बाड़मेर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर किया प्रदर्षनी का आयोजन
उपभोक्ताआंे को उनके अधिकारांे के प्रति जागरूक करें : अंशदीपराष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर सूचना केन्द्र मंे हुआ प्रदर्शनी का आयोजनबाड़मेर, 24 दिसंबर। उपभोक्ताआंे को उनके अधिकारांे की जानकारी देकर जागरूक किया जाए ताकि उनके अधिकारांे का हनन नहीं हो। इसके लिए समय-समय पर जागरूकता गतिविधियां चलाई जाए। जिला कलक्टर अंशदीप ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर सूचना केन्द्र में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि उपभोक्ताआंेेे को उनके अधिकारांे के प्रति जागरूक करने मंे विभागांे की महत्वपूर्ण भूमिका है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत उपभोक्ताआंे के कई अधिकार है। लेकिन इसकी जानकारी के अभाव मंे उपभोक्ताआंे को उनके अधिकार नहीं मिल पाते है। उन्हांेने कहा कि समय-समय पर विभिन्न गतिविधियांे के जरिए बाजार मंे उपभोक्ताआंे के साथ होने वाली धोखाधड़ी, मिलावटी सामान, कम नाप-तौल, गारंटी के बाद सेवाएं नहीं मिलने के बारे मंे उपभोक्ताआंे को जागरूक करने का प्रयास किया जाए। उन्हांेने विभागीय अधिकारियांे को खाने-पीने की वस्तुआंे, पेट्रोल मंे मिलावट के बारे मंे आमजन को सहज एवं सरल तरीके अवगत कराने के निर्देश दिए। ताकि आम आदमी आसानी से गलत एवं सही की पहचान कर सके।
उन्होने कहा कि उपभोक्ताआंे को जागरूक बनाने, उनके हितांे की रक्षा करने एवं न्याय दिलाने की दिशा मंे सार्थक प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि उपभोक्ताआंे को जागरूक किया जाए कि वे उपभोक्ता खरीदे गए माल अथवा सेवा का बिल आवश्यक रूप से लें। बिल मंे माल की प्रकृति, मात्रा, दर, गुणवत्ता का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए। बिल लेते समय यह ध्यान रखें कि बिल मंे व्यापारी का नाम, जीएसटी एवं बिल नंबर, दिनांक, माल का विवरण सही-सही लिखा हो। जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने उपभोक्ता दिवस के इतिहास, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान विभिन्न विभागीय अधिकारियांे की ओर से उपभोक्ताआंे एवं उनके विभागांे की भूमिका के बारे मंे बताया गया। इससे पहले जिला कलक्टर अंशदीप ने सूचना केन्द्र मंे राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य मंे प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने डेयरी के अधिकारियांे को दूध की गुणवत्ता की जांच कराने की प्रक्रिया से आमजन को अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्हांेने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियांे को उपभोक्ताओं के अधिकारों के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्हांेने पेट्रोल के नमूनांे की जांच की प्रक्रिया को देखा। उन्हांेने कहा कि फिल्टर पेपर से पेट्रोल की जांच के बारे मंे आमजन को बताया जाए ताकि वह अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक हो। प्रदर्शनी मंे जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने विभिन्न विभागांे की ओर से स्थापित किए गए काउंटरांे एवं उपभोक्ताआंे के अधिकारांे के बारे मंे जानकारी दी। प्रदर्शनी में डेयरी की ओर से शुद्ध दूध की जॉच करने, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य पदार्थाें की जांच, डिस्काम की ओर से विद्युत मीटर की जांच, महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पोषाहार, रसद विभाग की ओर से पास मशीन से खाद्य सामग्री वितरण के बारे मंे काउंटर स्थापित कर जानकारी दी गई। इसी तरह पेट्रोल में मिलावट की स्पॉट जॉच करने, गैस एजेन्सियों की ओर एलपीजी सलेण्डर के उपभोग, ईधन की बचत कीे जानकारियां दी गई। प्रदर्शनी में उपभोक्ताओं ने सम्मिलित होकर उपभोक्ता जागरूकता से संबंधित जानकारियां प्राप्त की। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग उप निदेशक सती चौधरी, डेयरी के उप प्रबन्धक श्याम सुन्दर पुरोहित, जलदाय विभाग के सहायक अभियन्ता रिकंल शर्मा, कनिष्ट अभियन्ता जयरामदास, खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
उपभोक्ताआंे को उनके अधिकारांे के प्रति जागरूक करें : अंशदीपराष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर सूचना केन्द्र मंे हुआ प्रदर्शनी का आयोजनबाड़मेर, 24 दिसंबर। उपभोक्ताआंे को उनके अधिकारांे की जानकारी देकर जागरूक किया जाए ताकि उनके अधिकारांे का हनन नहीं हो। इसके लिए समय-समय पर जागरूकता गतिविधियां चलाई जाए। जिला कलक्टर अंशदीप ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर सूचना केन्द्र में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि उपभोक्ताआंेेे को उनके अधिकारांे के प्रति जागरूक करने मंे विभागांे की महत्वपूर्ण भूमिका है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत उपभोक्ताआंे के कई अधिकार है। लेकिन इसकी जानकारी के अभाव मंे उपभोक्ताआंे को उनके अधिकार नहीं मिल पाते है। उन्हांेने कहा कि समय-समय पर विभिन्न गतिविधियांे के जरिए बाजार मंे उपभोक्ताआंे के साथ होने वाली धोखाधड़ी, मिलावटी सामान, कम नाप-तौल, गारंटी के बाद सेवाएं नहीं मिलने के बारे मंे उपभोक्ताआंे को जागरूक करने का प्रयास किया जाए। उन्हांेने विभागीय अधिकारियांे को खाने-पीने की वस्तुआंे, पेट्रोल मंे मिलावट के बारे मंे आमजन को सहज एवं सरल तरीके अवगत कराने के निर्देश दिए। ताकि आम आदमी आसानी से गलत एवं सही की पहचान कर सके।
उन्होने कहा कि उपभोक्ताआंे को जागरूक बनाने, उनके हितांे की रक्षा करने एवं न्याय दिलाने की दिशा मंे सार्थक प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि उपभोक्ताआंे को जागरूक किया जाए कि वे उपभोक्ता खरीदे गए माल अथवा सेवा का बिल आवश्यक रूप से लें। बिल मंे माल की प्रकृति, मात्रा, दर, गुणवत्ता का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए। बिल लेते समय यह ध्यान रखें कि बिल मंे व्यापारी का नाम, जीएसटी एवं बिल नंबर, दिनांक, माल का विवरण सही-सही लिखा हो। जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने उपभोक्ता दिवस के इतिहास, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान विभिन्न विभागीय अधिकारियांे की ओर से उपभोक्ताआंे एवं उनके विभागांे की भूमिका के बारे मंे बताया गया। इससे पहले जिला कलक्टर अंशदीप ने सूचना केन्द्र मंे राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के उपलक्ष्य मंे प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने डेयरी के अधिकारियांे को दूध की गुणवत्ता की जांच कराने की प्रक्रिया से आमजन को अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्हांेने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियांे को उपभोक्ताओं के अधिकारों के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्हांेने पेट्रोल के नमूनांे की जांच की प्रक्रिया को देखा। उन्हांेने कहा कि फिल्टर पेपर से पेट्रोल की जांच के बारे मंे आमजन को बताया जाए ताकि वह अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक हो। प्रदर्शनी मंे जिला रसद अधिकारी अश्विनी गुर्जर ने विभिन्न विभागांे की ओर से स्थापित किए गए काउंटरांे एवं उपभोक्ताआंे के अधिकारांे के बारे मंे जानकारी दी। प्रदर्शनी में डेयरी की ओर से शुद्ध दूध की जॉच करने, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य पदार्थाें की जांच, डिस्काम की ओर से विद्युत मीटर की जांच, महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पोषाहार, रसद विभाग की ओर से पास मशीन से खाद्य सामग्री वितरण के बारे मंे काउंटर स्थापित कर जानकारी दी गई। इसी तरह पेट्रोल में मिलावट की स्पॉट जॉच करने, गैस एजेन्सियों की ओर एलपीजी सलेण्डर के उपभोग, ईधन की बचत कीे जानकारियां दी गई। प्रदर्शनी में उपभोक्ताओं ने सम्मिलित होकर उपभोक्ता जागरूकता से संबंधित जानकारियां प्राप्त की। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग उप निदेशक सती चौधरी, डेयरी के उप प्रबन्धक श्याम सुन्दर पुरोहित, जलदाय विभाग के सहायक अभियन्ता रिकंल शर्मा, कनिष्ट अभियन्ता जयरामदास, खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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