रविवार, 15 सितंबर 2013

प्यार और सेक्स के कारण होती हैं सबसे ज्यादा हत्याएं

नई दिल्ली। प्यार जिंदगी संवारता है, लेकिन अगर भारत में ताजा क्रइम आंकड़ों पर नजर डालें तो ज्यादातर मर्डर प्यार या शारीरिक संबधों की वजह से हो रहे हैं। 2012 के आंकड़ों के मुताबिक पुश्तैनी विवादों और संपत्ति के झगड़ों के बाद सबसे ज्यादा हत्याएं लव अफेयर्स या सेक्शुअल रिलेशंस के कारण होती हैं। प्यार और सेक्स के कारण होती हैं सबसे ज्यादा हत्याएं

वहीं सबसे ज्यादा मर्डर आंध्र प्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब में होती हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से जारी किए गए 2012 के क्राइम डेटा के मुताबिक देश भर में जहां संपत्ति के झगड़े में 3169 लोगों का कत्ल हुआ वहीं 2549 लोगों की हत्या लव अफेयर्स या सेक्शुअल रिलेशंस के चलते कर दी गई।


देश की कई राज्यों में प्यार और सेक्स के कारण की गई हत्याएं पुश्तैनी झगड़ों और संपत्ति के लिए की गई हत्याओं के लगभग बराबर हैं। आंध्र प्रदेश में 445 मर्डर, यूपी में 325, महाराष्ट्र में 254, पंजाब में 83, जम्मू कश्मीर में 11, हिमाचल प्रदेश में 10, नागालैंड में 2, तमिल नाडु में 291, गुजरात में 116 और दिल्ली में प्यार और सेक्स के कारण 54 हत्याएं हुई।


ऑनर किलिंग के लिए मश्हूर हरियाण हालांकि उन राज्यों में शुमार नहीं है जहां प्यार के कारण सबसे ज्यादा हत्याएं होती हैं। यहां प्यार के लिए 50 और आपसी झगड़े के कारण 218 मर्डर दर्ज किए गए हैं। वहीं केरल में प्यार के दुश्मन सबसे कम हैं। यहां केवल तीन मर्डर हुए। इसके अलावा राजस्थान और पश्चिम बंगाल में भी प्यार के लिए केवल 39 मर्डर दर्ज किए गए हैं।


एनसीआरबी के डाटा में हत्या के कारणों पर भी बड़ा खुलासा किया गया है। बिहार में वर्ष 2012 में सबसे ज्यादा हत्याएं संपत्ति के झगड़े को लेकर हुई हैं देश भर की 36.6 प्रतिशत हत्याएं बिहार में हुई हैं। बिहार में आपसी झगड़े में 570 हत्याएं हुई हैं जबकि यूपी में पिछले साल आपसी झगड़े में 4966 हत्याएं हुई हैं।


असम में सबसे ज्यादा हत्याएं जाति की वजह से हुई, जबकि दहेज के लिए ओडिश और पश्चिम बंगाल में क्रमश: 415 और 252 हत्याएं हुई। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में 167, महाराष्ट्र में 130 और बिहार में 102 दहेज हत्याएं हुई। वर्ष 2001 में दहेज के लिए 968 हत्याएं हुई थीं जबकि वर्ष 2012 में 1458 दहेज हत्याएं हुई।

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