रविवार, 17 फ़रवरी 2013
रैंप पर फैशन और सौंदर्य का फ्यूजन
रैंप पर फैशन और सौंदर्य का फ्यूजन
आरती गर्ग को मिला मिस जालोर का खिताब
जालोर . जालोर महोत्सव के तहत शनिवार शाम को 'मिस जालोर' प्रतियोगिता हुई, जिसमें बड़ी संख्या में शहर की युवतियों ने भाग लिया। जिसमें से आरती गर्ग को मिस जालोर चुना गया। इसके अलावा चंदा कंवर, ईशा खोखर, हर्षलता जैन, पारुल बोराणा, सोनिया खोखर, रेखा सुंदेशा, कृतिका, विद्या सोनी, ताहिरा, रतन गहलोत व प्रतिभा पंवार ने भाग लिया। प्रतियोगिता के दौरान बड़ी संख्या में शहरवासी हौंसला अफजाई के लिए मौजूद रहे।
जालोर महोत्सव आकाश में घटाएं, मंच पर मयूर नृत्य, झूमे शहरवासी
आकाश में घटाएं, मंच पर मयूर नृत्य, झूमे शहरवासी
बारिश ने डाला खलल
जालोर
जालोर महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को भी जिलेवासियों में खासा उत्साह नजर आया। सवेरे सवेरे 7.30 बजे 'मैराथन' दौड़ से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मैराथन दौड़ हनुमानशाला स्कूल प्रांगण से शुरू होकर हरिदेव जोशी सर्किल से होते हुए अस्पताल चौराहे से स्टेडियम तक पहुंची। दौड़ में पुरुषों और महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में प्रतियोगियों ने भाग लिया। कलेक्टर राजन विशाल की मौजूदगी में 5 किलोमीटर तक की पुरुष मैराथन दौड़ हनुमानशाला ग्राउंड से रवाना हुई। जो हनुमानशाला से स्टेडियम ग्राउंड होते हुए पुन: हनुमानशाला ग्राउंड पहुंचकर समाप्त हुई।
पुरुष वर्ग की मैराथन दौड़ प्रतियोगिता में जोड़ा गांव के गोपाराम तथा महिला वर्ग में प्रतिभा सुंदेशा प्रथम रही। खेल प्रभारी दलपतसिंह आर्य ने बताया कि सवेरे 7.30 बजे कलेक्टर राजन विशाल ने पुरुष एवं महिला वर्ग की मैराथन प्रतिभागियों को हरी झंडी दिखा रवाना किया। प्रतिभागी हरिदेव जोशी सर्किल, अस्पताल चौराहे, शिवाजी नगर चौराहे होते हुए स्टेडियम पहुंचे। इसके बाद कलेक्टर राजन विशाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीआर पंडत, एडीएम चुन्नीलाल सैनी, एडिशनल एसपी पृथ्वीराज मीणा, एडीईओ भैराराम की अगुवाई में 'रन फोर जालोर' दौड़ में अधिकारी, कर्मचारी, छात्र छात्राएं तथा जालोर सिटीजंस भाग लेते हुए स्टेडियम मैदान पहुंचे। इस अवसर मैराथन विजेताओं को एडीएम चुन्नीलाल सैनी, पूर्व मंत्री जोगेश्वर गर्ग, जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक जयनारायण द्विवेदी एवं एचपीसीएल के अधिकारी कार्तिकेय एवं सीपी पुरोहित ने विजेताओं को पुरस्कृत किया।
बीएसएफ के जवानों ने टेटू शो के दौरान कई हैरत अंगेज करतब दिखाए।
जालोर महोत्सव के तहत शुक्रवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। इस दौरान मयूर डांस ने शहरवासियों रिझाया। इधर, रात करीब10 बजे बाद हुई बारिश ने कार्यक्रम का मजा किरकिरा कर दिया। बारिश के चलते सांस्कृतिक कार्यक्रम को बीच में ही रोकना पड़ा।
जालोर महोत्सव के दूसरे दिन भी हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कैमल टेटू शो का आयोजन, नृत्य प्रतियोगिता में बच्चों व युवाओं ने दिखाई प्रतिभा, महोत्सव में लगी स्टालों पर लोगों ने परिवार सहित की खरीदारी
शनिवार, 16 फ़रवरी 2013
थाना परिसर में महिला कॉन्स्टेबल की नाबालिग बेटी से रेप
जयपुर।। राजस्थान के उदयपुर जिले में ऋषभदेव थाना परिसर में एक कॉन्स्टेबल द्वारा महिला कॉन्स्टेबल की नाबालिग बेटी के साथ रेप का मामला सामने आया है। जयपुर से करीब 70 किलोमीटर दूर ऋषभदेव थाना परिसर के एक क्वॉर्टर में थाने के ही एक कॉन्स्टेबल ने 14 साल की नाबालिग आदिवासी के साथ बलात्कार किया। शर्मसार करने वाली इस घटना की पीड़ित थाने में ही तैनात महिला कॉन्स्टेबल की बेटी है।
एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि कॉन्सटेबल भीमसिंह ने शुक्रवार रात महिला कांस्टेबल की 14 साल की पुत्री को बहला फुसलाकर एक दूसरे कॉन्सटेबल के सरकारी आवास पर ले जाकर उसके साथ रेप किया। लड़की के देर शाम तक घर पर नहीं पहुंचने पर उसे ढूंढा गया तो वह परिसर में ही मिल गई।
आईजी टी सी डामोर और एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने मौके का निरीक्षण कर पीड़ित के बयान दर्ज किए और उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में बोर्ड से उसका मेडिकल करवाया। आईजी ने तुरंत प्रभाव से दोनों कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड करने का आदेश दिया।ऋषभदेव थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी कॉन्स्टेबल भीमसिंह (25) के साथ-साथ उसके सहयोगी किशोर सिंह (27) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों 2007 में पुलिस सेवा में आए और सवा साल से ऋषभदेव थाने में तैनात थे।
एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि कॉन्सटेबल भीमसिंह ने शुक्रवार रात महिला कांस्टेबल की 14 साल की पुत्री को बहला फुसलाकर एक दूसरे कॉन्सटेबल के सरकारी आवास पर ले जाकर उसके साथ रेप किया। लड़की के देर शाम तक घर पर नहीं पहुंचने पर उसे ढूंढा गया तो वह परिसर में ही मिल गई।
आईजी टी सी डामोर और एसपी हरिप्रसाद शर्मा ने मौके का निरीक्षण कर पीड़ित के बयान दर्ज किए और उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में बोर्ड से उसका मेडिकल करवाया। आईजी ने तुरंत प्रभाव से दोनों कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड करने का आदेश दिया।ऋषभदेव थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी कॉन्स्टेबल भीमसिंह (25) के साथ-साथ उसके सहयोगी किशोर सिंह (27) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों 2007 में पुलिस सेवा में आए और सवा साल से ऋषभदेव थाने में तैनात थे।
धारावाहिक ‘यह है इण्डिया मेरी ज़ान’ में रंगकर्मी विजय बल्लाणी बिखेरेंगे अभिनय के रंग
दूरदर्शन नेशनल चैनल पर जैसलमेर स्पेशल रविवार को
धारावाहिक ‘यह है इण्डिया मेरी ज़ान’ में
रंगकर्मी विजय बल्लाणी बिखेरेंगे अभिनय के रंग
जैसलमेर, 16 फरवरी/नेशनल नेटवर्क दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहे कार्यक्रम ‘‘यह है इण्डिया मेरी जान’’ में जैसलमेर पर आधारित धारावाहिक का प्रसारण 17 फरवरी, रविवार रात9 बजे होगा। इसमें जैसलमेर के मशहूर रंगकर्मी विजय बल्लाणी के अभिनय का जादू छाया रहेगा।
विख्यात निदेशक सईद अख्तर मिर्जा द्वारा निर्देशित इस नाटक में आम आदमी की समस्याओं एवं विशेषताओं को भारत की आम जनता के लिए प्रदर्शित किया जा रहा है। सईद मिर्जा का मानना है कि भारत की आम जनता तक पहंुचने के लिए दूरदर्शन सशक्त माध्यम है।
इस धारावाहिक में मेघा भार्गव के किरदार ने भारत भ्रमण एवं आम लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जानने व उजागर करने का प्रयास किया गया है। उनकी टीम में राहुल केमरामैन, साउण्ड रिकार्ड चारू, प्रोडेक्शन फेजल, बस ड्राईवर पांडू भाउ व केप्टन शामिल हैं। इन किरदारों ने गुजरात, बाड़मेर, फतेहगढ़ होते हुए जैसलमेर में दस्तक दी। जैसलमेर में इनके साथ रंगकर्मी विजय बल्लाणी ने अभिनय किया है।
बल्लाणी ने भारत की आम जनता को जैसलमेर की कला, संस्कृति, इतिहास, जीवनशैली, शिक्षा की स्थिति, साक्षरता अभियान, स्वास्थ्य, रोजगार आदि के बारे में अपनी भूमिका के माध्यम से जानकारी दी है।
कुल 27 कड़ियों के इस धारावाहिक प्रसारण रात 9 से 10 बजे दूरदर्शन पर रविवार को प्रसारित किया जा रहा है। इस नाटक का लेखन स्वाति दास ने किया है।
रंगकर्मी विजय बल्लाणी ने बताया कि सईद मिर्जा के निर्देशन में अभिनय करने में बहुत आनन्द आया और सीखने को मिला। पूरा शूट एक ही टेक में ओके हो गया और साथी कलाकारों ने बेहद अच्छे प्रश्न पूछे, जिनका उन्होंने ईमानदारी से कैमरे के सामने जबाब दिया। इस धारावाहिक से जैसलमेर के नायब किले और यहां की कलात्मकता से दर्शक दूरदर्शन के माध्यम से रूबरू हो सकेंगे।
foto....मुग़ल कालीन शैली के इस दुर्ग पर पाकिस्तान की सेना ने 1965 के भारत के युद्ध के दौरान कब्जा किया था
मुग़ल कालीन शैली के इस दुर्ग पर पाकिस्तान की सेना ने 1965 के भारत के युद्ध के दौरान कब्जा किया था
किशनगढ़ दुर्ग को सरंक्षित स्मारक तो घोषित कर दिया मगर सरंक्षित करने के प्रयास नहीं हुए
जैसलमेर। अविभाजित पाकिस्तान का हिसा रहा राजस्थान के जैसलमेर जिले के सरहदी क्षेत्र किशनगढ़ का ऐतिहासिक दुर्ग सरंक्षण के में जर्जर हालत में पहुँच गया ,हें भारतीय सरहद की सुरक्षा का अहम् भागीदार रहा यह दुर्ग समय और प्रशासनिक अनदेखी के चलते अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा हें .अपने आप में अनोखा हें किशनगढ़ दुर्ग जो राज्य सरकार और जिला प्रशासन की अनदेखी का दंश भोग रहा हें ..कहने को तो यह दुर्ग सरंक्षित स्मारक हें मगर सरंक्षण के नाम पर इस दुर्ग में एक ईंट भी राखी गई हें नहीं लगता .इस दुर्ग की खूबसूरती देखते ही बनती हें ,
पुरे भारत में इस शैली का दुर्ग कंही नहीं हें ,इस शैली के दुर्ग अब सिर्फ पाकिस्तान में हें ,किशनगढ़ किले जैसा हुबहू दुर्ग बहावलपुर सिंध पाकिस्तान में हें जो किशनगढ़ के सामने पाकिस्तान की तरफ हें .मुग़ल कालीन शैली के इस दुर्ग पर पाकिस्तान की सेना ने 1965 के भारत के युद्ध के दौरान कब्जा किया था पाकिस्तानी सेना ने इसी दुर्ग में अपनी सीमा चौकी स्थापित की थी ,बाद में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को वापस खदेड़ दिया था .
गौरतलब है कि कला, साहित्य, संस्कृति व पुरातत्व विभाग की ओर से घोटारू, गणेशिया के साथ किशनगढ़ फोर्ट को संरक्षित स्मारक घोषित करने के लिए इसका निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक दल भी भेजा गया था, जिसमे बीकानेर पुरातत्व अधीक्षक किशनलाल, जैसलमेर संग्रहालय अध्यक्ष निरंजन पुरोहित व शिवरतन पुरोहित शामिल थे। रिपोर्ट के आधार पर अधिसूचना जारी कर 10 जून 2011 को आपत्तियां मांगी गई थी।
आपत्तियां नहीं मिलने की स्थिति मे कला, साहित्य, संस्कृति व पुरातत्व विभाग की प्रमुुख शासन सचिव उषा शर्मा ने राजस्थान स्मारक पुरावशेष स्थान तथा प्राचीन वस्तु अधिनियम, 1961 के तहत राज्य सरकार की ओर से घोटारू, गणेशिया के साथ-साथ किशनगढ़ फोर्ट को संरक्षित स्मारक घोषित करने संबंधी अधिसूचना 22 नवंबर 2011 मे जारी की थी। ऎसे मे उपेक्षा का दंश झेल रहे इस ऎतिहासिक दुर्ग के सुनहरे दिन लौटने की उम्मीद जगने लगी थी, लेकिन ऎसा हुआ नहीं। हकीकत यह है कि संरक्षित स्मारक बनने के बाद भी किशनगढ़ की किस्मत नहीं संवर पाई है और यह गढ़ अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
इतिहास के पन्नो मे किशनगढ़ फोर्ट
जैसलमेर से करीब डेढ़ सौ किमी दूर व भायलपुर (पाकिस्तान) की सीमा के नजदीक, जैसलमेर के प्राचीन किशनगढ़ परगने का मार्ग देरावल व मुल्तान की ओर से जाता था। इस गढ़ का निर्माण बूटे (भुट्टे) दावद खां उर्फ दीनू खां ने करवाया। यही कारण है कि इसका नाम दीनगढ़ था। बताते हैं कि दावद खां के पौत्रो से हुई संधि के बाद महारावल मूलाराम के समय इसका नाम किशनगढ़ (कृष्णगढ़) रखा गया। अठारहवीं शताब्दी का यह दुर्ग वास्तुशिल्प संरचना का सुंदर नमूना है। यह गढ़ पक्की ईटो से बना हुआ है, जिसमे दो मंजिले बनी है। फोर्ट मे मस्जिद व महल तथा कोट मे एक दरवाजा व पानी का कुआ बना है। कोट की बनावट मुस्लिम संस्कृति की प्रतीक है और क्षेत्र मे टीबे ही टीबे हैं। इस परगने मे केवल दो ही गांव है।
जिला बाडमेर निवासी सुमन जेन फौजी की पत्नी व महिला पंचायत सदस्य तस्करी में गिरफ्तार
लुधियाना जनता की सेवा के वादे कर पंचायत सदस्य बनी महिला व देश की रक्षा में जुटे जवान की पत्नी नशीले पदार्थो की तस्करी कर रही है। जनता की सेवक महिला पंचायत सदस्य दंपति के साथ 13 किलो अफीम के साथ पकड़ी गई महिला दिल्ली में आर्मी हेड क्वार्टर में तैनात फौजी की पत्नी है।
सिंगल विडों में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए एसीपी गिल गुरप्रीत सिंह वालियां ने बताया कि बुधवार को थाना डेहलों की पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर रखी थी। इस दौरान आरोपी गांव रामपुर निवासी जसवंत सिंह, उसकी पत्नी पंचायत सदस्य गुरमीत कौर व आर्मी कांस्टेबल की पत्नी राजस्थान स्थित जिला बाडमेर निवासी सुमन जेन कार में सवार होकर जा रहे थे। पुलिस नाकाबंदी को देख कर आरोपी जसवंत सिंह ने कार पीछे मोड़नी चाही, लेकिन सिंगल रोड होने के कारण गाड़ी नहीं घूमी। थाना डेहलों के प्रभारी सब इंस्पेक्टर हरबंस सिंह ने आरोपी को काबू कर लिया। सूचना मिलने के बाद एसीपी गुरप्रीत सिंह वालिया भी मौके पर पहुंच गए। चेकिंग के दौरान पुलिस ने आरोपी जसवंत सिंह से चार किलो, पंचायत सदस्य गुरमीत कौर से चार किलो व आर्मी कांस्टेबल की पत्नी सुमन से पांच किलो अफीम बरामद की।
ट्रांसपोर्टर से बना अफीम तस्कर
एसीपी गुरप्रीत सिंह वालिया ने बताया कि आरोपी जसवंत सिंह का ट्रांसपोर्ट का काम था। उसकी टाटा 407 व 709 चलती थी। ट्रांसपोर्ट के काम में घाटा होने के बाद आरोपी ने पैसे कमाने का शार्टकट रास्ता अपनाया और अफीम तस्करी के काम में जुट गया। आरोपी पहले भी चार पांच चक्कर लगाकर अफीम की तस्करी कर चुका है और उसके खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज हो चुका है।
