रविवार, 15 सितंबर 2013

एक और बाबा ने की महिला से छेड़छाड़

झुंझुनूं। आसाराम के काले कारनामें उजागर होने के बाद कल एक और बाबा पर महिला के यौन शोषण का आरोप लगा है। राजस्थान में झुंझुनूं जिले के बगड थाना इलाके में अशोक नगर स्थित पाबूधाम आश्रम के संचालक के खिलाफ एक महिला श्रद्धालू ने छेड़छाड़ करने और जबरन कपडे फाड़ने का मामला दर्ज कराया है।एक और बाबा ने की महिला से छेड़छाड़
पुलिस के अनुसार डूलाना महेन्द्रगढ निवासी महिला ने दर्ज मामले में कहा है कि वह सात आठ साल से आश्रम पर आती रही है। पिछले हफ्ते भी वह आश्रम में गई थी। वहां आश्रम के संचालक मलसिंह पुत्र लादू सिंह राजपूत ने उसे अलग कमरे में बुलाया तथा छेड़छाड़ करने लगा और छीना झपटी कर कपडे फाड़ दिए। वह बचकर भागने लगी। आरोपी ने उसे धमकी दी कि वह तंत्र विद्या से उसे मिट्टी में मिला देगा।

कहा जाता है कि कथित बाबा मलसिंह के बगड़ स्थित आश्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता तथा प्रशासन एवं पुलिस के कई अधिकारी आते रहते हैं। इससे बाबा का आम लोगों पर बड़ा प्रभाव रहता है। लोगों का कहना है कि कथित बाबा मलसिंह भगवा वस्त्र धारण करने से पहले शराब का धंधा करता था कि अचानक वह बाबा बनकर पाबूजी की सेवा करने लगा। उसके आश्रम में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा तथा उत्तरप्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालू आने लगे और वह बड़ा साधू बन गया।

नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में आसाराम प्रकरण के बाद पुलिस भी इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेने लगी हैं। झुंझुनूं के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप का कहना है कि महिला की शिकायत पर मलसिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 एवं 508 के तहत प्रकरण दर्ज कर महिला थाना प्रभारी ने जांच शुरू कर दी हैं।

प्यार और सेक्स के कारण होती हैं सबसे ज्यादा हत्याएं

नई दिल्ली। प्यार जिंदगी संवारता है, लेकिन अगर भारत में ताजा क्रइम आंकड़ों पर नजर डालें तो ज्यादातर मर्डर प्यार या शारीरिक संबधों की वजह से हो रहे हैं। 2012 के आंकड़ों के मुताबिक पुश्तैनी विवादों और संपत्ति के झगड़ों के बाद सबसे ज्यादा हत्याएं लव अफेयर्स या सेक्शुअल रिलेशंस के कारण होती हैं। प्यार और सेक्स के कारण होती हैं सबसे ज्यादा हत्याएं

वहीं सबसे ज्यादा मर्डर आंध्र प्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब में होती हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से जारी किए गए 2012 के क्राइम डेटा के मुताबिक देश भर में जहां संपत्ति के झगड़े में 3169 लोगों का कत्ल हुआ वहीं 2549 लोगों की हत्या लव अफेयर्स या सेक्शुअल रिलेशंस के चलते कर दी गई।


देश की कई राज्यों में प्यार और सेक्स के कारण की गई हत्याएं पुश्तैनी झगड़ों और संपत्ति के लिए की गई हत्याओं के लगभग बराबर हैं। आंध्र प्रदेश में 445 मर्डर, यूपी में 325, महाराष्ट्र में 254, पंजाब में 83, जम्मू कश्मीर में 11, हिमाचल प्रदेश में 10, नागालैंड में 2, तमिल नाडु में 291, गुजरात में 116 और दिल्ली में प्यार और सेक्स के कारण 54 हत्याएं हुई।


ऑनर किलिंग के लिए मश्हूर हरियाण हालांकि उन राज्यों में शुमार नहीं है जहां प्यार के कारण सबसे ज्यादा हत्याएं होती हैं। यहां प्यार के लिए 50 और आपसी झगड़े के कारण 218 मर्डर दर्ज किए गए हैं। वहीं केरल में प्यार के दुश्मन सबसे कम हैं। यहां केवल तीन मर्डर हुए। इसके अलावा राजस्थान और पश्चिम बंगाल में भी प्यार के लिए केवल 39 मर्डर दर्ज किए गए हैं।


एनसीआरबी के डाटा में हत्या के कारणों पर भी बड़ा खुलासा किया गया है। बिहार में वर्ष 2012 में सबसे ज्यादा हत्याएं संपत्ति के झगड़े को लेकर हुई हैं देश भर की 36.6 प्रतिशत हत्याएं बिहार में हुई हैं। बिहार में आपसी झगड़े में 570 हत्याएं हुई हैं जबकि यूपी में पिछले साल आपसी झगड़े में 4966 हत्याएं हुई हैं।


असम में सबसे ज्यादा हत्याएं जाति की वजह से हुई, जबकि दहेज के लिए ओडिश और पश्चिम बंगाल में क्रमश: 415 और 252 हत्याएं हुई। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 167, महाराष्ट्र में 130 और बिहार में 102 दहेज हत्याएं हुई। वर्ष 2001 में दहेज के लिए 968 हत्याएं हुई थीं जबकि वर्ष 2012 में 1458 दहेज हत्याएं हुई।

चैत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघ में उमड़ा श्रद्धा एवं श्रद्धालुओं का सैलाब



आस्थावान व्यकित संसार में भटक नहंी सकता है-साध्वी प्रियरंजना

चैत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघ में उमड़ा श्रद्धा एवं श्रद्धालुओं का सैलाब

बाड़मेर

स्थानीय कानितसागर सूरी आराधना भवन से पूज्य साध्वीवर्या श्री प्रिय रजंना श्री म.सा. की पावन प्रेरण से एवं साध्वी प्रियदिव्याजना एवं साध्वी प्रियाषुुभाजना श्री म.सा. के पावन निश्रा में चैत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघ का दूसरे दिन आयोजन संपन्न हुआ।

खरतरगछ जैन श्री संघ के अध्यक्ष मांगीलाल मालू एवं उपाध्यक्ष भूरचंद संखलेचा ने बताया कि आज प्रात: 6 बजे पूज्य साधवीवर्या के मुखारवीन्द से मंगलाचरण से चैत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघ सैकड़ों श्रदालुओं के साथ रवाना हुआ चैत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघ आराधना भवन से प्रतापजी की प्रोल से जवाहर चौक, सब्जी मण्डी, होता हुआ, शांति नाथ जिनालय के यात्रासंघ के लाभार्थी लूणकरण धनराज संखलेषा परिवार सहित सैकड़ों की संख्या में दर्षन वंदन कर आगे दादावाड़ी यात्रा संघ के लाभार्थी मांगीलाल सुरतानमल भंसाली परिवार के साथ दर्षन वंदन कर आदीनाथ जिनालय के यात्रा संघ के लाभार्थी मांगीलाल राणामल धारीवाल परिवाके साथ दर्षन वंदन कर, बोथरा जिनालय के यात्रा संघ के लाभार्थी मुकेष कुमार जेठमल जैन परिवार के साथ दर्षन वंदन कर, गौडीसा पाष्र्वनाथ जीनालय के यात्रा संघ के लाभार्थी पारसमल धारीवाल चवा वाले परिवार के साथ दर्षन वंदन कर, वहां पैदल यात्रा संघ धर्म सभा में परिवर्तित हुआ।

खरतरगछ संघ के महामंत्री नेमीचंद बोथरा ने बताया कि चेत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघ में शहर का सुप्रसिद्ध बैण्ड अपनी मधुर स्वर लेहरिया बिखेरता हुआ वातावरण को धर्ममय बनाता हुआ चल रहा था,बाद में जैन ध्वज लिये युवक एवं यात्रा संघ के लाभार्थीयों के साथ पुरूष वर्ग जयकारों के साथ चल रहे थे, पिछे साध्वी वर्या के साथ मंगल गीत गाती महिलाएं झूमती-नाचती बालिका मण्डल की बालिकाएं चल रही थी।

