रविवार, 15 सितंबर 2013

बाड़मेर काले झंडो से विरोध के डर से प्रभारी मंत्री काफिला ले भागे


बाड़मेर काले झंडो से विरोध के डर से प्रभारी मंत्री काफिला ले भागे 
 


बाड़मेर रविवार को प्रभारी मंत्री दिलीप चोधरी राजीव गाँधी सेवा केंद्र का लोकार्पण करने के बाद जब एक सभा को संबोधित करने के बाद तय कार्यक्रम के तहत उन्हें सर्किट हाउस जाने था इस दोहरान ही उनके साथ कई और मंत्री और विधायक सहित कई नेता और प्रशाशन के अधिकारी भी मोजूद थे लेकिन जब उन्हें इस बात कि भनक पड़ी कि रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के लोगो रस्ते में उनका विरोध काले झंडे से करने वाले है तो मंत्री जी के साथ ही पुलिस के हाथ पैर फुल गए और पुलिस ने आनन फानन में धरने पर भारी पुलिस बल तेनात कर दिया और उसके बाद पुलिस के अधिकारियो ने बाड़मेर शहर के विभिन्न रास्ते और गलियों से मंत्री जी के काफिले को शहर के बाहर सर्किट हाउस पहुचाया तब जाकर मंत्री और प्रशाशन ने राहत की साँस ली इस कड़ी में रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की मांग को लेकर बाड़मेर शहर में दर्जनों लोगो जिला कलक्टर के आगे आने जाने वाले लोगो को काले झंडे दिखाकर सरकार को चेताया कि अगर उनकी माग नहीं मानी गई तो यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 बजे रिफाइनरी का शिलान्यास का भू पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा गोरतलब है कि लंबे इंतजार के बाद बाड़मेर के पचपदरा में लगने वाली रिफाइनरी के शिलान्यास कार्यक्रम को हरी झंडी मिल गई है। यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 बजे रिफाइनरी का शिलान्यास करेंगी। वे यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगी। वही दूसरी और कि अगर सरकार ने रिफाइनरी को लीलाला नहीं लगाया तो आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावो में कांग्रेस को इस बात का खामियाजा भुगतना पड़ेगा इस आन्दोलन के ही चलते बाड़मेर जिले मेंसूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाड़मेर नहीं आ प् रहे है ऐसे में सरकार और प्रशाशन के लिए सबसे बड़ी चुनोती यह है कि यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के बाड़मेर दौर के दोहरान कोई हंगामा न हो जाएइसलिए अब पुलिस और खुफिया विभाग अब रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े नेताओ हर हरकत पर नजर रखे हुए है और पल पल की रिपोट जयपुर जा रही है

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें