शनिवार, 5 अक्तूबर 2013

भाजपा ने सरकार के घोटालों पर जारी किया ब्लैक पेपर

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही चुनावी कसरत में एक-दूसरे को पटखनी देने के दावपेंच शुरू हो गए हैं। आचार संहिता लगने के एक दिन बाद ही भारतीय जनता पार्टी ने प्रेस कांफ्रेस कर शनिवार को कांग्रेस सरकार के पांच सालों को घोटालों का कारोबार बताया और कटघरे में खड़ा किया। भाजपा ने सरकार के घोटालों पर जारी किया ब्लैक पेपर
भाजपा ने सरकार के मुखिया अशोक गहलोत और डेढ़ दर्जन मंत्रियों पर घोटालों में लिप्त रहने का आरोप लगाया। भाजपाइयों ने इस संबंध में विभिन्न दस्तावेजों और तथ्यों के आधार पर एक ब्लैक पेपर भी जारी किया। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मे सरकार के घोटालों से संबंधित आई खबरों की एक सीडी भी पेश की।

मुख्यमंत्री गहलोत रहे निशाने पर
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे, घोटाला उजागर करो समिति के अध्यक्ष किरीट सौमेया, तारानगर विधायक राजेन्द्र राठौड़ और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रेस कां्रफ्रेस में हिस्सा लिया। इसमें विशेष्ा रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर लिया गया। दस्तावेज दिखाते हुए मुख्यमंत्री गहलोत, उनके बेटे वैभव, बेटी सोनिया, पुत्रवधू हिमांशी समेत नजदीकी रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने वाले प्रोजक्टों का खुलासा किया गया। आरोप लगाया गया कि गहलोत और उनके परिवार के प्रोजेक्टों में नियम विरूद्ध लाभ पहंुचाया गया है।

डेढ़ दर्जन मंत्री भी लपेटे में
इस दौरान केन्द्र और राज्य सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्रियों के बारे में भी खुलासा किया गया। इसमें केन्द्रीय वित्त मंत्री पी.चिदम्बरम के बेटे, वायलार रवि के बेटे समेत उद्योेगपतियों, रॉबर्ट वाड्रा, गहलोत के रिश्तेदार मोहनोत को दिए गए प्रोजेक्टो पर दस्तावेजों के जरिए सवाल उठाए गए। इसके अलाव राज्य मंत्रीमंडल के पांच मंत्रियों पर दुष्कर्म के आरोप लगाते हुए बताया कि राज्य सरकार महिला उत्पीड़न पर रोक लगाने में विफल रही है। सरकार के मंत्री ही महिलाओं से दुर्व्यवहार में आगे रहे।

डेढ़ घंटे देरी से आई वसुंधरा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वसुंधरा राजे प्रेस कांफ्रेस मे डेढ़ घंटे देरी से पहंुची। राजे ने पत्रकारों के सवालों का जवाब भी नहीं दिया।

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