-बाड़मेर जिले के मीठड़ा गांव की घटना, एयरटेल कंपनी के टॉवर से बैटरी व तेल चुराने की नियत से आए थे
-सदर थानाधिकारी लाइन हाजिर
बाड़मेर। बाड़मेर जिले के मीठड़ा गांव में अज्ञात लोगों ने शुक्रवार रात हमला कर एक को मौत के घाट उतारा तो दूसरे को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना की खबर शनिवार सुबह शहर में आग की तरह फैल गई और राजपूत समाज के सैकड़ों लोग जमा हो गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने सदर पुलिस को दी, लेकिन पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने के कारण आरोपी फरार होने में कामयाब रहे। राजपूत समाज के आक्रोश और आरोप को देखते हुए एसपी राहुल बारहठ ने सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी को लाइन हाजिर कर ताराराम बैरवा को सदर थाना का इंचार्च बनाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मीठड़ा गांव में एयरटेल कंपनी के लगे मोबाइल टॉवर पर गार्ड के रूप में दोनों भाई काम करते थे। इसमें एक का नाम गिरधरसिंह और दूसरे का नाम गुमानसिंह था। बताया जाता है कि अज्ञात लोग बोलेरो में एयरटेल कंपनी के टॉवर पर डीजल व बैटरियां चोरी करने की नियत से आए थे और टॉवर पर लगे गार्ड के जाए जाने से चोरों व गार्डों के बीच में कहासुनी हो गई। इसके पश्चात बोलेरो में आए अज्ञात चोरों ने इन दोनों भाईयों पर गाड़ी चलाने का प्रयास किया। जिसमें गिरधरसिंह की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उसका भाई गुमानसिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और आरोपी मौके से फरार हो गए। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को मिलने पर उन्होंने सदर पुलिस को सूचना दी, जो समय पर नहीं पहुंची। मृतक व घायलों को राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां शव को मोर्चरी में रख घायल का उपचार शुरू किया। जिसकी हालात गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने तत्काल जोधपुर रेफर कर दिया। घटना के बाद शनिवार सुबह से मोर्चरी में राजपूत समाज के सैकड़ों लोग इकत्रित हो गए। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव उठाने से इनकार कर दिया और मोर्चरी के बाहर ही टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। इस घटनाक्रम के बीच राजपूत समाज के सैकड़ों लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक व प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी मांगें भी रखी और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग भी की। घटना की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन सहित कई जनप्रतिनिधि व नेता मोर्चरी पहुंचें और समाज के लोगों से मुलाकात कर घटना व घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने संबंधी प्रशासन व उच्च अधिकारियों से बातचीत की। समाचार लिखे जाने तक न तो पुलिस का कोई अधिकारी घटना के संबंध में बोलने को तैयार था और न ही इस मामले को लेकर किसी पक्ष द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि इस संबंध में पीडि़त पक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद ही कहना संभव होगा। क्योंकि अब तक जो बात सामने आई है, वो अज्ञात हमलावर बताए जा रहे है। पुलिस ने अपने स्तर पर आरोपियों को पडऩे को लेकर अलग-अलग टीमों का गठन कर प्रयास शुरू कर दिए है। समाचार लिखे जाने तक राजपूत समाज के लोगों में भारी आक्रोश था और सैकड़ों की संख्या में लोग मोर्चरी के आगे जमा थे।
राजपूत समाज का अल्टीमेटम
राजपूत समाज ने इस मामले को बेहद गम्भीरता और आक्रोशित तरीके से लिया हैं और इस मामले को लेकर राजपूत समाज ने रविवार को सुबह तक का समय पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिया हैं। राजपूत समाज के अनुसार अगर इस मामले का पर्दाफाश रविवार सुबह तक नहीं हुआ तो बाड़मेर में आन्दोलन होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की रहेगी।
-सदर थानाधिकारी लाइन हाजिर
बाड़मेर। बाड़मेर जिले के मीठड़ा गांव में अज्ञात लोगों ने शुक्रवार रात हमला कर एक को मौत के घाट उतारा तो दूसरे को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना की खबर शनिवार सुबह शहर में आग की तरह फैल गई और राजपूत समाज के सैकड़ों लोग जमा हो गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने सदर पुलिस को दी, लेकिन पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने के कारण आरोपी फरार होने में कामयाब रहे। राजपूत समाज के आक्रोश और आरोप को देखते हुए एसपी राहुल बारहठ ने सदर थानाधिकारी लूणसिंह भाटी को लाइन हाजिर कर ताराराम बैरवा को सदर थाना का इंचार्च बनाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मीठड़ा गांव में एयरटेल कंपनी के लगे मोबाइल टॉवर पर गार्ड के रूप में दोनों भाई काम करते थे। इसमें एक का नाम गिरधरसिंह और दूसरे का नाम गुमानसिंह था। बताया जाता है कि अज्ञात लोग बोलेरो में एयरटेल कंपनी के टॉवर पर डीजल व बैटरियां चोरी करने की नियत से आए थे और टॉवर पर लगे गार्ड के जाए जाने से चोरों व गार्डों के बीच में कहासुनी हो गई। इसके पश्चात बोलेरो में आए अज्ञात चोरों ने इन दोनों भाईयों पर गाड़ी चलाने का प्रयास किया। जिसमें गिरधरसिंह की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उसका भाई गुमानसिंह गंभीर रूप से घायल हो गया और आरोपी मौके से फरार हो गए। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को मिलने पर उन्होंने सदर पुलिस को सूचना दी, जो समय पर नहीं पहुंची। मृतक व घायलों को राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां शव को मोर्चरी में रख घायल का उपचार शुरू किया। जिसकी हालात गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने तत्काल जोधपुर रेफर कर दिया। घटना के बाद शनिवार सुबह से मोर्चरी में राजपूत समाज के सैकड़ों लोग इकत्रित हो गए। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव उठाने से इनकार कर दिया और मोर्चरी के बाहर ही टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। इस घटनाक्रम के बीच राजपूत समाज के सैकड़ों लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक व प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी मांगें भी रखी और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग भी की। घटना की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन सहित कई जनप्रतिनिधि व नेता मोर्चरी पहुंचें और समाज के लोगों से मुलाकात कर घटना व घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने संबंधी प्रशासन व उच्च अधिकारियों से बातचीत की। समाचार लिखे जाने तक न तो पुलिस का कोई अधिकारी घटना के संबंध में बोलने को तैयार था और न ही इस मामले को लेकर किसी पक्ष द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस के अधिकारियों का कहना था कि इस संबंध में पीडि़त पक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद ही कहना संभव होगा। क्योंकि अब तक जो बात सामने आई है, वो अज्ञात हमलावर बताए जा रहे है। पुलिस ने अपने स्तर पर आरोपियों को पडऩे को लेकर अलग-अलग टीमों का गठन कर प्रयास शुरू कर दिए है। समाचार लिखे जाने तक राजपूत समाज के लोगों में भारी आक्रोश था और सैकड़ों की संख्या में लोग मोर्चरी के आगे जमा थे।
राजपूत समाज का अल्टीमेटम
राजपूत समाज ने इस मामले को बेहद गम्भीरता और आक्रोशित तरीके से लिया हैं और इस मामले को लेकर राजपूत समाज ने रविवार को सुबह तक का समय पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिया हैं। राजपूत समाज के अनुसार अगर इस मामले का पर्दाफाश रविवार सुबह तक नहीं हुआ तो बाड़मेर में आन्दोलन होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की रहेगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें