गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

बाड़मेर 6 बोलेरो वाहन चोरी वारदातो का खुलासा, 4 वाहन बरामद, 1 आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता

बाड़मेर 6 बोलेरो वाहन चोरी वारदातो का खुलासा,  4 वाहन बरामद, 1 आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता

                 बाड़मेर  षरद चैधरी पुलिस अधीक्षक बाड़मेर ने जानकारी देते हुए बताया कि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली मय पुलिस टीम द्वारा बाड़मेर षहर से चोरी हुए 4 बोलेरो केम्पर वाहन बरामद कर कुल 6 वारदातो का पर्दाफाष करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है।

विशेश टीम का गठन:- बाड़मेर षहर मे हो रही चैपहिया वाहन की वारदातो को गंभीरता से लेते हुए श्री षरद चैधरी पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री खींवसिंह भाटी व श्री विजयसिह चारण वृताधिकारी बाड़मेर के निर्देषन में श्री रामप्रतापसिह नि.पु. थानाधिकारी कोतवाली के नेतृत्व मे विषेश पुलिस टीम का गठन कर आवष्यक निर्देष दिये गये।

विषेश टीम द्वारा कार्यवाही:- टीम द्वारा घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण कर तकनीकी आसुचना व लगातार निगरानी रखकर पूर्व मे वाहन चोरी मे लिप्त जोधपुर सेन्ट्रल जेल मे आरोपी नरपतसिंह उर्फ नरेष पुत्र दुर्गाराम जाति जाट उम्र 20 वर्श निवासी मौखावा पुलिस थाना गुुडामालानी जिला बाडमेर को नामजद कर प्रोडक्षन वारंट पर जेल से पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर के प्रकरण में गिरफ्तार कर उससे तकनीकी रुप से गहन पुछताछ करने पर उसके द्वारा बाड़मेर षहर से 06 बोलेरो वाहन चुराना स्वीकार किया जिसपर उसकी निषादेही से अब तक कुल 4 बोलेरो केम्पर वाहन बरामद करने मे सफलता हासिल की गई है। आरोपी से गहनता से पुछताछ की जा रही है।

विषेश पुलिस टीम के सदस्य:- 1. श्री रामप्रतापसिंह नि.पु. 2. महेष कुमार उ.नि. 3. मगनखान स.उ.नि.,  4. हरदान कानि., 5. नीम्बसिंह कानि., 6. रतनसिंह कानि. 7. बुधाराम कानि., 8. जोगाराम कानि. व 9. भरतकुमार कानि.।
इनकी रही विषेश भुमिका - श्री निम्बसिंह कानि., रतनसिंह कानि. व भरतकुमार कानि. की वाहन बरामद करने, मुलजिम की जानकारी कर दस्तयाब करने में विषेश भूमिका रही है।
 
विशेष पुलिस टीम को किया सम्मानित:- श्री शरद चैधरी पुलिस अधीक्षक बाडमेर द्वारा उक्त प्रकरण का खुलाषा करने मे सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस टीम के सदस्यो मे से थानाधिकारी को 2100 रूपये, उप निरीक्षक को 1500 रूपये, सहायक उप निरीक्षक को 1100 रूपये तथा कानिस्टेबल को 500 रूपये नकद ईनाम मय प्रषंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। 

राजस्थान में तीन चरणों में होंगे पंचायतराज चुनाव ,१७,२२ और २९ जनवरी को चुनाव

राजस्थान में तीन चरणों में होंगे पंचायतराज चुनाव ,१७,२२ और २९ जनवरी को चुनाव 

पहले चरण 3 हजार 691 ग्राम पंचायतों में चुनाव  , 36 हजार 47 पंच , 
जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा लोकसूचना 7 जनवरी 2020 , नामांकन के 8 जनवरी , नामांकन समीक्षा 9 जनवरी , नाम वापसी 9 जनवरी , प्रतयाशी सूची का प्रकाशन
मतदान दलों का 16 जनवरी
मतदान 17 जनवरी को सुबह 8 बजे से 5 बजे तक



  दूसरा चरण लोसूचना 11 जनवरी 
नामांकन दाखिल 13 जनवरी , समीक्षा 14 जनवरी , नाम वापसी की तारीख 14 जनवरी , चुनाव चिन्हों का आंवटन 14 जनवरी
मतदान 22 जनवरी सुबह 8 बजे से 5 बजे तक , मतगणना 22 को चुनाव सम्पति के बाद , उप सरपंच का चुनाव 23 जनवरी को

तीसरा चरण लोकसूचना 18 को जारी 

20 जनवरी नामांकन

समीक्षा 21 जनवरी

नाम वापसी का समय 21 जनवरी

मतदान 29 जनवरी सुबह 8 बजे से 5 बजे तक

मतगणना 29 जनवरी को

उप सरपंच का चुनाव 30 जनवरी

2 हजार 243 ग्राम पंचायतें

पंच 22 हजार 977

घूंघट गुलामी का नहीं तहज़ीब का प्रतिक ,देश भर में घूंघट ट्रेंड फिर महिलाओं के विकास में बाधा कैसे


 घूंघट गुलामी का नहीं तहज़ीब का प्रतिक ,देश भर में घूंघट ट्रेंड फिर महिलाओं के विकास में बाधा कैसे 


जैसलमेर औरतें आज भी घूंघट से अपना मुंह ढकती हैं। विशेषकर ग्रामीण अंचलों में बड़ी संख्या में महिलाएं घूंघट में रहती है। घूँघट हिन्दू समाज की वो प्रथा रही है जिसे लाज का प्रतीक माना जाता है. हिन्दू धर्म में महिलाओं पर घूँघट के लिए दवाब नहीं डाला जाता बल्कि महिलायें स्वयं उस व्यक्ति से सम्मानस्वरुप पर्दा करती हैं जो रिश्ते में उनसे बड़ा होता है.घूंघट के पक्षधरों का मानना है घूंघट भारतीय परंपरा में तहज़ीब ,अनुशासन और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। आज भी राजस्थान में यह प्रथा गाँव से लेकर शहर तक में जीवित है। यह भी कहा जाता है हिन्दू धर्म में महिलाओं पर घूँघट के लिए दवाब नहीं डाला जाता बल्कि महिलायें स्वयं उस व्यक्ति से सम्मानस्वरुप पर्दा करती हैं जो रिश्ते में उनसे बड़ा होता है।इसी घूंघट प्रथा ने देश विदेशो में राजस्थान की संस्कृति को नया  आयाम दिया,विदेशी महिलाएं घूंघट को पसंद करती हैं 

घूंघट न तो गुलामी का प्रतिक हे न दासता का,यह मान सम्मान और तहज़ीब का प्रतिक हैं ,परम्पराओ का सम्मान हमारी संस्कृति रही हैं ,वैसे भी आजकल परिवारों में दबाव की स्थतियाँ नहीं रही ,ऐसे सेकड़ो उदाहरण हे की घूंघट की संस्कृति में पली बड़ी कई महिलाएं शिखर पर पहुंची हैं ,आज सेकड़ो उदहारण हे की घूंघट की आड़ में महिलाऐं फर्राटेदार इंग्लिश बोलती नजर आती हैं ,घूंघट कोई कुप्रथा नहीं हे इसको समझने के लिए लोक जीवन की यात्रा से गुजरना होगा ,घूंघट ने राजस्थान की उत्कृष्ट लोक संस्कृति को विश्व में पहचान दिलाई ,राजस्थान की लोक ग्राम्य संस्कृति में से घूंघट और साफा (पगड़ी )निकाल दे तो हमारे पास संस्कृति के नाम पर बचता ही क्या हैं,घूंघट आज स्टेटस सिंबल बन गया हैं ,रात को टी वी पर चलने वाले सीरियलों को ही देख लीजिये,हाई प्रोफाइल शादियां देख लो,उन पर तो कोई दबाव नहीं हैं फिर भी घूंघट में मंडप तक युवतियां पहुंचती हैं ,राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में आज भी घूंघट का प्रचलन मान सम्मान का प्रतिक हे न की दबाव या गुलामी का ,घूंघट को महिलाओं की तरक्की में बाधा  मानाने वालो की अपनी कोई सोच रही होगी जो वास्विकता से कोसों दूर हैं ,बेवजय संस्कृति और परम्पराओ पर ऊँगली उठाकर विवाद खड़े करना राजनेताओ की फितरत रही हैं ,

घूंघट ट्रेंड देश भर में लोकप्रिय तो विकास में बाधक कहाँ
अब फिर एक बार घूंघट ट्रेंड में चल रहा है। आज इसे फैशन ट्रेंड के रूप में देखा जा रहा है। अगर आप भी दुल्हन बनने जा रही हैं, तो इस तरह से खुद को पर्दे में रख सकती हैं। इसमें आप घूंघट में होती हैं, लेकिन फेस आपका पूरा दिखता है। बाजार में आपको घूंघट वाले अटैच दुपट्टे आसानी से मिल जाएंगे।फेरे और वरमाला के दौरान घूंघट लेना अब ट्रेंड बनता जा रहा है। इसी के चलते इस समय मार्केट में दुपट्टे वाले घूंघट आ गए हैं। इसमें दुपट्टे के साथ ही घूंघट अटैच होकर आ रहा है। अगर आप भी प्लान कर रही हैं घूंघट, तो बहुत अधिक मोटे दुपट्टे की जगह पर झीने कपड़े वाले हल्के दुपट्टे के ऑप्शन पर जाएं।अगर आप अलग से अटैच किया हुआ दुपट्टा नहीं लेना चाहतीं, तो लहंगे के साथ सिंगल दुपट्टे को ही लंबे घूंघट की तरह कैरी कर सकती हैं। घूंघट के दुपट्टे इन दिनों नेट फैब्रिक में आ रहे हैं जिस पर खूबसूरत थ्रेड, तिल्ले, मोती, सिपी-सितारे, स्टोन वर्क किया होता है। अगर आप हैवी घूंघट नहीं निकालना चाहतीं, तो प्लेन नेट में हल्के स्टोन और गोटा पट्टी बॉर्डर में कुछ यूनीक स्टाइल अपना सकती हैं। फ्लोरल जाल दुपट्टा भी फैशन में चल रहा है। नेट दुपट्टे के आगे फ्लोरल जाल बुना होता है। जब घूंघट परम्परा और संस्कृति के दायरे से निकल फैशन बन गया हे तो इसे महिलाओं की उन्नति में बाधक कैसे मान सकते हैं,

प्राचीन ग्रंथो में भी घूंघट का हे उल्लेख 

जो लोग घूंघट को लेकर यह कह रहे की घूंघट कभी संस्कृति नहीं रही न इसका इतिहास हे ,घूंघट का उल्लेख प्राचीन ग्रंथो में नहीं हे तो यह बयान देने वाले अपना ज्ञान दुरुस्त कर ले ,कुछ उदाहरण प्राचीन ग्रंथो से प्रस्तुत हैं 


 प्राचीन भारत में पर्दा प्रथा और घूँघट प्रथा रही है , वहाँ घूँघट का अर्थ मुख ढँकना नहीं अपितु सिर को साड़ी या चुनरी से ढँकना था । ऐसा भी नहीं था कि सिर ढँकना स्त्रियों के लिये ही अनिवार्य था ,पुरुषों के लिये भी सिर ढँकना अनिवार्य था । स्त्रियाँ साड़ी-चुनरी से सिर को ढँककर रखती थीं ,तो पुरुष मुकुट-पगड़ी आदि से सिर को ढँकते थे । स्त्रियों का पहनावा कैसा हो ? इस विषय में स्वयं वेद प्रमाण है , ऋग्वेद १०/७१/४ में कहा है – ‘स्त्री को लज्जापूर्ण रहना चाहिये ,कि दूसरा पुरुष मनुष्य उसका रूप देखता हुआ भी न देख सके । वाणी सुनता हुआ भी पूरी तरह न सुन सके ।’ एक अन्य मन्त्र में –