राजस्थान से लाकर करते थे सप्लाई
एसीपी गिल गुरप्रीत सिंह ने बताया कि आरोपी राजस्थान से सस्ते भाव में अफीम की खरीद करते थे और उसे महंगे भाव में सप्लाई करते थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है कि आरोपी इतनी बड़ी खेप किसे सप्लाई करने जा रहे थे।
तीनों आरोपियों को ले जाया जाएगा इंटेरोगेशन सेंटर
एसीपी गुरप्रीत सिंह वालियां ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों से इतनी बड़ी खेप बरामद की गई है। तीनों आरोपी अभी बताने को तैयार नहीं है कि वह अफीम किसे सप्लाई करने के लिए जा रहे थे। तीनों आरोपियों को अमृतसर स्थित ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में ले जाया जाएगा और वहां पर तीनों से पूछताछ की जाएगी।
बनेंगे ‘आयरन फीस्ट’ का साक्षी, पहली बार सीधे रणक्षेत्र पहुंचेंगे राष्ट्रपति
बनेंगे ‘आयरन फीस्ट’ का साक्षी, पहली बार सीधे रणक्षेत्र पहुंचेंगे राष्ट्रपति
जैसलमेर एयरफोर्स के तीन साल बाद होने वाले युद्धाभ्यास ‘आयरन फीस्ट’ का साक्षी बनने के लिए सुप्रीम कमांडर प्रणब मुखर्जी पहली बार सीधे रणक्षेत्र में पहुंचेंगे। इसके लिए चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में चार किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है।
अब तक सुप्रीम कमांडर या अन्य वीवीआईपी विशेष विमान से सीधे जैसलमेर हवाई पट्टी पर उतरा करते थे और वहां से हेलिकॉप्टर में फायरिंग रेंज पहुंचते थे। राष्ट्रपति के अलावा रक्षा मंत्री एके एंटनी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन सहित कई राष्ट्रों के रक्षा मंत्री व विशेषज्ञ भी सीधे विमान से वहां पहुंचेंगे। विशेष विमान यहां लैंडिंग के बाद वीवीआईपी को छोड़कर जैसलमेर एयरबेस पर लैंड करेंगे।
‘तेजस’ का तय होगा भविष्य :
आयरन फीस्ट’ के दौरान पहली बार स्वदेशी लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (एलसीए) ‘तेजस’ पूरी क्षमता के दौरान अचूक निशाने साधेगा। यह विमान 500 किलो तक का बम और मिसाइल ले जा सकता है। इसमें छह मिसाइल व कई बम लोड हो सकते हैं। यह दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर निशाना साधेगा। इस आधार पर इस विमान का भविष्य तय होगा।
इसके बाद विमान को दूसरी ऑपरेशनल क्लियरेंस मिलेगी। इसके बाद ही हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू करेगा।
छह घंटे रहेंगे युद्ध के मैदान में :
राष्ट्रपति दिल्ली से रवाना होकर दोपहर साढ़े तीन बजे बजे चांधन पहुंचेंगे। यहां पर वे डे डस्क और नाइट यानी दिन, शाम के धुंधलके व रात में वायुसेना का रण कौशल देखेंगे। इसके बाद वे रात करीब दस बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। उनकी यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एयरफोर्स के अलावा स्थानीय प्रशासन ने भी तैयारियां शुरू की हैं।
मुख्य सचिव ने की समीक्षा
जयपुरत्नराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दौरे की तैयारियों के लिए शुक्रवार को मुख्य सचिव सी.के. मैथ्यू ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। मुखर्जी सेना के एक अभ्यास कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। बैठक में जोधपुर रेंज के सेना अधिकारियों के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, जोधपुर के संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, एसपी समेत विभिन्न विभागों के सचिव व अन्य अधिकारी मौजूद थे। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
ख़ास रिपोर्ट ....थार की संस्कृति के साथ प्रशासनिक बलात्कार ...
ख़ास रिपोर्ट ....थार की संस्कृति के साथ प्रशासनिक बलात्कार ...
कलेक्टरों के प्रयोगों का शिकार हो रहा थार महोत्सव
बाड़मेर अपनी असीम लोक संस्कृति ,इतिहास ,परम्परा और थार के लोक जीवन को विश्व पटल पर रखने के लिए तथा देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से बीस साल पहले आरम्भ किया गया थार महोत्सव अपनी पहचान बनाने में नाकाम रहा जिसके जिम्मेदार जिला कलेक्टर और जिला प्रशासन रहा ,जिला प्रशासन थार महोत्सव के आयोजन के मूल रूप के साथ हर साल छेड़छाड़ कर बलात्कार करते आये हें ,हर कलेक्टर अपनी सुविधा के अनुरूप थार महोत्सव के आयोजन के साथ प्रयोग कर इसके अस्तित्व को ख़त्म कर रहे हें .मूल रूप से बाड़मेर की लोक कला और संस्कृति को विश्व के सामने रखने के उद्देश्य से इसका आयोजन आरम्भ किया था ,मगर आज बाहरी प्रान्तों और फ़िल्मी कलाकारों का मंच बन कर रह गया हें ,इस बार फिर जिला कलेक्टर ने इसके मूल स्वरुप के साथ छेड़ छड कर परंपरागत रूप से आयोजित तीन दिवसीय आयोजन को सिमटा कर मात्र एक दिवसीय कर दिया हें ,जन्हा थर महोत्सव के तीन दिवसीय आयोजन में स्थानीय लोक कला और संस्कृति के लोग रूबरू होते थे अब महज बोलीवूड के गायकों का कार्यक्रम बन कर रह गया हें ,थार महोत्सव के आयोजन के साथ बाड़मेर आने वाला हर कलेक्टर छेड़छाड़ कर इसके आयोजन की गरिमा के साथ खिलवाड़ करते आये हें ,ऐसे में थार महोत्सव के आयोजन पर प्रश्न चिन्ह लग गया हें ,एक दिवसीय महोत्सव का आयोजन की बजे इसके आयोजन को पूर्ण रूप से बंद कर देना चाहिए क्योकि बीस साल तक के आयोजन के बावजूद एक भी पर्यटक इस महोत्सव से जुदा नहीं लाखो रूपये इसके आयोजन पर खर्च कर लेते हें ,पिछले कई सालो से इसके आयोजन पर स्थानीय निजी तेल और ऊर्जा कंपनिया भरी भरकम राशि जिला प्रशासन को देती हें ,मगर खर्च कहा होते हें याक प्रशासनिक आयोजक ही जानते हें ,एक दिवसीय आयोजन पर थार वासियों की नाराजगी बढी हें ,
कलेक्टरों के प्रयोगों का शिकार हो रहा थार महोत्सव
बाड़मेर अपनी असीम लोक संस्कृति ,इतिहास ,परम्परा और थार के लोक जीवन को विश्व पटल पर रखने के लिए तथा देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से बीस साल पहले आरम्भ किया गया थार महोत्सव अपनी पहचान बनाने में नाकाम रहा जिसके जिम्मेदार जिला कलेक्टर और जिला प्रशासन रहा ,जिला प्रशासन थार महोत्सव के आयोजन के मूल रूप के साथ हर साल छेड़छाड़ कर बलात्कार करते आये हें ,हर कलेक्टर अपनी सुविधा के अनुरूप थार महोत्सव के आयोजन के साथ प्रयोग कर इसके अस्तित्व को ख़त्म कर रहे हें .मूल रूप से बाड़मेर की लोक कला और संस्कृति को विश्व के सामने रखने के उद्देश्य से इसका आयोजन आरम्भ किया था ,मगर आज बाहरी प्रान्तों और फ़िल्मी कलाकारों का मंच बन कर रह गया हें ,इस बार फिर जिला कलेक्टर ने इसके मूल स्वरुप के साथ छेड़ छड कर परंपरागत रूप से आयोजित तीन दिवसीय आयोजन को सिमटा कर मात्र एक दिवसीय कर दिया हें ,जन्हा थर महोत्सव के तीन दिवसीय आयोजन में स्थानीय लोक कला और संस्कृति के लोग रूबरू होते थे अब महज बोलीवूड के गायकों का कार्यक्रम बन कर रह गया हें ,थार महोत्सव के आयोजन के साथ बाड़मेर आने वाला हर कलेक्टर छेड़छाड़ कर इसके आयोजन की गरिमा के साथ खिलवाड़ करते आये हें ,ऐसे में थार महोत्सव के आयोजन पर प्रश्न चिन्ह लग गया हें ,एक दिवसीय महोत्सव का आयोजन की बजे इसके आयोजन को पूर्ण रूप से बंद कर देना चाहिए क्योकि बीस साल तक के आयोजन के बावजूद एक भी पर्यटक इस महोत्सव से जुदा नहीं लाखो रूपये इसके आयोजन पर खर्च कर लेते हें ,पिछले कई सालो से इसके आयोजन पर स्थानीय निजी तेल और ऊर्जा कंपनिया भरी भरकम राशि जिला प्रशासन को देती हें ,मगर खर्च कहा होते हें याक प्रशासनिक आयोजक ही जानते हें ,एक दिवसीय आयोजन पर थार वासियों की नाराजगी बढी हें ,
बाड़मेर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के दो मामले दर्ज दो नाबालिग का अपहरण
बाड़मेर नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के दो मामले दर्ज दो नाबालिग का अपहरण
बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में दो अलग अलग स्थानों पर नाबालिग बालिकाओ के साथ दुष्कर्म के दो मामले दर्ज हुए .जिले के धोरीमन्ना। थाना क्षेत्र के गांव रोहिला निवासी एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोप में दो जनों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार गांव रोहिला पूर्व निवासी एक जने ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है। आरोप है कि गांव केकड़वाला निवासी सवाईराम ढाढी 29 जनवरी की रात उसकी नाबालिग पुत्री को घर से बुलाकर जीप में बाड़मेर ले गया। रास्ते में सवाईराम व एक अन्य ने उससे जबरन दुष्कर्म किया। नाबालिग को रातभर बाड़मेर में ही रखा। दूसरे दिन उसकी पुत्री को सवाईराम व एक अन्य के साथ उसके रिश्तेदार ने देख लिया। रिश्तेदार उसकी पुत्री को घर लाया। नाबालिग ने परिजन को बताया कि सवाईराम जबरन उसे बाड़मेर ले गया और दुष्कर्म किया। बाद में समाज की पंचायत होती रही और शुक्रवार को मामला दर्ज करवाया गया। पीडिता का मेडिकल करवाने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।इसी तरह गुड़ामालानी। क्षेत्र के उड़ासर ग्राम में एक बालिका का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म के प्रयास करने का मामला पुलिस थाने में दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार उड़ासर निवासी एक बालिका ने मामला दर्ज करवाया कि किशनाराम पुत्र धोधाराम भील निवासी कातरला वगैरह अन्य गुरूवार को उसका अपहरण कर ले गए एवं उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।क्षेत्र के गोलिया जेतमालगांव से अज्ञात आरोपित दो नाबालिग लड़कियों को बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गए। पुलिस के अनुसार मालाराम पुत्र सुखराम निवासी गोलिया जेतमाल ने मामला दर्ज करवा या कि 13 फरवरी को रात्रि में एक अज्ञात आरोपित उसकी पुत्री व उसके भाई की पुत्री को बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गए।
नागौर दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोपी कांस्टेबल निलंबित
नागौर दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोपी कांस्टेबल निलंबित
गिरफ्तार कर भेजा जेल, महिला के पति ने दी रिपोर्ट, 25 दिन पहले ही हुई थी महिला की डिलीवरी, शराब के नशे में किया प्रयास, महिला रह रही थी पीहर में
नागौर डेगाना थाने के एक कांस्टेबल को एक महिला से दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ मामला इस महिला के पति ने दर्ज कराया है। इस महिला की 25 दिन पहले ही डिलीवरी हुई थी। इस कांस्टेबल ने उसके पीहर स्थित घर में घुसकर दुष्कर्म का प्रयास किया। मामले की जांच डेगाना सीओ को सौंपी गई है।
कार्यवाहक एसपी डॉ. प्यारेलाल शिवरान ने बताया कि कांस्टेबल गणपत बिश्नोई के खिलाफ शुक्रवार सुबह फिड़ौद गांव के सुरेश उर्फ राजराम पुत्र रामनाथ ने रिपोर्ट दी थी कि उसकी पत्नी ऑपरेशन से बच्चा होने के बाद अपने पीहर सियागों की ढाणी, बरना में रह रही है। चौदह फरवरी की दोपहर गणपत बिश्नोई वहां गया और उसकी पत्नी को अकेला देखकर अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। इस दौरान उसने शराब पी रखी थी। आरोपी ने विवाहिता के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। इस दौरान वह चिल्लाने लगी। उसकी सास मौके पर आई व दरवाजा खटखटाया। इस पर आरोपी कांस्टेबल ने उसकी पत्नी को रुपए देने की पेशकश की। महिला के पति का आरोप है कि गणपत ने पुलिस में रिपोर्ट देने पर जान से मारने की धमकी दी। उसके चिल्लाने पर वह पीछे की खिड़की से भाग गया।
रिपोर्ट में बताया कि उसकी पत्नी व सास ने गुरुवार शाम उसे घटना की जानकारी दी। शिवरान ने बताया कि इस मामले में डेगाना थानाधिकारी जाकिर अख्तर से तफ्तीश कराई गई। तफ्तीश में घटना सही पाई जाने पर उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। डॉ. शिवरान ने शुक्रवार शाम को मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी कांस्टेबल गणपत बिश्नोई को निलंबित कर दिया। प्रकरण की जांच डेगाना सीओ गोपाल लाल रामावत को सौंपी है।
जालोर महोत्सव २०१३ जालोर की महिलाओं ने लूर नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत कर दिया।
जालोर महोत्सव २०१३ जालोर की महिलाओं ने लूर नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत कर दिया।
जालोर जिले में पिछले काफी समय से 'जालोर महोत्सव' के आयोजन की मांग मुखर हो रही थी। अपनी खबरों के माध्यम से जनता की इस मांग को स्वर दिए थे। इसी का नतीजा था कि प्रशासन ने 15 फरवरी से तीन दिवसीय 'जालोर महोत्सव' आयोजित करने का निर्णय किया। शुक्रवार को वह दिन भी आ गया। सवेरे छह बजे से ही हनुमानशाला स्कूल मैदान में शहरवासियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। साढ़े आठ बजे तक तो पूरा मैदान खचाखच भर गया। कलेक्टर राजन विशाल, विधायक रामलाल मेघवाल, नगर परिषद सभापति इंदू परिहार व ईश्वर मेहता की मौजूदगी में शोभायात्रा गाजे-बाजे और ढोल की थाप पर हनुमानशाला स्कूल से रवाना हुई। सबसे आगे बीएसएफ के ऊंट शोभा बढ़ा रहे थे। शोभायात्रा में महंत रणछोड़ भारती का सानिध्य रहा। शोभायात्रा को देखने के लिए जैसे पूरा शहर उमड़ पड़ा हो। चंग की थाप पर गेरियों ने नृत्य करते हुए शोभायात्रा में समां बांध दिया। महोत्सव में बालोतरा की कनाना व बाला के गेरियों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। साथ ही पारंपरिक मोमा-मोमी स्वांग नृत्य व चूंडा का मयूर नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहा। इस दौरान जालोर की महिलाओं ने लूर नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत कर दिया।
मैराथन दौड़ भीनमाल त्न जालोर महोत्सव के तहत शनिवार को 'रन फौर भीनमाल' मैराथन दौड़ और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। उपखंड अधिकारी नारायणसिंह शेषमा ने बताया कि शनिवार सवेरे ८ बजे स्थानीय माघ चौक से शिवराज स्टेडियम वाया करड़ा चार रास्ता तक 'रन फोर भीनमाल' मैराथन दौड़ का आयोजन होगा, इसमें कोई भी विद्यार्थी, युवक भाग ले सकता है। इसी दिन शाम ६:३० बजे स्थानीय कचहरी रोड विद्यालय प्रांगण में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की ओर से प्रस्तुतियां दी जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ,जिसमें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई। इस अवसर पर तहसीलदार केशाराम मीणा, प्रशिक्षु तहसीलदार विमलेंद्रसिंह राणावत, अधिशासी अधिकारी भीखाराम जोशी, एटीओ चंपालाल जीनगर, चिकित्सा प्रभारी डा. एमएम जांगिड़ और मीठालाल जांगिड़ मौजूद थे।
रन फौर जालोर जालोर महोत्सव में महिला एवं पुरुष मैराथन दौड़ तथा रन फोर जालोर शनिवार सवेरे 7 बजे हनुमानशाला विद्यालय प्रांगण से शुरू होगी। महोत्सव खेल प्रभारी दलपतसिंह आर्य ने बताया कि पुरुष वर्ग की मैराथन दौड़ हनुमानशाला से स्टेडियम एवं हनुमानशाला विद्यालय में समाप्त होगी। आर्य ने बताया कि रन फोर जालोर में जालोर जिले का कोई भी नागरिक भाग ले सकता है।
स्टेडियम मैदान में विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। समन्वयक बंशीलाल सोनी ने बताया कि महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। भारतीय किसान संघ के जिला संगठन मंत्री प्रताप आंजणा ने बताया कि गेर नृत्य के आयोजन में जालोर की पोलजी-वरदाजी मानो पार्टी ने प्रस्तुति दी, जिसमें पांच पीढ़ी के कलाकारों ने भाग लिया। इस पार्टी में 5 से 90 वर्ष की उम्र के कलाकारों ने प्रस्तुति दी। इसी प्रकार बालोतरा की कनाना मानो नृत्य, रामिण-मुंगडा गेर (बाड़मेर), सांडण मानो, बिजली, घाणा व बाला के गेरियों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इसी प्रकार मोमा-मोमी स्वांग नृत्य व चूंडा का मयूर नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहे। इधर, जालोर की महिलाओं ने लूर नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत कर दिया। जालोर बड़ी पोल की महिलाओं ने लूर नृत्य की प्रस्तुति दी। इसी प्रकार चित्रकला, हेल्दी बेबी, रंगोली और मेहंदी प्रतियोगिताएं भी हुई। मेहंदी प्रतियोगिता में पारस विलास ने पहला, ज्योति, जशोदा कुमारी व प्रिना कुमारी ने दूसरा और मुमताज बानो ने तीसरा स्थाल हासिल किया। रंगोली प्रतियोगिता में पूरणा शारड़ा, नम्रता व प्रियंका शर्मा, हेल्दी बेबी प्रतियोगिता में रोबर्ट मुगाबे, भाविनी व माधव शर्मा, चित्रकला सीनियर वर्ग में यशस्वी सोनी, सुरेश कुमार व पृथ्वीसिंह, जूनियर वर्ग में दीक्षिता सोनी, दीपक कुमार और योगेश किशन ऋषि ने क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इस दौरान एडीएम चुन्नीलाल सैनी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीआर पंडत, एसडीएम प्रदीप बालाच, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, ग्रेनाइट एसोसिएशन अध्यक्ष नरेंद्र बालू अग्रवाल, सायला प्रधान रामप्रकाश चौधरी, तहसीलदार हेतराम, मोहन पाराशर, बंशीलाल सोनी, सुरेश सोलंकी, मूलाराम समेत बड़ी संख्या में अधिकारी और शहरवासी मौजूद थे।
जालोर महोत्सव के तहत पहले दिन स्टेडियम मैदान में वॉलीबाल, कबड्डी व सतोलिया खेल की प्रतियोगिताएं हुई। सतोलिया प्रतियोगिता में जागृत बालाजी छात्रावास वॉक अवर से जीता, टाइगर क्लब वॉक अवर से जीता, आर्य वीर दल प्रथम ने सुबोध इंग्लिश एकेडमी प्रथम को पराजित किया। जबकि कौशल्स विक्टोरिया स्कूल ने नर्सिंग विंग को हराया। वॉलीबाल प्रतियोगिता में फ्रेंड्स क्लब ने जालोर क्लब को, मांडवला ने प्रजापत छात्र संघ को, चामुंडा क्लब ने विद्या भारती छात्रावास को हराया। कबड्डी प्रतियोगिता में देवासी छात्रावास ने आर्य वीर दल को, अमर हॉस्टल राजेंद्र नगर ने टैक्सी यूनियन को, वीर तेजाजी क्लब ने सुबोध विद्या मंदिर को हराया। खो-खो में आर्य वीर दल ने मेहर क्लब को, श्रीदेव क्लब ने इम्मानुएल सीनियर सैकंडरी स्कूल को, माही क्लब ने जालोर स्टार क्लब को पराजित किया। जबकि रस्साकशी में सवेरे के सत्र में दरबार क्लब ने जालोर क्लब को और आर्य सुभाष व्यायाम शाला प्रथम ने आर्य सुभाष व्यायाम शाला द्वितीय को पराजित किया। महोत्सव के दूसरे सत्र में सिताळिया में लाल पोल क्लब ने जाग्रत बालाजी को, रामावि हरजी ने टाइगर क्लब को, आर्य वीर दल प्रथम ने सुरेश क्लब को, कौशल्स विक्टोरिया स्कूल ने इम्मानुएल स्कूल को हराया। वालीबॉल में रायथल ने देवासी युवा मोर्चा को, फ्रेंड्स क्लब ने राजपुरोहित छात्रावास को पराजित किया। कबड्डी में रॉयल्स क्लब ने देवासी समाज छात्रावास को, किशन कृपा छात्रावास ने अमर हॉस्टल को जबकि खो-खो प्रतियोगिता में देव क्लब ने देवासी छात्रावास को, आर्य वीर दल ने दरबार क्लब को और रॉयल्स टीम ने शाइन स्टार क्लब को हराया।
जगह-जगह हुआ शोभायात्रा का स्वागत
शोभायात्रा हनुमान शाला स्कूल से रवाना होकर हरिदेव जोशी सर्किल होते हुए अस्पताल चौराहे पहुंची। यहां से यह शोभायात्रा कलेक्ट्रेट के सामने से होते हुए आहोर चौराहे और वहां से स्टेडियम मैदान पहुंची। स्टेडियम के मुख्य द्वार पर अतिथियों का बहुमान किया गया। शोभायात्रा में राजयोग केंद्र ने भी सहभागिता निभाई। ऐतिहासिक शोभायात्रा का शहरवासियों ने जगह जगह स्वागत किया।
निकाली झांकियां
शहर से बड़ी संख्या में सरकारी व निजी स्कूलों ने भी शोभायात्रा में सहभागिता निभाई। शोभायात्रा में आदर्श विद्या मंदिर, विवेकानंद स्कूल, सुदर्शन स्कूल, सेंट एन्स, गोल्डन फ्यूचर, वीएस महावीर, सेंटपॉल, इम्मानुएल स्कूल समेत शहर के 15 स्कूलों ने सहभागिता निभाई
जालोर जिले में पिछले काफी समय से 'जालोर महोत्सव' के आयोजन की मांग मुखर हो रही थी। अपनी खबरों के माध्यम से जनता की इस मांग को स्वर दिए थे। इसी का नतीजा था कि प्रशासन ने 15 फरवरी से तीन दिवसीय 'जालोर महोत्सव' आयोजित करने का निर्णय किया। शुक्रवार को वह दिन भी आ गया। सवेरे छह बजे से ही हनुमानशाला स्कूल मैदान में शहरवासियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। साढ़े आठ बजे तक तो पूरा मैदान खचाखच भर गया। कलेक्टर राजन विशाल, विधायक रामलाल मेघवाल, नगर परिषद सभापति इंदू परिहार व ईश्वर मेहता की मौजूदगी में शोभायात्रा गाजे-बाजे और ढोल की थाप पर हनुमानशाला स्कूल से रवाना हुई। सबसे आगे बीएसएफ के ऊंट शोभा बढ़ा रहे थे। शोभायात्रा में महंत रणछोड़ भारती का सानिध्य रहा। शोभायात्रा को देखने के लिए जैसे पूरा शहर उमड़ पड़ा हो। चंग की थाप पर गेरियों ने नृत्य करते हुए शोभायात्रा में समां बांध दिया। महोत्सव में बालोतरा की कनाना व बाला के गेरियों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। साथ ही पारंपरिक मोमा-मोमी स्वांग नृत्य व चूंडा का मयूर नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहा। इस दौरान जालोर की महिलाओं ने लूर नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत कर दिया।
मैराथन दौड़ भीनमाल त्न जालोर महोत्सव के तहत शनिवार को 'रन फौर भीनमाल' मैराथन दौड़ और सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। उपखंड अधिकारी नारायणसिंह शेषमा ने बताया कि शनिवार सवेरे ८ बजे स्थानीय माघ चौक से शिवराज स्टेडियम वाया करड़ा चार रास्ता तक 'रन फोर भीनमाल' मैराथन दौड़ का आयोजन होगा, इसमें कोई भी विद्यार्थी, युवक भाग ले सकता है। इसी दिन शाम ६:३० बजे स्थानीय कचहरी रोड विद्यालय प्रांगण में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की ओर से प्रस्तुतियां दी जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ,जिसमें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई। इस अवसर पर तहसीलदार केशाराम मीणा, प्रशिक्षु तहसीलदार विमलेंद्रसिंह राणावत, अधिशासी अधिकारी भीखाराम जोशी, एटीओ चंपालाल जीनगर, चिकित्सा प्रभारी डा. एमएम जांगिड़ और मीठालाल जांगिड़ मौजूद थे।
रन फौर जालोर जालोर महोत्सव में महिला एवं पुरुष मैराथन दौड़ तथा रन फोर जालोर शनिवार सवेरे 7 बजे हनुमानशाला विद्यालय प्रांगण से शुरू होगी। महोत्सव खेल प्रभारी दलपतसिंह आर्य ने बताया कि पुरुष वर्ग की मैराथन दौड़ हनुमानशाला से स्टेडियम एवं हनुमानशाला विद्यालय में समाप्त होगी। आर्य ने बताया कि रन फोर जालोर में जालोर जिले का कोई भी नागरिक भाग ले सकता है।
स्टेडियम मैदान में विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। समन्वयक बंशीलाल सोनी ने बताया कि महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। भारतीय किसान संघ के जिला संगठन मंत्री प्रताप आंजणा ने बताया कि गेर नृत्य के आयोजन में जालोर की पोलजी-वरदाजी मानो पार्टी ने प्रस्तुति दी, जिसमें पांच पीढ़ी के कलाकारों ने भाग लिया। इस पार्टी में 5 से 90 वर्ष की उम्र के कलाकारों ने प्रस्तुति दी। इसी प्रकार बालोतरा की कनाना मानो नृत्य, रामिण-मुंगडा गेर (बाड़मेर), सांडण मानो, बिजली, घाणा व बाला के गेरियों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इसी प्रकार मोमा-मोमी स्वांग नृत्य व चूंडा का मयूर नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहे। इधर, जालोर की महिलाओं ने लूर नृत्य कर राजस्थानी संस्कृति को जीवंत कर दिया। जालोर बड़ी पोल की महिलाओं ने लूर नृत्य की प्रस्तुति दी। इसी प्रकार चित्रकला, हेल्दी बेबी, रंगोली और मेहंदी प्रतियोगिताएं भी हुई। मेहंदी प्रतियोगिता में पारस विलास ने पहला, ज्योति, जशोदा कुमारी व प्रिना कुमारी ने दूसरा और मुमताज बानो ने तीसरा स्थाल हासिल किया। रंगोली प्रतियोगिता में पूरणा शारड़ा, नम्रता व प्रियंका शर्मा, हेल्दी बेबी प्रतियोगिता में रोबर्ट मुगाबे, भाविनी व माधव शर्मा, चित्रकला सीनियर वर्ग में यशस्वी सोनी, सुरेश कुमार व पृथ्वीसिंह, जूनियर वर्ग में दीक्षिता सोनी, दीपक कुमार और योगेश किशन ऋषि ने क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इस दौरान एडीएम चुन्नीलाल सैनी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीआर पंडत, एसडीएम प्रदीप बालाच, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, ग्रेनाइट एसोसिएशन अध्यक्ष नरेंद्र बालू अग्रवाल, सायला प्रधान रामप्रकाश चौधरी, तहसीलदार हेतराम, मोहन पाराशर, बंशीलाल सोनी, सुरेश सोलंकी, मूलाराम समेत बड़ी संख्या में अधिकारी और शहरवासी मौजूद थे।
जालोर महोत्सव के तहत पहले दिन स्टेडियम मैदान में वॉलीबाल, कबड्डी व सतोलिया खेल की प्रतियोगिताएं हुई। सतोलिया प्रतियोगिता में जागृत बालाजी छात्रावास वॉक अवर से जीता, टाइगर क्लब वॉक अवर से जीता, आर्य वीर दल प्रथम ने सुबोध इंग्लिश एकेडमी प्रथम को पराजित किया। जबकि कौशल्स विक्टोरिया स्कूल ने नर्सिंग विंग को हराया। वॉलीबाल प्रतियोगिता में फ्रेंड्स क्लब ने जालोर क्लब को, मांडवला ने प्रजापत छात्र संघ को, चामुंडा क्लब ने विद्या भारती छात्रावास को हराया। कबड्डी प्रतियोगिता में देवासी छात्रावास ने आर्य वीर दल को, अमर हॉस्टल राजेंद्र नगर ने टैक्सी यूनियन को, वीर तेजाजी क्लब ने सुबोध विद्या मंदिर को हराया। खो-खो में आर्य वीर दल ने मेहर क्लब को, श्रीदेव क्लब ने इम्मानुएल सीनियर सैकंडरी स्कूल को, माही क्लब ने जालोर स्टार क्लब को पराजित किया। जबकि रस्साकशी में सवेरे के सत्र में दरबार क्लब ने जालोर क्लब को और आर्य सुभाष व्यायाम शाला प्रथम ने आर्य सुभाष व्यायाम शाला द्वितीय को पराजित किया। महोत्सव के दूसरे सत्र में सिताळिया में लाल पोल क्लब ने जाग्रत बालाजी को, रामावि हरजी ने टाइगर क्लब को, आर्य वीर दल प्रथम ने सुरेश क्लब को, कौशल्स विक्टोरिया स्कूल ने इम्मानुएल स्कूल को हराया। वालीबॉल में रायथल ने देवासी युवा मोर्चा को, फ्रेंड्स क्लब ने राजपुरोहित छात्रावास को पराजित किया। कबड्डी में रॉयल्स क्लब ने देवासी समाज छात्रावास को, किशन कृपा छात्रावास ने अमर हॉस्टल को जबकि खो-खो प्रतियोगिता में देव क्लब ने देवासी छात्रावास को, आर्य वीर दल ने दरबार क्लब को और रॉयल्स टीम ने शाइन स्टार क्लब को हराया।
जगह-जगह हुआ शोभायात्रा का स्वागत
शोभायात्रा हनुमान शाला स्कूल से रवाना होकर हरिदेव जोशी सर्किल होते हुए अस्पताल चौराहे पहुंची। यहां से यह शोभायात्रा कलेक्ट्रेट के सामने से होते हुए आहोर चौराहे और वहां से स्टेडियम मैदान पहुंची। स्टेडियम के मुख्य द्वार पर अतिथियों का बहुमान किया गया। शोभायात्रा में राजयोग केंद्र ने भी सहभागिता निभाई। ऐतिहासिक शोभायात्रा का शहरवासियों ने जगह जगह स्वागत किया।
निकाली झांकियां
शहर से बड़ी संख्या में सरकारी व निजी स्कूलों ने भी शोभायात्रा में सहभागिता निभाई। शोभायात्रा में आदर्श विद्या मंदिर, विवेकानंद स्कूल, सुदर्शन स्कूल, सेंट एन्स, गोल्डन फ्यूचर, वीएस महावीर, सेंटपॉल, इम्मानुएल स्कूल समेत शहर के 15 स्कूलों ने सहभागिता निभाई
अपहृत किशोरी को ढूंढने पुलिस ने की हवाई यात्रा, एसपी हाईकोर्ट में तलब
हवाई यात्रा करने वाले पुलिसकर्मी निलंबित क्यों नहीं - हाईकोर्ट जालोर जालोर के पास में रेवत गांव से गत दिनों अपहृत हुई एक किशोरी की तलाश के लिए जांच अधिकारी पर पीडि़ता के पिता से 2 लाख रुपए लेकर हवाई यात्रा करने का मामला जोधपुर हाईकोर्ट में पहुंच गया है। पीडि़ता के पिता का आरोप है कि उसने यह राशि पत्नी के जेवरात गिरवी रख कर पुलिसवालों की दी, लेकिन हवाई यात्रा के बाद भी उसकी पुत्री का अब तक पता नहीं लगा है। इस मामले में पुलिस की भूमिका पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई है। शुक्रवार को इसी मामले में जालोर एसपी दीपक कुमार हाईकोर्ट में पेश हुए। एसपी ने सफाई में कहा कि हवाई यात्रा करने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को 17 सीसीए का नोटिस दिया गया है। एसपी की ओर से हाईकोर्ट में यह भी बताया गया है कि हवाई यात्रा का खर्च रेवत गांव के सरपंच ने अपने निजी खर्च से वहन किया, जो किशोरी की तलाश में पुलिस टीम के साथ था। हाईकोर्ट ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए 18 फरवरी तक अपह्त किशोरी को ढूंढ़ कर लाने को कहा है। साथ ही अगली पेशी पर जालोर एसपी को दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को साथ लेकर हाईकोर्ट में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा है। |
जोधपुर हाईकोर्ट में जालोर के एक व्यक्ति की ओर से अधिवक्ता एमए राव की ओर से पेश बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में बताया गया है कि पीडि़त परिवार बीपीएल की श्रेणी में आता है।
परिवार के मुखिया की ओर से गत 13 अक्टूबर 2012 को पुलिस थाना जालोर में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया गया था कि 9 अक्टूबर 2012 की रात्रि 12 बजे सुरेंद्र सिंह पुत्र मोड़सिंह उसकी 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को अगवा कर ले गया। कुछ दिन बाद अनुसंधान अधिकारी एएसआई इंदा राम ने प्रार्थी को कहा कि उसकी बेटी के कर्नाटक के हुबली शहर में होने की खबर मिली है। वहां पर हवाई जहाज से ही जाया जा सकता है। इस पर प्रार्थी ने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रखकर अनुसंधान अधिकारी को दो लाख रुपए नगद दे दिए। तब इंदा राम हैड कांस्टेबल देवाराम व गांव के सरपंच को साथ लेकर हवाई जहाज से हुबली गया, लेकिन वहां से आकर कहा कि लड़की तो नहीं मिली।
हवाई यात्रा करने वाले पुलिसकर्मी निलंबित क्यों नहीं - हाईकोर्ट
राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के न्यायाधीश गोविंद माथुर व बनवारीलाल शर्मा की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई के दौरान शुक्रवार को पेश हुए जालोर एसपी से पूछा है कि फरियादी के खर्च से हवाई सैर करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित क्यों नहीं किया गया। एसपी की ओर से हाईकोर्ट में बताया गया कि आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को अदालत के निर्देश पर 17 सीसी का नोटिस दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया कि हवाई यात्रा के लिए खर्च का भुगतान लड़की के पिता की बजाय संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच के खाते से किया गया था। इस पर खंडपीठ ने नाराजगी जताते हुए पुलिस से पूछा कि आरोपी पुलिसकर्मियों को सिर्फ नोटिस देकर कैसे इतिश्री कर ली गई, उन्हें निलंबित क्यों नहीं किया गया? खंडपीठ ने इस मामले में लड़की के पिता की ओर से दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई के तहत किशोरी को 18 फरवरी तक ढूंढ़ कर लाने के आदेश भी दिए। खंडपीठ ने अगली सुनवाई पर जालोर पुलिस अधीक्षक को आरोपी पुलिसकर्मियों के साथ व्यक्तिगत रूप से पेश होने के निर्देश दिए थे।
जल्दी के कारण की हवाई यात्रा : एएसआई
॥गांव के सरपंच ने पीडि़ता के मुंबई में होने की सूचना देकर उसके खर्च से हवाई यात्रा के लिए टिकट बुक कराए। लड़की को ढूंढने की जल्दी में अहमदाबाद से मुंबई तक हवाई यात्रा करनी पड़ी। मुंबई से हुबली तक की यात्रा ट्रेन से की और वहां भी खूब खोजबीन की। मगर पीडि़ता नहीं मिलने पर लौटना पड़ा। रुपए लेने का आरोप बेबुनियाद है। -इंदा राम, जांच अधिकारी (एएसआई)
हवाई यात्रा का खर्च मैंने वहन किया : सरपंच
॥गांव का यह परिवार बीीएल श्रेणी का है, जिसकी अपहृत किशोरी के बारे में मुझे सूचना मिली थी कि वह मुंबई के नवी मुंबई इलाके में है। सूचना देने वाले ने रातों रात पहुंचने की बात कही थी। गांव का सरपंच होने के नाते मैंने 3 नवंबर को एएसआई व हैडकांस्टेबल के साथ मेरा भी हवाई टिकट बुक कराया। अहमदाबाद से मुंबई तक हम तीनों लोग मेरे खर्च से हवाई यात्रा कर गए। वहां जाकर पता चला कि पीडि़ता कर्नाटक के हुबली के बेलगाम में हो सकती है। इस पर मुंबई से हुबली तक हम तीनों ट्रेन में गए, लेकिन वहां भी लड़की नहीं मिल पाई। इस पर हम तीनों को लौटना पड़ा। इस पूरी यात्रा का खर्च मैंने वहन किया है। -लालसिंह राजपुरोहित, सरपंच रेवत
पिता का आरोप- अपहृत बेटी को ढूंढने के लिए जेवर बेचकर करवाई पुलिस को हवाईयात्रा, पुलिस ने जांच के बाद कहा बेटी के पिता ने नहीं गांव के सरपंच ने वहन किया था हवाईयात्रा का खर्च, कोर्ट ने हवाईयात्रा पर आपत्ति जताई, हवाई यात्रा करने वाले पुलिसकर्मी के साथ एसपी कोर्ट में तलब, 18 फरवरी तक किशोरी को ढूंढने के निर्देश दिए कोर्ट ने।
जालोर महोत्सव का रंगारंग आगाज
जालोर महोत्सव का रंगारंग आगाज जालोर फिजां में गूंजती बैंड-बाजों की कर्णप्रिय स्वर लहरियां, सजे-धजे ऊंटों पर सवार बीएसएफ के जवान, विभिन्न सामाजिक संदेश देती झांकियां और माघ माह में फाल्गुनी छटा बिखेरते गेरिए। मौका था शुक्रवार सुबह जिला मुख्यालय पर प्रारंभ हुए तीन दिवसीय 'जालोर महोत्सव' के आगाज का। सवेरे साढ़े आठ बजे शोभायात्रा के साथ इस महोत्सव की शुरुआत हुई। छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तथा बालिकाओं व महिलाओं ने उत्सव में अपनी भागीदारी निभाते हुए शोभायात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। रंगबिरंगे परिधानों में आए स्कूली बच्चे, पारंपरिक वेशभूषा के साथ रंग-बिरंगे साफे पहने युवा, बुजुर्ग और प्रशासनिक अधिकारी भी शोभायात्रा में शरीक थे। शोभायात्रा में देशभक्त और देवी देवताओं के रूप धरे विद्यार्थी, हाथी पर सवार बांके जवान और सिर पर कलश धारण किए बालिकाएं भी शोभायात्रा को भव्य बना रही थीं। जालोर. सलामी देकर अतिथियों का अभिवादन करते बीएसएफ के जवान। जालोर महोत्सव का विधिवत उद्घाटन शुक्रवार शाम प्रभारी मंत्री अमीनखां ने झंडारोहण कर किया। समारोह में उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, कलेक्टर राजन विशाल, जिला सत्र एवं सेशन न्यायाधीश रमेशचंद्र पारीक, जालोर विधायक रामलाल मेघवाल, नगर परिषद की चेयरमैन इंदू परिहार, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह, बीएसएफ के उप महानिरीक्षक पुष्पेंद्रसिंह, वायु सैनिक चयन केंद्र के अनंत गौड, थल सेना के कर्नल आरडीसिंह आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया तथा कैमल टेटू शो के माध्यम से आकर्षक प्रस्तुतियां दी। | ||
