मंगलवार, 13 अगस्त 2013

18000 में बता रहे थे बेटा या बेटी



जयपुर। राजधानी में तमाम प्रयासों के बावजूद भ्रूण लिंग परीक्षण का कारोबार बेखौफ जारी है। जिला प्रशासन ने सोमवार को डिकोय ऑपरेशन (बोगस ग्राहक भेजकर) में चांदी की टकसाल स्थित के.के. हॉस्पिटल एण्ड डायग्नोस्टिक सेंटर पर भ्रूण लिंग परीक्षण के कारोबार का खुलासा किया है।

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इसमें लिप्त डॉक्टरों में सेंटर मालिक डॉ.के.के.शर्मा, आयुर्वेदिक डॉक्टर सीमा गौतम सहित दलाल कपिल, जयसिंह और चंदन शामिल हैं। केन्द्र में पीसीपीएनडीटी कानून के उल्लंघन से संबंघित अन्य कई अनियमितताएं भी पाई गई हैं। केंद्र को सीज कर दिया गया है।



मामले में पीसीपीएनडीटी थाने में मामला दर्ज करवाया जाएगा। राजधानी में वैशाली नगर में एक महिला डॉक्टर, जेके लोन अस्पताल के पास स्थित जांच केन्द्र, सांगानेर पुलिस थाने के पास स्थित एक केन्द्र, जवाहर नगर और आदर्श नगर में संचालित केन्द्रों पर ऎसे मामले पहले भी आ चुके हैं।


आईडी ही फर्जी था


उपखंड अघिकारी अलका विश्नोई ने बताया कि दलालों के जरिए बोगस ग्राहक दोपहर 2 बजे भेजा। तीनों दलाल उसे घुमाते रहे, फिर शाम 5:30 बजे केन्द्र पर ले भ्रूण परीक्षण कर दिया। सौदा 18 हजार में तय हुआ था। 17 हजार उन्हें दे दिए गए थे, जो केन्द्र से बरामद कर लिए हैं। महिला ने आईडी किसी और की दी थी और पति का नाम कुछ और बताया था।



सप्ताह भर पहले भी...


जिला प्रशासन की टीम ने सप्ताह भर पहले भी इसी केन्द्र को डिकोय ऑपरेशन में पकड़ने की कोशिश की थी। लेकिन सतर्क हुआ संचालक तब पकड़ा नहीं जा सका। इसके बाद टीम लगातार केन्द्र पर नजर रखे हुए थी।

छिपाते रहे मुंह


तीनों दलालों ने जैसे ही कैमरों को देखा तो अपने मुंह को छिपाने की कोशिश करने लगे।



भ्रूण परीक्षण रंगे हाथों सामने आने के बाद केन्द्र को सीज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
टी.रविकांत, जिला कलक्टर

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