वाराणसी. एक विदेशी जोड़े की प्रेम कहानी की शुरुआत दो साल पहले काशी में हुई थी। शनिवार को यही प्रमी जोड़ा गंगा की गोद में सात जन्मों के बंधन में बंध गया। इंग्लैंड का दूल्हा रोबेट और स्पेन की दुल्हनियां क्रिस्टीना ने काशी में एक-दूसरे से हिन्दू रीति-रिवाजों के साथ शादी कर ली। शादी भी ऐसी अनोखी की बजड़े के अंदर ही मंडप और सात फेरे हुए।
क्या बताया विदेशी जोड़े ने
रोबेट ने बताया कि दो साल पहले वह भारत भ्रमण पर काशी आया था। इसी दौरान अस्सी घाट पर पहली बार स्पेन की रहने वाली क्रिस्टीना से मुलाकात हो गई। दोनों ही शहर में अजनबी थे। बनारस के गंगा घाटों पर काफी दिनों तक एक साथ घूमते-घूमते कब प्यार हो गया पता ही नहीं चला। फिर क्या था उसी समय दोनों ने निश्चय कर लिया था कि जहां दोनों को प्यार हुआ शादी भी वहीं करेंगे।
क्रिस्टीना ने बताया कि उनको बनारसी साड़ी बहुत पसंद है। शादी के लिए मां गंगा की गोद से अच्छी कोई जगह नहीं है। प्यार के बाद नए जीवन की शुरुआत भी दोनों ने मां गंगा से ही की है।
बराती ललित ने बताया कि स्पेन की क्रिस्टीना और इंग्लैंड के रोबेट ने अपने प्यार को शादी के अटूट बंधन में बांध लिया। यह शादी गंगा कि धारा में एक बजड़े के अंदर पूरे हिन्दू रीति-रिवाज से गंगा के बीचों-बीच हुई।
क्या बताया विदेशी जोड़े ने
रोबेट ने बताया कि दो साल पहले वह भारत भ्रमण पर काशी आया था। इसी दौरान अस्सी घाट पर पहली बार स्पेन की रहने वाली क्रिस्टीना से मुलाकात हो गई। दोनों ही शहर में अजनबी थे। बनारस के गंगा घाटों पर काफी दिनों तक एक साथ घूमते-घूमते कब प्यार हो गया पता ही नहीं चला। फिर क्या था उसी समय दोनों ने निश्चय कर लिया था कि जहां दोनों को प्यार हुआ शादी भी वहीं करेंगे।
क्रिस्टीना ने बताया कि उनको बनारसी साड़ी बहुत पसंद है। शादी के लिए मां गंगा की गोद से अच्छी कोई जगह नहीं है। प्यार के बाद नए जीवन की शुरुआत भी दोनों ने मां गंगा से ही की है।
बराती ललित ने बताया कि स्पेन की क्रिस्टीना और इंग्लैंड के रोबेट ने अपने प्यार को शादी के अटूट बंधन में बांध लिया। यह शादी गंगा कि धारा में एक बजड़े के अंदर पूरे हिन्दू रीति-रिवाज से गंगा के बीचों-बीच हुई।
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