अधः पश्यस्व मोपरि सन्तरां पादकौ हर ।

मा ते कशप्लकौ दृशन्त्स्त्री हि ब्रह्मा बभूविथ ।। (ऋग्वेद ८/४३/१९)

अर्थात् ‘साध्वी नारी ! तुम नीचे देखा करो (तुम्हारी दृष्टि विनय से झुकी रहे ) । ऊपर न देखो । पैरोंको परस्पर मिलाये रक्खो (टाँगों को फैलाओ मत ) । वस्त्र इस प्रकार पहनो ,जिससे तुम्हारे ओष्ठ तथा कटिके नीचेके भागपर किसी की दृष्टि न पड़े । ‘ इससे स्पष्ट है कि स्त्री सलज्ज और मुख पर घूँघट डाले रहे । पर्दा प्रथा के इतिहास पर भी अवलोकन करें ,तो सर्वप्रथम रामायण के प्रसङ्ग देखिये –

माता जानकी जी जब वनवास जा रही थीं ,तब उन्हें देखने वाली प्रजा कहती है


या न शक्या पुरा द्रष्टुं भूतैराकाशगैरपि ।

तामद्य सीतां पश्यति राजमार्गगता जना: ।। (वाल्मीकिरामायण २/३३/८)

अर्थात् -‘ओह ! पहले जिसे आकाशमें विचरने वाले प्राणी भी नहीं देख पाते थे ,उसी सीता को इस समय सड़कों पर खड़े हुए लोग देख रहे हैं । ‘

मन्दोदरी रावण के वध पर विलाप करते हुए कहती है –

दृष्ट्वा न खल्वभिक्रुद्धो मामिहान वगुष्ठिताम् ।

निर्गतां नगरद्वारात् पद्भ्यामेवागतां प्रभो ।। ( वाल्मीकिरामायण ६/१११/६१)

अर्थात् -‘प्रभो ! आज मेरे मुँह पर घूँघट नहीं है ,मैं नगर द्वार से पैदल ही चलकर यहाँ आयी हूँ । इस दशा में मुझे देखकर आप क्रोध क्यों नहीं करते हैं ?’

दूसरा प्रसङ्ग महाभारत से देखिये ,कुरु सभा में द्यूतक्रीड़ाके समय द्रौपदी कहती हैं –

यां न वायुर्न चादित्यो दृष्टवन्तौ पुरा गृहे ।

साहमद्य सभामध्ये दृश्यास्मि जनसंसदि ।। महाभारत सभापर्व ६९/५

अर्थात् -‘पहले राजभवन में रहते हुए जिसे वायु तथा सूर्य भी नहीं देख पाते थे ,वही आज इस सभा के भीतर महान् जनसमुदाय में आकर सबके नेत्रों की लक्ष्य बन गयी हूँ ।’

रामायण-महाभारतके प्रसङ्गों से ऐसा प्रतीत होता है ,पर्दा प्रथा सामान्य स्त्रियों के लिये न होकर राजवंशकी राजकुमारियों-रानियोंके लिये ही थी । राजवंश की ये रानी-राजकुमारियां बड़े सुखों से रहती थीं ,जैसे आधुनिक युग में ऐसी में रहने वाली । वे विशिष्ट अवसरों पर ही बाहर निकलती थीं ,वे अवसर थे –

व्यासनेषु न कृच्छ्रेषु न युद्धेषु स्वयंवरे ।

न कृतौ नो विवाहे वा दर्शनं दूष्यते स्त्रिया: ।। वाल्मीकिरामायण ६/११४/२८

अर्थात्-‘विपत्तिकाल में ,शारीरिक या मानसिक पीड़ा के अवसर पर ,युद्धमें ,यज्ञमें अथवा विवाह में स्त्री का दीखना दोष की बात नहीं है । ‘ अर्थात् इन अवसरों पर राजकुलकी स्त्रियाँ पुरुषों के मध्य जाती थीं ,उस समय उन्हें कोई दोष नहीं देता था ।

पर्दा प्रथा या घूँघट प्रथा पर भगवान् श्रीराम का यह वचन बहुत ही महत्त्वपूर्ण ,प्राचीन और आधुनिक परिवेश का समन्वय है –

न गृहाणि न वस्त्राणि न प्रकारस्त्रिरस्क्रिया ।

नेदृशा राजसत्कारा वृत्तयावरणं स्त्रिया: ।। वाल्मीकिरामायण ६/११४/२७

अर्थात् -‘घर ,वस्त्र और चहारदीवारी आदि वस्तुएँ स्त्रीके लिये परदा नहीं हुआ करतीं । इस तरह लोगों को दूर हटाने ( किसी स्त्रीके समाज में आने पर पुरुषों को वहाँ से हटा देना ,जिससे वे पुरुष उस स्त्री को न देख सकें ) से जो निष्ठुरतापूर्ण व्यवहार है ,ये भी स्त्रीके लिये आवरण या पर्दे का काम नहीं देते हैं । पति से प्राप्त होने वाले सत्कार तथा नारी के अपने सदाचार — ये ही उसके लिये आवरण हैं ।’










बुधवार, 25 दिसंबर 2019

बाड़मेर, चाइनीज मांझे,प्लास्टिक-सिंथेटिक धागों,लोहे, ग्लास पाउडर जैसे पदार्थों से बने मांझे पर पूर्ण प्रतिबंध - प्रातः 6 से 8 बजे एवं सायं 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी प्रतिबंधित

