मुख्यमंत्री के आदेशो को ठेंगा क्षेत्रीय विधायक की भूमाफियो को शाह
आयुक्त द्वारा भूमाफियो से सुवीधाशुल्क लेने की चर्चा
अशोक गहलोत के जाति भाई बाड़मेर में बने भूमाफिया…
बाड़मेर नगर परिषद् की करोड़ों की जमीन पर अवैध निर्माण कराया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जाति भाई भूमाफियाओं ने.. सरकार के पास विचाराधीन मामला होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं…
,बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जाति भाई भूमाफियाओं द्वारा नगर परिषद् की करोड़ों की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण करा दिया गया जबकि इस जमीन में हुए भ्रष्टाचार की जाँच स्वायत शासन विभाग और स्थानीय पुलिस के ठन्डे बस्ते में पड़ी है. इस प्रकरण में नगर पालिका के चार कार्मिक निलंबित भी हो चुके हैं. यहाँ तक कि मुख्यमंत्री कार्यालय से मार्च उनतीस दो हज़ार बारह को इस प्रकरण की जाँच जिला कलेक्टर और स्वायत शासन विभाग के सचिव को दी थी इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की. जबकि जिला कलेक्टर बाड़मेर द्वारा इस प्रकरण की जाँच तहसीलदार बाड़मेर को दी थी.तहसीलदार ने पटवारी को जाँच सौंप दी मगर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई.मुख्यमंत्री के आदेश की धज्जियां नगर परिषद् और जिला प्रशासन उड़ा रहे हैं. स्वायत शासन विभाग के सचिव द्वारा अप्रैल में यह जाँच आयुक्त नगर परिषद् बाड़मेर को दी थी जो कचरे की टोकरी की शोभा बढ़ा रही है.इधर मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच आने के बाद नगर परिषद् बाड़मेर के राजस्व निरीक्षक सुरेन्द्र माथुर मौके पर गए थे तथा अतिकर्मियो को जमीन खाली करने के निर्देश दिए ,मगर क्षेत्रीय विधायक ने भूमाफियो के खिलाफ कार्यवाही करने से आयुक्त को मन कर दिया ,आयुक्त ने भूमाफियो से संथ गाँठ कर सुविधा शुल्क ले कर मामले में कोताही बारात रहे हें ,मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस प्रकरण कजी जान के आदेश तीन बार जरी किये इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही .
चन्दन सिंह भाटी ने इस आशय की शिकायत मुख्यमंत्री को की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने स्वायत शासन सचिव को जाँच के आदेश दिए थे. शहर के महावीर नगर में नगरपालिका बाड़मेर का व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 है जिसकी कीमत करीब करोड़ों रूपए है. उक्त भूखंड पर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुबीर कुमार ने वर्ष 2007 में निरस्तीकरण के आदेश जारी कर नगरपालिका के चार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था। उक्त प्रकरण में पालिका के चार अधिकारी कर्मचारी निलंबित भी किए गए है. इस व्यवसायिक भूखंड प्रकरण की जाँच आज भी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है. राज्य सरकार ने इस भूखंड के आवंटन को निरस्त कर भूखंड राशि जमा नही करवाई गई थी. इसके बावजूद इस भूखंड पर भूमाफियाओं जिन्होने सरकारी जमीनों पर कई अतिक्रमण कर रखे है और वहाँ पर अवैध रूप निर्माण कार्य आरम्भ करा रखा है. उक्त भूखंड पर रामचंद्र वैष्णव, सावताराम माली, श्गाराम माली तथा इनके भूमाफिया सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य निर्बाध रूप से किया जा रहा है. उक्त भूखंड राज्य सरकार का है जिसकी कीमत करोड़ों रूपए है। इस पर नगरपालिका कर्मचारियों तथा अधिकारियों की मिलीभगत से भूमाफियों द्वारा अतिक्रमण कर व्यवसायिक काम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा चूका है. स्थानीय जिला प्रशासन की कई बार लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई.
उक्त व्य्ावसायिक भूखंड संख्या 66 के पूरे प्रकरण की जाँच प्रशासनिक अधिकारी करने से कतरा रहे हैं जबकि इस मामले के तीन मुकदमे शहर कोतवाली में भी दर्ज है. सरकारी संपति को भूमाफियाओं के चंगूल से मुक्त करवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की बजाय भूमाफियाओं को शह दी जा रही है.
मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013
नेत्रहीन मां को 27 हजार किमी पैदल चलकर कराए चारधाम
17 साल पहले शुरू हुई यात्रा समाप्त
नेत्रहीन मां को 27 हजार किमी पैदल चलकर कराए चारधाम
जेब में एक रुपया नहीं, चल दिए यात्रा पर
उज्जैन आया ग्वालियर का श्रवण कुमार
कैलाश ने जब यात्रा शुरू की तो उसके पास जेब में एक रुपया नहीं था। भगवान भरोसे वह कावड़ लेकर निकल पड़ा और गर्मी, ठंड व बारिश के बीच यात्रा आगे बढ़ती चली गई। जहां भी गया, उस शहर में लोगों ने रहने, खाने की मदद की और कुछ रुपए भी दिए, लेकिन पूरी यात्रा में कहीं कोई सरकारी मदद नहीं ली।
उज्जैन (मप्र)त्न 87 साल की नेत्रहीन मां की इच्छा पूरी करने के लिए वह इस कलियुग में श्रवण कुमार बन गया। अपने कंधों पर कावड़ में मां को बैठाकर 17 साल और कुछ महीनों में 27 हजार किलोमीटर पैदल चलकर उसने चारधाम की तीर्थ यात्रा पूरी करा दी। बरगी (ग्वालियर) के 40 वर्षीय कैलाश गिरि ब्रह्मचारी कावड़ में बैठी मां कीर्ति देवी के साथ सोमवार को जब उज्जैन की सड़कों से गुजरा तो उसे देखने वालों की नजरें थम गईं और बूढ़े मां-बाप को कंधों पर यात्रा कराने वाले पौराणिक पात्र श्रवण कुमार की याद आ गई। कैलाश गिरि ने कहा कि 1995 में क्रम से रामेश्वर, जगन्नाथपुरी, बद्रीनाथ और द्वारिका धाम की यात्रा कर अब उज्जैन में महाकाल दर्शन के साथ यात्रा पूरी की है। हालांकि संकल्प के मुताबिक वह मां को गांव तक कावड़ से ही ले जाएगा। उज्जैन से वह देवास के रास्ते ग्वालियर के लिए रवाना हो गया।
जोधपुर.नए संभागीय आयुक्त हेमंत गेरा
जोधपुर.नए संभागीय आयुक्त हेमंत गेरा की जोधपुर में यह चौथी पोस्टिंग होगी। गेरा ट्रेनिंग के दौरान 1998 में यहां एडीएम नियुक्त हुए थे।
2 अगस्त 99 से 27 मार्च 2001 तक एसडीओ व 4 अक्टूबर 2008 से 31 दिसंबर तक जोधपुर कलेक्टर भी रहे। यह पद आरके जैन के तबादले के बाद से रिक्त था।
2 अगस्त 99 से 27 मार्च 2001 तक एसडीओ व 4 अक्टूबर 2008 से 31 दिसंबर तक जोधपुर कलेक्टर भी रहे। यह पद आरके जैन के तबादले के बाद से रिक्त था।
दुनिया देखेगी वायुसेना की ताकत व क्षमता
दुनिया देखेगी वायुसेना की ताकत व क्षमता
आयरन फीस्ट में प्रतिद्वंद्वी देश देखेंगे एयरफोर्स की ताकत व रण कौशल
जैसलमेर पश्चिमी मोर्चे के समीप पोकरण स्थित चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में 22 फरवरी को होने वाले वॉर गेम 'आयरन फीस्ट' में भारतीय वायुसेना प्रतिद्वंद्वी पड़ोसी देश चीन व पाकिस्तान को अपनी हवाई ताकत दिखाएगी।'आयरन फीस्ट' यानी 'फौलादी मुक्का' में भारत तीन साल में बढ़ी हवाई ताकत का प्रदर्शन कर एशिया में अपनी धाक जमाने का सार्थक प्रयास करेगा। वहीं इसमें वायुसेना अपने लड़ाकू विमानों व योद्धाओं की क्षमता परखेगी। 'आयरन फीस्ट' के बाद 'लाइव वायर' में समूची वायुसेना अपनी स्थापना के 80 वें साल में एकीकृत रूप से ताकत दिखाएगी।
युद्धाभ्यास का मकसद
: पड़ोसी देश व दुनिया को फोर्स की ताकत दिखाना।
: कूटनीतिक संदेश देना।
: फोर्स का हर स्तर पर समय के साथ समन्वय।
: हथियारों की क्षमता परखना।
: जवानों व अफसरों का युद्धक प्रशिक्षण परखना।
: युद्ध की स्थिति में तीनों सेनाओं में समन्वय।
हर फोर्स का अलग युद्धाभ्यास
: थलसेना में यूनिट से कमान लेवल तक युद्धाभ्यास होता है
: वायुसेना में विंग से कमान स्तर तक युद्धाभ्यास
: नौसेना में कमान स्तर पर होता है युद्धाभ्यास
बड़े स्तर के युद्धाभ्यास की सूचना
थलसेना जब यूनिट से डिवीजन स्तर का युद्धाभ्यास करती है तो इस बारे में पड़ोसी देशों को बताना जरूरी नहीं है। कोर व कमान स्तर का युद्धाभ्यास होने पर पड़ोसी देशों को बताना जरूरी होता है। वायुसेना व नौसेना भी कमान लेवल के युद्धाभ्यास की जानकारी पड़ोसी मुल्क को देते हैं।
कागज से काल्पनिक रणक्षेत्र
थलसेना कमान लेवल से बड़े स्तर पर मैदान में काल्पनिक युद्ध नहीं लड़ती है। साल में एक बार थलसेना प्रमुख सभी कमान व कोर कमांडर को किसी स्थान पर बुलाते हैं। वहां वॉर रूम में युद्ध पर मंथन होता है। कागजों पर उकेरी गई रणनीति की फौज काल्पनिक रणक्षेत्र में आजमाइश करती है। नौसेना व वायुसेना भी ऐसा ही करती हैं। मित्र देशों के साथ संयुक्त रूप से युद्धाभ्यास कर तकनीक व युद्ध के तरीकों का आदान-प्रदान करते हैं।
थार में ही 'मैदान-ए-जंग'
देश में तीनों सशस्त्र सेनाओं के करीब 60 फायरिंग रेंज हैं, लेकिन पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज जितनी बड़ी जगह कहीं नहीं है। यही कारण है कि थलसेना व वायुसेना को हर स्तर के युद्धाभ्यास के लिए यहीं आना पड़ता है। पिछले साल नौसेना ने भी अपने कमांडो के साथ यहां युद्धाभ्यास किया था।
सवाल मंदिर का नहीं राम जन्म भूमि का है : तोगडिय़ा
सवाल मंदिर का नहीं राम जन्म भूमि का है : तोगडिय़ा
मलकेश्वर मठ जालोर में विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान में हिंदू सम्मेलन आयोजित, जिलेभर से लोगों ने की शिरकत
जालोर विश्व हिंदू परिषद व बजरंगदल के तत्वावधान में सोमवार को मलकेश्वर मठ में हिंदू सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगडिय़ा ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने की बात पर कहा कि राम का मंदिर कहीं पर भी बनाया जा सकता है, मगर सवाल मंदिर बनाने का नहीं। प्रश्न यह है कि जब राम की जन्मभूमि ही अयोध्या है तो मंदिर वहीं पर बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राम ने या राम के मंदिर ने किसी का क्या बिगाड़ा था जो वहां का मंदिर तोड़ दिया। तोगडिय़ा ने कहा कि यह रोग मंदिर तोडऩे का नहीं बल्कि हमारे घरों को लूटने, हमारी संपत्ति लूटने तथा धर्म को नष्ट करने का रोग है। यदि इस रोग को रोकने के लिए हिंदू नहीं जागा तो न तो अयोध्या में राम मंदिर बनेगा और न हमारी गाय तथा हमारा धर्म सुरक्षित रहेगा। उन्होंने हिंदुओं को एक होने का आह्वान करते हुए कहा कि अब हिंदुओं को जागरूक होना होगा। हिंदुओं के घरों, मंदिरों धर्म तथा देश की रक्षा के लिए देश के सभी हिंदुओं को एक होने की आवश्यकता है।
तोगडिय़ा ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुसलमानों को हज पर जाने के लिए सरकार सबसिडी देती है, जबकि करोड़ों हिंदुओं को कुंभ से वापस लौटने के लिए खुद के पैसों पर भी साधन उपलब्ध नहीं करवाती ै। इस अवसर पर महामंडलेश्वर रविशरणानंद महाराज, शीतलाईनाथ महाराज, मलकेश्वर मठ के सेवा भारती महाराज, तीर्थगिरी महाराज, विहिप के जालोर प्रखंड अध्यक्ष जोगसिंह, शिवनारायण शर्मा, नरपतसिंह शेखावत, भंवरलाल चौधरी, इंद्रजीतसिंह, नेमीचंद दमामी, शांतु मुथा, अमन मेहता, दिनेश महावर, सुरेश सुंदेशा, जबराराम माली, अंबालाल माली, बंशीलाल, दिनेशचंद्र व्यास, भंवरलाल सोनी, प्रकाश आचार्य, रतन सुथार, प्रवीणसिंह, चंद्र प्रकाश, पीराराम, संजय राठौड़ व सुरेश सोलंकी समेत कई पदाधिकारी तथा जिले भर के विभिन्न क्षेत्रों से कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इससे पूर्व तोगडिय़ा के लेटा पहुंचने पर लेटा महंत रणछोड़ भारती महाराज के सानिध्य में स्वागत किया गया। तोगडिय़ा के जालोर पहुंचने पर गाजों बाजों के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री जोगेश्वर गर्ग समेत कई शहरवासी उपस्थित थे।
देश की सत्ता मुस्लिम वोट बैंकों की गुलाम : तोगडिय़ा : भीनमाल. विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीणभाई तोगडिय़ा ने कहा कि देश की सत्ता मुस्लिम वोट बैंकों की गुलाम बन गई है। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में हिंदुस्तान को मुगलिस्तान में परिवर्तित कोई नहीं रोक सकेगा।
तोगडिय़ा सोमवार को स्थानीय माघ चौक पर विहिप द्वारा आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। तोगडिय़ा ने कहा कि देश में वोटों की खातिर बहुसंख्यकों के धन का उपयोग अल्पसंख्यकों के विकास के नाम पर शिक्षा, जन्म, व्यापार और हज यात्रा के नाम पर खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में करीब तीन करोड़ से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठी जमे हुए है, जिन्हें निकालने की बजाय संरक्षण दिया जा रहा है। इसी कारण देश में भुखमरी और बेरोजगारी बढऩे के साथ ही विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश की आय का अधिकतर हिस्सा कश्मीर में खर्च किया जा रहा है। उक्त रुपयों से पनपने वाले जेहादी देश में कानून व्यवस्था बिगाड़ रहे है। उन्होंने कश्मीर के हालात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजादी से पूर्व हिंदू राजा के अधीन कश्मीर में आज हिंदू असुरक्षित है। जहां महिलाओं की सुरक्षा खतरे में बनी हुई है। उन्होंने देश में भुखमरी व बेरोजगारी हटाने, रोजगार के अवसर बढ़ाने, राम मंदिर बनाने और देश में अमन-चैन के लिए लोकतंत्र के हथियार मत का अधिक से अधिक उपयोग कर राष्ट्रीय हितों में विश्वास रखने वाले व्यक्ति को चुनकर सत्ता सौंपे। उन्होंने देश की खुशहाली के लिए धर्म व गोमाता की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया। इस अवसर पर महंत तीर्थगिरी महाराज ने भी धर्म की रक्षा के लिए संगठित होकर राष्ट्र के प्रति आस्था रखने वाले व्यक्ति के पक्ष में मतदान करने की अपील की
तवाव चौराहे पर हुआ स्वागत
तोगडिय़ा के भीनमाल आगमन के दौरान रास्ते में तवाव चौराहे पर भाजपा फ्रेंडस प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष महेंद्र पुरोहित के नेतृत्व में भव्य स्वागत किया गया। यहां से दर्जनों वाहनों की रैली के साथ तोगडिय़ा भीनमाल पहुंचे।
भीनमाल बंद आंशिक सफल
नगर में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन को लेकर सोमवार को भीनमाल बंद आंशिक सफल रहा। इस दौरान दुकान बंद करवाने की बात को लेकर एक व्यापारी व विहिप कार्यकर्ताओं के बीच मामूली विवाद भी हुआ, लेकिन आपसी समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। बंद को लेकर सवेरे 9 बजे से विहिप के कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग टोलियां बना बाजार में व्यापारियों से अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान करने के दौरान पिपली चौक पर एक व्यापारी की ओर से दुकान बंद नहीं करने की बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद में दो जनों के मामूली चोटें आई। इस दौरान अन्य व्यापारियों ने बीच-बचाव कर मामला शांत किया, लेकिन कुछ समय बाद वराहश्याम मंदिर सभाभवन में पुन: व्यापारियों ने एकत्रित होकर दुकान जबरदस्ती बंद करवाने को लेकर नाराजगी जताई। इसके बाद दिनभर पुलिस बाजार में गश्त करती रही।
चौहटन के गांवों में पानी की समस्या नर्मदा नहर का पानी पनोरिया वितरिका के माध्यम से चौहटन के गांवों में पहुंचेगा
डीआर प्रोजेक्ट पर कंपनी ने किया शुरू कार्य
चौहटन के गांवों में पानी की समस्या
बाड़मेर भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे चौहटन उपखंड के गांवों में कई वर्षों से पेयजल की बड़ी समस्या है, जिससे सीमावर्ती गांवों के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अब नर्मदा नहर का पानी पनोरिया वितरिका के माध्यम से चौहटन के इन गांवों में पहुंचेगा तो उन्हें पीने के साथ साथ सिंचाई के लिए भी मीठा पानी मिल पाएगा।
चौहटन के 29 गांवों को भी मिलेगा पानी
बाड़मेर जिले के चौहटन उपखंड के 29 गांवों के लोगों को पेयजल व सिंचाई के लिए नर्मदा का मीठा पानी पनोरिया वितरिका के माध्यम से मिल पाएगा। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 2008 में सांचौर के सीलू हैड पर नर्मदा नहर का उद्घाटन किया था। इसके बाद से काफी इंतजार के बाद अब जल्द ही नर्मदा का पानी बाड़मेर जिले के चौहटन उपखंड में जाएगा, जिससे वहां के लोगों में भी नर्मदा के पानी को लेकर काफी उत्साह है। किसानों का कहना है कि जल्द ही नर्मदा का पानी मिलता है तो उन्हें काफी फायदा होगा।
सांचौर के छह गांवों को मिलेगा पानी
पनोरिया वितरिका में पानी छोडऩे पर सांचौर उपखंड के छह गांवों को नर्मदा का मीठा पानी मिल पाएगा। ऐसे में इन छह गांवों में फ्लोराइडयुक्त पानी से मुक्ति मिल जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में क्षेत्र के लोगों के लिए पेयजल का स्त्रोत कुएं ही थे, जिसमें काफी ज्यादा मात्रा में फ्लोराइड होने के कारण लोग कई तरह की बीमारियों से ग्रसित थे। इसके अलावा अब किसानों को सिंचाई के लिए भी पानी मिल जाएगा।
पनोरिया में जल्द आएगा नर्मदा का पानी
एक नजर पनोरिया वितरिका
पनोरिया वितरिका से कुल 3५ गांवों के किसानों को पानी मिल पाएगा। वितरिका की कुल लंबाई 54 किमी है। जिसमें 21 माईनर व 19 सब माइनर है, जिनकी लंबाई 263.9 किलोमीटर है। इस वितरिका से प्रस्तावित सिंचाई 40 हजार 272.98 हैक्टेयर है, जिसमें से सांचौर में 16 हजार 817.70 हैक्टेयर है वहीं चौहटन उपखंड क्षेत्र में 23 हजार 455.70 हैक्टेयर है।
जालोर व बाड़मेर जिलों की जीवन दायिनी कही जाने वाली नर्मदा नहर के मीठे पानी के इंतजार में बैठे हजारों किसानों की आस जल्द ही पूरी होती नजर आ रही है। पनोरिया वितरिका क्षेत्र में रहने वाले किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। सांचौर उपखंड की अंतिम सीमा पर बसे 6 गांवों व बाड़मेर जिले के 2९ गांवों में पनोरिया वितरिका का पानी लोगों को मिल पाएगा।
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि लंबे इंतजार के बाद में अब सायर का कोसिटा से आगे नर्मदा का पानी आ पाएगा, जिससे उन्हें पीने व सिंचाई के लिए मीठा पानी मिल सकेगा। सांचौर में नर्मदा नहर को आए करीब चार साल से ज्यादा समय बीत गया, लेकिन नर्मदा नहर का पानी सायर का कोसिटा के पास बने साइफन से आगे नहीं जाने के कारण आगे के हजारों किसान पानी की आस लगाए इंतजार कर रहे थे। लंबे इंतजार के बाद नर्मदा नहर परियोजना का नीर सायर का कोसिटा से आगे के किसानों को मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। वर्तमान में नर्मदा विभाग के अधिकारी जालोर व बाड़मेर दोनों जिलों को जोडऩे वाली पनोरिया वितरिका में सायर का कोसिटा गांव के पास बने साइफन पर मोटरें लगाकर पानी को पनोरिया वितरिका में डाल टेस्टिंग का कार्य कर रहे हैं। सबकुछ इसी तरह चलता रहा तो आने वाले दो से तीन सप्ताह के भीतर विधिवत रूप से उद्घाटन के बाद नर्मदा विभाग पानी की सप्लाई आगे के गांवों में शुरू कर देगा।
एक नजर
डीआर प्रोजेक्ट
बजट सत्र 2012 में डीआर प्रोजेक्ट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 221 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। योजना के तहत सांचौर शहर, जसवंतपुरा व रानीवाड़ा के 138 गांवों को नर्मदा का पानी मिलेगा। जिससे करीब चार लाख लोग लाभांवित होंगे। योजना के तहत मुख्य पाइप लाइन के अलावा चार सब ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का प्रावधान रखा गया है। योजना का शुभारंभ नर्मदा मुख्य केनाल के आगार हैड से पांच किमी दूर पहाड़पुरा गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लॉंट बनाया गया है। पानी आगार, पहाड़पुरा, सरनाऊ, कूड़ा, रानीवाड़ा, मालवाड़ा, पूरण, राजपुरा, राजीकावास होते हुए जसवंतपुरा तक पाइप लाइन के जरिए पहुंचेगा। योजना में चार 33केवी विद्युत उपकेंद्र भी बनाए जाएंगे। दो जगह रेलवे क्रॉसिंग के लिए स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। प्रोजेक्ट के तहत 130 किमी तक पाइप लाइन बिछाई जाएगी। जिसमें 150 से 900 एमएम व्यास के पाइप जरूरत के अनुसार लगाए जाएंगे। कई फिल्टर प्लांट, टांके, स्वच्छ जलाशय व पंप हाउस बनाने का प्रावधान भी है।
॥ पनोरिया वितरिका का वर्तमान में टेस्टिंग का काम चल रहा है जो जल्द पूरा हो जाएगा इसके बाद उद्घाटन करवा हम पानी को पनोरिया वितरिका में छोड़ देंगे। - असीम मार्कंडेे, एक्सईएन खंड पांच नर्मदा नहर परियोजना सांचौर
॥ पनोरिया वितरिका का काम पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री कार्यालय से उद्घाटन के लिए समय मांग रखा है समय मिलते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथों से उद्घाटन करवाकर पानी की सप्लाई शुरू करवा देंगे, जिससे चौहटन क्षेत्र के लोगों को पीने व सिंचाई के लिए नर्मदा का मीठा पानी मिल पाएगा। - पदमाराम मेघवाल, विधायक चौहटन
॥नर्मदा नहर के पनोरिया वितरिका में पानी आने से जालोर व बाड़मेर दोनों जिलों के लोगों को सिंचाई व पीने के लिए मीठा पानी उपलब्ध होगा। जल्द ही जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी से बात कर लिफ्ट केनाल का उद्घाटन करवा दिया जाएगा, जिससे आगे के किसानों को पानी मिल पाएगा। - गणपतसिंह आसु, अध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी चितलवाना
