ब्रह्मा सृजन के देवता हैं और विष्णु तथा शिव के अतिरिक्त हिन्दू देवत्रयी में से एक हैं। ब्रह्म पुराण के अनुसार भगवान ब्रह्मा मनु के पिता हैं और समस्त मानव जाति मनु की ही सन्तति है। इसीलिए समस्त पौराणिक आख्यानों में भगवान ब्रह्मा को परमपिता की संज्ञा दी गई है। हिन्दू परम्परा के अनुसार वेदों की रचना भगवान ब्रह्मा ने ही की है तथा इनकी पत्नी देवी सरस्वती हैं।
वैदिक सन्दभरें में भगवान ब्रह्मा को 'प्रजापति' के नाम से उद्धृत किया गया है। यद्यपि सभी हिन्दू संस्कारों में भगवान ब्रह्मा की प्रार्थना का विधान है, किन्तु फिर भी बहुत कम मंदिर ऐसे हैं जो विशेषकर ब्रह्म आराधना के लिए समर्पित हैं। आइये बताते हैं आपको ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में जो प्रमुखत: भगवान ब्रह्मा की पूजा-अर्चना के लिए जाने जाते हैं।
जगत-पिता ब्रह्मा मंदिर (पुष्कर, अजमेर)- संसार में स्थित भगवान ब्रह्मा के सभी मंदिरों में यह सबसे प्रमुख मंदिर है जो राजस्थान प्रदेश में पवित्र पुष्कर झील के किनारे स्थित है। यद्यपि वर्तमान मंदिर का स्थापत्य 14वीं शताब्दी का है पर यह मंदिर 2000 साल पुराना मन जाता है और मुख्यत: संगमरमर व प्रस्तर-खण्डों का बना है। मंदिर का हंसरूपी शिखर विशिष्ट लाल रंग का है।
आदि ब्रह्मा मंदिर (खोखन, कुल्लू)- यह मंदिर हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी में भुंतर कस्बे से 4 किमी उत्तर में स्थित काष्ठ की एक विशाल संरचना है। इस मंदिर के केंद्र में भगवान आदि ब्रह्मा जी की प्रतिमा है जिनके बाएं तरफ़ 'गढ़-जोगनी' तथा दाएं तरफ 'मणिकरण-जोगनी' की प्रतिमाएं स्थापित हैं।
यह चार मंजिल मंदिर 20 मीटर ऊंचा है तथा इसका शिल्प प्रसिद्ध पैगोडा बौद्ध मंदिरों के समान है।
ब्रह्मा मंदिर (असोतरा, बाड़मेर)- यह मंदिर राजस्थान के बाड़मेर जिले में बालोतरा शहर से 10 किमी की दुरी पर स्थित है। मंदिर का मुख्य सभागार जैसलमेर के प्रसिद्ध पीले पत्थरों से निर्मित है तथा बाकी पूरा मंदिर जोधपुरी पत्थरों से बना है। भगवान श्री ब्रह्मा जी की प्रतिमा संगमरमर की बनी है जिसकी नक्काशी अद्वितीय है. यहां प्रतिदिन 200 किग्रा अन्न पक्षियों को खिलाया जाता है।
परब्रह्म मंदिर (ओचिरा, कोल्लम)- केरल प्रदेश के कोल्लम तथा अल्लपुझा जिलों की सीमा पर स्थित यह मंदिर एक पवित्र तीर्थस्थल है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां न तो कोई भवन संरचना (दीवार, छत आदि) है और न ही कोई गर्भ-गृह है जिसमे देवप्रतिमा स्थापित हो। भक्त यहां स्थित एक बरगद के पेड़ के मूल-भाग की पूजा करते हैं।
उत्तमार कोइल ब्रह्मा मंदिर (तिरुचिरापल्ली)- तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के बाहरी भाग में स्थित यह मंदिर हिन्दू देव-त्रयी (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) को समर्पित है. इस मंदिर का स्थापत्य द्रविड़ियन शैली का है और यह मध्ययुगीन चोल शासकों द्वारा 8वीं शताब्दी में निर्मित हुआ है। इस ऐतिहासिक मंदिर में प्रत्येक हिन्दू देव-त्रयी एवं उनसे सम्बद्ध देवियों के पूजा-अर्चन के लिए छ: भिन्न पीठ हैं।
थिरुनागेश्वरम ब्रह्मा मंदिर (कुम्बकोनम, तंजावुर)- तमिलनाडु प्रदेश के तंजावुर जिले से 40 किमी दूर मंदिरों के शहर कुम्बकोनम में स्थित यह मंदिर वैसे तो मुख्यत: भगवान शिव को समर्पित है, किन्तु इसमें भगवान ब्रह्मा का मंदिर भी एक अलग पीठ में स्थापित है। इस मंदिर के गर्भ-गृह में परमपिता ब्रह्मा अपने त्रिमुख रूप में देवी सरस्वती के साथ विराजमान हैं।
