में पुलिस ने ढूंढ़ निकाला और गिरफ्तार कर लिया। बॉर्नमाउथ क्राउन कोर्ट ने उसे इस मामले में 15 माह की सजा सुनाई है।

राजस्थान दिवस प्रदर्शनी का उद्घाटन




राजस्थान दिवस प्रदर्शनी का उद्घाटन



जिला प्रमुख एवं कलेक्टर ने किया विकास प्रदर्शनी का अवलोकन



जैसलमेर  राजस्थान दिवस के उपलक्ष में जैसलमेर सूचना केन्द्र में सप्ताह भर की राजस्थान विकास प्रदर्शनी मंगलवार से आरंभ हुई। जिला प्रमुख अब्दुला फकीर एवं कलेक्टर एम.पी.स्वामी ने फीता काट कर तथा सरस्वती की तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर सप्ताह भर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का विधिवत् उद्घाटन किया।

इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर, पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जे.एन.मथूरिया, अतिरिक्त कलेक्टर परशुराम धानका, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपत लाल, वरिष्ठ साहित्यकार दीनदयाल ओझा, वरिष्ठ इतिहासकार नंद किशोर शर्मा के साथ ही समाजसेवी राणसिंह चौधरी, गाजीखां कंधारी, सरस्वती छंगाणी, प्रेमलता चौहान, रामकंवर देवड़ा, देवकी राठौड़, दीनदयाल तंवर, चौधरी हरिराम कड़वासरा, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

जिला प्रमुख अब्दुला फकीर एवं कलेक्टर एम.पी.स्वामी ने प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद कहा कि इस प्रदर्शनी में वर्तमान सरकार की तीन वर्ष की उपलब्धियोंं के साथ ही राजस्थान के इतिहास, लोकसंस्कृति एवं महापुरुषों एवं स्वतंत्रता सैनानियों के जो रंगीन छायाचित्र प्रदर्शित किए गए हैं जो युवा पीढ़ी के लिए बहुत ही ज्ञानवद्र्घक हैं। उन्होंने इन दुर्लभ चित्रों को संभाल कर रखने की आवश्यकता जताई।

जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने कहा कि यह प्रदर्शनी आज की पीढ़ी को राजस्थान के गौरव की स्वर्णिम गाथा बताने में सक्षम है। उन्होंने इस प्रदर्शनी की सराहना की एवं कहा कि इस प्रदर्शनी को महाविद्यालय एवं विद्यालय के छात्र-छात्राओं को अवलोकन करवाएं।

इस प्रदर्शनी में राजस्थान के इतिहास, लोक संस्कृति,महापुरूषों ,स्वतंत्रता सैनानियों, बुनियादी विकास की गतिविधियों ,वर्तमान सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए एतिहासिक जन कल्याणकारी कार्यक्रमों ,सरकार की उपलब्धियों पर केन्द्रित फोटोग्राफ्स एवं चार्ट्स आदि के प्रदर्शन के साथ ही जैसलमेर के स्वतंत्रता सैनानियों ,इतिहास पुरुषों ,मुख्यमंत्री की जैसलमेर यात्रा से संबंधित रंगीन छायाचित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इस प्रदर्शनी में जैसलमेर जिले में प्रभारी मंत्री के साथ ही विभिन्न मंत्रियों द्वारा किए गए विकास कार्यो के उद्घाटन एवं शिलान्यास समारोह से संबंधित रंगीन छायाचित्र एवं जैसलमेर जिले में हुए विकास कार्यो से संबंधित छायाचित्र प्रदर्शित किए गए हैं।

प्रदर्शनी उद्घाटन समारोह के अवसर पर क्षेत्रीय उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास कमला शर्मा, जिला साक्षरता एवं सत्त शिक्षाधिकारी मोहनलाल बारुपाल, आसूचना विज्ञान अधिकारी नवीन माथुर, उपवन संरक्षक विश्व खा़द्य कार्यक्रम आर.के.जैन, सहायक वन संरक्षक रेवंत सिंह गोदारा, उपवन संरक्षक करणसिंह आदि उपस्थित थे।