रानीवाड़ा त्ननर्मदा नहर के पानी को सांचौर शहर व रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों तक पहुंचाने को लेकर बनी डीआर प्रोजेक्ट योजना पर कार्य शुरू हो गया है। तमाम औपचारिकताओं के बाद राज्य सरकार ने योजना के प्रथम चरण में 162 करोड़ रुपए की लागत के पाइप लाइन कार्यों को हरी झंडी दे दी है। इसके लिए हैदराबाद की कंपनी नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी यह काम 18 माह में पूरा कर लेगी। कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीधर रेड्डी ने शनिवार शाम अधीक्षण अभियंता महेश करल के साथ रानीवाड़ा पंचायत समिति पहुंच विधायक रतन देवासी के साथ प्रोजेक्ट को शुरू करने को लेकर चर्चा की। डीआर प्रोजेक्ट की निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल संसाधन मंत्रालय जयपुर ने नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम कार्य शुरू करने के आदेश जारी किए हैं।
कार्य योजना को अंतिम रूप देने के लिए कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीधर रेड्डी ने डीआर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता महेश करल के साथ सांचौर से जसवंतपुरा तक डीआर प्रोजेक्ट के कमांड क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि कंपनी मार्च में पहाड़पुरा हैड पॉइंट से जसवंतपुरा टेल पॉइंट तक विशेषज्ञ इंजीनियरों के द्वारा सर्वे, लेवलिंग, रिफिलिंग, कटिंग का कार्य करेगी। बाद में एल सेक्सन को पूर्ण कर अत्याधुनिक तकनीक व मशीनों से अप्रैल के प्रथम सप्ताह में प्रोजेक्ट पर भौतिक रूप से कार्य शुरू करेगी। प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि डीआर प्रोजेक्ट भी तय अवधि के छह माह पूर्व पूरा कर लिया जाएगा। देवासी ने कहा कि डीआर प्रोजेक्ट योजना सांचौर शहर व रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की पेयजल समस्या के समाधान में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट में पेयजल समस्या ग्रस्त वंचित क्षेत्रों को भी जोड़ा जाएगा।
हम कोशिश करेंगे कि प्रोजेक्ट 15 से 18 माह में पूरा हो जाए तथा सांचौर शहर के साथ रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांवों तक नर्मदा का मीठा पानी पहुंच जाए।
- श्रीधर रेड्डी, रीजनल हैड नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी उत्तर भारत
मार्च में शुरू होगा पाइप लाइन डाने का कार्य
॥लंबी औपचारिकता के बाद नागार्जुन कंपनी के द्वारा कार्य शुरू होने जा रहा है। प्रोजेक्ट में वंचित गांवों को भी जोड़ा जाएगा। मार्च में कंपनी सर्वे के बाद शिलान्यास करवाकर विधिवत पाइप लाइन का कार्य शुरू किया जाएगा। - रतन देवासी, विधायक रानीवाड़ा
शहीद की बजाए ट्रस्ट के नाम कर दिया स्कूल का नामकरण
शहीद की बजाए ट्रस्ट के नाम कर दिया स्कूल का नामकरण
शिक्षा विभाग व सरकार की स्वीकृति के बिना ही प्रधानाध्यापक ने कर दिया नामकरण, शहीद का नामकरण करने के लिए भटक रहे हैं परिजन
बाड़मेर पंचायत समिति बाड़मेर की ग्राम पंचायत इंद्रोई के राजस्व गांव बसरा में सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद की बजाय एक ट्रस्ट के नाम करने का मामला सामने आया है। स्कूल के प्रवेशद्वार पर लगे बोर्ड पर श्रीराम उप्रावि बसरा दर्ज कर रखा है। इतना ही नहीं स्कूल के दस्तावेज व मुहर में उक्त नाम दर्ज है। जबकि हाल ही में संयुक्त निदेशक (प्रशासन) माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर ने जिला शिक्षाधिकारी को पत्र भेजकर इस स्कूल का नामकरण शहीद पहाड़सिंह के नाम करने को कहा था। खास बात यह है कि जिस ट्रस्ट का नामकरण किया गया है, उसको लेकर शिक्षा विभाग व सरकार ने स्वीकृति तक जारी नहीं की। स्कूल के हैड मास्टर ने अपने ही स्तर पर ही स्कूल का नामकरण कर दिया।
ग्राम पंचायत इंद्रोई के राजस्व गांव बसरा के शहीद पहाड़सिंह के नाम राउप्रावि बसरा का नामकरण करने के लिए परिजन व ग्रामीण लंबे अर्से से प्रयासरत हैं। राज्य सरकार ने भी शहीद के नाम स्कूल व गांव का नामकरण करने के निर्देश जारी कर रखे हैं। इस बीच स्कूल के प्रधानाध्यापक ने स्कूल का नामकरण श्रीराम ट्रस्ट कर दिया। नियमानुसार किसी भी स्कूल का नामकरण भामाशाह, ट्रस्ट या महापुरुष के नाम करने से पहले शिक्षा विभाग से स्वीकृति लेने का प्रावधान है। इस मामले में शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि स्कूल का नाम श्रीराम ट्रस्ट के नाम करने के बारे में किसी प्रकार की स्वीकृति जारी नहीं की गई है। इसके बावजूद लंबे अर्से से ट्रस्ट का नाम चल रहा है। इधर,शहीद पहाड़सिंह के भाई सुल्तान सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताया कि राउप्रावि बसरा के प्रधानाध्यापक को स्कूल का नामकरण शहीद के नाम करने के बारे में जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों की ओर से कई बार अवगत करवाया गया। लेकिन प्रधानाध्यापक ने मनमर्जी से स्कूल का नामकरण ट्रस्ट के नाम कर दिया। इस मामले की जांच की जाए।
मामला गंभीर है
क्या है नियम
॥बसरा स्कूल का नामकरण मनमर्जी से ट्रस्ट के नाम करने का मामला गंभीर है। इस बारे में शिकायत मिली है। जिला शिक्षाधिकारी से विचार विमर्श कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।ञ्जञ्ज
रंजन शर्मा, एडीपीसी सर्व शिक्षा अभियान बाड़मेर
॥संयुक्त निदेशक से स्कूल का नामकरण शहीद के नाम करने के बारे में सूचना भेजने के निर्देश मिले हैं। स्कूल का नामकरण बिना स्वीकृति किसी ट्रस्ट के नाम करने के मामले की जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
पृथ्वीराज दवे, जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा बाड़मेर
सरकारी स्कूल का नामकरण किसी भामाशाह, महापुरुष, ट्रस्ट के नाम करने से पहले से ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर शिक्षा विभाग को भेजना होता है। जिला शिक्षाधिकारी की ओर से यह प्रस्ताव शिक्षा निदेशालय को भेजने का प्रावधान है। इसके बाद यह प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा जाता है। जहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही नामकरण किया जा सकता है।
जैव विविधता संरक्षण अति आवश्यक है
जैव विविधता संरक्षण अति आवश्यक है
काजरी में किसानों के लिए जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
जैसलमेर काजरी प्रादेशिक अनुसंधान केन्द्र में पौध किस्म संरक्षण और कृषक अधिकार विषय पर किसानों के लिए जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बाड़मेर व जैसलमेर के 100 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीईओ बलदेवसिंह उज्ज्वल ने किसानों को बताया कि बदलते परिपेक्ष्य में जैव विविधता संरक्षण अति आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि प्रगतिशील कृषक दिलीपसिंह ने किसानों को कहा कि काजरी द्वारा विकसित की गई तकनीक का उपयोग करना लाभप्रद है। उपनिदेशक कृषि विभाग रणजीतसिंह सर्वा ने सरकार द्वारा चलाई गई परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी।
