मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013
जैव विविधता संरक्षण अति आवश्यक है
जैव विविधता संरक्षण अति आवश्यक है
काजरी में किसानों के लिए जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
जैसलमेर काजरी प्रादेशिक अनुसंधान केन्द्र में पौध किस्म संरक्षण और कृषक अधिकार विषय पर किसानों के लिए जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बाड़मेर व जैसलमेर के 100 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीईओ बलदेवसिंह उज्ज्वल ने किसानों को बताया कि बदलते परिपेक्ष्य में जैव विविधता संरक्षण अति आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि प्रगतिशील कृषक दिलीपसिंह ने किसानों को कहा कि काजरी द्वारा विकसित की गई तकनीक का उपयोग करना लाभप्रद है। उपनिदेशक कृषि विभाग रणजीतसिंह सर्वा ने सरकार द्वारा चलाई गई परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी।
काजरी जोधपुर के डॉ. सुरेश कुमार ने संस्थान द्वारा विकसित की गई तकनीक के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम के परियोजना समन्वयक डॉ. आर.के भट्ट ने किसानों को पीपीबी एंड एफआर एक्ट 2001 के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए किसानों के अधिकारों के बारे में बताया। जिसके अंतर्गत किसान द्वारा कोई नई किस्म खोजी या विकसित की गई हो, उसे उस किस्म की सुरक्षा ्रप्रदान करने एवं पंजीकृत करने का अधिकार है। इस कार्यक्रम में किसानों के अलावा विभिन्न संस्थानों, कृषि विज्ञान केन्द्र, स्वयंसेवी संस्थाओं, कृषि विभाग व वन विभाग के प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस कार्यक्रम में काजरी अध्यक्ष डॉ. जे.पी.सिंह ने सभी अतिथियों व संभागियों का स्वागत किया तथा डॉ. एम.पी. राजोरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एच.आर. महला ने किया।
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