सूचना एवं जन संपर्क विभाग के ईश्वरदान कविया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रदर्शनी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विभााग की ओर से शिवलाल शर्मा ,ओम प्रकाश पंवार ने प्रदर्शनी के सफल आयोजन में सहयोग प्रदान किया एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। सूचना केन्द्र में लगी यह प्रदर्शनी आगामी 2 अप्रैल तक सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक आमजन के अवलोकन के लिए खुली रहेगी।

आठवीं अनुसूची के लिए राजस्थानी समेत तीन दर्जन भाषाओं के प्रस्ताव

जयपुर/नई दिल्ली .देश के अलग-अलग हिस्सों में बोली जाने वाली करीब 3 दर्जन से अधिक ऐसी भाषाएं हैं, जिन्हें संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव-अनुरोध सरकार को विभिन्न राज्यों व प्रतिनिधिमंडलों की ओर से हासिल हुआ है। लोकसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह जवाब दिया है।

इसमें कहा गया है कि इनमें से छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ी, हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से भोटी और राजस्थान सरकार की ओर से राजस्थानी भाषा को शामिल करने का अनुरोध हासिल हुआ है। अपने जवाब में मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इन्हें अनुसूची में शामिल करने की कोई समय सीमा निश्चित नहीं है।


मंत्रालय ने कहा है कि अंगिका, बंजारा, बजिका, भोजपुरी, भोटी, भोटिया, बुंदेलखंडी, छत्तीसगढ़ी, धात्की, अंग्रेजी, गढ़वाली, गोंदी, गुज्जर-गुज्जरी, हो, कच्चाची, कामतापुरी, कारबी, खासी, कोडवा (कूरज), कोक बराक, कुमांउनी, कुरक, कुरमाली, लेपचा, लिंबू, मिजो (लुसाई), मगही, मुंदरी, नागपुरी, निकोबरसी, पहाड़ी हिमाचली, पाली, राजस्थानी, संबलपुरी-कोसाली, शौरेसनी (प्राकृत), सिराइकी, तेनयीदी और तुलु भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव राज्य सरकार या फिर इन भाषाओं के समर्थकों व अन्य प्रतिनिधिमंडलों से हासिल हुआ है।

समय सीमा

अपने जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि संविधान में आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए कोई मानदंड नहीं बताए गए हैं। जवाब में कहा गया है कि इन्हें अनुसूची में शामिल करने की कोई समय सीमा नहीं बताई जा सकती है।

राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं मिली तो करेंगे आंदोलन: भंडारी


राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं मिली तो करेंगे आंदोलन: भंडारी

बालोतरा अखिल भारतीय राजस्थानी मान्यता संघर्ष समिति के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक प्रेम भंडारी ने कहा कि राजस्थानी भाषा की मांग 1944 में जयनारायण व्यास ने उठाई थी। पदम श्री कन्हैयालाल सेठिया ने भी लूंठा प्रयास किया। बीकानेर के तत्कालीन महाराजा ने भी राजस्थानी भाषा के लिए प्रयास किया। 25 अगस्त 2003 को राजस्थानी भाषा के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। संविधान की 8 वीं अनुसूची में पात्रता के लिए राजस्थानी भाषा व भोजपुरी के लिए बजट सत्र में भी प्रावधान की उम्मीद है। भंडारी स्थानीय रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे। भंडारी ने बताया कि बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल, अमेरिका के राजदूत ए पीटर, पाली सांसद बद्रीराम जांखड़ आदि राजस्थानी को मान्यता दिलाने के लिए सहयोग कर रहे हैं। भंडारी ने कहा कि राजस्थानी 10 हजार वर्ष पुरानी समृद्ध भाषा है। राजस्थान सहित अन्य प्रांतों के करीब 10 करोड़ लोग राजस्थानी को समझते हैं। राजस्थानी को जब तक मान्यता नहीं मिलेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि राजस्थानी भाषा को 8 वीं अनुसूची में सम्मिलित नहीं किया गया तो विदेशी धरती पर भी आंदोलन किया जाएगा।