काजरी जोधपुर के डॉ. सुरेश कुमार ने संस्थान द्वारा विकसित की गई तकनीक के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम के परियोजना समन्वयक डॉ. आर.के भट्ट ने किसानों को पीपीबी एंड एफआर एक्ट 2001 के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए किसानों के अधिकारों के बारे में बताया। जिसके अंतर्गत किसान द्वारा कोई नई किस्म खोजी या विकसित की गई हो, उसे उस किस्म की सुरक्षा ्रप्रदान करने एवं पंजीकृत करने का अधिकार है। इस कार्यक्रम में किसानों के अलावा विभिन्न संस्थानों, कृषि विज्ञान केन्द्र, स्वयंसेवी संस्थाओं, कृषि विभाग व वन विभाग के प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस कार्यक्रम में काजरी अध्यक्ष डॉ. जे.पी.सिंह ने सभी अतिथियों व संभागियों का स्वागत किया तथा डॉ. एम.पी. राजोरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एच.आर. महला ने किया।
23 से 25 फरवरी तक रहेगी मरू महोत्सव की धूम
23 से 25 फरवरी तक रहेगी मरू महोत्सव की धूम
ख्यातनाम कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
जैसलमेर पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में 23 से 25 फरवरी तक आयोजित होने वाले जगविख्यात मरू महोत्सव को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही हंै। मरू महोत्सव के दौरान तीनों दिवस विभिन्न अंचलों के ख्यातनाम कलाकरों द्वारा भव्य सास्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। कलेक्टर शुचि त्यागी के निर्देशों पर स्वर्ण नगरी जैसलमेर को साफ सुथरा बनाया जा रहा है वहीं सम के लहरदार रेतीले धोरों पर भी सफाई अभियान जारी है।
पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेशक हनुमान मल आर्य ने बताया कि तीन दिवसीय मरू महोत्सव के समारोह की शृंखला में प्रथम दिवस 23 फरवरी, शनिवार को सोनार दुर्ग के प्रवेश द्वार से शहीद पूनम सिंह स्टेडियम तक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें सीमा सुरक्षा बल के सजे धजे ऊंट, मरूश्री, मूंछ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागी भी शामिल होंगे वहीं सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए स्कूली छात्राएं, मूमल-महेन्द्रा की सज्जी हुई झांकियों के साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा आमंत्रित लोक कलाकारों के कला का प्रदर्शन, पारम्परिक वेशभूषा में जैसलमेर के वाशिंदे शामिल होंगे।
शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में मरू महोत्सव समारोह का उद्घाटन होगा। उसके बाद साफा बांध प्रतियोगिता देशी एवं विदेशी, मूमल महेन्द्रा, मिस मूमल, मिस्टर डेजर्ट, मूंछ प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में पहले दिन लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय मरू महोत्सव के दूसरे दिन 24 फरवरी, रविवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में ऊंट शृंगार, शान-ए-मरूधरा, रस्सा कस्सी देशी एवं विदेशी पुरूष व महिलाओं के मध्य, पणिहारी मटका रेस, केमल पोलो मैच की प्रतियोगिताएं होगी। इसके साथ ही दोपहर में सीमा सुरक्षा बल द्वारा आकर्षक केमल टेटू शो का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही दूसरे दिन भी भव्य सांस्कृतिक एवं मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।
तीन दिवसीय मरू महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन 25 फरवरी सोमवार को सम के धोरों पर ऊंट दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन होगा वहीं पहली बार रेतीले धोरों पर पुरूष एवं महिलाओं की दौड़ का आयोजन होगा। इससे पूर्व देशी एवं विदेशी पर्यटक प्राचीन ऐतिहासिक गांव कुलधरा एवं खाभा में ग्रामीण संस्कृति से रूबरू हो सकते हैं। सम के लहरदार रेतीले धोरों पर ख्यातनाम कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा। भव्य आतिशबाजी के साथ ही मरू महोत्सव का समापन हो जाएगा।
मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता के भी मापदंड
जैसलमेर. जग विख्यात मरू महोत्सव 2013 के प्रथम दिवस 23 फरवरी को आयोजित की जाने वाली मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता के लिए पर्यटन विभाग द्वारा मापदंड निर्धारित किए गए हैं। सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र हनुमान मल आर्य ने बताया कि मूमल-महेन्द्रा प्रतियोगिता में भाग लेने वालों की उम्र 10 से 18 वर्ष तक होना आवश्यक है। जिसका आयु प्रमाण-पत्र संलग्न करें अथवा स्कूल प्रमाणित करें। मूमल व महेन्द्रा एक साथ ऊंट पर नहीं बैठेंगे। सहायक निदेशक आर्य ने बताया कि मूमल व महेन्द्रा की वेशभूषा पश्चिमी राजस्थान के मारवाड़ पद्धति पर आधारित होनी चाहिए। मूूमल व महेन्द्रा के गहने परिधान व पूर्ण वेशभूषा एक अविवाहित लड़की व लड़के की अभिव्यक्ति व प्रस्तुतिकरण होना चाहिए। मूमल प्रतियोगी का विवरण परिशिष्ट-प्रथम में तथा महेन्द्रा प्रतियोगी का विवरण परिशिष्ट - द्वितीय में देना आवश्यक होगा। पूर्व प्रथम विजेता सम्मिलित नहीं हो सकेंगे। 'मूमल/महेन्द्रा' प्रतियोगी राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है। निर्णायक मण्डल द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम रहेगा।
वसुंधरा ने दतिया में गुप्त नवरात्र पर की विशेष पूजा
वसुंधरा ने दतिया में गुप्त नवरात्र पर की विशेष पूजा
दतिया पीतांबरा पीठ में विशेष पूजा-अर्चना के बाद भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे 19 फरवरी को जयपुर लौट सकती हैं। वे वहां 11 फरवरी से गुप्त नवरात्र के दौरान विशेष पूजा करा रही हैं। इलाहाबाद कुंभ में स्नान के बाद वसुंधरा राजे दिल्ली से ही दतिया चली गई थीं। वे तभी से दतिया में हैं। उल्लेखनीय है कि वसुंधरा दतिया पीतांबरा पीठ की अध्यक्ष भी हैं। जयपुर लौटने के बाद राजे पार्टी मुख्यालय में बुधवार को भाजपा विधायक दल की बैठक लेंगी।
सोमवार, 18 फ़रवरी 2013
जैसलमेर न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज
जैसलमेर न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज
जैसलमेर पुलिस थाने में न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का एक मुकदमा दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार अमरसागर में आवासीय मकान का तथाकथित रूप से फर्जीवाड़ा कर पट्टा लेने के मामले में मनोज कुमार जैन ने अधिवक्ता हेमसिंह राठौड़ के जरिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष इस्तगासा पेश किया था। इस पर न्यायालय ने पुलिस को एफआईआर दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। न्यायालय के आदेशानुसार पुलिस ने सुमेरमल जैन वगैरा के विरूद्ध धारा 420, 406, 467, 471, 120 बी आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस्तगासे के अनुसार अमरसागर में एक आवासीय मकान मनोज कुमार जैन पुत्र रमेशचंद्र जैन का पैतृक मकान आया हुआ है। यह मकान पूर्व में सुमेरमल जैन को किराए पर दिया हुआ था। मनोज कुमार वर्तमान में जोधपुर में निवास करते हैं। इस कारण सुमेरमल जैन ने ग्राम पंचायत अमरसागर में झूठे शपथ पत्र व फर्जी दस्तावेज आदि पेश कर इस मकान को अपना पैतृक भूखंड बताते हुए पट्टा अपने नाम से जारी करवा दिया।
मनोज कुमार को इस संबंध में पता चला तो उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान में कार्रवाई की जिसमें यह पट्टा तथाकथित रूप से फर्जी शपथ पत्र आदि पर जारी करना पाया गया तो उपपंजीयक जैसलमेर को पट्टा निरस्तीकरण के लिए लिखा गया। वहीं पंचायत समिति जैसलमेर द्वारा गठित जांच कमेटी ने भी यह पट्टा फर्जी होना बताया। अब मामले की जांच पुलिस कर रही है।
जैसलमेर पुलिस थाने में न्यायालय के आदेश पर धोखाधड़ी का एक मुकदमा दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार अमरसागर में आवासीय मकान का तथाकथित रूप से फर्जीवाड़ा कर पट्टा लेने के मामले में मनोज कुमार जैन ने अधिवक्ता हेमसिंह राठौड़ के जरिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष इस्तगासा पेश किया था। इस पर न्यायालय ने पुलिस को एफआईआर दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। न्यायालय के आदेशानुसार पुलिस ने सुमेरमल जैन वगैरा के विरूद्ध धारा 420, 406, 467, 471, 120 बी आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस्तगासे के अनुसार अमरसागर में एक आवासीय मकान मनोज कुमार जैन पुत्र रमेशचंद्र जैन का पैतृक मकान आया हुआ है। यह मकान पूर्व में सुमेरमल जैन को किराए पर दिया हुआ था। मनोज कुमार वर्तमान में जोधपुर में निवास करते हैं। इस कारण सुमेरमल जैन ने ग्राम पंचायत अमरसागर में झूठे शपथ पत्र व फर्जी दस्तावेज आदि पेश कर इस मकान को अपना पैतृक भूखंड बताते हुए पट्टा अपने नाम से जारी करवा दिया।
मनोज कुमार को इस संबंध में पता चला तो उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान में कार्रवाई की जिसमें यह पट्टा तथाकथित रूप से फर्जी शपथ पत्र आदि पर जारी करना पाया गया तो उपपंजीयक जैसलमेर को पट्टा निरस्तीकरण के लिए लिखा गया। वहीं पंचायत समिति जैसलमेर द्वारा गठित जांच कमेटी ने भी यह पट्टा फर्जी होना बताया। अब मामले की जांच पुलिस कर रही है।
नर्मदा के लिए उठे हजारों हाथ
नर्मदा के लिए उठे हजारों हाथ
होशंगाबाद/भोपाल।आज तक मुख्यमंत्री से जनता मांगती रही है, लेकिन मैं शिवराज सिंह चौहान आज होशंगाबाद में मां नर्मदा के जलमंच से जनता से कुछ मांगने आया हूं। मां नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए आप सब अंजुली में जल लेकर संकल्प ले लो कि नर्मदा को प्रदूषित करने वाली चीजें हम नर्मदा जल में नहीं डालेंगे।
हम अपनी नर्मदा मैया को प्रदूषण मुक्त करके रहेंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सेठानी घाट पर बने जलमंच से मां नर्मदा के पूजन के बाद कही। उन्होंने हजारों श्रद्धालुओं को संकल्प भी दिलाया। सीएम ने कहा कि नर्मदा में मिलने वाले नालों को रोकने के लिए 13 सौ करोड़ की योजना शीघ्र ही शुरू की जाएगी। पत्रिका की पहल पर प्रदेश भर में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने नर्मदा बचाने का संकल्प लिया।
प्रदेश की जीवन रेखा
नर्मदा तट पर चौहान ने कहा कि नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सरकार ने भी संकल्प लिया है। हम प्रदेश और होशंगाबाद जिले में ऎसे उद्योगों को लगाएंगे, जिनसे नर्मदा का जल प्रदूषित न हो। .
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा प्रदेश की जीवन रेखा है। मां ने हमारे प्रदेश और जिले को बालक की तरह पाला है। आज माता को बेटों की जरूरत है।
बेटे संकल्प लेकर अपनी मां की इच्छा को पूरी करेंगे।
नदी नहीं हमारी संस्कृति: सोलंकी
राज्यसभा सांसद कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि नर्मदा नदी ही नहीं हमारी संस्कृति और सभ्यता भी है। इसे संरक्षित करना प्रत्येक नागरिक का पहला कर्तव्य है। जलमंच पर साधना सिंह, प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, राज्यसभा सांसद सोलंकी, विधायक गिरिजा शंकर शर्मा, विजयपाल सिंह, गौ संवर्घन बोर्ड अध्यक्ष शिव चौबे, बीज निगम अध्यक्ष मधु हर्णे सहित नपा अध्यक्ष माया नारोलिया आदि मौजूद थे।
अमरकंटक को पांच करोड़ रूपए
अनूपपुर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह मां नर्मदा जयंती के उपलक्ष्य में नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक पहुंचे। उन्होंने पवित्र नगरी अमरकंटक के विकास के लिए मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद से पांच करोड़ रूपए मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, मां नर्मदा प्रदेश के लिए जीवनदायिनी है। हमारा कर्तव्य है कि इसकी पवित्रता को बनाए रखें। उन्होंने रामघाट में पत्नी साधना सिंह के साथ नर्मदा शुद्धिकरण अभियान की औपचारिक शुरूआत स्वयं सफाई कर की।
इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता भगवत शरण माथुर, वन एवं राजस्व राज्य मंत्री जयसिंह मरावी, प्रभारी मंत्री हरिशंकर खटीक, विंध्य विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामलाल रौतेल सहित क्षेत्रीय विधायक मौजूद रहे।
20 हजार से ज्यादा संख्या
जबलपुर में पत्रिका की पहल पर महाआरती के समय हुए संकल्प कार्यक्रम में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे। महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद, स्वामी गिरीशानंद, साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी, एस्कॉन मंदिर के सुदर्शन महाराज व महाआरती के संयोजक ओंकार दुबे ने अलग-अलग संकल्प दिलाया। इस दौरान स्वामी गिरीशानंद ने कहा कि नर्मदा में मिल रहे नालों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। ऎसा नहीं हुआ तो संतों को कड़ा निर्णय लेने के लिए विवश होना पडेगा। उन्होंने लोगों से नर्मदा शुद्धिकरण के लिए सतत अभियान चलाने का भी आग्रह किया।
संकल्प पत्र का विमोचन
नर्मदा मंदिर के सामने बनाए गए संस्कृति मंच से चौहान ने पत्रिका के संकल्प पत्र का विमोचन करते हुए कहा, यह पत्रिका की सार्थक पहल है। इससे नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखने की जनचेतना जागेगी।
होशंगाबाद/भोपाल।आज तक मुख्यमंत्री से जनता मांगती रही है, लेकिन मैं शिवराज सिंह चौहान आज होशंगाबाद में मां नर्मदा के जलमंच से जनता से कुछ मांगने आया हूं। मां नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए आप सब अंजुली में जल लेकर संकल्प ले लो कि नर्मदा को प्रदूषित करने वाली चीजें हम नर्मदा जल में नहीं डालेंगे।
हम अपनी नर्मदा मैया को प्रदूषण मुक्त करके रहेंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सेठानी घाट पर बने जलमंच से मां नर्मदा के पूजन के बाद कही। उन्होंने हजारों श्रद्धालुओं को संकल्प भी दिलाया। सीएम ने कहा कि नर्मदा में मिलने वाले नालों को रोकने के लिए 13 सौ करोड़ की योजना शीघ्र ही शुरू की जाएगी। पत्रिका की पहल पर प्रदेश भर में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने नर्मदा बचाने का संकल्प लिया।
प्रदेश की जीवन रेखा
नर्मदा तट पर चौहान ने कहा कि नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सरकार ने भी संकल्प लिया है। हम प्रदेश और होशंगाबाद जिले में ऎसे उद्योगों को लगाएंगे, जिनसे नर्मदा का जल प्रदूषित न हो। .
