सोमवार, 18 फ़रवरी 2013

नर्मदा के लिए उठे हजारों हाथ

नर्मदा के लिए उठे हजारों हाथ
होशंगाबाद/भोपाल।आज तक मुख्यमंत्री से जनता मांगती रही है, लेकिन मैं शिवराज सिंह चौहान आज होशंगाबाद में मां नर्मदा के जलमंच से जनता से कुछ मांगने आया हूं। मां नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए आप सब अंजुली में जल लेकर संकल्प ले लो कि नर्मदा को प्रदूषित करने वाली चीजें हम नर्मदा जल में नहीं डालेंगे।


हम अपनी नर्मदा मैया को प्रदूषण मुक्त करके रहेंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सेठानी घाट पर बने जलमंच से मां नर्मदा के पूजन के बाद कही। उन्होंने हजारों श्रद्धालुओं को संकल्प भी दिलाया। सीएम ने कहा कि नर्मदा में मिलने वाले नालों को रोकने के लिए 13 सौ करोड़ की योजना शीघ्र ही शुरू की जाएगी। पत्रिका की पहल पर प्रदेश भर में 50 हजार से ज्यादा लोगों ने नर्मदा बचाने का संकल्प लिया।

प्रदेश की जीवन रेखा


नर्मदा तट पर चौहान ने कहा कि नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सरकार ने भी संकल्प लिया है। हम प्रदेश और होशंगाबाद जिले में ऎसे उद्योगों को लगाएंगे, जिनसे नर्मदा का जल प्रदूषित न हो। .


मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा प्रदेश की जीवन रेखा है। मां ने हमारे प्रदेश और जिले को बालक की तरह पाला है। आज माता को बेटों की जरूरत है।



बेटे संकल्प लेकर अपनी मां की इच्छा को पूरी करेंगे।
नदी नहीं हमारी संस्कृति: सोलंकी
राज्यसभा सांसद कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि नर्मदा नदी ही नहीं हमारी संस्कृति और सभ्यता भी है। इसे संरक्षित करना प्रत्येक नागरिक का पहला कर्तव्य है। जलमंच पर साधना सिंह, प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, राज्यसभा सांसद सोलंकी, विधायक गिरिजा शंकर शर्मा, विजयपाल सिंह, गौ संवर्घन बोर्ड अध्यक्ष शिव चौबे, बीज निगम अध्यक्ष मधु हर्णे सहित नपा अध्यक्ष माया नारोलिया आदि मौजूद थे।

अमरकंटक को पांच करोड़ रूपए


अनूपपुर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह मां नर्मदा जयंती के उपलक्ष्य में नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक पहुंचे। उन्होंने पवित्र नगरी अमरकंटक के विकास के लिए मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद से पांच करोड़ रूपए मंजूर करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, मां नर्मदा प्रदेश के लिए जीवनदायिनी है। हमारा कर्तव्य है कि इसकी पवित्रता को बनाए रखें। उन्होंने रामघाट में पत्नी साधना सिंह के साथ नर्मदा शुद्धिकरण अभियान की औपचारिक शुरूआत स्वयं सफाई कर की।



इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता भगवत शरण माथुर, वन एवं राजस्व राज्य मंत्री जयसिंह मरावी, प्रभारी मंत्री हरिशंकर खटीक, विंध्य विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामलाल रौतेल सहित क्षेत्रीय विधायक मौजूद रहे।


20 हजार से ज्यादा संख्या


जबलपुर में पत्रिका की पहल पर महाआरती के समय हुए संकल्प कार्यक्रम में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे। महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद, स्वामी गिरीशानंद, साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी, एस्कॉन मंदिर के सुदर्शन महाराज व महाआरती के संयोजक ओंकार दुबे ने अलग-अलग संकल्प दिलाया। इस दौरान स्वामी गिरीशानंद ने कहा कि नर्मदा में मिल रहे नालों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। ऎसा नहीं हुआ तो संतों को कड़ा निर्णय लेने के लिए विवश होना पडेगा। उन्होंने लोगों से नर्मदा शुद्धिकरण के लिए सतत अभियान चलाने का भी आग्रह किया।

संकल्प पत्र का विमोचन

नर्मदा मंदिर के सामने बनाए गए संस्कृति मंच से चौहान ने पत्रिका के संकल्प पत्र का विमोचन करते हुए कहा, यह पत्रिका की सार्थक पहल है। इससे नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखने की जनचेतना जागेगी।

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