हिसार.शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर धमाना गांव में एक ही कुनबे के दो चचेरे-भाई बहनों ने शादी कर ली। घर से भागकर दिल्ली के आर्य समाज मंदिर में शादी की गई। इन दो भाइयों की नाते में ही दो बहनों के साथ शादी की खबर फैलते ही गांव में हंगामा हो गया। रविवार को गांव के स्कूल में धानक समाज के लोगों की पंचायत हुई।
इसमें जिन भाई-बहनों ने शादी की उनके पूरे कुनबे का सामाजिक बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया गया। इसके साथ पंचायत ने उन्हें 15 दिन का अल्टीमेटम दिया वे कि गलती सुधार लें। उन्होंने ऐसा नहीं किया तो सामाजिक बहिष्कार ताउम्र रहेगा। अब गांव के अन्य समुदायों के लोग भी इसी मसले में पंचायत करने की तैयारी में हैं।
इधर, शादी करने वाले दोनों जोड़ों को पुलिस सुरक्षा प्रदान कर दी गई है। उन्होंने जिला प्रोटेक्शन अधिकारी से सुरक्षा मांगी थी। दोनों जोड़ों को कुछ दिन प्रोटेक्शन हाउस में रखा गया। चारों के घरवाले भी शादी के विरोध में हैं। उनका कहना है कि शादी करने के लिए चारों ने अपने रिश्ते के सच को छुपा रखा था।
दिल्ली में की थी शादी
नरेश और संतोष ने घर से भाग कर 21 नवंबर 2011 को दिल्ली के जमुना बाजार स्थित आर्य समाज वैदिक मैरिज मंडल में शादी की थी। इसी दौरान श्रीनिवास और नरेश की बहन पूनम ने शादी की थी। ढाई महीने घर से बाहर रहने के बाद उन्होंने हिसार आकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
ऐसे है रिश्ता
सुरतलाल के दो बेटे छपार गांव से आकर धमाना गांव में बसे हैं। रामप्रसाद और प्यारेलाल। धनाना में दोनों की ससुराल है। दोनों की पत्नियां बहनें हैं। रामप्रसाद का बेटा है राजकुमार। प्यारेलाल के दो बेटे जगदीश और जगमोहन। राजकुमार के बेटे नरेश ने जगमोहन की बेटी संतोष के साथ विवाह किया। जबकि जगदीश के बेटे श्रीनिवास ने राजकुमार की बेटी पूनम के साथ विवाह किया है। नरेश और श्रीनिवास दोनों ट्रक चालक हैं। संतोष आठवीं पास है और पूनम नौवीं पास।
घटना को निंदनीय बताया
गांव में जो घटना हुई है वह निंदनीय है। इससे भाई बहन के रिश्ते की मर्यादा तार तार हुई है। इस मामले को लेकर रविवार को धानक समाज की बैठक भी हुई थी। बैठक में युवक युवतियों के परिवार वालों का सामाजिक बहिष्कार किया गया है।
-मनोज यादव, सरपंच प्रतिनिधि, धमाना।
इसमें जिन भाई-बहनों ने शादी की उनके पूरे कुनबे का सामाजिक बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया गया। इसके साथ पंचायत ने उन्हें 15 दिन का अल्टीमेटम दिया वे कि गलती सुधार लें। उन्होंने ऐसा नहीं किया तो सामाजिक बहिष्कार ताउम्र रहेगा। अब गांव के अन्य समुदायों के लोग भी इसी मसले में पंचायत करने की तैयारी में हैं।
इधर, शादी करने वाले दोनों जोड़ों को पुलिस सुरक्षा प्रदान कर दी गई है। उन्होंने जिला प्रोटेक्शन अधिकारी से सुरक्षा मांगी थी। दोनों जोड़ों को कुछ दिन प्रोटेक्शन हाउस में रखा गया। चारों के घरवाले भी शादी के विरोध में हैं। उनका कहना है कि शादी करने के लिए चारों ने अपने रिश्ते के सच को छुपा रखा था।
दिल्ली में की थी शादी
नरेश और संतोष ने घर से भाग कर 21 नवंबर 2011 को दिल्ली के जमुना बाजार स्थित आर्य समाज वैदिक मैरिज मंडल में शादी की थी। इसी दौरान श्रीनिवास और नरेश की बहन पूनम ने शादी की थी। ढाई महीने घर से बाहर रहने के बाद उन्होंने हिसार आकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
ऐसे है रिश्ता
सुरतलाल के दो बेटे छपार गांव से आकर धमाना गांव में बसे हैं। रामप्रसाद और प्यारेलाल। धनाना में दोनों की ससुराल है। दोनों की पत्नियां बहनें हैं। रामप्रसाद का बेटा है राजकुमार। प्यारेलाल के दो बेटे जगदीश और जगमोहन। राजकुमार के बेटे नरेश ने जगमोहन की बेटी संतोष के साथ विवाह किया। जबकि जगदीश के बेटे श्रीनिवास ने राजकुमार की बेटी पूनम के साथ विवाह किया है। नरेश और श्रीनिवास दोनों ट्रक चालक हैं। संतोष आठवीं पास है और पूनम नौवीं पास।
घटना को निंदनीय बताया
गांव में जो घटना हुई है वह निंदनीय है। इससे भाई बहन के रिश्ते की मर्यादा तार तार हुई है। इस मामले को लेकर रविवार को धानक समाज की बैठक भी हुई थी। बैठक में युवक युवतियों के परिवार वालों का सामाजिक बहिष्कार किया गया है।
-मनोज यादव, सरपंच प्रतिनिधि, धमाना।
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