पैदल यात्रा संघ का जगह-जगह चावल की गहुलियों से स्वागत एंव बधाया गया, गौडीसा पाष्र्वनाथ जिनालय पहुंचने पर गौडीसा ट्रस्ट मण्डल द्वारा स्वागत सामैया एंव अक्षत द्वारा बधाकर किया गया।

विषाल धर्म सभा को संबोधित करते हुए सांध्वीवर्या श्री प्रियरजना श्री ने कहा कि आस्थावान व्यकित संसार में भटक नहंी सकता है जिस घोड़े की लगाम मालिक के हाथ में होती है वह घोड़ा भटक नहीं सकता एक सुर्इ जो कहीं तुम्हारें हाथ तुम्हारें घर में गिर जाये तो उसे खोजना बहुत मुषिकल हो जाता है यदि सुर्इ में डोरा डाला हुआ रहें तो वह घर में कही भी गिर जाये तो उसे खोजना बहुत आसान है। भीड़ में गिरने के बाद भी सुर्इ भटक नहंी सकती है क्योंकि उसमें एक डोरा डाला हुूआ है। तुम भी अपने गले में परमात्मा के आस्था का एक डोरा डाल दो संसार की भीड़ में चारों गतियों में कही भी चले जाओं भटक नहीं सकते हो। कुछ व्यकित पत्थर का हदय लेकर आते है जैसे पत्थर हजारों वर्ष पानी में पड़ा रहे जिस पत्थर पर पानी हो उस पत्थर को पानी से निकालकर तोड़ा जाये तो आप देखेगें कि सदीयों से पानी में पड़ा हुआ पत्थर अंदर से सुखा पड़ा है कुछ लोगे गिले कपड़े के समान होते है कपड़ें को यदि पानी में डाला जाये तो वो बाहर से एवं अंदर से गिला हो जाता है परन्तु धूप लगते ही कपड़ा सुख जाता है वैसे ही व्यकित कषायों के ताप से सुख जाता है।

साध्वी प्रियदिव्याजना ने कहा कि कुछ व्यकित दूध में पानी के समान होते है वो पानी को भी अपने समान बना लेते है पानी को दूध से अलग करना मुषिकल होता है वैसे ही भक्त भगवान के चरणों में अपने आप को समर्पित कर देता है जब भक्त और भगवान के बीच में कोर्इ तीसरा नहीं आता है तब भकित में मीठास आ जाती है जीवन मीठा हो जाता है।

साध्वी प्रियषुभाजना जी ने कहा कि मंदिर मदिंर ही नहीं विधालय भी है जहां पर जाकर हमें दु:ख में सुख खोजने की षिक्षा मीलती है मंदिर वह स्थान है जहां देह की नहीं आत्मा की भी सुधी होती है। मंदिर से षिक्षा मिलती है जीवन की प्रीति प्रेम के उपवन खिलते है मंदिर तो वह न्यायालय है जहां जाकर हम अपने पूण्य पाप का लेखा जोखा देख सकते है मंदिर से नैतिकता के संस्कार मिलते है। मंदिर लोगों के धार्मिक ही नहीं नैतिक भी बनाते है मंदिर का हमारे जीवन में बहुआयामी महत्व है।

धर्म सभा में चैत्य परिपाटी पैदल यात्रा संघों के लाभार्थी परिवारों का खरतरगछ जैन श्री संघ एवं गौडीसा ट्रस्ट मण्डल द्वारा स्वागत किया गया, बाद में पैदल यात्रा संघ ने श्रद्धालुओं के अल्पाहार की व्यवस्था विरधीचंद छाजेड़ हालों वाला परिवार की ओर से की गर्र्इ, यात्रा संघ के लाभार्थीयों परिवारों द्वारा संघप्रभावना वितरित की गर्इ।

इस अवसर पर मांगीलाल मालू, भूरचंद सखलेषा, नेमीचंद बोथरा, गौतम चंद डंूगरवाल, बाबूलाल छाजेड़, जगदीष बोथरा, पारसमल मेहता, ओमप्रकाष भंसाली, कैलाष कोटडि़या,विरधीचंद हालों वाला, अभय कुमार जैन, पारसमल छाजेड़, मोहनलाल मालू, सोहनलाल सखलेषा, श्ांकरलाल छाजेड, बंषीधर छाजेड़, मांगीलाल छाजेड़, मोहनलाल संखलेषा, पुखराज लूणीया, खेतमल तातेड़, रमेष मालू, नरेष लूणीया, सुनिल छाजेड़, राजेन्द्र वडेरा, केवलचंद छाजेड़, चन्द्र प्रकाष छाजेड़, सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपसिथत थे।

16 सितम्बर सोमवार को चैत्य परिपाटी आराधना भवन से प्रात: 6 बजे से ढाणी जैन मंदिर, सिमन्धर स्वामी जिनालय, जूना कैराडू मार्ग सिथत महावीर जिनालय, विधापीठ जिनालय, आदि के दर्षन वंदन कर वापस आराधना भवन आयेगें।

चुनावी रणभेरी २०१३। ।विधान सभा क्षेत्र जैसलमेर कांग्रेस चार बार तो भाजपा तीन बार चुनाव जीती अब तक निर्दलियो का भी रहा दबदबा

चुनावी रणभेरी २०१३। ।विधान सभा क्षेत्र जैसलमेर


जैसलमेर की जनता का मूड भाम्पना दुष्कर राजनितिक दलों के लिए

कांग्रेस चार बार तो भाजपा तीन बार चुनाव जीती अब तक निर्दलियो का भी रहा दबदबा 



दुनिया के सबसे बड़े विधानसभा चुनाव क्षेत्र के रूप में जैसलमेर की छठा निराली है।
चुनाव खर्च पर चुनाव आयोग की बंदिशों के कारण राजनीतिक दल असहाय हैं, जबकि हकीकत यह है कि क्षेत्रफल के लिहाज से कई राज्यों को मात देने वाले इस रेगिस्तानी चुनाव क्षेत्र के गाँव-ढाणियों में फैले मतदाताओं तक पहुँचना खासा महँगा सौदा है।
CandidatePartyYear
 हड्वंत सिंह 
  निर्दलिय 
  
1951
हुकम सिंह निर्दलीय 1957
हुकम सिंह निर्दलीय 1962
भोपाल सिंह स्व 1967
भोपाल सिंह कांग्रेस 1972
किशन सिंह  भाटी जनता पार्टी 1977
चंद्रवीर सिंह भाजपा 1980
मुलतान राम निर्दलीय 1985
जीतेन्द्र सिंह जनता दल 1990
गुलाब सिंह कांग्रेस 1993
गोर्धन दास कांग्रेस 1998
सांग सिंह भाजपा 2003
छोटू सिंह भाटी भाजपा 2008
गोवा, त्रिपुरा, नगालैंड, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, दिल्ली, अंडमान-निकोबार, दादर, नगर हवेली और लक्षद्वीप वगैरह से भी बड़ा है यह विधानसभा चुनाव क्षेत्र।

इसका क्षेत्रफल 28 हजार 875 वर्ग किलोमीटर है, जिसका करीब साढ़े चार सौ किलोमीटर भाग भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा है।

विशाल रेगिस्तान में फैले इस विधानसभा क्षेत्र में सभी गाँव और ढाणियों तक पहुँचना उम्मीदवारों के लिए असंभव तो है ही कार्यकर्ताओं के लिए भी संभव नहीं है।


प्रथम विधानसभा चुनाव 1952 पचीस फरवरी को हुए। विधानसभा चुनावो में जैसलमेर में चौपन हज़ार दो सौ छियालीस मतदाता थे जिनमे से पंद्रह हज़ार पचीस ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपना योगदान विधायक चुनने में किया। प्रथम चुनाव में पांच उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आज़माया जिसमे निर्दलीय हडवंत सिंह ,कन्हया लाल ,जीवन लाल कांग्रेस के अब्दुल जलील और हतिरम शामिल थे। चुनावो में हडावंत सिंह को बारह हज़ार छ सौ इकहतर ,कन्हैया लाल को आठ सौ तिरेसठ ,जीवनलाल को छ सौ सतानवे ,कांग्रेस के अब्दुल जलील को पांच सौ सततर और हतिरम को दो सौ सत्रह मत मिले हडवंत सिंह ने पहला चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे। वे जैसलमेर के पहले विधायक बने