ब्रह्मा मंदिर (खेद्ब्रह्मा, साबरकंठा)- गुजरात प्रदेश के साबरकंठा जिले में खेद्ब्रह्मा तालुका में स्थित है यह मंदिर. यह एक पौराणिक क्षेत्र है जो तीन छोटी नदियों (हिरनाक्षी, भीमाक्षी, एवं कोसाम्बी) के संगम पर है और इसके आगे यह हर्नाव नाम से जानी जाती है जो आगे जा कर साबरमती नदी में मिल जाती है. यह मंदिर 11वीं या 12वीं शताब्दी का निर्मित है और इसके निकट एक अति प्राचीन सीढि़यों वाला कुआँ भी है जिसे ब्रह्म वाव या अदिति वाव नाम से जाना जाता है।
ब्रह्मा मंदिर (वालपोई, सत्तारी)- यह मंदिर उत्तरी गोवा के सत्तारी तालुका में वालपोई मुख्यालय से 7 किमी एवं पंजिम से लगभग 60 किमी दूर ब्रह्मा कारम्बोलिम गांव में स्थित है। यह मंदिर 5वीं शताब्दी का निर्मित माना जाता है। यहां स्थापित ब्रह्मा जी की प्रतिमा एक विशाल काली बेसाल्ट पत्थर की चट्टान से बनाई हुई है जो प्राचीन कदम्बा कला का बेहतरीन नमूना है।
ब्रह्मपुरेश्वर मंदिर (तिरुपत्तूर, त्रिची)- यह मंदिर तमिलनाडु प्रान्त के तिरुचिरापल्ली जिले में स्थित है और इसके मुख्य आराध्य देव भगवान शिव है. इस मंदिर में ही परमपिता ब्रह्मा का भी एक भिन्न पीठ स्थापित है। यहां भक्तगण कमल के पुष्प पर विराजमान ब्रह्मा जी की ध्यानमग्न पद्मासन प्रतिमा का दर्शन कर सकते हैं
चतुर्मुख ब्रह्मा मंदिर (चेबरोलु, गुंटूर)- आन्ध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में चेबरोलु कस्बे में स्थित है चतुर्मुख ब्रह्मा जी का मंदिर. इस मंदिर में परमपिता ब्रह्मा की चार मुखों वाली प्रतिमा स्थापित है। यह मंदिर आज से लगभग 200 साल पहले राजा वासिरेड्डी वेंकटाद्री नायडू ने बनवाया था।
मोबाइल के जरिए भेजे जाने वाले "एसएमएस" और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर की "चैटिंग" की भाषा ने इंग्लिश की टांग ही तोड़ दी है। दरअसल अब युवा स्कूल-कालेज की पढ़ाई और ग्रामर की दुनिया से अलग अपनी सुविधा के मुताबिक स्पेलिंग की अनदेखी कर शब्दो को छोटा करने के लिए उनका स्वरूप बदल रहे हैं।
मौजूदा दौर में इंटरनेट पर चैटरूम और सोशल नेटवर्किग में युवा अंग्रेजी शब्दों की स्पेलिंग्स में व्यापक बदलाव कर एक नई तरह की डिक्शनरी इजाद कर चुके हैं। ज्यादातर युवा रफ्तार से टाइप करने के चक्कर में या तो शब्दों की स्पेलिंग को छोटा कर लिख रहे हैं, या उनकी स्पेलिंग उच्चारण के आधार पर बदल रहे हैं।
आधुनिक समय की तेज जीवनशैली की रफ्तार के अनुसार ढल चुकी इस नई भाषा में "ओके" को केवल "के", गुड मार्निग को "जीएम", गुड नाइट को "जीएन", बीकॉज को "बीसोओजेड" लिखना आम बात हो चला है। वहीं हिंदी का हां अब अंग्रेजी के "हम्म..." में तब्दील हो चुका है।
प्यार का इजहार करने वाले प्रेमी पहले से ही आई लव यू को "आईएलयू" लिखते आए हैं। इतना ही नहीं अब अंग्रेजी के वाक्यों को भी एक शब्द में पिरोया जा चुका है। मसलन "ऎज सून ऎज पॉसिबल अब "एएसएसपी" बन चुका है। टेक केयर को "टीसी" लिखकर काम चलाया जा रहा है।
अहम बात यह है कि इन शब्दों को युवाओं के बीच मान्यता भी मिलती जा रही है। एक सर्वे के मुताबिक 18 से 24 साल के 66 फीसदी युवा मानते हैं कि मौजूदा शब्दकोशों में कई शब्दों की अलग-अलग स्पेलिंग भी दिखाई देती है। 22 प्रतिशत का कहना है कि इस चलन से वे शब्दों की सही स्पेलिंग भूल गए हैं और ई-मेल लिखते वक्त स्पेल-चैक ऑप्शन के इस्तेमाल के बिना उनका आत्मविश्वास कमजोर होता है।
खासतौर से भाषा के इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर उन बच्चों पर पड़ रहा है, जिनका जन्म कंप्यूटर के युग में हुआ है और आने वाले समय में अगर इंग्लिश का पूरी तरह से एक नया रूप ही सामने आए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।
बड़ी खबर। …… तालिबान , सिंध प्रान्त से हिन्दुओ को खदेड़ रहे भारत, थार एक्सप्रेस बनी जरिया
चन्दन सिंह भाटी
बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के सरहदी बाड़मेर जिले के ठीक सामने स्थित पाकिस्तान की सीमा पर बसे सिंध प्रान्त से हिन्दुओ का पलायन जारी हें। सिंध प्रान्त के कई हिन्दू बाहुल्य गाँव आज हिन्दू विहीन हो गए वाही कई गाँवों के लोग पलायन कि तयारी में जूट हें। सिंध प्रान्त से हिन्दुओ को खदेड़ने में पाकिस्तान सरकार और तालिबानी अपने मकसद में कामयाब हो रहे हें। साथ ही सिंध प्रान्त से हिन्दुओ के पलायन के प्रथम चरण के बाद पश्चिमी राजस्थान कि सीमा पर तालिबान और आई एस आई अपनी गतिविधिया ना केवल बढ़ने वाले हें बल्कि इस सरहद को भारत विरोधी गतिविधियो का केंद्र बनाने कि योजना हें
खुफिया विभाग के सूत्रो ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि आम तौर पर बाड़मेर जिले कि सरहद मुनाबाव से पाकिस्तान के खोखरापार के मध्य चलने वाली थार एक्सप्रेस से पाकिस्तान से आने वाले जज़ारो परिवार भारत आकर बस गए वो पाकिस्तान नहीं लौट रहे। यह सभी पाक नागरिक सिंध प्रान्त के हें इनमे से अधिकांस रहिमयारखां जिले के हिन्दू हें। सूत्रानुसार पाकिस्तान सरकार सिंध प्रान्त कि आज़ादी के लिए जिए सिंध और एम् क्यों एम् द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन को कुचलने के लिए तालिबान और आई एएस आई कि मदद से सिंध प्रान्त से सोची समझी रणनीति के तहत हिन्दू विहीन करने में जूट हें ,इस योजना में पाकिस्तान कामयाब हो रहा हें वाही भारत सरकार पाकिस्तान के मंसूबो को समझने में नाकाम रही हें। भारत सरकार पाकिस्तान से पलायन कर आ रहे हिन्दुओ को पनाह दे रही हें ,
सुरक्षा एजेंसियो कि माने तो गत दो सालो में थार एक्सप्रेस से कोई पेंतालीस हज़ार यात्री भारत आये जिसमे से करीब छह हज़ार हिन्दू पाक नागरिक वापस पाकिस्तान नहीं लौटे। पाकिस्तान से तअलीबर और आई एस आई के सताए हिन्दू परिवार वापस लौटना नहीं चाहते। जिसके चलते हिन्दू परिवार पश्चिमी राजस्थान में स्थायी रूप से बस गए ,बाड़मेर जिले में कोई सेकड़ो परिवार पिछले चार सालो में आकर पाक हिन्दू परिवार अवैध रूप से बस गए हें। इन लोगो ने यहाँ आकर अपने वोटर आई कार्ड और राशन कार्ड तक बना लिए।
तालिबानी लडके येन केन प्रकरण सिंध प्रान्त को हिन्दुओ से मुक्त करना चाहते हें। क्यूंकि उनके मूवमेंट में हिन्दू बाधक बन रहे हें। तालिबान से सोची समझी रणनीति के तहत सिंध से हिन्दुओ को खदेड़ भारत भेजना शुरू कर दिया। सिंध प्रान्त के सांगड तालुका से अधिकांस हिन्दू परिवार अपना सब कुछ छोड़ कर भारत आ चुके हें। थार एक्सप्रेस के प्रत्येक फेरे में पाकिस्तान से पलायन कर भारत आने वाले हिन्दू परिवारो का सिलसिला जारी हें।
खुफिया एजेंसियो का मानना हें कि भारत सरकार को हिन्दुओ के इस पलायन को गम्भीरता से लेना चाहिए। हिन्दू सिंध में हें तब तक पश्चिमी राजस्थान कि सरहद तालिबानियों से सुरक्षित हें। सिंध हिन्दू विहीन हो गया तो तालिबान अपने नापाक इरादो में कामयाब हो जायेगा। आने वाले दस सालो में तालिबान कि भारत विरोधी गतिविधियों का केंद्र बिंदु पश्चिमी राजस्थान कि सरहद होगी।