बाड़मेर,  चाइनीज मांझे,प्लास्टिक-सिंथेटिक धागों,लोहे,
ग्लास पाउडर जैसे पदार्थों से बने मांझे पर पूर्ण प्रतिबंध
- प्रातः 6 से 8 बजे एवं सायं 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी प्रतिबंधित
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बाड़मेर,25 दिसंबर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर अंशदीप ने दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 मंे प्रदत शक्तियांे का प्रयोग करते हुए बाड़मेर जिले के किसी भी क्षेत्र मंे पतंगबाजी के लिए करंट प्रवाहित करने वाले मांझे, प्लास्टिक अथवा इस प्रकार के चाइना निर्मित सिंथेटिक मेटेरियल से बने हुए अथवा अन्य टॉक्सिक मेटेरियल जैसे आयरन पाउडर, ग्लास पाउडर के बने हुए पक्के धागे को प्रतिबंधित किया है।


जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे मकर संक्रान्ति के अवसर पर बड़े शहरांे एवं कस्बों मंे पतंग उड़ाए जाएंगे। मौजूदा समय मंे पतंगबाजी के लिए इस प्रकार का मांझा प्रचलन मंे आया है जिसमंे पतंगबाजी करने पर बिजली के तारांे के संपर्क मंे आने पर विद्युत प्रवाहित होकर करंट आता है। इससे आकाश मंे स्वच्छद विचरण करने वाले पक्षियांे की भी गर्दन कट जाती है। इससे मनुष्यांे को भी चोट पहुंच सकती है। जानमाल की रक्षा एवं सुरक्षा कारणांे को मददेनजर रखते हुए पतंगबाजी के लिए इस प्रकार के अनुपयुक्त मांझे को पतंगबाजी के लिए उपयोग करने एवं विक्रय करने पर प्रतिबंध लगाया जाना नितांत आवश्यक है। उनके मुतातबक आमजन के जानमाल की सुरक्षा के लिए इस मांझे का उपयोग एवं बेचान प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही पक्षियों की सुरक्षा के लिए सुबह 6 से 8 बजे तक तथा शाम 5 से 7 बजे तक पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध रहेगा। उन्हांेने बताया कि इस आदेश की अहवेलना करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 एवं अन्य विधिक प्रावधानांे के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी।

बाड़मेर, जिला कलक्टर ने टिडडी से फसलांे मंे हुए नुकसान का जायजा लिया

 बाड़मेर, जिला कलक्टर ने टिडडी से फसलांे मंे हुए नुकसान का जायजा लिया


बाड़मेर, 25 दिसंबर। जिला कलक्टर अंशदीप ने बुधवार को चौहटन क्षेत्र के विभिन्न गांवांे मंे पहुंचकर टिडडी दल के हमले से फसलांे मंे हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्हांेने प्रशासनिक अधिकारियांे को खराबे से संबंधित रिपोर्ट अतिशीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर अंशदीप ने बुधवार को सदराम की बेरी, मीठी बेरी, सुरते की बेरी समेत कई गांवांे का दौरा कर टिडडी दल के हमले से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल, गफूर मोहम्मद समेत विभिन्न जन प्रतिनिधियांे एवं ग्रामीणांे ने जिला कलक्टर को पिछले दिनांे टिडडी दल के हमले से हुए नुकसान के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने जिला कलक्टर से फसलांे मंे हुए खराबे का मुआवजा दिलाने एवं टिडडी दल के हमले की रोकथाम के लिए कीटनाशक छिड़काव की प्रभावी कार्यवाही करने का अनुरोध किया। जिला कलक्टर अंशदीप ने उपखंड अधिकारी वीरमाराम एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियांे को टिडडी दल के हमले से हुए खराबे से संबंधित रिपोर्ट अतिशीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने ग्रामीणांे को टिडडी दल के हमले से निपटने के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से यथासंभव प्रयास एवं सहयोग करने का भरोसा दिलाया। उन्हांेने बताया कि इसको लेकर राज्य सरकार के साथ जिला प्रशासन संवेदनशील है। टिडडी दल की रोकथाम के लिए टिडडी चेतावनी संगठन एवं कृषि विभाग के अधिकारियांे को संबंधित इलाकांे मंे प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। जिला प्रशासन की ओर से भी इसकी नियमित मोनेटरिंग की जा रही है।

बाड़मेर, विद्यालय को आवंटित होगी भूमि,दिव्यांगांे के बनेंगे प्रमाण पत्र -जिला कलक्टर ने मोतीसरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सुनी आमजन की परिवेदनाएं।

 बाड़मेर, विद्यालय को आवंटित होगी भूमि,दिव्यांगांे के बनेंगे प्रमाण पत्र
-जिला कलक्टर ने मोतीसरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सुनी आमजन की परिवेदनाएं।


