मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

चौहटन के गांवों में पानी की समस्या नर्मदा नहर का पानी पनोरिया वितरिका के माध्यम से चौहटन के गांवों में पहुंचेगा




डीआर प्रोजेक्ट पर कंपनी ने किया शुरू कार्य

चौहटन के गांवों में पानी की समस्या 

बाड़मेर भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे चौहटन उपखंड के गांवों में कई वर्षों से पेयजल की बड़ी समस्या है, जिससे सीमावर्ती गांवों के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। अब नर्मदा नहर का पानी पनोरिया वितरिका के माध्यम से चौहटन के इन गांवों में पहुंचेगा तो उन्हें पीने के साथ साथ सिंचाई के लिए भी मीठा पानी मिल पाएगा।

चौहटन के 29 गांवों को भी मिलेगा पानी
बाड़मेर जिले के चौहटन उपखंड के 29 गांवों के लोगों को पेयजल व सिंचाई के लिए नर्मदा का मीठा पानी पनोरिया वितरिका के माध्यम से मिल पाएगा। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 2008 में सांचौर के सीलू हैड पर नर्मदा नहर का उद्घाटन किया था। इसके बाद से काफी इंतजार के बाद अब जल्द ही नर्मदा का पानी बाड़मेर जिले के चौहटन उपखंड में जाएगा, जिससे वहां के लोगों में भी नर्मदा के पानी को लेकर काफी उत्साह है। किसानों का कहना है कि जल्द ही नर्मदा का पानी मिलता है तो उन्हें काफी फायदा होगा।

सांचौर के छह गांवों को मिलेगा पानी
पनोरिया वितरिका में पानी छोडऩे पर सांचौर उपखंड के छह गांवों को नर्मदा का मीठा पानी मिल पाएगा। ऐसे में इन छह गांवों में फ्लोराइडयुक्त पानी से मुक्ति मिल जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में क्षेत्र के लोगों के लिए पेयजल का स्त्रोत कुएं ही थे, जिसमें काफी ज्यादा मात्रा में फ्लोराइड होने के कारण लोग कई तरह की बीमारियों से ग्रसित थे। इसके अलावा अब किसानों को सिंचाई के लिए भी पानी मिल जाएगा।
पनोरिया में जल्द आएगा नर्मदा का पानी 

एक नजर पनोरिया वितरिका 

पनोरिया वितरिका से कुल 3५ गांवों के किसानों को पानी मिल पाएगा। वितरिका की कुल लंबाई 54 किमी है। जिसमें 21 माईनर व 19 सब माइनर है, जिनकी लंबाई 263.9 किलोमीटर है। इस वितरिका से प्रस्तावित सिंचाई 40 हजार 272.98 हैक्टेयर है, जिसमें से सांचौर में 16 हजार 817.70 हैक्टेयर है वहीं चौहटन उपखंड क्षेत्र में 23 हजार 455.70 हैक्टेयर है। 
जालोर व बाड़मेर जिलों की जीवन दायिनी कही जाने वाली नर्मदा नहर के मीठे पानी के इंतजार में बैठे हजारों किसानों की आस जल्द ही पूरी होती नजर आ रही है। पनोरिया वितरिका क्षेत्र में रहने वाले किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। सांचौर उपखंड की अंतिम सीमा पर बसे 6 गांवों व बाड़मेर जिले के 2९ गांवों में पनोरिया वितरिका का पानी लोगों को मिल पाएगा। 
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि लंबे इंतजार के बाद में अब सायर का कोसिटा से आगे नर्मदा का पानी आ पाएगा, जिससे उन्हें पीने व सिंचाई के लिए मीठा पानी मिल सकेगा। सांचौर में नर्मदा नहर को आए करीब चार साल से ज्यादा समय बीत गया, लेकिन नर्मदा नहर का पानी सायर का कोसिटा के पास बने साइफन से आगे नहीं जाने के कारण आगे के हजारों किसान पानी की आस लगाए इंतजार कर रहे थे। लंबे इंतजार के बाद नर्मदा नहर परियोजना का नीर सायर का कोसिटा से आगे के किसानों को मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। वर्तमान में नर्मदा विभाग के अधिकारी जालोर व बाड़मेर दोनों जिलों को जोडऩे वाली पनोरिया वितरिका में सायर का कोसिटा गांव के पास बने साइफन पर मोटरें लगाकर पानी को पनोरिया वितरिका में डाल टेस्टिंग का कार्य कर रहे हैं। सबकुछ इसी तरह चलता रहा तो आने वाले दो से तीन सप्ताह के भीतर विधिवत रूप से उद्घाटन के बाद नर्मदा विभाग पानी की सप्लाई आगे के गांवों में शुरू कर देगा। 

एक नजर

डीआर प्रोजेक्ट

बजट सत्र 2012 में डीआर प्रोजेक्ट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 221 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। योजना के तहत सांचौर शहर, जसवंतपुरा व रानीवाड़ा के 138 गांवों को नर्मदा का पानी मिलेगा। जिससे करीब चार लाख लोग लाभांवित होंगे। योजना के तहत मुख्य पाइप लाइन के अलावा चार सब ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का प्रावधान रखा गया है। योजना का शुभारंभ नर्मदा मुख्य केनाल के आगार हैड से पांच किमी दूर पहाड़पुरा गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लॉंट बनाया गया है। पानी आगार, पहाड़पुरा, सरनाऊ, कूड़ा, रानीवाड़ा, मालवाड़ा, पूरण, राजपुरा, राजीकावास होते हुए जसवंतपुरा तक पाइप लाइन के जरिए पहुंचेगा। योजना में चार 33केवी विद्युत उपकेंद्र भी बनाए जाएंगे। दो जगह रेलवे क्रॉसिंग के लिए स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे। प्रोजेक्ट के तहत 130 किमी तक पाइप लाइन बिछाई जाएगी। जिसमें 150 से 900 एमएम व्यास के पाइप जरूरत के अनुसार लगाए जाएंगे। कई फिल्टर प्लांट, टांके, स्वच्छ जलाशय व पंप हाउस बनाने का प्रावधान भी है।

॥ पनोरिया वितरिका का वर्तमान में टेस्टिंग का काम चल रहा है जो जल्द पूरा हो जाएगा इसके बाद उद्घाटन करवा हम पानी को पनोरिया वितरिका में छोड़ देंगे। - असीम मार्कंडेे, एक्सईएन खंड पांच नर्मदा नहर परियोजना सांचौर

॥ पनोरिया वितरिका का काम पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री कार्यालय से उद्घाटन के लिए समय मांग रखा है समय मिलते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथों से उद्घाटन करवाकर पानी की सप्लाई शुरू करवा देंगे, जिससे चौहटन क्षेत्र के लोगों को पीने व सिंचाई के लिए नर्मदा का मीठा पानी मिल पाएगा। - पदमाराम मेघवाल, विधायक चौहटन

॥नर्मदा नहर के पनोरिया वितरिका में पानी आने से जालोर व बाड़मेर दोनों जिलों के लोगों को सिंचाई व पीने के लिए मीठा पानी उपलब्ध होगा। जल्द ही जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी से बात कर लिफ्ट केनाल का उद्घाटन करवा दिया जाएगा, जिससे आगे के किसानों को पानी मिल पाएगा। - गणपतसिंह आसु, अध्यक्ष, कांग्रेस कमेटी चितलवाना







रानीवाड़ा त्ननर्मदा नहर के पानी को सांचौर शहर व रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों तक पहुंचाने को लेकर बनी डीआर प्रोजेक्ट योजना पर कार्य शुरू हो गया है। तमाम औपचारिकताओं के बाद राज्य सरकार ने योजना के प्रथम चरण में 162 करोड़ रुपए की लागत के पाइप लाइन कार्यों को हरी झंडी दे दी है। इसके लिए हैदराबाद की कंपनी नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी यह काम 18 माह में पूरा कर लेगी। कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीधर रेड्डी ने शनिवार शाम अधीक्षण अभियंता महेश करल के साथ रानीवाड़ा पंचायत समिति पहुंच विधायक रतन देवासी के साथ प्रोजेक्ट को शुरू करने को लेकर चर्चा की। डीआर प्रोजेक्ट की निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल संसाधन मंत्रालय जयपुर ने नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम कार्य शुरू करने के आदेश जारी किए हैं।

 कार्य योजना को अंतिम रूप देने के लिए कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीधर रेड्डी ने डीआर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता महेश करल के साथ सांचौर से जसवंतपुरा तक डीआर प्रोजेक्ट के कमांड क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि कंपनी मार्च में पहाड़पुरा हैड पॉइंट से जसवंतपुरा टेल पॉइंट तक विशेषज्ञ इंजीनियरों के द्वारा सर्वे, लेवलिंग, रिफिलिंग, कटिंग का कार्य करेगी। बाद में एल सेक्सन को पूर्ण कर अत्याधुनिक तकनीक व मशीनों से अप्रैल के प्रथम सप्ताह में प्रोजेक्ट पर भौतिक रूप से कार्य शुरू करेगी। प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि डीआर प्रोजेक्ट भी तय अवधि के छह माह पूर्व पूरा कर लिया जाएगा। देवासी ने कहा कि डीआर प्रोजेक्ट योजना सांचौर शहर व रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की पेयजल समस्या के समाधान में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट में पेयजल समस्या ग्रस्त वंचित क्षेत्रों को भी जोड़ा जाएगा।

हम कोशिश करेंगे कि प्रोजेक्ट 15 से 18 माह में पूरा हो जाए तथा सांचौर शहर के साथ रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांवों तक नर्मदा का मीठा पानी पहुंच जाए।

- श्रीधर रेड्डी, रीजनल हैड नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी उत्तर भारत

मार्च में शुरू होगा पाइप लाइन डाने का कार्य

॥लंबी औपचारिकता के बाद नागार्जुन कंपनी के द्वारा कार्य शुरू होने जा रहा है। प्रोजेक्ट में वंचित गांवों को भी जोड़ा जाएगा। मार्च में कंपनी सर्वे के बाद शिलान्यास करवाकर विधिवत पाइप लाइन का कार्य शुरू किया जाएगा। - रतन देवासी, विधायक रानीवाड़ा

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