रविवार, 5 मई 2013

बंसल के मंत्री पद पर संकट की आहट

बंसल के मंत्री पद पर संकट की आहट

नई दिल्ली। 90 लाख के घूसखोरी कांड में संलिप्त भांजे विजय सिंगला की करतूतने "मामा" रेलमंत्री पवन कुमार बंसल की मुश्किल बढ़ा दी है। बंसल पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। हालांकि,शनिवार को बंसल की प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात और देर शाम हुई कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक के बाद ये बात साफ हो गई कि सरकार फिलहाल इस्तीफे की बात को नजरंदाज करेगी। कर्नाटक में मतदान को देखते हुए पार्टी इस मामले में रविवार शाम तक कोई निर्णय ले सकती है।


सूत्रों के मुताबिक,सोनिया गांधी की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक चली बैठक में ये तय हुआ कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और सीधे-सीधे बंसल का नाम घूसकांड में नहीं आ जाता, तब तक उनका इस्तीफा लिया जाना उचित नहीं है। उधर, कांग्रेस में बंसल के इस्तीफे को लेकर एक राय नहीं है। आधिकारिक रूप से पार्टी ने उनके इस्तीफे की मांग को भले ही खारिज कर दिया है। लेकिन कुछ नेताओं का मानना है कि बंसल को फिलहाल इस्तीफा दे देना चाहिए और जांच में बेदाग साबित होने पर उन्हें फिर से मंत्री पद दे दिया जाए।


इस्तीफा क्यों नहीं?

इधर,घूसकांड में बंसल को घेरते हुए भाजपा ने सरकार से पूछा कि रेलमंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं लिया जाए? भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि रेलवे बोर्ड में किसी सदस्य की नियुक्ति और उसके प्रमोशन पर अंतिम मुहर रेलमंत्री लगाते हैं। ऊपर से मामले में सीधे तौर पर शामिल बंसल के भांजे सीबीआई गिरफ्त में हैं। इतने तथ्य स्पष्ट हैं तो फिर बंसल से इस्तीफा क्यों नहीं लिया जा रहा?

शरद यादव ने किया बंसल का बचाव

इस बीच, जदयू अध्यक्ष और राजग संयोजक शरद यादव ने नाटकीय मोड़ दिखाते हुए रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का बचाव किया है। यादव ने कहा कि रिश्वत रेल मंत्री के भांजे ने लिया है, रेल मंत्री ने नहीं। मामले की सीबीआई जांच कर रही है। मैं बंसलजी को जानता हूं। वे ईमानदार व्यक्ति हैं और उनके इस्तीफे की मांग करना बेतुका है।

मेरा लेना-देना नहीं: बंसल

उधर,मुद्दे पर शुक्रवार रात तक चुप्पी साधे रहे बंसल ने शनिवार को सुबह सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि मेरा मामले से कोई लेना-देना नहीं है। कोई रिश्तेदार मेरे कामकाज में दखल नहीं दे सकता और न ही मेरे फैसलों को प्रभावित कर सकता है। वहीं, जद-यू अध्यक्ष शरद यादव बंसल के बचाव में आए हैं। उन्होंने शनिवार को कहा कि रिश्वत रेलमंत्री के भांजे ने ली है, रेल मंत्री ने नहीं। मैं बंसल को जानता हूं। वे ईमानदार हैं। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि बंसल इस्तीफा नहीं देंगे।


दो करोड़ पहले ही लिए

इस बीच, शनिवार को सीबीआई ने मामले से जुड़ी रिपोर्ट दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश की। जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि सिंगला डील के 2 करोड़ रूपए पहले ही मुकेश से ले चुके हैं।


भांजे की...

प्रमोशन कराने के लिए मुकेश और सिंगला में पांच करोड़ की डील हुई थी। 90 लाख की रकम उसी डील का हिस्सा है। कोर्ट ने सिंघला समेत चार अन्य को चार दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया। मामले में जांच एजेंसी ने छह लोगों को गिरफ्तार और आठ पर केस दर्ज किया है।


ये है मामला

शुक्रवार को सीबीआई ने सिंगला को चंडीगढ़ स्थित उनके घर से 90 लाख की घूस लेते गिरफ्तार किया था। ये घूस उन्हें रेलवे बोर्ड में सदस्य बने मुकेश कुमार ने प्रमोशन कराने के लिए भेजी थी। मुकेश इलेक्ट्रिक बोर्ड में नियुक्ति चाहते थे,जिसके लिए उन्होंने सिंगला से पांच करोड़ रू. रिश्वत देने की डील की थी।


सीबीआई कर सकती है पूछताछ

माना जा रहा है कि इस मामले में सीधे तौर पर यदि रेल मंत्रालय की संलिप्तता सामने आती है,तो सीबीआई रेल मंत्री बंसल से पूछताछ कर सकती है। हालांकि मामले में बंसल का नाम अब तक नहीं आया है। सीबीआई ने इस मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों की दिल्ली की एक स्थानीय अदालत से पुलिस रिमांड और मुम्बई की एक विशेष अदालत से महेश कुमार की ट्रांजिट रिमांड हासिल करने के बाद अपनी सूचना रिपोर्ट रेल मंत्रालय को देर शाम भेजी जिसके बाद मंत्रालय ने रेलवे बोर्ड के सदस्य (स्टाफ) महेश कुमार को सस्पेंड कर दिया।


मामा-भांजे की जोड़ी - बंसल का विश्वस्त है सिंगला

सिंगला पेशे से बिजनेसमैन हैं और उनका रेलवे बोर्ड से कोई लेना-देना नहीं है। बावजूद इसके वे बोर्ड में मुकेश का प्रमोशन कराना चाहते थे। सिंगला बंसल की बहन के बेटे हैं और उनके बेहद विश्वस्त माने जाते हैं। वे ही चंडीगढ़ से सांसद बंसल का सारा कामकाज संभालते हैं। सिंगला ने हाल ही में आवासीय योजना के लिए डेरा बासी में 100 एकड़ जमीन खरीदी है।

भारतीय छात्र ने जीता पुरस्कार

भारतीय छात्र ने जीता पुरस्कार

न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के एक अमेरिकी छात्र ने अमेरिका के एक विश्वविद्यालय में उद्यमशीलता में बदलाव और उत्कृष्ट शिक्षण के पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्हें एक वार्षिक समारोह में एक कंपनी की सह-संस्थापना के लिए यह पुरस्कार दिया गया। कंपनी ऎसा उपकरण बनाती है जो कि पानी में बैक्टिीरिया का पता लगा सकती है।


