मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

शहीद की बजाए ट्रस्ट के नाम कर दिया स्कूल का नामकरण


शहीद की बजाए ट्रस्ट के नाम कर दिया स्कूल का नामकरण 
शिक्षा विभाग व सरकार की स्वीकृति के बिना ही प्रधानाध्यापक ने कर दिया नामकरण, शहीद का नामकरण करने के लिए भटक रहे हैं परिजन 

बाड़मेर  पंचायत समिति बाड़मेर की ग्राम पंचायत इंद्रोई के राजस्व गांव बसरा में सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद की बजाय एक ट्रस्ट के नाम करने का मामला सामने आया है। स्कूल के प्रवेशद्वार पर लगे बोर्ड पर श्रीराम उप्रावि बसरा दर्ज कर रखा है। इतना ही नहीं स्कूल के दस्तावेज व मुहर में उक्त नाम दर्ज है। जबकि हाल ही में संयुक्त निदेशक (प्रशासन) माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर ने जिला शिक्षाधिकारी को पत्र भेजकर इस स्कूल का नामकरण शहीद पहाड़सिंह के नाम करने को कहा था। खास बात यह है कि जिस ट्रस्ट का नामकरण किया गया है, उसको लेकर शिक्षा विभाग व सरकार ने स्वीकृति तक जारी नहीं की। स्कूल के हैड मास्टर ने अपने ही स्तर पर ही स्कूल का नामकरण कर दिया। 

ग्राम पंचायत इंद्रोई के राजस्व गांव बसरा के शहीद पहाड़सिंह के नाम राउप्रावि बसरा का नामकरण करने के लिए परिजन व ग्रामीण लंबे अर्से से प्रयासरत हैं। राज्य सरकार ने भी शहीद के नाम स्कूल व गांव का नामकरण करने के निर्देश जारी कर रखे हैं। इस बीच स्कूल के प्रधानाध्यापक ने स्कूल का नामकरण श्रीराम ट्रस्ट कर दिया। नियमानुसार किसी भी स्कूल का नामकरण भामाशाह, ट्रस्ट या महापुरुष के नाम करने से पहले शिक्षा विभाग से स्वीकृति लेने का प्रावधान है। इस मामले में शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि स्कूल का नाम श्रीराम ट्रस्ट के नाम करने के बारे में किसी प्रकार की स्वीकृति जारी नहीं की गई है। इसके बावजूद लंबे अर्से से ट्रस्ट का नाम चल रहा है। इधर,शहीद पहाड़सिंह के भाई सुल्तान सिंह ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताया कि राउप्रावि बसरा के प्रधानाध्यापक को स्कूल का नामकरण शहीद के नाम करने के बारे में जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों की ओर से कई बार अवगत करवाया गया। लेकिन प्रधानाध्यापक ने मनमर्जी से स्कूल का नामकरण ट्रस्ट के नाम कर दिया। इस मामले की जांच की जाए।

मामला गंभीर है

क्या है नियम 

॥बसरा स्कूल का नामकरण मनमर्जी से ट्रस्ट के नाम करने का मामला गंभीर है। इस बारे में शिकायत मिली है। जिला शिक्षाधिकारी से विचार विमर्श कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।ञ्जञ्ज

रंजन शर्मा, एडीपीसी सर्व शिक्षा अभियान बाड़मेर

॥संयुक्त निदेशक से स्कूल का नामकरण शहीद के नाम करने के बारे में सूचना भेजने के निर्देश मिले हैं। स्कूल का नामकरण बिना स्वीकृति किसी ट्रस्ट के नाम करने के मामले की जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।

पृथ्वीराज दवे, जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा बाड़मेर

सरकारी स्कूल का नामकरण किसी भामाशाह, महापुरुष, ट्रस्ट के नाम करने से पहले से ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर शिक्षा विभाग को भेजना होता है। जिला शिक्षाधिकारी की ओर से यह प्रस्ताव शिक्षा निदेशालय को भेजने का प्रावधान है। इसके बाद यह प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा जाता है। जहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही नामकरण किया जा सकता है।

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