शारजाह. शारजाह में हुए मैच में अफगानिस्तान की टीम ने 7 विकेट से केन्या को पराजित कर इतिहास में पहली बार वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया। 2015 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले क्रिकेट के सबसे बड़े घमासान में अफगानिस्तान दिग्गजों को टक्कर देगा।
अक्सर अफगानिस्तान का नाम हिंसा और युद्ध को लेकर सुर्खियां बटोरता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां के खिलाड़ियों ने इस नकारात्मक छवि को तोड़ने का प्रयास किया है।
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में हुआ केन्या के खिलाफ मैच अफगानिस्तान के लिए करो या मरो का मुकाबला था। सभी गेंदबाजों ने अपने एकजुट प्रयास से केन्या की टीम को पहले महज 93 के मामूली स्कोर पर ढेर किया। फिर बल्लेबाजों ने कप्तान मोहम्मद नबी की अगुवाई में इस लक्ष्य को महज 20.5 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
मैच में 2 विकेट लेने के साथ नाबाद 46 रन बनाने वाले अफगानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी जीत के हीरो रहे।
सचिन तेंडुलकर ने 100वां शतक लगाने के बाद बस एक ही बात कही थी - सपने देखो, सपने पूरे होते हैं। मास्टर ब्लास्टर के मुंह से निकली यही बात अफगानिस्तान टीम के लिए सच साबित हुई है।
अक्सर अफगानिस्तान का नाम हिंसा और युद्ध को लेकर सुर्खियां बटोरता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां के खिलाड़ियों ने इस नकारात्मक छवि को तोड़ने का प्रयास किया है।
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में हुआ केन्या के खिलाफ मैच अफगानिस्तान के लिए करो या मरो का मुकाबला था। सभी गेंदबाजों ने अपने एकजुट प्रयास से केन्या की टीम को पहले महज 93 के मामूली स्कोर पर ढेर किया। फिर बल्लेबाजों ने कप्तान मोहम्मद नबी की अगुवाई में इस लक्ष्य को महज 20.5 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
मैच में 2 विकेट लेने के साथ नाबाद 46 रन बनाने वाले अफगानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी जीत के हीरो रहे।
सचिन तेंडुलकर ने 100वां शतक लगाने के बाद बस एक ही बात कही थी - सपने देखो, सपने पूरे होते हैं। मास्टर ब्लास्टर के मुंह से निकली यही बात अफगानिस्तान टीम के लिए सच साबित हुई है।
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