बाड़मेर,25 दिसंबर। जिला कलक्टर अंशदीप ने मोतीसरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल के दौरान आमजन की परिवेदनाएं सुनी। उन्हांेने विद्यालय मंे अतिरिक्त कक्षा निर्माण के लिए भूमि आवंटन करने की अनुशंसा करने के साथ दिव्यांगांे के तीन दिन मंे प्रमाण पत्र बनाकर देने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से संचालित समस्त सरकारी योजनाओं का आमजन को सुगमता से लाभ मिले। उन्हांेने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित नहीं रहें। जिला कलक्टर अंशदीप ने आमजन की मांग के अनुरूप मोतीसरा में उच्च माध्यमिक विद्यालय के नए भवन निर्माण के लिए 12 बीघा सरकारी भूमि आवंटन की अनुशंसा मौके पर की। उन्हांेने दिव्यांग जनों के तीन दिन में प्रमाण पत्र बनाकर देने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। जिला कलक्टर ने खेतों में जाने के लिए कटाण रास्ता निकालने के निर्देश तहसीलदार सिवाना को दिए। इस दौरान मोतीसरा वासियों आम चोहटे से स्कूल तक ग्राम पंचायत की ओर से नाली एवं खरंजा निर्माण में घटिया निर्माण करने की शिकायत आने पर तत्काल जांच करने को विकास अधिकारी लक्ष्मणसिंह सांदु को निर्देश दिए। रात्रि चौपाल में सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने विधायक कोष से केराली जोगमाया मंदिर तक बिजली कनेक्शन देने की घोषणा की। मोतीसरा में पहली बार रात्रि चौपाल में आने पर जिला कलक्टर एवं अन्य अतिथियांे  का ढोल-थाली के साथ स्वागत किया गया। रात्रि चौपाल मंे पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए जलदाय विभाग के अधिशासी अभियन्ता ने सार्वजनिक नल लगाने की स्वीकृति जारी करने के साथ सर्वे करके प्रत्येक घर मंे नल कनेक्शन के लिए कार्य योजना बनाने की बात कही। इस दौरान उपखंड अधिकारी प्रमोद सीरवी, तहसीलदार शंकरराम गर्ग, विकास अधिकारी लक्षमणसिंह सांदु, सरपंच ओमकंवर, पूर्व प्रधान मालाराम भील, पूर्व पंचायत समिति सदस्य हेमाराम मेघवाल, समाजसेवी शैतानसिंह डाबली सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
गेर नृतक तगाराम को दी बधाईः मोतीसरा में रात्रि चौपाल के दौरान जिला कलक्टर को पंचायत कार्यालय में जब मोतीसरा के प्रख्यात गेर नृतक तगाराम मेघवाल की गेर नृत्यकला के बारे में जानकारी मिली तो उन्हांेने तगाराम से रुबरु होकर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गेर नृत्य की प्रस्तुति देकर बाडमेर का मान बढाने के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने जैसलमेर के अमरसागर में बालिका उपवन का लोकार्पण किया

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने जैसलमेर के अमरसागर में बालिका उपवन का लोकार्पण किया

सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए ग्रामीण जागरुक रहें - शाले मोहम्मद

जैसलमेर, 25 दिसम्बर/अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने बुधवार को जैसलमेर शहर की समीपवर्ती अमरसागर ग्राम पंचायत में आदर्श उप स्वास्थ्य केन्द्र के पास निर्मित बालिका उपवन का लोकार्पण किया।  इस अवसर पर जैसलमेर विधायक रूपाराम, जिलाप्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला कलक्टर नमित मेहता,  जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, प्रधान अमरदीन एवं उषा सुरेन्द्रसिंह भाटी, सभापति हरिवल्लभ कल्ला आदि उपस्थित थे।

अज्पसंख्यक मामलात मंत्री ने सभी अतिथियों की मौजूदगी में फीता काटकर तथा पट्टिका का अनावरण कर लोकार्पण किया। आरंभ में अमरसागर पहुंचने पर देवकाराम माली, सरपंच लता माली, ग्राम विकास अधिकारी रामकिशोर शर्मा एवं ग्रामीणों ने अतिथियों का स्वागत किया।

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राज्य सरकार की योजनाआेंं और कार्यक्रमों की जानकारी दी और इनका लाभ पाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार ने हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए हैं और समयबद्ध निस्तारण का बेहतर प्रबन्धन किया हुआ है। उन्होंने ग्रामीण विकास के लिए जरूरी कार्यों को पूरी प्राथमिकता से कराने का आश्वासन दिया।

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने उपस्वास्थ्य केन्द्र से संबंधित गतिविधियों की जानकारी ली और ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी।

जैसलमेर में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह,

जैसलमेर में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह,

‘घूंघट मुक्त जैसाण’ पोस्टर और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ फोल्डर का विमोचन,

मेधावी छात्राओं को चैक प्रदान कर किया सम्मानित,

उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 15 महिलाओं को नवाजा गया चैम्पियनशिप से,

महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित भागीदारी निभाएं - अल्पसंख्यक मामलात मंत्री

जैसलमेर, 25 दिसम्बर/जैसलमेर के शहीद पूनम स्टेडियम में महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के अन्तर्गत आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह महिलाओं के बहुआयामी विकास और उन्नति के साथ हर क्षेत्र में सशक्त बनाने और आगे लाने के लिए समर्पित प्रयासों के संकल्प के साथ सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने फीता काटकर तथा सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया।

समारोह की अध्यक्षता जिला कलक्टर नमित मेहता ने की। जैसलमेर विधायक रूपाराम, जिलाप्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, प्रधान अमरदीन एवं उषा सुरेन्द्रसिंह भाटी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खां, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.के. बारूपाल एवं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्रकुमार व्यास विशिष्ट अतिथि थे।

फोल्डर एवं पोस्टर विमोचन

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद एवं अतिथियों ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रकाशित ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ विषयक फोल्डर का विमोचन किया। इसके साथ ही जैसलमेर जिले की महिलाओं को घूंघट प्रथा से मुक्त कराने के लिए ‘‘घूंघट मुक्त जैसाण’’  पोस्टर का विमोचन किया।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चैम्पियनशिप से नवाजा गया 17 महिलाओं को

समारोह में केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद एवं विधायक रूपाराम ने समाज-जीवन और राज-काज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट भूमिका एवं उल्लेखनीय कार्यों व योगदान के लिए 17 महिलाओं को प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।

इनमें जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, जैसलमेर नगर परिषद की पूर्व सभापति श्रीमती कविता खत्री, सम की प्रधान श्रीमती उषा कंवर, स्नेहा भाटी, शिल्पा पालीवाल, निकिता राठी, आयुषी छंगाणी, छैलू कंवर, ललिता सोनी, रीना भाटी, पायल कोठारी, नेहा गोपा, विमला खत्री, तारा कुमावत एवं शोभा देवी शामिल हैं।

