मंगलवार, 13 अगस्त 2013

अंसारी के 'अव्यवस्था का महासंघ' टिप्पणी पर बीजेपी का विरोध



राज्यसभा की कार्यवाही बार-बार बाधित होने से उद्विग्न सभापति हामिद अंसारी ने सवाल किया कि क्या सदस्य सदन को 'अव्यवस्था का महासंघ' बनाना चाहते हैं. सभापति की इस टिप्पणी पर कड़ा विरोध जताते हुए बीजेपी ने इसे वापस लेने की मांग की, जबकि सरकार ने इसे सदन की कार्यवाही से निकालने को कहा.
हामिद अंसारी
अंसारी ने यह टिप्पणी सदन की बैठक शुरू होने के कुछ ही समय बाद की. उस समय बीजेपी के सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा से जुड़े भूमि मुद्दे पर नारेबाजी कर रहे थे.

बीजेपी सदस्य हरियाणा में हुए कुछ भूमि सौदों में कथित अनियमितता की जांच और सरकार से जवाब मांग रहे थे. कांग्रेस के कई सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े होकर बीजेपी सदस्यों का विरोध कर रहे थे.

टीडीपी सदस्य अलग तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले के विरोध में ‘आंध प्रदेश बचाओ, लोकतंत्र बचाओ’ नारा लिखी हुई शर्ट पहनकर सदन में आये थे.

अंसारी ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से शांत होने और सदन चलने देने की अपील की.

हंगामा जारी रहने के बीच अंसारी ने कहा, ‘नियम पुस्तिका के प्रत्येक नियम, प्रत्येक शिष्टाचार का उल्लंघन किया जा रहा है. यदि सम्मानित सदस्य सदन को अव्यवस्था का महासंघ बनाना चाहते हैं तो यह अलग बात है.’ सभापति ने हंगामा जारी रहने के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी.

सदन की बैठक फिर शुरू होने पर विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने अंसारी की टिप्पणी पर अप्रसन्नता जताते हुए मांग की कि आसन को इसे वापस लेना चाहिए. उस समय अंसारी आसन पर नहीं थे और उप सभापति पी जे कुरियन सदन संचालित कर रहे थे. जेटली ने पूरे सदन के लिए ‘अव्यवस्थित’ शब्द का प्रयोग किये जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने इसे वापस लिये जाने की भी मांग की.

बीजेपी नेता ने कहा कि किसी एक सदस्य को भी ‘अव्यवस्थित’ कहना असंसदीय है, जबकि आसन ने पूरे सदन को ‘अव्यवस्थित’ बताया है.

बहरहाल, कुरियन ने कहा कि अंसारी ने महज एक सवाल किया था कि कोई भी सदस्य यह नहीं चाहता कि सदन ‘अव्यवस्था का महासंघ’ बने.

इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने आसन से कहा कि विपक्ष के नेता जिस टिप्पणी को हटाने की मांग कर रहे हैं, उसे हटाया जाये.

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सभी सदस्य आसन का काफी सम्मान करते हैं तथा यह बेहतर होगा कि सभापति इसे सदन की कार्यवाही से हटाने की बजाय बिना शर्त इसे वापस ले लें.

बहरहाल, कुरियन ने इस मुद्दे पर कोई ठोस आश्वासन दिये बिना कहा कि इस बारे में वह सदन को बाद में बतायेंगे

पहले बनाया हवस का शिकार,बेटी हुई तो युवक फरार

जयपुर। फोन के जरिए दोस्ती...और फिर चार बच्चियों की मां को शादी का झांसा देकर देह शोषण। ऎसा ही एक मामला सामने आया है कि महिला थाना पश्चिम में। सोमवार को थाने पहुंची पीडिता के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पहले बनाया हवस का शिकार,बेटी हुई तो युवक फरार
जांच अधिकारी संपतराज ने बताया कि कोतवाली थाना इलाके की रहने वाली 32 वर्षीय विवाहिता ने मामला दर्ज कराया है कि उसके पांच पुत्रियां हैं और वह पिछले दो वर्ष से अपने पति से अलग रह रही है। पिछले साल उसके मोबाइल पर एक व्यक्ति का फोन आया और नौकरी लगवाने की बातें करते हुए दोस्ती गांठी ली। आरोप है कि कोटा निवासी 42 वर्षीय राकेश शर्मा ने उसे नौकरी का झांसा देते हुए एक होटल में बुलाया और यहां शादी का वादा करते हुए उसके साथ दुष्कर्म किया।

इसके बाद झांसा देकर आरोपी की ओर से कई बार दुष्कर्म किया, इस दौरान पीडिता गर्भवती हो गई। पीडिता के पुत्री हो जाने पर उसने आरोपी से शादी करने की बात कही,इस पर आरोपी ने इंकार कर दिया और यहां से फरार हो गया। बीते दिन पीडिता ने थाने पहुंच कर पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