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वाराणसी. एक विदेशी जोड़े की प्रेम कहानी की शुरुआत दो साल पहले काशी में हुई थी। शनिवार को यही प्रमी जोड़ा गंगा की गोद में सात जन्मों के बंधन में बंध गया। इंग्लैंड का दूल्हा रोबेट और स्पेन की दुल्हनियां क्रिस्टीना ने काशी में एक-दूसरे से हिन्दू रीति-रिवाजों के साथ शादी कर ली। शादी भी ऐसी अनोखी की बजड़े के अंदर ही मंडप और सात फेरे हुए।
क्या बताया विदेशी जोड़े ने
रोबेट ने बताया कि दो साल पहले वह भारत भ्रमण पर काशी आया था। इसी दौरान अस्सी घाट पर पहली बार स्पेन की रहने वाली क्रिस्टीना से मुलाकात हो गई। दोनों ही शहर में अजनबी थे। बनारस के गंगा घाटों पर काफी दिनों तक एक साथ घूमते-घूमते कब प्यार हो गया पता ही नहीं चला। फिर क्या था उसी समय दोनों ने निश्चय कर लिया था कि जहां दोनों को प्यार हुआ शादी भी वहीं करेंगे।
क्रिस्टीना ने बताया कि उनको बनारसी साड़ी बहुत पसंद है। शादी के लिए मां गंगा की गोद से अच्छी कोई जगह नहीं है। प्यार के बाद नए जीवन की शुरुआत भी दोनों ने मां गंगा से ही की है।
बराती ललित ने बताया कि स्पेन की क्रिस्टीना और इंग्लैंड के रोबेट ने अपने प्यार को शादी के अटूट बंधन में बांध लिया। यह शादी गंगा कि धारा में एक बजड़े के अंदर पूरे हिन्दू रीति-रिवाज से गंगा के बीचों-बीच हुई।
उदयपुर। भीलवाड़ा मूल के उदयपुर निवासी कोगटा दम्पती राम कोगटा व ललिता कोगटा का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हो गया है।
कोगटा दंपती के दो रिकॉर्ड "गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स" में शामिल कर लिए गए हैं। इनमें से पहला 14 सितंबर 2013 तक 10631 प्रकार के गणेशजी की मूर्तियां और पेंटिंग्स शामिल हैं। दूसरी में गणेशजी की 14 सितंबर 2013 तक 2930 मूर्तियां शामिल हैं।
25 वर्ष राम और ललिता कोगटा ने 11000 तरह के गणेश भगवान की मूर्तियां व पेंटिंग्स संग्रहित की हैं। उल्लेखनीय हैं कि राम कोगटा चार्टर्ड अकाउंटेन्ट एवं कम्पनी सचिव हैं।
उनकी पत्नी ललिता उदयपुर महिला अरबन कॉ-ऑपरेटिव बैंक की निदेशक हैं। इनका बेटा देवाशीष भी 800 से अधिक गणेश जी के मुक्त हस्त स्केच बना चुका है।
राम ने बताया कि समय-समय पर वह गणपत्ति के विभिन्न स्वरूपों को शिल्पग्राम, सिटी पैलेस, बागौर की हवेली व मुंबई, दिल्ली में प्रदर्शित कर चुके हैं।
2009 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, 2013 में इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक में कोगटा दम्पत्ति का नाम दर्ज किया गया।
जयपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन से सम्बन्घित मामले में खोजबीन शुरू हो गई है। राजस्व मंडल सभी जिला कलक्टरों से इस जमीन के खरीद-बेचान का रिकॉर्ड जुटा रहा है।इधर बाड़मेर जिला कलेक्टर ने इस सन्दर्भ में एक लाइन का जवाब भेज दिया राजस्व मंडल को कि रॉबर्ट वाड्रा के नाम से बाड़मेर में कोई जमीं नहीं खरीदी गयी
सूत्रों से पता चला है कि मंडल ने कलक्टरों से उनके यहां वाड्रा की जमीन और उसके स्थान के बारे में जानकारी मांगी है, जमीन की कीमत के बारे में पूछा गया है।