प्रेस वार्ता से पूर्व भंडारी का डाक बंगले में पुरस्कृत शिक्षक फोरम के जिलाध्यक्ष सालगराम परिहार, जिला संयोजक राणीदान रावल, सचिव हीरालाल प्रजापत प्रजापत आदि ने स्वागत किया।

31 को न्यूयार्क रवाना : प्रेम भंडारी 31 मार्च को न्यूयार्क के लिए रवाना होंगे। इससे पूर्व भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (जयपुर फुट) के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके अलावा 30 मार्च को राजस्थानी दिवस को लेकर आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।

बच्चे बदलने का सच डीएनए टेस्ट से सामने आएगा


बच्चे बदलने का सच डीएनए टेस्ट से सामने आएगा 



जोधपुर उम्मेद अस्पताल में रविवार देर रात लेबररूम में दो महिलाओं के बच्चे बदले जाने को लेकर उपजा विवाद दूसरे दिन भी बना रहा। दोनों पक्ष डीएनए जांच के परिणाम मानने को तैयार हैं। अब पुलिस व अस्पताल प्रबंधन को इसके लिए कदम उठाना होगा।हालांकि मंगलवार को एक बार सिवाना क्षेत्र के कुसीप गांव निवासी पूनम कंवर के पति चैनसिंह ने डीएनए रिपोर्ट में बेटी होने पर भी स्वीकार नहीं करने की बात कर सबको हैरत में डाल दिया। बाद उसने डीएनए परिणाम स्वीकार करने की बात कही। उधर, मंगलवार को अस्पताल की पड़ताल में सामने आया कि पूनमकंवर ने रविवार रात बारह बजे बाद बेटी को जन्म दिया था। इसकी पुष्टि रविवार रात 12 बजे बाद 26 मार्च को कंप्यूटर में फिमेल चाइल्ड की एंट्री है। बायतु क्षेत्र की निवासी रेशमी देवी के बेटे की एंट्री 12 बजे से पहले यानी 25 मार्चकी है। उधर, पूनमकंवर के पति चैनसिंह सहित अन्य परिजन बेटी को लेने के लिए तैयार नहीं है।

स्टाफ ने दिया स्नेह :अस्पताल की नर्सरी में भर्ती बच्ची को जन्म के साठ घंटे बाद मां का स्नेह नसीब नहीं हुआ। नर्सरी की स्टाफ नर्सेज व डॉक्टर्स उसके उपचार व देखरेख में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दूसरी ओर रेशमी देवी मंगलवार को लेबररूम में ही रही। रिकॉर्ड के अनुसार उसके पास लड़के को रखा गया है। उसके पति सागर राम ने अस्पताल प्रबंधन से डीएनए रिपोर्ट में जो भी फैसला हो स्वीकार करने की बात कही है।

ब्लड रिपोर्ट जारी

अस्पताल प्रबंधन ने दोनों पक्षों की ब्लड ग्रुप जांच रिपोर्ट भी जारी कर दी है। इसके तहत पूनम कंवर द्वारा बेटी को जन्म देने की बात को बल मिलता है। अधीक्षक डॉ. नरेंद्र छंगाणी के अनुसार पूनमकंवर व उसके पति चैनसिंह का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव व बच्ची ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है। इसी तरह से रेशमी देवी का ब्लड ग्रुप ए उसके पति सागर राम का बी व बच्चे का ग्रुप एबी है। उन्होंने बताया कि पति पत्नी के ग्रुप की गणना के परिणाम सही आ रहे हैं। इधर चैनसिंह ने इसे नकारते हुए डीएनए जांच कराने की बात फिर दोहराई है। अब डीएनए जांच का फैसला को पुलिस को करना है। अस्पताल प्रबंधन ने अपनी पूरी रिपोर्ट खांडा फलसा पुलिस को सौंप दी है।