संपतराज ने बताया कि आरोपी की तलाश में उसके ठिकानों पर दबिश भी दी गई, लेकिन कोई जानकारी नहीं हो सकी। प्रारंभिक जांच में आरोपी के कोटा निवासी होने और पहले से शादीशुदा होने की जानकारी मिली है। पुलिस ने आरोपी की मोबाइल डिटेल के आधार पर उसके संबंध में जानकारी जुटाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

उपखंड अधिकारी विनीतासिंह ने अधिकारियाें की बैठक लेकर आवश्यक प्रबंधाें की समीक्षा की



मौसमी बीमारियाें से रोकथाम को पुख्ता इतंजाम के निर्देश


बाड़मेर। मौजूदा समय में बारिश के दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षैत्रो मे मौसमी बीमारियाें के रोकथाम के लिए बाड़मेर उपखंड अधिकारी विनीतासिंह ने अधिकारियाें की बैठक लेकर आवश्यक प्रबंधाें की समीक्षा की।

इस दौरान उपखंड अधिकारी विनीतासिंह ने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी अधिकारी को अपने-अपने क्षैत्र मे पूर्ण निगरानी रख कर विशेष सतर्कता बरतें। उन्हाेंने कहा कि वर्तमान में संभावित मौसमी बीमारियां मलेरिया, उल्टी, दस्त, मौसमी बुखार आदि हो सकते है, जिनकी रोकथाम के लिए पुख्ता इतंजाम किए जाए।

बैठक में तहसीलदार रामचन्द्र पंचार, बाड़मेर पंचायत समिति के विकास अधिकारी आर्इदानसिंह समेत कर्इ अधिकारी उपसिथत थे। इस दौरान राजस्व निरीक्षक सुरेन्द्र कुमार माथुर ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र में मच्छरो की रोकथाम के लिए वार्ड 1 से 40 में पार्इरागन छिड़काव कार्य शुरु करने के लिए आदेश दिये गये है। सम्पूर्ण नगर परिषद क्षैत्र मे उपरोक्त छिडकाव समय पर पूर्ण करने हेतु निगरानी रखने के निर्देश दिये गए। शहर मे सफार्इ व्यवस्था समय पर करवाने के साथ नालियाें एवं पानी के भराव आदि क्षैत्र में दवार्इ छिडकाव करने के निर्देश दिए गए। ब्लाक मुख्य चिकित्सा अधिकारी महेशसिंह गौतम ने बताया कि बाड़मेर ब्लाक में स्पे के प्रथम चरण के तहत 63 गांवों में 15 मर्इ से 31 जुलार्इ तक पूर्ण हो चुका है। द्वितीय चरण 01 अगस्त से शुरु कर दिया गया है। साथ ही ऐटी लार्वा गतिविधि प्रत्येक उप केन्द्र पर एएनएम द्वारा किया जा रहा है। बैठक मे उपसिथत सभी अधिकारियो ने अवगत करवाया है, कि वर्तमान में जल प्रदाय योजनाओ के तहत जो पीने का पानी सप्लार्इ हो रहा है। उनमे वांछित दवार्इ डालकर जल शुद्विकरण नही किया जा रहा है। जिस कारण भी मौसमी बीमारियां फैलने की आशंका है। सप्लार्इ किये जा रहे पीने के पानी का जल शुद्विकरण किया जाना आवश्यक है। बैठक में बताया कि बाड़मेर शहरी क्षैत्र मे घरो में पीने का पानी टंकी एवं टांको आदि मे रिजर्व रखा हुआ है। उक्त पानी की टंकी व टांको मे भी जल शुद्विकरण किया जाना आवश्यक है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी को बाड़मेर इस बाबत शहरी क्षैत्र मे सभी घरो मे टंकी एवं टांको मे पड़े रिजर्व पानी में दवार्इ डालकर जल शुद्विकरण करने के निर्देश दिए गए। मौसमी बीमारियो की रोकथाम के लिए आम जनता मे जागरुकता लाने हेतु सभी अधिकारियो को निर्देशित किया गया। सभी लोगो से आग्रह किया जावे कि, वे अपने घरो के आस-पास पडोस मे गंदा पानी एकत्रित नही होने दें। मौसमी बीमारियो की रोकथाम हेतु प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रबन्धो पर आम जनता पूर्ण सहयोग प्रदान करावे। ताकि, इन मौसमी बीमारियो की समय पर रोकथाम की कार्यवाही संभव हो सके।

जानलेवा साबित हुआ पिकनिक मनाना,4 युवकों की मौत

भीलवाड़ा। बेडच नदी पर पिकनिक मना कर घर लौट रहे युवकों से भरे एक टैम्पू को पुर थाना इलाके के ओवरब्रिज पर एक वीडियोकोच बस ने टक्कर मार दी। घटना में टैम्पू सवार चार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए।जानलेवा साबित हुआ पिकनिक मनाना,4 युवकों की मौत
इसमें से चार युवकों को गंभीर हालत में इलाज के लिए उदयपुर रैफर किया गया है। वहीं, पुलिस ने घटना के बाद वीडियोकोच बस को जब्त करते हुए चालक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।