बताया जाता है कि वाड्रा की जमीन के बारे में एक विधायक ने सवाल लगाया है, उसी के लिए यह जानकारी एकत्र की जा रही है। इस जमीन के मामले में राज्य के चार भाजपा सांसद भी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखकर जांच की मांग कर चुके हैं।
केन्द्रीय मंत्री पर सरकारी भूमि हड़पने का आरोप
केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह पर मिलीभगत कर अलवर जिले में कब्रिस्तान व गैर मुमकिन रास्ते की बेशकीमती भूमि हड़पने का आरोप सामने आया है। सूचना का अधिकार कार्यकर्ता अशोक पाठक ने शनिवार को यहां मीडिया को इसके दस्तावेज मुहैया कराए।
उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह ने 2009 में सांसद बनने पर अलवर के उपखण्ड़ अधिकारी से सुनवाई का आग्रह किया, इसके लिए पेश प्रार्थना पत्र में जून 2005 में करीब 30 बीघा जमीन का वाद खारिज होने और मूल वादी तेजसिंह की मृत्यु होने का तथ्य छिपाया।
अक्टूबर 2011 में तत्कालीन एसडीओ नारायण सिंह ने आरोपी के पक्ष में फैसला कर दिया, जबकि पुन: सुनवाई का अधिकार ही नहीं था। प्रार्थना पत्र में पत्रावली गायब बताई, वह आरटीआई में शिकायतकर्ता को मिल गई है। जितेन्द्र सिंह के मोबाइल पर सम्पर्क किया गया, तो स्विच ऑफ बताया गया।
टैंकर में सांचौर जा रहा लाखों का डोडा-पोस्त बरामद सांडेराव(पाली). सांडेराव थाना पुलिस ने सीमेंट मिक्सर के टैंकर में भरा हुआ भारी मात्रा में अवैध डोडा-पोस्त पकडऩे में सफलता हासिल की है। आरोपी 71 बोरों में भरा हुआ करीब 14 क्ंिवटल डोडा-पोस्त टैंकर में लेकर सांचोर की तरफ जा रहा था, मगर सांडेराव थाना पुलिस की नाकाबंदी के दौरान पकड़ में आ गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर डोडा-पोस्त बरामद कर टैंकर को भी जब्त कर लिया है। बरामद किए गए मादक पदार्थ की कीमत करीब 20 लाख रुपए बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार एसपी जयनारायण शेर के आदेश पर की जा रही विशेष जांच अभियान के तहत सांडेराव थाना परिसर के बाहर नेशनल हाईवे-14 पर नाकाबंदी की जा रही थी। इस दौरान थाना प्रभारी राजेंद्रसिंह चारण की अगुवाई में नाकाबंदी पर खड़े पुलिस दल ने इस मार्ग से गुजर रहे सीमेंट मिक्सर टैंकर जीजे. 6 वाई 6552 को रुकवाकर उसकी तलाशी ली तो सीमेंट मिक्सर में प्लास्टिक के बोरों में अवैध रूप से डोडा-पोस्त भरा हुआ मिला। पुलिस कार्रवाई को देखकर चालक मेडागांव (चितलवाना) जालोर निवासी मांगीलाल पुत्र रघुनाथ विश्नोई ने पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार होने का प्रयास किया, मगर पुलिस दल में शामिल एएसआई मूलसिंह, बुद्घाराम, मुख्य आरक्षी लक्ष्मणसिंह राजपुरोहित समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने 71 बोरों में भरा हुआ कुल 14 किलो डोडा-पोस्त बरामद कर लिया है। आरोपी से पूछताछ कर अन्य आरोपियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। साथ ही उससे पूछताछ कर इसके सप्लाई होने वाले स्थान व सप्लाई करने वाले तस्कर के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एमपी के मंदसौर से लाया जा रहा था मादक पदार्थ : आरोपी से की गई पूछताछ के दौरान पता चला कि यह डोडा-पोस्त मध्यप्रदेश के मंदसौर से भरकर लाया जा रहा था। इसे सांचोर इलाके के गांवों में डोडा-पोस्त के तस्करों को सप्लाई करना था। पुलिस को पता चला है कि चालक के साथ अन्य आरोपी भी हो सकते हैं, जो संभवत- इस टैंकर के आगे गाड़ी से एस्कोर्टिंग कर रहे थे। इस बारे में पता लगाया जा रहा है। तस्करों ने बदल दिया तस्करी का तरीका आरोपियों ने पुलिस को चौकन्ना होने के बाद अपनी तस्करी का तरीका भी बदल दिया है। पहले आरोपी मादक पदार्थों की तस्करी में ट्रक समेत अन्य वाहनों का उपयोग करते थे। इसके बाद पुलिस की ट्रकों पर बढ़ती नजर को देखते हुए तस्करों ने लग्जरी गाडिय़ों व बोलेरो जीप को इस अवैध कारोबार का जरिया बना लिया था। इसमें भी पुलिस की नजरें पैनी होने तथा ऐसे वाहनों के पकड़े जाने का अधिक खतरा पैदा होने के बाद अब आरोपियों ने ऐसे वाहनों का उपयोग शुरू कर दिया है, ताकि पुलिस को चकमा दिया जा सके। शनिवार को सांडेराव थाना पुलिस की तरफ पकड़े गए सीमेंट मिक्सर टैंकर में आरोपियों ने डोडा भर दिया था, मगर वे बच नहीं पाया। एकबारगी सीमेंट के मिक्सर टैंकर में डोडा-पोस्त की खेप देखकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई।
चितलवाना. अवैध शराब से भरी पकड़ी ट्रक।
इधर, अवैध शराब से भरा ट्रक जब्त, चालक गिरफ्तार
चितलवाना. एसपी के निर्देशानुसार जिले भर में की गई नाकाबंदी के दौरान चितलवाना पुलिस ने अवैध शराब से भरा ट्रक बरामद कर चालक को गिरफ्तार किया। थानाधिकारी रामवीर जाखड़ ने बताया कि चितलवाना पुलिस की सिवाड़ा चौकी पर नाकाबंदी के दौरान शाम करीब 5 बजे बाड़मेर की ओर से आ रहे ट्रक नंबर आर जे 14 जीबी 4114 को रोकने का इशारा किया लेकिन ट्रक नाकाबंदी तोड़ आगे बढ़ गया। इस पर चितलवाना पुलिस ने ट्रक का पीछा कर 2 किलोमीटर दूर झोटड़ा गांव के समीप रुकवाकर ट्रक की तलाशी ली। इस दौरान ट्रक मेंं अवैध शराब पाई गई। इस पर पुलिस ने ट्रक व उसके चालक भागीरथ उर्फ भेराराम पुत्र घमंडाराम जाट निवासी भूणिया को हिरासत में ले लिया। घटना की सूचना मिलने पर डिप्टी तुलसाराम चौधरी व सांचौर थाना प्रभारी भंवरलाल सिरवी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी।
रानी। अहमदाबाद से दिल्ली जाने वाली आश्रम एक्सप्रेस से बीती रात्रि रानी व हरिपुर के बीच चलती ट्रेन में पार्सल बोगी का ताला तोड़कर करीब दस लाख रूपए का सामान चोरी करने की वारदात का पर्दाफाश करते हुए रेलवे व रायपुर थाना पुलिस ने चोरी का माल बरामद किया है। माल पार्सल मे लगे जीपीएस के जरिए पकड़ मे आया है। हालांकि चोर फरार हो जाने मे कामयाब रहे। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। रायपुर थाना प्रभारी अनिल विश्नोई के अनुसार शुक्रवार शाम को अहमदाबाद से दिल्ली जा रही आश्रम एक्सप्रेस मे रानी स्टेशन से कुछ चोर चढ़ गए थे। उन्होंने पार्सल बोगी का ताला तोड़ अंदर रखे पार्सल बाहर फेंक दिए थे।
उनमें से 28 पार्सल चोर उठा ले गए। वहीं कई बड़े पार्सल ट्रेक से रेलवे पुलिस ने बरामद कर लिए। उन पार्सल मे कोरियर कम्पनी ने जीपीएस लगा रखा था। जांच मे लोकेशन रायपुर से तीन किलोमीटर दूर झूठा गंाव मे आई। दोपहर में मारवाड़ जंक्शन रेलवे पुलिस के थानाप्रभारी हंसराज मीणा जाप्ता के साथ रायपुर थाने पहुंचे। यहां से थानाप्रभारी अनिल विश्नोई रेलवे पुलिस के साथ झूठा गांव मे पहुंचे। लोकेशन झूठा निवासी इकबाल के घर की आने पर उसकी घर पर दबिश दी गई। दूर से पुलिस को आते देख इकबाल अपने साथियों के साथ फरार हो गया। पुलिस ने घर की तलाशी लेकर 23 पार्सल बरामद कर लिए।
दो माह पहले भी हुई थी वारदात
रेलवे पुलिस का कहना है कि दो माह पहले भी चोरों ने इसी ट्रेन से पार्सल चुराए थे। पुलिस को इस वारदात के पीछे राजस्थान व गुजरात के संयुक्त गिरोह का हाथ लग रहा है। पुलिस इसकी तह तक जाने मे जुटी है।
दस लाख का माल
रेलवे पुलिस ने बताया कि चोरों द्वारा चुराए गए पार्सल मे ब्रांडेड कम्पनी के कपड़े, सोने-चांदी के पॉलिस किए आभूषण सहित कई महंगी सामग्री थी। जिनकी लागत करीब दस लाख रूपए आंकी गई है।
बूंदी। जोनपुर शहर से शादी का झांसा देकर लाई गई एक युवती को दबलाना के निकट ग्राम शंकरपुरा में 3 लाख रूपए में बेचने का मामला सामने आया है।
पुलिस ने इस मामले में दो अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच बूंदी में स्थित मानव तस्करी यूनिट के प्रभारी करेंगे।
दबलाना थाना प्रभारी रोहित मीणा ने बताया कि गत 1 जनवरी को 20 वर्षीय युवती को शादी का झांसा देकर जोनपुर उत्तरप्रदेश निवासी हरिओम यहां ले आया। उसने युवती को 14 जनवरी को दबलाना थाने के शंकरपुरा निवासी खेमचंद कंजर को तीन लाख रूपए में बेच दिया।
अभियुक्त उसे बंदी बनाकर अनैतिक कार्य करवाता रहा। शनिवार को युवती किसी तरह निकल कर थाने मे पहुंची और थाना प्रभारी को आप बीती बताई। इस पर पुलिस उपाधीक्षक किशोरीलाल भी मौके पर पहुंचे और युवती से पूछताछ की
जोधपुर। निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में एक छात्रा ने अपनी ही सहपाठी छात्रा का नाम लिखकर अश्लील वीडियो विद्यार्थियों व सोशल साइट पर भेज दिया। आरोपियों ने पीडिता के परिजनों से पांच लाख रूपए भी मांगे। सदर बाजार थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
जांच कर रहे सदर कोतवाली थाना प्रभारी शंकरलाल के अनुसार भीतरी शहर में रहने वाली पीडिता के पिता की लिखित शिकायत पर दीक्षा परिहार, उसके पति योगेश परिहार व पति के एक मित्र के खिलाफ आईटी एक्ट तथा धमकाकर रूपए मांगने का मामला दर्ज कराया है।
रिपोर्ट में आरोप है कि बीस वर्षीय छात्रा निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में बी टेक द्वितीय वर्ष की छात्रा है। उसके साथ पढ़ने वाली आरोपी छात्रा व अन्य शाखा के छात्रों ने कुछ दिन पहले इंटरनेट से उसकी शक्ल से मिलता-जुलता अश्लील वीडियो अपलोड किया। इसके बाद आरोपियों ने वीडियो पर पीडित छात्रा का नाम लिख दिया और कुछ छात्रों को फेसबुक व व्हॉट्स एप के जरिए भेज दिया।
इसका पता चलने पर छात्रा सकते में आ गई। उसने परिजनों को आपबीती सुनाई। तब परिजनों ने आरोपी छात्रा के पति से मोबाइल पर बात कर ऎसा नहीं करने का आग्रह किया। तब आरोपी ने बदनाम नहीं करने की एवज में पांच लाख रूपए की डिमाण्ड की। राशि नहीं मिलने पर आरोपियों ने कॉलेज के कई और विद्यार्थियों को यह वीडियो भेज दिया। पीडिता को आशंका है कि आरोपियों ने उसकी शक्ल से मिलता-जुलता वीडियो अपलोड किया अथवा उसकी फोटो अश्लील वीडियो में नजर आ रही युवती के चेहरे पर लगाई है।
लंदन। एक अमेरिकी महिला ने अपने पति के साथ दोबारा ब्याह रचाया क्योंकि उसे पहली शादी के बारे में कुछ भी याद नहीं रहा। यह जानकारी शनिवार को मीडिया रिपोर्ट में सामने आई है।
डेली मेल के मुताबिक, फ्लोरिडा की अमांडा कार्थ (27) ने कोडी कार्थ से 10 माह पूर्व शादी की थी, लेकिन सुहागरात को ही एक दुर्लभ प्रकार की दिल की समस्या जिसे ब्रोकन हीट सिंड्रोम कहा जाता है, उत्पन्न हो गई। इस समस्या के उत्पन्न होने पर दिल काम करना बंद कर देता है।
उस घटना को याद करते हुए महिला के पति कोडी कार्थ ने कहा कि जगने के बाद उसने देखा कि उसकी नवविवाहिता सांस लेने के लिए संघर्ष कर रही है।
कार्थ ने कहा, मैंने उसे जकड़ कर पूछा क्या हुआ? क्या हुआ?