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा प्रदेश की जीवन रेखा है। मां ने हमारे प्रदेश और जिले को बालक की तरह पाला है। आज माता को बेटों की जरूरत है।
बेटे संकल्प लेकर अपनी मां की इच्छा को पूरी करेंगे।
नदी नहीं हमारी संस्कृति: सोलंकी
राज्यसभा सांसद कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि नर्मदा नदी ही नहीं हमारी संस्कृति और सभ्यता भी है। इसे संरक्षित करना प्रत्येक नागरिक का पहला कर्तव्य है। जलमंच पर साधना सिंह, प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, राज्यसभा सांसद सोलंकी, विधायक गिरिजा शंकर शर्मा, विजयपाल सिंह, गौ संवर्घन बोर्ड अध्यक्ष शिव चौबे, बीज निगम अध्यक्ष मधु हर्णे सहित नपा अध्यक्ष माया नारोलिया आदि मौजूद थे।
अमरकंटक को पांच करोड़ रूपए
अनूपपुर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह मां नर्मदा जयंती के उपलक्ष्य में नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक पहुंचे। उन्होंने पवित्र नगरी अमरकंटक के विकास के लिए मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद से पांच करोड़ रूपए मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, मां नर्मदा प्रदेश के लिए जीवनदायिनी है। हमारा कर्तव्य है कि इसकी पवित्रता को बनाए रखें। उन्होंने रामघाट में पत्नी साधना सिंह के साथ नर्मदा शुद्धिकरण अभियान की औपचारिक शुरूआत स्वयं सफाई कर की।
इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता भगवत शरण माथुर, वन एवं राजस्व राज्य मंत्री जयसिंह मरावी, प्रभारी मंत्री हरिशंकर खटीक, विंध्य विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामलाल रौतेल सहित क्षेत्रीय विधायक मौजूद रहे।
20 हजार से ज्यादा संख्या
जबलपुर में पत्रिका की पहल पर महाआरती के समय हुए संकल्प कार्यक्रम में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे। महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद, स्वामी गिरीशानंद, साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी, एस्कॉन मंदिर के सुदर्शन महाराज व महाआरती के संयोजक ओंकार दुबे ने अलग-अलग संकल्प दिलाया। इस दौरान स्वामी गिरीशानंद ने कहा कि नर्मदा में मिल रहे नालों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। ऎसा नहीं हुआ तो संतों को कड़ा निर्णय लेने के लिए विवश होना पडेगा। उन्होंने लोगों से नर्मदा शुद्धिकरण के लिए सतत अभियान चलाने का भी आग्रह किया।
संकल्प पत्र का विमोचन
नर्मदा मंदिर के सामने बनाए गए संस्कृति मंच से चौहान ने पत्रिका के संकल्प पत्र का विमोचन करते हुए कहा, यह पत्रिका की सार्थक पहल है। इससे नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखने की जनचेतना जागेगी।
फौजी ने रेप कर वीडियो सार्वजनिक किया!
फौजी ने रेप कर वीडियो सार्वजनिक किया!
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में एक आदिवासी महिला के साथ फौजी के बलात्कार करने और उसका वीडियो सार्वजनिक किए जाने का मामला सामने आया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कांकेर जिले में सेना के जवान ने एक आदिवासी युवती को रोटी,कपड़ा और मकान का लालच देकर इस युवती के साथ दुष्कर्म कर अलग विडियो क्लिपिंग भी तैयार की है। उसने इस वीडियो को भी सार्वजनिक कर दिया।
युवती का रविवार को कांकेर न्यायाधीश के सामने बयान कराया गया। बयान के आधार पर फौजी रविन्द्र सिन्हा पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी फौजी को हिरासत में ले लिया है।
इधर,कोण्डागांव जिले के आमागांव निवासी 20 वर्षीय आदिवासी युवती ने आरोप लगाया कि मथुरा में पदस्थ सेना के जवान प्रफूल कुमार ये शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ शरिरिक संबंध बनाए और चार माह की बच्ची को अपनाने से इंकार कर दिया। इस मामले को लेकर पीडित युवती ने रविवार को कोण्डागांव थानें में लिखित शिकायत की है।
उधर,बैलाडीला से विशाखापटनम चलने वाली पैसेजर ट्रेन में यात्रा कर रही एक महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोप में केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान को हिरासत में ले लिया गया है।
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में एक आदिवासी महिला के साथ फौजी के बलात्कार करने और उसका वीडियो सार्वजनिक किए जाने का मामला सामने आया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कांकेर जिले में सेना के जवान ने एक आदिवासी युवती को रोटी,कपड़ा और मकान का लालच देकर इस युवती के साथ दुष्कर्म कर अलग विडियो क्लिपिंग भी तैयार की है। उसने इस वीडियो को भी सार्वजनिक कर दिया।
युवती का रविवार को कांकेर न्यायाधीश के सामने बयान कराया गया। बयान के आधार पर फौजी रविन्द्र सिन्हा पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी फौजी को हिरासत में ले लिया है।
इधर,कोण्डागांव जिले के आमागांव निवासी 20 वर्षीय आदिवासी युवती ने आरोप लगाया कि मथुरा में पदस्थ सेना के जवान प्रफूल कुमार ये शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ शरिरिक संबंध बनाए और चार माह की बच्ची को अपनाने से इंकार कर दिया। इस मामले को लेकर पीडित युवती ने रविवार को कोण्डागांव थानें में लिखित शिकायत की है।
उधर,बैलाडीला से विशाखापटनम चलने वाली पैसेजर ट्रेन में यात्रा कर रही एक महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोप में केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान को हिरासत में ले लिया गया है।
केयर्न को मिली ज्यादा उत्पादन की मंजूरी
केयर्न को मिली ज्यादा उत्पादन की मंजूरी