पुलिस के अनुसार पुर थाना इलाके के रहने वाले करीब 13 युवक ऑटो में सवार होकर सोमवार देर शाम को पिकनिक मनाने के लिए बेड़च नदी पर आए थे। यहां से रात करीब 11 बजे लौटते समय टैम्पू जब हाइवे के ओवरब्रिज से गुजर रहा था, इसी दौरान उदयपुर से दिल्ली जा रही एक वीडियोकोच बस ने टैम्पू को टक्कर मार दी। घटना में टैम्पू पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और चालक बस को लेकर मौके से फरार हो गया।


पुलिस ने क्षतिग्रस्त टैम्पू में फंसे लोगों को बाहर निकला। इस दौरान रज्जाक पठान, आफिस अली, ईराज व शहंशाह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ घायलों को इलाज के लिए स्थानीय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत बिगड़ने पर चार को उदयपुर रैफर किया गया।

सेक्स चेंज नहीं करवा पाया तो बन गया ठग



मुंबई। असम का बिदान बरूआ पिछले साल उस वक्त सुर्खियों में आया था जब उसने बोम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर सेक्स चेंज करवाने की अनुमति दिए जाने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने पिछले साल अप्रेल में 23 साल के बिदान के पक्ष में फैसला सुनाया था लेकिन वह अभी तक अपना सेक्स चेंज नहीं करा पाया है क्योंकि मुंबई का कोई भी अस्पताल उसका ऑपरेशन करने के लिए तैयार नहीं हुआ। बिदान के पिता ने सेक्स चेंज कराने का विरोध किया था।


महिला बताकर अधिकारी से ठगे 2 लाख
जब बिदान सेक्स चेंज नहीं करवा पाया तो वह महिला बन लोगों से ठगी करने लगा। उसने फेसबुक पर खुद को महिला बताकर भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी से 2 लाख रूपए ठग लिए। गुवाहाटी पुलिस ने शनिवार को बिदान को गिरफ्तार कर लिया। उसे गुजरात से लाया जा रहा है जहां उसके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया है। भुज पुलिस ने उस अधिकारी की पहचान सार्वजनिक नहीं की है जिसने धोखाधड़ी की शिकायत की थी। 


रूपए मिलने के बाद खत्म कर दिए संपर्क
अधिकारी का कहना है कि बिदान ने फेसबुक पर खुद को महिला बताकर उनसे 2 लाख रूपए ठग लिए थे। बिदान खुद को मोनिषा बताकर अधिकारी के साथ रोमांटिक रिलेशनशिप बना रहा था। अधिकारी और बिदान के बीच कई महीने तक ऑन लाइन बातचीत होती रही। इसी दौरान बिदान ने अधिकारी से 2 लाख रूपए मांगे जब अधिकारी ने यह रकम उसके बैंक अकाउंट में यह राशि जमा करवा दी तो बिदान ने सारे संपर्क खत्म कर दिए। 

तीन दिन पहले हुआ गिरफ्तार

कच्छ के एसपी विधि चौधरी ने इस बात की पुष्टि की है कि भुज के बी डिवीजन पुलिस स्टेशन में बिदान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि बरूआ गुवाहाटी का रहने वाला है। इस पर हमने गुवाहाटी पुलिस को उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के बारे में जानकारी दी। तीन दिन पहले गुवाहाटी पुलिस ने बताया कि हमने बरूआ को गिरफ्तार कर लिया है।

जाति और धर्म देखकर टिकट देने की तैयारी में राजस्थान कांग्रेस

जयपुर।। इसी साल जयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि हमारी पार्टी में जाति और धर्म के लिए कोई जगह नहीं है, मगर उनके इस दावे की पोल राजस्थान में ही खुलती नजर आ रही है। अगर किसी को आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी का टिकट चाहिए, तो इलाके के जातिगत समीकरण उसके पक्ष में होने चाहिए।Congress
जाति आधारित राजनीति पर रोक लगाने के मकसद से सुप्रीम कोर्ट ने जातिगत रैलियों पर रोक लगा दी है, लेकिन कांग्रेस को जीत के लिए यही एक रास्ता नजर आ रहा है। राजस्थान विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने टिकट देने के लिए नया फॉर्म्युला अपनाया है। किसी सीट पर अपना कैंडिडेट उतारने से पहले पार्टी देखेगी कि वहां पर किस धर्म और जाति के कितने वोट हैं। इसी आधार पर तय किया जाएगा कि हर हाल में जीत हासिल करने के लिए किस शख्स को टिकट देना सही रहेगा। उस शख्स को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसने टिकट के लिए उम्मीदवारी जताते वक्त अपने इलाके के मुख्य धार्मिक नेताओं के समर्थन की गारंटी दी हो।

