नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में 13 वर्षीय लड़की ने पश्चिम दिल्ली के एक थानाधिकारी पर आरोप लगाया है कि जब वह रेप की रिपोर्ट लिखवाने थाने गई थी तो उक्त अधिकारी ने जबरन उसके कपड़े उतरवा लिए। शिकायत के बाद उत्तम नगर के एसएचओ भगवान सिंह को गुरूवार को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है।
उत्तम नगर में झुग्गी में रहने वाली पीडिता ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बताया कि 28 सितंबर को पड़ोस में रहने वाली एक महिला उसे घर से कुछ दूर पर खड़ी एक कार के पास ले गई जिसमें चार पुरूष बैठे हुए थे। उन्होंने उसे जबरन कार में खींच लिया और एक सुनसान जगह पर ले जाकर गैंगरेप किया। घटना के बाद वे लोग उसे झुग्गी के पास पटकर फरार हो गए।
पीडिता ने उस महिला की पहचान कर ली है जो कथित तौर पर उसे कार में बैठे लोगों के पास लेकर गई थी। एक अक्टूबर को घटना से उबरने के बाद लड़की ने हिम्मत जुटाते हुए शिकायत दर्ज करवाने के लिए पुलिस के पास गई।
थाने पहुंचने पर थानाधिकारी सिंह ने पीडिता और उसके परिवारवालों को अपने कक्ष में बुलाकर लड़की से घटना बताने के लिए कहा।
पीडिता के मुताबिक,सिंह ने उससे कहा कि वह महज कोरी कल्पना कर रही है और उसकी शिकायत झूठी है। यही नहीं,थानाधिाकरी ने कथित तौर पर लड़की के माता-पिता के साथ भी बदसलूकी की।
लड़की ने संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण-पश्चिम रेंज) तेजेेंदर सिंह को लिखी अपनी शिकायत में कहा है कि थानाधिकारी सिंह ने जबरन उसके कपड़े उतरवाकर पूछा की बता कैसे हुआ रेप।
कथित तौर पर हुए इस अपमान के बाद लड़की अपनी शिकायत के साथ पहले तिलक नगर के सहायक आयुक्त और उसके बाद पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) से भी मिली। मामला जब पुलिस मुख्यालय पहुंचा,तो वहां से पीडिता को लुथरा से मिलने की सलाह दी गई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की की शिकायत दर्ज की ली गई है और आरोपियों को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि एक ऎसी ही घटना उत्तर प्रदेश में भी हुई थी,जहां पुलिसकर्मी ने पीडिता से कपड़े उतरवाकर पूछा था कि उसके साथ कहां रेप हुआ था।
उत्तम नगर में झुग्गी में रहने वाली पीडिता ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बताया कि 28 सितंबर को पड़ोस में रहने वाली एक महिला उसे घर से कुछ दूर पर खड़ी एक कार के पास ले गई जिसमें चार पुरूष बैठे हुए थे। उन्होंने उसे जबरन कार में खींच लिया और एक सुनसान जगह पर ले जाकर गैंगरेप किया। घटना के बाद वे लोग उसे झुग्गी के पास पटकर फरार हो गए।
पीडिता ने उस महिला की पहचान कर ली है जो कथित तौर पर उसे कार में बैठे लोगों के पास लेकर गई थी। एक अक्टूबर को घटना से उबरने के बाद लड़की ने हिम्मत जुटाते हुए शिकायत दर्ज करवाने के लिए पुलिस के पास गई।
थाने पहुंचने पर थानाधिकारी सिंह ने पीडिता और उसके परिवारवालों को अपने कक्ष में बुलाकर लड़की से घटना बताने के लिए कहा।
पीडिता के मुताबिक,सिंह ने उससे कहा कि वह महज कोरी कल्पना कर रही है और उसकी शिकायत झूठी है। यही नहीं,थानाधिाकरी ने कथित तौर पर लड़की के माता-पिता के साथ भी बदसलूकी की।
लड़की ने संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण-पश्चिम रेंज) तेजेेंदर सिंह को लिखी अपनी शिकायत में कहा है कि थानाधिकारी सिंह ने जबरन उसके कपड़े उतरवाकर पूछा की बता कैसे हुआ रेप।
कथित तौर पर हुए इस अपमान के बाद लड़की अपनी शिकायत के साथ पहले तिलक नगर के सहायक आयुक्त और उसके बाद पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) से भी मिली। मामला जब पुलिस मुख्यालय पहुंचा,तो वहां से पीडिता को लुथरा से मिलने की सलाह दी गई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की की शिकायत दर्ज की ली गई है और आरोपियों को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि एक ऎसी ही घटना उत्तर प्रदेश में भी हुई थी,जहां पुलिसकर्मी ने पीडिता से कपड़े उतरवाकर पूछा था कि उसके साथ कहां रेप हुआ था।
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