22 मेधावी छात्राओं को चैक वितरण

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री  एवं अतिथियों ने इस अवसर पर में बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं एवं बारहवीं में जिले भर में प्रथम स्थान पाने वाली सरकारी स्कूलों की 22 छात्राओं को चैक वितरण कर सम्मानित किया। इनमें 10वीं तथा 12वीं में सर्वोच्च स्थान पाने वाली छात्रा को 10-10 हजार रुपए तथा शेष सभी को 5-5 हजार रुपए धनराशि का चैक प्रदान किया गया। जिले में कक्षा दसवीं में टॉप रही ममता को 10 हजार रुपए का चैक दिया गया जबकि अन्य वीणा पुरोहित, कुन्ता, मुस्कान टावरी, अनेक कंवर, रिंकू, परमेश्वरी, रेंवती, गीता, ललिता एवं भूमिका खत्री को 5-5 हजार रुपए राशि का चैक प्रदान किया गया।

इसी प्रकार कक्षा 12वीं में टॉप रही लता कुमारी को 10 हजार तथा शेष लता, प्रियंका कंवर, ललिता पालीवाल, लक्ष्मी कंवर, कुसुम, निशा भाटी, आकांक्षा तंवर, लक्ष्मी, नेहा कंवर एवं ख्याति शारदा को 5-5 हजार रुपए धनराशि का चैक प्रदान किया गया। समारोह में इन सभी छात्राओं के स्कूल प्रधानाचार्यों को भी पुष्पहार पहना कर सम्मानित किया गया तथा छात्राओं के शैक्षिक उन्नयन में उनकी भूमिका को सराहा गया।

महिला उत्थान के भरसक प्रयासों में जुटी है सरकार

इस अवसर पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद एवं विधायक रूपाराम सहित तमाम अतिथियों ने अपने उद्बोधन में महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और इनका लाभ पाकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।

आईएम शक्ति का लाभ लें, विकास करें

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही महिलाआें के समग्र उत्थान के लिए आरंभ की गई 1000 करोड़ की इन्दिरा महिला शक्ति योजना सहित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों को राजस्थान मेंं महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऎतिहासिक और महत्वाकांक्षी कदम बताया और महिलाओं का आह्वान किया कि वे इन योजनाआेंं का लाभ लेें और राजस्थान में महिला सशक्तिकरण का सुनहरा इतिहास रचें।

टीम भावना से करें काम, सार्थक परिणाम सामने लाएं

उन्होंने योजनाओं के बेहतर एवं उपलब्धिमूलक क्रियान्वयन के लिए महिला एवं बाल विकास विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकों से कहा कि वे टीम भावना से काम करें और सार्थक परिणाम सामने लाएं। अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाड़ी कार्मिकों का मानदेय बढ़ाने सहित महिलाओं के हित में किए गए कार्यों को गिनाया और कहा कि महिलाओं के विकास में सरकार हमेशा अव्वल रही है और रहेगी।

जैसलमेर को बनाएं घूंघट मुक्त

घूंघट मुक्त राजस्थान के अन्तर्गत ही घूंघट मुक्त जैसाण अभियान की उन्होंने तारीफ की और कहा कि इस कुप्रथा के उन्मूलन के लिए हर स्तर पर व्यापक जागरुकता संचार की आवश्यकता है  और इसकी शुरूआत हमें अपने घर-परिवार से करनी होगी। उन्होंने बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने के साथ ही उनके शैक्षिक विकास के लिए संस्थाप्रधानों और शिक्षक-शिक्षिकाओं की भूमिका को और अधिक भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

बाड़मेर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने तालाब में कूदकर आत्महत्या की

बाड़मेर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने तालाब में कूदकर आत्महत्या की 

बाड़मेर  बाड़मेर जिले के सरहदी चौहटन में कार्यरत आर जे एस ने जोधपुर में एक तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली ,मजिस्ट्रेट का शव तालाब से गोताखोरों ने निकाला ,पोस्ट मार्टम के लिए महात्मा गाँधी अस्पताल ले जाया गया ,जानकारी के अनुसार चोहटन में कार्यरत न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रखर सैंडल ने जोधपुर के लाल सागर तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली ,आसपास के लोगो को पता चलने पर गोताखोरों की मदद से शव को तालाब से बाहर निकाला गया ,शव को महात्मा गाँधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया हे ,बुधवार सुबह पोस्टमार्टम होगा ,आत्महत्या के कारणों  का खुलासा नहीं हुआ,

बाड़मेर सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत सामग्री का वितरण

बाड़मेर सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत सामग्री का वितरण

चौहटन, 24 दिसंबर।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केलनोर में 50 वी वाहिनी सीमा सुरक्षा बल बाड़मेर की तरफ से सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि क्षेत्रीय मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट शाम कपूर, सीसुब  50 वी वाहिनी के कमांडेंट नरेश चतुर्वेदी ,रावत त्रिभुवन सिंह राठौड़ उपस्थित रहे । इस दौरान राउमावि केलनोर व राउमावि मिठड़ाऊ के मध्य वॉलीबाल मैच खेला गया जिसमें मिठड़ाऊ टीम विजेता रही । इस दौरान सूचना एंव प्रसारण विभाग जयपुर की ओर से जल बचाओ थीम पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गयी । सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों को कंप्यूटर, इन्वर्टर,पुस्तकें व शौचालय सामग्री का वितरण किया गया । साथ ही ग्रामीणों के लिए मेडिकल कैम्प का भी आयोजन किया गया, जिसमें 280 चश्मों का वितरण किया गया। मेडिकल कैम्प में दृष्टि अस्पताल बाड़मेर के डॉ. शंकर सिंह राजपुरोहित, डॉ. थिरूपती मूढ एसीएमओ, डॉ. वसुंधरा यादव एसीएमओ  , डॉ शंभूराम गढ़वीर ने अपनी सेवाएँ दी । इस मौके पर कमांडेन्ट शाम कपूर एवं कमांडेन्ट नरेश चतुर्वेदी ने उपस्थितजनों को सिविक एक्शन प्रोग्राम के महत्व को समझाया । इस दौरान द्वितीय कमान अधिकारी सुमन कुमार , उप कमांडेंट राहुल रंजन,केलनोर सरपंच हमीर सिंह सोढ़ा,उपस्थित रहे ।