राजस्थान कांग्रेस कमिटी ने सभी डिस्ट्रिक्ट कमिटियों को भी एक सर्क्युलर भेजा है, जिसमें उम्मीदवारों को लेकर 20 अगस्त तक रिपोर्ट मंगवाई गई है। जिला कमिटियों से कहा गया है कि वे विधानसभा सीटों से संभावित उम्मीदवारों के नाम, जाति और धर्म के अलावा यह जानकारी भी भेजे कि किस जाति के उम्मीदवार को टिकट देने से जीत मिल सकती है। पार्टी का टिकट हासिल करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को यह गारंटी भी देनी होगी, कि उनके क्षेत्र के धार्मिक नेता उनका साथ देंगे।टिकट हासिल करने की इच्छा रखने वाले लोगों को 5 पेज का फॉर्म भरना होगा। इसमें उम्मीदवारों यह बताना होगा कि वे किस धर्म और जाति से ताल्लुक रखते हैं और किस आधार पर जीत हासिल कर सकते हैं। पूछा गया है कि आपकी जाति के कितने वोटर आपके साथ हैं और विपक्षी पार्टी के कैंडिडेट के क्या समीकरण हैं। टिकट पाने का इच्छुक शख्स अगर फॉर्म में गलत जानकारी भरता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही गई है। इस फॉर्म के लगभग हर पेज पर धर्म और जाति को तरजीह दी गई है।

कांग्रेस के कई नेता मान रहे हैं कि इस तरह से जाति-धर्म को प्राथमिकता देना सही नहीं है, लेकिन वे खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे। उधर बीजेपी ने भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं। बीजेपी का कहना है कि खुद को जाति और धर्म निरपेक्ष बताने वाली कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है।

भरूच की समुद्री सीमा पर कमांडो टीम तैनात

भरूच।देश की राजधानी नई दिल्ली में आतंकवादी संगठनों की ओर से हमला करने की दी गई धमकी के बाद पूरे गुजरात राज्य में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वलसाड़ के दरिया से 13 आतंकवादियों के घुसने की आईबी रिपोर्ट के बाद भरूच जिले में भी कड़ी सर्तकता बरती जा रही है। भरूच की समुद्री सीमा पर कमांडो टीम तैनात
सोमवार को जिले के पुलिस प्रशासन में काफी हलचल देखने को मिली। जिले की समुद्री सीमा पर कमांडों की टीम को आनन-फानन में तैनात कर दिया गया साथ ही मरीन पुलिस के जवानों को भी तटीय क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया। सोमवार को जिले के 42 स्थानों पर पुलिस की ओर से कड़ी नाकेबंदी कर सघन जांच पड़ताल शुरू की गई।

भरूच पुलिस अधीक्षक विपीन आहिर ने बताया कि सायबर कैफे, रेलवे व बस स्टेशनों पर कड़ी जांच की जा रही है। जगह-जगह पुलिस की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। दरिया किनारे भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है। दहेज मे दरिया किनारे कमांडों की टीम तैनात की गई है। जिले में आतंकवादियों के घुसने के सभी रास्तों पर रोक लगाई गई है।

पति और देवर को दस साल की कैद

जगदलपुर। शहर के एक समय के चर्चित ममता जैन हत्याकाण्ड से बीस साल के बाद पर्दा उठ गया है। प्रथम अपर सत्र न्यायधीश एसशर्मा ने सोमवार को दहेज के लिए प्रताडित कर असामन्य परिस्थितियों में ममता जैन की मौत के लिए उसके पति इंद्रकुमार चौधरी व देवर उदयभान चौधरी को दस साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। पति और देवर को दस साल की कैद
मामले में संलिप्त अन्य चार आरोपियों में से तीन अरूण चौधरी, श्रीमती राजकुमारी जैन व श्रीमती उर्मिला व हुकुमचंद जैन में से हुकुमचंद जैन को दोषमुक्त किया गया वहीं अन्य तीन आरोपियों की मामले की सुनवाई के दौरान मौत हो चुकी है। सरकार की ओर सेपैरवी लोक अभियोजक शकील अहमद ने की।

क्या पाया

प्रथम अपर सत्र न्यायधीश ने गवाहों के बयान और जांच रिपोर्ट के आधार पर पाया कि ममता जैन की मौत के पीछे दहेज का मामला था। दहेज के पैसों की मांग को लेकर उसे प्र्रताडित किया जाता रहा। मौत के बाद भी किसी ने जिम्मेदारी लेनी चाही। मौत के सबब को भी छिपाया गया।

क्या था मामला

प्रतापगंज वार्ड निवासी चौधरी परिवार में 7 मार्च 1992 को इंद्रकुमार चौधरी की शादी ममता जैन से हुई।

इसके एक माह दस दिन के बाद ही 17 अप्रेल 1992 को ममता जैन की मौत हो गई। मृतिका का शव अस्पताल के चीरघर के पास पाया गया था। इसके बाद मृतिका के पिता ने आरोप लगाया था कि शादी से पहले दहेज के नाम पर पचास हजार रूपए देने की बात हुई और शादी के बाद अधिक पैसों की मांग को लेकर उनकी बेटी को प्रताडित किया जाता रहा। बीस सालों के बाद इस मामले को लेकर फैसला आया इस दौरान 18 गवाहों के बयान दर्ज किए गए।

ये था फैसला

ममता जैन के पति इंद्रकुमार को 498 अ के तहत दो वर्ष सश्रम कारावास और दो हजार रूपए अर्थदण्ड, अर्थदण्ड नहीं पटाने पर छ: माह अतिरिक्त कारावास, भादंवि की धारा 304 बी के तहत दोषी पाते दस वर्ष सश्रम कारावास व दो हजार रूपए का अर्थदण्ड व 4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम का दोषी मानते पांच वर्ष सश्रम कारावास व पंद्रह हजार रूपए अर्थदण्ड की सजा सुनाई। अर्थदण्ड अदा नहीं करने पर तीन माह अतिरिक्त सश्रम कारावास का आदेश दिया गया है।

वहीं दामाद उदयभान चौधरी को 498 अ के तहत दो वर्ष सश्रम कारावास और दो हजार रूपए अर्थदण्ड , अर्थदण्ड नहीं पटाने पर छ: माह अतिरिक्त कारावास, भादंवि की धारा 304 बी के तहत दोषी पाते दस वर्ष सश्रम कारावास व दो
हजार रूपए का अर्थदण्ड की सजा सुनाई।

अर्थदण्ड नहीं अदा करने पर दो वर्ष अतिरिक्त सश्रम कारावस के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सजाएं साथ साथ चलेगी। केस की सुनवाई के दौरान जितने दिन जिस आरोपी ने जेल में काटे हैं उन्हें इस सजा से रियायत मिलेगी। मामले के अन्य अभ्युक्त ससुर को दोषमुक्त किया गया।

18000 में बता रहे थे बेटा या बेटी



जयपुर। राजधानी में तमाम प्रयासों के बावजूद भ्रूण लिंग परीक्षण का कारोबार बेखौफ जारी है। जिला प्रशासन ने सोमवार को डिकोय ऑपरेशन (बोगस ग्राहक भेजकर) में चांदी की टकसाल स्थित के.के. हॉस्पिटल एण्ड डायग्नोस्टिक सेंटर पर भ्रूण लिंग परीक्षण के कारोबार का खुलासा किया है।

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इसमें लिप्त डॉक्टरों में सेंटर मालिक डॉ.के.के.शर्मा, आयुर्वेदिक डॉक्टर सीमा गौतम सहित दलाल कपिल, जयसिंह और चंदन शामिल हैं। केन्द्र में पीसीपीएनडीटी कानून के उल्लंघन से संबंघित अन्य कई अनियमितताएं भी पाई गई हैं। केंद्र को सीज कर दिया गया है।



मामले में पीसीपीएनडीटी थाने में मामला दर्ज करवाया जाएगा। राजधानी में वैशाली नगर में एक महिला डॉक्टर, जेके लोन अस्पताल के पास स्थित जांच केन्द्र, सांगानेर पुलिस थाने के पास स्थित एक केन्द्र, जवाहर नगर और आदर्श नगर में संचालित केन्द्रों पर ऎसे मामले पहले भी आ चुके हैं।


आईडी ही फर्जी था


उपखंड अघिकारी अलका विश्नोई ने बताया कि दलालों के जरिए बोगस ग्राहक दोपहर 2 बजे भेजा। तीनों दलाल उसे घुमाते रहे, फिर शाम 5:30 बजे केन्द्र पर ले भ्रूण परीक्षण कर दिया। सौदा 18 हजार में तय हुआ था। 17 हजार उन्हें दे दिए गए थे, जो केन्द्र से बरामद कर लिए हैं। महिला ने आईडी किसी और की दी थी और पति का नाम कुछ और बताया था।



सप्ताह भर पहले भी...


जिला प्रशासन की टीम ने सप्ताह भर पहले भी इसी केन्द्र को डिकोय ऑपरेशन में पकड़ने की कोशिश की थी। लेकिन सतर्क हुआ संचालक तब पकड़ा नहीं जा सका। इसके बाद टीम लगातार केन्द्र पर नजर रखे हुए थी।

छिपाते रहे मुंह


तीनों दलालों ने जैसे ही कैमरों को देखा तो अपने मुंह को छिपाने की कोशिश करने लगे।



भ्रूण परीक्षण रंगे हाथों सामने आने के बाद केन्द्र को सीज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
टी.रविकांत, जिला कलक्टर

स्कूल में छात्रों के पास मिले 40 मोबाइल, कुछ में अश्लील फोटो भी


स्कूल में छात्रों के पास मिले 40 मोबाइल, कुछ में अश्लील फोटो भी 

शिवगंज के सरकारी स्कूल में छात्रों के बैग की तलाशी लेने पर मिले 40 मोबाइल, जांच करने पर दो तीन में मिली अश्लील फोटो भी, -पहले दिन दी गई थी मोबाइल ना लाने की हिदायत, इसके बावजूद छात्रों पर नहीं हुआ असर, स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों को दी जानकारी, भविष्य में स्कूल में मोबाइल का प्रयोग ना करने के निर्देश। 