चुनाव १९५७। ।पचीस फरवरी १९५७ को द्वितिय विधानसभा चुनावो में जैसलमेर के साथ हज़ार तीन सौ असि मतदाताओ में से बीस हज़ार सात सौ तीयासी मतदाताओ ने अपने मतों का उपयोग कर मत डाले। इन चुनावो में सीढ़ी टक्कर हुकम सिंह निर्दलीय और कांग्रेस के सत्यदेव के मध्य थी ,हुकम सिंह को सत्रह हज़ार छ सौ अड़सठ मत और सत्यदेव को तीन हज़ार एक सौ पंद्रह मत मिले। हुकम सिंह करीब चौदह हज़ार मतों से विजयी हुए।


तृतीय चुनाव १९६२। दो सितम्बर १९५७ को तीसरे विधानसभा चुनावो में जैसलमेर के सततर हज़ार चार सौ चौरासी मतदाताओ में से उनतीस हज़ार छ सौ पेंसठ मतदाताओं ने अपने मत का अधिकार किया ,इन चुनावो में कुल पांच उम्मीदवार मैदान में थे ,जिनमे कांग्रेस से हुकम सिंह ,राम राज्य परिषद् के अनोप सिंह ,निर्दलीय अल्लाह एस अलारखा ,आत्माराम और रतन लाल। इनमे से हुकम सिंह को सुलह हज़ार एक सौ सतावन ,अनोप सिंह को आठ हज़ार छ सौ छियालीस ,अल्लारखा को बारह सौ बासठ,आत्माराम को ग्यारह सौ छियालीस और रतन लाल को छ सौ बयासी मत मिले हुकम सिंह करीब सात हज़ार से अधिक मतों से विजयी होकर दूसरी बार विधायक बनाने में सफल रहे। इन चुनावो में करीब सत्रह सौ मत ख़ारिज हुए। 


चौथा चुनाव १९६७। ।जैसल्मेर में चौथा चुनाव इक्कीस फरवरी को हुआ जिसमे जिले के उनसितर हज़ार आठ सौ सत्रह मतदाताओ में से तेबीस हज़ार आठ सौ निन्यानवे ने अपने मताधिकार कर का प्रयोग किया। इन चुनावो में स्वतंत्र पार्टी के बी सिंह ,कांग्रेस के एच सिंह ,पी एस पी के कन्हैया लाल निर्दलीय भगवन दास और अल्लाक एस अल्लाहरख मैदान में थे ,इन चुनावो में बी सिंह को ग्यारह हज़ार आठ सौ सतानवे ,एच सिंह को नौ हज़ार एक सौ अथ्यासी ,कन्हैयालाल को सात सौ छासथ ,भगवन दास को पांच सौ तिरानवे ,अल्लाहरख को चार सौ तिरेपन मत मिले। स्वतंत्र पार्टी के भोपाल सिंह विधायक बने ,करीब ढाई हज़ार मतों से विजयी हुए। 


पांचवा चुनाव १९७२। . छ मार्च उनीस सौ बहतर को पांचवे विधानसभा चुनावो में जैसलमेर विधानसभा के अस्सी हज़ार चार सौ सेंतीस मतदाताओ में से पेंतीस हज़ार एक सौ बरंवे मतदाताओं ने वोट डाले जिसमे चौदह सौ चौदह ख़ारिज हुए ,इन चुनावो में कांग्रेस के भोपाल सिंह ,स्वतंत्र पार्टी के बाल सिंह सोढा और निर्दलीय श्री किशन मैदान में थे ,जिनमे भोपाल सिंह को अठारह हज़ार पांच सौ बहतर मत ,बाल सिंह को चौदह हज़ार छ सौ तेंतीस और श्री किशन को पांच सौ तिहातर मत मिले ,भोपाल सिंह करीब पांच हज़ार मतों से चुनाव जीते।

छठा चुनाव 1977 ।जैसल्मेर विधानसभा का छठा चुनाव तेरह जून को हुआ ,छपन बूथ बनाये गए ,जिसमे जिले के उन नब्बे हज़ार नौ सौ उनपचास मतदाताओं में से अड़तीस हज़ार छ सौ उन्सितर मतदाताओ ने मतों का प्रयोग किया जिसमे तेरह सौ अठाईस मत खारिज हो गए ,इन चुनावो में जनता पार्टी के किशन सिंह बहती ,कांग्रेस के सोहन सिंह रावलोत ,निर्दलीय मोहन लाल पुरोहित और डूंगरा राम मैदान में रहे ,चुनावो में किशन सिंह को तेबिस हज़ार एक सौ पिच्यासी ,सोहन सिंह को बारह हज़ार तीन सौ बाईस ,मोहनलाल पुरोहित को एक हज़ार तेबिस और डूंगर राम को आठ सौ ग्यारह मत मिले। इन चुनावो में जनता पार्टी नके किशन सिंह दस हज़ार से अधिक मतों से विजयी रहे 


सातवाँ चुनाव 1980 . सातवाँ विधान सभा चुनाव राजस्थान में इकतीस मई को हुआ ,जैसलमेर विधानसभा के एक लाख सात हज़ार पांच सौ बयासी मतदाताओं में से छपन हज़ार नौ सौ तीन मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमे बारह सौ छबीस मत खारिज हो गए ,इस बार चुनावो में इक्रनावे बूथों पर चुनाव हुए ,चुनावो में चंद्रवीर सिंह भाजपा से ,सोहन सिंह रावलोत कांग्रेस से ,बाल सिंह सोढा ,आर सी पुरोहित ,और मोहन लाल पुरोहित निर्दलीय मैदान में थे ,चुनावो में चंद्रवीर सिंह को सत्ताईस हज़ार सात सौ तीन मत ,सोहन सिंह रावलोत को सत्रह हज़ार चार सौ छिनु बाल सिंह को तीन हज़ार तीन सौ उनसतर ,आर सी पुरोहित को सात सौ उन नबे और महँ लाल को चार सौ बीस मत मिले। इन चुनावो में राज घराने के चंद्रवीर सिंह दस हज़ार से अधिक मतों से विजयी हो विधानसभा पहुंचे ,साथ ही भाजपा ने पहली बार अपना खाता खोला।

आठवां चुनाव 1985 राज्य की आठवीं विधान सभा के चुनाव पांच मार्च को हुए ,जैसलमेर की राजनीती में बड़ी उठा पटक इस साल हुई। कांग्रेस ने गाजी फ़क़ीर परिवार की अनदेखी कर पार्टी का टिकेट भोपाल सिंह को दिया जिससे गाजी नाराज हो गए उन्होंने मेघवाल समाज से गत ब्बंधन कर बारुपाल को निर्दलीय प्रत्यासी मैदान में उतार कर कांग्रेस के सारे समीकरण बिगाड़ दिए ,इन चुनावों में जैसलमेर के एक लाख उनतीस हज़ार नौ सौ ग्यारह मतदाताओं में से अड़सठ हजारे सात सौ आठ मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमे पंद्रह सौ साथ मत ख़ारिज हो गए ,लगभग दौ सौ पोलिंग बूथों पर हुए चुनावो में गाजी फ़क़ीर पार्टी के मुलातना राम को छबीस हज़ार तीन सौ बयालीस ,कांग्रेस के भोपाल सिंह को बीस हज़ार दौ सौ चालीस ,भाजपा के जुगत सिंह को अठारह हज़ार चार सौ तीस ,राजेंद्र वासु को अठारह सौ छेहातर और मोहनलाल को दौ सौ छासथ मत मिले ,मुस्लिम मेघवाल गठजोड़ के निर्दलीय मुलतान राम ने आठ हज़ार से अधिक मतों से विजय हासिल की ,विधान सभा पहुंचे 