बाड़मेर, अमृता हाट मेले का आयोजन 27 से

बाड़मेर,  अमृता हाट मेले का आयोजन 27 से


बाड़मेर, 24 दिसम्बर। महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के सहयोग से जिला मुख्यालय पर महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (हाई स्कुल मैदान) स्टेशन रोड, बाड़मेर में 27 से 31 दिसम्बर, 2019 तक अमृता हाट मेले का आयोजन किया जाएगा।
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने बताया कि अमृता हाट मेले में जोधपुर संभाग एवं अन्य जिलों से आने वाले महिला स्वयं सहायता समूहों के महिला सदस्यों के स्वहस्त निर्मित विभिन्न उत्पाद जैसे मिट्टी के बर्तन, गर्मपट्टू , मूंग पापड़, आम पापड़, दलिया, नमकीन, हींग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, रेडिमेड गारमेंट, श्रृंगार का सामान, आचार, मुरब्बा, घर का साज-सज्जा का सामान, टेरीकोटा, मीनाकारी, नेट की साड़िया, सूट, मनिहारी, पूजा थाली, मार्बल की मूर्तिया, जूट का सामान, कठपूतलिया, कशीदे का सामान, केर, सांगरी, कुमठिया, बकरी के दूध से बना साबुन, खाद्य उत्पाद एवं खाने-पीने का शुद्व देशी गुणवत्ता वाला सामान वाजिब दाम पर विक्रय किया जाएगा। उन्होने आम जन से अधिकाधिक संख्या में अमृता हाट मेले में भाग लेकर महिला स्वयं सहायता समूहों के स्वहस्त निर्मित उत्पादों को प्रोत्साहन देने की अपील की।
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बाड़मेर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर किया प्रदर्षनी का आयोजन

बाड़मेर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर किया प्रदर्षनी का आयोजन



उपभोक्ताआंे को उनके अधिकारांे के प्रति जागरूक करें : अंशदीपराष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर सूचना केन्द्र मंे हुआ प्रदर्शनी का आयोजनबाड़मेर, 24 दिसंबर। उपभोक्ताआंे को उनके अधिकारांे की जानकारी देकर जागरूक किया जाए ताकि उनके अधिकारांे का हनन नहीं हो। इसके लिए समय-समय पर जागरूकता गतिविधियां चलाई जाए। जिला कलक्टर अंशदीप ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर सूचना केन्द्र में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान यह बात कही।  
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि उपभोक्ताआंेेे को उनके अधिकारांे के प्रति जागरूक करने मंे विभागांे की महत्वपूर्ण भूमिका है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत उपभोक्ताआंे के कई अधिकार है। लेकिन इसकी जानकारी के अभाव मंे उपभोक्ताआंे को उनके अधिकार नहीं मिल पाते है। उन्हांेने कहा कि समय-समय पर विभिन्न गतिविधियांे के जरिए बाजार मंे उपभोक्ताआंे के साथ होने वाली धोखाधड़ी, मिलावटी सामान, कम नाप-तौल, गारंटी के बाद सेवाएं नहीं मिलने के बारे मंे उपभोक्ताआंे को जागरूक करने का प्रयास किया जाए। उन्हांेने विभागीय अधिकारियांे को खाने-पीने की वस्तुआंे, पेट्रोल मंे मिलावट के बारे मंे आमजन को सहज एवं सरल तरीके अवगत कराने के निर्देश दिए। ताकि आम आदमी आसानी से गलत एवं सही की पहचान कर सके।
उन्होने कहा कि उपभोक्ताआंे को जागरूक बनाने, उनके हितांे की रक्षा करने एवं न्याय दिलाने की दिशा मंे सार्थक प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि उपभोक्ताआंे को जागरूक किया जाए कि वे उपभोक्ता खरीदे गए माल अथवा सेवा का बिल आवश्यक रूप से लें। बिल मंे माल की प्रकृति, मात्रा, दर, गुणवत्ता का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए। बिल लेते समय यह ध्यान रखें कि बिल मंे व्यापारी का नाम, जीएसटी एवं बिल नंबर, दिनांक, माल का विवरण सही-सही लिखा हो। जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने उपभोक्ता दिवस के इतिहास, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान विभिन्न विभागीय अधिकारियांे की ओर से उपभोक्ताआंे एवं उनके विभागांे की भूमिका के बारे मंे बताया गया। इससे पहले जिला कलक्टर अंशदीप ने सूचना केन्द्र मंे राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य मंे प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने डेयरी के अधिकारियांे को दूध की गुणवत्ता की जांच कराने की प्रक्रिया से आमजन को अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्हांेने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियांे को उपभोक्ताओं के अधिकारों के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्हांेने पेट्रोल के नमूनांे की जांच की प्रक्रिया को देखा। उन्हांेने कहा कि फिल्टर पेपर से पेट्रोल की जांच के बारे मंे आमजन को बताया जाए ताकि वह अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक हो। प्रदर्शनी मंे जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने विभिन्न विभागांे की ओर से स्थापित किए गए काउंटरांे एवं उपभोक्ताआंे के अधिकारांे के बारे मंे जानकारी दी। प्रदर्शनी में डेयरी की ओर से शुद्ध दूध की जॉच करने, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य पदार्थाें की जांच, डिस्काम की ओर से विद्युत मीटर की जांच, महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पोषाहार, रसद विभाग की ओर से पास मशीन से खाद्य सामग्री वितरण के बारे मंे काउंटर स्थापित कर जानकारी दी गई। इसी तरह पेट्रोल में मिलावट की स्पॉट जॉच करने, गैस एजेन्सियों की ओर एलपीजी सलेण्डर के उपभोग, ईधन की बचत कीे जानकारियां दी गई। प्रदर्शनी में उपभोक्ताओं ने सम्मिलित होकर उपभोक्ता जागरूकता से संबंधित जानकारियां प्राप्त की। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग उप निदेशक सती चौधरी, डेयरी के उप प्रबन्धक श्याम सुन्दर पुरोहित, जलदाय विभाग के सहायक अभियन्ता रिकंल शर्मा, कनिष्ट अभियन्ता जयरामदास, खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 