  शिवगंज



युवाओं के साथ ही अब स्कूली छात्रों में भी मोबाइल का क्रेज बढ़ रहा है। छात्र स्कूल के दौरान भी बेधड़क मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं। शहर के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में जब छात्रों के बैग की तलाशी ली गई तो एक -दो नहीं बल्कि पूरे 40 छात्रों के पास मोबाइल पाए गए। जिनमें दो तीन में तो अश्लील फोटोज तक थे। जबकि एक दिन पूर्व ही स्कूल प्रशासन ने छात्र-छात्राओं को मोबाइल नहीं लाने की हिदायत थी। जिसके बाद दूसरे दिन तलाशी लेने पर 40 छात्रों के पास मोबाइल पाए गए जबकि छात्राओं के पास कोई मोबाइल नहीं पाया गया।

प्रधानाचार्य ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार स्कूल समय के दौरान छात्रों द्वारा मोबाइल के उपयोग की रोकथाम के लिए निरीक्षण अभियान चलाया गया। जिसके तहत पहले दिन प्रधानाचार्य मोहनलाल सोनी ने प्रार्थना सभा में सभी छात्र-छात्राओं को विद्यालय में मोबाइल नहीं लाने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि यदि किसी छात्र-छात्रा के पास मोबाइल पाया गया तो उसे लेकर विद्यालय कार्यालय में रख लिया जाएगा और इसकी जानकारी छात्र-छात्रा के अभिभावक को दी जाएगी। इसके बाद दूसरे दिन जब छात्रों की तलाशी ली गई तो उनके पास करीब 40 मोबाइल मिले।

स्कूल में मोबाइल छात्र हित में नहीं

स्कूल के दौरान छात्र छात्राओं के पास मोबाइल होना उनके हित में नहीं है। विभाग के निर्देशानुसार यह तलाशी ली गई तो 40 मोबाइल बरामद हुए। हमने बच्चों के परिजनों को बुलाकर मोबाइल सौंप दिए। घर पर भी यदि बच्चों के पास मोबाइल हों तो उनकी अभिभावकों को जांच करते रहना चाहिए। - मोहनलाल सोनी, प्रधानाचार्य, शिवगंज

स्कूल में रोकथाम जरुरी

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मोबाइलों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। अध्ययन के समय छात्रों के पास मोबाइल नहीं होना चाहिए। अगर आवश्यक कार्य के लिए छात्र को अपने घर बात करनी भी होती है तो विद्यालय के फोन पर अपने परिजनों से संपर्क कर सकता है। - प्रेमाराम प्रजापत, सेवानिवृत शिक्षक, शिवगंज

छात्रों के अभिभावक भी ध्यान दें

मोबाइल अपने बच्चे के पास किस समय होना चाहिए, इसका निर्णय अभिभावक को भी करना चाहिए। स्कूल में इसके उपयोग से उनकी पढ़ाई पर असर पड़ता है। स्कूल समय में इसकी रोकथाम के लिए यह पहल अच्छी है। -मनसुखलाल मेघवाल, कंपाउडर शिवगंज
स्कूल बैगों की ऐसे हुई तलाशी

विद्यालय के शिक्षक सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि मोबाइलों के लिए जब पहली बार निरीक्षण किया गया,उस समय छात्रों को प्रार्थना सभा स्थल पर ही बिठा कर उनके कक्षाओं में छात्राओं को भेजकर उनके बैगों की तलाशी ली गई। इसके पश्चात इसी प्रकार से छात्राओं को प्रार्थना सभा स्थल पर बिठाकर उनके बैगों की तलाशी छात्रों से करवाई गई। इस तलाशी कार्रवाई में छात्रों के पास तो मोबाइल मिले,लेकिन छात्राओं के पास मोबाइल नहीं पाए गए।

शिवगंज. स्कूल में मोबाइलों की रोकथाम के लिए विद्यार्थियों की तलाशी लेते एवं बैगों की जांच करते शिक्षक।

अश्लील फोटो भी डाउनलोड

छात्रों के पास से मिले 40 मोबाइल्स में से दो तीन में तो अश्लील फोटोज भी डाउनलोड किए हुए थे। इसे विद्यालय प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए विद्यार्थियों के अभिभावकों को इसकी जानकारी दी और विद्यालय में मोबाइल नहीं लाने के लिए पाबंद करते हुए छात्र-छात्राओं से सादे कागज पर शपथ पत्र भी लिखवा कर लिया। इसके बाद विद्यार्थियों के अभिभावकों को बरामद किए सभी मोबाइल सौंप दिए गए। प्रधानाचार्य ने अभिभावकों से भी अपील की हैं कि यदि वे बच्चों को मोबाइल दे तो समय-समय पर उसकी जंच करते रहे। उन्होंने बताया कि स्कूली समय के दौरान बच्चों को मुबाइल रखने से उनकी शिक्षा पर प्रभाव पड़ता है। स्कूल में इस कार्रवाई पर शहर के अनेक नागरिकों ने सराहना की।

फायरिंग में युवक घायल, आरोपी फरार


फायरिंग में युवक घायल, आरोपी फरार 




जाखल गांव की घटना, घायल युवक का कहना फायरिंग की आवाज सुन बाहर आया तो एक छर्रा उसके पेट में लगा, घटना के बाद आरोपी फरार, घटना के बाद परस्पर मामले दर्ज।