नवां चुनाव 1990 …नवॆन विधान सभा के लिए सत्ताईस फरवरी को चुनाव हुए राजस्थान में ,जैसलमेर विधानसभा चुनावो में एक लाख सतावन हज़ार चार सौ पंद्रह मत दाताओं में से बरनावे हज़ार तीन सौ साथ ने मताधिकार का उपयोग किया ,जिसमे सत्रह सौ सतावन मत ख़ारिज भी हुए ,इन चुनावो में दौ सौ बूथों पर चुनाव संपन हुए ,इन चुनावो में जनता दल से राजघराने के जीतेन्द्र सिंह ,कांग्रेस से गोर्धन कल्ला , निर्दलीय जुगत सिंह ,निर्दलीय राज्जेंद्र ,डूंगरा राम ,मोहम्मद जुबेर ,लूना राम और किरण डी डी पी से मैदान में ,उतारे जिनमे जीतेन्द्र सिंह को चौंतीस हज़ार तीन सौ बयालीस मत ,गोर्धन कल्ला को बतीस हज़ार दौ सौ उन्यासी ,जुगत सिंह को उनीस हज़ार चार सौ इक्यासी ,राजेंद्र को दौ हज़ार छ सौ इक्कीस ,डूंगरा राम को ग्यारह सौ बरंवे ,मो। जुबेर को दौ सौ सतर ,लूना राम को दौ सौ पंद्रह ,किरण को दौ सौ तीन मत मिले। भाजपा ने जनता दल प्रत्यासी जीतेन्द्र सिंह को अपना समर्थन दिया था ,जीतेन्द्र सिंह करीब दौ हज़ार मतों से विजयी रहे ,. नवीन विधान सभा में पहुंचे

दसवीं विधानसभा चुनाव 1993 ।मध्यवधि चुनावो के कारन दसवी विधानसभा के चुनाव ग्यारह नवम्बर को आयोजित हुए ,इन चुनावो में जैसलमेर के एक लाख अठातर हज़ार नौ सौ पेंसठ मतदाताओं में से एक लाख सताईस हज़ार एक सौ इक्कीस मतदाताओं से वोट डाले ,जिसमे छबीस सौ इक्यासी मत ख़ारिज हो गए जिसका बड़ा कारन की इस बार मैदान में सर्वाधिक उनीस उम्मीदवार थे। भाजपा से गुलाब सिंह भाटी को तीहातर हज़ार दौ सौ पेंसठ ,निर्दलीय फ़तेह मोहम्मद को त्यालिस हज़ार दौ सौ छबीस ,कांग्रेस के राज परिवार के जीतेन्द्र सिंह को दौ हज़ार पांच सौ इक्कीस ,,नवलराम भील को सुलह सौ चौरासी ,कस्तुरा राम को छ सौ चार ,और अन्य उम्मीदवारों घनश्याम ,महबूब ,सुखदेव ,अशोक मोहता ,हरचंद ,भोमा राम ,सुकरं मेघवाल ,फिदाराम ,राजेंद्र ,पुखराज कुमार ,पुखराज सुराना ,पुखराज दाग ,कमल किशोर ,गिरिराज को पांच सौ से कम मत मिले। इन चुनावो में गाजी फ़क़ीर के छोटे भाई फ़तेह मोहम्मद को निर्दलीय उतारा गया ,इन चुनावो में गुलाब सिंह ने फ़तेह मोहम्मद को तीस हज़ार मतों से पटकनी दी ,गाजी फ़क़ीर की राजनितिक सियासत को लोगो ने काबुल नहीं किया ,

ग्यारहवां चुनाव 1998 … ग्यारवीं विधानसभा के लिए पचीस नवम्बर को चुनाव राजस्थान में संपन हुए ,जैसलमेर में एक लाख अस्सी हज़ार आठ सौ पचास मतदाताओं में से एक लाख छबीस हज़ार चार सौ मतदाताओं से वोट दिए ,जिनमे छबीस सौ चौरानवे खारिज हो गए ,करीब तीन सौ बूथों पर चुनाव हुए ,इन चुनावो में कांग्रेस के गोरधन दास को उन्सात्ढ़ हज़ार तीन सौ तेंतीस मत ,भाजपा के जीतेन्द्र सिंह को अठारह हज़ार चालीस ,निर्दलीय सांग सिंह को तियालीस हज़ार छ सौ इकतालीस ,सी पी आई के चन्द्र सिंह को तीन हज़ार चार सौ अड़तीस ,और निर्दलीय सुकरं म्रेघवल को एक सौ पेंसठ वोट मिले ,कांग्रेस के गोर्धन कल्ला यहाँ से विजयी रहे ,विधानसभा में पहुंचे 


बाहरवीं विधानसभा चुनाव 2003 

राजस्थान में बाहरवीं विधानसभा गठन के लिए एक दिसंबर को चुनाव कराये गए ,जैसलमेर में मतदाताओ की संख्या बढ़ कर दौ लाख अठारह हज़ार तीन सौ तीन तक हो गयी जिसमे से एक लाख बासठ हज़ार अठारह लोगो ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया ,इन चुनावों में भाजपा के सांग सिंह को इक्यासी हज़ार नौ सौ इक्रनावे मत ,कांग्रेस के जनक सिंह भाटी को इक्यावन हज़ार चार सौ आठ मत ,डॉ रामजी राम को सत्रह हज़ार सात सौ पचास मत ,अमर राम को तीन हज़ार पांच सौ छियालीस ,आलामराम को पचीस सौ दस ,मगन लाल को बाईस सौ उन्साथ ,देवेन्द्र को सत्रह सौ उनचालीस और मूल सिंह को एक हज़ार छिहातर मत मिलर ,इन चुनावों में वसुंधरा राजे की परिवर्तन यात्रा की लहर का साफ़ असर दिखा और भाजपा के सांग सिंह तीस हज़ार मतों से विजयी हुए ,


तेहरवीं विधानसभा 2008

तेहरवीं विधानसभा के लिए जैसलमेर में चुनाव आयोजित हुए जिसमे भाजपा ने छोटू सिंह भाटी ,कांग्रेस ने सुनीता भाटी को उम्मीदवार बनाया ,दोनों डालो में उजागर हुई ,कांग्रेस के गोर्धन कल्ला ने निर्दलीय परचा भर कांग्रेस के खिलाफ हुनकर भर दी वही भाजप[अ के वरिष्ठ नेता किशन सिंह भाटी भी निर्दलीय मैदान में उतर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया ,मतदाता असमंज में थे ,चुनावो में अमृत लाल को दौ हज़ार पचास। भाजपा के छोटू सिंह को चौतीस हज़ार बहतर ,बलबीर बसपा को सात हज़ार दौ सौ इकतीस ,कांग्रेस की सुनीता भाटी को अठाईस हज़ार दौ सौ सतानवे ,रूपदान को बाईस सौ सतीस ,सरदार सिंह को सात सौ छियालीस किशन सिंह बहती को ग्यारह हज़ार छ सौ बारह ,गोर्धन कल्ला को बाईस हज़ार चार सौ छियानवे ,रान सिंह को सुलह सौ छ ,और रेशमाराम भील को आठ हज़ार दौ सौ ,इन चुनावों में कांगरी गुटबाजी का शिकार थी कांग्रेस के चार नेता मैदान में थे ,जीने वोटो का योग किया जाये तो भाजपा कही नहीं ठहरती मगर कांग्रेस के मतों के विभाजन के कारन भाजपा प्रत्यासी छोटू सिंह कड़े मुकाबले में दौ हज़ार से अधिक मतों से विजयी हुए। 

रावत त्रिभुवन सिंह राजस्थानी भाषा समिति के सरंक्षक


रावत त्रिभुवन सिंह राजस्थानी भाषा समिति के सरंक्षक 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर के सरंक्षक पद पर बाड़मेर के रावत त्रिभुवन सिंह राठोड को मनोनित किया गया हें ,संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की समिति के प्रदेश अध्यक्ष के सी मालू और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार राजस्थानी भाषा को आम जन तक पहुँचाने के लिए चलाये जा रहे अभियान को और गति देने के उद्देश्य से बाड़मेर राजघराने के रावत त्रिभुवन सिंह राठोड को समिति का सरंक्षक मनोनित किया गया। अब समिति उनकी देखरेख में कार्य करेगी ,उन्होंने बताया त्रिभुवन सिंह राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए बाड़मेर सहित राजस्थान में चलाये जा रहे अभियान से खासे प्रभावित थे ,उन्होंने समिति से जुड़ने की इच्छा जाहिर की जिस पर सर्व सम्मति से निर्णय कर श्री रावत त्रिभुवन सिंह को सरंक्षक मनोनित किया ,अपने मनोनय पर रावत त्रिभुवन सिंह ने बताया की समिति द्वारा चलाये जा रहे अभियान की समीक्षा कर इसमे और कार्यक्रम शामिल करने के प्रयासों के साथ आम जन को इससे से जोड़ा जाएगा ,उन्होंने कहा की प्राथमिक शिक्षा मायद भाषा में हो इसके लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करेंगे।