समाचार पत्र "कॉलेज टाइम्स" में शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार एरिजोना विश्वविद्यालय (एएसयू) के छात्र निसर्ग पटेल को "हाइड्रोजीन बॉयोटेक्नोलॉजीस" कंपनी की सह-संस्थापना के लिए वार्षिक "पिचफॉर्क-अवाड्र्स" समारोह में सम्मानित किया गया। पटेल के मुताबिक उनका समूह "बॉयोसेंसर्स" बनाता है जो पानी में बैक्टिीरिया का पता लगा सकता है।


समाचार पत्र के अनुसार,""उन्होंने चीनी के क्यूब की शक्ल में उसका निर्माण किया है जो पानी में घुल जाता है। इसके बाद पानी में अगर बैक्टीरिया है तो उसे प्रोटीन घेर लेती है। ऎसे में पानी का रंग लाला हो जाता है,जो इस बात की चेतावनी है कि पानी को न पिया जाए।"" इस प्रौद्योगिकी का विचार तब आया जब पटेल के साथ प्रयोगशाला में काम करने वाले एक मित्र ग्वाटेमाला गए और उन्होंने देखा कि बच्चे ऎसा पानी पी लेते हैं जो बस दिखने में साफ लगे।

दनकौर में है भारत का एकमात्र द्रोणाचार्य मंदिर!



भारत ऐतिहासिक धरोहरों का देश रहा है। हर राज्य में किसी न किसी युग की प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत समाई हुई है। ऐसा ही एक धार्मिक आस्था का केन्द्र है दनकौर। मान्यता है कि पूरे भारत में एक मात्र दनकौर में ही कौरव और पांडवों के गुरू रहे द्रोणाचार्य का मंदिर है। देश-विदेश से लोग इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर की खासियतों के बारे में बता रहै हैं विवेक कुमारः

पहले दनकौर था द्रोणकौरः दनकौर के नामकरण की सार्थकता के संबंध में लोग बताते हैं कि इस स्थान का नाम प्राचीन काल में द्रोणकौर था। जो कि समय बीतने के साथ-साथ दनकौर हो गया। मंदिर के पुजारी विजय शर्मा ने बताया कि मान्यता है कि एकलव्य ने इसी स्थान पर गुरू द्रोणाचार्य की प्रतिमा बनाकर महाभारत काल में धनुर्विद्या का कुशल अभ्यास किया था। गुरू द्रोणचार्य द्वारा शिक्षा-दीक्षा न दिए जाने पर भी एकलव्य ने अपनी आस्था के कारण गुरू द्रोण को अपना गुरू स्वीकार कर लिया था। यहीं पर गुरू द्रोणाचार्य ने अर्जुन के समक्ष एकलव्य से अपनी गुरू दक्षिणा में उसके दाहिने हाथ का अंगूठा मांगा था। एकलव्य ने जिस स्थान पर गुरू द्रोणाचार्य की मूर्ति प्रतिष्ठित की थी उस जगह पर आज भी गुरू द्रोणाचार्य का विशाल मंदिर बना हुआ है।

अनोखा तालाबः मंदिर के पास एक विशाल तालाब है, जिसे द्रोणाचार्य तालाब के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि यह तालाब भी एकलव्य के समय से मौजूद है। बताया जाता है कि अगर इस पूरे तालाब को पानी से भर दिया जाये तो डेढ़ या दो घंटे में ही यह तालाब खाली हो जाता है। कहा जाता है कि अंग्रेजी शासकों ने इस तालाब का बखूबी परीक्षण किया था, लेकिन वे भी इस विशेषता को बाबा द्रोणाचार्य का चमत्कार मानने पर मजबूर हो गए थे।



बाढ़ का पानी भी नहीं पहुंच पाता था मंदिर तकः दनकौर के रहने वाले गुड्डू पंडित बताते हैं कि 30 साल पहले जब यमुना में बाढ़ आ जाती थी तो पूरा कस्बा पानी से लबालब हो जाता था। लेकिन द्रोणाचार्य तालाब का स्तर सामान्य आबादी से नीचा था इसलिए बाढ़ का सारा पानी इस तालाब के माध्यम से सूख जाता था। आस्था है कि गुरू द्रोणाचार्य का आशीर्वाद हमेशा ही इस नगर पर रहा है।

रविवार को होती है विशेष पूजाः मंदिर प्रांगण में बांके बिहारी, राधा कृष्ण, महादेव शंकर, हनुमान, शिव दरबार व राम दरबार सहित अनेक देवी देवताओं के छोटे-छोटे मंदिर भी बने हुए हैं। इस मंदिर में रविवार को सुबह से ही भारी भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है। बताया जाता है कि यहां रविवार का विशेष महत्व है। इस दिन गुरू द्रोण की विशेष पूजा होती है।

पर्यटन स्थल घोषित करने की मांगः द्रोणाचार्य मंदिर के कारण इसे पर्यटन स्थल घोषित किए जाने की मांगकई बार शासन से की जा चुकी है , लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। श्री द्रोण पर्यटन संघर्ष समिति केपदाधिकारियों का कहना है कि दनकौर की आबादी 3 लाख के करीब है , किंतु इस कस्बे को अभी तक तहसील कादर्जा भी नहीं मिल सका है।









जयपुर के डॉक्टर की सर्जरी गिनीज बुक में



जयपुर। 23 साल की एक लड़की जब पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंची तो किसी को नहीं पता था कि उसका इलाज कर डॉक्टर गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बुक में शुमार हो जाएंगे। दरअसल, इस युवती(मेनका) के पित्ताशय में 20-25 स्टोन्स(पथरी) मिले और जब इलाज के दौरान उसका पित्ताशय निकाला गया तो वह दुनिया का सबसे बड़ा(25.8 सेंटीमीटर) पित्ताशय निकला। इसे अब गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल कर प्रमाणित कर दिया गया है।

राजस्थान के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ.जीवन कांकरिया ने यह ऑपरेशन पिछले साल 29 नवम्बर को किया था। ऑपरेशन के बाद पित्ताशय का आश्चर्यजनक आकार देखकर डॉ.कांकरिया ने गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड लिमिटेड से सम्पर्क किया। इसके बाद फरवरी और मार्च में गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड की टीमें जयपुर पहुंची और मामले की तथ्यात्मक जांच-पड़ताल की। इसमें खरा पाए जाने पर करीब 5 महीने बाद ऑपरेशन के बाद मेनका के पेट से बाहर निकाले गए पित्ताशय को विश्व का सबसे बड़े पित्ताशय करार देते हुए इसे वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल कर लिया।