  सांचौर
थाना क्षेत्र के जाखल गांव में फायरिंग के दौरान एक युवक के घायल होने का मामला सामने आया है। एसआई गंगाराम चौधरी ने बताया कि सोमवार दिन को क्षेत्र के जाखल गांव में मंगलाराम विश्नोई की ढाणी में हुई फायरिंग के दौरान मोहनलाल पुत्र मंगलाराम विश्नोई निवासी जाखल के पेट पर छर्रा लगा, जिसे नगर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायल युवक ने बताया कि सोमवार दिन को वह घर में सो रहा था। 

इस दौरान फायर की आवाज को सुनकर बाहर आया तो गाडिय़ों में सवार कुछ युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे एक छर्रा उसके पेट पर लगा। इस दौरान आरोपी मौके से भाग गए।

परस्पर मामले दर्ज : घटना के बाद पुलिस थाने में परस्पर मामले दर्ज हुए है। पुलिस के अनुसार मोहनलाल पुत्र मंगलाराम विश्नोई जाखल ने रिपोर्ट ने पेश कर बताया कि बाबूलाल पुत्र भागचंदराम
विश्नोई निवासी डावल, भजनलाल पुत्र केसाराम विश्नोई निवासी पुनासा ने उनके रहवासी घर में अनधिकृत प्रवेश कर अंधाधुंध फायरिंग हमला कर दिया, जिससे उसके पेट पर गोली लगी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। दूसरी ओर देवेन्द्र पुत्र भगवानाराम विश्नोई निवासी सेवड़ी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार रात को वह सांचौर में एक होटल में खाना खा रहा था। इस दौरान राजूराम पुत्र बादराराम विश्नोई निवासी जोगाऊ, प्रकाश पुत्र ठाकराराम विश्नोई निवासी चितलवाना, सोहनलाल पुत्र मंगलाराम विश्नोई निवासी जाखल ने उस पर हमला कर मारपीट व उसकी गाड़ी को टक्कर मार कर क्षतिग्रस्त कर दी, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आंरभ की। 

सोमवार, 12 अगस्त 2013

महिला का हाथ-पैर कटा शव कुएं में मिला

सवाईमाधोपुर। खण्डार क्षेत्र के गोठड़ा गांव की गुर्जर बस्ती के खेतों में एक महिला का हाथ-पैर कटा शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि महिला जानवरों के लिए खेत से चारा लेने गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद घटना की जानकारी ली है। एफएसएल टीम ने वारदात से संबंधित साक्ष्य एकत्र किए हैं।महिला का हाथ-पैर कटा शव कुएं में मिला
पुलिस के मुताबिक गोठड़ा गुर्जर बस्ती की काड़ी (65)पत्नी कल्याण गुर्जर रविवार शाम को खेत पर चारा लेने गई थी। रात तक उसके वापस नहीं आने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। सुबह करीब आठ बजे परिजनों को खेत में बने कमरे के समीप कुंए से करीब सौ मीटर दूर महिला का एक हाथ का कटा हुआ पंजा नजर आया। कटे पंजे से शक होने पर आसपास शव की तलाश की गई तो खेत मे स्थित करीब 95 फीट गहरे कुएं में महिला का शव पड़ा दिखाई दिया।

महिला का शव कुए में दिखने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सात घंटे की मशक्क त के बाद दोपहर दो बजे शव को कुएं से बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि कुएं में जहरीली गैस होने के कारण शव निकालने के लिए सवाईमाधोपुर से ऑक्सीजन के प्रबंध किएगए। इस कारण शव को निकालने में देरी हुई। पुलिस ने बताया कि वृद्धा के दोनों हाथ व पैर कटे हुए थे। दोनों हाथ कोहनी के नीचे से काटे गए हैं। इसी प्रकार दोनों पैर भी घुटनों के नीचे से काट रखे थे। पुलिस को दूसरा पंजा नहीं मिला है। पुलिस खेत व कुएं में पंजे की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि महिला ने पैर में चांदी के कड़े पहन रखे थे, जो घटना स्थल पर नहीं मिले।

शादी के नाम पर लड़की कर रही"ब्लैकमेल"

पटना। बिहार की राजधानी पटना के एक थाने में एक युवक ने एक लड़की पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। लड़के का आरोप है कि ब्लैकमेल के जरिए लड़की अब तक डेढ़ लाख रूपए से ज्यादा के उपहार उससे वसूल चुकी है।शादी के नाम पर लड़की कर रही"ब्लैकमेल"

पुलिस के अनुसार पटना के अकिलपुर थाना क्षेत्र के बभनगांव निवासी सिद्घार्थ पांडेय दिल्ली के आदर्शनगर में परिवार के साथ रहकर पढ़ाई करता है, साथ ही एक निजी कंपनी में काम भी करता है। सिद्घार्थ का आरोप है कि पिछले वर्ष एक रिश्तेदार की शादी में वह दिल्ली से दानापुर आया था। इस दौरान दानापुर के शाहपुर की एक 25 वर्षीय लड़की ने एक बच्ची के हाथ से अपना फोटो और फोन नंबर भिजवाया। दो दिनों के बाद जब सिद्घार्थ दिल्ली लौट आया, तब उसने दिए गए फोन नंबर पर संपर्क किया तो लड़की ने कहा कि वह उसे पसंद करने लगी है, वह उससे विवाह करेगी।


