रविवार, 5 मई 2013

जयपुर के डॉक्टर की सर्जरी गिनीज बुक में



जयपुर। 23 साल की एक लड़की जब पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंची तो किसी को नहीं पता था कि उसका इलाज कर डॉक्टर गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बुक में शुमार हो जाएंगे। दरअसल, इस युवती(मेनका) के पित्ताशय में 20-25 स्टोन्स(पथरी) मिले और जब इलाज के दौरान उसका पित्ताशय निकाला गया तो वह दुनिया का सबसे बड़ा(25.8 सेंटीमीटर) पित्ताशय निकला। इसे अब गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल कर प्रमाणित कर दिया गया है।

राजस्थान के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ.जीवन कांकरिया ने यह ऑपरेशन पिछले साल 29 नवम्बर को किया था। ऑपरेशन के बाद पित्ताशय का आश्चर्यजनक आकार देखकर डॉ.कांकरिया ने गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड लिमिटेड से सम्पर्क किया। इसके बाद फरवरी और मार्च में गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड की टीमें जयपुर पहुंची और मामले की तथ्यात्मक जांच-पड़ताल की। इसमें खरा पाए जाने पर करीब 5 महीने बाद ऑपरेशन के बाद मेनका के पेट से बाहर निकाले गए पित्ताशय को विश्व का सबसे बड़े पित्ताशय करार देते हुए इसे वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल कर लिया।


ऑपरेशन और परिस्थितियां भी अनूठी


इस ऑपरेशन के बाद गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल हुए डॉ.कांकारिया ने पत्रिका डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि महज पित्ताशय ही नहीं इस मामले में ऑपरेशन और परिस्थितियां भी अनूठी थी। दरअसल,25.8 एमएम बड़े इस पित्ताशय को महज 1.2 सेंटीमीटर का चीरा लगाकर दूरबीन की सहायता से बाहर निकाला गया था। इतने बड़े पित्ताशय को इतने से चिरे से बाहर निकालना आम नहीं है। यही नहीं पित्ताशय की शरीर में मौजूदगी भी कुछ हटकर थी। डॉक्टर ने बताया कि मोनिका का पित्ताशय असामान्यतौर पर बांयी ओर से शुरू होकर कुंडलीनुमा बनकर दांयी ओर पित्त वाहिनी से जुड़ा हुआ था। ऎसी स्थिति करीब 10 लाख लोगों में से एक के शरीर में पाई जाती है।


टूट गया पाकिस्तान का रिकॉर्ड


डॉक्टर कांकरिया ने बताया कि सबसे बड़े पित्ताशय का वल्र्ड रिकॉर्ड अब तक पाकिस्तान के डॉक्टर मोहम्मद नईम ताज के नाम था। उन्होंने 14 जून 2011 में एक ओपन सर्जरी में तब तक का सबसे बड़ा पित्ताशय(25 सेंटीमीटर) निकला था। लेकिन अब यह रिकॉर्ड टूट गया है। जयपुर में 29 नवम्बर2012 को हुए ऑपरेशन में इससे 8 सेंटीमीटर लम्बा पित्ताशय निकला है।


उल्लेखनीय है कि इस रिकॉर्ड से पूर्व भी जयपुर के नाम गिनीज बुक में कई वल्र्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं। इनमें गोविंद देवजी का सत्संग भवन गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में शामिल है। यह आठ कॉलम पर खड़े इस भवन की 119 फुट लंब्ाी छत बिना खंभे के है। डिजाइनर अमित पाबूवाल भी गिनीज वल्र्ड रिकॉडधारी हैं उनके पास सबसे बड़ी और भारी स्पोट्र्स ट्रॉफी बनाने का रिकॉर्ड है। साथ ही जयपुर फुट के सह आविष्कारक पीके सेठी को भी ऎसे ही रिकॉर्ड के धनी रहे। उन्हें सबसे अधिक लोगों को फिर से चलने लायक बनाने का रिकॉर्ड प्राप्त था।

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