मानवेन्द्र सिंह सोमवार से बाड़मेर के दौरे पर।



मानवेन्द्र सिंह सोमवार से बाड़मेर के दौरे पर।



बाड़मेर:- 15 सितम्बर

पूर्व सांसद बाड़मेर जैसलमेर मानवेन्द्रसिंह 16 सितम्बर से बाड़मेर जिले के दौरे पर आयेगें। पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह 16 सितम्बर से विधानसभा बाड़मेर,बायतू,पचपदरा के विभिन्नन ग्रांम पंचायत मुख्यालयों पर ग्रामीणों से रूबरू होगे।

पूर्व सांसद अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 16 सितम्बर को बाड़मेर में आयोजित रामकथा में भाग लेगें साथ ही बाड़मेर में अल्पसख्यक भाजपा कार्यकर्ताओं जिला सम्मेलन में भाग लेगें । । पूर्व सांसद मानवेन्द्रसिंह 17 सितम्बर को राज्य स्तरीय खो खो ख्ेालकूद प्रतियोगिता के समापन्न समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेगें । 18 सितम्बर को विधानसभा बायतु के भाजपा कार्यकताओ का जाजवा में कार्यकर्ताओं से रूबरू होकर विधानसभा चुनाव पर चर्चा करेगें । पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह 19 सितम्बर को बाड़मेर विधानसभा क्षेैत्र के भाजपा कार्यकताओ से रूबरू हो कर आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा करेगें ।

इसी प्रकार पूर्व सांसद 20 सितम्बर को बाड़मेर मुख्यालय पर जिले के अन्य विभानसभा क्षैत्रों के भाजपा कार्यकताओं से रूबरू होकर चुनाव संबंधी चर्चा करेगें । 21 सितम्बर को बालोतरा में महाविधालय अखिल भारतीय परिशद कार्यालय का उदघाटन करेगें। साथ विधानसभा पचपदरा के कार्यकताओें से रूबरू होगें ।

विकास के लिए राज्यसरकार कृत संकलिपत

जिला मुख्यालय पर राजीव सेवा केन्द्रों का लोकार्पण

विकास के लिए राज्यसरकार कृत संकलिपत


बाडमेर, 15 सितम्बर। जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी ने कहा है कि सरकार आमजन के साथ और विकास के लिए कृत संकलिपत है। आधुनिक युग में संचार की महत्ती भूमिका है तथा भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्æ इस दिशा में फायदे मंद साबित होंगे। वह रविवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट तथा जिला परिषद में निर्मित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के लोकार्पण के पश्चात भगवान महावीर टाउन हाल में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर चौधरी ने बताया कि राजीव गांधी सेवा केन्æों के निर्माण से जिला मुख्यालय पर आने वाले ग्रामीणों को एक ही छत के नीचे आवश्यकता सेवाएं बिजली पानी के बिल का जमा होना, नामान्तरण संबंधी जानकारी इंटरनेट से प्राप्त करना आदि सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही इन केन्द्रों पर उनके विश्राम के लिए पुख्ता प्रबन्ध किया गया है। कलेक्ट्रेट में निर्मित सेवा केन्द्र में क्षेत्रीय सांसद का कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा जहां सांसद से परिवेदनाएं प्रस्तुत की जा सकेगी। उन्होने बताया कि बाडमेर में रिफार्इनरी के निर्माण से जिले समेत प्रदेश का चहुमुखी विकास होगा। उन्होने 22 सितम्बर को रिफार्इनरी के शिलान्यास के मौके पर अधिक से अधिक संख्या में लोगों से भाग लेने का आहवान किया।
चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार ने बिजली, पानी एवं सड़क निर्माण सहित ग्रामीण विकास के सपने को पूर्ण किया है। बीपीएल चयनित परिवारों का राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता मुहैया करार्इ जा रही है। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना, निशुल्क दवा वितरण योजना, 10 लाख बीपीएल परिवारों को मुख्यमंत्री आवास लोक सेवा गांरटी अधिनियम, 2011 योजना व बीपीएल परिवार को 1 रूपए किलो गेहूं की योजना के बारे में विस्तार से बताया। 
इस मौके पर क्षेंत्रीय सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि वे क्षेत्र के विकास को लेकर कोर्इ कमी नहीं आने देगें। उन्होने कहा कि विकास को विवाद से जोडना उचित नहीं है तथा विकास में सभी की सामुहिक सहभागिता आवश्यक है। उन्होने बताया कि इतिहास गवाह है कि जो लोग समय के साथ नहीं चले है वे विकास से पिछड गये है। उन्होने उम्मीद जतार्इ कि आने वाले समय में बाडमेर तथा जैसलमेर देश का नेतृत्व करेंगे तथा यहां ऊर्जा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सम्भावनाएं विकसित होगी। 
इस मौके पर जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने कहा कि राजीव गांधी सेवा केन्æ भवन विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होने कहा कि राजीव गांधी सेवा केन्æों में कम्प्यूटरों के माध्यम से भुमि संबंधी कार्यो की सूचनाएं सुलभ हो सकेगी। कार्यक्रम को विधायक मेवाराम जैन तथा पदमाराम मेघवाल, श्रम सलाहकार समिति के अध्यक्ष गफूर अहमद तथा पशुपालन कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष खेताराम देवासी, बालोतरा सहकारी भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष फतेह खान ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में जिला कलक्टर भानु प्रकाष एटूरू समेत जिले के प्रधान, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य समेत बडी संख्या में जन प्रतिनिधि तथा अधिकारी उपसिथत थे। प्रारम्भ में अतिरिक्त कलेक्टर अरूण पुरोंहित ने स्वागत भाषण दिया तथा अन्त में मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर. गुगरवाल ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. जसवन्तसिंह मायला ने किया।
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अधिस्वीकृत पत्रकारों को लैपटाप वितरित
बाडमेर, 15 सितम्बर। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुरूप रविवार को जिले के अधिस्वीकृत पत्रकारों को लेपटाप वितरित किये गये।
जिला मुख्यालय पर निर्मित राजीव गांधी भारत निर्माण सेवा केन्द्र के लोकार्पण के पश्चात भगवान महावीर टाउन हाल में आयोजित समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी, क्षेत्रीय सांसद हरीश चौघरी, जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, विधायक मेवाराम जैन तथा पदमाराम मेघवाल ने समारोह के दौरान अधिस्वीकृत पत्रकार भूरचन्द जैन, अचलेश्वर आर्य, भंवरलाल पंवार, गौरी शंकर शर्मा तथा चन्द्र प्रकाश व्यास को लैपटाप का वितरण किया। जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी श्रवण चौधरी ने प्रभारी मंत्री को मुख्यमंत्री की अधिस्वीकृत पत्रकारों को लैपटाप वितरण की घोषणा की जानकारी दी। 
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बाड़मेर काले झंडो से विरोध के डर से प्रभारी मंत्री काफिला ले भागे


बाड़मेर काले झंडो से विरोध के डर से प्रभारी मंत्री काफिला ले भागे 
 


बाड़मेर रविवार को प्रभारी मंत्री दिलीप चोधरी राजीव गाँधी सेवा केंद्र का लोकार्पण करने के बाद जब एक सभा को संबोधित करने के बाद तय कार्यक्रम के तहत उन्हें सर्किट हाउस जाने था इस दोहरान ही उनके साथ कई और मंत्री और विधायक सहित कई नेता और प्रशाशन के अधिकारी भी मोजूद थे लेकिन जब उन्हें इस बात कि भनक पड़ी कि रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के लोगो रस्ते में उनका विरोध काले झंडे से करने वाले है तो मंत्री जी के साथ ही पुलिस के हाथ पैर फुल गए और पुलिस ने आनन फानन में धरने पर भारी पुलिस बल तेनात कर दिया और उसके बाद पुलिस के अधिकारियो ने बाड़मेर शहर के विभिन्न रास्ते और गलियों से मंत्री जी के काफिले को शहर के बाहर सर्किट हाउस पहुचाया तब जाकर मंत्री और प्रशाशन ने राहत की साँस ली इस कड़ी में रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की मांग को लेकर बाड़मेर शहर में दर्जनों लोगो जिला कलक्टर के आगे आने जाने वाले लोगो को काले झंडे दिखाकर सरकार को चेताया कि अगर उनकी माग नहीं मानी गई तो यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 बजे रिफाइनरी का शिलान्यास का भू पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा गोरतलब है कि लंबे इंतजार के बाद बाड़मेर के पचपदरा में लगने वाली रिफाइनरी के शिलान्यास कार्यक्रम को हरी झंडी मिल गई है। यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 बजे रिफाइनरी का शिलान्यास करेंगी। वे यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगी। वही दूसरी और कि अगर सरकार ने रिफाइनरी को लीलाला नहीं लगाया तो आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावो में कांग्रेस को इस बात का खामियाजा भुगतना पड़ेगा इस आन्दोलन के ही चलते बाड़मेर जिले मेंसूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाड़मेर नहीं आ प् रहे है ऐसे में सरकार और प्रशाशन के लिए सबसे बड़ी चुनोती यह है कि यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के बाड़मेर दौर के दोहरान कोई हंगामा न हो जाएइसलिए अब पुलिस और खुफिया विभाग अब रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े नेताओ हर हरकत पर नजर रखे हुए है और पल पल की रिपोट जयपुर जा रही है

विदाई एक और जांबाज़ ऑफिसर नाजिम अली खान की



विदाई एक और जांबाज़ ऑफिसर नाजिम अली खान की


अपराधियों की आँखों में  खौफ नज़र आया नाजिम का पहली बार 



बाड़मेर अधिकारी आते जाते रहते हें। सरहदी जिले बाड़मेर में कई बेहतरीन अधिकारी पुलिस और प्रशासन में आये ,तो कुछ ऐसे भी आये जिनके नाम भी लोगो को याद नहीं। मगर पुलिस उप अधीक्षक पद पर मेरी पत्रकारिता की पचीस साल के अनुभव में इस पद पर पहले हनुमान प्रसाद मीणा आये थे ,करीब दस ग्यारह साल पहले ,जिन्होंने अपनी कार्यशैली से लोगो को प्रभावित किया था। उनके काम करने का अंदाज़ बड़ा जुदा था ,मीना जी इस वक्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोटा हें शायद ,आज बाड़मेर की क़ानून व्यवस्था को नया आयाम देने वाले पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली खान का स्थानान्तरण कोटा हो गया ,बाड़मेर जैसे जिले से कोटा लगाना अधिकारी के लिए सम्मान की बात हें। मगर नाजिम अली ने बाड़मेर की कानून व्यवस्था में जो अपना योगदान दिया उसे बाड़मेर की जनता कभी भूल नहीं पाएगी। अधिकारी पुलिस का हो तो आरोप लगने तय होते हें। नाजिम अली ने अपने उच्च अधिकारियो के भरोसे को हमेशा कायम रखा ,अपराधियों तक कैसे पहुंचा जाता हें यह नए पुलिस अधिकारियो को उनसे सीखना चाहिए ,बाड़मेर में गत चार सालो से नए तरह के अपराधो का सिलसिला चल पडा था तो जनता ने कानून व्यबस्था भंग करने के नए तरीके इज्जाद कर लिए। कंपनियों के आने के बाद शवो के सौदे होना आम बात हो गयी। शवो को सड़को या अस्पतालों में रखकर उनके सौदे करना भी। इन हालातो से नाजिम अली बेहतर तरीके से निपटे ,शायद दूसरा अधिकारी इससे अछे इन मामलो को निपटा नहीं सकता ,हुदंग मचने वालो को भी जब तक नाजिम मौके पर नहीं पहुंचाते मौका। मिलता हा,मने अपनी आँखों से कई बार देखा की हुड़दंगी जैसे नाजिम मौके पर आते एकदम शांत हो जाते ,बाड़मेर में हाई लूट की वारदातों में अप्रत्यासित वृद्धि हुई ,इन मामलो की जड़ तक भी नाजिम ही पहुंचे ,बाड़मेर में गंग रेप की संवेदनशील घटाने भी बहुत हुई ,कई बार हालत बिगड़ने के आसरा भी बने मगर उन्हें भी सही सुझबुझ से निपटाया। सरकारी भर्तियो में बाड़मेर हज़ारो अभ्यर्थी परीक्षा देने आये ,कानून व्यवस्था जैसी चक चौबंद रही सलाम हें इस अधिकारी को। नाजिम अली और राहुल बारहट निवर्तमान पुलिस अधीक्षक की जोड़ी ने बाड़मेर में अमन और शांति की जो मिशाल कायम की इतिहास बनेगी ,नाजिम अली ने अपने दो साल के कार्यकाल में आम जन हितार्थ काम करने में कोई कसार नहीं छोड़ी ,उनके उज्जवल भविष्य की कामनाए ,वे जन्हा जाये देश और राज्य की सेवा इसी तरह करते रहे ,बाड़मेर की जनता का दिल से सलाम 


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रेवाड़ी की रैली में मोदी : कहा, नेता सीखें सेना से असली सेक्युलेरिज्म



रेवाड़ी: प्रधानमंत्री पद के लिए बीजेपी उम्मीदवार चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के रेवाड़ी में अपनी पहली रैली को संबोधित किया। मोदी यहां पूर्व सैन्यकर्मियों की एक रैली को संबोधित करने पहुंचे थे, जिसमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह भी मौजूद थे। उनके साथ कई सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों ने भी रैली में हिस्सा लिया। जैसे ही मोदी मंच से भाषण देने के लिए उठे वहां मौजूद करीब डेढ़ लाख लोगों की तालियों की जोरदार गड़गड़ाहट के बीच स्पीकर पर शेर की आवाज सुनाई गई।
रेवाड़ी की रैली में मोदी : कहा, नेता सीखें सेना से असली सेक्युलेरिज्म
सेना के पूर्व अफसरों और जवानों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि रिझांग्ला, त्रिशूर या करगिल की लड़ाई हो, भारतीय सेना ने शाहदत का शतक लगाया। सैनिक का जीवन किसी ऋषि-मुनि से कम नहीं है।

कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पूरा एक दशक होने को आया, कोई अच्छी खबर सुनने को नहीं मिली। उन्होंने कहा कि मैं भारत के वैज्ञानिकों का अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया।

जब सेना में भर्ती होना चाहते थे मोदी

मोदी ने कहा कि पीएम प्रत्याशी घोषित होने पर इतनी खुशी नहीं हुई, जितनी इस कार्यक्रम में शरीक होकर हो रही है। मैं चौथी कक्षा का छात्र था, गरीब था, दो रुपये एक साथ नहीं देखे थे, अखबार में इश्तहार था, सैनिक स्कूल में दाखिले का। दो रुपये जमाकर मैंने पोस्ट ऑफिस के पोस्टमास्टर की मदद से स्कूल का प्रोस्पैक्टस मंगवाया। मैं मानता था कि देश की सेवा करना यानि सेना में जाना। मैंने फार्म जमा किया। पिता जी से टिकट के पैसे मांगें की परीक्षा देनी है, लेकिन पिता जी पैसे का इंतजाम नहीं कर पाए और मैं दाखिला नहीं ले पाया।

मोदी ने आगे कहा, मैं छठी कक्षा का छात्र था, जब चीन युद्ध हुआ, तब मैंने सैनिकों की सेवा की। बाद में भारतीय जनता पार्टी में रहकर सेना के करीब आने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि ईश्वर का संकेत है कि पीएम उम्मीदवारी की घोषणा के बाद मैं पहले से तय इस रैली में आया हूं।

उन्होंने कहा, हरियाणा में स्वामी दयानंद सरस्वती का प्रभाव रहा है। इमरजेंसी के दौरान मोराजी देसाई को हरियाणा की जेल में रखा गया था। चौधरी देवीलाल, चौधरी बंशीलाल के साथ काम करने का मौका मिला। रेवाड़ी में अटल बिहारी वाजपेयी के साथ रैली की थी।