ऑपरेशन और परिस्थितियां भी अनूठी


इस ऑपरेशन के बाद गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल हुए डॉ.कांकारिया ने पत्रिका डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि महज पित्ताशय ही नहीं इस मामले में ऑपरेशन और परिस्थितियां भी अनूठी थी। दरअसल,25.8 एमएम बड़े इस पित्ताशय को महज 1.2 सेंटीमीटर का चीरा लगाकर दूरबीन की सहायता से बाहर निकाला गया था। इतने बड़े पित्ताशय को इतने से चिरे से बाहर निकालना आम नहीं है। यही नहीं पित्ताशय की शरीर में मौजूदगी भी कुछ हटकर थी। डॉक्टर ने बताया कि मोनिका का पित्ताशय असामान्यतौर पर बांयी ओर से शुरू होकर कुंडलीनुमा बनकर दांयी ओर पित्त वाहिनी से जुड़ा हुआ था। ऎसी स्थिति करीब 10 लाख लोगों में से एक के शरीर में पाई जाती है।


टूट गया पाकिस्तान का रिकॉर्ड


डॉक्टर कांकरिया ने बताया कि सबसे बड़े पित्ताशय का वल्र्ड रिकॉर्ड अब तक पाकिस्तान के डॉक्टर मोहम्मद नईम ताज के नाम था। उन्होंने 14 जून 2011 में एक ओपन सर्जरी में तब तक का सबसे बड़ा पित्ताशय(25 सेंटीमीटर) निकला था। लेकिन अब यह रिकॉर्ड टूट गया है। जयपुर में 29 नवम्बर2012 को हुए ऑपरेशन में इससे 8 सेंटीमीटर लम्बा पित्ताशय निकला है।


उल्लेखनीय है कि इस रिकॉर्ड से पूर्व भी जयपुर के नाम गिनीज बुक में कई वल्र्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं। इनमें गोविंद देवजी का सत्संग भवन गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल है। यह आठ कॉलम पर खड़े इस भवन की 119 फुट लंब्ाी छत बिना खंभे के है। डिजाइनर अमित पाबूवाल भी गिनीज वल्र्ड रिकॉडधारी हैं उनके पास सबसे बड़ी और भारी स्पोट्र्स ट्रॉफी बनाने का रिकॉर्ड है। साथ ही जयपुर फुट के सह आविष्कारक पीके सेठी को भी ऎसे ही रिकॉर्ड के धनी रहे। उन्हें सबसे अधिक लोगों को फिर से चलने लायक बनाने का रिकॉर्ड प्राप्त था।

राजस्थान का दिल जोधपुर



आज हम आपको राजस्थान के दूसरे बड़े शहर जोधपुर लेकर चलते हैं। राजस्थान की राजधानीजयपुर के बाद सर्वाधिक चहल-पहल वाला शहर है जोधपुर। 1459 में राठौड़ वंश के प्रमुख राव जोधा ने जोधपुर की स्थापना की। राजस्थान के बीचोंबीच होने से इस शहर को राजस्थान का दिल भी कहते हैं।

राठौड़ वंश के मुगलों के साथ अच्छे संबंध थे। महाराजा जसवंतसिंह (1678) ने शाहजहाँ को सम्राट के सत्तायुद्ध में मदद की थी। औरंगजेब के काल में मुगलों के साथ इनके संबंध बिगड़ गए। औरंगजेब की मृत्यु के बाद महाराजा अजीतसिंह ने मुगलों को अजमेर से खदेड़ दिया। महाराजा उमेदसिंह के काल में जोधपुर एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित हुआ। मध्ययुगीन काल से जोधपुर के शाही परिवारों का पारंपरिक खेल पोलो रहा है। जोधपुर में थलसेना और वायुसेना की बड़ी छावनी है।

प्रमुख पर्यटन स्थल

उमेद भवन पैलेस : महराजा उमेदसिंह (1929-1942) ने उमेद भवन पैलेस बनवाया था। यह महल छित्तर महल के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह महल वास्तुकला का बेहतरीन नमूना है। हाथ से तराशे गए पत्थरों के टुक़डे अनोखे ढंग से एक-दूसरे पर टिकाए गए हैं। इनमें दूसरा कोई पदार्थ नहीं भरा गया है। महल के एक हिस्से में होटल और दूसरे में संग्रहालय है, जिसमें आधुनिक हवाई जहाज, शस्त्र, पुरानी घड़ियाँ, कीमती क्रॉकरी तथा शिकार किए जानवर रखे गए हैं।

मेहरानगढ़ किला : 150 मीटर ऊँचे टीले पर स्थित मेहरानगढ़ किला राजस्थान का बेहतरीन और अजेय किला है। राव जोधा ने 1459 में इसका निर्माण किया, लेकिन समय-समय पर शासकों ने उसमें बढ़ोतरी की। शहर से 5 किमी दूर घुमावदार रास्ते से किले में प्रवेश किया जा सकता है।

जयपुर की सेना के दागे तोपगोलों के निशान आज भी दिखाई देते हैं। बाईं ओर किरतसिंह सोड़ा नामक सिपाही की छतरी है, जिसने आमेर की सेना के खिलाफ लड़ते हुए प्राण त्याग दिए थे। विजय द्वार महाराजा अजीतसिंह ने मुगलों को मात देने की स्मृति में बनवाया था।

यहाँ फूल महल, झाँकी महल भी दर्शनीय है। किले से नीचे जाते हुए महाराजा जसवंतसिंह द्वितीय की संगमरमर की छतरी है। यहाँ तक जाने का रास्ता पथरीले टीलों से होकर गुजरता है।

साढ़े चार करोड़ की मोरफिन पकड़ी

साढ़े चार करोड़ की मोरफिन पकड़ी

जोधपुर। पुलिस ने शनिवार शाम ओसियां में दो जनों को गिरफ्तार कर एक किलो अस्सी ग्राम मोरफिन (नशीला पदार्थ) बरामद किया है। मोरफिन मंुबई से जोधपुर जिले में सप्लाई के लिए लाई गई थी। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब साढ़े चार करोड़ रूपए तक है। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि ओसियां माताजी रोड के निकट शनिवार शाम न्यू ब्रांड स्कोर्पियो में एक किलो 80 ग्राम मोरफिन बरामद की है।

साथ ही इनसे ही 92 ग्राम हेरोइन भी मिली। इनसे पुलिस को एक लाख 92 हजार की नकद राशि भी मिली है। इस मामले में पुलिस ने पल्ली निवासी सुनील पुत्र बाबूलाल विश्Aोई और हजारी राम पुत्र तुलसाराम विश्Aोई को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। पुलिस देर रात तक दोनों से पूछताछ कर रही थी।

स्कोर्पियो के बेकलाइट में छिपा रखी थी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपियों ने स्कोर्पियो गाड़ी के पीछे मोरफिन छिपा रखी थी। इस दौरान गाड़ी इलेक्ट्रोनिक्स कांटे व तौल-माप के अन्य संसाधन भी बरामद हुए। उन्होंने न्यू ब्रांड स्कोर्पियो इंदौर से 45 किमी दूर कोई गांव से खरीदी।

पुलिस को 4-5 दिन से सूचना थी
ऎसे गिरोह के आने की सूचना पुलिस को चार-पांच दिन से थी। इस गिरोह पर पुलिस लंबे समय से नजर रखे हुए थी।

खेड़ापा में 18 किलो 9 सौ ग्राम अफीम दूध पकड़ा
खेड़ापा पुलिस ने बावड़ी और हड़माना के बीच शनिवार को मोटरसाइकिल पर 18 किलो अफीम दूध ले जा रहे दो आरोपियों को पकड़ा है। इनके साथ माल सप्लाई लेने वाले दो आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। मतोड़ा पुलिस से मिली जानकारी अनुसार बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर राजूराम पुत्र मंगनीराम ढोली निवासी भीलवाड़ा और भंवरलाल पुत्र लादूराम ढोली निवासी भीलवाड़ा से 18 किलो 9 सौ ग्राम अफीम दूध बरामद हुआ।

इनके पास से चालीस हजार रूपए नकद भी मिले हैं। यह दोनों आरोपी श्रवण पुत्र खेराज विश्Aोई टापू ओसियां पंचायत समिति निवासी और हड़मानाराम पुत्र पप्पूराम विश्Aोई निवासी भोजासर को अफीम का दूध देने आए थे। इन्हें स्पेशल टीम के भोपालगढ़ एसएचओ मदनलाल व पुलिस निरीक्षक भंवरलाल सिरवी के नेतृत्व में गिरफ्तार किया गया। इनसे पुलिस ने तीन मोटर साइकिल भी बरामद की है।

कूड़ गांव में 100 ग्राम अफीम दूध पकड़ा
पीपाड़ के कूड़ गांव में पुलिस ने एक स्कोर्पियो गाड़ी से सौ ग्राम अफीम के दूध के साथ एक जने को पकड़ा है। पुलिस ने किशन पुरी पुत्र भगवान पुरी निवासी कांकाणी को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है।

दो पाक और एक ईरानी बंदी जोधपुर कारागृह में शिफ्ट

दो पाक और एक ईरानी बंदी जोधपुर कारागृह में शिफ्ट 

बाड़मेर । पाकिस्तानी जेल में सरबजीत पर हमले के बाद हुई मौत के बाद उपजे तनाव और जम्मू के कोटभलवल जेल में पाक आंतककारी पर हुए हमले के मद्देनजर भारतीय जेलों में बंद पाक कैदियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शनिवार को जैसलमेर व बाडमेर से एक-एक पाक कैदी को जोधपुर केन्द्रीय कारागृह में शिफ्ट किया गया है। इन्हीं के साथ एक ईरानी कैदी को भी बाड़मेर से जोधपुर जेल शिफ्ट किया गया है।

बाड़मेर जेल में कैद खुदाबक्श पुत्र मामदीन, जो 20 अप्रेल को बाड़मेर जेल में लाया गया था। अब सुरक्षा की दृष्टि से इन दोनों पाक कैदियों को जोधपुर जेल भेजा गया है। उधर ईरानी नागरिक बेहेरोज पुत्र गुलाम अली को भी बाड़मेर जेल से जोधपुर जेल में शिफ्ट किया गया है। जैसलमेर सरहद पर घुसपैठ के आरोप में पकड़े गए पाकिस्तानी नागरिक हयाग अहमद (52)पुत्र सहद अकबर को गत 22 मार्च को न्यायिक अभिरक्षा में जैसलमेर कारागृह भेजा गया था।

अब कुल 15 पाक बंदी जोधपुर जेल में
इन दो बंदियों के साथ जोधपुर केन्द्रीय कारागृह में कुल 15 पाक कैदी हो गए है। पूर्व में यहां 13 पाक बंदी थे। इन सब पर आतंक और घुसपैठ के आरोप हैं।
--

नगरपरिषद उप सभापति से खफा पांच पार्षदों के इस्तीफे


नगरपरिषद उप सभापति से खफा पांच पार्षदों के इस्तीफे 

सार्वजनिक श्मशान घाट के पास जमीन के विवाद ने तूल पकड़ा, माली समाज के चार कांग्रेस व एक भाजपा पार्षद शामिल

बाड़मेर. सार्वजनिक श्मशान भूमि मामले में नगरपरिषद के उप सभापति के रवैये से खफा चार कांग्रेस व एक भाजपा पार्षद ने इस्तीफे दिए। पार्षदों ने आरोप लगाया कि उप सभापति विवाद को तूल दे रहे हैं। पार्षदों ने इस्तीफे नगरपरिषद सभापति को सौंप दिए। लेकिन मंजूर नहीं किए। इस मामले को लेकर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि पार्षदों से समझाइश की जाएगी। सार्वजनिक श्मशान घाट की भूमि के पीछे स्थित बाड़े में समाज विशेष के लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। करोड़ों रुपए की जमीन हड़पने की नियत से प्याऊ बनाने का झांसा दिया जा रहा है। इससे खफा हुए कांग्रेस पार्षद दमाराम परमार, पुष्पा सोलंकी, शारदा परमार, बलवीर माली व भाजपा पार्षद बिहारीलाल माली ने पार्षद पद के इस्तीफे नगरपरिषद सभापति उषा जैन को सौंपे। इस्तीफे में पार्षदों ने बताया कि उप सभापति की और से समाज विशेष के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए श्मशान भूमि पर किए गए अतिक्रमण हटाए नहीं जा रहे हैं।


पार्षदों ने आरोप लगाया कि प्रशासन को कई मर्तबा अवगत करवाने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि उक्त जमीन नगरपरिषद की है। जिसका बाजार मूल्य करोड़ों रुपए है। पार्षदों ने आरोप लगाया कि उप सभापति की मिलीभगत से उक्त भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। अब निर्माण करवाया जा रहा है। अगर समय रहते अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो माली समाज आंदोलन का रूख अख्तियार करेगा। उन्होंने बताया कि अगर बाड़ ही खेत को खाने लगी है तो पार्षद पद पर रहने का कोई औचित्य ही नहीं है। समाज के पार्षदों ने संयुक्त रूप से इस्तीफे दिए। 

॥पार्षदों ने इस्तीफे सौंपे है। लेकिन एक भी पार्षद का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। उषा जैन, सभापति नगर परिषद बाड़मेर

॥ पार्षदों ने इस्तीफे पेश किए है। इस मामले में पार्षदों से समझाइश कर मामले का समाधान निकाला जाएगा।मेवाराम जैन विधायक बाड़मेर

॥ सार्वजनिक श्मशान पर स्थित नगरपरिषद की भूमि से अतिक्रमण किया जा रहा है। जिसे हटाने के लिए प्रशासन को कई बार अवगत करवाने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से मजबूरन पार्षदों को इस्तीफे देने पड़े।बलवीर माली, पार्षद, इंदिरा कॉलोनी

बाड़मेर.कॉलेज परीक्षा देने गई छात्रा का अपहरण

कॉलेज परीक्षा देने गई छात्रा का अपहरण 


24 घंटे बाद भी अपहरण के आरोपी का सुराग नहीं मिला

बाड़मेर. कोतवाली थानातंर्गत कॉलेज परीक्षा देने गई एक छात्रा का अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। छात्रा का शुक्रवार को अपहरण होने पर परिजनों ने कोतवाली में रिपोर्ट दी। लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। शनिवार को मामला दर्ज किया गया। घटना के चौबीस घंटे बाद भी पुलिस अपहरण के आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है।

कोतवाली पुलिस ने बताया कि ललित पुत्र विशनाराम बाकोलिया निवासी जटियों का वास बाड़मेर ने मामला दर्ज करवाया कि मेरी बहन कुमारी रंजनी शुक्रवार को गल्र्स कॉलेज में कक्षा बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा देने गई थी। वह उसे परीक्षा केन्द्र पर छोड़कर आया था। जब परीक्षा खत्म हुई तो उसे लेने गया तो वह नहीं मिली। इस पर पहले तो इधर उधर पता किया। इस पर पोकराराम पुत्र हंसराज, वीरा देवी पत्नी पोकराराम, मांगीलाल, किशोर, भीखाराम, कमला पुत्री पोकराराम निवासी जटियों का वास बाड़मेर के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया। छात्रा के परिजनों ने बताया कि अपहरण के बाद शुक्रवार को कोतवाली में रिपोर्ट दी गई। लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। शनिवार को मामला दर्ज किया गया। अभी तक अपहरण के नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

॥छात्रा के अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

नाजिम अली डीएसपी बाड़मेर।

नाकोड़ा तीर्थ पर शुरू हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तीन दिवसीय राजस्थान क्षेत्रीय चिंतन शिविर



आरएसएस के चिंतन शिविर में पहुंचे कई दिग्गज


नाकोड़ा तीर्थ पर शुरू हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तीन दिवसीय राजस्थान क्षेत्रीय चिंतन शिविर


 . बालोतरा नाकोड़ा तीर्थ पर शनिवार सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तीन दिवसीय क्षेत्रीय चिंतन शिविर शुरू हुआ। शिविर में भाग लेने के लिए संघ के विभाग प्रचारक से ऊपर के पदाधिकारियों के साथ ही संघ से जुड़े अन्य संगठनों के प्रतिनिधि शुक्रवार शाम ही पहुंच गए थे। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व जयपुर में हुई अखिल भारतीय स्तर की बैठक के बाद यहां प्रदेश स्तर की बैठक आयोजित हो रही है। इस बैठक में अलग-अलग विषयों पर चिंतन व मंथन किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार संघ के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास के अलावा संघ के प्रदेश स्तरीय कई पदाधिकारी नाकोड़ा तीर्थ पहुंच गए हैं। इनके अलावा भाजपा नेता घनश्याम तिवाड़ी, मदन दिलावर, पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, ओंकारसिंह लखावत, शिव के पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत सहित कई नेता भी बैठक में भाग लेने नाकोड़ा आ गए हैं। वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया, बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल सहित कई नेताओं के कल की बैठक में भाग लेने की संभावना है।

मीडिया से बनाए रखी दूरी

विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि संघ की प्रदेश स्तरीय बैठक को लेकर मीडिया से दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके चलते जहां बैठक में पहुंचे संघ के पदाधिकारी व भाजपा नेता मीडिया से बात करने से कतराते नजर आए, वहीं इस बैठक के बारे में जानकारी तक देने से हिचकिचाते दिखे।