शिक्षा निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने स्कूलों का अवलोकन कर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा
स्कूल पहुंचे अफसर, शिक्षक बनकर बताए नवाचार
आने वाले दिनों में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा : डॉ. प्रधान
शिक्षा निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने स्कूलों का अवलोकन कर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा
शिक्षा संबल अभियान का तीसरा चरण, पहले दिन 78 टीमों ने 78 स्कूलों का किया निरीक्षण
बाड़मेर. शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश में शिक्षा का स्तर जानने के लिए सबंलन अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत छोटे से बड़े अधिकारी स्कूल में जाकर पढ़ाई का स्तर क्या है, शिक्षक किस तरह पढ़ा रहे हैं आदि जानकारी जुटाकर मूल्यांकन कर रहे हैं। इसके बाद निरीक्षण किए गए स्कूलों के शिक्षकों को क्या करना चाहिए, जिससे वे और अच्छी तरह से पढ़ा सकें। इसके लिए पैरवी की जाएगी। जिससे शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। ये बात निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. वीणा प्रधान ने प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने बताया कि आईसीटी के माध्यम से बच्चों को कंप्यूटर सिखाने की पहल की जा रही है। इसके साथ ही स्कूल के एक शिक्षक को कंप्यूटर शिक्षा में दक्ष किया जाएगा। शिक्षा में गुणवत्ता के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू कर रखी हैं। शिक्षा से जोडऩे के लिए सभी बालिकाओं को साइकिल वितरित की जाएगी। चुनाव के अलावा अन्य किसी कार्य में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। उन्होंने माना कि जिस प्रकार की शिक्षा हमारे बच्चों को मिलनी चाहिए। उसमें अभी कमी हैं। हम सभी को मिलकर इसके लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने बताया कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त कक्षाएं, लैब, कंप्यूटर शिक्षा, पढ़ाने के लिए आधुनिक टूल्स, शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे आने वाले दिनों में शिक्षा के स्तर बढ़ेगा। दिल्ली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उन्होंने कहा कि इन आरोपियों की शिक्षा में कमी नहीं थी, संस्कारों में कमी थी।
बाड़मेर
बाड़मेर. घोनरी नाडी प्रथम में संबलन के तहत निरीक्षण करतीं शिक्षा निदेशक। |
शिक्षा का स्तर जांचने के उद्देश्य से शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अधिकारी शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में पहुंचे। जहां पर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा गया। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड बीकानेर की निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने स्कूलों का निरीक्षण किया। इसके अलावा अतिरिक्त निदेशक, सहायक निदेशक समेत कई आला अफसरों ने अलग अलग स्कूलों में शिक्षा संबल अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों की जांच की। पहले दिन जिले की 78 स्कूलों का 78 टीमों ने जायजा लिया।
विद्यालय पर्यवेक्षण कार्यक्रम संबल 2013 के तृतीय चरण के पहले दिन शुक्रवार को विभिन्न टीमें अलग अलग स्कूलों में पहुंची। जहां पर अफसरों ने प्रार्थना सभा लेकर स्कूल का समय पूर्ण होने तक शाला परिसर में ही मौजूद रहे। इस दौरान प्रशासनिक व शैक्षिक अधिकारियों ने स्कूलों में कक्षा तीन, पांच व छह में अध्ययनरत बालक- बालिकाओं के पठन-पाठन कार्य की जानकारी हासिल की। यह अभियान 16 फरवरी तक चलेगा। संबल अभियान के तृतीय चरण में 78 अधिकारी जिले की 156 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का अवलोकन करेंगे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने शुक्रवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सियोली की ढाणी शिवकर का अवलोकन कर विद्यार्थियों की पढ़ाई के स्तर को परखा। प्रधान ने छात्र छात्राओं से अंग्रेजी व हिन्दी का पाठ पढ़ाकर शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया। इसके बाद राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय घोनरी नाडी प्रथम का भी अवलोकन किया। इसी तरह कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू, एडीएम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद समेत कई अधिकारियों ने अलग अलग स्कूलों का निरीक्षण किया।
जांच के लिए प्रश्न-बैंक
संबल अभियान के तहत जांच के लिए राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद की ओर से प्रत्येक अवलोकन कर्ता को एक प्रश्न बैंक उपलब्ध करवाया गया है। इसके आधार पर अधिकारियों की ओर से बच्चों के शैक्षिक स्तर की जांच की गई। अवलोकन रिपोर्ट े आधार पर जिन स्कूलों में शिक्षा का स्तर संतोषजनक नहीं होगा उनमें शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी।
शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2013
माटी के लाल वेबसाईट का लोकार्पण
माटी के लाल वेबसाईट का लोकार्पण
ज्ञात हो इस वेब साईट के माध्यम से उषा राठौड़ समाज के युवाओं को वर्तमान प्रतिस्पर्धात्मक आर्थिक युग में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा लेने हेतु समाज के ऐसे लोगों की जीवन गाथा व परिचय उपलब्ध करायेगी जिन्होंने अपनी अथक मेहनत, लगन, ईमानदारी व निष्ठा से अलग-अलग क्षेत्रों में क्षीण संसाधनों के बावजूद कामयाबी की बुलंदियां छुई है।
उपस्थित सभी लोगों ने उषा राठौड़ को इस मिशन में कामयाब होने की शुभकामनाएँ सहित हार्दिक बधाई दी।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)