रैली की अपार भीड़ को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह परिवर्तन की पुकार है, दिल्ली की सल्तनत को ललकार है। इस भूमि पर गीता का संदेश भगवान श्रीकृष्ण ने दिया था। देश में भी संकट के समय सैनिक काम आते हैं। गुजरात का विनाशकारी भूकंप हो या उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा, सेना ने हर मुश्किल घड़ी में देश की सेवा की है।

मौजूदा सीमा तनाव पर

नियंत्रण रेखा पर शहीद सैनिकों के बारे में रक्षामंत्री एंटनी के बयान की मोदी ने निंदा की। उन्होंने बिहार की जेडीयू सरकार के एक मंत्री के भी सैनिकों पर दिए गए उस बयान की कड़ी निंदा की, जिसमें मंत्री ने कहा था कि सेना में लोग मरने के लिए ही जाते हैं। मोदी ने कहा, अगर दिवाली मनाने का मौका मिलता है, तो मैं सीमा पर चला जाता हूं। उन्होंने कहा कि 700 किलोमीटर पाइपलाइन डालकर सीमा पर सैनिकों को नर्मदा का साफ पानी पीने के लिए उपलब्ध कराया गया है। सीमा पर काम करने वाले जवान के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। हमने गुजरात से सटी पाकिस्तान की सीमा पर शहीद स्मारक बनाया है।

सीमा पर चीन और पाकिस्तान की घटनाओं पर उन्होंने कहा कि यह सब सेना की कमजोरी के कारण नहीं हो रहा है। यह सब सीमा की समस्या नहीं है, यह दिल्ली की समस्या है। इस समस्या का समाधान भी दिल्ली से खोजना पड़ेगा। इस समस्या का समाधान दिल्ली में सक्षम, देशभक्त सरकार बनाकर ही हो सकता है।

आतंकवाद और माओवाद

मोदी ने कहा कि भारत ने जितने जवान युद्ध में नहीं गंवाए, उससे ज्यादा आतंकवादियों, विघटनकारी शक्तियों और माओवादियों से लड़ाई में गंवाए हैं। तीसरे विश्वयुद्ध की संभावना को टालने के दम पर मोदी ने कहा कि यूएनओ को गर्व नहीं करना चाहिए। अब देश ज्यादा छद्म युद्ध से परेशान है, जिसका नाम है आतंकवाद और माओवाद। पूरे विश्व में माओवाद और आतंकवाद के खिलाफ जनमत तैयार होना चाहिए। मोदी ने कहा, आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। हिंसा मानवता की कब्र खोदती है। गरीब देश के नौजवनों को सुरक्षित करने के लिए शांति पहली जरूरत है।

पाकिस्तान के बारे में

पाकिस्तान के बारे में मोदी ने कहा, पाकिस्तान में चुनी सरकार आई है। उससे अपेक्षा है कि भारत विरोध की नीति छोड़ मित्रता की नीति अपनाए। बम, बंदूक और पिस्तौल ने 60 साल में पाकिस्तान का भला नहीं किया। पहले लड़ाई सीमा पर होती थी, अब निर्दोष नागरिकों को मारने की लड़ाई का खेल चल रह है। यह आतंकवाद किसी देश का भला नहीं करता। पाकिस्तान को सलाह दी कि गरीबी, अशिक्षा और अंधश्रद्धा के खिलाफ लड़ाई करें। विश्वशांति का मकसद लेकर चलना होगा। केवल 10 साल आप पाकिस्तान में आतंकवाद को प्रश्रय न दें, तो विकास की बयार बहेगी और गरीबी दूर होगी।

सेक्युलेरिज्म पर

मोदी ने कहा, आज देश में वोट बैंक की राजनीति का खेल इतना घिनौना हो गया है कि समाज को टुकड़े-टुकड़े में बांट दिया गया है। सेक्युलेरिज्म का छाता लेकर पार्टियां लोगों को बांट रही हैं। अगर सच्चा सेक्युलेरिज्म देखना हो, तो सेना एक मिसाल है। राजनेताओं को भारतीय सेना से सीख लेनी चाहिए। 1857 का संग्राम भी सेक्युलेरिज्म की मिसाल है। सेना आज भी परंपरा निभा रही है। देश में सत्ता के भूखे लोगों ने पहली बार यह प्रयास किया है कि सेना में हिन्दू, मुसलमान की गिनती का आदेश दिया है। सेना को भी संप्रदाय में रंगने का काम इस सरकार ने किया है। हम सेना में इस प्रकार की कोई गिनती नहीं होने देंगे।

'वन रैंक, वन पेंशन' पर

किसी भी देश के लिए यह बहुत बड़ी चुनौती है, अगर नौजवान सेना में जाना नहीं चाहते हैं। अब युद्ध सीमा पर नहीं, टेक्नोलॉजी से लड़े जाएंगे। सेना में जाना एक गौरव की बात हो ऐसा माहौल बनाना होगा। वन रैंक वन पेंशन की बात पर मोदी ने भारत सरकार से श्वेत पत्र की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर 2004 में वाजपेयी जी की सरकार बनी होती, तब इसका समाधान निकल चुका होता।

हथियारों के आयात पर

उन्होंने हथियारों के आयात पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर इससे किसका फायदा हो रहा है। इतने सालों में भारत आत्मनिर्भर नहीं बन पाया। हमने गुजरात में डिफेंस इक्विपमेंट इंजीनियरिंग का कोर्स शुरू किया है। हम भारतीय कंपनियों को प्राथमिकता देंगे।


पटेल की प्रतिमा के बारे में

मैं नौजवानों से मताधिकार प्रयोग करने का आह्वान करता हूं। उन्होंने कहा कि युवा को 18 साल के होने पर बधाई देनी चाहिए। अगर हमें देश को मजबूत बनाना होगा देश के मतदाता को जोड़ना होगा। इस देश को एक करने का काम सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया था। पिछले कई वर्षों से सरदार पटेल को भुला दिया गया है। सरदार पटेल किसान थे, आजादी के समय किसानों को जोड़ने का काम उन्होंने किया था। सरदार पटेल की भव्य प्रतिमा बनानी है, यह प्रतिमा अमेरिका की स्टेच्यु ऑफ लिबर्टी से दो गुनी बड़ी बननी चाहिए। इस प्रतिमा का नाम स्टेच्यू ऑफ युनिटी बनाना रखा गया है। उसके लिए देश हर गांव से लोहा चाहिए। मुझे किसानों के खेत का औजार चाहिए।

१०८ एम्बुलेंस में डिलीवरी महिला ने बच्चे को दिया जन्म

१०८  एम्बुलेंस में डिलीवरी महिला ने बच्चे को दिया जन्म 

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के आटी  गर्भवती महिला को प्रसय के लिए एम्बुलेंस 108 में रात्रि साढ़े बारह बजे बाड़मेर अस्पताल लाया जा रहा था ,इसी दौरान महिला को प्रसव पीड़ा तेज़ हो गयी तो तत्काल चिकित्सक को मौके पर बुलाकर प्रसव संपन कराया ,महिला मीना देवी पत्नी सुरेश कुमार जाती नाई  ने एम्बुलेंस में ही एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। बाद में जच्चा और बच्चा को राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। 

प्यार में धोखा खा गई महिला कांस्टेबल

प्यार में धोखा खा गई महिला कांस्टेबल

महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में महिला सिपाही के यौन शोषण के आरोप में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के तथाकथित नेता और उसके परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रदीप कु मार वर्मा ने बताया कि जिले के कबरई थाने में तैनात रही महिला सिपाही ने एक सप्ताह पहले उच्चाधिकारियों को लिखित शिकायत में कस्बे के निवासी सपा नेता और क्रे शर व्यवसायी बलबीर सिंह यादव पर उसके साथ धोखाधड़ी करते हुए यौन उत्पीडन का आरोप लगाया था। महिला सिपाही के अनुसार उसकी बिरादरी के आरोपी बलबीर सिंह ने शादी का झांसा देकर उसे प्रेमजाल में फंसाया और उसके साथ सम्बंध बनाए बाद में उससे किनारा कर लिया।

महिला सिपाही का आरोप है कि सपा नेता के इस कृ त्य में उसके मां-बाप ने भी पूरा साथ दिया। सब कु छ जानते हुए वे अंजान बने रहे बल्कि उसे प्रोत्साहित भी करते रहे। प्यार में मिले इस धोखे से जीवन नरक बनने की आशंका देख महिला सिपाही ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंप समूचे प्रकरण से अवगत कराते हुए आरोपी व उसके परिजनों पर कार्रवाई की मांग की थी।

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मामले की जांच कराई गई और प्रकरण सही पाया गया। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पुलिस जांच के दौरान मामले में दोनो पक्षों में सुलह-समझौते का पूरा समय दिया गया था। बिरादरी की पंचायत में भी प्रकरण को हल करने की कोशिश की गई लेकिन महिला सिपाही इस बात से वाकिफ थी कि आरोपी सपा नेता शादीशुदा है। इसके बाद भी वह उसकी दूसरी पत्नी बनकर रहने को भी राजी थी।

लेकिन आरोपी इस पर भी रजामंद नही हुआ। परिणामस्रू प इस मामले में महिला सिपाही की तहरीर पर सपा नेता बलबीर यादव व उसके माता पिता के विरूद्ध संबंधित मुकदमा पंजीकृ त करा दिया गया है। इसके पहले भी आदिवासी महिला से सामूहिक बलात्कार के मामले में जिले के एक प्रमुख सपा नेता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो चुका है।

चीन और यूरोप तक मार करने में सक्षम मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण



लंबी दूरी की परमाणु सक्षम अग्नि 5 मिसाइल का ओड़िशा के तट पर व्हीलर द्वीप से दूसरा परीक्षण किया गया. यह मिसाइल 5000 किलोमीटर तक परमाणु हमला करने में सक्षम है. पिछले साल अप्रैल में इसका पहला टेस्ट हुआ था.
अग्नि-5
यह मिसाइल चीन तक मार करने की क्षमता रखती है. यानी इसकी जद में दुनिया के महत्वपूर्ण शहर बीजिंग, शंघाई से लेकर तेहरान तक होंगे. इसकी पहुंच यूरोप तक भी है. 5000 किलोमीटर तक रेंज के मिसाइल दुनिया के सिर्फ पांच देशों के पास है. संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद् के स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका और ब्रिटेन के पास ही इतनी लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार हैं.


यह मिसाइल 1000 किलो तक के परमाणु हथियार को ले जा सकती है. 50 टन भारी यह मिसाइल 17 मीटर (56 फुट) लंबी है.


इस सफल परीक्षण से भारत की सामरिक शक्तियों में इजाफा हुआ है.


 

रिफायनरी शिलान्यास से पहले नाजिम अली को हटाना घातक साबित हो सकता हें सरकार के लिए

बाड़मेर और गुडा पुलिस उप अधीक्षक के तबादले 

रिफायनरी शिलान्यास से पहले नाजिम अली को हटाना घातक साबित हो सकता हें सरकार के लिए 

बाड़मेर राज्य सरकार की कार्मिक विभाग नवे आदेश जरी कर बाड़मेर के पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली खान का तबादला कर उन्हें कोटा भेज हें वाही गुडा दीप्ती अर्जुन सिओङ्घ को बदल मंगलाराम कलबी को लगाया हें। बाड़मेर पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली को कोटा जैसी महत्वपूर्ण स्थान पर लगा कर सरकार ने उन्हें एक तरह से बेहतरीन सेवाओ का पुरुस्कार ही दिया हें मगर आगामी सप्ताह बाड़मेर में विवादों के बीच श्री मति सोनिया गाँधी के पचपदरा में रिफायनरी के शिलान्यास से पहले उनका तबादला सरकार के लिए मुशीबत कड़ी कर सकता हें। रिफायनरी के शिलान्यास कार्यक्रम का विरोध की घोषण रिफायनरी बचाओ संघर्ष समिति कर चुकी हें ऐसे में कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था भंग होने की आशंका हें ,बाड़मेर में एक मात्र दबंग पुलिस ऑफिसर नाजिम अली इस अछे से हेंडल करने में सक्षम थे उनका खौफ अपराधियों पर सीधा हें। उनसे असामाजिक तत्व कांपते हें। उनके रहते शांति व्यवस्था की उम्मीद की जा सकती थी।

जनता की नहीं सुनी,बाड़मेर कलेक्टर को थमाया सरकार ने कडा नोटिस

जनता की नहीं सुनी,बाड़मेर कलेक्टर को थमाया सरकार ने कडा नोटिस 


जयपुर। जनता को सुनवाई के अधिकार के क्रियान्वयन को लेकर मिली शिकायतों और जांच के आधार पर मुख्य सचिव सी.के. मैथ्यू ने बाड़मेर कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू सहित 14 जिला कलक्टरों को कारण बताओ नोटिस दिए हैं।हमने इस वेब न्यूज़ पर बाड़मेर कलेक्टर की कार्यशैली पर कड़ी तिपनियो के साथ लिखा था। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर को नोटिस थमा दिया। 

मैथ्यू ने कड़े मोबाइल मैसेज भी भेजे हैं। पांच कलक्टरों को सराहना पत्र भी भेजे गए हैं। नोटिस में कलक्टरों को कहा गया है कि उन्होंने राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जन सुनवाई के अधिकार और उसके तहत होने वाली गतिविधियों पर ध्यान नहीं दिया। प्रशासनिक सुधार विभाग को लगातार जन सुनवाई के संबंध में शिकायतें मिल रही हैं।


इसलिए इस बारे में कारण सहित स्थिति स्पष्ट करें। सुनवाई का अधिकार कानून 1 अगस्त, 2012 को लागू हुआ और 20 अप्रेल, 2013 को सुनवाई केन्द्र बनाए गए।

इनसे पूछा बताओ कारण


टी. रविकांत (जयपुर)
भानुप्रकाश एटरू (बाड़मेर)
नीरज के. पवन (भरतपुर)
जोगाराम (कोटा)
कुमार पाल गौतम (धौलपुर)
धर्मेन्द्र भटनागर (श्रीगंगानगर)
लालचंद असवाल (टोंक)
अम्बरीश कुमार (पाली)
विक्रम सिंह चौहान (डूंगरपुर)
आनंधी (बूंदी)
सुमति लाल बोहरा (बारां)
एस. एस. सोहता (सीकर)
नारायण लाल मीणा (जैसलमेर)
रतन लाहोटी (प्रतापगढ़)

ऎसी आ रही हैं शिकायतें

सुनवाई सामूहिक रूप से खुली चर्चा में होना अनिवार्य है, लेकिन अधिकारी अक्सर एक-एक व्यक्ति को बुलाकर सुनवाई करते हैं।

सुनवाई नियमित रूप से नहीं हो रही है।

कुछ अधिकारी ग्रामीणों से अंग्रेजी में बात कहते या लिख कर दे देते हैं (उदयपुर जिले के वल्लभनगर-कोटड़ा क्षेत्र में)
निर्णय करके अवगत करवाना जरूरी होता है, लेकिन निर्णय नहीं किए जा रहे, सुनवाई केन्द्र नियमित रूप से खुलते ही नहीं हैं

लाल, पीली, सफेद रसीद के बिना सुनवाई संभव नहीं। लेकिन कई केन्द्रों पर यह रसीदें हैं ही नहीं

मुख्य सचिव व प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से विभिन्न पत्र भेजे गए, लेकिन सुधार नहीं हुआ।

इन्हें मिली सराहना

प्रीतम बी. यशवंत (राजसमंद)
आर. एस. जाखड़ (अलवर)
पी. सी. किशन (हनुमानगढ़)
ओंकार सिंह (भीलवाड़ा)
वैभव गालरिया (अजमेर)

(इनमें अजमेर
व भीलवाड़ा के कलक्टरों को फरवरी-13 में चेताया गया था, उन्होंने इसमें खासा सुधार किया है)

शिकायतें मिल रही हैं

हां, कुछ जिलों में सुनवाई ठीक ढंग से नहीं हो रही है। इसकी शिकायतें लगातार मिल रही हैं। ऎसे में राज्य सरकार की ओर से कड़े नोटिस जारी किए गए हैं।

बन्नालाल, निदेशक-प्रशासनिक सुधार विभाग