वह बिस्तर पर ही पसर गई और पति ने उसे जमीन पर लिटा कर जिंदा रहने की दुआ करते हुए कार्डियोपल्मोनरी रसटिक्सन (सीपीआर) प्रक्रिया अपनाई।
ह्वदयाघात से पीडित व्यक्ति को आक्सीजन देने और कृत्रिम रक्त संचार कराने के लिए सीपीआर एक शारीरिक प्रक्रिया है।
महिला में जीवन का संचार हुआ और उसे तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया गया जहां वह चार दिनों तक अचेत रही।
वह जिंदा तो बच गई, लेकिन उसे अपनी शादी के दिन की कोई याद नहीं रही। महिला ने कहा, मुझे शादी के दिन की कुछ भी याद नहीं।
जयपुर। नफरी की कमी से जूझ रहे पुलिस विभाग में कांस्टेबल के 12 हजार पदों की भर्ती आम चुनाव तक टल गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, भर्ती परीक्षा 9 फरवरी को ही कराने की तैयारी थी, जिसके लिए विभागीय स्तर पर जिलों से रिपोर्ट भी मांगी गई थी। इस बीच विधानसभा चुनाव के कारण रंगरूटों की ट्रेनिंग में देरी हुई, जिसके लोकसभा चुनाव के बाद ही पूरी होने की सम्भावना है।
कांस्टेबल के 12 हजार पदों के लिए करीब 11 लाख आवेदन आए हैं, लेकिन भर्ती में देरी के कारण विभाग में नफरी की कमी बरकरार रहेगी। इससे पहले विभाग में कांस्टेबल के 10 दस हजार पदों की भर्ती हुई थी। इसमें चयनित कांस्टेबलों की ड्यूटी विधानसभा चुनाव में लगी।
इस कारण डेढ़ महीने तक ट्रेनिंग नहीं हो सकी। इनकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही नई भर्ती में चयनित का नम्बर आएगा। इसके अलावा नई भर्ती में चयनित कांस्टेबलों को बिना ट्रेनिंग के भत्ता भी देना पड़ता।
सूत्रों के मुताबिक, फरवरी और मार्च में ही प्रदेशभर से करीब 700 पुलिसकर्मी व अधिकरी रिटायर्ड हो जाएंगे। ऎसे में यह भी सम्भावना है कि इस नई भर्ती में पदों की संख्या बढ़ सकती है।
द्वितीय श्रेणी शिक्षक की भर्ती परीक्षा 21 फरवरी से ही होगी
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जा रही द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथियां आगे नहीं की जाएंगी। आयोग ने स्पष्ट किया है कि परीक्षाएं पूर्व निर्घारित 21 फरवरी से ही होंगी।
कई अभ्यर्थियों ने 21 से 25 फरवरी तक होने वाली परीक्षाओं के दौरान अन्य परीक्षाओं के आयोजन का हवाला देकर ये तिथियां आगे करने की मांग की थी, लेकिन आयोग ने स्पष्ट किया है कि परिवर्तन नहीं होगा।
12 हजार कांस्टेबल की भर्ती की परीक्षा तिथि अभी तय नहीं हुई है। तिथि तय होने पर बता दिया जाएगा।
हेमंत पुरोहित, एडीजी हेड क्वार्टर, राजस्थान
जयपुर।मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को साफ कर दिया कि समस्याओं को तुरंत दूर नहीं किया जा सकता। इसमें वक्त लगेगा। साथ ही राजे ने पोषाहार में अंडे को शामिल करने से इनकार किया।
ओटीएस में भाजपा विधायकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजे ने कहाकि पांच साल की बीमारियां चुटकियों में दूर नहीं की जा सकती। इसके लिए समय लगेगा। सबको समझना होगा कि काम करने में समय लगेगा। उन्होंने कहाकि अभी तो सफाई की शुरूआत हुई है। पूरा काम होने में समय तो लगेगा ही। हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा।
अण्डे का वितरण नही
राजे ने स्पष्ट किया कि पोषाहार में अंडे को शामिल नहीं किया जाएगा। उन्होेने कहाकि कुछ दिनों से ये भ्रम है कि महिला बाल विकास विभाग पोषाहार में अण्डे का वितरण करेगा। उनकी सरकार हर काम जनभावना को ध्यान में रखते हुए करेगी। सरकार सबकी धार्मिक भावनाओं का आदर करेगी। इसलिए पोषाहार में अण्डे या ऎसी किसी चीज का वितरण नहीं किया जाएगा, जिससे धार्मिक भावना आहत हो।
जयपुर। जयपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। परिवार का वंश चलाने के नाम पर सुसर और देवर ने मिलकर युवती की अस्मत लूट ली। पीडिता पति नपुंसक है।
घटना जिले के नजदीकी सामोद थाने की है। पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। हालांकि मामले में किसी की गिरफ्तार नहीं हुई है। पीडिता राजधानी जयपुर में निवारू रोड पर रहती है। उसकी कु छ दिनों पहले ही शादी हुई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीडिता ने रिपोर्ट में बताया कि उसका पति संतान उत्पति के योग्य नहीं है। इसके चलते उसके कोई संतान नहीं है। इस पर उसके ससुर कैलाश ने अपने छोटे बेटे और महिला के देवर महेश से मिलकर उसके साथ बलात्कार किया। दोनों ने पीडिता को कहाकि वे ऎसा वंश को आगे बढ़ाने के लिए ऎसा कर रहे हैं।