नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने आज यहां की एक अदालत में वसंत कुंज के एक घर में अपनी मालकिन के हाथों कथित रूप से यातनाओं की शिकार लड़की के बयान पेश किये. ये बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किये गये थे और इसमें पीड़ित ने दर्द की पूरी कहानी बयां की थी.
दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत दर्ज बयान में लड़की ने आरोप लगाया कि इस मामले में गिरफ्तार उसकी मालकिन वंदना धीर ने उसे बहुत यातनाएं दीं.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लड़की ने मजिस्ट्रेट को बताया कि एक बार उसे पेशाब पीने को कथित रूप से मजबूर किया गया और अर्धनग्न हालत में घर में बंधक बनाया गया.
सूत्रों ने कहा कि उसने आरोप लगाया कि वंदना से बहुत पीटती थी और उसे घर में नौकरानी के तौर पर काम करने के लिए कोई धन नहीं मिलता था.
सूत्रों ने कहा कि पीड़ित ने मजिस्ट्रेट को बताया कि उसे बाथरूम का उपयोग नहीं करने दिया जाता था और मालकिन उसे पीटा करती थी.
उन्होंने कहा कि पीड़ित लड़की को खाने को ढंग से भोजन तक नहीं दिया जाता था.
सूत्रों ने कहा कि उन्होंने एसडीएम के सामने भी लड़की का बयान दर्ज किया है जिसमें उसने दावा किया कि उसे लगातार लंबी अवधि तक काम के लिए मजबूर किया गया.
पीड़ित ने मजिस्ट्रेट को बताया कि वंदना ने उसे जलाया. उसने बताया कि वंदना के घर पर कोई मेहमान नहीं आया करता था और उसे अर्धनग्न हालत में घर के बाहर साफ सफाई के लिए मजबूर किया जाता था.
पुलिस ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गोमती मनोचा के सामने लड़की का बयान पेश किया. न्यायाधीश ने आज प्रमुख आरोपी वंदना की जमानत याचिका पर आदेश 7 अक्तूबर के लिए सुरक्षित रखा. पुलिस ने वंदना और प्लेसमेंट एजेंट डोरोथी को गिरफ्तार किया. इसी एजेंट के जरिये पीड़ित को वंदना के घर पर काम पर लगाया गया था. दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
वंदना की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान, पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस घटना के प्रकाश में आने से पहले पीड़ित का कथित रूप से इलाज करने वाले डाक्टर का बयान दर्ज किया.
पुलिस ने कहा कि डाक्टर ने उनसे कहा कि जब लड़की को इलाज के लिए लाया गया, वंदना ने उनसे कहा कि पीड़ित के भाई ने उससे मारपीट की जिसके कारण उसे चोटें लगीं.
पुलिस ने कहा कि डाक्टर के बयान में विरोधाभास है क्योंकि वंदना के वकील ने जमानत याचिका पर बहस के दौरान दावा किया था कि घर में गिर जाने से लड़की के सिर पर चोट लगी.
पुलिस ने वंदना की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी जांच जारी है और अगर उन्हें जमानत दी जाती है तो आरोपी जांच को प्रभावित कर सकते हैं.
वंदना के वकील ने जमानत की मांग करते हुए कहा कि इस मामले की जांच लगभग पूरी होने वाली है क्योंकि लड़की और अन्य के बयान पहले ही दर्ज हो चुके हैं.
सुनवाई के दौरान पुलिस ने अदालत के सामने लड़की की हड्डियों के उस परीक्षण की रिपोर्ट भी रखी जो उसकी असली उम्र पता करने के लिए किया गया था.