जैसलमेर जिले के 192 गाँवों में होंगे सास-बहू सम्मेलन

जैसलमेर जिले के 192 गाँवों में होंगे सास-बहू सम्मेलन



जैसलमेर , 24 दिसम्बर/राजस्थान के उच्च प्रजनन दर वाले जिलों में शामिल जैसलमेर के 192गांवाें मेंमिशन परिवार विकास के द्वितीय चरण मेंचिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सास - बहू सम्मेलनों का आयोजन 26 दिसम्बर, गुरुवार से शुरू होगा। आयोजनों का यह क्रम 17 जनवरी तक चलेगा।



यह जानकारी देते हुए उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ. आर.पी.गर्ग ने बताया कि डॉ. गर्ग ने बताया कि जिले में प्रथम चरण अन्तर्गत 448 गाँवों मेंसास-बहू सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है। गांवों में आयोजित इन सम्मेलनों में सास-बहू के बीच प्रजनन एवं परिवार नियोजन के सम्बन्ध में अपने अनुभवों को साझा करने के लिए एएनएम एवं आशा सहयोगिनी द्वारा प्रेरित किया जाएगा।



उन्होंने बताया कि सम्मेलन में उपस्थित सास-बहू के जोड़ों को सीमित परिवार के लाभ, लड़के व लड़की के विवाह की सही आयु , विवाह के पश्चात कम से कम दो वर्ष बाद पहला बच्चा, पहले व दूसरे बच्चे में कम से कम 3 वर्ष का अंतर रखने, परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनों, अंतरा इंजेक्शन व परिवार कल्याण के तहत दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर चर्चा की जाएगी।



सास-बहू सम्मेलनों के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित परिवार नियोजन एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के साथ ही भ्रांतियों को दूर करने का भी प्रयास किया जाएगा।

जैसलमेर में बुधवार को महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह

जैसलमेर में बुधवार को महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह

जैसलमेर, 24 दिसम्बर/जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में 25 दिसम्बर, बुधवार को प्रातः 10 बजे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना अन्तर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से महिला सशक्तिकरण सम्मेलन एवं लाडो सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।

उप निदेशक राजेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि यह कार्यक्रम अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद के मुख्य आतिथ्य एवं जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में होगा।

कार्यक्रम में विधायक रूपाराम, जिलाप्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, पंचायत समितियों के प्रधान अमरदीन(जैसलमेर), उषा सुरेन्द्रसिंह भाटी(सम) एवं वहीदुल्ला मेहर विशिष्ट अतिथि होंगे।

इस कार्यक्रम में कक्षा दसवीं एवं बारहवीं  में प्रतिभाशाली एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को चैक प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा तथा महिलाओं से संबंधित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

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जैसलमेर पुलिस थाना झिझनियाली हल्का में यौन उत्पीड़न का आरोपी तुरंत गिरफतार

 जैसलमेर पुलिस थाना झिझनियाली हल्का में यौन उत्पीड़न का आरोपी तुरंत गिरफतार

पुलिस अधीक्षक महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ अपराध करने वालों के खिलाफ सख्त

अपराधियों को बख्सा नहीं जायेगा, जल्द से जल्द कार्यवाही कर त्वरित सजा दिलाई जायेगी
       
   

 जैसलमेर रविवार  को  एक प्रार्थी ने पुलिस थाना झिझनियाली में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी भतीजी के साथ सिहड़ार गांव के नरेन्द्रसिंह पुत्र बख्तावरसिंह रावणा राजपूत ने बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न किया हैं। उक्त प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर डाॅ0 किरन कंग सिधू द्वारा महिला अपराध अनुसंधान प्रकोष्ठ जैसलमेर मुकेष चावड़ा आरपीएस को तुरंत कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये।
टीम का गठन
  निर्देेषों की पालना में महिला अपराध अनुसंधान प्रकोष्ठ जैसलमेर मुकेष चावड़ा आरपीएस के सुपरविजन में रीडर माधोसिंह हैड कानि, विमला महिला कानि0 व नरेन्द्रसिंह कानि0, चालक शेरसिंह व पुलिस थाना झिझनियाली से प्रभारी थाना बांकसिंह सउनि, कानि0 राजेष कुमार, हमीरसिंह, प्रेमसिंह चालक की टीम गठित की गई।
पुलिस द्वारा आरोपी तुरंत गिरफ्तार
          प्रकरण मंे अनुसंधान अधिकारी मुकेष चावड़ा मय टीम द्वारा मौका पर पहुंच, पीड़िता से अनुसंधान कर मौका निरीक्षण कर आरोपी नरेन्द्रसिंह पुत्र बख्तावरसिंह जाति रावणा राजपूत निवासी सिहड़ार पुलिस थाना झिझनियाली जिला जैसलमेर को तत्काल गिरफतार किया गया, प्रकरण मंे अग्रीम अनुसंधान जारी हैं।