सिद्घार्थ का कहना है कि इसके बाद उसने लड़की से बातचीत बंद कर दी। इसके बाद लड़की की मां और उसकी छोटी बहन ने फोनकर कहा कि अगर वह उससे बात नहीं करेगा तो वह आत्महत्या कर लेगी। इस डर से सिद्घार्थ लड़की से फोन पर बातें करने लगा। आरोप है कि लड़की इस दौरान लगातार सिद्घार्थ पर विवाह करने का दबाव डालने लगी और ऎसा नहीं करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगी।


इसके बाद लड़की सिद्घार्थ से महंगे उपहारों की मांग करने लगी। सिद्घार्थ का कहना है कि डर के कारण वह महंगे उपहार दिल्ली से कूरियर से भेजता रहा और उसकी मांगें पूरी करता रहा। उसने आरोप लगाया है कि अब तक लड़की को वह नकद सहित डेढ़ लाख रूपए के उपहार भेंट कर चुका है। जब वह मांग पूरी करने की स्थिति में नहीं रहा तो उसने रविवार को पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज से इस मामले की शिकायत की।

महाराज के निर्देश पर इस मामले की एक प्राथमिकी गांधी मैदान थाने में दर्ज करा दी गई है। गांधी मैदान थाने के प्रभारी राजविन्दु प्रसाद ने सोमवार को बताया कि इस मामले की एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है तथा पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। सिद्घार्थ ने पुलिस को इस मामले में कई साक्ष्य भी दिए हैं तथा और कई साक्ष्य उपलब्ध कराने की बात कही है।

खून नहीं चौदह करोड़ राजस्थानियों की भावना को समझे


खून से ख़त लिख संकल्प पखवाड़े का आगाज़

खून नहीं चौदह करोड़ राजस्थानियों की भावना को समझे 


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा सोमवार शाम को राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता के लिए संकल्प पखवाड़े का आगाज़ अहिंसा चौराहे पर यु पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को खून से ख़त लिख कर किया ,इस अवसर पर राजस्थानी भाषा समिति के पदाधिकारी संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ,खुशवंत खत्री,महासचिव जीतेन्द्र छंगाणी ,जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,हिन्दू सिंह तामलोर ,बाबु भाई शेख ,मुबारक खान ,महेश गौड़ ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सवाई चावड़ा ,जीतेन्द्र फुलवरिया ,दीपक जेलिया ,स्वरुप सिंह भाटी ,लोकेन्द्र सिंह ,सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा की राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में संकल्प पारित किये दस वर्ष पूर्ण होने को हें मगर मान्यता की दिशा में कोई ख़ास कार्य केंद्र सरकार नहीं कर पाई ,चोदः करोड़ राजस्थानियों की भावनाओ को खून से ख़त लिख कर श्रीमती सोनिया गांधी राहुल गाँधी तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंचाई जा रही हें ,जीतेन्द्र छंगानी ने कहा की राजस्थानी भाषा के प्रति युवाओ का समर्पण काबिले तारीफ हें। केंद्र सरकार को इनकी भावनाओ की क़द्र कर अब मानसून सत्र में मान्यता दे देनी चाहिए। अंहिंसा चौराहे पर बरसात के मौसम के बावजूद बड़ी तादाद में युवा खून से ख़त लिखने पहुंचे ,युवाओं ने अपने शारीर से बहते खून से ख़त लिख मार्मिक अपील सोनिया गाँधी से की कि अब तो हमें संवेधानिक मान्यता दो ,हमें हमारा अधिकार दो। संकल्प पखवाड़े के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल के बाड़मेर में तैनात राजस्थान के अन्य जिलो के जवान भी अपनी भावनाए रोक नहीं पाए उन्होंने भी अपने खून से ख़त लिख राजस्थानी को मान्यता देने की अपील की।

टोडाभीम एसडीएम रिश्वत लेते गिरफ्तार

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को करौली जिले के टोडाभीम एसडीएम और उनके कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को पांच हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। टोडाभीम एसडीएम रिश्वत लेते गिरफ्तार
एसीबी महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसडीएम के रिश्वत मांगने के बारे में परिवादी महादेव सिंह ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई। पीडित ने बताया कि उसकी टोडाभीम बस स्टैण्ड के पास दुकान को उसके नाम पर करने की एवज में एसडीएम नसीम खान ने पांच हजार रूपये की रिश्वत मांगी।

शिकायत के सत्यापन के बाद भरतपुर ब्यूरो टीम ने कार्रवाई की और एसडीएम खान के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को रिpत देते रंगे हाथों दबोच लिया। इसके बाद ब्यूरो टीम ने एसडीएम खान को भी इस आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी एसडीएम साल 2011 की आरएएस अधिकारी है।