शनिवार, 4 मई 2013

सौर पवन ऊर्जा तथा तेल व गैस कम्पनियों के संचालको को दी हिदायतें पुलिस अधीक्षक ने

सौर पवन ऊर्जा तथा तेल व गैस कम्पनियों के संचालको को दी हिदायतें पुलिस अधीक्षक ने





जैसलमेर जिले सिथत सौरपवन ऊर्जा तथा तेल एवमं गैस कम्पनियो के कार्यस्थलक्षेत्र की सुरक्षा एवमं कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे रखी गर्इ है। जिसमेे पुलिस अधीक्षक के अलावा शिवलाल निपु अपराध सहायक, कैलाश मेघवाल प्रभारी जिला विशेष शाखा एवं कम्पनियों के संचालक उपसिथत रहे। मिटिंग में समस्त कम्पनी संचालकों द्वारा पुलिस अधीक्षक के कार्यो की प्रशंसा की। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त कम्पनी संचालको को पुलिस के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की समझार्इश की तथा कम्पनियों में होने वाली घटनों में पुलिस के अनुसंधान में हरसम्भव सहयोग करने के निर्देश दिये तथा कम्पनियों में होने वाली चोरियों पर भी अंकुल लगाने हेतु पुलिस लगातार प्रयासरत है तथा काफी हद तक चोरियों पर अंकुश लगाने में पुलिस कामयाब भी रही तथा चोरियों की घटनाआें मेें जल्द से जल्द अनुसंधान करने हेतु जिले के समस्त थानाधिकारियों निर्देश दिये गये।
इसके अलावा बैठक मे निम्न बिन्दुओ पर विचार-विमर्श किया जाना है :-
1. चरित्र सत्यापन :- प्ण् सर्वप्रथम कम्पनी मे कार्यरत कार्मिको की नियुकित देने से पूर्व कार्मिको का चरित्र सत्यापन कराने के बाद ही कम्पनी मे नियुकित दिया जाना ही कम्पनी के लिए उचित रहेगा।
प्प्. कम्पनियो मे कार्य करने वाले कार्मिक राज्य से बाहर के व्यकित है, तो कम्पनी की जिम्मेदारी है कि प्र्रत्येक कार्मिक का 6-6 माह मे चरित्र सत्यापन करवाए व उनकी चरित्र सत्यापन की प्रति संबंधित उप अधीक्षक पुलिस वृत जैसलमेरपोकरण, संबंधित थानाधिकारी व इस कार्यालय को उपलब्ध करवाए।
प्प्प्. कम्पनी मे कार्यरत करने वाले कार्मिक राजस्थान राज्य के ही है, तो उनका चरित्र सत्यापन इस कार्यालय से करवाए जिसकी नवीनीकरण 6-6 माह मे करवाकर समय-समय पर सत्यापन की प्रति संबंधित उप अधीक्षक पुलिस वृत जैसलमेरपोकरण, संबंधित थानाधिकारी व इस कार्यालय को उपलब्ध करवाए।
2. कम्पनियो मे कार्यरत कार्मिको की सामान्य जानकारी मय पद व कार्य :- कम्पनी मैनेजरसंचालनकर्ता का दायित्व है कि कम्पनी मे कार्य करने वाले अधिकारीकर्मचारियो के नाम व पद मय सम्पूर्ण पता की सूची संबंधित उप अधीक्षक पुलिस वृत जैसलमेरपोकरण, संबंधित थानाधिकारी व इस कार्यालय को उपलब्ध करवाए।
3. विस्फोट सामग्र्री के संबंध मे :- कम्पनी द्वारा अगर विस्फोटक का प्रयोग किया जाता हैं तो इस संबंध मे विस्फोटक के परिचालन, उपयोग हेतु सरकार से ली गर्इ अनुमति एवमं अन्य दस्तावेजो की प्रति संबंधित उप अधीक्षक पुलिस वृत जैसलमेरपोकरण, संबंधित थानाधिकारी व इस कार्यालय को उपलब्ध करवाए।
4. वायरलैस सैट के उपयोग के संबंध में :- कम्पनियो द्वारा (विदेशी नागरिक) थूराया सैट, जीपीएस सैट, वाकीटाकी, वायरलैस तथा सैटेलार्इट फोन आदि का सीमा क्षेत्र मे प्रयोग नही करें व साथ ही वाकीटाकी व उच्च क्षमता के संचार साधनो (वायरलैस) का उपयोग किया जाता है, तो उसकी अनुमति पत्र जो सरकार द्वारा जारी किया गया है। उसकी प्रति संबंधित उप अधीक्षक पुलिस वृत जैसलमेरपोकरण, संबंधित थानाधिकारी व इस कार्यालय को उपलब्ध करवाए।
5. सीमा क्षेत्र मे वीडियोग्राफी के संबंध मे :- सीमा क्षेत्र मे कार्य करने वाली कम्पनी अपने स्टाफ को पाबन्द करे कि वह सैन्य एवं अन्र्तराष्ट्रीय सीमा के नजदीक नही जावें व न ही फोटोग्राफी, विडियोग्राफी करें। इसकी कड़ार्इ से व विशेष तौर पर पालना करना सुनिशिचत करें।
6. विदेशी नागरिको के सर्वे कार्य पर जाने के संबंध मे सूचना बाबत :- सर्वे कार्य हेतु आने-जाने वाले विदेशी नागरिको की सीमा क्षेत्र मे जाने से पूर्व प्रशासन से अनुमति लिया जाना आवश्यक है। जब विदेशी नागरिक सर्वे कार्य हेतु सीमा क्षेत्र मे जाते-आते है तो संबंधित थाना को सूचित करावें व संबंधित थानाधिकारी से समन्वय स्थापित करें।
7. सुरक्षा एवं सीसीटीवी कैमरो के संबंध मे :- कम्पनिया अपने कार्यस्थल पर कार्यस्थल की निगरानी व सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे लगावे जिससे कम्पनी के कार्यस्थल पर आने वाले संदिग्ध व असामाजिक तत्वो पर निगरानी रखी जा सकें। जिससे कम्पनी के कार्यस्थलो पर होने वाली चोरियो पर अंकुश लगाये जाने मे सहायता प्राप्त हो सकें।
8. पुलिस अधिकारियो के साथ समन्वय बाबत :- जिले मे कार्यरत समस्त कम्पनियो के मैनेजरसंचालनकर्ता प्रत्येक माह मे एक बार मन पुलिस अधीक्षक के कार्यालय मे कानून व्यवस्था एवमं कम्पनी कार्य मे कानून व्यवस्था की दृषिट से आने वाली समस्याओ के संबंध मे विचार विमर्श हेतु तथा प्रत्येक सप्ताहपखवाडा संंबंधित थानाधिकारी व उप अधीक्षक पुलिस से अपने कार्य क्षेत्र की कानून व्यवस्था के संबंध मे समन्वय बनाए रखना सुनिशिचत करें।
इन समस्त बिन्दूओं पर विचारविमर्श होने के पश्चात बैठक समापन बहुत ही अच्छा हुआ तथा समस्त कम्पनी संचालको ने पुलिस के अनुसंधान संबंधी कार्यो में हरसम्भव सहयोग करने बात कही।

जिले के समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों के अपराध गोष्ठी का आयोजन

जिले के समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों के अपराध गोष्ठी का आयोजन

कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए किये उपाय


जैसलमेर जिले में थाना स्तर पर कानून व्यवस्था मजबूत बनाने एवं आपसी समन्वय को बनाये रखने हेतु आज दिनांक 04.05.2013 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिले के समस्त वृताधिकारियों थानाधिकारियों के साथ ''अपराध गोष्ठी'' का आयोजन किया गया। उक्त गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक के अलावा रामसिंह मीणा, अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर, शायरसिंह, वृताधिकारी वृत जैसलमेर, सुनिल के पंवार आरपीएस, शहर कोतवाल वीरेन्द्रसिंह, शिवलाल निपु अपराध सहायक, कैलाश मेघवाल प्रभारी जिला विशेष शाखा एवं सीआर्इडी बीआर्इ के प्रतिनिधि, फूड इन्सपेक्टर तथा महिला परामर्श केन्द्र के सदस्य व जिले के समस्त थानाधिकारी शरीक हुए।
गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त अधिकारियों से आपसी समन्वय एवं मिलजूल कर कार्य करने की समझार्इश की। पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी से पुलिस थानो पर आने वाले परिवादियो के साथ अच्छा व्यवहार करने निष्पक्ष रूप से कानूनी कार्यवाही अमल में लाने हेतु निर्देशित किया, ताकि पुलिस का कार्य जाति, धर्म, क्षैत्र आदि की संकीर्णता से ऊपर उठकर हो सके। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकायों को अपने-अपने हल्का क्षैत्रों में चोरियों पर रोक लगाने हेतु गस्त एंव नाकाबंदी करने के कठोर निर्देश दिये। इसके आलावा समस्त थानाधिकारियों को अपने थानो में एक्शन प्लान के तहत स्थार्इ वारंटिया, उदघोषित अपराधियों तथा भगोडो को गिरफतार करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को अपने हल्का क्षैत्र में इंसदादी कार्यवाही, एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही, लोकल एवं स्पेशल एक्ट के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दियेे।
शराब तस्करी एवं रात्रि 8.00 बजे के बाद शराब ठेको के खोलने पर पाबंदी
पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षैत्र में शराब तस्करो के विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा राज्य सरकार के आदेशों की पालना करते हुए रात्रि में 8.00 बजे के बात शराब ठेको को खोलने वालो के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा कोर्इ ठेकेदार मनमानी करे तो उसकी शिकायत आबकारी अधिकारी को करे तथा ठेके के लार्इसेंस का निरस्त करने की कार्यवाही हेतु आबकारी अधिकारी को लिखे।इसके अलावा पुलिस अधीक्षक द्वारा हल्का क्षेत्र में शराब पीकर बवाल करने वालों के विरूद्ध पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही कर गिरफतार करने के निर्देश दिये।
बाल श्रम पर रोक लगाने के निर्देश
पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त वृताधिकारियोंथानाधिकारियों को हल्का क्षेत्र में सिथत निजी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को चैक कर करने के निर्देश दिये तथा वहा पर बाल श्रमिकों पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिये। दौराने चैकिंग किसी भी निजी व्यापारिक प्रतिष्ठान पर कोर्इ भी बाल श्रमिक कार्य करता हुआ मिले तो उसके मालिक विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा समस्त को बाल श्रम पर रोक लगाने हेतु समझार्इश करे।


सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालो एवं धूम्रपान सामग्री बिक्री करने वालो के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश
हाल ही राज्य सरकार द्वारा धूम्रपान को मानव जीवन के लिए खतरनाक बताते हुए, धूम्रपान सामग्री (बीडी, सिगरेट, गुटखा, तम्बाकु से निर्मित वस्तुओ आदि) के सेवन पर रोक लगाते हुए, ऐसा करने वालों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिये, जिस तरफ पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त अधिकारियों का ध्यान केंदि्रत करते हुए निर्देश दिये है कि वह अपने-अपने हल्का क्षैत्र में धूम्रपान सामग्री धूम्रपान सामग्री (बीडी, सिगरेट, गुटखा, तम्बाकु से निर्मित वस्तुओ आदि) की रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाकर कानूनी कार्यवाही करे तथा कार्यालय एवं थानों पर पदस्थापित स्टाफ को भी धूम्रपान नहीं करने के निर्देश देवे।
सत्यापन प्रफोर्मा भरवाने के सख्त आदेश
जिले में बढने वाले अपराधों में बाहरी लोगो की भूमिका को देखते हुए हाल में पुलिस अधीक्षक द्वारा दो प्रफोर्मो को जारी किया गया। जिसके तहत मकान किरायेदारो, निजी कम्पनियों, होटलो, रेस्टोरेंट अन्य निजी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत अधिकारियोंकर्मचारियाें, सेल्समेन, ड्रार्इवर, चौकीदार एवं घरेलू कर्मचारियों एवं अन्य की सम्पूर्ण जानकारी भरने हेतु जिले के समस्त थानाधिकारियों निर्देश दिये गये तथा उक्त प्रफोर्मा को 31 मर्इ 2013 तक हरसुरत में भरवाकर कार्यालय में भिजवाने के निर्देश दिये।

सिरोही मुखबिरी के शक में कैदी के साथ मारपीट

सिरोही मुखबिरी के शक में कैदी के साथ मारपीट
सिरोही। जिला कारागार में शनिवार को पांच कैदियों ने मिलकर एक कैदी की पिटाई कर दी। चोटिल कैदी का जिला अस्पताल में उपचार करवाने के बाद फिर से जेल मे ले जाया गया।

जेलर भैरोसिंह शेखावत के अनुसार शनिवार शाम को एनडीपीएस एक्ट के मामले में बंद एक कैदी मोरड़ा (नि?बाहेड़ा-चित्तोड़गढ़) निवासी पारसमल पुत्र भंवरलाल को पांच कैदियों ने पीट दिया। पीटने वाले कैदियों में एक हत्या तथा शेष चार कैदी एनडीपीएस एक्ट के तहत विचाराधीन हैं। इसमें जोधपुर निवासी सोनू पुत्र अशोक, राजसमंद निवासी गणपत उर्फ श्यामसुंदर पुत्र मांगीलाल, शंभुपुरा (चित्तोड़गढ़) निवासी पवन पुत्र उदयराम, भदेसर (चित्तोड़गढ़) निवासी भैरूलाल पुत्र उदयराम, निकुंभ (चित्तोड़गढ़) निवासी भैरूलाल पुत्र भवानीशंकर शामिल हैं।


मुखबिरी के शक में पिटाई

जेलर ने बताया कि हत्या के आरोप में विचाराधीन कैदी सोनू ने शेष चार कैदियों के साथ मिलकर पारसमल की पिटाई की। पूछताछ में सोनू ने बताया कि पारसमल पुलिस के मुखबिर के रूप में काम कर रहा था। उसकी मुखबिरी के कारण उन्हें जेल में मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाएं बंद हो गई थी। उन्होंने जेल में तलाशी के दौरान भी सोनू कैदियों को भड़काने की कोशिश कर चुका है।

लहरीबाई हत्याकांड: 10 माह बाद आरोपी धरे

लहरीबाई हत्याकांड: 10 माह बाद आरोपी धरे

चित्तौड़गढ़/भदेसर। निकंुभ कस्बे में गत वर्ष हुई वृद्धा की हत्या का राजफाश करते हुए निकंुभ पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक अन्य की तलाश है। शराब को लेकर मिले सुराग के आधार पर पुलिस दस माह बाद आरोपितों तक पहंुच पाई।

पुलिस ने बताया कि भूरालाल जाट ने 16 जुलाई 2012 को उसकी बड़ी सास लहरीबाई (50) पुत्री भैरूलाल जाट की अज्ञात लोगों द्वारा हत्या करने की सूचना दी थी। सिर पर वजनी पत्थर डालकर उसे मौत के घाट उतारा गया था।

पुलिस अधीक्षक राघवेन्द्र सुहास ने बड़ीसादड़ी थाना प्रभारी भैरूलाल के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक शंभूलाल,सिपाही विक्रमसिंह,इनायत अली,कमलकिशोर आदि की टीम गठित की।

और मन में आ गईखोट

एएसआई शंभूलाल को पता चला कि घटना के बाद से पिन्टू पुत्र ऊंकार खटीक,कालूसिंह पुत्र रतनसिंह राजपूत आदि गायब है। इन तीनों ने घटना के एक दिन पहले चन्दामाता की पहाड़ी पर बैठकर शराब पी थी। वहां से लहरी का मकान देखकर तीनों के मन में खोट आ गई।

सांस टूटने तक पटकते रहे पत्थर

देर रात वे दीवार फांदकर लहरी के मकान में घुस गए और वहां एक बखारी का ताला तोड़ा,लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला। दूसरी बखारी में ढाई सौ ग्राम वजनी चांदी के पायजेब व 710 रूपए मिले। तीसरी बखारी का ताला तोड़ते समय लहरी जाग गई। यह देखकर तीनों घबरा गए और पहचान के डर से पिन्टू ने एक बड़ा पत्थर उसके सिर पर दे मारा। बाद में उसके दो अन्य साथियों ने भी पत्थर मारे। लहरी की मौत तक तीनों ने उसके हाथ-पैर दबाकर रखे और बाद में वहां से फरार हो गए।

दो गार्डों पर हमला, एक की मौत तो दूसरा गंभीर घायल

दो गार्डों पर हमला, एक की मौत तो दूसरा गंभीर घायल
-बाड़मेर जिले के मीठड़ा गांव की घटना, एयरटेल कंपनी के टॉवर से बैटरी व तेल चुराने की नियत से आए थे
-सदर थानाधिकारी लाइन हाजिर


बाड़मेर। बाड़मेर जिले के मीठड़ा गांव में अज्ञात लोगों ने शुक्रवार रात हमला कर एक को मौत के घाट उतारा तो दूसरे को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना की खबर शनिवार सुबह शहर में आग की तरह फैल गई और राजपूत समाज के सैकड़ों लोग जमा हो गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने सदर पुलिस को दी, लेकिन पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने के कारण आरोपी फरार होने में कामयाब रहे। राजपूत समाज के आक्रोश और आरोप को देखते हुए एसपी राहुल बारहठ ने सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी को लाइन हाजिर कर ताराराम बैरवा को सदर थाना का इंचार्च बनाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मीठड़ा गांव में एयरटेल कंपनी के लगे मोबाइल टॉवर पर गार्ड के रूप में दोनों भाई काम करते थे। इसमें एक का नाम गिरधरसिंह और दूसरे का नाम गुमानसिंह था। बताया जाता है कि अज्ञात लोग बोलेरो में एयरटेल कंपनी के टॉवर पर डीजल व बैटरियां चोरी करने की नियत से आए थे और टॉवर पर लगे गार्ड के जाए जाने से चोरों व गार्डों के बीच में कहासुनी हो गई। इसके पश्चात बोलेरो में आए अज्ञात चोरों ने इन दोनों भाईयों पर गाड़ी चलाने का प्रयास किया। जिसमें गिरधरसिंह की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उसका भाई गुमानसिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और आरोपी मौके से फरार हो गए। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को मिलने पर उन्होंने सदर पुलिस को सूचना दी, जो समय पर नहीं पहुंची। मृतक व घायलों को राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां शव को मोर्चरी में रख घायल का उपचार शुरू किया। जिसकी हालात गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने तत्काल जोधपुर रेफर कर दिया। घटना के बाद शनिवार सुबह से मोर्चरी में राजपूत समाज के सैकड़ों लोग इकत्रित हो गए। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव उठाने से इनकार कर दिया और मोर्चरी के बाहर ही टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। इस घटनाक्रम के बीच राजपूत समाज के सैकड़ों लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक व प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी मांगें भी रखी और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग भी की। घटना की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन सहित कई जनप्रतिनिधि व नेता मोर्चरी पहुंचें और समाज के लोगों से मुलाकात कर घटना व घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने संबंधी प्रशासन व उच्च अधिकारियों से बातचीत की। समाचार लिखे जाने तक न तो पुलिस का कोई अधिकारी घटना के संबंध में बोलने को तैयार था और न ही इस मामले को लेकर किसी पक्ष द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि इस संबंध में पीडि़त पक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद ही कहना संभव होगा। क्योंकि अब तक जो बात सामने आई है, वो अज्ञात हमलावर बताए जा रहे है। पुलिस ने अपने स्तर पर आरोपियों को पडऩे को लेकर अलग-अलग टीमों का गठन कर प्रयास शुरू कर दिए है। समाचार लिखे जाने तक राजपूत समाज के लोगों में भारी आक्रोश था और सैकड़ों की संख्या में लोग मोर्चरी के आगे जमा थे।
राजपूत समाज का अल्टीमेटम
राजपूत समाज ने इस मामले को बेहद गम्भीरता और आक्रोशित तरीके से लिया हैं और इस मामले को लेकर राजपूत समाज ने रविवार को सुबह तक का समय पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिया हैं। राजपूत समाज के अनुसार अगर इस मामले का पर्दाफाश रविवार सुबह तक नहीं हुआ तो बाड़मेर में आन्दोलन होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की रहेगी।