बाड़मेर लंबे समय से राजस्थान ब्लॉक में अतिरिक्त उत्पादन की मंजूरी पाने का इंतजार कर रही केयर्न इंडिया को अन्ततः सफलता मिल ही गई। सूत्रों के अनुसार हाइड्रोकार्बन्स महानिदेशालय की समिति ने 14 फरवरी को राजस्थान ब्लॉक में अतिरिक्त कुएं खोदने की मंजूरी दे दी। इस मंजूरी के बाद मार्च, 2014 से कंपनी इस ब्लॉक से 2,15,000 बैरल प्रतिदिन तेल उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर सकेगी। गौरतलब रहे कि केयर्न ने मंगला ऑयल फील्ड से उत्पादन अगस्त 2॰॰9 में शुरू किया था। फिलवक्त कंपनी रोजाना 1,70,000 बैरल तेल का उत्पादन कर रही है। मंगला क्षेत्र बाडमेर ब्लॉक के 25 तेल एवं प्राकृतिक गैस ब्लॉकों में सबसे बडा क्षेत्र है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में उत्पादन बढाकर दो लाख बैरल तक ले जाने की योजना तैयार की थी जो अब इस मंजूरी के बाद संभव दिखाई दे रही है। ज्ञात रहे कि अतिरिक्त उत्पादन का प्रस्ताव तेल मंत्रालय के पास पिछले डेढ साल से लंबित था। मंत्रालय ने पिछले महीने ही इस संबंध में मंजूरी देने का मन बना लिया था। समिति ने केयर्न से खुदाई की विस्तृत कार्य योजना मांगी थी। 14 फरवरी को बैठक के बाद समिति ने निर्णय लिया कि केयर्न पहला कुंआ इस महीने के अंत तक खोद सकती है। कंपनी ने मार्च, 2014 तक 30 कुंए खोदने की योजना तैयार की है। केयर्न का अनुमान है कि राजस्थान ब्लॉक में 7.3 अरब बैरल का तेल भंडार है। कंपनी रोजाना उत्पादन को तीन लाख बैरल प्रतिदिन तक ले जा सकती है। हालांकि यह तभी संभव है जब कंपनी को अतिरिक्त खुदाई की मंजूरी मिले। सूत्रों के अनुसार केयर्न और ओएनजीसी के संयुक्त उपऋम ने राजस्थान ब्लॉक में कई संभावनाओं की तलाश की है। संयुक्त उपऋम इस इलाके में अतिरिक्त खुदाई और शोध को बढावा देना चाहता है। ध्यान रहे कि यहां अतिरिक्त गैस एवं तेल होने का पता चला है। इस ब्लॉक के विकास में केयर्न अब तक चार अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है। घरेलू उत्पादन का 25 फीसद हिस्सा केयर्न उपलब्ध कराती है।
बाड़मेर लंबे समय से राजस्थान ब्लॉक में अतिरिक्त उत्पादन की मंजूरी पाने का इंतजार कर रही केयर्न इंडिया को अन्ततः सफलता मिल ही गई। सूत्रों के अनुसार हाइड्रोकार्बन्स महानिदेशालय की समिति ने 14 फरवरी को राजस्थान ब्लॉक में अतिरिक्त कुएं खोदने की मंजूरी दे दी। इस मंजूरी के बाद मार्च, 2014 से कंपनी इस ब्लॉक से 2,15,000 बैरल प्रतिदिन तेल उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर सकेगी। गौरतलब रहे कि केयर्न ने मंगला ऑयल फील्ड से उत्पादन अगस्त 2॰॰9 में शुरू किया था। फिलवक्त कंपनी रोजाना 1,70,000 बैरल तेल का उत्पादन कर रही है। मंगला क्षेत्र बाडमेर ब्लॉक के 25 तेल एवं प्राकृतिक गैस ब्लॉकों में सबसे बडा क्षेत्र है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में उत्पादन बढाकर दो लाख बैरल तक ले जाने की योजना तैयार की थी जो अब इस मंजूरी के बाद संभव दिखाई दे रही है। ज्ञात रहे कि अतिरिक्त उत्पादन का प्रस्ताव तेल मंत्रालय के पास पिछले डेढ साल से लंबित था। मंत्रालय ने पिछले महीने ही इस संबंध में मंजूरी देने का मन बना लिया था। समिति ने केयर्न से खुदाई की विस्तृत कार्य योजना मांगी थी। 14 फरवरी को बैठक के बाद समिति ने निर्णय लिया कि केयर्न पहला कुंआ इस महीने के अंत तक खोद सकती है। कंपनी ने मार्च, 2014 तक 30 कुंए खोदने की योजना तैयार की है। केयर्न का अनुमान है कि राजस्थान ब्लॉक में 7.3 अरब बैरल का तेल भंडार है। कंपनी रोजाना उत्पादन को तीन लाख बैरल प्रतिदिन तक ले जा सकती है। हालांकि यह तभी संभव है जब कंपनी को अतिरिक्त खुदाई की मंजूरी मिले। सूत्रों के अनुसार केयर्न और ओएनजीसी के संयुक्त उपऋम ने राजस्थान ब्लॉक में कई संभावनाओं की तलाश की है। संयुक्त उपऋम इस इलाके में अतिरिक्त खुदाई और शोध को बढावा देना चाहता है। ध्यान रहे कि यहां अतिरिक्त गैस एवं तेल होने का पता चला है। इस ब्लॉक के विकास में केयर्न अब तक चार अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है। घरेलू उत्पादन का 25 फीसद हिस्सा केयर्न उपलब्ध कराती है।
अंतराजीय बोलेरो चोर दस्तयाब वाहन चोरी की कई वारदातें कबुली
अंतराजीय बोलेरो चोर दस्तयाब वाहन चोरी की कई वारदातें कबुली
बाड़मेर राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्घारा जिले में वाहन चोरो की घरपकड़ के लिए नाजीम अली वृताधिकारी वृत बाड़मेर के नेतृत्व में गठित विशोष टीम द्वारा वांछित अपराधी मोहनराम जाट निवासी रंगाला थाना बागोड़ा जिला जालौर को पकड़ने मे सफलता हासिल की है।
पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर व जिले मे हुई वाहन चोरी की वारदातों मे अपराधियो की धरपकड़ हेतु गठित टीम मे श्री सुरेन्द्रसिंह उ.नि. थानाधिकारी धोरीमना, श्री रूपाराम एएसआई, मय कानि. पूनमचन्द, विरमखां, धर्माराम व कंवराराम व चुतराराम द्घारा वृत्ताधिकारी बाड़मेर श्री नाजिम अली के निर्देशन में एवं थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर के नेतृत्व मे कार्यवाही करते हुऐ एक शातिर वाहन चोर मोहनराम जाट निवासी रंगाला को दस्तयाब कर उससे गहन पूछताछ की गई तो उसने जैसलमेर जिले से एक ट्रक चोरी करना एवं गुजरात राज्य से ट्रक ,बोलेरो जैसे कई वाहन चुराना कबूल किया है। इस अपराधी को फिलहाल जैसलमेर पुलिस को सुपुर्द किया गया है।
बोलेरो जब्त दो गिरफ्तार
पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर व जिले मे हुई वाहन चोरी की वारदातों मे अपराधियो की धरपकड़ हेतु गठित टीम मे श्री सुरेन्द्रसिंह उ.नि. थानाधिकारी धोरीमना, श्री रूपाराम एएसआई, मय कानि. पूनमचन्द, विरमखां, धर्माराम व कंवराराम व चुतराराम द्घारा वृत्ताधिकारी बाड़मेर श्री नाजिम अली के निर्देशन में एवं थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर के नेतृत्व मे कार्यवाही करते हुऐ एक शातिर वाहन चोर मोहनराम जाट निवासी रंगाला को दस्तयाब कर उससे गहन पूछताछ की गई तो उसने जैसलमेर जिले से एक ट्रक चोरी करना एवं गुजरात राज्य से ट्रक ,बोलेरो जैसे कई वाहन चुराना कबूल किया है। इस अपराधी को फिलहाल जैसलमेर पुलिस को सुपुर्द किया गया है।
बोलेरो जब्त दो गिरफ्तार
विशोष टीम द्घारा मुखबीर की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुऐ एक बोलेरों वाहन को जब्त कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्तियों मे मोहन पुत्र भागीरथ विश्नोई निवासी सोनड़ी पुलिस थाना सेड़वा व श्याम सुन्दर उर्फ सांवरा पुत्र लाधूराम विश्नोई निवासी भैरूड़ी पुलिस थाना सेड़वा है। पूछताछ मे यह वाहन गुजरात से चोरी कर गणपत विश्नोई द्घारा लाकर मोहन को बेचना ज्ञात हुआ है। दोनो मुलजिमानों के विरूद्व चोरी का वाहन खरीदने व कब्जा मे रखने के सम्बन्ध में पुलिस थाना कोतवाली बाड़मेर मे प्रकरण दर्ज किया जाकर तफ्तीश की जा रही है। आपराधी मोहन पूर्व मे गुड़ामालानी थाना क्षैत्र मे लूट की एक वारदात मे लिप्त रहा है।
बोलेरो बरामद
विशोष टीम के प्रयासों एवं लगातार बदमाशों का पीछा करने का ही नतीजा रहा कि महावीर नगर बाड़मेर से दिनांक 11.2.2013 को चोरी हुई बोलेरों भी बरामद कर ली गई है तथा बदमाशों की तलाश जारी है।
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